रूस से तेल आयात पर भारत-अमेरिका के रिश्तों में बढ़ी तनातनी
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भारत के रूस से तेल आयात का मुद्दा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार उठा रहे हैं, जिससे मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्टी ने दावा किया कि ट्रंप ने पिछले पांच दिनों में तीन बार इस विषय को सार्वजनिक रूप से उठाया है, जबकि भारत का विदेश मंत्रालय इस तरह की किसी बातचीत से इनकार कर चुका है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “पिछले पांच दिनों में राष्ट्रपति ट्रंप तीन बार भारत के रूस से तेल आयात के मुद्दे पर बोल चुके हैं। और यह तो तय है कि बुडापेस्ट में पुतिन से मुलाकात से पहले वे इसे बार-बार दोहराएंगे।”
ट्रंप बोले—मोदी ने रूस से तेल न खरीदने का दिया आश्वासन, भारत ने किया खंडन
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में दावा किया कि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत हुई है, जिसमें भारत ने रूस से तेल आयात बंद करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने ऐसी किसी बातचीत की पुष्टि करने से इनकार कर दिया। इसके जवाब में ट्रंप ने मंत्रालय के खंडन को “गलत” बताते हुए अपनी बात पर अड़े रहे।
ट्रंप की फिर चेतावनी—भारत नहीं मानेगा तो देना होगा भारी शुल्क
सोमवार को एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि भारत रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करता, तो उसे भारी आयात शुल्क का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत को समझना होगा कि वह किस पक्ष में खड़ा है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उनके “अच्छे दोस्त” हैं और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि भारत रूसी तेल नहीं खरीदेगा—हालांकि भारतीय पक्ष ने इस दावे को सिरे से नकार दिया।
रूस को आर्थिक मदद देने का आरोप
अमेरिका का आरोप है कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीदकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन युद्ध जारी रखने में अप्रत्यक्ष वित्तीय सहायता दे रहा है। इस बीच, ट्रंप प्रशासन ने भारत से आने वाले उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है।
अब कुल मिलाकर अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर लगभग 50 प्रतिशत तक शुल्क बढ़ा दिया है।
कांग्रेस ने पूछा—विदेश नीति पर कौन सच बोल रहा है?
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्रालय की बातों में से किसे सच माना जाए। पार्टी ने कहा कि यदि ट्रंप के बयान सही हैं, तो भारत की विदेश नीति और संवाद की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठते हैं।
मेहूंवाला के प्लास्टिक गोदाम और निरंजनपुर मंडी में भीषण आग, दमकल की तत्परता से टला बड़ा हादसा
देहरादून। दिवाली की रात रोशनी के साथ-साथ आग की घटनाओं ने भी शहर को दहला दिया। सोमवार की शाम से मंगलवार तड़के तक, महज साढ़े छह घंटे के भीतर देहरादून में आग लगने की 12 घटनाएं दर्ज की गईं। सबसे भीषण आग मेहूंवाला के प्लास्टिक गोदाम और निरंजनपुर मंडी की छत पर लगी। राहत की बात यह रही कि दमकल विभाग की तत्परता और लोगों की जागरूकता से किसी बड़े हादसे को टाल लिया गया।
फायर विभाग के मुताबिक, इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले आग की घटनाओं में कमी आई है, हालांकि पटाखे—खासकर स्काई शॉट और रॉकेट—मुख्य कारण बने रहे।
मेहूंवाला में प्लास्टिक गोदाम में लगी भीषण आग
मेहूंवाला इलाके में सोमवार रात एक प्लास्टिक गोदाम में भीषण आग भड़क उठी। प्लास्टिक की ज्वलनशीलता के कारण आग तेजी से फैल गई और पूरे क्षेत्र में जहरीला धुआं भर गया। दमकल विभाग को आग पर काबू पाने में डेढ़ घंटे से अधिक का समय लग गया।
आग की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि फायर फाइटर्स को सांस लेने में परेशानी हुई। विभाग ने विशेष एग्जॉस्ट लगाकर धुआं और बदबू को हटाने की कोशिश की। गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
निरंजनपुर मंडी में छत पर लगी आग, बड़ा हादसा टला
निरंजनपुर मंडी में एक बिल्डिंग की छत पर भी आग लग गई, जहां फलों के बक्से, लकड़ी और प्लास्टिक के तिरपाल रखे थे। माना जा रहा है कि आग स्काई शॉट पटाखे से लगी। फायर विभाग की तत्परता से आग को फैलने से पहले ही बुझा दिया गया। अंदर मौजूद लोग समय रहते बाहर निकल आए, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
रातभर व्यस्त रहा फायर विभाग, 12 कॉल पर की त्वरित कार्रवाई
धर्मावाला, जीएमएस रोड, राजीव नगर, नेहरू ग्राम, सरस्वती बिहार और ओल्ड राजपुर रोड समेत कई इलाकों से आग लगने की कॉल आई। दमकल कर्मियों ने बिना देर किए सभी स्थानों पर पहुंचकर आग बुझाने का काम किया।
फायर स्टेशन अधिकारी किशोर उपाध्याय ने बताया कि पिछले साल दिवाली पर 39 कॉल आई थीं, जबकि इस बार सिर्फ 12 कॉल मिलीं। यह कमी लोगों की बढ़ी फायर सेफ्टी जागरूकता और समय पर प्रतिक्रिया का परिणाम है।
बीते चार वर्षों में 26,500 से अधिक युवाओं को मिली सरकारी नौकरी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजस्व परिषद में नव-चयनित सहायक समीक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। शनिवार को आहूत इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त कार्मिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि दीपावली से पूर्व यह नियुक्ति पत्र प्राप्त होना नवनियुक्त कार्मिको और उनके परिवारजनों के लिए विशेष प्रसन्नता का अवसर है। मुख्यमंत्री ने उनके परिवारजनों को भी इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते चार वर्ष में राज्य में 26,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर भर्ती प्रक्रिया को अभियान के रूप में निरंतर आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पूर्व हरिद्वार में हुई परीक्षा से संबंधित एक प्रकरण सामने आया था, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया गया और एसआईटी जांच गठित की गई। इसके पश्चात छात्रों की भावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं छात्रों से मुलाकात की और उनकी मांगों के अनुरूप परीक्षा को निरस्त करते हुए सीबीआई जांच की संस्तुति की।
उन्होंने कहा कि राज्य में बीते वर्षों के दौरान सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ आयोजित की गई हैं। भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता या भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही उन्होंने रिक्त पदों को पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से भरने का अभियान शुरू किया, जिसके फलस्वरूप आज हजारों युवाओं को सरकारी सेवा में अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार आगे भी पूर्ण पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया को अभियान के रूप में जारी रखेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने नवनियुक्त कार्मिकों से कहा कि सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम मानकर कार्य करें। उन्हें अपने कार्य में पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी और पारदर्शिता का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में सरलीकरण और गति लाना आवश्यक है, ताकि जनता को शीघ्र और सरल सेवाएं प्राप्त हों।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव एस.एन. पांडे, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरु, राजस्व परिषद के अधिकारीगण तथा नव-नियुक्त सहायक समीक्षा अधिकारी एवं समीक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
नई दिल्ली। भारतीय तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। चीन के नानजिंग में आयोजित आर्चरी विश्व कप फाइनल 2025 में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही वे विश्व कप फाइनल में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला कंपाउंड तीरंदाज बन गई हैं।
ज्योति ने ब्रिटेन की विश्व नंबर-2 तीरंदाज एला गिब्सन को 150-145 से हराया। खास बात यह रही कि ज्योति ने अपने सभी 15 तीर बिल्कुल सटीक (परफेक्ट 10) लगाए, जो उनके आत्मविश्वास और अनुभव का प्रमाण है।
क्वार्टरफाइनल सेमीफाइनल तक रोमांचक सफर
ज्योति ने प्रतियोगिता की शुरुआत शानदार अंदाज में की। क्वार्टरफाइनल में उन्होंने अमेरिका की एलेक्सिस रूइज को 143-140 से मात दी। हालांकि सेमीफाइनल में उनका सामना मेक्सिको की विश्व नंबर-1 एंड्रिया बेसेरा से हुआ, जहां उन्हें 143-145 से करीबी हार झेलनी पड़ी।
ज्योति ने कहा—
“तीसरे राउंड के बाद मैं एक अंक से आगे थी, लेकिन चौथे और पांचवें राउंड में एंड्रिया ने शानदार प्रदर्शन किया। फिर भी मैं अपनी शूटिंग से संतुष्ट हूं।”
कांस्य मुकाबले में दिखाया दमखम
सेमीफाइनल की हार के बाद ज्योति ने गजब की वापसी की। कांस्य पदक मुकाबले में उन्होंने एला गिब्सन के खिलाफ शुरुआत से बढ़त बनाए रखी और पांचों एंड में लगातार परफेक्ट 10 शूट किए।
जीत के बाद ज्योति ने कहा—
“यह मेरे करियर का अब तक का सबसे यादगार पल है। मैंने पहले दो विश्व कप फाइनल में अनुभव लिया था, लेकिन इस बार मेहनत रंग लाई।”
अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
महिला कंपाउंड वर्ग में मधुरा धमांगांवकर को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा। वहीं पुरुष कंपाउंड में ऋषभ यादव आज दक्षिण कोरिया के किम जोंघो से भिड़ेंगे। रिकर्व श्रेणी में इस बार कोई भारतीय खिलाड़ी क्वालीफाई नहीं कर पाया।
रेल मंत्रालय ने दी मंजूरी
देहरादून। उत्तराखंड के रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेल मंत्रालय, भारत सरकार ने देहरादून–टनकपुर एक्सप्रेस (15019/15020) की सेवा को साप्ताहिक से बढ़ाकर त्रि-साप्ताहिक (सप्ताह में तीन दिन) करने की मंजूरी दे दी है। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस फैसले के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे बोर्ड का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश के यात्रियों के साथ-साथ व्यापार और पर्यटन को भी नई गति देगा।
मुख्यमंत्री के आग्रह पर बढ़ी ट्रेन की आवृत्ति
मुख्यमंत्री धामी ने 8 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात के दौरान इस विषय पर विस्तृत चर्चा की थी। मुख्यमंत्री के अनुरोध के बाद रेल मंत्रालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए देहरादून–टनकपुर रेल सेवा की आवृत्ति बढ़ाने का निर्णय लिया।
नई समय सारिणी
रेल मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार —
15019 देहरादून–टनकपुर एक्सप्रेस अब बुधवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी। (पहले केवल रविवार को चलती थी)
15020 टनकपुर–देहरादून एक्सप्रेस अब मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी। (पहले केवल शनिवार को चलती थी)
रेल मंत्रालय के संयुक्त निदेशक (कोचिंग) विवेक कुमार सिन्हा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय यात्रियों की सुविधा और बढ़ती मांग को देखते हुए लिया गया है तथा इसे शीघ्र प्रभाव से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेशवासियों को बड़ी सुविधा
इस फैसले से कुमाऊँ और गढ़वाल के बीच यात्रा और अधिक सुगम होगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में रेल कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने के लिए ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में रेल परियोजनाओं पर तेजी से काम जारी है, जिससे आने वाले समय में पर्वतीय और सीमांत क्षेत्रों तक रेल संपर्क सुनिश्चित होगा।
अक्सर हम दांतों में दर्द, मसूड़ों की सूजन या दांत टूटने जैसी समस्याओं को मामूली मानकर अनदेखा कर देते हैं। बहुत से लोग इसे बढ़ती उम्र या डेंटल हाइजीन की कमी से जोड़ते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये परेशानी आपकी हड्डियों के कमजोर होने का भी संकेत हो सकती है?
हर साल 20 अक्टूबर को “वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे” मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की हड्डियाँ धीरे-धीरे अपना घनत्व खोने लगती हैं और कमजोर हो जाती हैं। यही असर जबड़े की हड्डी पर भी पड़ता है — जो हमारे दाँतों को थामे रखती है।
जबड़े की हड्डी कमजोर होने लगती है
जब शरीर में कैल्शियम और मिनरल की कमी होती है, तो जबड़े की हड्डी पतली और नाजुक हो जाती है। इससे दांतों की जड़ें हड्डी में ठीक से टिक नहीं पातीं और दांत ढीले या टूटने लगते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस का शुरुआती संकेत हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए।
मसूड़े पीछे हटने लगते हैं
जब जबड़े की हड्डी अपना सहारा खो देती है, तो मसूड़े भी धीरे-धीरे नीचे की ओर खिसकने लगते हैं। इस स्थिति को “गम रिसेशन” कहा जाता है। इससे दांतों की जड़ें बाहर दिखने लगती हैं और ठंडा-गर्म लगना या संक्रमण जैसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं।
डेन्चर पहनने वालों को भी परेशानी
जिन लोगों के दांत पहले से टूट चुके हैं और जो डेन्चर (कृत्रिम दांत) लगाते हैं, उनके लिए भी ऑस्टियोपोरोसिस समस्या का कारण बन सकता है। जबड़े की हड्डी के कमजोर होने से डेन्चर ठीक से फिट नहीं बैठता और बार-बार ढीला हो जाता है — यह हड्डियों के नुकसान का संकेत है।
क्या करें?
अपने भोजन में कैल्शियम, विटामिन D और विटामिन K2 से भरपूर चीजें शामिल करें।
नियमित रूप से वजन उठाने वाले एक्सरसाइज करें।
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखें।
समय-समय पर डेंटल चेकअप कराते रहें और डॉक्टर से अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य पर चर्चा करें।
याद रखें
दांतों और मसूड़ों की बार-बार होने वाली समस्या सिर्फ डेंटल नहीं, बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस का शुरुआती संकेत भी हो सकती है। समय पर जांच और सही उपचार से न सिर्फ आपके दांत, बल्कि आपकी पूरी हड्डी प्रणाली को मजबूत बनाए रखा जा सकता है।
(साभार)
सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने दिए सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को 24×7 सतर्क रहने के निर्देश
देहरादून। दीपावली पर्व के अवसर पर उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को पूरी तरह सक्रिय और सतर्क बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के दिशा-निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के प्रशासन और चिकित्सा संस्थानों को अलर्ट मोड पर रखा है, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्वों की खुशियाँ तभी सार्थक हैं जब हर नागरिक सुरक्षित और स्वस्थ हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दीपावली के दौरान आग, सड़क दुर्घटनाओं या अन्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए चौबीसों घंटे स्वास्थ्य सेवाएँ तैयार रहें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि सभी अस्पतालों, एम्बुलेंस सेवाओं और आपात चिकित्सा इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विभाग ने पर्याप्त चिकित्सा कर्मियों की तैनाती, आवश्यक दवाओं और उपकरणों के भंडारण, तथा ब्लड बैंक और बर्न यूनिट की पूर्ण कार्यशीलता सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि जनसुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हर जिले में व्यवस्था की सतत समीक्षा की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागरिकों से अपील की कि दीपावली उत्साह से मनाएं, लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन अवश्य करें।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को त्योहारों के दौरान 24×7 सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पर्वों के दौरान आग लगने, दुर्घटनाओं या अन्य स्वास्थ्य आपात स्थितियों की संभावना को देखते हुए अस्पतालों, ट्रॉमा सेंटरों और नियंत्रण कक्षों को पूरी तरह क्रियाशील रखा गया है। जारी परिपत्र के अनुसार, 108 नेशनल एम्बुलेंस सेवा, जिला नियंत्रण कक्ष, और अस्पतालों के आपातकालीन वार्ड सतत निगरानी में रहेंगे। आपात सेवाओं के लिए पर्याप्त डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी तय की गई है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सभी जिलों में अग्निशमन, पुलिस, परिवहन और स्वास्थ्य विभागों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके। उन्होंने बताया कि पर्वों के दौरान भीड़भाड़ वाले इलाकों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बाजारों में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स तैनात रहेंगी। जिलाधिकारियों को स्वास्थ्य संस्थानों की तैयारियों की समीक्षा और आवश्यक प्रशासनिक सहयोग सुनिश्चित करने को कहा गया है।
स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि जनजागरूकता के माध्यम से नागरिकों को सुरक्षित पर्व मनाने का संदेश दिया जा रहा है। स्थानीय मीडिया, सोशल मीडिया और सामुदायिक नेटवर्क के माध्यम से लोगों से अपील की गई है कि आतिशबाज़ी सावधानी से करें, विद्युत उपकरणों का प्रयोग सोच-समझकर करें और किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तुरंत 108 हेल्पलाइन पर संपर्क करें। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि सरकार जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि “सभी अधिकारी और कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि पर्वों की खुशी के बीच किसी भी नागरिक को चिकित्सा सुविधा पाने में कठिनाई न हो।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि विभाग का उद्देश्य केवल उपचार देना नहीं, बल्कि समय पर राहत और रोकथाम सुनिश्चित करना भी है। उन्होंने कहा कि दीपावली और इगास पर्व के दौरान विभाग पूरी तत्परता से कार्य करेगा ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध हो सके। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे पर्वों की खुशियाँ जिम्मेदारी के साथ मनाएँ, दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए संपर्क करें।
सबसे ज्यादा आनंद विहार में AQI 387 तक पहुंचा
नई दिल्ली। दिवाली का त्यौहार आते-आते दिल्ली में वायु प्रदूषण लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। शनिवार सुबह राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार पहुंच गया, जिससे स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी जारी की गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह 11 बजे तक आनंद विहार में सबसे खराब AQI 387 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। वहीं, बवाना में AQI 312, आईटीओ में 274, चांदनी चौक में 261 और आईजीआई हवाई अड्डा (T3) पर 206 रिकॉर्ड किया गया।
विशेषज्ञों की चेतावनी
गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने चेताया कि बढ़ती प्रदूषण स्तर से विशेष रूप से COPD, अस्थमा या तपेदिक जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं वाले लोग प्रभावित हो सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप खांसी, बुखार, सांस फूलना और सीने में दर्द जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। उन्होंने सभी को सलाह दी कि बाहर जाते समय एन-95 या डबल सर्जिकल मास्क का उपयोग करें।
AQI रीडिंग के मानक
CPCB के अनुसार, AQI को छह श्रेणियों में बांटा गया है:
अच्छा: 0-50
संतोषजनक: 51-100
मध्यम प्रदूषित: 101-200
खराब: 201-300
बहुत खराब: 301-400
गंभीर: 401-500
विशेषज्ञों ने कहा कि यदि वायु प्रदूषण इसी तरह बढ़ता रहा, तो स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है और लोगों को अनावश्यक बाहरी गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है।
ऋषभ शेट्टी द्वारा लिखित और निर्देशित साउथ फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ बॉक्स ऑफिस पर लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। 2 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म ने रिलीज के 16वें दिन भी अच्छी कमाई दर्ज की है।
पहले हफ्ते की जबरदस्त कमाई
फिल्म ने पहले दिन 61.85 करोड़ रुपये का कारोबार किया। पहले हफ्ते में कुल 337.4 करोड़ रुपये की कमाई के साथ ही यह फिल्म दर्शकों के बीच लोकप्रियता की नई मिसाल बन गई। दूसरे हफ्ते में ‘कांतारा चैप्टर 1’ ने 147.85 करोड़ रुपये का कारोबार किया।
16वें दिन का कलेक्शन और कुल कमाई
फिल्म ने शुक्रवार को 16वें दिन 5.98 करोड़ रुपये की कमाई की। इसके साथ ही फिल्म की कुल बॉक्स ऑफिस कमाई 491.23 करोड़ रुपये तक पहुँच गई है। यदि इसी तरह फिल्म की कमाई जारी रही, तो यह जल्द ही 500 करोड़ क्लब में शामिल हो जाएगी। वहीं, दुनियाभर में फिल्म ने अब तक 717.50 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है।
फिल्म के बारे में
‘कांतारा चैप्टर 1’ साल 2022 में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘कांतारा’ का प्रीक्वल है। यह कहानी पहले भाग की घटनाओं से करीब एक हजार साल पहले की है। फिल्म में ऋषभ शेट्टी के अलावा रुक्मिणी वसंत, जयराम और गुलशन देवैया ने भी अहम भूमिका निभाई है।
बॉलीवुड की तुलना में साउथ फिल्म का दबदबा
साथ ही 2 अक्टूबर को रिलीज हुई वरुण धवन और जान्हवी कपूर की फिल्म ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ की कमाई ‘कांतारा चैप्टर 1’ के मुकाबले काफी कम रही। ‘तुलसी कुमारी’ ने 16वें दिन सिर्फ 63 लाख रुपये का कलेक्शन किया, इसकी कुल कमाई अब तक 55.73 करोड़ रुपये रही, जो ऋषभ शेट्टी की फिल्म की कमाई के आधे से भी कम है।
(साभार)
प्राधिकरण शहर में बिना स्वीकृति के हो रहे किसी भी अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं करेगा- बंशीधर तिवारी
देहरादून। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा शहर में अवैध निर्माणों पर सख्त कार्रवाई जारी है। प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड के विभिन्न स्थानों पर किये गये अवैध आवासीय निर्माणों और प्लाॅटिंग पर ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई संयुक्त सचिव गौरव चटवाल के आदेशों पर संपन्न हुई। एमडीडीए की टीम ने बाला जी इन्क्लेव, शिमला बाईपास रोड में अवैध निर्माण और भूखंड विभाजन (प्लाॅटिंग) के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए कई जगहों पर बुलडोज़र चलाया और सीलिंग की कार्रवाई की।
महेश उपाध्याय, सतीश एवं अन्य द्वारा लगभग 10 बीघा भूमि में की गई अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। इखलाक एवं अन्य द्वारा निर्मित अवैध आवासीय भवनों पर सीलिंग की कार्रवाई की गई। शैकीन द्वारा किए गए अवैध आवासीय निर्माण को भी सील किया गया। कार्यवाही के दौरान सहायक अभियंता विजय सिंह रावत, अवर अभियंता जितेन्द्र कुमार एवं सुपरवाइजर मौके पर मौजूद रहे।
अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं करेगा एमडीडीए-बंशीधर तिवारी
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण शहर में बिना स्वीकृति के हो रहे किसी भी अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं करेगा। विकास मानकों और भवन उपविधियों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान जनहित में है और इसका उद्देश्य शहर के सुनियोजित विकास को सुनिश्चित करना है। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट किया कि एमडीडीए पारदर्शी शासन व्यवस्था के अंतर्गत कार्य कर रहा है और किसी भी शिकायत पर त्वरित जांच व आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। एमडीडीए ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य से पूर्व प्राधिकरण से स्वीकृति प्राप्त करें, अन्यथा नियमों के उल्लंघन की स्थिति में कार्रवाई तय है।
बिना स्वीकृति के निर्माण कार्य प्रारंभ न करें-मोहन सिंह बर्निया
एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया ने कहा कि प्राधिकरण क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध कॉलोनी या अनधिकृत निर्माण कार्य को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन लोगों ने बिना स्वीकृति के प्लॉटिंग या भवन निर्माण किया है, उनके विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि एमडीडीए का उद्देश्य देहरादून को एक सुनियोजित और व्यवस्थित शहर के रूप में विकसित करना है। इस दिशा में निरंतर निगरानी और कार्रवाई जारी है। आम नागरिकों से अपील है कि वे किसी भी व्यक्ति या संस्था के बहकावे में आकर बिना स्वीकृति के निर्माण कार्य प्रारंभ न करें। ऐसा करने पर प्राधिकरण को भवन सील करने और ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।