प्रदेश में होंगे फुटबाल के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट, खिलाड़ी रच रहे इतिहास..
उत्तराखंड: एक तरफ उत्तराखंड के खिलाड़ी 38वें राष्ट्रीय खेलों में अपने प्रदर्शन से इतिहास रच रहे हैं। वही इसके लिए राज्य में विकसित बुनियादी ढांचा देवभूमि में खेलों के लिए नई संभावनाएं पैदा कर रहा है। यही वजह है कि आने वाले समय में ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) हल्द्वानी के गौलापार में बने फुटबॉल मैदान में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। यह बात दून पहुंचे एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कही। एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे का कहना हैं कि उत्तराखंड में बना फुटबाल के मैदान अंतरराष्ट्रीय स्तरों के मानकों को ध्यान में रख तैयार किया गया है। इसका फायदा प्रदेश के साथ देश के खिलाड़ियों को मिले इसके लिए जल्द बड़े टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।
इस संबंध में एआईएफएफ के पदाधिकारियों व अधिकारियों से भी चर्चा की जाएगी। उनका कहना हैं कि फुटबाल विश्व का सबसे लोकप्रिय खेल होने के साथ सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल है। उत्तराखंड फुटबाल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड फुटबाल के क्षेत्र में उभरता राज्य है। एआईएफएफ के सहयोग से प्रदेश में फुटबाल का भविष्य तो संवरेगा ही, साथ ही खिलाड़ियों को मौका भी मिलेगा।
फुटबाल खेलने वाला देश है भारत
भारत को क्रिकेट देखने वाला देश माना जाता है। लेकिन, सच्चाई यह है कि भारत फुटबाल खेलने वाला देश है। कम से कम संसाधनों के साथ गली-चौराहों, गांव, स्कूल और विश्वविद्यालय के मैदान से लेकर स्टेडियम तक फुटबाल खेला जाता है। यही वजह है कि उत्तराखंड ने इसका पूरी तरह से लाभ उठाया और राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग कर न सिर्फ नया कीर्तिमान रचा बल्कि प्रदेश को देश के उन राज्यों में शामिल किया, जहां सबसे अधिक फुटबाल खेली जाती है। उत्तराखंड से आने वाले दिनों में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निकलेंगे। फुटबाल के खिताबी मुकाबले में आई दर्शकों की भीड़ देख साफ अंदाजा लगाया जा रहा था कि उत्तराखंड का हर एक बच्चा खेल के मैदान में अपने हीरो को देख ऐसे हर हीरो बनना चाहता है। प्रदेश सरकार ने शानदार स्टेडियम तैयार किया है। अब जरूरत है तो इसको संभालकर रखने की ताकि प्रदेश के साथ देश के हर बच्चे के लिए इस मैदान का प्रयोग किया जा सके। बालकों के साथ बालिकाओं के लिए भी टूर्नामेंट का आयोजन किया जाए।
हल्द्वानी के गौलापार स्टेडियम में होगा नेशनल गेम्स का समापन समारोह..
उत्तराखंड: 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह को भी उत्तराखंड सरकार ने यादगार बनाने की तैयारी कर ली हैं। मशहूर बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर, कुमाऊनी गायिका श्वेता माहरा और दिगारी ग्रुप इस समारोह की शान बढ़ाएंगे। बीते शनिवार को खेल सचिवालय में आयोजित उच्च अधिकारियों की बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई। बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि आमतौर पर राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह का कार्यक्रम मात्र औपचारिकता जैसा होता है, लेकिन हमारा यह आयोजन जिस तरह से अब तक बेहद शानदार रहा है, उसी तरह हम समापन समारोह को भी यादगार बनाएंगे।
खेल मंत्री का कहना हैं कि इसके लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने व्यापक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना हैं कि खेलों के पूरे आयोजन के दौरान आम जनता ने सक्रियता से भागीदारी निभाई है और समापन समारोह में भी आमजन को शामिल किया जाएगा। इसके लिए हल्द्वानी के गौलापार स्टेडियम में 15 हजार से ज्यादा लोगों की बैठने की व्यवस्था बनाई जा रही है।
क्लोजिंग सेरेमनी में उत्तराखंड आएंगे ये कलाकार..
मुख्य कार्यक्रम शुरू होने से पहले कुमाऊनी गायिका श्वेता महारा और दिगारी ग्रुप की प्रस्तुतियां होंगी। औपचारिक आयोजन समाप्त होने के बाद बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर प्रस्तुतियां देंगे। मंत्री ने बताया कि मानसखंड और गेम्स रीकैप को प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें आयोजन शुरू होने से लेकर अंत तक क्या-क्या गतिविधियां हुई उनकी एक झलक मिलेगी। बता दें समापन समारोह में देश के सभी टीमों के एथलीट और रिकॉर्ड होल्डर को सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह, सीएम पुष्कर सिंह धामी, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा और खेल मंत्री रेखा आर्या भी मौजूद रहेंगी। समापन समारोह में नेशनल गेम्स का फ्लैग अगले मेजबान राज्य को सौंपा जाएगा।
योगासन और मलखंब के खिलाड़ी देंगे स्पेशल प्रेजेंटेशन..
मंत्री आर्य ने कहा कि इन राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश सरकार ने काफी प्रयास करके परंपरागत खेल योगासन और मलखंब को मेडल गेम्स के तौर पर शामिल कराया था। समापन समारोह में भी इन दोनों खेलों के विशेष प्रेजेंटेशन आयोजित किए जाएंगे। बैठक के दौरान मंत्री ने इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया है। इस दौरान राष्ट्रीय खेलों में इन इवेंट्स में शामिल होने वाले खिलाड़ी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
‘अहं भारतम’ भी होगा खास आकर्षण..
खेल मंत्री रेखा आर्या कहा कि समापन समारोह में एक विशेष थीएट्रिकल एक्ट प्रस्तुत किया जाएगा। जिसका नाम “अहं भारतम” रखा गया है। इसमें भारत के विभिन्न राज्यों के बीच एकता के सूत्रों को नये अंदाज में प्रस्तुत किया जाएगा। समापन समारोह में भी भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को भीड़ मैनेजमेंट के स्पेशल प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में खेल मंत्री ने कहा कि अतिथियों की सुरक्षा व्यवस्था का भी ध्यान रखा जाए लेकिन यह भी देखा जाए की सुरक्षा इंतजामों के चलते आम दर्शकों को दिक्कत न उठानी पड़े।
नेशनल गेम्स- चंपावत पुलिस द्वारा टनकपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम में मैराथन दौड़ का आयोजन..
उत्तराखंड: टनकपुर में 38वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत आज से राफ्टिंग डेमो प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है। इस आयोजन से पहले चंपावत पुलिस ने राष्ट्रीय खेलों के प्रचार-प्रसार और जागरूकता के लिए टनकपुर स्टेडियम से बूमघाट तक करीब सात किलोमीटर की मैराथन दौड़ का आयोजन किया। इस आयोजन में करीब 250 से 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान एसपी चंपावत अजय गणपति ने अपने संबोधन में खेलों को जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने और खेलों को अपनाने की अपील भी की।
टनकपुर में शुक्रवार को 38वें राष्ट्रीय खेलों के प्रचार-प्रसार एवं नशा मुक्त भारत अभियान के तहत प्रशासन पुलिस द्वारा स्पोर्ट्स स्टेडियम टनकपुर से बूम टेम्पल तक अंडर-14 बाल-बालिका एवं ओपन बाल-बालिका वर्ग की नामांकन दौड़ का आयोजन किया गया। पुलिस कैप्टन अजय गणपति और अन्य अधिकारियों ने डॉक्टर्स को ग्रीन अलाउंस किया।
उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल 2025 चल रहे हैं। जिसके तहत चंपावत जिले के टनकपुर में राष्ट्रीय राफ्टिंग डेमो प्रतियोगिता होने जा रही है। जिसकी शुरुआत 8 फरवरी से होगी। टनकपुर में पूर्णागिरी मंदिर के नीचे चरण मंदिर क्षेत्र से काली नदी पर आज से 10 फरवरी तक राफ्टिंग डेमो प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देशभर से 8 राफ्टिंग टीमें हिस्सा लेंगी। राफ्टिंग डेमो प्रतियोगिता के लिए खेल विभाग के तत्वावधान में इवेंट कंपनियां युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही हैं।
उड़ान योजना ने तहत हेली सेवा के लिए इन रूट्स को मिली अनुमति..
उत्तराखंड: केंद्र की उड़ान योजना के तहत राज्य के सभी जिलों में हवाई कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा रहा है। स्थिति यह है कि आज उत्तराखंड के हर जिले के लिए हवाई सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। वहीं केंद्र से लगातार नई उड़ानों के लिए अनुमति भी मिल रही है। इससे लोगों के लिए हवाई यात्रा आसान होगी और लोग कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
केंद्र की उड़ान योजना के तहत उत्तराखंड में कई हेली सेवाएं संचालित की जा रही हैं। योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों को हवाई सेवाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया है। इस दौरान राज्य के कई जिलों में उड़ानों को मंजूरी भी दी जा रही है। इस तरह केंद्र की उड़ान योजना के तहत राज्य के लगभग सभी जिले कवर हो गए हैं। उत्तराखंड में उड़ान योजना के तहत जिन रूटों पर हेली सेवाएं संचालित करने की अनुमति दी गई है, उनमें गढ़वाल मंडल के सभी जिलों के साथ ही कुमाऊं मंडल के जिले भी शामिल हैं। इतना ही नहीं गढ़वाल को कुमाऊं से जोड़ने के लिए हवाई सेवाएं भी शुरू की जा रही हैं।
उड़ान के तहत जिन हेली रूट्स पर मंजूरी मिली है, उनमें ये सेवाएं हैं शामिल..
हिंडन से पिथौरागढ़, अल्मोड़ा से पंतनगर हेली सेवा
टिहरी से देहरादून फिर टिहरी सेवा
गौचर- श्रीनगर- टिहरी- श्रीनगर सेवा
नई टिहरी-श्रीनगर -नई टिहरी
देहरादून से अल्मोड़ा
देहरादून से चंपावत हवाई सेवा
हल्द्वानी से पिथौरागढ़ हवाई सेवा
हल्द्वानी से मुनस्यारी हवाई सेवा
अल्मोड़ा से पिथौरागढ़ हवाई सेवा
देहरादून से नौकुचियाताल हवाई सेवा जल्द शुरू करने का प्रयास
देहरादून से बागेश्वर हवाई सेवा भी जल्द शुरू करने की तैयारी
देहरादून से मसूरी के लिए भी हवाई सेवा चलाने की मिल चुकी है अनुमति
चंपावत से हल्द्वानी हवाई सेवा भी जल्द होगी शुरू
इस तरह देखा जाए तो उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग और हरिद्वार को छोड़कर बाकी सभी जिले उड़ान योजना के तहत जुड़ चुके हैं। नागरिक उड्डयन विभाग भी लगातार हरिद्वार जिले में जिलाधिकारी से जमीन की मांग कर रहा है, लेकिन इस जिले में फिलहाल जमीन उपलब्ध नहीं है। प्रयास यह है कि हरिद्वार से चार धाम के लिए हवाई सेवा शुरू की जाए। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में पहले से ही 9 कंपनियां केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा दे रही हैं। ऐसे में यहां हेलीकॉप्टर सेवा को दूसरे जिलों से जोड़ना थोड़ा मुश्किल है।
यूकाडा (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) की सीईओ सोनिका का कहना हैं कि उड़ान योजना के तहत राज्य के सभी यात्रियों को जोड़ने का प्रयास किया गया है और आज लगभग सभी जिले हवाई सेवाओं से जुड़े हुए हैं। कुछ नए रूट भी बनाए गए हैं और जल्द ही इन इलाकों में भी हवाई अड्डे की मांग शुरू हो गई है।
नेशनल गेम्स- उत्तराखंड की झोली में अब तक आए 5 स्वर्ण, ताइक्वांडों में पूजा यादव ने जीता गोल्ड..
उत्तराखंड: प्रदेश में इन दिनों राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है. ताइक्वांडों प्रतियोगिता में पूजा यादव ने उत्तराखंड के लिए गोल्ड मेडल जीता है. बता दें अभी तक प्रदेश की झोली में कुल पांच गोल्ड मेडल आए हैं.गुरुवार को हुई ताइक्वांडों प्रतियोगिता में पूजा यादव ने उत्तराखंड के लिए गोल्ड मेडल जीता है. इसके अलावा ताइक्वांडो में उत्तराखंड ने अपने नाम दो सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल किए हैं. बता दें राष्ट्रीय खेलों में पहली बार उत्तराखंड ने 5 गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है.
उत्तराखंड की झोली में अब तक आए 5 स्वर्ण..
आपको बता दें उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने वुशु, लॉन बॉल, योगासन, कैनोइंग, कयाकिंग और ताइक्वांडो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. वहीं एसएससीबी (SSCB) ने अभी तक 31 गोल्ड पर कब्जा किया है. जबकि कर्नाटक ने अभी तक 30 गोल्ड मैडल अपने मनम किए हैं. अभी तक की प्रतियोगिता के हिसाब से उत्तराखंड 14वें स्थान पर है.
UCC लागू होने से सरकार का डेटा बेस हुआ मजबूत..
उत्तराखंड: प्रदेश समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया हैं। जिसके बाद लोगों में मन में यूसीसी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। एक सवाल जो राज्य के लोगों के मन में उठ रहा है वो ये है कि क्या यूसीसी उत्तराखंड के मूल निवासियों पर लागू होगा या फिर राज्य में रहने वाले लोग भी यूसीसी के दायरे में आएंगे। आम लोगों के मानों में उठ रहे सवालों पर विशेषज्ञों ने सफाई दी है।
यूसीसी ड्राफ्ट बनाने वाली विशेषज्ञ समिति की सदस्य और दून विश्वविद्यालय की वीसी प्रो. सुरेखा डंगवाल ने स्पष्ट किया है कि यूसीसी के तहत होने वाले वाले पंजीकरण का उत्तराखंड के मूल निवास या स्थायी निवास प्रमाणपत्र से कोई सरोकार नहीं है। उत्तराखंड में न्यूनतम एक साल से रहने वाले सभी लोगों को इसके दायरे में इसलिए लाया गया है ताकि इससे उत्तराखंड की डेमोग्राफी संरक्षित हो सके।
UCC के प्रावधानों पर विशेषज्ञों ने जारी किया बयान..
यूसीसी प्रावधानों पर बयान जारी करते हुए प्रो. सुरेखा डंगवाल का कहना हैं कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का सरोकार शादी, तलाक, लिव इन, वसीयत जैसी सेवाओं से है। इसे स्थायी निवास या मूल निवास से जोड़ना किसी भी रूप में संभव नहीं है। इसके साथ ही यूसीसी पंजीकरण से कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिलने हैं। उत्तराखंड में स्थायी निवास पूर्व की शर्तों के अनुसार ही तय होगा। सुरेखा डंगवाल ने कहा कि यूसीसी के तहत होने वाले पंजीकरण ऐसा ही है, जैसे कोई व्यक्ति कहीं भी सामान्य निवास होने पर अपना वोटर कार्ड बना सकता है। इसके जरिए निजी कानूनों को रैग्यूलेट भर किया गया है। ताकि उत्तराखंड का समाज और यहां की संस्कृति संरक्षित रह सके, इससे उत्तराखंड की डेमोग्राफी का संरक्षण सुनिश्चित हो सकेगा। इसके साथ ही अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर भी इससे अंकुश लग सकेगा।
पंजीकरण कराने पर ही उठा पाएंगे योजनाओं का लाभ..
उत्तराखंड में बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के लोग भी रहते हैं, ये लोग उत्तराखंड में सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। ऐसे लोग अब पंजीकरण कराने पर ही सरकारी योजनाओं का लाभ उठा पाएंगे। यदि यह सिर्फ स्थायी निवासियों पर ही लागू होता तो, अन्य राज्यों से आने वाले बहुत सारे लोग इसके दायरे से छूट जाते, जबकि वो यहां की सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते रहते। दूसरी तरफ ऐसे लोगों के उत्तराखंड से मौजूद विवाह, तलाक, लिव इन जैसे रिश्तों का विवरण, उत्तराखंड के पास नहीं होता। इसका मकसद उत्तराखंड में रहने वाले सभी लोगों को यूसीसी के तहत पंजीकरण की सुविधा देने के साथ ही सरकार के डेटा बेस को ज्यादा समृद़ध बनाना है। प्रो सुरेखा डंगवाल के अनुसार इससे विवाह नामक संस्था मजबूत ही होगी, जो हमारे समाज की समृद्धि का आधार रही है।
भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए पौड़ी पहुंचे सीएम योगी..
उत्तराखंड: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ यमकेश्वर के विथ्याणी पहुंचे। जहां उन्होंने ब्रम्हलीन राष्ट्रसंत महंत अवेदनाथ महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने आनंद सिंह बिष्ट स्मृति पार्क में 100 फिट तिरंगे का उद्घाटन किया। सीएम दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे हैं। यमकेश्वर के विथ्याणी पहुंचकर सीएम योगी ने ब्रम्हलीन राष्ट्रसंत महंत अवेदनाथ महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने आनंद सिंह बिष्ट स्मृति पार्क में 100 फिट तिरंगे का उद्घाटन कर दो दिवसीय किसान मेले का शुभारंभ किया।
आपको बता दें सीएम योगी के पैतृक गांव पंचूर में उनकी भतीजी की शादी होनी है। जिसमें शामिल होने के लिए योगी आदित्यनाथ पौड़ी पहुंचे हैं। सीएम योगी 6 और 7 फरवरी को पंचूर में भतीजी की शादी में शामिल होंगे। गुरुवार सुबह सीएम योगी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे थे। जहां कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और प्रेमचंद अग्रवाल ने उनका स्वागत किया।
राजभवन होगा फूलों से गुलजार, सात मार्च से पुष्प प्रदर्शनी की शुरुआत..
उत्तराखंड: इस वर्ष वसंतोत्सव का आयोजन राजभवन में 7 से 9 मार्च के बीच किया जाएगा। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में बुधवार को राजभवन में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। राज्यपाल ने कहा कि इस आयोजन में लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसका प्रचार-प्रसार बढ़ाया जाए, ताकि राज्य के पुष्प उत्पादकों और महिला स्वयं सहायता समूहों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने वसंतोत्सव के माध्यम से पुष्प उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ही उत्तराखंड के सुगंधित पौधों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि पुष्प प्रदर्शनी को व्यावसायिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए यहां के फूलों की मार्केटिंग की संभावनाएं राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश में तलाशी जाएं। उन्होंने कहा कि आयोजन में आईएचएम और जीएमवीएन के सहयोग से फूड कोर्ट की व्यवस्था की जाए।
फूड कोर्ट में पारंपरिक मोटे अनाज से बने व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाए। उनका कहना हैं कि वसंतोत्सव के माध्यम से शहद उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय को विशेष स्टॉल लगाने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने कार्यक्रम के दौरान फीडबैक सिस्टम लागू करने पर जोर दिया। अधिकारियों का कहना हैं कि पुष्प प्रदर्शनी में 15 विभिन्न श्रेणियों में प्रतियोगिताएं होंगी, जिसमें 162 पुरस्कार दिए जाएंगे। वसंतोत्सव में आईटीबीपी, आईएमए, पीएसी और होमगार्ड की आकर्षक बैंड धुनें सुनाई देंगी। बैठक में महानिदेशक होमगार्ड डॉ. पीवीके प्रसाद, सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, सचिव कृषि एवं किसान कल्याण एसएन पांडेय, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया, मनु महाराज, दीप्ति सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री धन सिंह रावत ने की वित्त पोषित योजनाओं की समीक्षा..
उत्तराखंड: प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने शासकीय आवास पर अपने से सम्बंधित विभागों स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा एवं सहकारिता विभाग के बजट के आय-व्यय की उच्च स्तरीय समीक्षा की। जिसमे उन्होंने अधिकारियों को शतप्रतिशत बजट खर्च करने के दिशा निर्देश दिये। साथ ही कम बजट खर्च करने वाले विभागों के अधिकारियों को लताड़ भी लगाई।
धन सिंह रावत ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के आय-व्यय के साथ ही आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सभी विभागों को जन सामान्य से जुड़े नई योजना के तीन-तीन प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। समीक्षा बैठक में राज्य सेक्टर से प्राप्त बजट के साथ ही केंद्रीय वित्त पोषित योजनाओं की समीक्षा की। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं अन्य केंद्र पोषित योजना शामिल रही। इसी प्रकार उच्च शिक्षा में पीएम उषा के तहत प्राप्त बजट की समीक्षा की गई जबकि विद्यालयी शिक्षा में समग्र शिक्षा, पीएम श्री स्कूल एवं आवासीय विद्यालयों की भी समीक्षा की गई। इसके अलावा बैठक में डॉ. रावत ने आगामी बजट को लेकर अधिकारियों को योजनाओं की प्राथमिकताओं और बजट प्रावधान के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, सचिव उच्च शिक्षा रणजीत सिन्हा, सचिव संस्कृत शिक्षा दीपक गैरोला, निबंधक सहकारिता सोनिका, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा झरना कमठान, अपर सचिव वित्त अमित जोशी, अपर सचिव शिक्षा एम एम सेमवाल, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ अंजू अग्रवाल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ आशुतोष सयाना, प्रभारी स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ सुनीता टम्टा, निदेशक संस्कृत शिक्षा आनंद भारद्वाज सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
चंपावत जिले में प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला 15 मार्च से होगा शुरू..
उत्तराखंड: चंपावत जिले के टनकपुर में होली पर्व के अगले दिन से हर साल शुरू होने वाले मां पूर्णागिरि मेले की प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिलाधिकारी चंपावत नवनीत पांडे ने टनकपुर पहुंचकर तहसील सभागार में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में पूर्णागिरि मेले की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस बार प्रशासन पूर्णागिरि मेले का आयोजन 15 मार्च से 15 जून तक 3 महीने की सरकारी अवधि के लिए करेगा।
बता दे कि प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला 15 मार्च से शुरू होकर 15 जून तक चलेगा। तीन माह तक आयोजित होने वाले मेले को और अधिक भव्य बनाने के लिए जिलाधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूर्णागिरि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं अभी से शुरू कर दें, ताकि सभी तैयारियां समय से पूरी की जा सकें।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ ही वाहन पार्किंग, पेयजल व्यवस्था, यातायात, स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ ही परिवहन व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बिजली, पानी, सड़क और यातायात से जुड़ी समस्याओं को अभी से दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को पूर्णागिरि में चिकित्सकों के साथ ही एंबुलेंस सेवा चालू रखने, ठुलीगाड़ व भैरव मंदिर में मेडिकल कैंप लगाने, टैक्सियों का सही संचालन करने, समय से पुलिस बल तैनात करने, बसों का संचालन परिवहन निगम से कराने, दुकानदारों से रेट लिस्ट लगवाने, सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने टनकपुर पूर्णागिरि में होने वाले विकास कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।