यमुनोत्री हाईवे पर खाई में गिरी कार पांच लोगों की मौत..
उत्तराखंड: प्रदेश में दर्दनाक सड़क हादसे लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। हर रोज कही न कही से हादसे की खबर सामने आ रही हैं। एक ऐसे ही दर्दनाक हादसे की खबर यमुनोत्री हाईवे से भी सामने आयी हैं जहां आज सुबह एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया हैं। शुक्रवार शाम को चमोली में हुए हादसे के बाद शनिवार को फिर सुबह एक और हादसे की खबर सामने आ गई। यमुनोत्री हाईवे पर एक कार खाई में गिर में गई। जिसमें पांच लोगों की मौत की खबर सामने आई है। पुलिस प्रशासन की टीम घटनास्थल के लिए रवान हो गई है। मामले में अधिक जानकारी जुटाई जा रही है।
उत्तरकाशी के डुंडा तहसील क्षेत्र में ब्रहमखाल के समीप यमुनोत्री हाईवे पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार में छह लोग सवार बताए जा रहे हैं। कार अचानक अंनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। दुर्घटना में पांच लोगों की मौत की सूचना है। एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस व प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।
इस भर्ती का निकल न जाए मौका, 20 नवबंर तक कर सकते है आवेदन..
उत्तराखंड: यूकेपीएससी ने पटवारी / लेखपाल के रिक्त पदों पर भर्ती का आवेदन का आखिरी दिन है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट http://psc.uk.gov.in पर रिक्तियों के लिए 20 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं। यूकेपीएससी भर्ती अभियान का उद्देश्य कुल 563 रिक्तियों को भरना है, जिनमें से 391 रिक्तियां पटवारी के पद के लिए और 172 लेखपाल के पद के लिए हैं। इस भर्ती में दोनों पदों के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष है, जबकि पटवारी और लेखपाल के पद के लिए ऊपरी आयु सीमा 28 वर्ष 35 वर्ष निर्धारित की गई है।
शैक्षणिक योग्यता
पटवारी / लेखपाल भर्ती में आवेदन के लिए उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इस भर्ती के लिए पहले आवेदन की अंतिम तिथि 14 नवंबर थी जो अब 20 नंवबर कर दी गई थी। ऐसे में युवा बिन समय गंवाएं जल्द आवेदन कर सकते है।
ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट http://psc.uk.gov.in पर जाएं।
होम पेज पर, “राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा-2022: विज्ञापन और पाठ्यक्रम (भर्ती)” पर क्लिक करें। इसके बाद आवेदन लिंक पर क्लिक करें और अपना फॉर्म भरें। अब आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और फॉर्म जमा करें।
आवेदन शुल्क भुगतान की रसीद को डाउनलोड कर लें और सहेज कर रखें।
उम्मीदवार भविष्य के संदर्भ के लिए एक अतिरिक्त प्रिंट आउट ले लें।
बताया जा रहा है कि ये भर्ती उत्तराखंड के 11 जिलों में की जाएगी। इसमें पौड़ी गढ़वाल में 79, उत्तरकाशी में 60, अल्मोड़ा में 50, टिहरी में 45 पिथौरागढ़ में 38, नैनीताल में 27, चमोली और चंपावत में 26-26, बागेश्वर में 18, रुद्रप्रयाग में 13 और देहरादून में पटवारी के नौ पदों पर भर्ती की जाएगी। हरिद्वार और यूएसनगर में पटवारी की भर्ती नहीं की जाएगी। वहीं, लेखपाल के लिए यूएसनगर में 56, हरिद्वार में 51, देहरादून में 38, नैनीताल में 26 और चंपावत में एक पद पर भर्ती होगी।
सचिवालय कूच के पोस्टरों में प्रदेश स्तरीय नेता गायब, नहीं की कोई रायशुमारी..
उत्तराखंड: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व चकराता विधायक प्रीतम सिंह के सचिवालय कूच को लेकर बने पोस्टरों में राष्ट्रीय नेताओं को तो जगह दी गई है, लेकिन प्रदेश स्तरीय नेता गायब हैं। वहीं, दूसरी तरफ प्रीतम की 21 नवंबर को प्रस्तावित सचिवालय कूच रैली कांग्रेस भवन के सामने से तो गुजरेगी, लेकिन अभी तक उनकी तरफ से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से रैली के संबंध में कोई रायशुमारी नहीं की गई है।
प्रीतम ने प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले, विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले व अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराए जाने, बढ़ती बेरोजगारी, बेतहाशा महंगाई के खिलाफ, सिस्टम व सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ, बिगड़ती कानून व्यवस्था आदि को लेकर 21 नवंबर को सचिवालय कूच का एलान किया है। इसके लिए उनकी ओर से तमाम पोस्टर सोशल मीडिया में प्रचारित किए जा रहे हैं। इन पोस्टरों में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के चित्र के साथ पार्टी का निशान पंजा चस्पा किया गया है, लेकिन प्रदेश के किसी भी नेता को पोस्टरों में स्थान नहीं दिया गया है। यहां तक कि प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव का भी चित्र नहीं लगा है।
दूसरी तरफ सचिवालय कूच का रूट भी तक कर लिया गया है, जो रेंजर्स ग्राउंड से शुरू होकर दर्शनलाल चौक, घंटाघर, राजपुर रोड, कांग्रेस भवन, सेंट जोसफ चौक होते हुए सचिवालय तक जाएगा। खास बात यह है कूच रैली कांग्रेस भवन के सामने से गुजरेगी, लेकिन इस रैली में संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे या नहीं, अभी तक तय नहीं हो पाया है। यह रैली रेंजर्स ग्राउंड से सीधे सचिवालय भी कूच कर सकती थी। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रीतम इस रैली से एक तीर से दो निशाने साधना चाहते हैं। एक तरफ जहां वह शक्ति प्रदर्शन कर अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं, वहीं रैली को कांग्रेस भवन के सामने से गुजारकर अपनी नाराजगी को भी जाहिर करना चाहते हैं। प्रीतम ने रैली में आने के लिए भाजपाइयों तक को न्योता दे डाला है, लेकिन अभी तक इस संबंध में अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा से बात तक नहीं की है।