उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोरोना महामारी के मद्देनज़र आगामी 20 जुलाई को पड़ने वाली सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं से मां गंगा में स्नान करने के लिए हरिद्वार जाने के बजाय घर पर ही मां गंगा का श्रद्धापूर्वक स्मरण करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सोमवती अमावस्या के दिन तमाम हिन्दुओं की इच्छा होती है कि हरिद्वार पहुंच कर मां गंगा में स्नान करें। मगर कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न परिस्थितियां इसके लिए अनुमति नहीं दे रही हैं। परिस्थितियां सामान्य होंगी तो फिर हम पूरी सादगी, श्रद्धा व विश्वास के साथ हरिद्वार में मां गंगा में स्नान कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि देश में पिछले चार-पांच महीनों से कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है। ऐसे में आप सबके सहयोग से इस महामारी को रोकने का प्रयास किया जा रहा है और उसके परिणाम भी सामने देखने को मिल रहे हैं। भारत एक त्योहारों का देश है। हमारी धार्मिक मान्यताएं हैं और तमाम ऐसे सामाजिक कार्य इस दौरान होते रहे हैं। मगर उसका स्वरूप परिस्थितियों के अनुसार हमने परिवर्तित किया है। उन्होंने कहा कि मेरी आप सभी से विनम्र प्रार्थना है कि आप सरकार के साथ मिल कर के इस महामारी से लड़ने के लिए संकल्प लें। कोरोना को भगाना है और देश को जिताना है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सोमवती अमावस्या के मौके पर अपने घरों पर मां गंगा का पूरे श्रद्धापुर्वक स्मरण करें और पवित्र भावों से स्नान करें।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेसिंग से प्रदेश में कोविड-19 की समीक्षा की
उधर, आज सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम तथा बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोविड-19 के फ्रंटलाईन कार्मिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। गम्भीर कोरोना संक्रमित मामलों पर जिलाधिकारी खुद नजर रखें। समय पर रेस्पोंस सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति को तत्काल इलाज उपलब्घ करवाना, जल्द से जल्द उसके सम्पर्क में आए लोगों की पहचान कर उनकी टेस्टिंग कराना सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी प्रकार की देरी नहीं की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को
जनप्रतिनिधियों, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से संवाद रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोविड के पाॅजिटिव मामलों में हुई वृद्धि को देखते हुए चार जिलों में शनिवार व रविवार को लाॅकडाउन लागू किया गया है। जरुरी हुवा तो आगे भी इस पर विचार किया जाएगा। पूर्व में देहरादून में दो दिन के लाॅकडाउन के अच्छे परिणाम मिले थे। इसे देखकर अन्य राज्यों ने भी अपने यहां लागू किया था। कोविड-19 में आम जन का सहयोग बहुत जरूरी है। इसके लिए जिलाधिकारी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और व्यापारिक संगठनों से लगातार सम्पर्क बनाए रखें। लोगों से संवाद बना रहना चाहिए।
आक्सीजन सपोर्ट पर विशेष ध्यान दिया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पहले से काफी मजबूत हुआ है। आई.सी.यू., वेंटिलेटर, आक्सीजन सपोर्ट, टेस्टिंग मशीन व लेब आदि सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है। जिलाधिकारी इनकी क्षमताओं की जांच भी करा ले। ये सुनिश्चित कर लिया जाए कि इनके संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध हैं। आक्सीजन सपोर्ट पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोरोना संक्रमण के मामले आएंगे। मगर सही समय पर इलाज मिल जाना चाहिए। गम्भीर मामलों को चिकित्सक व्यक्तिगत तौर पर देखें और जिलाधिकारी भी इसकी माॅनिटरिंग करें। मृत्यु दर को बढ़ने नहीं देना है।
बीमारी के प्रति संवदेनशील लोगों की सतत जानकारी रखी जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेम्पलिंग और टेस्टिंग में लगातार वृद्धि हुई है। इसे और बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। सर्विलांस में जिलों ने अच्छा काम किया है। सर्विलांस में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त रहने वालों के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जाए। हमारे फ्रंटलाईन वर्करों को लगातार प्रोत्साहित करें। उनको हर जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई जाए। ये सुनिश्चित कर लिया जाए कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए स्वीकृत की गई प्रोत्साहन राशि उनके खातें में चली गई है।
डेंगू को लेकर हो विशेष अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू पर भी सतर्क और सावधान रहना है। हर रविवार को विशेष अभियान चलया जाए। लोगों को प्रेरित किया जाए कि हर रविवार को केवल 15 मिनिट का समय निकालें और अपने घर में या घर के आसपास इकट्ठा पानी को हटा दें। डेंगू को न पनपने दें।
धार्मिक उत्सवों के अवसर पर भीड़ न जुटे, धर्मगुरूओं का लें सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि समय-समय पर धार्मिक त्यौहार, उत्सव और स्थानीय मेले होते हैं। इनमें लोगों की भीड़ न हो। इसके लिए समाज के गणमान्य लोगों और धार्मिक गुरूओं का सहयोग लिया जाए। मेलों और उत्सवों के आयेाजकों को भी बातचीत से विश्वास में लें और कोविड-19 के लिए निर्धारित प्रोटोकाल का पालन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी देखने में आया है कि राज्य में आए कुछ पर्यटक, कोविड-फ्री का फर्जी प्रमाणपत्र लेकर आए। पर्यटकों द्वारा निगेटिव कोरोना जांच संबंधी प्रमाण पत्रों की पुख्ता चेकिंग की जाए। परंतु यह भी सुनिश्चित किया जाए कि पर्यटकों को इससे परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को राज्य में लौटे प्रवासियों का ग्राम पंचायत वार विवरण संकलन करने के निर्देश दिए। इससे इन लोगों के लिए योजनाएं बनाने में और आसानी होगी।
वीडियो कान्फ्रेसिंग में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, डीजी लाॅ एंड आर्डर अशोक कुमार, सचिव शैलेश बगोली, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, आयुक्त कुमायूं अरविंद सिंह ह्यांकि, डा. पंकज कुमार पाण्डेय, आई जी गढ़वाल अभिनव कुमार, आई जी संजय गुन्ज्याल सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी और जिलाधिकारी उपस्थित थे।
देहरादून। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये चारधाम परियोजना के सम्बन्ध में बैठक की। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि चारधाम परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो सामरिक दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है। इसे निर्धारित समय के अन्तर्गत पूरा किए जाने के लिए तेजी से कार्य किए जाएं। राज्य एवं केन्द्र स्तर पर भूमि अधिग्रहण, वन एवं पर्यावरण आदि की क्लीयरेंस के लम्बित प्रकरणों को समयबद्धता के साथ निपटाया जाए। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को समय से पूरा करने के लिए केन्द्र एवं राज्य के अधिकारी आपसी समन्वय से काम करें। केन्द्र एवं राज्य स्तर के सम्बन्धित अधिकारी लगातार बैठकें आयोजित कर आपत्तियों का निस्तारण करें।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के कारण इसका तेजी पूर्ण होना और भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गैरसैण को उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने गडकरी से गैरसैण को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-87 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 309-ए को विकसित कर टू-लेन करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के फलस्वरूप यातायात बढ़ने की सम्भावना है, जिसके दृष्टिगत नेशनल हाईवे-87 का चैड़ीकरण अपरिहार्य है। केन्द्रीय मंत्री ने इस पर सैद्धान्तिक सहमति देते हुए इसकी डीपीआर मंत्रालय को शीघ्र उपलब्ध करवाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 309-ए के टू-लेन होने से पिथौरागढ़, मुनस्यारी, डीडीहाट, गंगोलीहाट, चैकोड़ी बेरीनाग आदि पर्यटक स्थल जुड़ जाएंगे, जो पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि इस मार्ग के 208 किमी लम्बाई के इस भाग को 02 लेन चैड़ीकरण हेतु डीपीआर एवं भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि चैकोड़ी से अल्मोड़ा तक प्रथम चरण में कुल 126 किमी लम्बाई की डीपीआर गठन की कार्यवाही गतिमान है।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मंत्रालय द्वारा चारधाम परियोजना से सम्बन्धित सभी प्रकार की क्लीयरेंस का निस्तारण तेजी के साथ किया जा रहा है।
सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड का पूरा क्षेत्र सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। चारधाम परियोजना सभी प्रकार के मार्गों के काम को तेजी से पूर्ण करने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के अधिकारियों को अपनी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। सभी प्रकार की क्लीयरेंस के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी निभाते हुए क्लीयरेंस एवं आपत्तियों का निस्तारण करना होगा।
बैठक में बताया गया कि कुल 12072 करोड़ लागत एवं कुल 826 किमी लम्बाई की इस चारधाम परियोजना का शुभारम्भ 27 दिसम्बर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था। इस महत्वकांक्षी परियोजना के अन्तर्गत 350 किमी लम्बाई का कार्य पूर्ण हो चुका है। बैठक में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, वन एव पर्यावरण मंत्रालय, बीआरओ और उत्तराखण्ड सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मोदी सरकार का मानना है कि जल जीवन मिशन से महिलाओं व बालिकाओं पर मेहनत का बोझ कम होगा। क्योंकि उन पर ही मुख्य रूप से पानी की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी होती है।
मोदी सरकार ने सबको स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए विगत वर्ष अगस्त माह में जल जीवन मिशन का शुभारम्भ किया था। मिशन के तहत विगत 7 महीनों में लगभग 84.83 लाख ग्रामीण घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा चुके हैं। कोविड-19 महामारी के बीच अनलॉक-1 के बाद लगभग 45 लाख नल कनेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं। इस प्रकार, रोजाना लगभग 1 लाख घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
काम की गति के अंदाज से मोदी सरकार का मिशन को लेकर गंभीरता का पता चलता है। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी वक्तव्य में बताया गया है कि योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, हर संपदा की जिओ-टैगिंग की जा रही है और कनेक्शनों को ‘परिवार के मुखिया’ के ‘आधार’ से जोड़ा जा रहा है। जिला स्तर पर मिशन की प्रगति का संकेत देने वाला एक डैशबोर्ड तैयार किया गया है और यह मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
मिशन की शुरुआत के बाद राज्यों से बेसलाइन डाटा को पुनः सत्यापित करने का अनुरोध किया गया था, जिसके तहत पता चला कि देश के 19.04 करोड़ ग्रामीण घरों में 3.23 करोड़ घरों को पहले ही नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। शेष 15.81 करोड़ घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने हैं। इस प्रकार समयबद्ध तरीके से 16 करोड़ घरों को इस योजना में कवर किया जाना है, वहीं पहले से उपलब्ध कनेक्शनों की कार्यशीलता भी सुनिश्चित करनी है। इसका मतलब है कि हर साल 3.2 करोड़ घरों को कवर किया जाना है, जिसके लिए दैनिक आधार पर 88,000 नल कनेक्शन उपलब्ध कराने होंगे। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, राज्य/संघ शासित राज्य हर ग्रामीण घर में नल कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
जल जीवन मिशन ( जेजेएम ) में बिहार, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों का प्रदर्शन शानदार रहा है।2020-21 में जेजेएम के कार्यान्वयन के लिए कुल 23,500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। वर्तमान में मिशन के कार्यान्वयन के लिए राज्यों/ संघ शासित राज्योंको 8,000 करोड़ रुपये का केन्द्रीय कोष उपलब्ध है। इसके अलावा, 2020-21 में ग्रामीण स्थानीय निकायों के लिए 15वें वित्त आयोग के अनुदान का 50 प्रतिशत जल आपूर्ति और स्वच्छता के लिए निर्धारित किया गया है, जो 30,375 करोड़ रुपये के बराबर है। इस धनराशि का 50 प्रतिशत हिस्सा इस माह की 15 जुलाई को जारी कर दिया गया है। इससे उन्हें गांवों में पेयजल आपूर्ति प्रणालियों के लिए बेहतर योजना बनाने, कार्यान्वयन, प्रबंधन, परिचालन और रखरखाव में सहायता मिलेगी।
मोदी सरकार मिशन के तहत यूएन एजेंसियों सहित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों, एनजीओ, सीबीओ, सीएसआर संगठनों, ट्रस्टों, फाउंडेशंस आदि के साथ भागीदारी की संभावनाएं तलाश रही है। सरकार को उम्मीद है कि पानी अगला जनांदोलन बनकर सामने आएगा और यह हर किसी की जिम्मेदारी बन जाएगा, जिसे अभी तक सिर्फ सरकारी क्षेत्र के दायित्व के रूप में देखा जाता रहा है। इसीलिए मिशन के तहत सभी के लिए पेयजल सुरक्षा हासिल करने के लिए विभिन्न संस्थानों/व्यक्तियों के साथ भागीदारी तथा मिलकर काम करने पर जोर देता है।
जल शक्ति मंत्रालय 2024 तक देश में हर ग्रामीण घर को नियमित और दीर्घकालिक आधार पर पर्याप्त मात्रा में सुझाई गई गुणवत्ता वाला पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्यों के साथ भागीदारी में जल जीवन मिशन (जेजेएम) का कार्यान्वयन कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विगत वर्ष 15 अगस्त को इस मिशन की घोषणा की थी। इसके लिए 25 दिसंबर, 2019 को परिचालन दिशा – निर्देश जारी कर दिए गए थे। जल शक्ति मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय मिशन इसके कार्यान्वयन के लिए राज्यों/संघ शासित राज्यों के साथ मिलकर प्रयास कर रहा है। इस वर्ष मार्च-मई के दौरान सघन ग्राम वार विश्लेषण कार्य किया गया था। इस आधार पर राज्यों की कार्य योजनाएं तैयार की गईं।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मिशन के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए राज्यों और संघ शासित राज्योंके मुख्यमंत्रियों/उप राज्यपालों के साथ नियमित रूप से बैठक कर रहे हैं। राज्यों ने गांवों, विकास खंडों और जिलों में 100 प्रतिशत कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) कवरेज और अंततः राज्यों को ‘हर घर जल राज्य’ बनाने की योजना तैयार की है।
विभिन्न राज्यों/ संघ शासित राज्यों ने 2024 से पहले ही मिशन के लक्ष्य को हासिल करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। बिहार, गोवा, पुडुचेरी और तेलंगाना ने वर्ष 2021 में, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, मेघालय, पंजाब, सिक्किम व उत्तर प्रदेश ने 2022 में इस कार्य को पूरा करने की योजना बनाई है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़ ने 2023 में, असम, आंध्र प्रदेश, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल ने 2024 तक 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करने की योजना बनाई है।
इस मिशन का उद्देश्य सार्वभौमिक कवरेज हासिल करना है और इसमें समानता और समावेशन के सिद्धांत पर जोर दिया गया है। ताकि गांव में हर परिवार को उनके घर पर ही नल कनेक्शन मिले और कोई भी इससे वंचित न रहे। इस क्रम में राज्य एससी/एसटी बहुल गांवों, आकांक्षी जिलों, सूखा प्रभावित और रेगिस्तानी क्षेत्रों तथा पानी की खराब गुणवत्ता वाली बस्तियों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
जापानी इंसेफ्लाइटिस/एक्यूट इंसेफ्लाइटिस (जेई/एईएस) से प्रभावित जिलों पर विशेष जोर दिया गया है, जो प्रभावित जिलों में शिशु मृत्यु की वजहों में से एक है। अभी तक 5 राज्यों असम, बिहार, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के 61 जेई/एईएस प्रभावित जिलों में 3.01 करोड़ घर हैं। इनमें से 27.32 लाख (9 प्रतिशत) घरों में ही एफएचटीसी हैं और बाकी 2.74 करोड़ घरों (91 प्रतिशत) को जेजेएम के अंतर्गत एफएचटीसी उपलब्ध कराए जाने हैं।
जेजेएम के अंतर्गत खराब गुणवत्ता वाले पानी से प्रभावित बस्तियों में पीने योग्य पानी की आपूर्ति सबसे पहली प्राथमिकता है। इसके पीछे फ्लूरोसिस और आर्सेनिकोसिस के दुष्प्रभावों में कमी लाना है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण के अंतरिम आदेश के प्रकाश में राज्यों को इस वर्ष दिसंबर तक आर्सेनिक और फ्लूरॉइड प्रभावित बस्तियों के सभी घरों में पाइप से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करनी है।
एक विकेंद्रीयकृत कार्यक्रम होने के कारण ग्राम स्तर पर न्यूनतम 50 प्रतिशत महिला सदस्यों के साथ ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियां (वीडब्ल्यूएससी)/ग्राम पंचायत की उप समिति के रूप में पानी समिति का गठन किया जा रहा है, जो जल संसाधन विकास, आपूर्ति, ग्रे वाटर (उत्सर्जित जल) प्रबंधन और परिचालन व रखरखाव पर विचार करते हुए ग्राम कार्य योजनाएं (वीएपी) तैयार करने के लिए जिम्मेदार हैं। जेजेएम का उद्देश्य ग्राम पंचायत या उसकी उप समिति के सदस्यों की क्षमता बढ़ाना भी है, जिससे गांव में एक ‘उत्तरदायी’ और ‘जिम्मेदार’ नेतृत्व तैयार किया जा सके। ताकि यह सदस्य गांव में जल आपूर्ति के आधारभूत ढांचे का प्रबंधन, योजना, परिचालन एवं रखरखाव जैसे काम कर सके। वहीं कई राज्यों ने पानी समिति के सदस्यों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का काम पहले ही शुरू कर दिया है।
जेजेएम के अंतर्गत, स्रोतों की मजबूती, जल संरक्षण, भूमिगत जल को बढ़ाना, जल शोधन और ग्रे वाटर प्रबंधन आदि के लिए निचले यानी ग्राम/ ग्राम पंचायत के स्तर पर केन्द्रीय योजना पर जोर दिया गया है। इसके लिए मनरेगा के संसाधनों, 15वें वित्त आयोग के पीआरआई के लिए अनुदानों, एसबीएम (जी), जिसका खनिज विकास कोष, सीएसआर कोष, स्थानीय क्षेत्र विकास कोष आदि का उपयोग किया जाना चाहिए।जेजेएम के अंतर्गत ग्रामीणों राजगीरी, प्लम्बिंग, इलेक्ट्रिकल पहलुओं, मोटर मरम्मत आदि ‘कौशल’ को भी बढ़ावा दिया गया है। कुशल, अर्ध कुशल और अकुशल कामगारों को जोड़ने की संभावनाओं को देखते हुए जेजेएम को गरीब कल्याण रोजगार योजना (जीकेआरए) से भी जोड़ा गया है, जिसके तहत सार्वजनिक ढांचा तैयार करने के काम में प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना को 6 राज्यों के 25,000 गांवों में लागू किया जा रहा है।
पेयजल परीक्षण प्रयोगशालाओं के माध्यम से जल आपूर्ति की निगरानी एक महत्वपूर्ण पहलू है। इन प्रयोगशालाओं को मजबूत बनाने और उन्हें एनएबीएल द्वारा मान्यता दिलाने पर जोर दिया गया है। राज्यों को आम जनता के लिए जल गुणवत्ता प्रयोगशालाएं खोलनी हैं, जिसके लिए ग्रामीण महिलाएं आगे आ सकती हैं और अपने घरों में आने वाले पानी की गुणवत्ता की जांच करा सकती हैं।
जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार समुदाय पानी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए सक्षम हो रहे हैं। इसके लिए गांवों में पांच ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया गया है और इसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके साथ ही ग्रामीण गांवों में ही पानी की जांच कर सकते हैं। इसका उद्देश्य पीने के पानी के लिए एक विश्वसनीय व्यवस्था तैयार करना है। जल गुणवत्ता की निगरानी के तहत प्रत्येक स्रोत की साल में एक बार रासायनिक मानदंडों पर और दो बार जीवाणु संबंधी संदूषण (मानसून से पहले और बाद में) के लिए परीक्षण किए जाने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री मोदी के वित्तीय समावेशन, घरों, सड़क, स्वच्छ ईंधन, बिजली, शौचालय, जल जीवन मिशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराकर ग्रामीण क्षेत्रों में ‘जीवन सुगमता’ सुनिश्चित के आह्वान के क्रम में हर ग्रामीण को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। मोदी सरकार का मानना है कि जल जीवन मिशन से महिलाओं व बालिकाओं पर मेहनत का बोझ कम होगा। क्योंकि उन पर ही मुख्य रूप से पानी की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी होती है।
हरेला पर देहरादून में 1 घंटे में करीब साढ़े तीन लाख पौधों का रोपण
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरुवार को हरेला पर्व के अवसर पर राजधानी देहरादून के रायपुर में उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोकगायक स्वर्गीय जीत सिंह नेगी जी की पुण्य स्मृति में पौधा लगा कर स्मृति वन का उद्घाटन किया। प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी से अनुरोध किया कि वे अपने दिवंगत परिजनों और मित्रों की स्मृति एवं किसी भी शुभअवसर पर एक पौधा अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि हमें न केवल पौधे लगाने हैं बल्कि इनकी उचित देखभाल भी सुनिश्चित करनी है।
मुख्यमंत्री ने धाद संस्था को उत्तराखण्ड से सम्बन्धित ऐसे लोगों की याद में स्मृति वन लगाने पर बधाई दी, जिन्होंने उत्तराखण्ड की आंचलिक संस्कृति, बोली भाषाओं के संरक्षण एवं इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इन वृक्षों को सुरक्षित रखना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने गाँव के प्रधान एवं क्षेत्रवासियों से इन पौधों के संरक्षण के लिए एक-एक, दो-दो पौधे गोद लेने का भी आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही पौधे कम लगाए जाएं परन्तु जितने भी लगाए जाएं उनको जीवित रखने का हर सम्भव प्रयास किया जाना चाहिए। इसके लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इससे जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जल संरक्षण का संकल्प लिया गया था। उसके बाद हरेला के पर्व के अवसर अल्मोड़ा जिले की कोसी नदी की घाटी में 1 घंटे में 1 लाख 67 हजार पौधे लगाए गए थे। अगले वर्ष उसी नदी के किनारे 2 लाख 67 हजार पौधे लगाए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष हरेला के लिए हमने बहुत बड़ा लक्ष्य रखा था परन्तु कोरोना महामारी के कारण, सामाजिक दूरी बनाए रखने के कारण यह सम्भव नहीं हो पाया। फिर भी इस वर्ष देहरादून जिले में 2 लाख 75 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, इसमें आज लगभग 3 लाख 50 हजार पौधे लगाए गए हैं। इसमें 60 हजार से अधिक फलदार पौधे हैं। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन व वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को भी बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने प्रदेश को हराभरा बनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर में नींबू, अमरूद और पपीता के पौधे अवश्य लगाने जाने चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद होते हैं।
स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की बधाई देते हुए कहा कि इन पौधों की देखभाल करने का अनुरोध किया। इससे पहले मुख्यमंत्री रावत, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने मुख्यमंत्री आवास में रूद्राक्ष सहित अन्य प्रजातियों के पौधे लगाए।
कोविड -19 के वैक्सीन जाइकोव–डी का क्लिनिकल ट्रायल शुरू
जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) द्वारा लागू किये गए राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन के तहत भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थित वैक्सीन खोज कार्यक्रम के नैदानिक परीक्षण चरण की शुरुआत हो गयी है।
बीआईआरएसी ने घोषणा की है कि जाइडस द्वारा डिजाइन और विकसित प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन जाइकोव – डी के नैदानिक परीक्षणों की शुरुआत हो गयी है। यह कार्यक्रम भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आंशिक रूप से वित्त पोषित है। यह कोविड – 19 के लिए पहला स्वदेशी रूप से विकसित वैक्सीन है, जिसके स्वस्थ मनुष्यों पर परीक्षण चरण की शुरुआत हो गयी है।
अनुकूलन चरण I / II के तहत खुराक वृद्धि के साथ बहु-केंद्रित अध्ययन वैक्सीन की सुरक्षा, सहनीयता और प्रतिरक्षा क्षमता का आकलन करेगा। फरवरी 2020 में कोविड – 19 के लिए त्वरित वैक्सीन विकास कार्यक्रम के शुभारंभ के बाद से वैक्सीन का मानव पर परीक्षण चरण की शुरुआत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
डीबीटी की सचिव और बीआईआरएसी की चेयरपर्सन डॉ. रेणु स्वरूप ने कहा, “भारत के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने नेशनल बायोपार्मा मिशन के तहत कोविड – 19 के लिए एक स्वदेशी वैक्सीन के तेजी से विकास के लिए जाइडस के साथ साझेदारी की है। जाइडस के साथ यह साझेदारी महामारी से लड़ने के लिए देश की वैक्सीन की जरूरत को पूरा करने के लिए है। महामारी ने एक अरब लोगों को जोखिम में डाल दिया है। इस तरह के शोध प्रयास, भविष्य में होने वाली बीमारी के प्रकोपों के खिलाफ निवारक रणनीतियों को विकसित करने में देश की मदद करेंगे और हमारे समाज के प्रासंगिक मुद्दों के समाधान के लिए नए उत्पाद नवाचार को पोषण और प्रोत्साहित करने के लिए सरकार के फोकस को बढ़ावा देंगे। “
उन्होंने यह भी उल्लेख किया, “यह आत्मनिर्भर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि जाइडस ने स्वदेशी रूप से विकसित वैक्सीन के मानव नैदानिक परीक्षण चरण की शुरुआत कर दी है। हम आशा करते हैं, कि यह वैक्सीन सकारात्मक परिणाम दिखायेगी क्योंकि अभी तक पूर्व-नैदानिक चरण में इसके सकारात्मक परिणाम आये हैं जहाँ इसे सुरक्षित, सहनीय और प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने वाला पाया गया है। यह भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ”
जाइडस कैडिला के चेयरमैन पंकज आर पटेल ने कहा, “इस महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है और इससे देश को इस स्वास्थ्य संबंधी चुनौती का सामना करने में मदद मिलेगी। हम बीआईआरएसी और जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के शुक्रगुज़ार हैं कि उन्होंने कोविड – 19 को रोकने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन की खोज में हमें समर्थन प्रदान किया। “
जाइकोव –डी के बारे में
प्री-क्लिनिक चरण में, यह पाया गया कि वैक्सीन से चूहों, सूअरों और खरगोशों जैसे कई जानवरों की प्रजातियों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया हुई है। वैक्सीन द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी वायरस को बेअसर करने में सक्षम थे, जो वैक्सीन की सुरक्षात्मक क्षमता को दर्शाता है। दोबारा खुराक देने के बाद भी वैक्सीन के लिए कोई सुरक्षा चिंता नहीं देखी गयी। खरगोशों में, मानव के लिए अपेक्षित खुराक से तीन गुना तक सुरक्षित, सहनीय और प्रतिरक्षा को बेहतर बनाने वाला पाया गया।
जाइकोव –डी के साथ, कंपनी ने देश में डीएनए वैक्सीन प्लेटफ़ॉर्म को सफलतापूर्वक स्थापित किया है। इसके लिए गैर-प्रतिकृति और गैर-एकीकृत प्लास्मिड का उपयोग किया गया है जिसे बहुत सुरक्षित माना जाता है। इसके अलावा, वेक्टर प्रतिक्रिया और संक्रामक एजेंट की अनुपस्थिति में, यह प्लेटफॉर्म न्यूनतम जैव सुरक्षा आवश्यकताओं (बीएसएल -1) के साथ वैक्सीन के निर्माण को आसान बनाता है। इस प्लेटफ़ॉर्म में वैक्सीन स्थिरता बेहतर होती है और इसकी कोल्ड चेन आवश्यकता भी कम होती है जिससे देश के दूरस्थ क्षेत्रों में इसका परिवहन आसान हो जाता है। इसके अलावा, इस प्लेटफॉर्म में कुछ हफ़्ते के अन्दर वैक्सीन को संशोधित किया जा सकता है, यदि वायरस रूपांतरित होता है। वैक्सीन ऐसी स्थिति में भी सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
डीबीटी के राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन के बारे में :
भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) के उद्योग- शिक्षा जगत सहयोग मिशन के तहत जैव औषधि (बायोफार्मास्यूटिकल) के त्वरित अनुसंधान पर विशेष जोर दिया जाता है। मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित इस मिशन की कुल लागत 250 मिलियन डॉलर है और इसे विश्व बैंक द्वारा 50% वित्त पोषित किया जा रहा है। इस मिशन को जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) द्वारा लागू किया गया है। यह कार्यक्रम भारत में स्वास्थ्य मानकों में सुधार करने के उद्देश्य से राष्ट्र के लिए किफायती उत्पाद विकसित करने के लिए समर्पित है। वैक्सीन, चिकित्सा उपकरण, नैदानिक और जैव रोग चिकित्सा इसके सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं।
बीआईआरएसी के बारे में :
जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी), भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा धारा 8, अनुसूची बी के अंतर्गत स्थापित एक सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम ( लाभ के लिए नहीं ) है। यह जैव प्रौद्योगिकी उद्यमों के लिए एक सुविधा व समन्वय प्रदान करनेवाली एजेंसी के रूप में कार्य करता है ताकि उभरते हुए जैव प्रौद्योगिकी उद्यमों में रणनीतिक अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा दिया जा सके तथा राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक उत्पाद विकास आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
जाइडस के बारे में
जाइडस कैडिला एक नवोन्मेषी, वैश्विक दवा कंपनी है।
Содержание
These resources include tools and applications like data storage, servers, databases, networking, and software. The main benefit of SaaS is that it offloads all infrastructure and application management to the SaaS vendor. All the user has to do is create an account, pay the fee and start using the application. The vendor handles everything else, from maintaining the server hardware and software to managing user access and security, storing and managing data, implementing upgrades and patches and more. The vendor manages all upgrades and patches to the software, usually invisibly to customers.
Rather than keeping files on a proprietary hard drive or local storage device, cloud-based storagemakes it possible to save them to a remote database. As long as an electronic device has access to the web, it has access to the data and the software programs to run it. SaaS, or software as a service, is on-demand access to ready-to-use, cloud-hosted application software.
Final Verdict For Deployment Model
If you contract with a service provider such as AWS or Azure, you’re using a public cloud and essentially renting a slice of their distributed data center infrastructure. They offer massive economies of scale, scale elastically, and run fully automated, so it’s nearly impossible for an on-premises data center to compete on price or efficiency. Cloud computing is named as such because the information being accessed is found remotely in the cloud or a virtual space. Companies that provide cloud services enable users to store files and applications on remote servers and then access all the data via the Internet.
As mentioned earlier, there are different types of deployment models that serve different requirements. Hence, it is important to justify the model according to your organization. In cloud computing, we have access to a shared pool of computer resources in the cloud. You simply need to request additional resources when you require them.
An effective strategy can be designed depending on your needs using the cloud mentioned above deployment models. A company with critical data will prefer storing on a private cloud, while less sensitive data can be stored on a public cloud. It means, supposes an organization runs an application on-premises, but due to heavy load, it can burst into the public cloud. No matter how well you plan to meet today’s needs, unless you have a crystal ball, you won’t know how your needs might change next month or next year.
IBM also offers a full IaaS layer of virtualized compute, network, and storage within our full-stack cloud platform, and more than 150 SaaS business applications to help you innovate. Cloud computing offers notable advantages for businesses of all sizes. Moving all or part of a company’s computer resources to the cloud https://globalcloudteam.com/ involves deciding which cloud services and which type of cloud best suits the company’s needs. At last but not least, the Hybrid cloud has various innovative features of all the deployment models mentioned above. It is quite useful as organizations could implement the required features of each cloud accordingly.
Types Of Cloud
Infrastructure-as-a-service involves a method for delivering everything from operating systems to servers and storage through IP-based connectivity as part of an on-demand service. Clients can avoid the need to purchase software or servers, and instead procure these resources in an outsourced, on-demand service. Popular examples of the IaaS system include IBM Cloud and Microsoft Azure. Compared to traditional IT, IaaS gives customers more flexibility build out computing resources as needed, and to scale them up or down in response to spikes or slow-downs in traffic. IaaS lets customers avoid the up-front expense and overhead of purchasing and maintaining its own on-premises data center.
Cost-Effectiveness – The overall cost of a hybrid solution decreases since it majorly uses the public cloud to store data. It works as your virtual computing environment with a choice of deployment model depending on how much data you want to store and who has access to the Infrastructure. Today, organizations have many exciting opportunities to reimagine, repurpose and reinvent their businesses with the cloud.
As the name suggests, the Public cloud is quite accessible by regular users or the normal public. All the data files are stored and managed by third-party service providers that charge for the same. Therefore, small companies don’t have to pay anything extra to operate the cloud computing features. Although, a paid service is always better than the free cloud as it is more secure and dependable.
Our Services
Getting resources up and running quickly is a breeze thanks to the clouds. It is possible to release resources that are no longer necessary. It functions as a virtual computing environment with a deployment architecture that varies depending on the amount of data you want to store and who has access to the infrastructure.
For instance, you can easily put the confidential data suing the Private cloud whereas non-critical data is shared through the Public cloud. It will help the organizations to manage their total resources more effectively. Unlike the Private cloud, a group of organizations or companies take care of the services and resources in the Community Cloud.
Deployment Models
If you know the common payload size and the frequency of requests per second, you can use the following formula to estimate the bandwidth of the load balancer you need. We recommend that you add an extra 20% to allow for estimation errors and sporadic peak traffic. Select the number of instances for the model deployment to replicate the model on. Jake Frankenfield is an experienced writer on a wide range of business news topics and his work has been featured on Investopedia and The New York Times among others. He has done extensive work and research on Facebook and data collection, Apple and user experience, blockchain and fintech, and cryptocurrency and the future of money.
Sensitive data remains within the private cloud where high security standards can be maintained. Operations that do not make use of sensitive data are carried out in the public cloud where infrastructure can scale to meet demands and costs are reduced. There are two fundamentally different types of clouds, public and private. However, cloud computing is continually evolving and cloud-service providers may offer hybrid clouds that combine features of both the public and private models. Community clouds are a recent variant of hybrid clouds that are built to serve the specific needs of different business communities. The difference is that the cloud service provider hosts, manages and maintains the hardware and computing resources in its own data centers.
- As long as an electronic device has access to the web, it has access to the data and the software programs to run it.
- Services can be both public and private—public services are provided online for a fee while private services are hosted on a network to specific clients.
- Popular examples of the IaaS system include IBM Cloud and Microsoft Azure.
- If you set up a dedicated cloud infrastructure for your enterprise, you are using a private cloud.
- Ability to move non-sensitive data to a public cloud to accommodate sudden bursts of demand on your private cloud.
- Today, anyone who uses a or mobile phone almost certainly uses some form of SaaS.
Starting with the Private Cloud, it is a deployment model where only a particular company or group owns and accesses it. A single organization duly manages all the systems and processes to get the results. However, the server may be hosted beyond the physical boundaries due to some reasons. No matter where they are, the internal management of hardware and software is quite in the hands of the owner. As the name suggests, a hybrid cloud is a combination of two or more cloud architectures. While each model in the hybrid cloud functions differently, it is all part of the same architecture.
As founder and CEO of software giant Oracle, Larry Ellison built the company that revolutionized the way businesses access and use data. A denial-of-service attack is intended to shut down a machine or network, depriving legitimate users of expected services or resources. Cloud computing services also make it possible for users to back up their music, files, and photos, ensuring those files are immediately available in the event of a hard drive crash. Obviously, the as-a-service solution a customer chooses depends first on the functionality the customer requires, and the expertise it has on staff. For example, an organization without the in-house IT expertise for configuring and operating remote servers isn’t well matched to IaaS; an organization without a development team has no need for PaaS. Speed application development, improve software quality, reduce business risk, and shrink costs.
Creating A Model Deployment
‘As a service’ refers to the way IT assets are consumed in these offerings – and to the essential difference betweencloud computingand traditional IT. In cloud computing, the cloud service provider owns, manages and maintains the assets; the customer consumes them via an Internet connection, and pays for them on a subscription or pay-as-you-go basis. Not everything belongs in a public cloud, which is why so many forward-thinking companies are choosing a hybrid mixture of cloud services. Hybrid clouds offer the benefits of both public and private clouds and take advantage of existing architecture in a data center. The recent development of community clouds illustrates how cloud computing is evolving. CSPs can combine different types of clouds with different service models to provide businesses with attractive cloud solutions that meet a company’s needs.
Community clouds are an attractive option for companies in the health, financial or legal spheres that are subject to strict regulatory compliance. They are also well-suited to managing joint projects that benefit from sharing community-specific software applications or development platforms. The cloud structure allows individuals to save storage space on their desktops or laptops.
Put some of your workloads on a public cloud or on a small-scale private cloud. See what works for your enterprise, and continue expanding your cloud presence as needed—on public clouds, private clouds, or a mixture of the two. It’s unlikely that you process big data continuously at a near-constant volume. World-class data management and storage solutions in the biggest public clouds.
What Is Deployment Model?
A hybrid cloud lets you allocate public cloud resources for short-term projects, at a lower cost than if you used your own data center’s IT infrastructure. That way, you don’t overinvest in equipment you’ll need only temporarily. The main disadvantage of public clouds is that advanced security and privacy provisions are beyond their capabilities. For example, public clouds cannot meet many regulatory compliance requirements because their tenants share the same computer infrastructure.
In addition, the business has access to state-of-the-art computer infrastructure without having to purchase it and hire IT staff to install and maintain it. We are complete with these popular deployment models for Cloud Computing. You are now fully aware of all the features of deployment models along with their pros and cons. Stay tuned for the further blogs that are upcoming for this tutorial. This drastically decreases the cost and eventually increases the security and reliability of the cloud. Further, a minor defect in the cloud will affect the entire system.
Cloud security protects data and online assets stored in cloud computing servers on behalf of their client users. Cloud-based software offers companies from all sectors a number of benefits, including the ability to use software from any device either via a native app or a browser. As a result, users can carry their files and settings over to other devices in a completely seamless manner. Platform-as-a-service is considered the most complex of the three layers of cloud-based computing. PaaS shares some similarities with SaaS, the primary difference being that instead of delivering software online, it is actually a platform for creating software that is delivered via the Internet. Services can be both public and private—public services are provided online for a fee while private services are hosted on a network to specific clients.
In addition, private cloud CSPs are more likely to customize the cloud to meet a company’s needs. Some users maintain all apps and data on the cloud, while others use a hybrid model, keeping certain apps and data on private servers and others on the cloud. Security has always been a big concern with the cloud especially when it comes to sensitive medical records and financial information. While regulations force cloud computing services to shore up their security and compliance measures, it remains an ongoing issue. Encryption protects vital information, but if that encryption key is lost, the data disappears. Build out backend IT infrastructure on the cloud using IaaS, and use it to build its own development platform and application.
New Storage Service From Netapp For Google Cloud Platform
Platform as a Service allows outsourcing of hardware infrastructure and software environment, including databases, integration layers, runtimes, and more. Private clouds have the additional disadvantages that they tend to be more expensive and the company is limited to using the cloud deployment model infrastructure specified in their contract with the CSP. The positive side of using a Hybrid cloud is you get a flexible environment where users can enjoy different features. Moreover, it is quite successful from the privacy point of view along with safeguarding important files.
What Is Hybrid Cloud?
Julius Mansa is a CFO consultant, finance and accounting professor, investor, and U.S. Department of State Fulbright research awardee in the field of financial technology. He educates business students on topics in accounting and corporate finance.
Instead of merging private and public clouds, multi-cloud uses many public clouds. Although public cloud providers provide numerous tools to improve the reliability of their services, mishaps still occur. It’s quite rare that two distinct clouds would have an incident at the same moment. As a result, multi-cloud deployment improves the high availability of your services even more. The private cloud deployment model is the exact opposite of the public cloud deployment model. The distinction between private and public cloud is in how you handle all of the hardware.
Content
The contra asset account is later reduced when the expense is recorded. If Music Suppliers, Inc., offers the terms 2/10, n/30 and Music World pays the invoice’s outstanding balance of $900 within ten days, Music World takes an $18 discount. A contra asset account is a type of asset account where the account balance may either be a negative or zero balance. This type of asset account is referred to as “contra” because normal asset accounts might include a debit, or positive, balance, and contra asset accounts can include a credit, or negative, balance.
- By reporting contra accounts on the balance sheet, users can learn even more information about the company than if the equipment was just reported at its net amount.
- In other words, contra revenue is a deduction from gross revenue, which results in net revenue.
- A company might use a combination of different types of asset accounts, and the following six types of contra asset accounts can be used in conjunction with these fixed and current asset accounts.
- The discount on notes payable reduces the total amount of the note to reflect the discount given by the lender.
- Discount on notes receivable refers to a contra asset account that occurs when the current value of a note receivable amounts to less than the face value of the note.
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At the end of the first fiscal year, the accumulated depreciation account should show a balance of $20,000, which would make the net value on the balance sheet $80,000. The following year, the depreciation account would show another $20,000 balance, which would make the net value on the balance sheet $60,000. In order to balance the journal entry, a debit will be made to the bad debt expense for $4,000.
Bills payable or notes payable is a liability that is created when a company borrows any specific amount of money. If the company repays the loan early, the lender may provide a discount. This discount is subtracted from the total amount borrowed to better reflect the discount given by the lender.
How Do Contra Accounts Work?
While accumulated depreciation is the most common contra asset account, the following also may apply, depending on the company. Write off bad debt in QuickBooks Desktop Go to the Lists menu and select Chart of Accounts. If you want to contra between Accounts Receivable and Accounts Payable, more than one Accounts Receivable accounts, or more than one Accounts Payable account; you have to do it in two separate journals. Sales Discounts –Sales discounts are offered on sales of goods to attract buyers. Expenses are the expenditure of the company done to acquire an asset or a service. It results in the outflow of money and has a debit balance on the books of accounting. For example, rent expense, salaries expense, depreciation expense, etc.
Trade discount allowed is a direct expenditure for a business firm since it is directly relate to sales. In inventory management, a stock card can be a useful tool for tracking unit prices, sales, and other information. Account adjustments are entries out of internal transactions within a business, which are entered into the general journal at the end of an accounting period. Learn about their different types, purposes, and their link to financial statements, and see some examples. In other words, contra accounts are used to reduce normal accounts on the balance sheet. Inventory items are assets owned by a company (products, raw material, & parts) for the purpose of selling. Contra expense accounts are rarely used, because organizations find it to be easier to record third-party payments directly against an expense account.
Related Terms
The key example of a contra equity account is Treasury stock, which represents the amount paid to buyback stock. The benefit of using the contra expense account is that the company’s managers can see in account 4210 the total amount that the company paid to the health insurance company. Then in account 4211 they can see the portion of the cost that was paid by the employees. The company’s income statement will report the combination of the amounts in accounts 4210 and 4211 in order to show the company’s actual expense of $8,000 ($10,000 minus $2,000).
If a listed company purchases its own shares from the open market, it will have to debit the treasury stock account in order to record the transaction. A company might decide to purchase its stock when the board of directors feel the stock is undervalued or when it wishes to pay its shareholders dividends. Amortization expense is an income statement account affecting profit and loss. The offsetting entry is a balance sheet account, accumulated amortization, which is a contra account that nets against the amortized asset.
Finance Your Business
For businesses that offer services, the cost of sales includes all of the necessary expenses to deliver a service. For the purpose of financial statement reporting, the amount on a contra account is subtracted from its parentaccount gross balance to present the net balance. The contra account offsets the parent account to reveal the remaining net amount of non-current assets. The difference between an asset’s account balance and the contra account balance is known as the book value. By keeping the original dollar amount intact in the original account and reducing the figure in a separate account, the financial information is more transparent for financial reporting purposes. For example, if a piece of heavy machinery is purchased for $10,000, that $10,000 figure is maintained on the general ledger even as the asset’s depreciation is recorded separately. The financial organization issues a balance transfer credit card permitting the customers for the overdue balance transfer process to another bank’s credit card.
Moreover, the ledger accounts with a credit balance are liabilities, income, contra expense, reserves, capital, and provisions. A contra expense is an account in the general ledger that is paired with and offsets a specific expense account.
What Does Contra Mean In Business?
Control accounts are accounts that represent the total value of all other accounts inside the general ledger. Read why control accounts are used, what they can’t do, and why the general ledger can’t be ignored altogether. In other words, contra revenue is a deduction from gross revenue, which results in net revenue. Emilie is a Certified Accountant and Banker with Master’s in Business and 15 years of experience in finance and accounting from corporates, financial services firms – and fast growing start-ups.
- The financial organization issues a balance transfer credit card permitting the customers for the overdue balance transfer process to another bank’s credit card.
- A contra liability may be generated due to the issuance of bonds or other debt securities.
- The amount of gross revenue minus the amount recorded in the contra revenue accounts equals a company’s net revenue.
- Define accrued expenses and revenues, explore the types of accrued expenses and revenues, and examine practical examples of these two concepts.
- Allowance for doubtful accounts represents the percentage cash flow of accounts receivable a company believes it cannot collect.
Statement balance on a credit card certainly depicts total payments and expenditures made to the account throughout one complete billing cycle. Therefore, paying up lesser than their statement balance will put the account in good standing, though they will incur interest rates. Meanwhile, the customers must prioritize the payment of their statement https://www.bookstime.com/ balance over the current balance. OverdraftOverdraft is a banking facility that offers short-term credit to the account holders by allowing them to withdraw money from their savings or current account even if their account balance is or below zero. BookkeepingBookkeeping is the day-to-day documentation of a company’s financial transactions.
Accounting
By reflecting both accounts on the balance sheet, analysts can understand both the original price and the total decrease in value of a certain asset over time. contra expense account Learn why contra accounts, when utilized correctly along with a paired account, are a crucial component of accurate accounting and financial review.
A contra liability account is the lesser known type of a contra account. The most known type of a contra asset account is the Accumulated Depreciation which reduces the amount of Fixed Assets. Contra assets are credit accounts that carry their own values that when combined with the value of the paired account, informs the balance sheet. Contra accounts are used in conjunction with related accounts to reduce the value and account for certain assets and liabilities. Unless you’re a sole proprietor using a single-entry bookkeeping method, you’re going to want to use them. The net realizable value of the accounts receivable is the accounts receivable minus the allowance for doubtful accounts. A delivery van is purchased by a business to use in delivering product and picking up materials.
The sales allowance shows the discounts given to customers when returning the product. This is done to entice customers to keep products instead of returning them. The percentage of sales method assumes that a fixed percentage of goods or services sold by a company cannot be received.
When a contra asset account is first recorded in a journal entry, the offset is to an expense. For example, an increase in the form of a credit to allowance for doubtful accounts is also recorded as a debit to increase bad debt expense. The two common contra liability accounts, discount on bonds payable and discount on notes payable, carry normal debit balances. The discount on bonds payable represents the difference between the amount of cash a company receives when issuing a bond and the value of the bond at maturity.
- In the short sale, the investor sells financial securities in the market and then hopes to re-purchase them at a budget price.
- Definition of Contra Account A contra account is a general ledger account with a balance that is opposite of the normal balance for that account classification.
- Bills payable or notes payable is a liability that is created when a company borrows any specific amount of money.
- Learn what columns go into a cash payment journal and an example of a cash payment journal of a quilting business.
Sales Discounts – Amount of discount given to customers who are usually able to pay earlier than the due date of an invoice. When a corporation buys back its shares that have been previously issued, it is recorded as a Treasury Stock. The cost of goods sold is the cost of the products that a retailer, distributor, or manufacturer has sold.
Such accounts are allowance for doubtful accounts and the accumulated depreciation account. The account Accumulated Depreciation is a contra asset account because it will have a credit balance.
Expense Contra Account
When recording assets, the difference between the asset’s account balance and the contra account balance is the book value of the asset. The balance in the allowance for doubtful accounts is used to find out the dollar value of the current accounts receivable balance that is deemed uncollectible. The balance sheet shows the amount in the asset section underneath the accounts receivable. The net value of both these figures is usually reported on a third line.
Documents For Your Business
This essentially erases the asset on your financial statement, leaving you with a total amount of $0. All accounts must first be classified as one of the five types of accounts . To determine how to classify an account into one of the five elements, the definitions of the five account types must be fully understood.
Because of the oppositional nature of these asset accounts, the contra account acts as a ‘contrary’ element to the debit balances of regular asset accounts. Furthermore, a contra asset account may also be regarded as a negative asset account because equalizing an asset account and contra asset account results in the asset’s net, or total, balance. However, what if you gave the customer a 10% discount because he signed up for your email list? In this case, you’d add $10 to the sales discount account, which would show a total revenue of $90. For example, say a company purchases $100,000 worth of equipment in 2015. The equipment is expected to operate for five years, meaning it depreciates $20,000 each year it’s in use.
Start Your Business
Her work has been featured in publications like Business Insider and Vice. A business contract is an agreement between two or more parties that is enforceable by law. It is essentially a promise whereby one party agrees to do something in exchange for a benefit. Discount allowed and received accounts for Sales or Purchases respectively. Each of the following accounts is either an Asset , Contra Account , Liability , Shareholders’ Equity , Revenue , Expense or Dividend account.
Shares PremiumShare premium is the difference between the issue price and the par value of the stock and is also known as securities premium. The shares are said to be issued at a premium when the issue price of the share is greater than its face value or par value. This premium is then credited to the share premium account of the company.