उत्तराखंड में राशन कार्ड धारकों को हर माह मिलेगा ये अनाज..
उत्तराखंड: प्रदेश में राशन कार्ड धारकों को अब सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से गरीबों को हर माह मिलने वाले राशन में अब एक किलो मंडुवा भी दिया जाएगा। जिससे गरीबों की थाली में पौष्टिकता से लबरेज मोटा अनाज भी मिलेगा। साथ ही मंत्री ने विभाग के उच्च अधिकारियों को प्रत्येक माह में 10 दिन फ़ील्ड में जाकर कार्य करने के निर्देश भी दिए।
बता दे कि कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने विभागीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गरीबों को हर माह पांच किलो गेहूं मिलता है। इसके स्थान पर चार किलो गेहूं और एक किलो मंडुवा दिया जाएगा। उनका कहना हैं कि विद्यालयों में मिड डे मील और आंगनबाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले पौष्टिक आहार में भी मोटे अनाज शामिल किए जाएंगे, ताकि खपत बढ़ सके।
इस कड़ी में उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए की मंडुवा, रामदाना, झंगोरा जैसे मोटे अनाज पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसे में खपत पर भी विशेष जोर है, क्योंकि किसान खपत के अनुसार ही पैदावार करता है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के पर्वतीय अंचल में उगाया जाने वाला मंडुवा पौष्टिकता का खजाना है। यहां की परंपरागत फसलों में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। राज्य की कुल कृषि योग्य भूमि का 85 फीसद भाग असिंचित होने के बावजूद यहां इसकी खेती आसानी से की जा सकती है। मंडुवा हृदय व मधुमेह रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए लाभदायक होता है। इसमें पर्याप्त पोषक तत्व होने की वजह से यह कुपोषण से बचाने में भी मददगार होता है। बाजार में मंडुवे का आटा 40 से 50 रुपये प्रति किलो के हिस्सा से उपलब्ध है।