रुद्रपुर के सिडकुल में सीईपीटी प्लांट की चपेट में आकर 3 लोगों की मौत..
उत्तराखंड: रुद्रपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं। यहां सिडकुल के सीईपीटी प्लांट में मोटर खराब हो गई थी। तीन लोग मोटर ठीक करने गए थे, लेकिन वो सीईपीटी प्लांट के टैंक की खतरनाक गैस के असर के चलते मौत के मुंह में समा गए। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ और दमकल कर्मियों की टीम ने किसी तरह शवों को बाहर निकाला।
घटना सिडकुल के सेक्टर सात की है, जहां सीईपीटी प्लांट है। इसमें उद्योगों के गंदे पानी का ट्रीटमेंट किया जाता है। इसका संचालन रेमकी कंपनी करती है। क्षेत्र में जलभराव होने की वजह से प्लांट की मोटर फुंक गई थी। जिसे कंपनी के कर्मचारी ठीक करने की कोशिश कर रहे थे।
सोमवार की शाम कंपनी का हेल्पर हरिपाल निवासी बरेली टैंक में सफाई करते हुए गिर गया था। इसके बाद उसे बचाने के लिए प्लांट हेड रमन निवासी रुद्रपुर और मार्केटिंग कर्मचारी अवधेश टैंक में उतरे थे। इस दौरान तीनों अमोनिया गैस की चपेट में आ गए और बाहर नहीं आ सके। जहरीली गैस की चपेट में आने और दम घुटने से तीनों की मौत हो गई।
हादसा होते ही कंपनी प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने पुलिस और एसडीआरएफ को सूचना दी। एसडीआरएफ और दमकल कर्मियों की टीम ने किसी तरह कड़ी मशक्कत कर शवों को टैंक से बाहर निकाला। कंपनी के सीओ आशीष भारद्वाज का कहना हैं कि तीनों लोग टैंक के अंदर गैस की चपेट में आए, जिससे दम घुटने के कारण उनकी मौत हो गई।
कंगना को मिला बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल फिल्म अवार्ड..
देश-विदेश: उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एवं दादासाहेब फाल्के पुरस्कार दिए। वेंकैया नायडू के हाथों विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। कंगना रनौत को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवार्ड मिला है। रजनीकांत को दादा साहेब अवॉर्ड दिया गया है।
67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा मार्च 2021 में की गई थी। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से समारोह नहीं हो सका था। ऐसे में अब विजेताओं को पुरस्कार दिए गए हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को फिल्म मणिकर्णिका और पंगा में उनके अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। कंगना को चौथी बार इस पुरस्कार से नवाजा गया है
इसके साथ ही धनुष और मनोज बाजपेयी को संयुक्त रूप से बेस्ट एक्टर अवार्ड दिया गया है। मनोज वाजपेयी को फिल्म ‘भोसले’ और धनुष को तमिल फिल्म ‘असुरन’ के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला है। सुशांत सिंह राजपूत और श्रद्धा कपूर स्टार ‘छिछोरे’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
इसके अलावा अन्य अवार्ड की बात करें तो फिल्म ‘केसरी’ के गाने ‘तेरी मिट्टी’ के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड बी प्राक को मिला है। गैर-फीचर फिल्म की श्रेणी में ‘एन इंजीनियर ड्रीम’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार जीता है। ‘मरक्कर-अराबिक्कदालिन्ते-सिम्हम’ को बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला है। आनंदी गोपाल को सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है।
रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार..
स्टार फिल्म एक्टर रजनीकांत को 51वें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना हैं रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार जीतने पर बधाई देता हूं। उन्होंने सिनेमा जगत को 5 दशक दिए हैं। कोई कहेगा वह वेटरन हैं, कोई आइकोनिक कलाकार कहेगा। मैं कहता हूं कि इन 5 दशक ने उनको एक इंडिविजुअल से एक संस्था के रूप में बदला है।
उत्तराखंड के गंगाजल से होगी देश के इन बारह ज्योतिर्लिंगों में पूजा..
देहरादून: उत्तराखंड से गंगाजल मिट्टी के बर्तनों में पैक कर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों के लिए भेजा जाएगा। प्रादेशिक को-ऑपरेटिव यूनियन (पीसीयू) ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। देहरादून में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आगामी 30 अक्तूबर को ‘गंगाजल’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। पीसीयू के चेयरमैन राम मेहरोत्रा का कहना हैं कि फिलहाल गंगाजल की करीब दो लाख पैकिंग तैयार की गई है।
ऑर्डर मिलने पर फिर से गंगाजल की पैकिंग कराई जाएगी। मेहरोत्रा ने कहा कि वर्तमान में 300 मिलीलीटर गंगाजल की पैकिंग तैयार की गई है। इसका मूल्य 150 रुपये रखा गया है। भविष्य में जिस हिसाब से मांग मिलेगी, उसी हिसाब से पैकिंग की जाएगी। गंगाजल से होने वाली आय सहकारिता के क्षेत्र में खर्च की जाएगी।
ये हैं 12 ज्योतिर्लिंग
1- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, गुजरात
2- मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, आंध्र प्रदेश
3- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, एमपी
4- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, एमपी
5- केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, उत्तराखंड
6- भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र
7- विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, उत्तर प्रदेश
8- त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र
9- वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, झारखंड
10 – नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, गुजरात
11- रामेश्वर ज्योतिर्लिंग, तमिलनाडु
12- घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र
अब खोजे जाएंगे चारधाम के पुराने पैदल मार्ग, दल हुआ रवाना..
उत्तराखंड: पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने ट्रेक द हिमालय के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक आंदोलन शुरू किया। इसके तहत विशेषज्ञों के 25 सदस्यों का दल चारधाम ट्रेक पर पुराने मार्गों को खोजने को 1200 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करेंगे। दल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। अभियान के तहत 25 सदस्यों की विशिष्ट टीम 50 दिनों से अधिक दिन तक पुराने चार धाम और शीतकालीन चार धाम मार्ग को खोजने का काम करेगी।
सीएम ने 25 सदस्यों के दल को हरी झंडी दिखा कर किया रवाना..
सीएम ने ट्रेकर्स को शुभकामनाएं देते हुए कहा, यह गर्व का क्षण है कि हमारे पास उत्तराखंड की पुरानी पगडंडियों का पता लगाने को एक युवा बल है। यह पहल हमारी सदियों पुरानी विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इससे हमारी चार धाम यात्रा को भी बढ़ावा मिलेगा और उत्तराखंड को एक नई पहचान मिलेगी।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा, 25 सदस्यों की विशेष टीम एक सुरक्षित यात्रा को सभी आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित है। चारधाम यात्रा को सदियों पुराने मार्ग का पता लगाने की यह खोज हमें विभिन्न स्थानों के लिए और अधिक मार्ग विकसित करने के तरीकों को फिर से खोजने में मदद करेगी। इस खास अभियान से उत्तराखंड में साहसिक खेलों को भी बढ़ावा मिलेगा। टीम यात्रा का दस्तावेजीकरण भी करेगी। इससे हमें निकट भविष्य में नई सरकारी नीतियां बनाने में मदद मिलेगी।
अपर पर्यटन सचिव श्री युगल किशोर पंत ने कहा, “इस विशेष अभियान का उद्देश्य पर्यावरण जागरूकता फैलाने, होमस्टे, स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और मूल रोजगार को बढ़ावा देने के साथ मूल्यवान इतिहास, परंपराओं और समृद्ध संस्कृति को मजबूत करना है। इस अभियान के जरिए हम एक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी संग्रह कर सकेंगे। इसके साथ ही प्राचीन मार्ग को फिर से खोजने के साथ टीम स्थानीय लोगों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास योजना की भी जानकारी देगी।
परियोजना प्रबंधक संस्थापक टीटीएच राकेश पंत ने कहा, “यात्रा को पांच चरणों में विभाजित किया गया है। स्टेज एक में ऋषिकेश से यमुनोत्री, स्टेज 2- यमनोत्री से गंगोत्री, स्टेज 3 – गंगोत्री से केदारनाथ, स्टेज 4- केदारनाथ से बद्रीनाथ और स्टेज 5 में टीम को बद्रीनाथ से ऋषिकेश वापस लाया जाएगा। यात्रा के दौरान, टीम यात्रियों के लिए इस खोज को और अधिक आरामदायक बनाने को मुफ्त राशन और धर्मशाला प्रदान करने की एक संरचित प्रणाली के रूप में पुरानी यात्रा में उपयोग की जाने वाली विभिन्न छत्तियों (बाबा काली कमली समूह द्वारा स्थापित) का भी फिर से पता लगाएगी। यह ट्रेल जापान और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेल भी होगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सहासिक पर्यटन) कर्नल अश्विनी पुंडीर, निदेशक इंफ्रास्ट्रक्चर कर्नल दीपक खंडूरी, अपर निदेशक यूटीडीबी पूनम चंद, अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान, उप निदेशक योगेंद्र गंगवार, साहसिक (भूमि विशेषज्ञ) रणवीर सिंह नेगी, परियोजना प्रबंधक चार धाम ट्रेल, संदीप रावत उपस्थित रहे।
केदारघाटी में उड़ान भरते हुए नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हेलीकॉप्टर..
उत्तराखंड: केदारनाथ यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवा का संचालन करने वाली हेली कंपनियां भारतीय वन्य जीव संस्थान के मानकों और एनजीटी के नियमों का पालन नहीं कर रही हैं। केदारघाटी से धाम के लिए हेलीकॉप्टर निर्धारित 600 मीटर की ऊंचाई पर नहीं उड़ रहे हैं। साथ ही हेली कंपनियां प्रतिदिन का शटल, साउंड व ऊंचाई का रिकाॅर्ड केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग को नहीं भेज रही हैं। इस संबंध में प्रभागीय स्तर से हेली कंपनियों को पत्र भेजकर जवाब मांगा गया है।
आपको बता दे कि इस वर्ष छह कंपनियों के हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी, शेरसी व बडासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भर रहे हैं। लेकिन ये हेलीकॉप्टर नदी तल से 150 से 250 मीटर की ऊंचाई पर ही उड़ रहे हैं। हेलीकॉप्टरों की उड़ान की यह ऊंचाई केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के भीमबली में स्थापित मॉनीटरिंग स्टेशन में रिकाॅर्ड हो रही है।
केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग गोपेश्वर का कहना है हेलीकॉप्टर की तेज आवाज से अति संवेदनशील क्षेत्र में प्रवास करने वाले दुर्लभ वन्य जीवों, वनस्पतियों को नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही लोगों को भी परेशानी हो रही है। वर्ष 2013-2014 में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग ने यात्राकाल में केदारघाटी के गुप्तकाशी, फाटा, बडासू, शेरसी, सोनप्रयाग, गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ हेलीपैड तक हेलीकॉप्टर की ध्वनि व ऊंचाई का अध्ययन किया था।
एक रिपोर्ट के अनुसार केदारनाथ हेलीपैड पर हेलीकाप्टर की न्यूनतम ध्वनि 92 डेसीबल व अधिकतम 108 डेसीबल मापी गई थी। जिसमें कहा गया था कि हेलीकॉप्टर सेंचुरी एरिया में उड़ान भरते हुए नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। लेकिन सात वर्ष बीत जाने के बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।
1 नवंबर से इन फोन में नहीं चलेगा व्हाट्सएप,ध्यान से देखिये ये पूरी लिस्ट..
देश-विदेश: हर साल व्हाट्सएप कई सारे पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अपना सपोर्ट बंद करता है। सपोर्ट बंद करने का मतलब यह है कि कुछ डिवाइस के लिए व्हाट्सएप का नया अपडेट जारी नहीं किया जाता है। पहले से इंस्टॉल एप काम करता रहता है लेकिन अपडेट ना मिलने की वजह से एप को नए फीचर्स नहीं मिल पाते हैं और सिक्योरिटी का खतरा रहता है। इस साल भी कई सारे व्हाट्सएप के लिए 1 नवंबर से सपोर्ट बंद हो रहा है। तो आइए देखते हैं कि इस लिस्ट में आपका फोन भी शामिल है या नहीं।
Android डिवाइस की लिस्ट..
यदि आपके पास कोई पुराना फोन है जिसमें एंड्रॉयड वर्जन 4.0.4 है तो आपके फोन में 1 नवंबर के बाद व्हाट्सएप नहीं चलेगा। इस लिस्ट में Samsung Galaxy Trend Lite, Galaxy Trend II, Galaxy SII, Galaxy S3 mini, Galaxy Xcover 2, Galaxy Core, और Galaxy Ace 2 फोन शामिल हैं। वहीं अन्य फोन की बात करें तो इस लिस्ट में LGs Lucid 2, LG Optimus F7, LG Optimus F5, Optimus L3 II Dual, Optimus F5, Optimus L5, Optimus L5 II, Optimus L5 Dual, Optimus L3 II, Optimus L7, Optimus L7 II Dual, Optimus L7 II, Optimus F6, Enact , Optimus L4 II Dual, Optimus F3, Optimus L4 II, Optimus L2 II, Optimus Nitro HD, 4X HD, Optimus F3Q के साथ सपोर्ट बंद होने वाला है।
इस लिस्ट में ZTE Grand S Flex, ZTE V956, Grand X Quad V987 और ZTE Grand Memo के नाम शामिल हैं। लिस्ट में हुवावे के फोन Huawei Ascend G740, Ascend Mate, Ascend D Quad XL, Ascend D1 Quad XL, Ascend P1 S और Ascend D2 का नाम है। सोनी के भी कुछ फोन इस लिस्ट में हैं जो कि Sony Xperia Miro, Sony Xperia Neo L और Xperia Arc S हैं।
iOS डिवाइस
आईओएस की अगर बात करें तो iOS 10 और इससे ऊपर के सभी वर्जन में व्हाट्सएप काम करेगा। यदि किसी के पास ऐसा आईफोन है जिसमें आईओएस 9 है तो उसमें 1 नवंबर से व्हाट्सएप काम नहीं करेगा। इस लिस्ट में iPhone 6S, iPhone 6S Plus, Apple iPhone SE 1 आदि शामिल हैं।
KaiOS डिवाइस..
आपको बता दे कि जियो फोन और जियो फोन 2 के अलावा नोकिया के भी कई फोन में KaiOS दिया गया है। इनमें से जिन फोन में KaiOS 2.5.0 है या इससे ऊपर का वर्जन है उनमें व्हाट्सएप सपोर्ट करेगा। JioPhone और JioPhone 2 में व्हाट्सएप का सपोर्ट मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को संबोधित मन की बात को सुना। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानंद एवं मेयर सुनील उनियाल गामा भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में उत्तराखंड में शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण की प्रथम डोज लगाने पर उत्तराखंड सरकार की सराहना की। मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री ने बागेश्वर जनपद की हेल्थ वर्कर पूनम नौटियाल से बात की। पूनम नौटियाल ने कहा कि हमने अपने क्षेत्र में लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। एक दिन में पर्वतीय क्षेत्रों में 8 से 10 किमी की दूरी तय कर कोविड टीकाकरण किया। बुजुर्गों, दिव्यांगों एवं धात्री महिलाओं का उनके घरों पर जाकर टीकाकरण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने पूनम के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कि उन्होंने आउट ऑफ द वे जाकर लोगों का टीकाकरण किया।
मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात हम सभी को देशहित और समाज हित में सोचने और काम करने के लिए प्रेरित करती है। प्रधानमंत्री जी ने एक अभिभावक की तरह मार्गदर्शन किया। उनका सक्षम नेतृत्व ही था कि ‘सबको वैक्सीन मुफ्त वैक्सीन’ अभियान से देश, 100 करोङ वैक्सीनैशन डोज का पङाव पार कर चुका है। आज देश एक नये उत्साह और ऊर्जा से आगे बढ रहा ही। आज भारत ने कोविड वैक्सीनैशन में दुनिया को राह दिखाई है। निस्संदेह इसमें हमारे हेल्थ वर्कर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि कोविड वारियर्स की दिन रात की मेहनत से ही हम कोविड से बाहर निकल रहे हैं। परंतु हमें अभी भी सावधानी रखनी है। हम उत्तराखण्डवासियों के लिए सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री जी ने राज्य की हेल्थ वर्कर पूनम नौटियाल से बात की। उत्तराखण्ड के हेल्थ वर्कर्स का जज्बा ही है कि दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखण्ड में 100 प्रतिशत पहली डोज का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। हम जल्द ही शतप्रतिशत सेकेंड डोज का लक्ष्य भी हासिल करेंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि प्रधानमंत्री मोदी ने वोकल फॉर लोकल का जो मंत्र दिया है, हम सबको मिलकर इसे साकार करना है। त्योहारों का सीजन चल रह है, इस दौरान हमें स्थानीय उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। वोकल फॉर लोकल का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी को बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के लिए हम सभी को अपनी दिनचर्या का अंग मानकर प्रयास करने होंगे। अपने घरों के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी स्वच्छता पर ध्यान देना होगा। आइये, हम संकल्प लें कि स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढाते हुए हम सब मिलकर अपने देश को पूरी तरह स्वच्छ बनाएंगे और स्वच्छ रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से बात करने वाली बागेश्वर जनपद की श्रीमती पूनम नौटियाल से फोन से वार्ता कर उनके सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी।
उत्तराखंड में वन विभाग भर्ती में आया बड़ा अपडेट..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वन आरक्षी के 894 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा दी हैं। UKSSSC की इस भर्ती में अभ्यर्थी अब 25 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले आवेदन की लास्ट डेट 16 अक्टूबर थी ऐसे में जो अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाए हैं, उनके पास आवेदन करने का एक और मौका है।
ऑनलाइन आवेदन करने से छूट गए अभ्यर्थी इस मौके का फायदा उठाकर वन आरक्षी के 894 पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही आपको बता दें की वन आरक्षी के इन पदों पर सीधी भर्ती की विज्ञप्ति उत्तराखंड शासन के शुल्क माफी के शासनादेश से पहले जारी हो गई थी। सभी अभ्यर्थियों को आवेदन की विस्तारित अवधि में शुल्क अदा करना होगा।
साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग श्रेणी के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क में राहत दी जाएगी। आपको बता दें की अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसी वर्ष दिसंबर में लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षा प्रस्तावित की है। हालांकि दिसंबर में परीक्षा कब होगी इसकी तिथि अभी तक तय नहीं हो पाई है। ऐसे में, जिन इच्छुक और पात्र उम्मीदवारों ने अबतक आवेदन नहीं किया है, उन्हें जल्द अप्लाई कर देना चाहिए।
14 साल बाद बढ़ने जा रहे हैं माचिस के दाम, इतने में मिलेगी 1 रुपये वाली डिब्बी..
देश-विदेश: एक तरफ जहां पेट्रोल- डीजल, गैस और खाने की तेल के दाम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं वहीं अब दैनिक उपयोग में आने वाली माचिस की कीमत भी 14 साल बाद बढ़ने जा रही है। एक रुपये में मिलने वाली माचिस की डिब्बी अब दो रुपये में मिलेगी और नई कीमतें एक दिसंबर से लागू होंगी। पांच प्रमुख माचिस उद्योग निकायों के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से 1 दिसंबर से प्रति माचिस की कीमत एक रुपये से बढ़ाकर दो रुपये करने का फैसला लिया है।
आपको बता दे कि पिछली बार माचिस की डिब्बी की कीमत में वर्ष 2007 में संशोधन किया गया था तब 50 पैसे से बढ़ाकर माचिस की डिब्बी की कीमत एक रुपये कर दी गई थी। गुरुवार को शिवकाशी में ऑल इंडिया चैंबर ऑफ माचिस की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
माचिस निर्माताओं का कहना हैं कि माचिस बनाने के लिए 10 से अधिक प्रकार के कच्चे माल की जरूरत होती है। लेकिन कच्चे माल की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो गई है जिससे अब वर्तमान कीमत पर बेचना संभव नहीं है। निर्माताओं ने कहा कि एक किलोग्राम लाल फास्फोरस 425 रुपये से बढ़कर 810 रुपये, मोम 58 रुपये से 80 रुपये, बाहरी बॉक्स बोर्ड 36 रुपये से 55 रुपये और भीतरी बॉक्स बोर्ड 32 रुपये से 58 रुपये तक पहुंच गया है। कागज, स्प्लिंट्स की कीमत , पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर के दामों में भी 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि हो गई है। डीजल की बढ़ती कीमत ने भी उन इस उद्योग पर अतिरिक्त बोझ डाला है।
तमिलनाडु में माचिस उद्योग से 4 लाख लोगों को रोजगार..
तमिलनाडु में इस उद्योग में लगभग चार लाख लोग काम करते हैं और इन कर्मचारियों में 90 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं। माचिस की कीमत बढ़ने के बाद कर्मचारियों को बेहतर भुगतान मिलने की उम्मीद है।
हरीश चौधरी बने कांग्रेस के पंजाब प्रभारी..
उत्तराखंड: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब प्रभारी के पद से मुक्त कर दिया है। अब हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभारी बनाया गया है। दो दिन पहले ही हरीश रावत ने राहुल और सोनिया गांधी से पंजाब प्रभारी के पद से मुक्त करने की अपील की थी। पार्टी ने रावत की बात मान ली है। हरीश रावत ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अपनी व्यस्तता को लेकर यह अपील की थी। अब पंजाब में हरीश रावत की जिम्मेदारी हरीश चौधरी संभालेंगे।
सिद्धू के इस्तीफे को चौधरी ने किया था मैनेज..
हरीश चौधरी ने नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाई थी। आपको बता दे कि सिद्धू इकबाल प्रीत सिंह को डीजीपी और एपीएस देओल को महाधिवक्ता बनाने से नाराज थे। यह नाराजगी इतनी बढ़ी कि सिद्धू ने अचानक इस्तीफा देकर कांग्रेस हाईकमान को सकते में डाल दिया लेकिन हरीश चौधरी ने पूरे मामले को बेहतरीन ढंग से मैनेज किया।
राजस्थान से सटी सीटों पर फायदा मिलने की उम्मीद..
आपको बता दे कि हरीश चौधरी राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री है। कांग्रेस को उम्मीद है कि पंजाब कांग्रेस प्रभारी बनाने के बाद राजस्थान की सीमा से सटी पंजाब की विधानसभा सीटों पर पार्टी को इसका फायदा मिलेगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू मामले में भी पार्टी ने हरीश चौधरी को पर्यवेक्षक बना कर पंजाब भेजा था।
हरीश चौधरी को पंजाब का प्रभारी तो बना दिया गया लेकिन उनके सामने चुनौती भी कम नहीं हैं। पार्टी में उपजे असंतोष को खत्म करना ही सबसे बड़ी चुनौती है। पार्टी में कई नेता नाराज हैं तो वहीं सिद्धू की तल्खी भी कम नहीं है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद सिद्धू की नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से भी नहीं बन रही।