जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार अभियान के तहत आयोजित हुआ बहुउद्देशीय शिविर
पौड़ी। जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार कार्यक्रम के तहत रविवार को विकासखंड पौड़ी की न्याय पंचायत बाड़ा स्थित मिलन केंद्र वजली में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में क्षेत्रवासियों द्वारा कुल 13 शिकायतें दर्ज करायी गयीं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। वहीं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों के माध्यम से 123 लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया गया।
मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रदेश की प्रत्येक न्याय पंचायत में जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में पौड़ी जनपद की 115 न्याय पंचायतों में यह शिविर आगामी 18 मार्च 2026 तक आयोजित किए जाएंगे। न्याय पंचायत बाड़ा में आयोजित शिविर की अध्यक्षता संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी ने की। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने प्रतिभाग कर विभिन्न विभागों से जुड़ी समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखीं, जिनमें से कई समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया गया।
शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी ने प्रतिभाग किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशभर में बहुउद्देशीय शिविरों के माध्यम से आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और योजनाओं का लाभ सीधे पात्र लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।
संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी ने कहा कि जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार कार्यक्रम के तहत विभाग जनता के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। विभागीय स्टॉलों के माध्यम से न केवल योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, बल्कि पात्र लाभार्थियों को तत्काल लाभ भी उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिविर में दर्ज अधिकांश शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया, जबकि शेष शिकायतों के समाधान के लिए संबंधित विभागों को अग्रसारित किया गया है।
शिविर में कृषि, उद्यान, आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग, समाज कल्याण, जिला सहकारिता, पंचायतीराज, खाद्य पूर्ति, बाल विकास विभाग, एनआरएलएम, राजस्व सहित कुल 23 विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए थे। इन विभागों के माध्यम से 123 लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख पौड़ी अस्मिता नेगी, एसडीओ वन आयशा बिष्ट, खंड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद, एसडीओ विद्युत गोविंद सिंह रावत, खंड शिक्षाधिकारी मास्टर आदर्श, जेई जिला पंचायत गौरव पांडे सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने देश की सुरक्षा, विकास और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए
नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नैनीताल जनपद के पीएमश्री राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज, कोटाबाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 129वें संस्करण को सुना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिक्षक-शिक्षिकाओं, विद्यार्थियों और स्थानीय नागरिकों के साथ कार्यक्रम में सहभागिता की।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा, विकास और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 के दौरान भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम, ऑपरेशन सिंदूर जैसी उपलब्धियों, खेल, विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की प्रगति, महाकुंभ और श्रीराम मंदिर में हुए ध्वजारोहण जैसे ऐतिहासिक आयोजनों का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने स्वदेशी उत्पादों के प्रति बढ़ती जागरूकता और आपदाओं के समय देशवासियों की सामूहिक संवेदनशीलता एवं एकजुटता को भारत की बड़ी ताकत बताया।

प्रधानमंत्री ने मन की बात के माध्यम से यह संदेश भी दिया कि भारत वर्ष 2026 में नए संकल्पों और नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत को आशा, समाधान और सामर्थ्य के केंद्र के रूप में देख रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम के बाद कहा कि प्रधानमंत्री के विचार देशवासियों को प्रेरणा देने वाले हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार वर्ष 2026 में देवभूमि उत्तराखंड में विकास, सुशासन और जनकल्याण के नए आयाम स्थापित करेगी।
हत्या मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार, एक की तलाश जारी
देहरादून। त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या के मामले को लेकर उत्तराखंड सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को गंभीर बताते हुए स्पष्ट किया है कि प्रदेश में इस तरह की आपराधिक घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ सरकार कठोर कार्रवाई करेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें दो नाबालिग शामिल हैं। नाबालिग आरोपियों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों से पूछताछ जारी है। घटना में शामिल एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फरार आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उसकी संभावित मौजूदगी के इनपुट मिलने के बाद एक पुलिस टीम को नेपाल भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में रहने वाले प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपराध में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को कानून के दायरे से बाहर नहीं रहने दिया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने मृतक छात्र एंजेल चकमा के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
तेजी से बदलती जीवनशैली के बीच हृदय रोग अब केवल बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रह गए हैं। हाल के वर्षों में युवाओं, यहां तक कि 30 साल से कम उम्र के लोगों में भी दिल से जुड़ी गंभीर समस्याओं के मामले सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अनियमित दिनचर्या, तनाव और गलत खानपान के साथ-साथ कुछ मामलों में आनुवांशिक कारण भी हृदय रोगों के खतरे को चुपचाप बढ़ा देते हैं, जिसकी समय रहते पहचान करना बेहद जरूरी है।
इसी दिशा में वैज्ञानिकों को एक अहम सफलता मिली है। शोधकर्ताओं ने एक ऐसे ब्लड टेस्ट की पहचान की है, जो दिल की एक गंभीर आनुवांशिक बीमारी के जोखिम का पहले ही संकेत दे सकता है। यह खोज खासतौर पर हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM) जैसी समस्या से जुड़े मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण मानी जा रही है।
क्या है हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी?
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी दिल की मांसपेशियों से जुड़ी एक आनुवांशिक बीमारी है, जिसमें हृदय की दीवारें असामान्य रूप से मोटी हो जाती हैं। इससे दिल को खून पंप करने में अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। यह बीमारी अक्सर परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है और कई बार शुरुआती चरण में इसके लक्षण साफ नजर नहीं आते।
इस बीमारी से पीड़ित लोगों को सांस फूलना, सीने में दर्द, चक्कर आना या अचानक बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर मामलों में यह स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है और अचानक कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।
अब ब्लड टेस्ट से मिलेगा खतरे का संकेत
अब तक इस बीमारी की पहचान के लिए इकोकार्डियोग्राम, ईसीजी और जेनेटिक टेस्ट का सहारा लिया जाता था। लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इन तरीकों से यह अंदाजा लगाना मुश्किल होता है कि किन मरीजों को सबसे अधिक खतरा है। इसी कमी को दूर करने के लिए शोधकर्ताओं ने एक खास ब्लड टेस्ट पर काम किया है।
हार्वर्ड और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से जुड़े वैज्ञानिकों की टीम ने पाया कि खून में मौजूद एक विशेष प्रोटीन NT-Pro-BNP का स्तर हृदय पर पड़ने वाले दबाव को दर्शा सकता है। इस प्रोटीन का अधिक स्तर यह संकेत देता है कि दिल सामान्य से अधिक मेहनत कर रहा है।
अध्ययन में क्या सामने आया?
शोध के दौरान करीब 700 HCM मरीजों के ब्लड सैंपल का विश्लेषण किया गया। जिन मरीजों में NT-Pro-BNP का स्तर अधिक पाया गया, उनमें दिल की संरचना में बदलाव, स्कार टिश्यू बनने और भविष्य में हार्ट फेलियर या एट्रियल फाइब्रिलेशन जैसी समस्याओं का खतरा ज्यादा देखा गया।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस ब्लड टेस्ट की मदद से उच्च जोखिम वाले मरीजों की पहचान पहले ही की जा सकेगी, जिससे उनकी नियमित निगरानी और समय पर इलाज संभव होगा।
विशेषज्ञों की राय
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की कार्डियोवैस्कुलर जेनेटिक्स विशेषज्ञ प्रोफेसर कैरोलिन हो के अनुसार, यह टेस्ट डॉक्टरों को यह तय करने में मदद कर सकता है कि किन मरीजों को अधिक गहन इलाज और निगरानी की जरूरत है। इससे जानलेवा स्थितियों को समय रहते रोका जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की जांच से मरीजों को अपनी जीवनशैली में सुधार करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने का मौका भी मिलेगा।
(साभार)
रेखा आर्या ने कहा, प्रधानमंत्री का हर संबोधन ऊर्जा और प्रेरणा से भरपूर
देहरादून। देहरादून के करनपुर नगर मंडल में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रधानमंत्री का संबोधन सुना। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का हर संबोधन ऊर्जा, उत्साह व प्रेरणा से परिपूर्ण रहता है। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज के कार्यक्रम की सबसे उत्साहजनक बात यह रही कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत देश के खिलाड़ियों की उपलब्धियों को याद करते हुए की।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक देश में खेलों को अंतिम पायदान पर रखा जाता रहा, चाहे मीडिया की खबरें हों या फिर आम सोच, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों और युवाओं को अपने विजन के केंद्र में रखकर इस परंपरा को बदला है। उन्होंने कहा कि यह सोच बताती है कि नए भारत के निर्माण में युवाओं और खिलाड़ियों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
रेखा आर्या ने कहा कि “मन की बात” के इस अंक में प्रधानमंत्री ने पूरे वर्ष की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की और स्वाधीनता आंदोलन के उन नायकों को सम्मानपूर्वक याद किया जिन्हें लंबे समय तक भुला दिया गया था। उन्होंने कहा कि इतिहास के इन विस्मृत नायकों को स्मरण कर देश के आत्मसम्मान और स्वाभिमान को नई शक्ति मिलती है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने एंटीबायोटिक के अत्यधिक और गलत इस्तेमाल से पैदा हो रही वैश्विक चुनौती का भी उल्लेख किया और लोगों से सजग रहने की अपील की।
मंत्री ने कहा कि एंटीबायोटिक के अनियंत्रित उपयोग से एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस जैसी गंभीर समस्या बढ़ रही है, जो आने वाले समय में पूरी मानवता के लिए संकट बन सकती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूक व्यवहार और चिकित्सकीय सलाह के बिना दवाइयों का सेवन न करना समय की मांग है, और प्रधानमंत्री ने इसे जनचर्चा का विषय बनाकर बहुत दूरदर्शी पहल की है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री रेखा आर्या ने उपस्थित कार्यकर्ताओं और आमजन को आगामी नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में भगवत प्रसाद मकवाना, राजीव राजौरी, रवि कुमार, जितेन्द्र राजौरी, अजय राजौरी, विनोद, लक्ष्मी नारायण, मनोज पटेल, पंकज आहुजा, अमित राजौरी और यशपाल सहित अनेक कार्यकर्ता व स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
विश्व कप से पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाएगी भारतीय अंडर-19 टीम
नई दिल्ली। अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया की घोषणा कर दी है। जारी की गई सूची के अनुसार, टीम की कमान आयुष म्हात्रे को सौंपी गई है, जबकि विहान मल्होत्रा को उपकप्तान बनाया गया है। चयनकर्ताओं ने इस बार आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले वैभव सूर्यवंशी को भी टीम में जगह देकर संतुलित और मजबूत संयोजन तैयार किया है।
विश्व कप से पहले टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका दौरे पर तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी। बीसीसीआई ने साफ किया है कि अंडर-19 विश्व कप के लिए चुनी गई यही टीम इस दौरे पर भी मैदान में उतरेगी, जिससे खिलाड़ियों को बड़े टूर्नामेंट से पहले अहम अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिल सके।
ग्रुप बी में भारत, 15 जनवरी से होगा आगाज
अंडर-19 विश्व कप का आयोजन 15 जनवरी से 6 फरवरी तक जिम्बाब्वे और नामीबिया में किया जाएगा। टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा लेंगी, जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है। पांच बार की चैंपियन भारतीय टीम को ग्रुप बी में रखा गया है, जहां उसका मुकाबला न्यूजीलैंड, अमेरिका और बांग्लादेश से होगा।
भारत अपने अभियान की शुरुआत 15 जनवरी को अमेरिका के खिलाफ करेगा। इसके बाद 17 जनवरी को बांग्लादेश और 24 जनवरी को न्यूजीलैंड से भिड़ंत होगी। खिताबी मुकाबला हरारे में खेला जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज में वैभव को सौंपी कप्तानी
विश्व कप से पहले होने वाली दक्षिण अफ्रीका की वनडे सीरीज को भारत के लिए अहम तैयारी माना जा रहा है। हालांकि, बीसीसीआई ने जानकारी दी है कि आयुष म्हात्रे और विहान मल्होत्रा कलाई की चोट के चलते इस सीरीज में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। ऐसे में चयनकर्ताओं ने वैभव सूर्यवंशी को कप्तान और आरोन जॉर्ज को उपकप्तान नियुक्त किया है। यह तीनों मुकाबले 3, 5 और 7 जनवरी को विलोमोर पार्क में खेले जाएंगे।
दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय अंडर-19 टीम
वैभव सूर्यवंशी (कप्तान), आरोन जॉर्ज (उपकप्तान), वेदांत त्रिवेदी, अभिज्ञान कुंडू (विकेटकीपर), हरवंश सिंह (विकेटकीपर), आर.एस. अंबरीश, कनिष्क चौहान, खिलान ए. पटेल, मोहम्मद एनान, हेनिल पटेल, डी. दीपेश, किशन कुमार सिंह, उधव मोहन, युवराज गोहिल, राहुल कुमार।
अंडर-19 वनडे विश्व कप के लिए भारतीय टीम
आयुष म्हात्रे (कप्तान), विहान मल्होत्रा (उपकप्तान), वैभव सूर्यवंशी, आरोन जॉर्ज, वेदांत त्रिवेदी, अभिज्ञान कुंडू (विकेटकीपर), हरवंश सिंह (विकेटकीपर), आर.एस. अंबरीश, कनिष्क चौहान, खिलान ए. पटेल, मोहम्मद एनान, हेनिल पटेल, डी. दीपेश, किशन कुमार सिंह, उधव मोहन।
कुछ दिन पहले ही रुड़की में तैनात हुआ था आरोपी डॉक्टर
रुड़की। सरकारी अस्पतालों में पारदर्शिता और भरोसे पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। रुड़की के सिविल अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई देर रात की बताई जा रही है, जिससे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
जानकारी के अनुसार, आरोपी डॉक्टर पर मरीज से अवैध धन की मांग करने का आरोप था। पीड़ित द्वारा इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग से किए जाने के बाद पूरे मामले की गोपनीय रूप से जांच की गई और ट्रैप की योजना तैयार की गई। जैसे ही तय राशि डॉक्टर को दी गई, विजिलेंस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे अस्पताल की इमरजेंसी इकाई से पकड़ लिया।
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार डॉक्टर ने कुछ ही सप्ताह पहले रुड़की सिविल अस्पताल में कार्यभार संभाला था। इससे पहले उसकी तैनाती मसूरी में बताई जा रही है। विजिलेंस विभाग अब यह भी खंगाल रहा है कि कहीं यह मामला किसी संगठित गतिविधि का हिस्सा तो नहीं है।
कार्रवाई के बाद आरोपी डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि जांच के दौरान यह भी पता लगाया जाएगा कि डॉक्टर पूर्व में भी इस तरह की शिकायतों में शामिल रहा है या नहीं।
इस घटना के सामने आने के बाद सिविल अस्पताल की कार्यप्रणाली और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने मामले को गंभीर बताते हुए आगे की कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
रणवीर सिंह की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘धुरंधर’ ने रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस पर जिस रफ्तार से उड़ान भरी थी, वह चौथे हफ्ते में भी बरकरार है। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस हाई-ऑक्टेन स्पाई थ्रिलर ने न केवल घरेलू बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जबरदस्त पकड़ बना ली है। दिसंबर की शुरुआत में सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली इस फिल्म ने कमाई के मामले में कई बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए खुद को साल की सबसे सफल फिल्मों में शुमार करा लिया है।
23वें दिन भी नहीं थमी रफ्तार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘धुरंधर’ ने रिलीज के 23वें दिन भी करीब 20.50 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसके साथ ही भारत में फिल्म का नेट कलेक्शन 668 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और यह 700 करोड़ क्लब में शामिल होने के बेहद करीब है। वहीं, ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर फिल्म पहले ही 1000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर चुकी है, जो इसकी अभूतपूर्व लोकप्रियता को दर्शाता है।
कहानी और प्रस्तुति बनी सबसे बड़ी ताकत
फिल्म की खास बात यह रही कि साढ़े तीन घंटे से ज्यादा की अवधि होने के बावजूद दर्शकों की दिलचस्पी कहीं भी कमजोर नहीं पड़ी। सस्पेंस से भरपूर कहानी, तेज रफ्तार स्क्रीनप्ले और भव्य एक्शन सीक्वेंस ने दर्शकों को पूरी तरह बांधे रखा। रणवीर सिंह का इंटेंस और अलग अंदाज फिल्म को खास बनाता है, जिसकी लगातार तारीफ हो रही है।
दमदार स्टारकास्ट और म्यूजिक का असर
‘धुरंधर’ में रणवीर सिंह के साथ अक्षय खन्ना, संजय दत्त, अर्जुन रामपाल, आर. माधवन, सारा अर्जुन और राकेश बेदी जैसे अनुभवी कलाकार नजर आए हैं। सभी के अभिनय को दर्शकों और समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर और गाने भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है। कई एक्शन सीन और डायलॉग्स इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब पर वायरल हो चुके हैं।
सीक्वल को लेकर बढ़ी उत्सुकता
फिल्म की जबरदस्त सफलता के बीच मेकर्स ने ‘धुरंधर पार्ट 2’ की घोषणा कर दी है। पोस्ट-क्रेडिट सीन में दिए गए संकेतों ने दर्शकों की उत्सुकता को और बढ़ा दिया है। फिल्म का दूसरा भाग 2026 में रिलीज किया जाएगा और इसे हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में भी पेश किया जाएगा।
कुल मिलाकर, ‘धुरंधर’ ने यह साबित कर दिया है कि मजबूत कहानी, शानदार निर्देशन और सितारों की दमदार मौजूदगी बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रच सकती है। रणवीर सिंह के करियर में यह फिल्म एक मील का पत्थर मानी जा रही है, जिसकी चर्चा लंबे समय तक होती रहेगी।
(साभार)
BS6 से कम बाहरी वाहनों की दिल्ली में एंट्री पर स्थायी रोक
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में लगातार बिगड़ते वायु गुणवत्ता स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए बड़ा और दीर्घकालिक फैसला लिया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अब अस्थायी उपायों की जगह स्थायी नियम लागू किए जा रहे हैं, ताकि आने वाले समय में राजधानी को गंभीर प्रदूषण संकट से बचाया जा सके।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मजिंदर सिंह सिरसा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण के तहत लागू की जाने वाली दो अहम पाबंदियों को अब स्थायी रूप से लागू कर दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब राजधानी में बिना वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (PUCC) के किसी भी वाहन को पेट्रोल, डीजल या सीएनजी नहीं दिया जाएगा। यह नियम सभी पेट्रोल पंपों पर हर समय लागू रहेगा, न कि केवल प्रदूषण के आपात हालात में।
इसके साथ ही दिल्ली की सीमाओं पर भी सख्ती बढ़ा दी गई है। सरकार ने फैसला किया है कि भारत स्टेज-6 (BS6) मानकों से कम उत्सर्जन वाली बाहरी गाड़ियों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। यानी BS3 और BS4 श्रेणी के वाहन अब राजधानी में नहीं आ सकेंगे। केवल BS6 मानकों पर खरे उतरने वाले, इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहन ही दिल्ली में प्रवेश कर पाएंगे।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा आने वाले दिनों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण मौसम के फिर से बिगड़ने की आशंका जताई गई है, जिससे प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है। ऐसे में सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और समय रहते कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि दिल्ली के लोगों को दोबारा प्रदूषण के गंभीर हालात का सामना न करना पड़े।
सरकार का मानना है कि वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को नियंत्रित किए बिना वायु गुणवत्ता में सुधार संभव नहीं है। इसी वजह से इन दोनों नियमों को स्थायी बनाकर प्रदूषण पर दीर्घकालिक नियंत्रण की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है।
गणेश गोदियाल का सरकार पर हमला, सीबीआई जांच की दोहराई मांग
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। मामले में न्याय की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राजधानी देहरादून में जोरदार प्रदर्शन किया और कैंडल मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी मार्च में शामिल हुए और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
कैंडल मार्च को संबोधित करते हुए गणेश गोदियाल ने कहा कि अंकिता की हत्या सिर्फ एक आपराधिक घटना नहीं है, बल्कि यह सत्ता के संरक्षण में दबाए गए सच का प्रतीक बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार शुरू से ही आरोपियों को बचाने का प्रयास करती रही है, जिससे जनता के बीच सरकार की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गोदियाल ने कहा कि एक बेटी को न्याय दिलाने में सरकार की उदासीनता बेहद शर्मनाक है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम और भाजपा विधायक रेणु बिष्ट की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इन नामों पर लगातार चर्चाएं होने के बावजूद अब तक किसी भी स्तर पर निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि जब भाजपा से जुड़े लोग स्वयं ‘वीआईपी संरक्षण’ की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर रहे हैं, तो फिर सरकार सीबीआई जांच से पीछे क्यों हट रही है।
इस बीच, अंकिता हत्याकांड को लेकर राज्य की सियासत और तेज हो गई है। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश संगठन से रिपोर्ट तलब की है। हालांकि, कांग्रेस का आरोप है कि जब तक निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच नहीं होगी, तब तक सच्चाई सामने नहीं आ पाएगी।
गणेश गोदियाल ने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी किसी भी दबाव में झुकने वाली नहीं है और दोषी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसे कानून के दायरे में लाकर सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अंकिता को न्याय दिलाने की लड़ाई अंतिम निर्णय तक जारी रहेगी।
कांग्रेस की प्रमुख मांगें
दुष्यंत गौतम और रेणु बिष्ट की भूमिका की निष्पक्ष जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाए।
पूरे हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराई जाए, जिसकी निगरानी सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश करें।
जांच प्रक्रिया को किसी भी वीआईपी, राजनीतिक दबाव या सत्ता संरक्षण से पूरी तरह मुक्त रखा जाए।
