जिस अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुआ दुष्कर्म वहां के 200 स्टाफ का किया तबादला..
देश-विदेश: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या को लेकर देश भर में गुस्सा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में आज हड़ताल है। IMA की अपील के बाद सभी OPD बंद है। इस बीच कोलकाता के आरजी कर अस्पताल बड़े पैमाने पर फेरबदल देखने को मिला है। कई डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ का ट्रांसफर कर दिया गया है।
आरजी कर अस्पताल के 10 डॉक्टरों और 190 नर्सिंग स्टाफ का ट्रांसफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि 14 और 15 अगस्त की रात को जो हंगामा हुआ उसके बाद कई डॉक्टर स्ट्राइक पर चले गए थे और प्रिंसिपल के खिलाफ उन्होनें माहौल बनाया था। वहीं 32 डॉक्टर दूसरे अस्पताल से आरजी कर अस्पताल बुलाए गए हैं। ये सभी डॉक्टर कोलकाता से बाहर के हैं।
बीजेपी ने आरोप लगाया..
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि जो डॉक्टर इस पूरे मुहिम को सपोर्ट कर रहे हैं उनका ट्रांसफर किया गया है। वहीं, इस सनसनीखेज हत्या मामले में पुलिस और सीबीआई एक्शन में है। अस्पताल में गुंडागर्दी मामले में पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है और सीबीआई ने भी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। केंद्रीय एजेंसी आरजी कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों के बाद अब सुरक्षा गार्डों के बयान दर्ज कर रही है। वो गार्ड्स जो वारदात वाली रात अस्पताल में तैनात से उससे पूछताछ कर रही है।
अडानी महाघोटाले समेत इन तीन मुद्दों पर कांग्रेस का जन आंदोलन अभियान..
देश-विदेश: दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को उपस्थिति में मंगलवार कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों, एआईसीसी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें पार्टी की भविष्य की रणनीति पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी द्वारा आगामी समय में किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी। उन्होंने संसद में उठाए जाने वाली तीन मांगों को प्रमुखता से रखते हुए इस पर पार्टी की रणनीति क्या होनी चाहिए पर सभी को दिशा-निर्देश दिए हैं।
1- अडानी महाघोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन किया जाए। क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री पूरी तरह से शामिल हैं और इसमें वित्तीय बाजार नियामक द्वारा भी गंभीर रूप से समझौता किए जाने की जानकारी मिली है।
2- केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराई जाए।
3- भारत के संविधान के प्रति पूरी और सच्ची सम्मान की भावना – विशेष रूप से इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के प्रावधानों के संदर्भ में – शाब्दिक और वास्तविक रूप से होनी चाहिए।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर में तीनों मुद्दों पर चलाएगी जन आंदोलन..
अगले कुछ हफ्तों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर में इन तीनों मुद्दों पर जन आंदोलन अभियान चलाएगी। इसके साथ ही बैठक में भारत सरकार से बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर लक्षित हमलों को रोकने और उन्हें सुरक्षा, सम्मान और सद्भाव का जीवन जीने में सक्षम बनाने के लिए हर संभव कदम उठाने का आह्वान किया गया।
वायनाड के भूस्खलन को घोषित किया जाए राष्ट्रीय आपदा..
बैठक में वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया गया और अपनी संवेदना व्यक्त की गई। बैठक में इस घटना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की राहुल गांधी की मांग को फिर से दोहराया गया। दिल्ली में हुई कांग्रेस की बैठक को लेकर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने कहा कि बैठक में उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा सहित सभी प्रदेश अध्यक्षगण, महासचिव और प्रभारीगण उपस्थित थे।
Paris Olympics 2024- शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली महिला शूटर बनी मनु भाकर..
देश-विदेश: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने पहला मेडल जीत लिया है। भारत की शूटर मनु भाकर ने ओलंपिक में मेडल जीत अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिया है। बता दें कि महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में मनु ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। बता दें कि पेरिस ओलंपिक मनु के करियर का दूसरा ओलंपिक है। आपको ये जानकर हैरानी होगी की मनु पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई हैं जिसने ओलंपिक में पदक जीता हो। इसी मेडल के साथ शूटिंग में मनु ने 12 साल का भारत का ओलंपिक में सूखा खत्म किया है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में स्टार शूटर मनु भाकर ने में 221.7 स्कोर हासिल कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। बता दें कि फाइनल में आठ निशानेबाजों में से मनु ने 221.7 पवाइंट के साथ तीसरा सथान हासिल किया। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया की येजी ने 241.3 अंक के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही किम की हमवतन ये जिन ओह ने 243.2 अंक के साथ गोल्ड मेडल जीता। बता दें कि भारत के लिए निशानेबाजी में ये लंदन ओलंपिक 2012 के बाद पहला मेडल है। 22 साल की मनु भाकर की बात करें तो निसानेबाज ने क्वालीफिकेशन राउंड में तीसरे स्थान पर रही थी। उन्होंने 580 पवांइट के साथज फाइनल की रेस में बनी रही।बता दे कि 2004 के बाद पहली बार कोई महिला शूटर शूटिंग के किसी भी इवेंट में फाइनल में जगह बना पाई है।
जल्द स्पेस स्टेशन जाएगा भारतीय अंतरिक्ष यात्री, इसरो का खास प्लान..
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किया खुलासा..
देश-विदेश: भारत के गगनयान मिशन की तैयारियां जोरों पर हैं। अब केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया है कि गगनयान मिशन के चार गगनयात्रियों में से एक गगनयात्री को अगस्त में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (ISS) भेजा जाएगा। भारत के गगनयात्री को भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो और अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा साथ मिलकर अगस्त में आईएसएस भेजेंगे। गुरुवार को टीएमसी सांसद सौगत राय ने संसद में एक सवाल किया था, जिसमें सौगत राय ने लोकसभा में गगनयान मिशन के बारे में जानकारी मांगी थी। इस सवाल के जवाब में केंद्रीय विज्ञान और तकनीक राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह का कहना हैं कि गगनयान मिशन के क्रू के एक सदस्य को इसरो और नासा के बीच एक साझा अभ्यास के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र भेजा जाएगा। इस मिशन में दोनों अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ ही एक निजी कंपनी एक्सिओम स्पेस भी शामिल है। हाल ही में इसरो ने एक्सिओम स्पेश के साथ अंतरिक्ष उड़ान के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
फरवरी में गगनयान के अंतरिक्षयात्री हुए थे सार्वजनिक..
इसरो-नासा और एक्सिओम के साझा मिशन को अगस्त में लॉन्च किया जा सकता है। गगनयात्री अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगे। फरवरी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गगनयान मिशन के चार गगनयात्रियों को सार्वजनिक रूप से पेश किया था। चारों गगनयात्री भारतीय वायुसेना के शीर्ष पायलट हैं, जिनमें ग्रुप कैप्टन बालाकृष्णन नायर, अजित कृष्णन, अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला शामिल हैं। अब इन चारों में से ही एक गगनयात्री को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र भेजने के लिए चयन किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष जाने वाले चारों गगनयात्रियों की इसरो के बंगलूरू स्थित एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग सुविधा केंद्र में ट्रेनिंग चल रही है और वे तीन सेमेस्टर में से दो की ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। गगनयान मिशन अगले साल लॉन्च किया जा सकता है।
रेलमंत्री का बड़ा ऐलान, भारत में चलेंगी कम किराए वाली ट्रेनें..
देश-विदेश: मोदी सरकार का 3.0 का बजट पेश हो चुका है। बजट पेश होने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी दी है। उनका कहना हैं कि रेलवे द्वारा ढाई हजार नॉन एसी कोच बनाए जा रहे हैं। अगले तीन सालों में दस हजार और एक्सट्रा नॉन एसी कोच बनाए जाएंगे। इसका फायदा मिडिल क्लास और कम आय वालों को मिलेगा। बता दे कि रेलवे इस उद्देश्य से इन कोच का निर्माण कर रहा है कि लोग कम कीमत पर आरामदायक सफर का लुफ्त उठा सकें। रेल मंत्री ने कहा कि ट्रेनें 1000 किलोमीटर की यात्रा के लिए लगभग 450 रुपये की लागत पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, साल 2014 से पहले रेलवे के लिए पूंजीगत व्यय पर निवेश 35,000 करोड़ हुआ करता था, जो आज 2.62 लाख करोड़ रुपये हो गया है। ये रेलवे के लिए रिकॉर्ड पूंजीगत व्यय है। उन्होनें पीएम मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण का आभार जताया है।
आपको बता बता दें कि इस बात वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने बजट भाषण में रेलवे का सिर्फ एक बार जिक्र किया। यानी अंतरिम बजट में रेलवे क्षेत्र को जो आंवटन किया गया था, बिना किसी बदलाव के यह वही रहेगा। इस बात पर सभी लोग हैरान दिखे कि वित्त मंत्री के बजट भाषण में न ही रेलवे की किसी ट्रेन की घोषणा की गई और न किराए में कोई छूट या रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने पर कोई जोर दिया गया।
कारगिल में बर्फ के अंदर दबे रहे जवानों के शव, खोजने में लग गए नौ महीने..
देश-विदेश: लद्दाख में कारगिल की माउंट कुन चोटी के पास हुए हिमस्खलन में शहीद हुए तीन सैन्य कर्मियों के शव लगभग नौ महीने के बाद बरामद कर लिए गए हैं। इस हादसे में बलिदान एक अन्य का शव पहले ही मिल चुका था। आपको बता दे कि आठ अक्टूबर, 2023 को बारामूला जिले के गुलमर्ग स्थित सेना के हाई एल्टीट्यूड वॉरफेयर स्कूल के 40 सैन्यकर्मियों की एक टीम माउंट कुन के नजदीक 18,300 फीट से अधिक की ऊंचाई पर चढ़ाई का प्रशिक्षण ले रही थी। इसी प्रशिक्षण के दौरान भारी बर्फबारी हुई और हिमस्खलन हो गया। इसमें कई जवान फंस गए थे। इस हादसे में टीम के चार जवान एक दरार में लापता हो गए। उन्हे तलाश करने की कवायद शुरु हुई। बलिदान हुए लॉन्स नायक स्टैनजिन टार्गिस का पार्थिव शरीर उसी दिन बरामद कर लिया गया था, जबकि तीन सैन्यकर्मी हवलदार रोहित कुमार, हवलदार ठाकुर बहादुर आले व नायक गौतम राजवंशी बर्फ में दबने से लापता हो गए थे।
नौ महीने बाद नौ दिन की खुदाई के बाद मिले शव..
जहां ये हादसा हुआ वहां अक्टूबर के बाद के सीजन में भारी बर्फबारी होती है। ऐसे में लापता सैन्य कर्मियों की तलाश को रोकना पड़ गया। अब जब कुछ बर्फ गली तो फिर से तलाश शुरु की गई। इस अभियान को हवलदार रोहित, हवलदार ठाकुर बहादुर और नायक गौतम के नाम पर ‘ऑपरेशन RTG’88 लोगों की टीम लगभग नौ दिनों तक बेहद कठिन हालात में रोजाना 12 घंटे तक काम करती रही। इसके बाद तीनों बलिदानियों के पार्थिव शरीर बर्फ की मोटी परतों के बीच दरार से बरामद कर लिए गए।
सेवानिवृत ब्रिगेडियर हरदीप सिंह सोही ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जब 8 अक्टूबर, 2023 को चार सैनिक खो गए, तो छह दिनों की खुदाई के बाद एक शव बरामद हुआ था। इस बार टीम RECCO रडार का उपयोग करके चेनसॉ और GREF ग्रेड फावड़ों के साथ गई और 9 दिनों की खुदाई के बाद शेष तीन को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया। शव बर्फ से ढकी 70 फीट ऊंची दरार के नीचे दबे हुए थे। इससे पहले उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘वह भारी नहीं है,वह मेरा भाई है’
उन्नाव में दर्दनाक हादसा, टैंकर से टकराई डबल डेकर बस, 18 की मौत, 20 घायल..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बुधवार सुबह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में भीषण सड़क हादसा हो गया। डबल डेकर बस एक टैंकर से टकरा गई। जिसके बाद कई बार हाईवे में बस पलटी। दर्दनाक हादसे में 18 यात्रियों की जान चली गई, जबकि 19 से ज्यादा यात्री घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है।
बताया जा रहा है कि डबल डेकर बस बिहार के शिवगढ़ से राजधानी दिल्ली जा रही थी। जैसे ही स्लीपर बस लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बेहटा मुजावर थाना इलाके में हवाई पट्टी पर पहुंची तो दूध से भरे टैंकर में भिड़ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां लाशों का अंबार लग गया। सड़क पर लाश देख हर कोई सहम गया। बताया जा रहा है कि हादसे में एक बच्चे और महिलाओं समेत 18 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 20 यात्री गंभीर रुप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि बस की स्पीड ज्यादा थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया स्लीपर बस अनियंत्रित होकर टैंकर से टकराई थी, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि दिल्ली जा रही एक निजी बस में करीब 57 यात्री सवार थे। सुबह 5:15 बजे बस की दूध के कंटेनर से टक्कर होने से 18 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए, जबकि करीब 20 लोग सुरक्षित हैं, जिन्हें दिल्ली भेजा जा रहा है।
रेल, बांध, आपदा और बिजली परियोजनाओं के लिए मोदी सरकार से आस,इस महीने आएगा बजट..
उत्तराखंड: अगले पांच वर्ष में राज्य की आर्थिक विकास दर को दोगुना करने के उद्देश्य से राज्य सरकार अपनी जिन ढांचागत विकास जुड़ी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कोशिश कर रही है, उसमें वह मोदी सरकार उदार सहयोग चाहती है।यही वजह है कि केंद्र सरकार के बजट से ऐन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम, गृहमंत्री से लेकर केंद्र के सभी प्रमुख मंत्रियों के दरवाजे पर दस्तक दी ताकि राज्य की प्रस्तावित योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र से सहायता मिल सके।ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा
अब सरकार का फोकस टनकपुर-बागेश्वर और ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल परियोजना पर है। इसलिए सरकार इन दोनों परियोजनाओं में आवश्यक प्रावधान चाहती है। साथ ही सरकार ने देहरादून-मसूरी रेल परियोजना का एक नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा है। सरकार राज्य की दो महत्वपूर्ण जमरानी और सौंग बांध परियोजनाओं के लिए भी केंद्र से मदद चाहती है। दोनों परियोजनाओं पर फिलहाल सरकार ने अपने संसाधनों से काम शुरू कर दिया है। लेकिन परियोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए केंद्र की वित्तीय सहायता जरूरी है। पीएमजीएसवाई और जल जीवन मिशन के कार्य तय समय सीमा के अनुरूप नहीं बन पाए हैं।
ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही
सरकार चाहती है कि केंद्र इस योजना की समय-सीमा को बढ़ा दे। राज्य में औद्योगिक निवेश और आर्थिक गतिविधियों में हो रहे विस्तार के लिए ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही है। पानी से बिजली बनाने की भरपूर क्षमता होने के बावजूद सरकार परियोजनाओं पर काम नहीं कर पा रही है। 25 हजार मेगावाट क्षमता के राज्य में केवल 4200 मेगावाट क्षमता की दोहन हो पाया है। इसलिए सरकार 4800 मेगावाट की उन 44 जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण पर लगी रोक को हटाने के लिए भी केंद्र से गुहार लगा रही है। सीएम धामी इस बाबत पीएम से भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध कर चुके हैं। सरकार यह भी चाहती है कि एसडीआरएफ योजना की परिधि में हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन व वनाग्नि को भी शामिल किया जाए। प्राकृतिक आपदा के लिहाज से संवेदनशील राज्य में सरकार चाहती है कि केंद्र सरकार चमोली, चंपावत या पिथौरागढ़ में से किसी एक जिले में क्रोनिक लैंड स्लाइड के ट्रीटमेंट के लिए राष्ट्रीय महत्व के शोध संस्थान की स्थापना करे।
जीका वायरस को लेकर सरकार अलर्ट, केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए जारी की एडवायजरी..
देश-विदेश: केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को जीका वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है। ये एडवाइजरी हाल में महाराष्ट्र में पाए गए जीका वायरस को लेकर जारी की गई है। सरकार ने सभी राज्यों से आग्रह किया है कि वे अपने यहां प्रेग्नेंट महिलाओं में इस वायरस की जांच के जरिए निरंतर निगरानी बनाए रखें। केंद्र ने राज्यों को यह भी सलाह दी है कि वे गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच करके और जीका के लिए पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने वाली गर्भवती महिलाओं के भ्रूण विकास पर निगरानी भी निरंतर बनाए रखें।
स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय ने एडवाइजरी में कहा, चूंकि जीका प्रभावित गर्भवती महिला के भ्रूण में माइक्रोसेफली और न्यूरोलॉजिकल परिणामो से जुड़ा हुआ है, इसलिए राज्यों को सलाह दी गई है कि वे डॉक्टरों को निगरानी के लिए अलर्ट करें। राज्यों से आग्रह किया जाता है कि वे प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं या प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले मामलों को संभालने के लिए गर्भवती महिलाओं की जांच करें, जीका के लिए पॉजिटिव पाए जाने वाली गर्भवती माताओं के भ्रूण के विकास की भी निगरानी करें। इसी के साथ राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे समाज के बीच डर को कम करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्मों पर एहतियाती आईईसी संदेशों के माध्यम से जागरुकता को बढ़ावा दें, क्योंकि जीका किसी भी अन्य वायरल संक्रमण की तरह है, जिसके अधिकांश मामले लक्षणहीन और हल्के होते हैं। हालांकि, इसे माइक्रोसेफली से जुड़ा हुआ बताया जाता है, लेकिन 2016 के बाद से देश में जीका से जुड़े माइक्रोसेफली की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
क्या होता है जीका वायरस?
जीका डेंगू और चिकनगुनिया की तरह एडीज मच्छर की वजह से होने वाली वायरल बीमारी है। यह एक गैर-घातक बीमारी है। हालांकि, जीका से प्रभावित गर्भवती महिलाओं से पैदा होने वाले शिशुओं में माइक्रोसेफली (सिर का आकार कम होना) होता है, जो इसे एक बड़ी चिंता का विषय बनाता है। बता दे कि 2024 में भारत में जीका वायरस के 8 केस मिले हैं। जिन्में पुणे से 6, कोल्हापुर और संगमनेर से एक-एक मामला सामने आया है।
भारी संख्या में बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालु..
देश-विदेश: इस साल भारी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए अमरनाथ पहुंच रहे हैं। इतनी संख्या में दर्शन कर श्रद्धालुओं ने इतिहास रच दिया है। बताया जा रहा है कि हर दिन 20 हजार से ज्यादा लोग पवित्र गुफा के दर्शन कर रहे हैं। इतनी संख्या में बाबा बर्फानी के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने इतिहास रच दिया है। अमरनाथ यात्रा शुरु होने के सिर्फ 5 दिनों में कुल 1,05,282 भक्तों ने बाबा अमरनाथ के दर्शन किए हैं। ये यात्रा 29 जून से शुरु हो गई थी।
आपको बता दें कि पहले पांच दिनों में ही एक लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। पिछले साल के मुकाबले यह आंकड़ा काफी ज्यादा है। अकेले 3 जुलाई को 30,586 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ के दर्शन किए। अमरनाथ श्राइन बोर्ड और प्रशासन की तरफ से किए गए इंतजानों से यात्री इस बार काफी उत्साहित हैं। खास इंतजामों के चलते भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। सुरक्षा के इंतजामों मे कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही पवित्र गुफा के दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए करीब 1 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए लखनपुर पवित्र गुफा तक विभिन्न धार्मिक संगठनों द्वारा 132 से अधिक नि:शुल्क लंगर की व्यवस्था की गई है।