रेल, बांध, आपदा और बिजली परियोजनाओं के लिए मोदी सरकार से आस,इस महीने आएगा बजट..
उत्तराखंड: अगले पांच वर्ष में राज्य की आर्थिक विकास दर को दोगुना करने के उद्देश्य से राज्य सरकार अपनी जिन ढांचागत विकास जुड़ी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कोशिश कर रही है, उसमें वह मोदी सरकार उदार सहयोग चाहती है।यही वजह है कि केंद्र सरकार के बजट से ऐन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम, गृहमंत्री से लेकर केंद्र के सभी प्रमुख मंत्रियों के दरवाजे पर दस्तक दी ताकि राज्य की प्रस्तावित योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र से सहायता मिल सके।ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा
अब सरकार का फोकस टनकपुर-बागेश्वर और ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल परियोजना पर है। इसलिए सरकार इन दोनों परियोजनाओं में आवश्यक प्रावधान चाहती है। साथ ही सरकार ने देहरादून-मसूरी रेल परियोजना का एक नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा है। सरकार राज्य की दो महत्वपूर्ण जमरानी और सौंग बांध परियोजनाओं के लिए भी केंद्र से मदद चाहती है। दोनों परियोजनाओं पर फिलहाल सरकार ने अपने संसाधनों से काम शुरू कर दिया है। लेकिन परियोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए केंद्र की वित्तीय सहायता जरूरी है। पीएमजीएसवाई और जल जीवन मिशन के कार्य तय समय सीमा के अनुरूप नहीं बन पाए हैं।
ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही
सरकार चाहती है कि केंद्र इस योजना की समय-सीमा को बढ़ा दे। राज्य में औद्योगिक निवेश और आर्थिक गतिविधियों में हो रहे विस्तार के लिए ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही है। पानी से बिजली बनाने की भरपूर क्षमता होने के बावजूद सरकार परियोजनाओं पर काम नहीं कर पा रही है। 25 हजार मेगावाट क्षमता के राज्य में केवल 4200 मेगावाट क्षमता की दोहन हो पाया है। इसलिए सरकार 4800 मेगावाट की उन 44 जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण पर लगी रोक को हटाने के लिए भी केंद्र से गुहार लगा रही है। सीएम धामी इस बाबत पीएम से भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध कर चुके हैं। सरकार यह भी चाहती है कि एसडीआरएफ योजना की परिधि में हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन व वनाग्नि को भी शामिल किया जाए। प्राकृतिक आपदा के लिहाज से संवेदनशील राज्य में सरकार चाहती है कि केंद्र सरकार चमोली, चंपावत या पिथौरागढ़ में से किसी एक जिले में क्रोनिक लैंड स्लाइड के ट्रीटमेंट के लिए राष्ट्रीय महत्व के शोध संस्थान की स्थापना करे।
आज से शुरू होगा 18वीं लोकसभा का पहला सत्र..
उत्तराखंड: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरु हो गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी बात मीडिया के सामने रखी। उन्होनें सभी सांसदों का स्वागत किया। इसी के साथ पीएम मोदी ने आपातकाल की तारीख पर बोलते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए खुशी का अवसर है। आज आजादी के बाद पहली बार हम इस नई संसद में शपथ ग्रहण समारोह मना रहे हैं। अभी तक ऐसा पुरानी संसद में होता था। इस मौके पर पीएम ने सभी सांसदों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।
इस दौरान पीएम मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उनका कहना हैं कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था, संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं, देश को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबा दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि अपने संविधान, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके, जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य मानवी के सपनो को पूरा करने का संकल्प लेंगे।
उत्तराखंड में पहली बार हुआ ऐसा, पूरे जिले में लागू नहीं हुई आचार संहिता..
उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि विधानसभा उपचुनाव में पूरे जिले के बजाए केवल संबंधित विधानसभा में ही चुनाव आचार संहिता लागू हुई है। इससे पहले विधानसभा के पूरे जिले में आचार संहिता लागू होती थी। चुनाव आयोग ने जनवरी में नियमों में बदलाव किया था, जो अब लागू हो गया है। बता दे कि नए नियमों के तहत अगर किसी जिले में नगर निगम है तो वहां उप चुनाव होने पर केवल संबंधित विधानसभा क्षेत्र में ही आदर्श आचार संहिता लागू होगी।
चूंकि, हरिद्वार जिले में दो नगर निगम हरिद्वार और रुड़की हैं, इसलिए यह नियम यहां लागू हो गया है। यहां केवल मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में ही आचार संहिता लागू हुई है। इस विधानसभा क्षेत्र में ही तीन साल से अधिक समय से जमे अफसर हटेंगे। इस क्षेत्र में होने वाले नए कार्यों के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित स्क्रीनिंग समिति चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजेगी, जिस पर आयोग फैसला लेगा।
वहीं चमोली जिले में कोई नगर निगम नहीं है। लिहाजा, यहां की बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनाव के चलते पूरे जिले में आचार संहिता लागू कर दी गई है। उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम का कहना हैं कि उपचुनाव में नए नियम प्रभावी हो गए हैं। 14 जून से उपचुनाव के नामांकन शुरू होने जा रहे हैं। 13 जुलाई को नतीजे आ जाएंगे, लेकिन संबंधित क्षेत्रों में आचार संहिता 15 जुलाई तक लागू रहेगी। इस दौरान लोकसभा चुनाव की भांति यहां सभी आचार संहिता संबंधी नियम लागू होंगे।
तीसरी बार उत्तराखंड में लोकसभा की एक भी सीट नहीं जीती कांग्रेस..
उत्तराखंड: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी क्लीन स्वीप कर दिया है. बीजेपी ने राज्य की पांचों सीटें जीत ली हैं. कांग्रेस को लगातार तीसरी बार उत्तराखंड में लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिली है.उत्तराखंड बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की जीत का जश्न. बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता नाचते-गाते पार्टी मुख्यालय पहुंचे. टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी की माला राज्य लक्ष्मी शाह जीत गई हैं। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से भी अजय टम्टा ने जीत की हैट्रिक लगाई हैं।
नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट ने जीत दर्ज की है। अजय भट्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को करारी शिकस्त दी है।नैनीताल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अजय भट्ट ने जीत हासिल की है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। अजय भट्ट ने दो लाख से भी ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। जीत के बाद अजय भट्ट ने अपनी जीत पर जनता का धन्यवाद किया है।
वही लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तराखंड की सबसे हॉट पौड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी का कमल खिल गया है. पौड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट अनिल बलूनी जीत गये हैं. अनिल बलूनी ने कांग्रेस के गणेश गोदियाल को हराया है. बता दें गढ़वाल लोकसभा सीट अनिल बलूनी के लिए टफ दिख रही थी. कांग्रेस कैंडिडेट गणेश गोदियाल ने सोशल मीडिया से लेकर रैलियों में जमकर बलूनी के खिलाफ माहौल बनाया. एक वक्त ऐसा लग रहा था कि अनिल बलूनी ये सीट हार जाएंगे, मगर आखिर में अनिल बलूनी ने पौड़ी लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और सीएम धामी भी पार्टी प्रदेश मुख्यालय में मौजूद हैं. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में उत्तराखंड में सभी पांच सीटों पर कमल खिल रहे हैं. जिस प्रकार मोदी सरकार में सभी वर्गों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गईं, उसी का परिणाम है कि NDA को पूर्ण बहुमत प्राप्त हो रहा है.उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार लोकसभा सीट के प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत के चेहरे पर अब जीत की खुशी देखने को मिल रही है.
कांग्रेस ने जारी किया अपना घोषणा पत्र, अग्निवीर योजना कांग्रेस का बड़ा मुद्दा..
उत्तराखंड: चुनावी तैयारी में यूं तो बीजेपी कांग्रेस से काफी आगे नजर आ रही है लेकिन एक मामला ऐसा है जिसमें कांग्रेस बीजेपी से बहुत आगे निकल चुकी है। खासकर उत्तराखंड में इसी मुद्दे को अगर कांग्रेस ने सही से भुनाया तो कांग्रेस पार्टी को इसका बड़ा फायदा और भाजपा को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे सभी राजनीतिक दल जहां एक दूसरे पर वार-पलटवार करते हुए नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने जहां लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से पहले अपनी तैयारी को शुरू कर दी थी और उन्हें अमली जामा पहनाने का काम कर दिया था। तो वहीं चुनावी तैयारी में आगे होने के बावजूद भी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जो घोषणा पत्र आम जनता के सामने रखा जाना है उसमें बीजेपी पिछड़ती हुई नजर आ रही है। जबकि कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र आम जनता के सामने पेश कर दिया है।
19 अप्रैल को पहले चरण के लिए मतदान होना है और उत्तराखंड में पांचों लोकसभा सीटों पर पहले चरण में ही मतदान हो जाएगा ऐसे में आम जनता के सामने कांग्रेस के द्वारा अपने घोषणा पत्र जारी किया गया है, जिसे कांग्रेस ने न्याय पत्र भी नाम दिया है। उसमें कई वादे जनता से किए गए हैं। लेकिन सबसे बड़ा वादा उत्तराखंड के लिहाज से अग्निवीर योजना को माना जा रहा है। क्योंकि उत्तराखंड से हर परिवार का वास्ता सेना से होता है ऐसे में अग्निवीर योजना के तहत 4 साल की सेवा के बाद युवावस्था में ही उत्तराखंड के युवाओं को घर बिठाए जाने की जो योजना है। उसे कांग्रेस चुनावी मुद्दा तो बना ही रही थी।
इसके साथ ही अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने साफ तौर से स्पष्ट कर दिया है कि अगर कांग्रेस की सरकार केंद्र में आती है तो अग्निवीर योजना को खत्म किया जाएगा और पुरानी प्रथम के तहत ही सेना में भर्ती होगी। जिससे उत्तराखंड के युवाओं का भविष्य भी सुरक्षित होगा। कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की जुबान पर भी अग्निवीर योजना को समाप्त किए जाने का वादा चुनावी वादे में है। कांग्रेस के पास अग्निवीर योजना उत्तराखंड में एक संजीवनी की तरह काम कर सकता है।
बीजेपी के घोषणा पत्र पर उत्तराखंड की जनता की नजरें..
उत्तराखंड की आम जनता की नजरे बीजेपी के घोषणा पत्र पर भी लगी हुई है। बात अगर अग्निवीर योजना की करें तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा कुछ दिनों पहले एक बयान दिया गया था जिसमें उन्होंने अग्निवीर योजना में बदलाव की बात भी कही थी। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि हो सकता है की अग्निवीर योजना में जो बदलाव केंद्र सरकार करना चाह रही हो तो वो बीजेपी के घोषणा पत्र में भी शामिल हो सकता है।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रचार को धार देंगी प्रियंका गांधी, 13 अप्रैल को है चुनावी कार्यक्रम..
उत्तराखंड: 13 अप्रैल को कांग्रेस की स्टार प्रचारक और पार्टी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के रामनगर और हरिद्वार सीट के रुड़की में चुनावी रैली होगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रैली की तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिसमें उन्हें समर्थन और उत्साह से स्वागत किया जाएगा। यह रैली न केवल निर्वाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, बल्कि स्थानीय जनता को भी संबोधित कर राजनीतिक उत्साह को बढ़ावा देगी।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी का कहना हैं कि 13 अप्रैल को राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की चुनावी जनसभा का कार्यक्रम तय हो गया है। गढ़वाल सीट के रामनगर में पार्टी प्रत्याशी गणेश गोदियाल के लिए वोट मांगेंगी। इसी दिन हरिद्वार सीट के रुड़की में चुनावी जनसभा में पार्टी प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह के लिए प्रचार करेंगी। चुनावी घोषणा के बाद कांग्रेस की यह पहली चुनावी रैली होगी।
ओवैसी के खिलाफ माधवी लता ने फूंका बिगुल, अब मिली Y प्लस सुरक्षा..
देश-विदेश: हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माधवी लता की सुरक्षा को केंद्र सरकार ने बढ़ा दिया है। खुफिया एजेंसी आईबी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने माधवी लता की सिक्योरिटी में 11 कमांडो को तैनात किया है। माधवी लता की सिक्योरिटी में 11 कमांडो को तैनात किया गया है। माधवी लता सोशल मीडिया पर हिंदुत्व समर्थक के रूप में मशहूर हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद चर्चा में आई थी, जो अब हैदराबाद से AIMIM चीफ ओवैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।
Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी
माधवी लता को गृह मंत्रालय ने Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर भाजपा प्रत्याशी माधवी को सुरक्षा दी है। Y प्लस कैटेगरी में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिसमें पांच पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घऱ और आसपास रहते हैं। साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में संबंधित वीआईपी को सुरक्षा देते हैं। बता दें कि माधवी लता सुर्खियों में उस समय ज्यादा आई जब भाजपा ने उन्हें असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया। उन्हें कट्टर हिंदुत्व का चेहरा माना जाता है। पीएम मोदी भी उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।
कौन है Madhavi Lata?
माधवी लता पेशे से एक डॉक्टर है और विरिंची नाम का एक अस्पताल भी चलाती है। वह सोशल मीडिया पर अपने हिंदुत्व समर्थक रूख के लिए चर्चा में बनी रहती है। माधवी लता एक भरतनाट्यम नर्तकी भी हैं। माधवी लता को कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। वह हिंदुत्व की समर्थक हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा में आई थी। बताया जाता है कि उन्होनें तीन तलाक को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं के समूह के साथ सहयोग किया था। हैदराबाद सीट AIMIM का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर 1984 से ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में लोकसभा चा चुनाव जीते थे। वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे। इसके बाद इस सीट का नेतृत्व असदुद्दीन ओवैसी कर रहे हैं, जिनको इस लोकसभा चुनाव में माधवी लता टक्कर दे रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विकासनगर में जनसभा को किया संबोधित..
उत्तराखंड: आज गुरुवार के दिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उत्तराखंड के चुनाव प्रचार को गरमाएंगे। पिथौरागढ़ में जनसभा के बाद, उन्होंने साढ़े चार बजे विकासनगर का दौरा किया। यहां वे टिहरी लोकसभा के प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, गणेश जोशी, टिहरी लोकसभा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक सहसपुर सहदेव सिंह पुंडीर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामशरण नौटियाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, भाजपा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम उपस्थित हैं।
जेपी नड्डा की बाबूगढ़ स्थित हाईवे मैदान पर होने वाली चुनाव सभा को देखते हुए भारी वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है। एक बजे से ही डाकपत्थर और कालसी की ओर से आने वाले भारी वाहनों को मुख्य बाजार विकासनगर में प्रवेश नहीं दिया गया। ये वाहन सैयद रोड होते हुए निकाले गए। हरबर्टपुर की ओर से आने वाले भारी वाहनों को हरबर्टपुर चौक से हरिपुर कैनाल रोड पर डायवर्ट किया गया। इस उपाय के प्रति लोगों में चिंता और असंतोष की भावना है, क्योंकि इससे यातायात में बड़ी असुविधा हो रही है और दुकानदारों को भी नुकसान हो रहा है।
बीजेपी में शामिल हुए गौरव वल्लभ, कहा, मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता..
देश-विदेश: गौरव वल्लभ ने कांग्रेस से आज सुबह ही इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देते समय उन्होनें कहा था कि मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता। वहीं अब गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। बीजेपी मुख्यालय पहुंचक उन्होनें पार्टी की सदस्यता ली। पार्टी के महासचिव विनोद तावड़े ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। बीजेपी में शामिल होने से पहले अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हूं। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह- शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
सनातन विरोधी बयानों से नाराज..
वहीं गौरव वल्लभ ने गठबंधन सहयोगियों के सनातन विरोधी बयानों पर पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए लिखा कि अयोध्या में भगवान राम की प्रतिष्ठा पर कांग्रेस पार्टी के रूख से मैं परेशान हूं। जन्म से हिंदू और पेशे से शिक्षक होने के नाते, पार्टी का यह रूख पार्टी और उसके गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं और इस मामले पर पार्टी की चुप्पी अप्रत्यक्ष स्वीकृति देने जैसी है।
कौन है गौरव वल्लभ?
गौरव वल्लभ 42 साल के है और जोधपुर जिले के पीपाड़ गांव के रहन वाले हैं। पीपाड़ में प्रारंभिक शिक्षा के बाद गौरव ने पाली के बांगड़ कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद महर्षि दयानन्द सरस्वती यूनिवर्सिटी अजमेर से ग्रेजुएशन की डिग्री ली और राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर से पीएचडी की। एजुकेशन के दौरान गौरव वल्लभ मेधावी छात्र रहे। कॉलेज के दिनों मे हर तरह के कॉम्पिटिशन मे वे हिस्सा लेते और अव्वल आते थे। बाद में गौरव जमशेदपुर के एक्सएलआरआई कॉलेज में प्रोफेसर बन गए। गौरव वल्लभ अर्थव्यवस्था के अच्छे जानकार हैं। वे कांग्रेस से जुड़कर राजनीति में आए। प्रखर वक्ता होने और तर्कशक्ति की नॉलेज के चलते उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया। 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होनें जमशेदपुर पूर्व सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वे चुनाव जीत नहीं पाए।
अकाली दल से नहीं बनी बात, भाजपा ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का किया ऐलान..
देश-विदेश: पंजाब की सभी 13 सीटों पर बीजेपी अकेले चुनाव लड़ेगी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इसकी जानकारी एक्स पर दी। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही थीं। मगर सुनील जाखड़ ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। एक्स पर जारी एक वीडियो में जाखड़ ने कहा कि भाजपा पंजाब में अकेली ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी। सुनील जाखड़ का कहना हैं कि भारतीय जनता पार्टी पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है। उन्होनें कहा कि लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के बाद भारतीय जनता पार्टी ने यह फैसला लिया है। जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने जो काम किए हैं, वे किसी से छिपे नहीं हैं। भाजपा नेता ने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी गई है।