ब्रिक्स द्वारा ईरान-इस्राइल मसले पर अमेरिका की आलोचना के बाद ट्रंप की तीखी प्रतिक्रिया, ट्रुथ सोशल पर दी चेतावनी
वाशिंगटन। ब्राजील में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बीच वैश्विक मंच पर कूटनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अमेरिका विरोधी रुख अपनाने वाले देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप की यह प्रतिक्रिया ब्रिक्स द्वारा ईरान और इस्राइल के संघर्ष पर अमेरिका की नीतियों की आलोचना के बाद सामने आई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर बयान जारी करते हुए लिखा कि “जो भी देश अमेरिका विरोधी ब्रिक्स नीतियों का समर्थन करेगा, उस पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इस फैसले में कोई अपवाद नहीं होगा।” ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि यह चेतावनी उन सभी देशों के लिए है जो वैश्विक व्यापार के नाम पर अमेरिका के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं।
इससे पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे देशों ने अमेरिका का नाम लिए बिना ईरान पर सैन्य हमले और बढ़ते व्यापार शुल्क (टैरिफ) की आलोचना की थी। इस्राइल की ओर से मध्य-पूर्व में जारी सैन्य कार्रवाइयों की भी निंदा की गई। ब्रिक्स नेताओं ने अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि विवादों को कूटनीतिक बातचीत से सुलझाना चाहिए, न कि सैन्य टकराव या आर्थिक दमन से।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने भी कहा कि “शांति की तुलना में युद्ध में निवेश करना आसान होता है, लेकिन इसका दायरा सीमित और विनाशकारी होता है।” उन्होंने नाटो देशों द्वारा सैन्य खर्च बढ़ाने पर सवाल उठाया और वैश्विक स्थायित्व के लिए कूटनीतिक पहल को जरूरी बताया।
इस बीच, अमेरिका में टैरिफ निलंबन की समयसीमा 9 जुलाई को समाप्त होने जा रही है, जिसके चलते दुनिया भर में व्यापारिक हलकों में चिंता का माहौल है। ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वे अधिकांश देशों के लिए टैरिफ में राहत की अवधि नहीं बढ़ाएंगे और पहले ही 10-12 देशों को नए शुल्क की सूचना देने वाले पत्रों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
ब्रिक्स सम्मेलन की थीम और भागीदारी:
इस बार ब्रिक्स सम्मेलन ब्राजील की मेजबानी में हुआ, जिसमें पुराने 5 देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) के अलावा नए सदस्य देशों मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई और इंडोनेशिया ने हिस्सा लिया। ब्राजील ने 1 जनवरी 2025 को ब्रिक्स की अध्यक्षता संभाली थी। इस बार की थीम रही- समावेशी और टिकाऊ वैश्विक शासन के लिए ग्लोबल साउथ का सहयोग मजबूत करना।
गढ़ी कैंट, देहरादून में सीएम धामी ने भूतपूर्व सैनिकों से राज्य के विकास और पर्यावरण संरक्षण पर की चर्चा
जबरन धर्मान्तरण व डेमोग्राफ़िक चेंज पर हमारी सरकार के प्रयासों के साथ जन सहयोग एवं कानूनी रूप से शिकायत हेतु जन जागरूकता भी आवश्यक- सीएम धामी
देहरादून। सीएम धामी ने कहा कि जबरन धर्मान्तरण व डेमोग्राफ़िक चेंज पर हमारी सरकार के प्रयासों के साथ जन सहयोग एवं कानूनी रूप से शिकायत हेतु जन जागरूकता भी आवश्यक है| मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सख्त दंगा विरोधी कानून लागू करने के साथ, भूमि अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्यवाही व यूसीसी जैसा साहसिक कदम उठाये लेकिन सरकार के इन साहसिक प्रयासों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु व्यापक जनसहयोग की अपेक्षा है|
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़ी कैंट, देहरादून में आयोजित ” विकसित भारत @2047 सामूहिक संवाद- पूर्व सैनिकों के साथ” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया | कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के सम्रग विकास के लिए उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों से बातचीत की एवं उनके सुझाव लिये |
राष्ट्र-प्रहरी के साथ पर्यावरण प्रहरी भी बने भूतपूर्व सैनिक- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग को हर डिवीज़न मे 1000 पेड़ लगाने के निर्देश दिए गए हैं | मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ‘’एक पेड़ अपनी मां के नाम’’ अभियान की शुरुआत की है। आज के इस अवसर पर मैं, आप सभी से इस अभियान में भागेदारी निभाने का आह्वान करता हूं क्योंकि आप सभी राष्ट्र-प्रहरी होने के साथ – साथ हमारे पर्यावरण के भी रक्षक हैं। आप जहां भी पेड़ लगाएंगे उसके फलने फूलने की गारंटी भी सदा रहेगी, क्योंकि आप एक सैनिक होने के नाते हमेशा उसका ख्याल भी रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मे गत दो माह मे आने वाले पर्यटको की संख्या 38 लाख से अधिक हो गई हैं | प्रधानमंत्री के प्रयासों व सहयोग से राज्य मे शीतकालीन यात्रा एवं आदि कैलाश यात्रा को नई गति मिली है | राज्य मे बेरोजगारी दर 4.2 से कम हो गईं हैं जो राष्ट्रीय औसत से कम है| मानसरोवर यात्रा का समय 7 दिन कम हो चुका है |
सैनिको एवं उनके परिजनों के हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त पूर्व सैनिकों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि सैनिको ने वीरता, शौर्य और समर्पण के साथ देश की रक्षा करते हुए अपने जीवन का महत्वपूर्ण कालखंड बिताया है।सैनिको ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कच्छ से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हर मोर्चे पर तिरंगे के गौरव और मान को बढ़ाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश देवभूमि के साथ साथ वीरभूमि भी है, क्योंकि हमारे प्रदेश का लगभग हर परिवार सेना से जुड़ा हुआ है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि हमारे वीर सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी।
सैनिक परिवार से होने के कारण पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा – सीएम धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं, स्वयं भी एक फौजी का बेटा हूं ,मैनें पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा और समझा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके हृदय में हमेशा शहीदों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदनशीलता और समर्पण का भाव रहता है। इसलिए हमने ये प्रयास किया है कि यही भाव हमारी सरकार के काम में भी दिखे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, ले ज ( से नि) ए के सिंह, मे ज( से नि) के एस राणा, क. बीरेंद्र सिंह राणा, ब्रि. नितेश बिष्ट व बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक मौजूद थे |
पंचकूला: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी युवक से ₹1.5 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला ने न केवल पैसा लिया बल्कि फर्जी जॉइनिंग लेटर भी थमा दिया। सेक्टर-3 थाना पुलिस ने आरोपी महिला आकृति यादव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भी महेंद्रगढ़ की ही रहने वाली है।
इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती, फिर हुआ भरोसे का सौदा
पीड़ित दीपक, जो बावल स्थित पॉस्को कंपनी में ट्रॉलिंग हेल्पर के रूप में कार्यरत है, ने बताया कि उसकी तीन महीने पहले इंस्टाग्राम पर आकृति यादव से दोस्ती हुई थी। आकृति ने खुद को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की कर्मचारी बताया। उसने दीपक को भरोसा दिलाया कि 2024 में हाईकोर्ट में हुई क्लर्क और चपरासी की भर्ती में कुछ पद खाली रह गए हैं और वह उसे नौकरी दिला सकती है। दीपक ने आकृति को जरूरी दस्तावेज भेजे और ₹1.5 लाख का भुगतान किया।
फर्जी लेटर और पुलिस शिकायत
27 जून को आकृति ने वीडियो कॉल पर दीपक को एक जॉइनिंग लेटर दिखाया और 4 जुलाई को जब दीपक हाईकोर्ट पहुंचा, तो आकृति ने उसे कैंटीन में बुलाकर फर्जी जॉइनिंग लेटर सौंप दिया। लेटर पर शक होने पर दीपक ने तुरंत सेक्टर-3 थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आकृति यादव को गिरफ्तार कर लिया।
केस दर्ज, आगे की जांच जारी
पुलिस ने आकृति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की पूछताछ की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई और शामिल था या नहीं।
किशोरी की मृत्यु का कारण जानना अत्यंत आवश्यक, सभी तथ्यों की गहन जांच कर आरोपियों के विरुद्ध हो कड़ी कार्रवाई : कुसुम कण्डवाल
देहरादून: डोईवाला क्षेत्र के कुड़कावाला में कल शाम 5 जुलाई को एक दर्दनाक और रहस्यमय घटना, सुसवा नदी के पास स्थित एक क्रेशर में एक नाबालिग कूड़ा बीनने वाली लड़की ने कथित रूप से फांसी लगाकर मृत्यु के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने त्वरित संज्ञान लिया। कल शाम मामले की जानकारी मिलते ही अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने डोईवाला एसओ से फोन पर घटना में गंभीरता से कार्रवाई व सभी संदिग्धो को कार्रवाई के घेरे में लेने के निर्देश दिए थे।
आज अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सुसवा नदी किनारे स्थित क्रेशर पर पहुंच कर जानकारी ली तथा डोईवाला थाने में पहुँची। उन्होंने मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी से फोन पर वार्ता करते हुए मामले के अत्यन्त गंभीर होने पर घटना में कड़ी कार्रवाई के लिए कहा साथ ही अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि किसी भी बच्ची या किशोरी को इस प्रकार से बंधक बनाना भी गंभीर विषय है, कहीं इसमें कोई अन्य सजिश न हो इस मामले में गंभीरता से गहन जांच होनी चाहिए तथा सभी तथ्यों व सबूतों के आधार पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह मामला अत्यंत दुःखद है, किशोरी द्वारा इस प्रकार बेहद दर्दनाक कदम का उठाना बहुत चिंता का विषय है, मामले में कोई भी ढिलाई न बरती जाए, साथ ही मृतक किशोरी की पोस्टमार्टम/ मेडिकल रिपोर्ट तथा घटना स्थल की फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट की जांच के आधार पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग मामले की जांच इत्यादि की रिपोर्ट भी पुलिस अधिकारियों से मांगेगा। किसी भी किशोरी या युवती से गलत दुर्घटना या जघन्य अपराध आयोग बर्दाश्त नही करेगा।
उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल से फोन पर वार्ता करते हुए मामले में बात की और इस घटना पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा, ताकि कोई भी मामले को या उसकी जांच को प्रभावित न कर सके।
इस दौरान राजेन्द्र तड़ियाल सहित अन्य सामाजिक लोग उपस्थित रहे।
सीएम ने दलाई लामा के जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं
“मेरा धर्म करुणा है”: दलाई लामा को बताया विश्व का सच्चा आध्यात्मिक गुरु
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को क्लेमेनटाउन, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में परम पूज्य दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के अवसर पर देशवासियों और तिब्बती समाज को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि बुद्धा टेंपल मार्ग का चौड़ीकरण किया जाएगा और तिब्बती श्मशान घाट पर टिन शेड का निर्माण कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दलाई लामा ने पूरी दुनिया को शांति, अहिंसा और करुणा का मार्ग दिखाया है। आज जब दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है, उनकी शिक्षाएं और भी अधिक प्रासंगिक हो गई हैं। उन्होंने कहा — “मेरा धर्म करुणा है”, यही विचार उन्हें विश्व का सच्चा आध्यात्मिक गुरु बनाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने हमेशा तिब्बती समाज को प्रेम, सम्मान और सुरक्षा दी है। राज्य सरकार न केवल उनके हितों की रक्षा करती है, बल्कि उनके सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामाजिक विकास के लिए भी हर संभव सहयोग करती रहेगी। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दलाई लामा को उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्राप्त हो, ताकि वे आने वाली पीढ़ियों को भी अपने अमूल्य विचारों और शिक्षाओं से मार्गदर्शन करते रहें।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक विनोद चमोली, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स, पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार सहित तिब्बती समुदाय के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखण्ड का दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट का प्रथम बार मसूरी विधानसभा क्षेत्र आगमन पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत एवं अभिनन्दन किया। कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक एवं अद्वितीय विचारक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का माल्यार्पण कर गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके सफल कार्यकाल की कामना की।
देहरादून के न्यू कैंट रोड़ स्थित सालावाला में आयोजित स्वागत कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने शीर्ष नेतृत्व के प्रति गहन आभार प्रकट करते हुए कहा कि जिस भाव के साथ शीर्ष नेतृत्व ने मुझे पुनः प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है, मैं पूर्ण निष्ठा, समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करूंगा। संगठन को और अधिक सशक्त एवं गतिशील बनाने के लिए मैं कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर प्रत्येक स्तर पर निरंतर कार्य करता रहूंगा। प्रदेश अध्यक्ष ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर डॉ. मुखर्जी की भूमिका ऐतिहासिक रही है। उन्होंने कहा कि ‘एक देश, एक विधान’ का नारा केवल एक राजनीतिक विचार नहीं था, बल्कि यह भारत की एकता और संप्रभुता की मूल भावना थी, जिसे जनता ने पूरे मन से स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि आज भाजपा यदि विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थापित हुई है, तो उसका श्रेय उन महापुरुषों को जाता है, जिन्होंने अपने विचार, त्याग और राष्ट्र के प्रति समर्पण से इस विचारधारा को सींचा। भट्ट ने आगे कहा कि भाजपा केवल एक राजनीतिक संगठन नहीं, बल्कि यह एक राष्ट्रीय भावना, एक समरसता और एकता की प्रतीक संस्था है। यही भाव जब संगठन के कार्यों में झलकता है, तो जनता का अटूट विश्वास प्राप्त होता है। ऐसे भाव के साथ जो दल कार्य करता है, वही जनता के दिलों में स्थान बनाता है।। उन्होंने विश्वास जताया कि उत्तराखंड में भाजपा संगठन कार्यकर्ताओं की एकजुटता और परिश्रम से आने वाले समय में और अधिक सशक्त होगा तथा जनता के विश्वास पर खरा उतरेगा।
अपने सम्बोधन में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ है जब प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए किसी ने नामांकन नहीं भरा। यह इस बात का प्रतीक है कि उनके प्रति शीर्ष नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का अपार विश्वास है। उन्होंने कहा कि महेंद्र भट्ट का संगठन के प्रति समर्पण, परिश्रम और त्याग ही है, जिसके चलते उन्हें दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जब किसी को दोबारा इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलती है, तो यह उसकी कार्यकुशलता, ईमानदारी और नेतृत्व क्षमता का प्रमाण होता है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र की एकता, अखंडता और स्वाभिमान को समर्पित था। उन्होंने कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और जीवनपर्यंत राष्ट्रहित के लिए संघर्ष किया। मंत्री जोशी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ‘एक देश, एक विधान, एक निशान और एक प्रधान’ के सिद्धांत को लेकर चले और कश्मीर को भारत की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि आज केंद्र सरकार ने उनके सपनों को साकार करते हुए जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया है। उन्होंने कहा कि जिस जनसंघ की स्थापना डॉ. मुखर्जी ने की थी, उसी विचारधारा पर चलते हुए आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है। मंत्री ने उपस्थित जनों से आग्रह किया कि वे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों को आत्मसात करें और उनके दिखाए मार्ग पर चलकर देश को मजबूत एवं आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दें।
युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अंशुल चावला के नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट को तलवार भेंट कर उनका अभिनन्दन किया। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, राज्यमंत्री कैलाश पंत, भाजयुमो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, राजीव गुरुंग, महानगर महामंत्री सुरेंद्र राणा, संध्या थापा, निरंजन डोभाल, आरएस परिहार, पूनम नौटियाल सहित पार्षद, पार्टी पदाधिकारी एवं स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
रामनगर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कार्बेट नेशनल पार्क (रामनगर, जिला नैनीताल) में जंगल सफारी के दौरान वन्य जीवन की रोमांचकारी झलक का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि यह केवल प्राकृतिक सौंदर्य को देखने का अवसर नहीं, बल्कि जैव विविधता और विरासत से जुड़ने का भावपूर्ण क्षण है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से जंगल सफारी पर्यटन को नई पहचान मिली है। देश-विदेश से आ रहे पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने राज्य की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, साथ ही स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर भी मिले हैं।
‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान में 1000 पौधे रोपे गए
इस अवसर पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत वन विभाग, स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से 1000 से अधिक पौधों का सामूहिक रोपण किया गया। मुख्यमंत्री ने इसे मातृत्व और प्रकृति के प्रति सम्मान का भावनात्मक प्रतीक बताया।
वन विभाग की सराहना
मुख्यमंत्री ने वन विभाग की टीम से भेंट कर उनके संरक्षण कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वन्यजीवों और वनों की सुरक्षा में विभाग की प्रतिबद्धता राज्य की हरियाली और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण योगदान है।
नई दिल्ली: दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम लगी भीषण आग में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र कुंवर धीरेंद्र विक्रम सिंह (24) की लिफ्ट में फंसकर दम घुटने से मौत हो गई। धीरेंद्र ने परिवार और दोस्तों को फोन और मैसेज कर मदद की गुहार लगाई, लेकिन रेस्क्यू में देरी के कारण उसे नहीं बचाया जा सका। उसका शव शुक्रवार रात लिफ्ट के अंदर मिला। धीरेंद्र सोनभद्र (UP) निवासी था और पिछले 6 साल से दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
आग का कारण शॉर्ट सर्किट, राहत कार्य अभी जारी
करीब 400 गज की चार मंजिला इमारत में लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हादसे के 24 घंटे बाद भी राहत कार्य जारी है।
शनिवार दोपहर एक और जला हुआ शव दूसरी मंजिल से मिला, जिसकी पहचान नहीं हो पाई है।
आखिरी सांस तक लगाता रहा मदद की गुहार
धीरेंद्र ने फोन, मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए भाई-बहन और दोस्तों से कहा कि वह लिफ्ट में फंसा है और सांस नहीं ले पा रहा। परिजनों का कहना है कि पुलिस को बार-बार सूचना देने के बावजूद कहा गया कि “कोई अंदर नहीं है।”बाद में मोबाइल लोकेशन ट्रेस होने पर सर्च शुरू किया गया और धीरेंद्र का शव बरामद हुआ।
दो दिन पहले ही लौटा था दिल्ली
धीरेंद्र दो दिन पहले ही घर से दिल्ली लौटा था। पढ़ाई में होनहार और आत्मनिर्भर बनने का सपना लिए आए इस छात्र की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया। परिजनों ने लापरवाही पर सवाल उठाए हैं और न्याय की मांग की है।
पिथौरागढ़: भारत-चीन सीमा से सटे उत्तराखंड के गुंजी गांव में एक नई शुरुआत हुई है। देश सेवा के बाद अब ग्रामीण सेवा—यही संदेश लेकर सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी विमला गुंज्याल ने गुंजी ग्राम पंचायत की बागडोर संभाली है। उन्हें गांववासियों ने निर्विरोध ग्राम प्रधान चुना है।
गुंजी जैसे सामरिक और भौगोलिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में, एक पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (IG) का ग्राम प्रधान बनना केवल एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि ग्राम विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रेरक कदम है।
सहमति से हुआ निर्विरोध चुनाव, गांव में जश्न जैसा माहौल
गुंजी गांव में ग्राम प्रधान पद के लिए पहले चार अन्य लोगों ने नामांकन पत्र खरीदे थे। लेकिन गांव के हित और सामूहिक निर्णय को प्राथमिकता देते हुए सभी ने विमला गुंज्याल के समर्थन में नामांकन नहीं भरा। इस प्रकार वे एकमात्र उम्मीदवार के रूप में निर्विरोध चुनी गईं।
ग्रामीणों के अनुरोध पर जब विमला गुंज्याल धारचूला पहुंचीं, तो उनका भव्य स्वागत हुआ। गांव में जश्न जैसा माहौल रहा, और ग्रामीणों ने इस दिन को गुंजी के इतिहास में विशेष दिन बताया।
देश सेवा से गांव सेवा की ओर
सेवानिवृत्त आईजी विमला गुंज्याल के अनुभव और प्रशासनिक कौशल को लेकर ग्रामीणों को काफी उम्मीदें हैं। उनका मानना है कि उनके नेतृत्व में गांव को नई दिशा और पहचान मिलेगी।
गांववासियों का कहना है कि, “आईपीएस अधिकारी रहते हुए उन्होंने देश की सुरक्षा और सेवा की, अब गांव के विकास में उनका मार्गदर्शन मिलेगा। उनकी सोच सकारात्मक है और उनका व्यक्तित्व पूरे गांव को जोड़ता है।”
पहले पीएम मोदी की यात्रा, अब ग्राम विकास की बारी
गुंजी गांव को पहले से ही आदि कैलाश, ओम पर्वत और कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग के कारण देशभर में विशेष पहचान मिल चुकी है। 12 अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद इस गांव की राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक प्रसिद्धि हुई।अब ग्राम प्रधान के रूप में विमला गुंज्याल की नियुक्ति से स्थानीय विकास, पर्यटन प्रबंधन, बुनियादी ढांचे में सुधार और आजीविका के नए अवसर खुलने की संभावना है।
गुंजी गांव: जहां संस्कृति, सामरिकता और शांति मिलती है साथ
गुंजी, पिथौरागढ़ जिले की व्यास घाटी में स्थित एक खूबसूरत और सामरिक रूप से अहम गांव है। 3500 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस गांव में भोटिया समुदाय निवास करता है, जो अपनी पारंपरिक जीवनशैली, संस्कृति और सरलता के लिए जाना जाता है।
यहां के लोग मुख्यतः खेती, पशुपालन और सीमित व्यापार से अपनी आजीविका चलाते हैं। भारतीय सेना और आईटीबीपी की निगरानी में रहने वाला यह क्षेत्र सामरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां यात्रा के लिए इनर लाइन परमिट आवश्यक होता है।
देहरादून: उत्तराखंड में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। शनिवार से प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने छह जुलाई के लिए रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर और देहरादून जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
इस बीच राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण मलबा आने से सड़कें बंद हो गई हैं। यमुनोत्री हाईवे समेत कुल 67 सड़कें विभिन्न जिलों में बंद हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
प्रदेश में कहां-कहां बंद हुईं सड़कें?
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अन्य पर्वतीय जिलों में मलबा और भूस्खलन की वजह से सड़कों पर आवाजाही बंद है।
जिलेवार स्थिति इस प्रकार है:
रुद्रप्रयाग: 4 ग्रामीण सड़कें
उत्तरकाशी: 1 राष्ट्रीय राजमार्ग और 11 ग्रामीण सड़कें
चमोली: 1 राज्य मार्ग और 21 ग्रामीण सड़कें
पिथौरागढ़: 6 ग्रामीण सड़कें
बागेश्वर: 11 ग्रामीण सड़कें
अल्मोड़ा: 1 राजमार्ग और 1 ग्रामीण सड़क
टिहरी: 3 ग्रामीण सड़कें
देहरादून: 2 ग्रामीण सड़कें
नैनीताल: 2 ग्रामीण सड़कें
पौड़ी: 3 ग्रामीण सड़कें
प्रशासन अलर्ट मोड पर, यात्रा से पहले मार्ग की जानकारी लें
भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। राहत और बचाव दलों को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है।चारधाम यात्रा पर निकले यात्रियों और आम लोगों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले मार्गों की स्थिति की जानकारी लें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।
अगले 48 घंटे चुनौतीपूर्ण, भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी दो दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ तेज हवाओं और भूस्खलन की संभावना बनी हुई है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।