युवाओं को रनिंग, पुश अप आदि के ट्रेनिंग देने की हर जगह मुख्यालय में होगी सुविधा
खेल मंत्री ने अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश
देहरादून। अगर आप अग्निवीर में भर्ती की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। अब प्रदेश के सभी जिलों में खेल विभाग इसके लिए आपको तैयारी कराएगा। खेल मंत्री रेखा आर्या ने विभाग के अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश जारी किए।
कैंप कार्यालय यमुना कॉलोनी में हुई बैठक के बाद खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि सभी जिला मुख्यालय पर जो खेल सुविधाएं, स्टेडियम और उपकरण उपलब्ध हैं वे सभी सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसके लिए युवाओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा कोई भी युवा यह सुविधा प्राप्त कर सकता है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि फिलहाल खेल विभाग के पास उपलब्ध प्रशिक्षकों के जरिए युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी लेकिन भविष्य में इस कार्य के लिए विशेष मानव संसाधन की व्यवस्था किए जाने की योजना है।
इसके साथ ही बैठक में 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष में निकाले जाने वाले एकता मार्च और दूसरे चरण में सभी जनपदों में निकाले जाने वाली पदयात्राओं की तैयारी की समीक्षा भी की गई।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह में युवा महोत्सव आयोजित करने की तैयारी है और उन्होंने बैठक में इसके लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में विशेष खेल प्रमुख सचिव अमित सिन्हा, अपर निदेशक अजय अग्रवाल, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य राजेश मंमगाई, उपनिदेशक जयराज, उपनिदेशक शक्ति सिंह आदि उपस्थित रहे।
गोरियाकोठी में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में मुख्यमंत्री धामी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने की जनसभा
गोरियाकोठी,बिहार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिहार के गोरियाकोठी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी देवेशकांत सिंह के समर्थन में आयोजित नामांकन सह आशीर्वाद सभा में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ सम्मिलित होकर जनता से एनडीए को प्रचंड मतों से विजयी बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि देवेशकांत सिंह ने विधायक रहते हुए इस क्षेत्र में अनेक विकास कार्यों को आगे बढ़ाया है। जनता के जोश और उत्साह को देखकर यह स्पष्ट है कि इस बार देवेशकांत पिछली बार की तुलना में और अधिक मतों से जीत दर्ज करेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की डबल इंजन सरकार ने बिहार में अभूतपूर्व विकास कार्य किए हैं। आज बिहार के हर जिले में विकास की गति दिखाई दे रही है। सड़कों से लेकर रेल सेवाओं तक हर क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के लिए करोड़ों की राशि स्वीकृत की है और रेल बजट में भी अभूतपूर्व वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गरीब कल्याण और अंत्योदय के लक्ष्य को साकार करने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। आज बिहार के हर घर में बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा पहुँची है। कांग्रेस के समय में सिर्फ ‘गरीबी हटाओ’ के नारे दिए जाते थे, लेकिन आज वास्तव में गरीबों के उत्थान के लिए काम हो रहा है और 30 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के पुनरुत्थान का कार्य भी निरंतर जारी है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और श्री केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण इसका उत्कृष्ट उदाहरण हैं। उन्होंने उत्तराखंड में किए गए सुधारात्मक निर्णयों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है जहाँ समान नागरिक संहिता (UCC) लागू की गई है। राज्य में ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ और अवैध मदरसों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है। इसके अलावा ‘ऑपरेशन कालनेमि’ चलाकर पाखंडियों पर सख्त कार्रवाई की गई है।
राजद और कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस जैसी पार्टियाँ तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति में लिप्त हैं। लालू परिवार ने भ्रष्टाचार में कांग्रेस को भी पीछे छोड़ दिया है चारा घोटाला हो या IRCTC घोटाला, पूरा परिवार इसमें संलिप्त पाया गया है। यही वे लोग हैं जिन्होंने बिहार को जंगलराज में तब्दील कर दिया था, जब अपराध चरम पर था, दिनदहाड़े हत्याएँ होती थीं, महिला अपराध होते थे और रंगदारी मांगने वालों का बोलबाला था। उन्होंने कहा कि इन विरोधियों का एकमात्र लक्ष्य प्रधानमंत्री मोदी को रोकना है। इनके पास बिहार के विकास के लिए कोई विजन या एजेंडा नहीं है। राहुल गांधी चुनाव के बाद गायब हो जाते हैं और तेजस्वी यादव ट्वीट तक सीमित हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने अंत में कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि बिहार की जनता एक बार फिर विकासवादी सोच पर मुहर लगाकर एनडीए की सरकार बनाने जा रही है। बिहार का जनादेश इस बार भी विकास, सुशासन और स्थिरता के पक्ष में होगा।
देहरादून। राज्य के महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ चल रहे दुष्प्रचार और फेक पोस्ट्स के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने अपनी छवि धूमिल करने की साजिश में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की मांग की है।
डीजी सूचना बंशीधर तिवारी ने पत्र में कहा है कि “कतिपय व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर मेरी छवि को धूमिल करने की साजिश के तहत बिना किसी तथ्य के आरोप लगाए जा रहे हैं, जिससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुँच रही है।” उन्होंने इस मामले में दोषियों की पहचान कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने संबंधित पोस्टों और फेक आईडी के स्क्रीनशॉट भी पुलिस को सौंपे हैं।

एसएसपी अजय सिंह ने पुष्टि की है कि उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि मामला साइबर सेल को जांच के लिए सौंपा गया है। जांच में फेक आईडी और पोस्ट के स्रोत का पता लगाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर फैलाई गई सामग्री सुनियोजित तरीके से प्रसारित की गई थी। साइबर सेल अब आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत छवि नहीं बल्कि राज्य की सूचना प्रणाली की साख से जुड़ा है। फेक सामग्री फैलाने वालों पर अब कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
लोकप्रिय अभिनेता अर्जुन बिजलानी ने रियलिटी शो ‘राइज एंड फॉल’ के पहले सीजन का खिताब अपने नाम कर लिया है। छह फाइनलिस्टों के बीच हुए जबरदस्त मुकाबले में अर्जुन ने सभी को पछाड़ते हुए ट्रॉफी और 28 लाख 10 हजार रुपये की इनामी राशि जीत ली। फिनाले में उनके साथ आरुष भोला पहले रनर-अप और अरबाज पटेल दूसरे रनर-अप रहे।
यह शो 15 प्रतिभागियों के साथ शुरू हुआ था, जिसमें अर्जुन बिजलानी, आरुष भोला और अरबाज पटेल फाइनल तक पहुंचे। अंत में अर्जुन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विजेता का ताज अपने नाम किया।
शो को होस्ट कर रहे थे अशनीर ग्रोवर
‘राइज एंड फॉल’ को ‘शार्क टैंक इंडिया’ के पूर्व जज अशनीर ग्रोवर ने होस्ट किया। शो अपने रोमांचक फॉर्मेट और कंटेस्टेंट्स के बोल्ड बयानों के चलते लगातार सुर्खियों में रहा। भोजपुरी स्टार पवन सिंह भी इसमें नजर आए थे, हालांकि उन्होंने बीच में ही शो छोड़ दिया था।
फिनाले में अर्जुन की जीत पर गूंजे तालियां
विजेता की घोषणा खुद अशनीर ग्रोवर ने की। नाम सुनते ही अर्जुन खुशी से झूम उठे और अपने साथी प्रतिभागियों के गले लग गए। फिनाले में उन्होंने ब्लैक आउटफिट पहनकर एंट्री की थी, और ट्रॉफी हाथ में लेते ही मंच पर जश्न का माहौल बन गया।
अर्जुन बोले—‘इससे बेहतर गिफ्ट क्या होगा!’
जीत के बाद अर्जुन ने कहा, “मैं बस घर जाकर अपने बेटे को गले लगाना चाहता हूं। इस खुशी के मौके पर अपनी पत्नी के साथ होना मेरे लिए सबसे बड़ा तोहफा है। मैंने उनका बर्थडे मिस किया, लेकिन अब इससे अच्छा गिफ्ट नहीं हो सकता।”
अर्जुन बिजलानी टीवी के जाने-माने चेहरे हैं। उन्होंने लेफ्ट राइट लेफ्ट, नागिन, मिले जब हम तुम, यह है आशिकी और परदेस में मिला कोई अपना जैसे हिट शोज में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है।
(साभार)
आठवें राष्ट्रीय पोषण महा समापन समारोह में शामिल हुई केंद्रीय मंत्री
देहरादून। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के नींबूवाला स्थित ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित आठवें राष्ट्रीय पोषण माह समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर महिलाओं और बच्चों को पोषण किट में महालक्ष्मी किट प्रदान की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में महिलाओं और बच्चों के पोषण के लिए जो मिशन प्रारंभ हुआ है, वह जनभागीदारी का सफल उदाहरण है। उत्तराखंड में इस दिशा में किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सबसे आवश्यक है कि देश की हर महिला और बच्चे को उचित पोषण मिले। उन्होंने कहा कि जब समाज का हर वर्ग पोषित और स्वस्थ होगा, तभी राष्ट्र अपनी संपूर्ण क्षमता से आगे बढ़ सकेगा।
रेखा आर्या ने कहा कि इस दिशा में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका सबसे अहम है। उन्हें गांव-गांव में पोषण जागरूकता की अग्रदूत बनकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से पोषण अभियानों के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं और यह सामूहिक प्रयास भारत को “कुपोषण मुक्त” बनाने की दिशा में मजबूत कदम है। समारोह में अतिथियों ने ओहो रेडियो, पोषण अभियान, अनुपूरक पोषाहार, मिशन शक्ति, नारी निकेतन एवं बाल गृह, सहित कृषि, उद्यान और शिक्षा विभाग के विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, महिला सशक्तिकरण मंत्रालय भारत सरकार के अपर सचिव लव अग्रवाल, संयुक्त सचिव राधिका झा, विभाग के सचिव चंद्रेश कुमार, निदेशक बंशीलाल राणा, श्रीमती निमिषा झा सहित अनेक अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
वात्सल्य योजना के 1 करोड़ 56 लाख जारी
इस अवसर पर मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अंतर्गत सभी 13 जनपदों के कुल 5211 लाभार्थियों को सितंबर माह के लिए 1 करोड़ 56 लाख 33 हजार रुपए की धनराशि सीधे खातों में ट्रांसफर की गई
आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में जिम जाना या लंबे समय तक एक्सरसाइज करना सभी के लिए संभव नहीं होता। ऐसे में योग एक ऐसा असरदार साधन है, जो कम समय और मेहनत में शरीर और मन दोनों को फिट रख सकता है। खास बात यह है कि कुछ योगासन सीधे बैठे-बैठे भी किए जा सकते हैं, जो पेट की चर्बी कम करने, मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने और मानसिक तनाव घटाने में मददगार होते हैं।
बैठे-बैठे किए जाने वाले योगासन न केवल शरीर को लचीला बनाते हैं, बल्कि पाचन शक्ति और कैलोरी बर्निंग को भी बेहतर करते हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान और प्रभावी योगासनों के बारे में:
1. वज्रासन
यह आसन पाचन शक्ति बढ़ाने और फैट बर्न करने में मदद करता है। भोजन के बाद वज्रासन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट व कमर की चर्बी घटती है। अभ्यास के लिए घुटनों के बल बैठें, एड़ियों पर कूल्हे टिकाएं और रीढ़ को सीधा रखें।
2. सुखासन ट्विस्ट
कमर और पेट की चर्बी घटाने के लिए सुखासन ट्विस्ट बहुत प्रभावी है। इसमें कमर को धीरे-धीरे दाएं-बाएं मोड़ने से पेट की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं और कैलोरी बर्न होती है। अभ्यास के लिए सुखासन में बैठकर दाहिने हाथ को बाएं घुटने पर रखें और शरीर को धीरे मोड़ें।
3. पद्मासन ब्रीदिंग
मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने और तनाव घटाने के लिए पद्मासन ब्रीदिंग सबसे अच्छा है। पद्मासन में बैठकर गहरी सांसें लेने और छोड़ने से ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है, जिससे शरीर शांत होता है और वजन तेजी से घटता है।
4. मंडूकासन
यह आसन पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। डायबिटीज और मोटापे से प्रभावित लोगों के लिए बेहद लाभकारी है। अभ्यास के लिए वज्रासन में बैठें, मुट्ठियां नाभि पर रखें और धीरे आगे झुकें।
5. अर्ध मत्स्येन्द्रासन
इस आसन से शरीर में जमी विषैले तत्व निकलते हैं और मांसपेशियों में खिंचाव आता है। पेट, कमर और जांघों की चर्बी कम करने के लिए यह अत्यंत उपयोगी है। अभ्यास के लिए जमीन पर बैठें, एक पैर मोड़ें और दूसरे पैर को उसके ऊपर रखकर शरीर को विपरीत दिशा में मोड़ें।
निष्कर्ष:
बैठे-बैठे किए जाने वाले ये योगासन न केवल वजन घटाने में मदद करते हैं, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करते हैं और शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखते हैं। रोज़ाना 10-15 मिनट इन आसनों का अभ्यास करने से लंबे समय तक फिटनेस और सेहत बनाए रखी जा सकती है।
(साभार)
ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक के साथ एकीकृत कैंटीन से सुविधाओं का होगा केंद्रीकरण
देहरादून। विकासनगर (फतेहपुर, हरबर्टपुर) में आज भारतीय सेना ने सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों और उनके आश्रितों के कल्याण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल की। मेजर जनरल एमपीएस गिल, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, उत्तराखंड सब एरिया ने नव-निर्मित सीएसडी कैंटीन का उद्घाटन किया। यह आधुनिक कैंटीन ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक के साथ एकीकृत है, जिससे सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी
उद्घाटन के दौरान मेजर जनरल गिल ने कहा, “उत्तराखंड सब एरिया हमेशा से पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहा है। यह कैंटीन हमारी कोशिशों का प्रतीक है कि देश के हर हिस्से में पूर्व सैनिकों तक बेहतर सुविधाएं पहुंचाई जा सकें।”
इस कैंटीन को विशेष रूप से क्षेत्र के 1525 सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। समारोह में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, वीर नारी और उनके परिवार शामिल हुए, जिससे भारतीय सेना और उसके विस्तारित परिवार के बीच गहरे संबंध का पता चलता है।
ब्रिगेडियर राम सिंह थापा, स्टेशन कमांडर देहरादून और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। यह पहल भारतीय सेना के उन प्रयासों का प्रतीक है, जो पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने और उनके बलिदानों को सदैव सम्मान देने के लिए किए जा रहे हैं।
आरपीडब्ल्यूएसएस आईडी मॉड्यूल से ग्रामीण जलापूर्ति का रखरखाव और शिकायत प्रबंधन आसान होगा
देहरादून। उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन की योजनाओं की निगरानी अब ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना (आरपीडब्ल्यूएसएस) आईडी मॉड्यूल के माध्यम से । इस मॉड्यूल से न केवल रखरखाव आसान होगा, बल्कि ग्रामीण उपभोक्ता अपनी शिकायतें सीधे दर्ज कर सकेंगे।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन की हाल ही में दिल्ली में हुई बैठक में आरपीडब्ल्यूएसएस आईडी मॉड्यूल की जानकारी साझा की गई। यह डिजिटल पहल ग्रामीण जल प्रशासन को मजबूत बनाने और जल योजनाओं की पारदर्शी निगरानी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आरपीडब्ल्यूएसएस आईडी मॉड्यूल जल जीवन मिशन की डिजिटल अवसंरचना का हिस्सा है। इसके तहत हर पेयजल योजना की डिजिटल मैपिंग होगी और प्रत्येक योजना को एक डिजिटल पहचान मिलेगी। इसके जरिए योजनाओं की वास्तविक समय में निगरानी, पूर्वानुमानित रखरखाव और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी।
उत्तराखंड के लगभग 16 हजार गांवों में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल आपूर्ति की योजनाएं बनाई जा चुकी हैं। इस मॉड्यूल के लागू होने के बाद हर गांव की एक-एक योजना की डिजिटल मैपिंग उपलब्ध होगी। भविष्य में केंद्र सरकार इसी मॉड्यूल के माध्यम से बजट जारी करेगी, जिससे यह पता चलेगा कि किस परियोजना में कितनी वित्तीय आवश्यकता है।
पारदर्शिता और जवाबदेही:
इस मॉड्यूल के जरिए निर्माण, मरम्मत और शिकायत निवारण के सभी रिकॉर्ड डिजिटल रूप में रहेंगे। स्थानीय निवासी नागरिक संवाद प्लेटफॉर्म पर जाकर जल आपूर्ति की गुणवत्ता, पाइपलाइन की स्थिति और शिकायतें दर्ज कर सकेंगे। केंद्र सरकार जल्द ही राज्यों को इस डिजिटल पहल के लिए विशेष बजट और तकनीकी सहयोग भी प्रदान करेगी।
विशाल मिश्रा, एमडी, जल जीवन मिशन ने बताया, “जैसे ही विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी, प्रशिक्षण और आईडी बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इससे उत्तराखंड सरकार भविष्य में जल योजनाओं की निगरानी और रखरखाव और प्रभावी ढंग से कर सकेगी।”
सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में परंपरागत विधि-विधान से सम्पन्न हुआ धार्मिक अनुष्ठान
चमोली। पंच केदारों में चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम के कपाट शुक्रवार तड़के परंपरागत विधि-विधान और मंत्रोच्चार के बीच शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरे क्षेत्र में ‘जय रुद्रनाथ’ के जयघोष गूंज उठे। करीब 500 से अधिक भक्त कपाट बंद होने के शुभ क्षण के साक्षी बने।
मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील तिवारी ने बताया कि सुबह चार बजे से विशेष पूजा-अर्चना शुरू हुई, जिसके पश्चात सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सुबह छह बजे भगवान के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए। साढ़े सात बजे भगवान रुद्रनाथ की डोली विधिवत प्रस्थान कर पंचगंगा, पितृधार, पनार गुग्याल होते हुए मोली बुग्याल पहुंची, जहां भगवान को नए अनाजों का ‘राजभोग’ लगाया गया।
इसके बाद डोली सगर गांव में विश्राम करेगी, जहां पुनः नए अनाज का भोग लगाया जाएगा। सूर्यास्त से पहले भगवान की डोली गोपीनाथ मंदिर, गोपेश्वर पहुंच जाएगी और वहीं छह माह तक विराजमान रहेगी। परंपरा के अनुसार, कपाट बंद करते समय भगवान को मंदार (बुखला) के 251 पुष्प गुच्छों से अलंकृत किया गया। कपाट पुनः खुलने पर इन्हीं पुष्पों को प्रसाद स्वरूप श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा।
भारत और श्रीलंका में होगा टी20 विश्व कप 2026
नई दिल्ली। एशिया-ईएपी क्वालिफायर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जापान को आठ विकेट से मात दी और 2026 पुरुष टी20 विश्व कप के लिए क्वालिफाई कर लिया। इस जीत के साथ ही अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप की सभी 20 टीमों की सूची पूरी हो गई है। इससे पहले नेपाल और ओमान ने बुधवार को ही टूर्नामेंट के लिए अपनी जगह पक्की कर ली थी। टूर्नामेंट का आयोजन भारत और श्रीलंका की मेजबानी में होगा।
20 टीमों में रोमांचक टक्कर तय
टी20 विश्व कप 2026 में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी। मेजबान भारत और श्रीलंका के अलावा टी20 विश्व कप 2024 की शीर्ष सात टीमें—अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और वेस्टइंडीज—को स्वत: प्रवेश मिला है। न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और आयरलैंड ने अपनी टी20 रैंकिंग के आधार पर क्वालिफाई किया है।
कनाडा ने अमेरिका क्वालिफायर से टिकट हासिल किया, जबकि इटली (जो पहली बार विश्व कप खेलेगी), नीदरलैंड्स, नामीबिया और जिम्बाब्वे ने अपने-अपने क्षेत्रों से जगह बनाई है।
ऐसा होगा टूर्नामेंट का प्रारूप
टी20 विश्व कप 2026 में टीमों को चार ग्रुप में बांटा जाएगा, हर ग्रुप में पांच टीमें होंगी। हर टीम अपने समूह की बाकी चार टीमों से एक-एक मैच खेलेगी। प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष दो टीमें सुपर-8 दौर में पहुंचेंगी, जिनमें से चार सर्वश्रेष्ठ टीमें सेमीफाइनल में भिड़ेंगी और फिर दो टीमें खिताब के लिए फाइनल में उतरेंगी।
