हिचकी एक आम समस्या है, जो कभी-न-कभी हर किसी को होती है। यह अचानक शुरू होती है और कई बार अपने आप बंद भी हो जाती है, लेकिन जब यह बार-बार या लंबे समय तक बनी रहे, तो यह परेशानी का कारण बन सकती है। लोग अक्सर इसे हल्के में लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि हिचकी क्यों आती है? क्या यह सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया है या किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकती है? आइए, इसके कारणों, उपायों और संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हिचकी क्या है और क्यों आती है?
हिचकी तब होती है, जब डायाफ्राम (मध्यपट) में अनैच्छिक संकुचन होता है। डायाफ्राम एक मांसपेशी है, जो फेफड़ों के नीचे होती है और सांस लेने में मदद करती है। जब यह मांसपेशी अचानक सिकुड़ती है, तो स्वरयंत्र बंद हो जाता है, जिससे ‘हिक’ की आवाज निकलती है।
हिचकी आने के सामान्य कारण
हिचकी एक सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया है, जो कई कारणों से हो सकती है। अधिक खाना या जल्दबाजी में खाना इसका एक प्रमुख कारण है। ज्यादा मात्रा में भोजन, खासकर मसालेदार खाना, पेट में गैस बनना भी इसका कारण है, जो डायाफ्राम को उत्तेजित करता है और हिचकी शुरू हो जाती है। इसके अलावा, कार्बोनेटेड पेय जैसे सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स या शराब का सेवन भी पेट में सूजन पैदा कर सकता है, जिससे हिचकी की समस्या हो सकती है। भावनात्मक तनाव, घबराहट या अचानक ठंडा-गर्म तापमान में बदलाव भी हिचकी का कारण बन सकता है।
हल्की-फुल्की हिचकी रोकने के आसान उपाय
हिचकी को रोकने के लिए कुछ सरल और प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं। सबसे पहले, थोड़ा स्थिर हो जाएं और धीरे-धीरे सांस छोड़ें, यह डायाफ्राम को स्थिर करने में मदद करता है। छोटे-छोटे घूंट में ठंडा पानी पीना भी हिचकी को रोकने का आसान तरीका है। इसके अलावा, एक चम्मच चीनी या शहद को जीभ के नीचे रखने से नसों को उत्तेजना मिलती है, जो हिचकी को कम करने में सहायक होती है।
क्या हिचकी किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वैसे तो हिचकी को सामान्यतौर कोई बीमारी नहीं माना जाता है, लेकिन कुछ गंभीर स्थितियों में हिचकी को लक्षण के तौर पर देखा जा सकता है। इसीलिए, यदि हिचकी लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे अनदेखा न करें। लगातार हिचकी आना किसी अंतर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है, जिस पर समय रहते गौर करना जरूरी है।
लंबे समय तक हिचकी आने का एक संभावित कारण वेगस या फ्रेनिक तंत्रिकाओं में क्षति या जलन हो सकती है। ये तंत्रिकाएं डायाफ्राम की मांसपेशियों को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए आवश्यक होती हैं। कभी-कभी गर्दन में मौजूद थायरॉयड ग्रंथि से संबंधित कोई समस्या या सिस्ट भी इन तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकती है। ऐसी स्थिति में, तुरंत चिकित्सीय सलाह लेना और उचित इलाज प्राप्त करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।”
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देहरादून-मसूरी और हल्द्वानी-नैनीताल रूट पर चलेंगे टैम्पो ट्रेवलर वाहन, यात्री सेवा होगी और बेहतर
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से आयोजित एक समारोह में उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा संचालित की जा रही 20 नई वातानुकूलित यूटीसी मिनी (टैम्पो ट्रेवलर) का फ्लैग ऑफ किया। इनमें से 10 टैम्पो ट्रेवलर वाहन देहरादून-मसूरी और 10 टैम्पो ट्रेवलर वाहन हल्द्वानी नैनीताल रूट पर चलेंगे। इससे नैनीताल- हल्द्वानी और देहरादून – मसूरी के बीच जाम की समस्या में भी कमी आयेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल सफल रही तो, इस तरह की सेवाओं की संख्या और बढ़ाई जायेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैम्प कार्यालय से जीटीसी हेलीपैड तक टैम्पो ट्रेवलर से सफर भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वातानुकुलित टैम्पो ट्रैवलर राज्य के परिवहन तंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे। इनसे यात्रियों को सुरक्षित, सुगम और किफायती यात्रा की सुविधा मिल सकेगी तथा प्रदेश की आर्थिक और पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य के प्रत्येक क्षेत्र को बेहतर सड़क नेटवर्क और विश्वसनीय परिवहन सेवाओं से जोड़ा जाए। आज डिजिटल टिकटिंग, ऑनलाइन बुकिंग, ट्रैकिंग सिस्टम जैसी सेवाओं द्वारा परिवहन विभाग जनता को सुलभ यात्रा उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम को मजबूत बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप लगातार तीन वर्षों से परिवहन निगम मुनाफे में हैै।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम के बस बेड़े में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसों का भी समावेश किया जायेगा, जिसके लिए बसों की खरीद की प्रक्रिया गतिमान है। सरकार ने अपने कर्मचारियों और चालक-परिचालकों की कई समस्याओं का समाधान किया है। डीए में बढ़ोतरी करना हो, 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना हो या निगम में भर्तियों के माध्यम से मानव संसाधन बढ़ाना हो, पूरी प्रतिबद्धता के साथ उनके कल्याण के लिए कार्य किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, प्रमुख सचिव एवं अध्यक्ष उत्तराखण्ड परिवहन निगम एल. फैनई, एमडी परिवहन निगम श्रीमती रीना जोशी और परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया नियंत्रक सम्मेलन 2025 का उद्घाटन
रक्षा लेखा विभाग को आधुनिक और रणनीतिक वित्तीय संस्था में बदलने की दिशा में बड़ा कदम
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित रक्षा लेखा विभाग (DAD) के तीन दिवसीय नियंत्रक सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने भारत की सैन्य क्षमताओं, आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन और वैश्विक रक्षा बाजार में बढ़ती हिस्सेदारी को रेखांकित करते हुए कहा कि “शांति का समय भ्रम हो सकता है, इसलिए रक्षा क्षेत्र को मजबूत करना अब आवश्यकता बन गया है।”
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान ने न केवल भारत की सैन्य ताकत को दुनिया के सामने रखा, बल्कि स्वदेशी रक्षा उत्पादों की विश्वसनीयता भी प्रमाणित की। उन्होंने कहा, “दुनिया भारत की रक्षा क्षमताओं को नई दृष्टि से देख रही है। हमारे घरेलू रक्षा उपकरणों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2024 में वैश्विक सैन्य खर्च 2.7 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है और भारत के लिए इसमें बड़ी संभावनाएं हैं। “इस बदलते सुरक्षा परिदृश्य में वित्तीय अनुशासन और रणनीतिक बजटीय प्रबंधन की भूमिका बेहद अहम है,”।
राजनाथ सिंह ने रक्षा लेखा विभाग की भूमिका को ‘सिर्फ लेखांकन’ तक सीमित न मानने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विभाग की ईमानदारी और पारदर्शिता का असर सीधे उन सैनिकों तक पहुंचता है जो सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। “यह केवल वित्तीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा दायित्व भी है,”।
उन्होंने बताया कि रक्षा अधिग्रहण परिषद ने पहली बार जैम पोर्टल के जरिए पूंजीगत खरीद को स्वीकृति दी है, जो पारदर्शिता और सुगमता की दिशा में एक बड़ा कदम है। साथ ही यह जानकारी दी कि विभाग व्यापक वेतन प्रणाली और केंद्रीकृत डाटाबेस विकसित करने पर भी काम कर रहा है।
सम्मेलन का उद्देश्य और थीम:
तीन दिवसीय यह सम्मेलन रक्षा लेखा विभाग को पारंपरिक लेखा प्रणाली से आगे ले जाकर आधुनिक, रणनीतिक और दक्ष रक्षा वित्तीय संस्था में परिवर्तित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस वर्ष सम्मेलन की थीम “वित्तीय सलाह, भुगतान, ऑडिट और रक्षा वित्त एवं अर्थशास्त्र के माध्यम से लेखांकन में बदलाव” रखी गई है।
मुख्य बिंदु और सत्र:
सम्मेलन में आठ उच्चस्तरीय ‘मंथन सत्र’ आयोजित किए जाएंगे, जिनमें बजट सुधार, आंतरिक ऑडिट, मूल्य निर्धारण, संयुक्त अनुसंधान और क्षमता निर्माण जैसे विषयों पर मंथन होगा। इसमें रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए IFA प्रणाली की भूमिका को भी स्पष्ट किया जाएगा।
डीएडी की वर्तमान भूमिका और भविष्य की दिशा:
वर्तमान में डीएडी ₹26.8 लाख करोड़ के रक्षा बजट का प्रबंधन कर रहा है, जिसमें से ₹1.7 लाख करोड़ पेंशन मद में निर्धारित है। विभाग देशभर में 200 से अधिक सेवा केंद्र संचालित कर रहा है और MIS आधारित प्रणाली से प्रदर्शन मूल्यांकन को बेहतर बना रहा है।
सम्मेलन के दौरान ‘सतर्क, चुस्त, अनुकूल’ जैसे नए मिशन स्टेटमेंट और स्लोगन का अनावरण भी किया जाएगा। वर्ष 2025 को “सुधार वर्ष” घोषित करते हुए इसे भारत की रक्षा वित्त प्रणाली को भविष्य के लिए सक्षम बनाने का एक निर्णायक क्षण बताया गया है।
हॉलीवुड की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जुरासिक वर्ल्ड रीबर्थ’ ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर दमदार शुरुआत के बाद अपने पहले वीकेंड में शानदार प्रदर्शन दर्ज किया है। बेहतरीन वीएफएक्स और दमदार स्टारकास्ट के साथ यह फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में सफल रही है।
तीसरे दिन की कमाई:
रविवार को फिल्म ने करीब 13.71 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। इस तरह भारत में रिलीज के तीन दिनों में फिल्म की कुल कमाई 36.21 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। ट्रेड एनालिस्ट्स के मुताबिक, फिल्म की पकड़ मजबूत बनी हुई है और आगे भी इसकी कमाई में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
पहले वीकेंड की रिपोर्ट:
फिल्म ने शुक्रवार को लगभग 9 करोड़ रुपये से अपने सफर की शुरुआत की थी। शनिवार को इसने 13.5 करोड़ रुपये कमाए और रविवार को आंकड़ा 13.71 करोड़ तक पहुंच गया। पहले तीन दिनों में ही फिल्म ने 36.21 करोड़ रुपये का नेट कलेक्शन कर लिया है, जो इसके जबरदस्त क्रेज को दर्शाता है।
स्टारकास्ट की चमक:
फिल्म में स्कारलेट जोहानसन, माहेरशाला अली और जोनाथन बेली जैसे अंतरराष्ट्रीय सितारे अहम भूमिकाओं में नजर आ रहे हैं। करीब 1537 करोड़ रुपये (180 मिलियन डॉलर) के बजट में बनी यह फिल्म इस साल की सबसे बड़ी हॉलीवुड पेशकशों में शुमार है।
कंटेंट और तकनीक की तालमेल:
‘जुरासिक वर्ल्ड रीबर्थ’ केवल एक वीएफएक्स शो नहीं है, बल्कि इसमें भावनात्मक गहराई और दिलचस्प कहानी भी मौजूद है। डायनासोर की दुनिया में लौटना दर्शकों के लिए एक बार फिर रोमांचकारी अनुभव रहा। फिल्म के विजुअल इफेक्ट्स, साउंड डिजाइन और सिनेमैटोग्राफी को दर्शकों और समीक्षकों ने खूब सराहा है।
यह फिल्म हिंदी, अंग्रेजी, तमिल और तेलुगू में रिलीज की गई है। खासकर हिंदी और इंग्लिश में इसका प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा। वीकेंड पर मल्टीप्लेक्स में 60% से अधिक ऑक्यूपेंसी दर्ज की गई, जबकि मेट्रो शहरों में यह आंकड़ा 70% तक जा पहुंचा।
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महुआ मोइत्रा ने कहा- “आदेश से करोड़ों योग्य मतदाता वंचित हो सकते हैं”
10 जुलाई को होगी सुनवाई
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई के लिए 10 जुलाई को तारीख तय की है। अदालत इस प्रक्रिया की वैधता और संवैधानिक आधार का परीक्षण करेगी, जिससे चुनावी निष्पक्षता और सभी जागरूक मतदाताओं के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
याचिकाकर्ता और दायरा
राजद सांसद मनोज झा और TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने अलग-अलग याचिकाओं में चुनाव आयोग के 24 जून के आदेश को रद्द करने की मांग की है।
एनजीओ ‘एसोसिएशन ऑफ़ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ ने भी इसी (SIR) प्रक्रिया को संवैधानिक आधार पर चुनौती दी है।
मुख्य तर्क
मनोज झा का आरोप है कि विधानसभा चुनाव से केवल कुछ महीने पहले इस तरह का विशेष गहन पुनरीक्षण चुनावी प्रक्रियाओं में असमानता और अनियमितताओं का मार्ग प्रशस्त करता है।
महुआ मोइत्रा का कहना है कि 24 जून का आदेश “संविधान के विभिन्न प्रावधानों का उल्लंघन” करते हुए जारी हुआ और इससे “लाखों योग्य मतदाताओं” के नाम कटने का जोखिम बना सकता है, जो लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है।
निर्वाचन आयोग का उद्देश्य
आयोग ने (SIR) का लक्ष्य “अपात्र नामों को हटाकर” केवल सही और पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल रखना बताया है।
24 जून के आदेश में बताया गया कि यह कदम “मतदाता सूची की सटीकता बढ़ाने” और “चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने” के लिए आवश्यक है।
अगले कदम
सर्वोच्च न्यायालय 10 जुलाई को दोनों याचिकाओं की विचार–विमर्श पूर्ण सुनवाई करेगा।
अदालत इस दौरान निर्वाचन आयोग के (SIR) निर्देशों की संवैधानिकता, चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता और संभावित प्रभाव का व्यापक परीक्षण कर सकती है।
प्रभाव
यदि कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं का पक्ष लिया तो पूरे देश में (SIR) के आदेशों पर अस्थायी रोक लग सकती है।
चुनाव से पहले यह विवाद मतदाता सूची की विश्वसनीयता, चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र और राजनीतिक दलों के बीच तर्क–वितर्क को केंद्र में रखेगा।
ब्रिक्स द्वारा ईरान-इस्राइल मसले पर अमेरिका की आलोचना के बाद ट्रंप की तीखी प्रतिक्रिया, ट्रुथ सोशल पर दी चेतावनी
वाशिंगटन। ब्राजील में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बीच वैश्विक मंच पर कूटनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अमेरिका विरोधी रुख अपनाने वाले देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप की यह प्रतिक्रिया ब्रिक्स द्वारा ईरान और इस्राइल के संघर्ष पर अमेरिका की नीतियों की आलोचना के बाद सामने आई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर बयान जारी करते हुए लिखा कि “जो भी देश अमेरिका विरोधी ब्रिक्स नीतियों का समर्थन करेगा, उस पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इस फैसले में कोई अपवाद नहीं होगा।” ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि यह चेतावनी उन सभी देशों के लिए है जो वैश्विक व्यापार के नाम पर अमेरिका के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं।
इससे पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे देशों ने अमेरिका का नाम लिए बिना ईरान पर सैन्य हमले और बढ़ते व्यापार शुल्क (टैरिफ) की आलोचना की थी। इस्राइल की ओर से मध्य-पूर्व में जारी सैन्य कार्रवाइयों की भी निंदा की गई। ब्रिक्स नेताओं ने अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि विवादों को कूटनीतिक बातचीत से सुलझाना चाहिए, न कि सैन्य टकराव या आर्थिक दमन से।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने भी कहा कि “शांति की तुलना में युद्ध में निवेश करना आसान होता है, लेकिन इसका दायरा सीमित और विनाशकारी होता है।” उन्होंने नाटो देशों द्वारा सैन्य खर्च बढ़ाने पर सवाल उठाया और वैश्विक स्थायित्व के लिए कूटनीतिक पहल को जरूरी बताया।
इस बीच, अमेरिका में टैरिफ निलंबन की समयसीमा 9 जुलाई को समाप्त होने जा रही है, जिसके चलते दुनिया भर में व्यापारिक हलकों में चिंता का माहौल है। ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वे अधिकांश देशों के लिए टैरिफ में राहत की अवधि नहीं बढ़ाएंगे और पहले ही 10-12 देशों को नए शुल्क की सूचना देने वाले पत्रों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
ब्रिक्स सम्मेलन की थीम और भागीदारी:
इस बार ब्रिक्स सम्मेलन ब्राजील की मेजबानी में हुआ, जिसमें पुराने 5 देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) के अलावा नए सदस्य देशों मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई और इंडोनेशिया ने हिस्सा लिया। ब्राजील ने 1 जनवरी 2025 को ब्रिक्स की अध्यक्षता संभाली थी। इस बार की थीम रही- समावेशी और टिकाऊ वैश्विक शासन के लिए ग्लोबल साउथ का सहयोग मजबूत करना।
गढ़ी कैंट, देहरादून में सीएम धामी ने भूतपूर्व सैनिकों से राज्य के विकास और पर्यावरण संरक्षण पर की चर्चा
जबरन धर्मान्तरण व डेमोग्राफ़िक चेंज पर हमारी सरकार के प्रयासों के साथ जन सहयोग एवं कानूनी रूप से शिकायत हेतु जन जागरूकता भी आवश्यक- सीएम धामी
देहरादून। सीएम धामी ने कहा कि जबरन धर्मान्तरण व डेमोग्राफ़िक चेंज पर हमारी सरकार के प्रयासों के साथ जन सहयोग एवं कानूनी रूप से शिकायत हेतु जन जागरूकता भी आवश्यक है| मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सख्त दंगा विरोधी कानून लागू करने के साथ, भूमि अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्यवाही व यूसीसी जैसा साहसिक कदम उठाये लेकिन सरकार के इन साहसिक प्रयासों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु व्यापक जनसहयोग की अपेक्षा है|
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़ी कैंट, देहरादून में आयोजित ” विकसित भारत @2047 सामूहिक संवाद- पूर्व सैनिकों के साथ” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया | कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के सम्रग विकास के लिए उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों से बातचीत की एवं उनके सुझाव लिये |
राष्ट्र-प्रहरी के साथ पर्यावरण प्रहरी भी बने भूतपूर्व सैनिक- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग को हर डिवीज़न मे 1000 पेड़ लगाने के निर्देश दिए गए हैं | मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ‘’एक पेड़ अपनी मां के नाम’’ अभियान की शुरुआत की है। आज के इस अवसर पर मैं, आप सभी से इस अभियान में भागेदारी निभाने का आह्वान करता हूं क्योंकि आप सभी राष्ट्र-प्रहरी होने के साथ – साथ हमारे पर्यावरण के भी रक्षक हैं। आप जहां भी पेड़ लगाएंगे उसके फलने फूलने की गारंटी भी सदा रहेगी, क्योंकि आप एक सैनिक होने के नाते हमेशा उसका ख्याल भी रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मे गत दो माह मे आने वाले पर्यटको की संख्या 38 लाख से अधिक हो गई हैं | प्रधानमंत्री के प्रयासों व सहयोग से राज्य मे शीतकालीन यात्रा एवं आदि कैलाश यात्रा को नई गति मिली है | राज्य मे बेरोजगारी दर 4.2 से कम हो गईं हैं जो राष्ट्रीय औसत से कम है| मानसरोवर यात्रा का समय 7 दिन कम हो चुका है |
सैनिको एवं उनके परिजनों के हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त पूर्व सैनिकों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि सैनिको ने वीरता, शौर्य और समर्पण के साथ देश की रक्षा करते हुए अपने जीवन का महत्वपूर्ण कालखंड बिताया है।सैनिको ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कच्छ से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हर मोर्चे पर तिरंगे के गौरव और मान को बढ़ाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश देवभूमि के साथ साथ वीरभूमि भी है, क्योंकि हमारे प्रदेश का लगभग हर परिवार सेना से जुड़ा हुआ है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि हमारे वीर सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी।
सैनिक परिवार से होने के कारण पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा – सीएम धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं, स्वयं भी एक फौजी का बेटा हूं ,मैनें पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा और समझा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके हृदय में हमेशा शहीदों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदनशीलता और समर्पण का भाव रहता है। इसलिए हमने ये प्रयास किया है कि यही भाव हमारी सरकार के काम में भी दिखे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, ले ज ( से नि) ए के सिंह, मे ज( से नि) के एस राणा, क. बीरेंद्र सिंह राणा, ब्रि. नितेश बिष्ट व बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक मौजूद थे |
पंचकूला: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी युवक से ₹1.5 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला ने न केवल पैसा लिया बल्कि फर्जी जॉइनिंग लेटर भी थमा दिया। सेक्टर-3 थाना पुलिस ने आरोपी महिला आकृति यादव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भी महेंद्रगढ़ की ही रहने वाली है।
इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती, फिर हुआ भरोसे का सौदा
पीड़ित दीपक, जो बावल स्थित पॉस्को कंपनी में ट्रॉलिंग हेल्पर के रूप में कार्यरत है, ने बताया कि उसकी तीन महीने पहले इंस्टाग्राम पर आकृति यादव से दोस्ती हुई थी। आकृति ने खुद को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की कर्मचारी बताया। उसने दीपक को भरोसा दिलाया कि 2024 में हाईकोर्ट में हुई क्लर्क और चपरासी की भर्ती में कुछ पद खाली रह गए हैं और वह उसे नौकरी दिला सकती है। दीपक ने आकृति को जरूरी दस्तावेज भेजे और ₹1.5 लाख का भुगतान किया।
फर्जी लेटर और पुलिस शिकायत
27 जून को आकृति ने वीडियो कॉल पर दीपक को एक जॉइनिंग लेटर दिखाया और 4 जुलाई को जब दीपक हाईकोर्ट पहुंचा, तो आकृति ने उसे कैंटीन में बुलाकर फर्जी जॉइनिंग लेटर सौंप दिया। लेटर पर शक होने पर दीपक ने तुरंत सेक्टर-3 थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आकृति यादव को गिरफ्तार कर लिया।
केस दर्ज, आगे की जांच जारी
पुलिस ने आकृति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की पूछताछ की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई और शामिल था या नहीं।
किशोरी की मृत्यु का कारण जानना अत्यंत आवश्यक, सभी तथ्यों की गहन जांच कर आरोपियों के विरुद्ध हो कड़ी कार्रवाई : कुसुम कण्डवाल
देहरादून: डोईवाला क्षेत्र के कुड़कावाला में कल शाम 5 जुलाई को एक दर्दनाक और रहस्यमय घटना, सुसवा नदी के पास स्थित एक क्रेशर में एक नाबालिग कूड़ा बीनने वाली लड़की ने कथित रूप से फांसी लगाकर मृत्यु के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने त्वरित संज्ञान लिया। कल शाम मामले की जानकारी मिलते ही अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने डोईवाला एसओ से फोन पर घटना में गंभीरता से कार्रवाई व सभी संदिग्धो को कार्रवाई के घेरे में लेने के निर्देश दिए थे।
आज अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सुसवा नदी किनारे स्थित क्रेशर पर पहुंच कर जानकारी ली तथा डोईवाला थाने में पहुँची। उन्होंने मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी से फोन पर वार्ता करते हुए मामले के अत्यन्त गंभीर होने पर घटना में कड़ी कार्रवाई के लिए कहा साथ ही अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि किसी भी बच्ची या किशोरी को इस प्रकार से बंधक बनाना भी गंभीर विषय है, कहीं इसमें कोई अन्य सजिश न हो इस मामले में गंभीरता से गहन जांच होनी चाहिए तथा सभी तथ्यों व सबूतों के आधार पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह मामला अत्यंत दुःखद है, किशोरी द्वारा इस प्रकार बेहद दर्दनाक कदम का उठाना बहुत चिंता का विषय है, मामले में कोई भी ढिलाई न बरती जाए, साथ ही मृतक किशोरी की पोस्टमार्टम/ मेडिकल रिपोर्ट तथा घटना स्थल की फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट की जांच के आधार पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग मामले की जांच इत्यादि की रिपोर्ट भी पुलिस अधिकारियों से मांगेगा। किसी भी किशोरी या युवती से गलत दुर्घटना या जघन्य अपराध आयोग बर्दाश्त नही करेगा।
उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल से फोन पर वार्ता करते हुए मामले में बात की और इस घटना पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा, ताकि कोई भी मामले को या उसकी जांच को प्रभावित न कर सके।
इस दौरान राजेन्द्र तड़ियाल सहित अन्य सामाजिक लोग उपस्थित रहे।
सीएम ने दलाई लामा के जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं
“मेरा धर्म करुणा है”: दलाई लामा को बताया विश्व का सच्चा आध्यात्मिक गुरु
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को क्लेमेनटाउन, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में परम पूज्य दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के अवसर पर देशवासियों और तिब्बती समाज को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि बुद्धा टेंपल मार्ग का चौड़ीकरण किया जाएगा और तिब्बती श्मशान घाट पर टिन शेड का निर्माण कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दलाई लामा ने पूरी दुनिया को शांति, अहिंसा और करुणा का मार्ग दिखाया है। आज जब दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है, उनकी शिक्षाएं और भी अधिक प्रासंगिक हो गई हैं। उन्होंने कहा — “मेरा धर्म करुणा है”, यही विचार उन्हें विश्व का सच्चा आध्यात्मिक गुरु बनाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने हमेशा तिब्बती समाज को प्रेम, सम्मान और सुरक्षा दी है। राज्य सरकार न केवल उनके हितों की रक्षा करती है, बल्कि उनके सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामाजिक विकास के लिए भी हर संभव सहयोग करती रहेगी। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दलाई लामा को उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्राप्त हो, ताकि वे आने वाली पीढ़ियों को भी अपने अमूल्य विचारों और शिक्षाओं से मार्गदर्शन करते रहें।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक विनोद चमोली, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स, पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार सहित तिब्बती समुदाय के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।