प्रदेश में सभी टनल प्रोजेक्ट की होगी समीक्षा- सीएम धामी..
उत्तराखंड: उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में 40 श्रमिकों के फंसने की घटना के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि प्रदेश में सभी टनल प्रोजेक्ट की समीक्षा की जाएगी। शहरों की वहन क्षमता का भी हम आकलन कर रहे हैं। बता दें कि मसूरी, देहरादून-टिहरी समेत प्रदेश में कई टनल प्रोजेक्ट प्रस्तावित व विचाराधीन हैं। सीएम धामी गुरुवार को राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एजेंसियां बचाव कार्य में जुटी हैं और राज्य सरकार इसमें उनका सहयोग कर रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय भी बचाव अभियान पर नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं लगातार बचाव कार्य देख रहे हैं। वह समीक्षा कर रहे हैं और हम लोगों से जानकारी ले रहे हैं। मुझसे भी उन्होंने फीडबैक लिया है। प्रधानमंत्री व केंद्र सरकार के स्तर से निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी कठिन परिस्थितियों में जो एजेंसियां व विशेषज्ञ काम करते हैं, उनसे संपर्क किया जाए। ऐसे सभी लोग अभियान से जुड़े हैं और उनका मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।
सभी को सुरक्षित बाहर निकालना, पहली प्राथमिकता..
सीएम ने कहा, मुझे बताया गया है कि वहां अत्याधुनिक मशीन ने काम करना शुरू कर दिया है। यह मशीन हर घंटे में पांच से 10 मीटर में ड्रिल करेगी। सब ठीक रहा है, तो सभी भाइयों को हम जल्द निकाल पाएंगे। वहां जितनी भी एजेंसियां काम कर रही हैं, उन्हें राज्य सरकार की ओर से हर प्रकार का सहयोग दिया जा रहा है। मुख्य सचिव व अन्य अधिकारी उनके संपर्क में हैं। तकनीकी चीजें उन्हीं को करनी है, राज्य सरकार उनको पूरा सहयोग देगी।
सीएम का कहना हैं कि टनल में फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित हैं। उनसे लगातार संपर्क हो रहा है। सभी को खाना, पानी, ऑक्सीजन सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। टनल के दौरान जो हालात बने, उन्हें पहले नहीं देखा जाना चाहिए था, इस प्रश्न पर सीएम ने कहा कि अभी हमारी सबसे पहली प्राथमिकता सभी को सुरक्षित बाहर निकालने की है। एक प्रश्न पर सीएम ने कहा कि टनल निर्माण का कार्य एनएचआईडीसीएल कर रही है। सुरंग का काम पूरा होने वाला था। 400 मीटर का काम शेष रह गया था। इसकी मॉनिटरिंग भी वही लोग कर रहे थे। लेकिन आगे के लिए हम इस तरह के सभी निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे।
सीएम ने अफसरों की बैठक में लिया अपडेट, दिए निर्देश..
देर रात इंदौर से दून पहुंचे सीएम ने सुबह सचिवालय पहुंचकर उच्चाधिकारियों की एक बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान की जानकारी ली।उन्होंने कमिश्नर गढ़वाल और आईटी गढ़वाल से अपडेट लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बचाव अभियान में जुटी केंद्रीय एजेंसियों को हरसंभव मदद करें। उनके साथ बेहतर समन्वय बनाएं। उन्होंने उम्मीद जताई कि विषम परिस्थितियों के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होगा। इसके लिए हाईपावर ड्रिलिंग मशीन से काम हो रहा है।
कोटद्वार में तीन दिन तक होगी भर्ती रैली, पढ़िए पूरी खबर..
उत्तराखंड: कोटद्वार में 26 से 28 नवंबर तक होने वाली भर्ती रैली के संबंध में गुरुवार को एआरओ कार्यालय लैंसडाउन और जिला प्रशासन पौड़ी गढ़वाल के बीच बैठक हुई। रैली के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए डीएम पौड़ी ने बैठक भी ली है। एआरओ कार्यालय की ओर से जारी सूचना के आधार पर भर्ती के दौरान दलालों की गतिविधियों और फर्जी उम्मीदवारों के नामांकन को रोकने के लिए इस बार अतिरिक्त प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीदवारों को किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सतर्क रहने के लिए भी बताया गया है जो पैसे लेकर चयन का आश्वासन दे रहे हैं। चयन प्रक्रिया कई जांचों के साथ पूरी तरह से स्वचालित है, जो किसी के लिए भी चयन को प्रभावित करने में असंभव बनाती है। कार्यालय ने उम्मीदवारों से अपने आधार विवरण को अपडेट करने और रैली अधिसूचना में दी गई दस्तावेजी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए कहा है। ताकि उन्हें रैली के दौरान किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। गढ़वाल क्षेत्र के सात जिलों से करीब 3500 उम्मीदवारों के रैली में शामिल होने की उम्मीद है।