देहरादून- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने, मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर अपनी समस्या बताने वाले फरियादियों से बातचीत करते हुए अधिकारियों को उन पर उचित कार्रवाही के निर्देश दिए हैं। डोईवाला तहसील के शेरगढ़ निवासी कर्मचंद ने शिकायत दर्ज कराई थी, कि उनके खेत के लिए आने वाली सिंचाई नहर, टूट गई है, जिस कारण सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री ने उनसे पूरी समस्या सुनने के बाद, प्रमुख अभियंता सिंचाई विभाग को मामले में उचित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। इसी तरह मेजर नरेश कुमार सकलानी ने उनकी भूमि पर निजी व्यक्तियों द्वारा अतिक्रमण कर लधु सिंचाई नहर बनाने की शिकायत दर्ज की गई, जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारी देहरादून को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। एक अन्य शिकायतकर्ता कैनाल रोड निवासी धीरेंद्र शुक्ला ने बिल्डर के खिलाफ परेशान करने की शिकायत दर्ज कराई है, मुख्यमंत्री ने एमडीडीए को इस प्रकरण में जांच करने को कहा है। विकासनगर दिनकर विहार निवासी विशन दत्त शर्मा की सड़क संबंधित शिकायत पर भी मुख्यमंत्री ने सचिव लोक निर्माण विभाग को कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
“जनता के पत्र सिर्फ कागज़ नहीं, उम्मीद और विश्वास का प्रतिबिम्ब होते हैं, आज ऐसे ही कुछ शिकायती पत्र पढ़ने के बाद मैने संबंधित शिकायतकर्ताओं से बात की। साथ ही अधिकारियों को इन पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। समाधान ही हमारी सरकार की कार्यशैली की सबसे बड़ी पहचान है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
आम्रपाली योजना के पास झाड़ियों में मिली महिला, हालत गंभीर
स्थानीय लोगों की सतर्कता से बची जान, पुलिस कर रही छानबीन
उत्तर प्रदेश। एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां जमानत पर छूटे एक आरोपी ने उसी महिला को दोबारा अपना शिकार बनाया, जिसके साथ पहले भी वह दुष्कर्म कर चुका था।
आरोपी ने पीड़िता का अपहरण कर दुबारा दुष्कर्म किया। जब महिला ने विरोध किया, तो आरोपी ने उसकी बेरहमी से पिटाई की और फिर हाथ-पैर बांधकर उसे मरणासन्न अवस्था में आम्रपाली योजना के पास झाड़ियों में फेंक दिया।
स्थानीय लोगों ने झाड़ियों में पड़ी महिला को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है, और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। यह मामला न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जमानत पर छूटे अपराधियों की निगरानी कितनी जरूरी है।
हमारे शरीर का लगभग 60-70% हिस्सा पानी से बना होता है, जो शरीर की हर जरूरी गतिविधि — जैसे पाचन, रक्त संचार, और तापमान नियंत्रित करने — में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में यदि शरीर में पानी की कमी हो जाए, जिसे हम डिहाइड्रेशन कहते हैं, तो यह स्थिति हमारे स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती है।
डिहाइड्रेशन क्यों होता है?
डिहाइड्रेशन तब होता है जब शरीर से पानी का स्तर जरूरत से ज़्यादा कम हो जाता है और हम उसे समय पर पूरा नहीं कर पाते। इसके मुख्य कारण हो सकते हैं:
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अधिक पसीना आना (गर्मी या व्यायाम के दौरान)
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बार-बार दस्त या उल्टी होना
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पर्याप्त पानी न पीना
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बुखार के समय तरल की अधिक हानि
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अत्यधिक कैफीन या शराब का सेवन
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डायबिटीज या किडनी की बीमारी से बार-बार पेशाब आना
डिहाइड्रेशन के लक्षण क्या हैं?
प्रारंभिक लक्षण:
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बार-बार प्यास लगना
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मुंह सूखना
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थकावट और चक्कर आना
गंभीर लक्षण:
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गहरे पीले रंग का पेशाब या पेशाब की मात्रा में कमी
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शुष्क त्वचा
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तेज़ दिल की धड़कन
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लगातार सिरदर्द
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कभी-कभी बेहोशी या भ्रम की स्थिति
कैसे करें डिहाइड्रेशन से बचाव?
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दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, खासकर गर्मी और व्यायाम के दौरान।
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शरीर से निकले तरल (जैसे पसीना, पेशाब) की पूर्ति पेय पदार्थों से करें।
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दस्त, उल्टी या बुखार की स्थिति में ORS (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का सेवन करें।
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शराब और कैफीन युक्त पेय का सीमित सेवन करें।
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बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि उनमें डिहाइड्रेशन का खतरा ज्यादा होता है।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लोगों को पूरा लाभ मिले, इसके लिए लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण देने की प्रक्रियाओं का और सरलीकरण किया जाए। जन समस्याओं का समाधान करना हमारी शीर्ष प्राथमिकता हो। कृषि बीमा योजनाओं में बीमा क्लेम की प्रक्रियाओं के सरलीकरण की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए। जनपदों में ऋण जमा अनुपात बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की विशेष बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का ऋण जमा अनुपात बढ़ाने की दिशा में और प्रयास किए जाएं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य का ऋण जमा अनुपात 54 प्रतिशत से बढ़कर 54.26 प्रतिशत हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे 60 प्रतिशत तक ले जाने के लिए और प्रभावी प्रयास किए जाएं। राज्य के पर्वतीय जनपदों, विशेषकर टिहरी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, पौड़ी और बागेश्वर जनपदों में ऋण जमा अनुपात बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को एक ही स्थान पर एक ही दिन में मिले, इसके लिए अक्टूबर में सभी जनपदों में बड़े स्तर पर कैम्प का आयोजन किया जाए, जिसमें सभी विभाग और बैंकर्स साथ बैठकर जन समस्याओं का समाधान करें और उन्हें विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करें।
बैठक में जानकारी दी गई कि उत्तराखंड में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत प्रति लाख पर 48 हजार व्यक्तियों को बीमा कवरेज प्राप्त हुआ है, जो राष्ट्रीय औसत 40 हजार से अधिक है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत राज्य में प्रति ऋणकर्ता को औसत ऋण राशि 93,900 रुपये वितरित की गई है, जो राष्ट्रीय औसत 62,686 की तुलना में काफी अधिक है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत राज्य में अब तक 39 लाख खाते खोले जा चुके हैं, यह आंकड़ा पर्वतीय राज्यों में सबसे अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य में अग्रिमों में 10.26 प्रतिशत और जमा में 9.09 प्रतिशत की वृद्धि रही। राज्य सरकार की वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत पिछले तीन वर्षों में निरंतर अच्छी प्रगति रही। राज्य के कुल 06 लाख 10 हजार 636 किसानों ने के.सी.सी. सुविधा का लाभ लिया है, जिनमें से 67 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं। राज्य में 70.23 प्रतिशत स्वयं सहायता समूहों का क्रेडिट लिंकेज है। विगत तीन वर्षों में एस.एच.जी. की संख्या में 21 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव दिलीप जावलकर, नितेश कुमार झा, राधिका झा, श्रीधर बाबू अदांकी, आरबीआई के रीजनल डायरेक्टर अरविंद कुमार, एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक देवाशीष मिश्रा, अपर सचिव रंजना राजगुरु, हिमांशु खुराना, मनमोहन मैनाली और संबंधित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।
मुंबई। आर माधवन और फातिमा सना शेख की नई रोमांटिक फिल्म ‘आप जैसा कोई’ आज 11 जुलाई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है। फिल्म को लेकर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर आना शुरू हो गई हैं।
नेटिज़न्स ने फिल्म को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा, “ये शानदार मूवी है, जरूर देखें” और फिल्म को 3 स्टार दिए। वहीं कुछ ने फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और माधवन-फातिमा की केमिस्ट्री की तारीफ की, तो कुछ को इसकी कहानी हल्की लगी।
‘आप जैसा कोई’ एक रोमांटिक ड्रामा है, जिसमें माधवन और फातिमा मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म का निर्देशन विवेक सोनी ने किया है और इसका निर्माण करण जौहर ने किया है।
फिल्म प्रेम और रिश्तों की जटिलताओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे दर्शक अब नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।
मसूरी। उत्तराखंड के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी आगमन पर केंद्रीय श्रम, रोजगार एवं युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने उन्हें उत्तराखंड के पारंपरिक व स्थानीय उत्पादों से निर्मित ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ की एक भेंट किट भी सौंपते हुए प्रदेश की संस्कृति व उत्पादों की पहचान से परिचित कराया।
स्वागत के दौरान मंत्री जोशी ने मसूरी के भिलाड़ू क्षेत्र में प्रस्तावित बहुप्रतीक्षित खेल मैदान की जरूरत को रेखांकित करते हुए केंद्र सरकार से इस परियोजना में सहयोग की मांग की। उन्होंने बताया कि मसूरी जैसे पर्यटन और शिक्षा केंद्र के लिए एक सुव्यवस्थित खेल अवसंरचना जरूरी है, जिससे युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण और अवसर मिल सकें।
इस पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार उत्तराखंड के युवाओं के लिए खेल सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम के दौरान मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी भी उपस्थित रहीं। यह भेंट न केवल स्थानीय मुद्दों पर संवाद का अवसर बनी, बल्कि राज्य व केंद्र सरकार के बीच समन्वय की मिसाल भी प्रस्तुत की।
सीएम धामी ने दिखाई हरी झंडी, देवभूमि से रवाना हुई कलश यात्रा
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास से एक पवित्र कलश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह कलश यात्रा उत्तराखंड की पवित्र नदियों का जल लेकर कुशीनगर पहुंचेगी, जहां भगवान सूर्य की मूर्ति का विधिवत जलाभिषेक किया जाएगा।
कलश यात्रा के लिए देशभर की लगभग 151 पवित्र नदियों से जल एकत्र किया जा रहा है। उत्तराखंड की गंगा, यमुना, अलकनंदा, मंदाकिनी आदि नदियों का जल इस दिव्य आयोजन के लिए देवभूमि से भेजा गया।
इस विशेष अवसर पर महामंडलेश्वर श्री 1008 डॉ. स्वामी संतोषानंद देव जी महाराज, पूर्वांचल महोत्सव समिति के अध्यक्ष विनय राय और समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। यह धार्मिक यात्रा श्रद्धा, संस्कृति और राष्ट्रीय एकता का संदेश लेकर निकली है।
हरिद्वार। कांवड़ मेले को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए पुलिस प्रशासन ने एक विशेष हेल्पलाइन नंबर 91-9520625934 जारी किया है। इस नंबर पर श्रद्धालु किसी भी प्रकार की शिकायत या सुझाव 24×7 साझा कर सकते हैं। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि हर कॉल पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें एडीजी अभिसूचना एपी अंशुमान, आईजी यातायात एनएस नपच्याल, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित व एसएसपी डोबाल ने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की।
वी. मुरुगेशन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा एक संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण आयोजन है, जिसे पूर्ण सतर्कता और सामंजस्य के साथ सम्पन्न कराना है। उन्होंने कहा कि चार हजार पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है, जो प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखेंगे। अफवाहों को रोकने और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग पर विशेष जोर दिया गया है।
एडीजी अंशुमान ने कहा कि असामाजिक तत्वों की पहचान और निगरानी प्राथमिकता होगी। धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले किसी भी कंटेंट पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
शिव पूजन के साथ प्रदेशवासियों के आरोग्य और शांति के लिए की प्रार्थना
गोरखपुर। सावन मास के पहले दिन शुक्रवार की सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धा और आस्था के साथ रुद्राभिषेक एवं वैदिक हवन अनुष्ठान संपन्न किया।
मुख्यमंत्री योगी ने शक्तिपीठ स्थित मंदिर में भगवान शिव का जल, दूध, ऋतुफल रस, बेलपत्र, दुर्वा और कमल पुष्प आदि से विधिवत रुद्राभिषेक किया। इस दौरान मठ के आचार्यगणों और पुरोहितों ने शुक्ल यजुर्वेद की रुद्राष्टाध्यायी के मंत्रों के साथ अनुष्ठान सम्पन्न कराया।
रुद्राभिषेक और हवन के पश्चात मुख्यमंत्री ने संपूर्ण विश्व के कल्याण और प्रदेशवासियों के आरोग्य, सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।
देहरादून। उत्तराखंड के त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के लिए नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया 9 जुलाई को पूरी हो गई। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक विभिन्न पदों के लिए दाखिल कुल 63,509 नामांकन पत्रों में से 3,382 निरस्त किए गए और 60,127 नामांकन वैध पाए गए।
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए दाखिल 1,885 नामांकनों में से 37 निरस्त हुए और 1,848 वैध पाए गए। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर 11,430 नामांकनों में से 317 निरस्त हुए और 11,113 वैध घोषित किए गए। प्रधान ग्राम पंचायत के लिए 21,876 नामांकनों में से 297 निरस्त और 21,579 वैध पाए गए। ग्राम पंचायत सदस्य पद पर सबसे ज्यादा 28,318 नामांकन दाखिल हुए, जिनमें से 2,731 निरस्त किए गए और 25,587 वैध पाए गए।
अब अगले चरण में प्रत्याशी 10 और 11 जुलाई को पूर्वाह्न 8 बजे से अपराह्न 3 बजे तक अपने नामांकन वापस ले सकते हैं। नाम वापसी के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि कितने उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए और किन पदों पर मुकाबला होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र चुनाव संपन्न कराने की प्रतिबद्धता दोहराई है।