स्थानीय जनता ने पुलिस थाना गुप्तकाशी का किया घेराव
नजीमाबाद से गौ मांस आने की अफवाहे फैलने पर गुप्तकाशी में लोगों ने जमकर काटा हंगामा
मांस का निरीक्षण करने पर निकला बकरे का मांस
केदारघाटी की जनता ने पुलिस पर लगाये गुपचुप तरीके से कार्यवाही करने के आरोप
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव और केदारघाटी के मुख्य बाजार गुप्तकाशी में बाहर से गौ मांस आने की झूठी अफवाहों के बीच जनता ने जमकर बबाल काटा। इस बीच रुद्रप्रयाग से लेकर गुप्तकाशी तक धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन बाद में हकीकत कुछ ओर ही निकली। गुप्तकाशी में गौ मांस नहीं, बल्कि बकरे का मांस निकला। एक मांस विक्रेता ने नजीमाबाद से कटा हुआ बकरे का मांस मंगवाया था, लेकिन स्थानीय जनता ने इसे कुछ ओर ही समझ दिया और जमकर प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत करवाया।
केदारघाटी के मुख्य बाजार और केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गुप्तकाशी में कल देर सांय नजीमाबाद से गौ मांस आने की अफवाहे फैल गई। इस बीच आज गुप्तकाशी के व्यापारियों ने बाजार को बंद रखते हुये बाजार और थाने में प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं पूरे जिले में इसके विरोध में प्रदर्शन होने लगा। आज सुबह पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पशु चिकित्सक से मांस का निरीक्षण करवाया। निरीक्षण के दौरान पता चला कि यह मांस गौ का नहीं, बल्कि बकरे का है। अब केदारघाटी की आक्रोशित जनता पुलिस पर ही आरोप लगा रही है। घाटी के जिला पंचायत सदस्य गणेश तिवाड़ी, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, वरिष्ठ नेता हिन्दू सेवा संगठन भरत सिंह रावत, कुंवर सिंह का कहना है कि पुलिस ने क्या कार्यवाही की। इसका कुछ पता नहीं है। अगर पुलिस ने कुछ कार्यवाही की है तो उसका उजागर सबके सामने होना चाहिएए। पुलिस भी मांस विक्रेताओं के साथ मिली हुई है। इधर, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने कहा कि एक मांस विक्रेता ने नजीमाबाद से मछली और बकरी का कटा हुआ मांस यहां मंगवाया था।
जनता ने थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। आइस बाॅक्स में बीस किलो से अधिक मांस था। इसका पशु चिकित्सक की ओर से निरीक्षण किया गया तो वह बकरे का निकला। कटे हुये मांस से लोगों की तबियत खराब हो जाती, इसलिए इसको नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने गलत अफवाह फैलाई कि यह गौ का मांस था, जबकि वह बकरे का ही मांस था। उन्होंने कहा कि गलत अफवाह फैलाने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी लोगों से अफवाह पर विश्वास ना करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह केदारघाटी भगवान केदारनाथ की भूमि है। यहां इस प्रकार के कृत्यों को नहीं होने दिया जायेगा। इसके खिलाफ पुलिस प्रशासन भी खड़ा है। यदि ऐसा कभी भविष्य में किया गया तो पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगा।