अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार, एक की तलाश जारी
देहरादून। देहरादून में अध्ययनरत रहे दिवंगत छात्र एंजेल चकमा के मामले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ित परिवार से संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने छात्र के पिता से दूरभाष पर बातचीत कर इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय घटना है, जिसे राज्य सरकार ने पूरी गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड में इस तरह की घटनाओं के लिए कोई स्थान नहीं है। अब तक मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक फरार आरोपी की तलाश के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि इस प्रकरण को लेकर उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा से भी बातचीत की है, ताकि मामले में समन्वय बनाकर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि देश-विदेश से उत्तराखंड में अध्ययन करने आने वाले छात्रों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए प्रशासनिक और कानूनी स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी और सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ इस मामले को आगे बढ़ा रही है।
देशभक्ति के जज़्बे को एक बार फिर बड़े पर्दे पर जीवंत करने आ रही फिल्म ‘बॉर्डर 2’ को लेकर दर्शकों की उत्सुकता लगातार बढ़ती जा रही है। सनी देओल, वरुण धवन, दिलजीत दोसांझ और अहान शेट्टी स्टारर इस बहुप्रतीक्षित फिल्म से जुड़ा एक खास गीत अब सुर्खियों में है। फिल्म के टीजर के बाद से जिस गाने का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, उसका पहला टीजर अब सामने आ गया है। मेकर्स ने न सिर्फ गाने की झलक दिखाई है, बल्कि इसकी रिलीज डेट का भी खुलासा कर दिया है।
‘संदेसे आते हैं’ की नई भावनात्मक पेशकश
‘बॉर्डर’ के सदाबहार गीत ‘संदेसे आते हैं’ को इस बार ‘घर कब आओगे’ शीर्षक के साथ नए अंदाज में पेश किया जा रहा है। गाने के बोल मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं, जबकि संगीत मिथुन ने तैयार किया है। मूल गीत जावेद अख्तर के शब्दों और अनु मलिक के संगीत से सजा था, जिसने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी। अब इस क्लासिक गीत को नई पीढ़ी के लिए नए साउंड और भावनाओं के साथ दोबारा पेश किया जा रहा है।
चार दिग्गज आवाजों का संगम
इस बार खास बात यह है कि ‘घर कब आओगे’ को एक नहीं बल्कि चार मशहूर सिंगर्स ने अपनी आवाज दी है। सोनू निगम के साथ अरिजीत सिंह, दिलजीत दोसांझ और विशाल मिश्रा इस गीत में नजर आएंगे। टीजर के अंत में चारों गायकों की आवाजें सुनाई देती हैं, जो गाने को और भी भावनात्मक बना देती हैं। यह गीत 2 जनवरी को आधिकारिक तौर पर रिलीज किया जाएगा।
23 जनवरी को सिनेमाघरों में दस्तक देगी ‘बॉर्डर 2’
अनुराग सिंह के निर्देशन में बनी ‘बॉर्डर 2’ 23 जनवरी को थिएटर्स में रिलीज होने जा रही है। फिल्म में सनी देओल के साथ वरुण धवन, दिलजीत दोसांझ और अहान शेट्टी अहम भूमिकाओं में दिखाई देंगे। वहीं मोना सिंह, सोनम बाजवा, आन्या सिंह और मेधा राणा भी महत्वपूर्ण किरदार निभाती नजर आएंगी। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत इस फिल्म के टीजर को दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी, अब सभी की निगाहें इसके संगीत और बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन पर टिकी हुई हैं।
(साभार)
पीड़ित पक्ष को न्याय की उम्मीद, सेंगर को मिली राहत पर सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप
नई दिल्ली। उन्नाव दुष्कर्म मामले में भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़ा मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शीर्ष अदालत ने इस प्रकरण में सुनवाई करते हुए सेंगर को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। साथ ही अदालत ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले में विस्तृत आदेश बाद में जारी किया जाएगा।
दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक
दरअसल, यह सुनवाई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की उस याचिका पर हुई, जिसमें दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा निलंबित किए जाने के फैसले को चुनौती दी गई थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर को सेंगर को राहत देते हुए उसकी सजा पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सीबीआई ने इस निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली पीठ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी है।
अन्य याचिकाओं पर भी होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले से जुड़ी अधिवक्ता अंजलि पटेल और पूजा शिल्पकार की ओर से दायर याचिकाओं पर भी सुनवाई होनी है। उन्नाव दुष्कर्म मामला देश के सबसे संवेदनशील और चर्चित मामलों में शामिल रहा है, ऐसे में शीर्ष अदालत का फैसला बेहद अहम माना जा रहा है।
पीड़ित पक्ष का विरोध प्रदर्शन, न्याय की उम्मीद
इससे पहले रविवार को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता और उसकी मां ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर सेंगर को मिली राहत का विरोध किया था। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग हाथों में बैनर और तख्तियां लिए नजर आए। पीड़िता की मां ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है और उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है। उन्होंने आरोप लगाया कि केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
सुरक्षा की मांग
पीड़िता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए कहा कि उन्हें और उनके परिवार को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए, ताकि वे बिना किसी डर के अपनी कानूनी लड़ाई जारी रख सकें। पीड़ित पक्ष का कहना है कि वे हर हाल में न्याय के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
देहरादून। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने हरि बल्लभ अवस्थी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिवारजनों को इस दुख की घड़ी में धैर्य एवं शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित आर्मी अस्पताल पहुंचकर हरि बल्लभ अवस्थी का हालचाल जानने गए थे। इसी दौरान देर शाम अस्पताल में उनका निधन हो गया, जिस पर कैबिनेट मंत्री ने शोक व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि दिवंगत हरि बल्लभ अवस्थी कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद के संस्थापक सदस्य थे, उनके दोनों पुत्र भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना में सेवारत थे, जो कुछ वर्ष पूर्व देश सेवा करते हुए शहीद हो गए थे। दिवंगत हरि बल्लभ अवस्थी लंबे समय से बीमार चल रहे थे जहां देर शाम उनका निधन हो गया।
ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के संकेत, कोहरे को लेकर अलर्ट जारी
देहरादून- उत्तराखंड में नए साल से पहले मौसम करवट लेने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में 30 और 31 दिसंबर के साथ-साथ एक और दो जनवरी को बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं मैदानी इलाकों में ठंड के साथ कोहरे की परेशानी बढ़ने वाली है।
मौसम विभाग ने 29 दिसंबर को देहरादून समेत छह जिलों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, चंपावत और नैनीताल के कुछ हिस्सों में सुबह और देर रात को दृश्यता बेहद कम रहने की संभावना जताई गई है। अन्य जिलों में मौसम सामान्य तौर पर शुष्क बना रह सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण पहाड़ी के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी ठिठुरन बढ़ेगी। वहीं 30 दिसंबर से दो जनवरी के बीच उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ बर्फबारी होने के आसार हैं।
प्रदेश के 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ गिरने की संभावना अधिक बताई जा रही है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। हालांकि तीन जनवरी को प्रदेशभर में मौसम साफ और शुष्क रहने की उम्मीद है।
जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार अभियान के तहत आयोजित हुआ बहुउद्देशीय शिविर
पौड़ी। जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार कार्यक्रम के तहत रविवार को विकासखंड पौड़ी की न्याय पंचायत बाड़ा स्थित मिलन केंद्र वजली में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में क्षेत्रवासियों द्वारा कुल 13 शिकायतें दर्ज करायी गयीं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। वहीं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों के माध्यम से 123 लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया गया।
मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रदेश की प्रत्येक न्याय पंचायत में जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में पौड़ी जनपद की 115 न्याय पंचायतों में यह शिविर आगामी 18 मार्च 2026 तक आयोजित किए जाएंगे। न्याय पंचायत बाड़ा में आयोजित शिविर की अध्यक्षता संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी ने की। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने प्रतिभाग कर विभिन्न विभागों से जुड़ी समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखीं, जिनमें से कई समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया गया।
शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी ने प्रतिभाग किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशभर में बहुउद्देशीय शिविरों के माध्यम से आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और योजनाओं का लाभ सीधे पात्र लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।
संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी ने कहा कि जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार कार्यक्रम के तहत विभाग जनता के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। विभागीय स्टॉलों के माध्यम से न केवल योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, बल्कि पात्र लाभार्थियों को तत्काल लाभ भी उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिविर में दर्ज अधिकांश शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया, जबकि शेष शिकायतों के समाधान के लिए संबंधित विभागों को अग्रसारित किया गया है।
शिविर में कृषि, उद्यान, आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग, समाज कल्याण, जिला सहकारिता, पंचायतीराज, खाद्य पूर्ति, बाल विकास विभाग, एनआरएलएम, राजस्व सहित कुल 23 विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए थे। इन विभागों के माध्यम से 123 लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख पौड़ी अस्मिता नेगी, एसडीओ वन आयशा बिष्ट, खंड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद, एसडीओ विद्युत गोविंद सिंह रावत, खंड शिक्षाधिकारी मास्टर आदर्श, जेई जिला पंचायत गौरव पांडे सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने देश की सुरक्षा, विकास और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए
नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नैनीताल जनपद के पीएमश्री राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज, कोटाबाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 129वें संस्करण को सुना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिक्षक-शिक्षिकाओं, विद्यार्थियों और स्थानीय नागरिकों के साथ कार्यक्रम में सहभागिता की।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा, विकास और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 के दौरान भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम, ऑपरेशन सिंदूर जैसी उपलब्धियों, खेल, विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की प्रगति, महाकुंभ और श्रीराम मंदिर में हुए ध्वजारोहण जैसे ऐतिहासिक आयोजनों का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने स्वदेशी उत्पादों के प्रति बढ़ती जागरूकता और आपदाओं के समय देशवासियों की सामूहिक संवेदनशीलता एवं एकजुटता को भारत की बड़ी ताकत बताया।

प्रधानमंत्री ने मन की बात के माध्यम से यह संदेश भी दिया कि भारत वर्ष 2026 में नए संकल्पों और नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत को आशा, समाधान और सामर्थ्य के केंद्र के रूप में देख रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम के बाद कहा कि प्रधानमंत्री के विचार देशवासियों को प्रेरणा देने वाले हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार वर्ष 2026 में देवभूमि उत्तराखंड में विकास, सुशासन और जनकल्याण के नए आयाम स्थापित करेगी।
हत्या मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार, एक की तलाश जारी
देहरादून। त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या के मामले को लेकर उत्तराखंड सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को गंभीर बताते हुए स्पष्ट किया है कि प्रदेश में इस तरह की आपराधिक घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ सरकार कठोर कार्रवाई करेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें दो नाबालिग शामिल हैं। नाबालिग आरोपियों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों से पूछताछ जारी है। घटना में शामिल एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फरार आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उसकी संभावित मौजूदगी के इनपुट मिलने के बाद एक पुलिस टीम को नेपाल भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में रहने वाले प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपराध में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को कानून के दायरे से बाहर नहीं रहने दिया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने मृतक छात्र एंजेल चकमा के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
तेजी से बदलती जीवनशैली के बीच हृदय रोग अब केवल बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रह गए हैं। हाल के वर्षों में युवाओं, यहां तक कि 30 साल से कम उम्र के लोगों में भी दिल से जुड़ी गंभीर समस्याओं के मामले सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अनियमित दिनचर्या, तनाव और गलत खानपान के साथ-साथ कुछ मामलों में आनुवांशिक कारण भी हृदय रोगों के खतरे को चुपचाप बढ़ा देते हैं, जिसकी समय रहते पहचान करना बेहद जरूरी है।
इसी दिशा में वैज्ञानिकों को एक अहम सफलता मिली है। शोधकर्ताओं ने एक ऐसे ब्लड टेस्ट की पहचान की है, जो दिल की एक गंभीर आनुवांशिक बीमारी के जोखिम का पहले ही संकेत दे सकता है। यह खोज खासतौर पर हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) जैसी समस्या से जुड़े मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण मानी जा रही है।
क्या है हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी?
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी दिल की मांसपेशियों से जुड़ी एक आनुवांशिक बीमारी है, जिसमें हृदय की दीवारें असामान्य रूप से मोटी हो जाती हैं। इससे दिल को खून पंप करने में अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। यह बीमारी अक्सर परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है और कई बार शुरुआती चरण में इसके लक्षण साफ नजर नहीं आते।
इस बीमारी से पीड़ित लोगों को सांस फूलना, सीने में दर्द, चक्कर आना या अचानक बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर मामलों में यह स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है और अचानक कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।
अब ब्लड टेस्ट से मिलेगा खतरे का संकेत
अब तक इस बीमारी की पहचान के लिए इकोकार्डियोग्राम, ईसीजी और जेनेटिक टेस्ट का सहारा लिया जाता था। लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इन तरीकों से यह अंदाजा लगाना मुश्किल होता है कि किन मरीजों को सबसे अधिक खतरा है। इसी कमी को दूर करने के लिए शोधकर्ताओं ने एक खास ब्लड टेस्ट पर काम किया है।
हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से जुड़े वैज्ञानिकों की टीम ने पाया कि खून में मौजूद एक विशेष प्रोटीन NT-Pro-BNP का स्तर हृदय पर पड़ने वाले दबाव को दर्शा सकता है। इस प्रोटीन का अधिक स्तर यह संकेत देता है कि दिल सामान्य से अधिक मेहनत कर रहा है।
अध्ययन में क्या सामने आया?
शोध के दौरान करीब 700 HCM मरीजों के ब्लड सैंपल का विश्लेषण किया गया। जिन मरीजों में NT-Pro-BNP का स्तर अधिक पाया गया, उनमें दिल की संरचना में बदलाव, स्कार टिश्यू बनने और भविष्य में हार्ट फेलियर या एट्रियल फाइब्रिलेशन जैसी समस्याओं का खतरा ज्यादा देखा गया।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस ब्लड टेस्ट की मदद से उच्च जोखिम वाले मरीजों की पहचान पहले ही की जा सकेगी, जिससे उनकी नियमित निगरानी और समय पर इलाज संभव होगा।
विशेषज्ञों की राय
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की कार्डियोवैस्कुलर जेनेटिक्स विशेषज्ञ प्रोफेसर कैरोलिन हो के अनुसार, यह टेस्ट डॉक्टरों को यह तय करने में मदद कर सकता है कि किन मरीजों को अधिक गहन इलाज और निगरानी की जरूरत है। इससे जानलेवा स्थितियों को समय रहते रोका जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की जांच से मरीजों को अपनी जीवनशैली में सुधार करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने का मौका भी मिलेगा।
(साभार)
रेखा आर्या ने कहा, प्रधानमंत्री का हर संबोधन ऊर्जा और प्रेरणा से भरपूर
देहरादून। देहरादून के करनपुर नगर मंडल में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रधानमंत्री का संबोधन सुना। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का हर संबोधन ऊर्जा, उत्साह व प्रेरणा से परिपूर्ण रहता है। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज के कार्यक्रम की सबसे उत्साहजनक बात यह रही कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत देश के खिलाड़ियों की उपलब्धियों को याद करते हुए की।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक देश में खेलों को अंतिम पायदान पर रखा जाता रहा, चाहे मीडिया की खबरें हों या फिर आम सोच, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों और युवाओं को अपने विजन के केंद्र में रखकर इस परंपरा को बदला है। उन्होंने कहा कि यह सोच बताती है कि नए भारत के निर्माण में युवाओं और खिलाड़ियों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
रेखा आर्या ने कहा कि “मन की बात” के इस अंक में प्रधानमंत्री ने पूरे वर्ष की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की और स्वाधीनता आंदोलन के उन नायकों को सम्मानपूर्वक याद किया जिन्हें लंबे समय तक भुला दिया गया था। उन्होंने कहा कि इतिहास के इन विस्मृत नायकों को स्मरण कर देश के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को नई शक्ति मिलती है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने एंटीबायोटिक के अत्यधिक और गलत इस्तेमाल से पैदा हो रही वैश्विक चुनौती का भी उल्लेख किया और लोगों से सजग रहने की अपील की।
मंत्री ने कहा कि एंटीबायोटिक के अनियंत्रित उपयोग से एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस जैसी गंभीर समस्या बढ़ रही है, जो आने वाले समय में पूरी मानवता के लिए संकट बन सकती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूक व्यवहार और चिकित्सकीय सलाह के बिना दवाइयों का सेवन न करना समय की मांग है, और प्रधानमंत्री ने इसे जनचर्चा का विषय बनाकर बहुत दूरदर्शी पहल की है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री रेखा आर्या ने उपस्थित कार्यकर्ताओं और आमजन को आगामी नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में भगवत प्रसाद मकवाना, राजीव राजौरी, रवि कुमार, जितेन्द्र राजौरी, अजय राजौरी, विनोद, लक्ष्मी नारायण, मनोज पटेल, पंकज आहुजा, अमित राजौरी और यशपाल सहित अनेक कार्यकर्ता व स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
