तेहरान/जेरूसलम- इस्राइली सेना ने सोमवार सुबह दावा किया कि उसने ईरान में मिसाइल लांचरों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं। 15 से अधिक फाइटर जेट्स ने पश्चिमी ईरान के केरमानशाह और हमादान में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें मिसाइल भंडारण केंद्र, रडार और ड्रोन बेस शामिल हैं। ईरान ने इस्राइली “हर्मीस 900” ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है।
इस बीच, ईरान ने मोसाद से जासूसी के आरोप में तीसरे व्यक्ति को फांसी दी है। ईरानी मीडिया के मुताबिक, मोहम्मद अमीन महदवी को सोमवार को फांसी दी गई, जबकि पिछले दिनों दो और लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है।
कूटनीति बनाम युद्ध:
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने क्षेत्र में युद्ध बढ़ने पर चिंता जताते हुए कूटनीति और संयम की अपील की है। अमेरिका ने भी संयुक्त राष्ट्र में ईरान से परमाणु हथियार छोड़ने और इस्राइल के खिलाफ हमलों को रोकने का आग्रह किया है।
ट्रंप पर लगा ‘युद्ध भड़काने’ का आरोप:
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर क्षेत्र में नया युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है। वहीं, ट्रंप ने ईरान के परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया है।
IAEA प्रमुख ने चेताया कि फोर्डो जैसे गहरे भूमिगत ठिकानों पर हुए हमले के बाद परमाणु अप्रसार संधि (NPT) खतरे में है। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और तत्काल लड़ाई रोकने का आग्रह किया।