सर्दियों का मौसम न सिर्फ ठंड लाता है बल्कि हड्डियों के दर्द और जकड़न की शिकायत भी बढ़ा देता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है और सूर्य की किरणें कम मिलती हैं, हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में योगासन एक प्राकृतिक उपाय हैं, जो हड्डियों को मजबूत, लचीला और सक्रिय रखने में मदद करते हैं।
सर्दियों में हड्डियों के दर्द को कम करने के लिए नियमित योग अभ्यास के साथ धूप से मिलने वाला विटामिन D भी जरूरी है। यह हड्डियों के लिए अत्यंत लाभकारी है और कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। रोजाना 15 मिनट धूप में योग और 30 मिनट संतुलित योगाभ्यास हड्डियों की सेहत सुधारने और दर्द, कमजोरी या सूजन जैसी समस्याओं से बचने में मदद करते हैं।
सर्दियों में हड्डियों के लिए 5 असरदार योगासन
1. ताड़ासन
पूरा शरीर स्ट्रेच करता है और हड्डियों की बोन डेंसिटी बढ़ाता है। सीधे खड़े होकर हाथ ऊपर उठाएं, एड़ियों पर खड़े होकर शरीर को ऊपर की ओर खींचें।
2. त्रिकोणासन
कंधों, पीठ और पैरों की हड्डियों को मजबूती देता है। यह हिप्स और घुटनों के लिए फायदेमंद है और ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों के लिए उपयोगी है।
3. उष्ट्रासन
रीढ़ की हड्डी और गर्दन की लचीलापन बढ़ाता है। जोड़ों में जमा जकड़न को कम करता है। घुटनों के बल बैठें, हाथों को एड़ी की ओर ले जाएं और पेट को आगे की ओर निकालें।
4. वीरभद्रासन
पैरों, घुटनों और कूल्हों को मज़बूत बनाने वाला पावरफुल आसन। धीरे-धीरे अभ्यास करें और दर्द होने पर स्ट्रेच कम करें।
5. सेतुबंधासन
पीठ और कमर की हड्डियों को स्थिरता देता है और मांसपेशियों को टोन करता है। पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को ऊपर उठाएं।
(साभार)
पर्यटन व्यवसायी पंजीकरण के लिए आवेदन पत्र 25 अक्टूबर तक उपलब्ध, जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर
पर्यटक 15 जून तक ले सकेंगे सफारी का आनंद
ऋषिकेश। प्रसिद्ध राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में इस साल 15 नवंबर से जंगल सफारी शुरू होगी। पर्यटक इस सफारी का आनंद 15 जून 2026 तक ले सकेंगे। पार्क प्रशासन ने कहा है कि इस साल पर्यटन व्यवसायी (सफारी वाहन स्वामी) के लिए पंजीकरण प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
पर्यटन व्यवसायी 25 अक्टूबर तक आवेदन पत्र वेबसाइट या प्रधान कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं, जबकि आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर निर्धारित की गई है।
पार्क में क्या देख सकते हैं पर्यटक
राजाजी टाइगर रिजर्व एशियाई हाथियों और बाघों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा पार्क में तेंदुआ, जंगली बिल्ली, हिमालयी काला भालू, स्लॉथ भालू, धारीदार लकड़बग्घा, सांभर, जंगली सुअर, चित्तीदार हिरण, बार्किंग हिरण और अन्य कई जानवर बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।
पार्क में वर्तमान में गेट और सड़क मरम्मत का काम चल रहा है। प्रशासन का कहना है कि 31 अक्टूबर तक सभी सफारी ट्रैक तैयार कर लिए जाएंगे और अन्य व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी।
जंगल सफारी की चार रेंजें और स्थानीय रोजगार
राजाजी टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी चार रेंजों में संचालित होती है—
चिल्लावाली रेंज: 30 किमी
हरिद्वार रानीपुर रेंज: 24 किमी
मोतीचूर रेंज: 22 किमी
चीला रेंज: 36 किमी
पार्क में 160 से अधिक जंगल सफारी वाहन हैं और करीब 200 स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलता है।
सफारी पंजीकरण प्रक्रिया
पर्यटन व्यवसायी पंजीकरण के लिए फार्म 25 अक्टूबर तक राजाजी टाइगर रिजर्व के प्रधान कार्यालय या राजाजी टाइगर रिजर्व वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है।
अजय लिंगवाल, एसीएफ, राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क ने बताया कि सभी व्यवस्थाओं को समय से तैयार किया जा रहा है ताकि पर्यटक इस साल भी सुरक्षित और रोमांचक सफारी का अनुभव ले सकें।
कॉमेडी किंग कपिल शर्मा एक बार फिर बड़े पर्दे पर हंसी का तूफान लेकर लौटने वाले हैं। उनकी अपकमिंग फिल्म ‘किस किसको प्यार करूं 2’ को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। मेकर्स ने फिल्म की रिलीज डेट का एलान कर दिया है। यह फिल्म 12 दिसंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
कपिल ने शेयर किया पोस्ट
कपिल शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट शेयर किया है। वीडियो में फिल्म के सभी मुख्य कलाकार नजर आ रहे हैं। कपिल ने पोस्ट में लिखा—
“दोगुने कन्फ्यूजन और चार गुना मस्ती के लिए तैयार हो जाइए। ‘किस किसको प्यार करूं 2’ 12 दिसंबर 2025 से सिनेमाघरों में हंसी का धमाल मचाने आ रही है।”
फैंस ने जताई खुशी
फिल्म की रिलीज डेट सामने आते ही सोशल मीडिया पर फैंस ने जमकर रिएक्शन दिए। एक यूजर ने लिखा— “फिल्म से ज्यादा हनी सिंह के नए गाने का इंतजार है।” वहीं, दूसरे ने कहा— “कपिल शर्मा की फिल्म मतलब हंसी की गारंटी।” कई फैन्स ने कमेंट किया कि उन्हें कपिल के कॉमिक टाइमिंग और मजेदार एक्सप्रेशन का बेसब्री से इंतजार है।
फिल्म से क्या उम्मीद
‘किस किसको प्यार करूं 2’ का निर्देशन अनुकल्प गोस्वामी कर रहे हैं, जबकि फिल्म को रतन जैन और गणेश जैन ने प्रोड्यूस किया है। इसमें कॉमेडी, कन्फ्यूजन और पारिवारिक ड्रामा का तड़का देखने को मिलेगा।
पहले पार्ट ‘किस किसको प्यार करूं’ को दर्शकों ने खूब पसंद किया था, और अब इसके सीक्वल से उम्मीदें दोगुनी हैं। फिल्म का निर्माण वीनस वर्ल्डवाइड एंटरटेनमेंट और अब्बास-मस्तान फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले किया जा रहा है।
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हादसे में दो युवक गंभीर रूप से घायल
देहरादून। कुंडिया गांव के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। एक स्कार्पियो कार 150 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा मुनि की रेती थाना क्षेत्र के पावकी देवी मोटर मार्ग पर रात करीब आठ बजे हुआ।
जानकारी के अनुसार, गुमानीवाला से नरेंद्र नगर के नाई गांव जा रही बारात में शामिल पांच युवक स्कार्पियो से रवाना हुए थे। गूलर से करीब 18 किलोमीटर पहले कुंडिया गांव के पास वाहन अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा।
हादसे के बाद कार में सवार एक युवक ने अपने दोस्त को फोन कर दुर्घटना की सूचना देने के साथ लोकेशन भी भेजी, लेकिन थोड़ी देर बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
अंधेरा होने की वजह से बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आईं। एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान तीन शव बरामद किए गए हैं, जबकि दो युवकों को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया है। मृतक और घायल सभी श्यामपुर क्षेत्र के बताए जा रहे हैं।
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए जांच के निर्देश, मामले की जाँच के आधार पर हो कड़ी कार्रवाई – कुसुम कण्डवाल
देहरादून। राजधानी देहरादून से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिस पर उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने स्वतः संज्ञान लिया है। मामले में डालनवाला क्षेत्र के आराघर स्थित मदर केयर सेंटर (सिंह आई हॉस्पिटल) पर 26 वर्षीय महिला की मौत के बाद गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं। मृतका के परिजनों ने अस्पताल परिसर में शव रखकर जमकर हंगामा किया और अस्पताल प्रशासन पर हत्या जैसी लापरवाही का आरोप लगाया।
मिली जानकारी के अनुसार, ज्योति प्रज्वल (26) निवासी लखीबाग ने 29 जनवरी को मदर केयर अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए बेटे को जन्म दिया था। डिलीवरी के चार दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। लगभग दस दिन बाद ज्योति के पेट में दर्द शुरू हुआ, लेकिन जांच के बावजूद डॉक्टर कोई स्पष्ट कारण नहीं बता पाए। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने दोबारा उन्हें उसी अस्पताल में भर्ती कराया, जिसके बाद ज्योति को ग्राफिक एरा अस्पताल रेफर कर दिया गया।
मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि ज्योति के पेट में सर्जरी के दौरान इस्तेमाल की गई पट्टी रह गई थी, जिससे गंभीर संक्रमण फैल गया और उस कारण से पीड़िता की मौत हो गई।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया है उन्होंने सीएमओ देहरादून मनोज शर्मा को फोन पर वार्ता करते हुए कार्रवाई के एवं जांच के निर्देश दिए हैं जिस पर सीएमओ मनोज शर्मा ने बताया कि उन्होंने ने तत्काल प्रभाव से सिंह आई हॉस्पिटल एवं मदर केयर सेंटर का लाइसेंस जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कड़ा रुख अपनाते हुए संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि दैनिक समाचार पत्रों व सोशल मीडिया के माध्यम पर प्रसारित खबर के माध्यम से स्वत: संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) देहरादून डॉ. मनोज शर्मा से त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि—
“यह मामला अत्यंत गंभीर है। यदि एक महिला की मृत्यु अस्पताल की लापरवाही के कारण हुई है, जो कि निंदापूर्ण है। आयोग द्वारा एक विशेष जांच टीम गठित की जाएगी जो पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करेगी। दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
मामले में फ़िलहाल प्रशासनिक स्तर पर जांच जारी है और महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा है कि महिला आयोग व सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। इस प्रकरण के हर दोषी के विरुद्ध नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजी केदारघाटी
मुख्यमंत्री धामी समेत कई अधिकारी और श्रद्धालु रहे मौजूद
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के कपाट आज गुरुवार को भाई दूज के पावन अवसर पर सुबह 8:30 बजे वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक परंपराओं के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस पवित्र क्षण को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु धाम पहुंचे और बाबा केदार के जयकारों से पूरी घाटी गूंज उठी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस मौके पर धाम पहुंचे और बाबा केदार के दर्शन किए।
अब अगले छह महीनों तक भगवान केदारनाथ की पूजा शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में होगी।
कपाट बंद होने से पहले मंदिर को सुंदर फूलों से सजाया गया था। बुधवार को भगवान केदार की पंचमुखी चल विग्रह डोली को मंदिर के सभामंडप में विराजमान किया गया था। आज सुबह चार बजे विशेष पूजन के साथ कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद पंचमुखी डोली को मंदिर की परिक्रमा कराई गई और जयकारों के बीच मंदिर के कपाट विधिवत बंद किए गए। डोली आज रात रामपुर में प्रवास करेगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी के अलावा बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला, पुजारी बागेश लिंग, आचार्य संजय तिवारी, अखिलेश शुक्ला सहित कई अधिकारी और श्रद्धालु मौजूद रहे।
17.39 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस वर्ष की यात्रा अवधि में 17.39 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंचे। शुरुआत से ही तीर्थयात्रियों का सैलाब केदारनाथ में उमड़ता रहा। बुधवार को भी करीब पांच हजार भक्तों ने बाबा के दर्शन किए। इस बीच धाम में ठंड का असर बढ़ गया था और दोपहर बाद कोहरे की चादर छा गई, जिससे श्रद्धालु शाम को ही अपने आवासों में लौट गए।
आज बंद होंगे यमुनोत्री धाम के कपाट
उधर, यमुनोत्री धाम में भी आज दोपहर 12:30 बजे मां यमुना मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव में पूजी जाएगी।
एडम जांपा और एलेक्स कैरी की टीम में वापसी
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला गुरुवार को एडिलेड ओवल में खेला जाएगा। टीम इंडिया फिलहाल सीरीज में 0-1 से पिछड़ी हुई है और अब उसकी कोशिश होगी कि इस मैच को जीतकर सीरीज में वापसी की जाए। ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर भारत का वनडे रिकॉर्ड बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है, लेकिन टीम पिछली गलतियों से सबक लेकर मैदान में उतरने को तैयार है।
पर्थ में बारिश बनी थी विलेन, एडिलेड में साफ मौसम की उम्मीद
पर्थ में खेले गए पहले वनडे को बारिश ने काफी प्रभावित किया था और 26-26 ओवरों के मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस बार एडिलेड में मौसम विभाग ने बारिश की कोई संभावना नहीं जताई है, जो भारतीय टीम के लिए राहत की बात है।
सभी की निगाहें एक बार फिर विराट कोहली और रोहित शर्मा पर होंगी, जो पहले मैच में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके थे। दोनों खिलाड़ी इस मुकाबले में टीम को मजबूत शुरुआत देने के लिए नेट्स पर जमकर तैयारी कर चुके हैं।
गेंदबाजों पर भी दारोमदार
पहले मैच में भारतीय गेंदबाज भी खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे। मोहम्मद सिराज और अक्षर पटेल को कम लक्ष्य का बचाव करना पड़ा, जो आसान नहीं था। एडिलेड में भी स्थिति बहुत अलग नहीं होगी, क्योंकि मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा लेने के लिए तैयार हैं।
हालांकि, एडिलेड की पिच पर बल्लेबाजों को थोड़ी मदद मिलने की उम्मीद है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की तेज और उछालभरी विकेट पर रन बनाना अब भी बड़ी चुनौती होगी।
टीम में बदलाव की संभावना कम
टीम इंडिया अपने संयोजन में बदलाव करे, इसकी संभावना कम दिखाई देती है। वाशिंगटन सुंदर की जगह कुलदीप यादव एक विकल्प हो सकते हैं, लेकिन एडिलेड की छोटी बाउंड्री को देखते हुए यह बदलाव मुश्किल माना जा रहा है। अगर अतिरिक्त स्पिनर की जरूरत पड़ी तो किसी तेज गेंदबाज को बाहर बैठना पड़ सकता है।
ऑस्ट्रेलिया को जांपा और कैरी से मजबूती
ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले बाएं हाथ के स्पिनर मैट कुहनेमैन को रिलीज कर दिया है। वहीं, एडम जांपा अपने बच्चे के जन्म के बाद टीम में लौट आए हैं।
इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी की भी वापसी हुई है। माना जा रहा है कि जांपा को सीधे प्लेइंग-11 में शामिल किया जाएगा, जिससे कंगारू टीम का स्पिन अटैक और मजबूत हो जाएगा।
मैच से जुडी जानकारियां
स्थान: Adelaide Oval, एडिलेड, ऑस्ट्रेलिया
दिनांक और समय: गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025; शुरुआत भारतीय समयानुसार 9:00 AM IST से होगी।
टीवी चैनल: भारत में यह मैच Star Sports नेटवर्क पर प्रसारित होगा।
लाइव स्ट्रीमिंग: भारत में Jio Hotstar ऐप या वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
गुणवत्ता और धार्मिक आस्था के संतुलन पर जोर, 2026 यात्रा सीजन की तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश
रुद्रप्रयाग। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने बुधवार को पवित्र केदारनाथ धाम पहुंचकर भगवान बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और धाम परिसर में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिलाधिकारी प्रतीक जैन से धाम में जारी विभिन्न फेज़ों के निर्माण कार्यों की प्रगति, गुणवत्ता और निष्पादन की जानकारी ली। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता, सौंदर्य और धार्मिक आस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।
उन्होंने कहा कि 23 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो रहे हैं, इसलिए कपाट बंद होने के बाद भी धाम क्षेत्र में सुरक्षा, सामग्री संरक्षण और बर्फबारी की स्थिति में कार्यों के रखरखाव को लेकर पूरी तैयारी रखी जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्ष 2026 की यात्रा तैयारियों की योजना अभी से प्रारंभ की जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, संचार, परिवहन, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर यात्रियों को अगले सत्र में और भी सुविधाजनक अनुभव प्रदान किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि केदारनाथ धाम आज देश में पुनर्निर्माण और पुनरुत्थान का प्रतीक बन चुका है। सरकार और प्रशासन का लक्ष्य केवल भौतिक निर्माण नहीं, बल्कि आस्था और सुविधा का संतुलित संगम सुनिश्चित करना है, ताकि श्रद्धालुओं को एक पवित्र, सुरक्षित और दिव्य अनुभव प्राप्त हो।
इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे, मुख्य कार्याधिकारी मंदिर समिति विजय थपलियाल, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल शुक्ला, अधिशासी अभियंता डी.डी.एम. विनय झिंकवाण, ए.आर.टी.ओ. धर्मेंद्र सिंह बिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
देहरादून। गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर प्रदेश के कृषि, कृषक कल्याण एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने आज देहरादून में पारंपरिक विधि-विधान से गोवर्धन पूजा एवं गौमाता का पूजन संपन्न किया।
काबीना मंत्री जोशी ने इस अवसर पर कहा कि गोवर्धन पूजा भारतीय कृषि संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण की गहरी भावना से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि गाय, गोबर और गोमूत्र हमारे ग्रामीण जीवन की आधारशिला हैं, जिनसे न केवल जैविक खेती को बढ़ावा मिलता है, बल्कि स्वच्छता एवं सतत विकास को भी बल मिलता है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे जैविक खाद और प्राकृतिक खेती को अपनाकर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं, जिससे किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
ओवरटेक के दौरान हुआ हादसा, कई लोग गंभीर रूप से घायल
कंपाला (युगांडा)। पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा में भीषण सड़क हादसे ने पूरे देश को दहला दिया। पश्चिमी युगांडा के गुलु हाईवे पर दो बसों और दो अन्य वाहनों की आमने-सामने की टक्कर में कम से कम 63 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक, दोनों बसें विपरीत दिशा से आ रही थीं और ओवरटेक करने की कोशिश में आमने-सामने टकरा गईं। हादसा किरियानडोंगो कस्बे के पास हुआ, जहां टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बसें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। राहत और बचाव दल ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है।
रेड क्रॉस ने बताया भयावह दृश्य
रेड क्रॉस की प्रवक्ता आइरीन नाकासीता ने कहा कि हादसे के बाद का दृश्य बेहद दर्दनाक था। कई शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए थे, जिन्हें पहचानना भी मुश्किल था। उन्होंने बताया कि देर रात होने के कारण मौके पर तुरंत मदद पहुंचाना भी मुश्किल रहा।
ओवरटेक और तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
पुलिस जांच में सामने आया है कि हादसे की मुख्य वजह खतरनाक ओवरटेकिंग और तेज रफ्तार थी। युगांडा पुलिस ने बताया कि देश में सड़क हादसों के मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। वर्ष 2024 में कुल 5,144 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई थी, जो 2023 के 4,806 से कहीं ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार, 44.5% हादसे लापरवाह ड्राइविंग और ओवरस्पीडिंग के कारण होते हैं।
पुलिस ने लोगों से की अपील
युगांडा पुलिस ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे सड़क पर चलते समय विशेष सतर्कता बरतें। अधिकारियों ने कहा कि ओवरटेकिंग के दौरान लापरवाही देश में सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह बन चुकी है। पुलिस ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि भविष्य में ऐसे दर्दनाक हादसे रोके जा सकें।