मुख्यमंत्री ने ग्राउंड ज़ीरो पर सतत निगरानी, सड़कों और पेयजल-विद्युत आपूर्ति शीघ्र बहाल करने के दिए निर्देश
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से जुड़े सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के दृष्टिगत वे अपनी पूरी टीम के साथ लगातार ग्राउंड ज़ीरो पर रहें। अतिवृष्टि के कारण सड़कों के बाधित होने की स्थिति में उन्हें शीघ्र सुचारु किया जाए। पेयजल और विद्युत की लाइनें क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में यथाशीघ्र व्यवस्थाएं सुचारु की जाएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण संपर्क मार्ग बाधित होने की स्थिति में लोगों के आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित की जाए। जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूर्व से की जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा के कारण फसलों को हुई क्षति का शीघ्र आकलन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन लोगों ने गलत तरीके से राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, आयुष्मान कार्ड और अन्य दस्तावेज प्राप्त किए हैं, तथा ऐसे कार्ड बनाने में संलिप्त व्यक्तियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही, जनपदों में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही भी नियमित रूप से की जाए। ‘ऑपरेशन कालनेमी’ के अंतर्गत भी आस्था की आड़ में जनता को गुमराह करने वालों पर नियमित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जनपदों के शासकीय अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें। इसमें दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थिति, उपकरणों की स्थिति और स्वच्छता व्यवस्था जैसे विषय सम्मिलित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी समय-समय पर अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायज़ा लेंगे।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश के बाद अवस्थापना विकास से संबंधित कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। सड़कों, पुलों, नालियों एवं अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही राज्य और केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की नियमित समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही आमजन को भी स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाए। इसके लिए जनजागरूकता अभियानों का संचालन किया जाए। ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ की दिशा में नियमित प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग और निर्वाचन प्रक्रिया में लगे समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सुरक्षा कर्मियों को भी इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि सभी की कर्तव्यनिष्ठा एवं सहयोग से पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक वातावरण में संपन्न हुए हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमन, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव बंशीधर तिवारी, वर्चुअल माध्यम से सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय, आयुक्त कुमाऊँ दीपक रावत एवं सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।
राज्य में महिला सशक्तिकरण की योजनाएं माताओं व बहनों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और प्रेम- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना” से 30 हजार से अधिक महिलाएं हुई लाभान्वित, 5 करोड़ रुपए से अधिक का किया करोबार
देहरादून। सीएम धामी ने कहा कि वे एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई के रूप में माताओं-बहनों की सेवा में उपस्थित हैं। उन्होंने अपील की कि प्रदेश की किसी भी बहन-बेटी को कभी भी कोई परेशानी हो तो वो सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय में संपर्क करें, मुख्यमंत्री का प्रयास रहेगा कि वे स्वयं माताओं व बहनों की परेशानी का संज्ञान लेकर उसका निस्तारण कर एक भाई होने का कर्तव्य निभा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ग्रामीण महिलाओं की आजीविका में वृद्धि के लिए जल्द ही ’’जल सखी योजना’’ शुरू करने जा रहे हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति का काम महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंपने की भी तैयारी की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में नए कनेक्शन, बिल वितरण, बिल वसूली और योजनाओं के रखरखाव का काम, भी आउटसोर्स के आधार पर महिला समूहों को दिया जाएगा। ये सब केवल योजनाएं नहीं हैं, बल्कि ये बहनों के प्रति मेरी जिम्मेदारी और प्रेम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में हरबंस कपूर मेमोरियल कम्युनिटी हॉल, गढ़ीकैंट,देहरादून में आयोजित रक्षाबंधन समारोह 2025 में सम्मिलित हुए |
रक्षाबंधन समारोह में प्रदेशभर से भारी संख्या में उपस्थित माताओं व बहनों को रक्षाबंधन की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंचायत चुनावों में व्यापक समर्थन देने के लिए समस्त उत्तराखंडवासियों का आभार व्यक्त किया । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड की मातृ शक्ति के प्रेम और आशीर्वाद से उन्हें प्रदेश की और अधिक सेवा करने हेतु भरपूर ऊर्जा मिल रही है। उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन का पर्व पारस्परिक प्रेम, स्नेह और विश्वास का प्रतीक पर्व होने के साथ ही हमें हमारे सामाजिक कर्तव्यों का बोध करवाने वाला त्योहार भी है जो बहनों के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटियों एवं महिलाओं को हर प्रकार से सक्षम, सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरन्तर कार्य कर रहे हैं। जहां एक ओर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना, सुकन्या समृद्धि योजना और उज्ज्वला योजना जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मोदी सरकार देश की बेटियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तीन तलाक जैसी कुप्रथा का अंत करने के साथ – साथ, नारी शक्ति वंदन अधिनियम, शौचालयों के निर्माण, आवास योजना के तहत महिलाओं को प्राथमिकता, मातृत्व अवकाश में वृद्धि तथा बेटियों के लिए सेना और सैनिक स्कूलों का रास्ता खुलवाकर उन्हें सशक्त बनाने का काम भी किया है। इसी का नतीजा है कि देश की महिलाएं खेत में अनाज उगाने से लेकर अंतरिक्ष प्रोगामों का हिस्सा बनने तक और खेलों में मेडल लाने से लेकर सेना में कमान संभालने तक, हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हमारी प्रदेश सरकार भी मातृशक्ति के उत्थान एवं सशक्तिकरण हेतु संकल्पित होकर कार्य कर रही है। हमनें सरकारी नौकरियों में प्रदेश की महिलाओं को 30 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण देकर रोजगार के क्षेत्र में मातृ शक्ति की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमनें “स्वयं सहायता समूहों” को करोड़ों रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की है। प्रदेश की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद हमारे ’’हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड’’ के जरिए आज विश्व के कोने-कोने तक पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला समूहों ने अपने मेहनत और आत्मबल के दम पर उद्यमिता के क्षेत्र में अपार सफलताएं हासिल की हैं। हमारे राज्य में लखपति दीदी योजना के अंतर्गत प्रदेश में 1.63 लाख से अधिक बहनों का लखपति दीदी बनना यह बताता है कि प्रदेश की बहने किसी से भी कम नहीं हैं। महिला समूहों की आजीविका को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई “मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना” से 30 हजार से अधिक महिलाएं लाभान्वित होकर 5 करोड़ रुपए से अधिक का करोबार कर चुकी हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उन्हें हर घर शौचालय तथा जल जीवन मिशन जैसी महिलाओं के कल्याण से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है | प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देशभर में महिला सशक्तिकरण के लिए अभूतपूर्व कार्य हो रहा है | सभी योजनाएं महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई जा रही है | उत्तराखंड के दूरस्थ एवं सीमांत क्षेत्र की महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प उत्पादों को केंद्र एवं राज्य सरकार ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने का कार्य किया है |
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, भाजपा युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष नेहा जोशी सहित भारी संख्या में प्रदेशभर की महिलाएं उपस्थित थी |
अमेरिका को सैकड़ों अरब डॉलर का लाभ दिलाएगी टैरिफ नीति- ट्रंप
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान व्यापारिक साझेदार देशों पर लगाए गए पारस्परिक टैरिफ (प्रतिशोधात्मक कर) का पुरजोर बचाव किया है। ट्रंप का कहना है कि इन टैरिफों से अमेरिका को न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि वह देश का भारी कर्ज भी चुका सकेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह कदम कई वर्षों पहले उठाया जाना चाहिए था।
‘कर्ज चुकाने के लिए टैरिफ से आएगा रिकॉर्ड राजस्व’
एक मीडिया बातचीत में ट्रंप ने कहा, “अमेरिका में बहुत सारा पैसा आने वाला है, इतना कभी एक साथ नहीं आया होगा। हम उस पैसे से कर्ज का भुगतान करेंगे। यह काम हमें कई साल पहले ही कर लेना चाहिए था। मैंने पहले कार्यकाल में चीन पर टैरिफ लगाए थे, लेकिन कोरोना महामारी के कारण अन्य देशों के साथ यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।”
‘सैकड़ों अरब डॉलर की कमाई करेगा अमेरिका’
ट्रंप ने अपनी नीति को ‘निष्पक्षता आधारित’ बताया। उन्होंने कहा, “मैं किसी पर दबाव नहीं बनाना चाहता, बस निष्पक्षता चाहता हूं। हम जितना संभव हो, पारस्परिक टैरिफ लगाना चाहते हैं। इससे हमारा देश सैकड़ों अरब डॉलर की कमाई करेगा।
2 अप्रैल को की थी टैरिफ नीति की घोषणा
2 अप्रैल को ट्रंप प्रशासन ने उन देशों से आयातित वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिनके साथ अमेरिका का व्यापार घाटा है। इसके अतिरिक्त लगभग सभी अन्य देशों पर 10 प्रतिशत आधारभूत कर भी लगाया गया। इस फैसले को ‘राष्ट्रीय आर्थिक आपातकाल’ करार देते हुए ट्रंप ने 1977 के कानून का हवाला दिया। आलोचनाओं के बीच उन्होंने 90 दिनों के लिए इन टैरिफों को स्थगित किया और बातचीत का रास्ता खोला, जिसके बाद कुछ देशों ने अमेरिका से व्यापार समझौते कर लिए।
25 जुलाई को रिलीज़ हुई फिल्म ‘महावतार नरसिम्हा’ दर्शकों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर रही है। यह फिल्म भगवान विष्णु के चौथे अवतार — नरसिंह की कथा पर आधारित है, जिसमें अपने परम भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु आधे मानव और आधे सिंह के रूप में अवतरित होते हैं। धार्मिक आस्था और सिनेमाई प्रस्तुति का मेल दर्शकों को बेहद भा रहा है, और यही कारण है कि फिल्म रिलीज के कुछ ही दिनों में रिकॉर्ड तोड़ कलेक्शन के साथ-साथ IMDb की टॉप रेटेड फिल्मों की सूची में भी शामिल हो चुकी है।
IMDb पर भारत की सबसे ज्यादा रेटिंग वाली फिल्म बनी
‘महावतार नरसिम्हा’ ने IMDb पर 9.6 की शानदार रेटिंग हासिल कर ली है, जिससे यह भारत की सबसे अधिक रेटिंग प्राप्त फिल्म बन गई है। इसने विक्रांत मैसी की ‘12वीं फेल’ (8.7), ‘गोलमाल’ (8.5), ‘नायकन’ (8.6), ‘अनबे शिवम’ (8.6), ‘3 इडियट्स’ (8.4) और ‘अपुर संसार’ (8.4) जैसी प्रतिष्ठित फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया है।
कम बजट, बड़ी कमाई — 100 करोड़ क्लब की ओर
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फिल्म का कुल बजट मात्र 4 करोड़ रुपये था। रिलीज के पहले ही दिन फिल्म ने 1.75 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि दूसरे दिन इसका कलेक्शन 4.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यानि दो दिनों में ही फिल्म ने अपनी लागत निकाल ली।
अब 10वें दिन तक आते-आते फिल्म का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 87.93 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है और यह 100 करोड़ क्लब में शामिल होने के बेहद करीब है।
(साभार)
स्थानीयों ने पहले ही जताई थी कमजोर पेड़ों को लेकर चिंता
देहरादून। सोमवार सुबह देहरादून कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक के पास एक विशालकाय पेड़ अचानक धराशायी हो गया। बताया जा रहा है कि यह हादसा तेज बारिश के चलते हुआ। पेड़ गिरने से एक स्टांप विक्रेता की दुकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गई, जबकि तीन से चार अन्य दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा सुबह के समय हुआ, जब परिसर में ज्यादा भीड़ नहीं थी। यदि यह पेड़ दो घंटे बाद गिरता, तो कचहरी परिसर में भारी जानमाल की हानि हो सकती थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कपूर का पेड़ था, जिसकी जड़ें काफी कमजोर हो चुकी थीं।
स्थानीय दुकानदारों ने वन विभाग को पूर्व में कई बार अवगत कराया था कि परिसर में मौजूद कमजोर और घायल पेड़ों की कटाई या छंटाई (लोपिंग) करवाई जाए, लेकिन समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस घटना के बाद परिसर में हड़कंप मच गया और लोगों ने विभागीय लापरवाही पर नाराजगी जताई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।
प्रशासन और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पेड़ को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सर गंगा राम अस्पताल में ली अंतिम सांस, जून से चल रहा था इलाज
झारखंड। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और आदिवासी समाज के मजबूत स्तंभ शिबू सोरेन का आज निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। लंबे समय से बीमार चल रहे शिबू सोरेन का इलाज दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन की जानकारी उनके पुत्र और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने लिखा, “आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए। आज मैं शून्य हो गया हूं।”
लंबे समय से चल रहा था इलाज
शिबू सोरेन को जून के अंतिम सप्ताह में किडनी संबंधी समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे पिछले कई हफ्तों से गंभीर रूप से अस्वस्थ थे। दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
एक युग का अंत: साधारण जीवन से शिखर तक
साधारण किसान परिवार से राजनीति की ऊंचाइयों तक पहुंचे शिबू सोरेन का जीवन संघर्षों और उपलब्धियों की मिसाल रहा। तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहने वाले ‘गुरुजी’ ने झारखंड को एक अलग राज्य का दर्जा दिलाने की लड़ाई में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। वे जीवनभर आदिवासी अधिकारों, गरीबों और वंचितों की आवाज बने रहे।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें ज़मीन से जुड़ा जननेता बताया। उन्होंने लिखा, “शिबू सोरेन जी का सार्वजनिक जीवन जनसेवा और आदिवासी समुदाय के सशक्तिकरण के लिए समर्पित था। उनके निधन से अत्यंत दुःख हुआ। मैंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर संवेदना व्यक्त की।”
राजनीतिक और सामाजिक चेतना के अग्रदूत
शिबू सोरेन को झारखंड में ‘गुरुजी’ के नाम से जाना जाता था। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के बैनर तले आदिवासी समाज को एकजुट किया और सामाजिक जागरूकता की लहर पैदा की। उनके नेतृत्व में झारखंड ने अपनी राजनीतिक पहचान को मजबूत किया। उनके निधन से न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश की राजनीति में एक युग का समापन हो गया।
पर्वतीय जिलों में लैंडस्लाइड से राष्ट्रीय राजमार्ग सहित ग्रामीण मार्ग भी प्रभावित
देहरादून। उत्तराखंड में मानसूनी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ी जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते यमुनोत्री और गंगोत्री जैसे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कुल 59 सड़कें मलबे और भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गई हैं। प्रशासन द्वारा मार्ग बहाली का कार्य जारी है, लेकिन पहाड़ों की यात्रा जोखिम भरी बनी हुई है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रानाचट्टी, स्यानाचट्टी और पालीगाड के पास मलबा आने के कारण बंद हो गया है। वहीं, गंगोत्री हाईवे पर डबरानी के पास भारी भूस्खलन से मार्ग बाधित है। दोनों हाईवे पर मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
प्रदेश में इस समय कुल 59 सड़कें बंद हैं, जिनमें 36 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं। पिथौरागढ़ जिले में तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग मलघट के पास बंद है, जबकि धारचूला-तवाघाट मार्ग पर बड़े पत्थर गिरने से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग पर भी चार स्थानों पर भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध है। थल-मुनस्यारी मार्ग पर किलोमीटर 166.171 पर भारी मलबा जमा है, जिससे जिले में कुल 19 सड़कें बाधित हैं।
इसके अलावा, देहरादून में 5, अल्मोड़ा में 1, बागेश्वर में 4, चमोली में 8, नैनीताल में 1, पौड़ी में 5, रुद्रप्रयाग में 4, टिहरी में 1 और उत्तरकाशी में 11 सड़कें अब भी बंद हैं। भारी बारिश से गदेरे (छोटे बरसाती नाले) भी उफान पर हैं, जिससे निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि अन्य जिलों में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. रोहित थपलियाल ने बताया कि आगामी 5 अगस्त तक प्रदेश भर में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में लैंडस्लाइड और सड़क बंद होने की घटनाएं बढ़ सकती हैं। उन्होंने यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि जब तक अति आवश्यक न हो, पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा से परहेज करें।
पेयजल से जुड़े 07 विभागों के सक्षम अधिकारी, 20 अप्रैल से 24×7 कंट्रोल रूम में तैनात।
कंट्रोल रूम को अब तक मिली 251 शिकायतें, 247 निस्तारित।
देहरादून – मुख्यमंत्री के सुशासन एवं जनसेवा संकल्प के तहत पेयजल आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान को लेकर जिला प्रशासन प्रोएक्टिव मोड में सक्रियता से समस्याओं का निदान करने में जुटा है। विगत 14 अप्रैल से लेकर अब तक कंट्रोल रूम को पेयजल की 251 शिकायतें मिली है, जिसमें से 247 शिकायतों का समाधान कर लिया गया है।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने पेयजल से जुड़े सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि बरसात के सीजन में भी जल संकट, जल की कमी और समस्या का प्रोएक्टिव मोड में निस्तारण जारी रखे। हर दिन हर घर तक निर्बाध रूप से जलापूर्ति की जाए। जनमन की समस्या प्रशासन की समस्या है। इसमें कोई लापरवाही न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। पानी की शिकायत मिलते ही उसी दिन उसका समाधान किया जाए।
पेयजल समस्याओं के त्वरित समाधान को लेकर जिलाधिकारी के निर्देशों पर एडीएम की अध्यक्षता में जिले स्तर पर समिति गठित है, जो नियमित रूप से पेयजल शिकायतों की मॉनिटरिंग कर रही है। डीएम के निर्देश पर पेयजल सप्लाई से जुड़े 07 विभागों के अधिकारी 20 अप्रैल से 24×7 जिला कंट्रोल रूम में तैनात किए गए है।
सहसपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत कंडोली में जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित टैंक से ओवरफ्लो और लीकेज से बने खतरे की समस्या पर पेयजल निगम के कनिष्ठ अभियंता ने बताया कि टैंक का स्थलीय निरीक्षण किया गया। पानी के टैंक में लीकेज नही है। बरसात में पानी के स्रोत मालडूंग नदी में अत्यधिक पानी होने के कारण सप्लाई पाइप से जरूरत से ज्यादा पानी टैंक में आ रहा है। टैंक भरने पर पानी ओवरफ्लो हो रहा था। सप्लाई लाइन के प्रथम वाल्व से अतिरिक्त पानी को नियंत्रित कर लिया गया है। जिससे अब कोई खतरा नही है।
दून जाखन क्षेत्र से संजय नौटियाल ने लगातार गंदा पानी आने की शिकायत दर्ज की। जिलाधिकारी के निर्देर्शो पर जल संस्थान की टीम को तत्काल मौके पर भेजा गया। टीम ने मौके पर क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत कर समस्या का त्वरित निस्तारण किया गया। उपभोक्ताओं को अब अपने जल संयोजन से शुद्ध जलापूर्ति होने लगी है।
राजेन्द्र नगर में मटमैला पानी आने की शिकायत पर जल संस्थान के सहायक अभियंता ने बताया कि क्षेत्र में भूजल स्तर कम होने से 05 ट्यूबवेल से ओवरहैड टैंक भर पाता है। समस्या के निस्तारण के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है। क्षेत्र में टैंक से हो रही जलापूर्ति की जांच की गई और वर्तमान में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
जिलाधिकारी के निर्देशों पर पेयजल संकट वाले क्षेत्रों में नियमित निगरानी करते हुए ट्यूबवेल व नलकूपों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जल संस्थान एवं जल निगम के सभी डिविजनों में समस्याओं के निस्तारण के लिए टोल फ्री नंबर भी प्रचारित किए गए है। इसके अलावा कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 0135-2726066 व 1077 पर मिलने वाली शिकायतों का त्वरित संज्ञान लिया जा रहा है।
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर ने हाल ही में अपनी फिल्म ‘सन ऑफ सरदार 2’ की मिडनाइट स्क्रीनिंग के खास पलों को सोशल मीडिया पर साझा किया। मृणाल ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर फैंस के साथ फिल्म देखने के वीडियो और तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें थिएटर में तालियों और सीटियों की गूंज सुनाई दी।
एक स्टोरी में मृणाल ने लिखा – “SOS 2 का मिडनाइट शो देखते हुए तालियां और सीटियां बजीं। यह अब तक का सबसे अच्छा एहसास है।” वीडियो में मृणाल खुद भी दर्शकों के साथ फिल्म का आनंद लेती नजर आईं।
‘सन ऑफ सरदार 2’ को अजय देवगन और ज्योति देशपांडे ने प्रोड्यूस किया है, जबकि एनआर पचीसिया, प्रवीण तलरेजा और कुमार मंगत पाठक सह-निर्माता हैं। पहले यह फिल्म 25 जुलाई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे एक हफ्ते बाद 1 अगस्त 2025 को सिनेमाघरों में उतारा गया।
कॉमेडी और ड्रामा से भरपूर इस फिल्म में अजय देवगन और मृणाल ठाकुर के अलावा रवि किशन, संजय मिश्रा, नीरू बाजवा, चंकी पांडे, कुब्रा सैत और दीपक डोबरियाल जैसे कई कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म का निर्देशन विजय कुमार अरोड़ा ने किया है। फिल्म खासतौर पर इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि यह दिवंगत अभिनेता मुकुल देव की अंतिम फिल्म है।
देहरादून। राज्य सरकार ने रविवार को एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए चार IAS, दो PCS और पांच सचिवालय सेवा के अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इस संबंध में कार्मिक विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं।
सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार,
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IAS दीपक रामचंद्र को संयुक्त मजिस्ट्रेट पौड़ी से स्थानांतरित कर संयुक्त मजिस्ट्रेट रुड़की बनाया गया है।
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IAS राहुल आनंद को रानीखेत से स्थानांतरित कर संयुक्त मजिस्ट्रेट देहरादून के पद पर तैनात किया गया है।
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बाध्य प्रतीक्षा में चल रहीं IAS गौरी प्रभात को संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत,
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और IAS दीक्षिता जोशी को संयुक्त मजिस्ट्रेट पौड़ी के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले शनिवार को भी चार IAS अधिकारियों का तबादला किया गया था। शासन के इस कदम को प्रशासनिक गति और कार्यक्षमता को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा निर्णय माना जा रहा है।