पहुंचा सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अग्निपथ योजना का मामला..
देश-विदेश: युवाओं को सेना में भर्ती करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एक याचिका दायर कर इसे अवैध घोषित करने की मांग की गई है। याचिका में दावा किया गया है कि यह योजना अवैध है, क्योंकि यह संविधान के प्रावधानों के विपरीत है। इसे संसद की मंजूरी व गजट अधिसूचना जारी किए बगैर लाया गया है। यह याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने दायर की है। शर्मा ने याचिका में कहा है कि सरकार ने एक सदी पुरानी सेना भर्ती प्रक्रिया को खारिज कर दिया है। यह संविधान के खिलाफ है। आपको बता दें, यह योजना 24 जून से शुरू हो चुकी है। इसके खिलाफ देश के कई हिस्सों में युवाओं ने उग्र प्रदर्शन व आगजनी की। आंदोलन बीते पांच दिनों से जारी है।
‘अग्निवीरों’ को नौकरी देंगे आनंद महिंद्रा
ट्वीट कर कहा- अनुशासन और कौशल आएंगे काम..
देश-विदेश: ‘अग्निपथ’ को लेकर जहां देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है वहीं अब सेना और सरकार से लेकर उद्योगपति इसके फायदे गिनाने लगे हैं। इसी क्रम में महिंद्रा ग्रुप के मालिक आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर अग्निपथ योजना की खूबियां गिनवाने के साथ अपनी कंपनी में अग्निवीरों को नौकरी देने का एलान भी कर दिया है। आपको बता दे कि आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में लिखा कि अग्निपथ कार्यक्रम को लेकर हुई हिंसा से दुखी हूं।
जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था- और मैं फिर दोहराता हूं- अग्निवीरों द्वारा हासिल किया गया अनुशासन और कौशल उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा। महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है। कॉरपोरेट क्षेत्र में अग्निवीरों के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। नेतृत्व, टीम वर्क और शारीरिक प्रशिक्षण से लैस युवा हमारे उद्योग को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। इन युवाओं में संचालन से लेकर प्रशासन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है।
सेना ने किया भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए तारीखों का एलान
वहीं सेना ने तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए तारीखों का एलान भी कर दिया है। थलसेना का कहना है कि उसकी भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू हो जाएगी। वहीं वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी जबकि नौसेना की भर्ती प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी। बता दे कि इस भर्ती में 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक के उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे। हालांकि इस साल के लिए दो वर्षों की छूट भी दी गई है। यह भर्ती चार सालों के लिए होगी।
इसके बाद परफॉर्मेंस के आधार पर 25 फीसदी कर्मियों को वापस से रेगुलर कैडर के लिए नामांकित किया जाएगा। उम्मीदवारों को सशस्त्र बलों में आगे नामांकन के लिए चुने जाने का कोई अधिकार नहीं होगा। चयन सरकार का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा। मेडिकल ट्रेडमैन को छोड़कर भारतीय वायु सेना के नियमित कैडर में एयरमैन के रूप में नामांकन केवल उन्हीं कर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अग्निवीर के रूप में अपनी सेवा की अवधि पूरी कर ली है।
15 जून को रिलीज होगा ब्रह्मास्त्र फिल्म का ट्रेलर..
देश-विदेश: अयान मुखर्जी और रणबीर कपूर की आने वाली फिल्म ब्रह्मास्त्र, के लिए विशाखापट्टनम पहुंचे हैं। इस दौरान दोनों की तस्वीरें और वीडियोज खूब वायरल हो रही हैं। फैंस दोनों का दिल खोलकर स्वागत कर रहे हैं। विशाखापट्टनम में पहुंचने के बाद गुलाब के फूलों और माला पहनाकर दोनों का फैंस ने भव्य स्वागत किया। इसी बीच अयान मुखर्जी ने ये घोषणा कर दी है कि उनकी आने वाली बहुचर्चित फिल्म ब्रह्मास्त्र का ट्रेलर 15 जून को रिलीज होने वाला है।
बता दे कि सुपरस्टार रणबीर कपूर, एस.एस. राजामौली और निर्देशक अयान मुखर्जी ने ब्रह्मास्त्र पार्ट वन: शिवा के बहुप्रतीक्षित ट्रेलर की तारीख की घोषणा करके बेसब्री से इंतजार कर रहे फैंस को चौंका दिया है। ब्रह्मास्त्र के एक्टर्स के लुक्स सामने आने के बाद फैंस इस बहुप्रतीक्षित फिल्म के ट्रेलर का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि ऐसा पहली बार होगा जब इस फिल्म में आलिया भट्ट और रणबीर कपूर एकसाथ नजर आयेंगे। मेकर्स ने रणबीर-आलिया की शादी के दौरान फिल्म का गाना केसरिया का टीजर रिलीज करके दोनों को तोहफा भी दिया था।
हाल ही में अयान मुखर्जी ने अपनी साई-फाई फिल्म ब्रह्मास्त्र का टीजर जारी किया है। टीजर में रणबीर और आलिया के अलावा मौनी रॉय, अमिताभ बच्चन और नागार्जुन की एक झलक देखने को मिली है। टीजर में मौनी और रणबीर के बीच जंग सी होती दिख रही है। मौनी राय का अंदाज भी काफी क्रूर लग रहा है। रणबीर कपूर खून से लथपथ नजर आ रहे हैं तो वहीं आलिया भट्ट काफी सहमी सी लग रही हैं। धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी ये फिल्म 9 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। शादी के बाद रणबीर और आलिया की एकसाथ पहली फिल्म होने की वजह से दर्शक फिल्म में दोनों का रोमांस देखने के लिए बेताब हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने भले ही लव जिहाद, जबरन, लोभ लालच या धोखे से धर्म परिवर्तन की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कानून बना दिया हो, लेकिन हिन्दू युवतियों को बहकाने और छलने के जिहादी मिशन को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्व नए-नए तरीके खोज रहे हैं। कभी विद्यालय शिक्षक बनकर, तो कभी विश्वविद्यालय परिसरों में अपने आप को मीडियाकर्मी बताकर छात्राओं को अपने जाल में फंसा लेते हैं।
नया प्रकरण मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का है। जहां दो युवक खुद को दो बड़े चैनलों का रिपोर्टर बताकर छात्राओं को अपने जाल में फंसा रहे थे। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब एक युवक विश्वविद्यालय परिसर के अंदर मौजूद स्वामी विवेकानंद पार्क के पास एक छात्रा से उसका मोबाइल नंबर मांग रहा था, छात्रा के मना करने पर युवक ने जबरन उसका हाथ पकड़कर खींचने की कोशिश की। छात्रा के विरोध और शोर मचाने पर वहां छात्र और कर्मचारी एकत्रित हो गए।
इसके बाद घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोग और विहिप, बजरंग दल के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और उन्होंने युवक से पूछताछ शुरू की। आरोपी ने अपने आप को ज़ी न्यूज का रिपोर्टर बताते हुए छात्रों पर रौब जमाने की कोशिश की। जब छात्रों और उपस्थित स्थानीय लोगों ने उससे मेरठ के किसी मीडियाकर्मी को फोन लगाकर बुलाने को कहा तो उसके मोबाइल में किसी भी मीडियाकर्मी का नंबर नहीं मिला, जिससे लोगों का संदेह बढ़ गया।
उसके मोबाइल में गर्लफ्रेंड नाम से एक फोल्डर बना था, जिसमें 59 हिंदू लड़कियों के नाम और इसी प्रकार लगभग 350 फोटो सेव थे। युवक से जब उसका नाम पूछा गया तो उसने श्याम बताया। लेकिन उसके गले में मौजूद ज़ी न्यूज़ का आई कार्ड दिखा तो उसमें उसका नाम श्यान सिद्दिकी था। आरोपी को पुलिस को सौंपा गया तो वहां उसने अपना नाम पहले साहिल और बाद में सालिक बताया।
पुलिस ने जिहादी सालिक के पास से ज़ी न्यूज़ चैनल की माइक आईडी, ज़ी न्यूज़ का लोगो लगा हुआ बैग, ज़ी न्यूज़ का आई कार्ड, जिंदा कारतूस, रिवाल्वर का कवर और एक वायरलेस सेट बरामद किया। वायरलेस सेट पर तो मोदी गिफ्ट लिखा था, जिससे वो सबको ये बताता था कि ये वायरलेस उसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिफ्ट किया है। अर्थात् इन सब छल प्रपंच के जरिए वह योजना बनाकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
जब जिहादी सालिक की पुरानी अपराध हिस्ट्री खंगाली गई तो मालूम हुआ कि वह पहले भी धोखाधड़ी के मामले में थाना सदर बाजार से जेल जा चुका है। पुलिस ने सालिक को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसके साथी अनस और इस नापाक मिशन से जुड़े अन्य जिहादी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं जो बड़े स्तर पर लव जिहाद के इस खेल में कुचक्र रच रहे थे। देखना होगा कि पुलिस लव जिहाद के खेल में शामिल अपराधियों तक कब और कैसे पहुंच पाती है।
हिंदू संगठनों ने मांग की है कि सालिक से मिला सामान, दस्तावेज और हथियार ही नहीं लव जिहाद के इस खतरनाक मोड्यूल की गहन जांच होनी चाहिए, ताकि कथित मजहबी शान्तिदूतों की करतूतें और उनके बचाव में सदा खड़े रहने वाले देशविरोधी अर्बन नक्सल गठजोड़ की पोल भी समाज के सामने खुल सके।
राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता अथवा वरिष्ठ या जूनियर स्तर के विश्वविद्यालय खेल बोर्ड में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले अथवा अखिल भारतीय स्कूल टीमों द्वारा आयोजित राष्ट्रीय खेल अथवा स्कूल खेलों में राज्य स्कूल टीमों का प्रतिनिधित्व करने वाले मेधावी पुरुष खिलाड़ियों की भारतीय सेना में हवलदार के पदों पर सीधी भर्ती होगी।
एक सरकारी विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि ऐसे खिलाड़ी जिनकी आयु 31 दिसंबर 2021 को साढ़े सत्रह से बाइस वर्ष के बीच हो भर्ती में शामिल हो सकते हैं। खिलाड़ी की शैक्षिक योग्यता मैट्रिक अथवा समकक्ष होनी चाहिए।
इच्छुक अभ्यर्थियों का एएससी (Army Service Corps Centre and College) की स्पोर्ट्स टीमों (शरीर सौष्ठव, वॉलीबॉल, तैराकी, बास्केटबॉल, क्रिकेट एवं फुटबॉल) में प्रत्यक्ष नामांकन के लिए चयन परीक्षण 4 मार्च से होगा। चयन परीक्षण एएससी सेंटर (दक्षिण) – 2 एटीसी, बैंगलोर (कर्नाटक) होगा।
भर्ती के संबंध में विस्तार से जानकारी के लिए इस फोन नंबर पर संपर्क करें – 8277123122
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प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक करण राजदान अपनी आनेवाली फिल्म हिंदुत्व की अधिकांश शूटिंग उत्तराखंड में करेंगे। सोमवार को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने फिल्म का मुहूर्त शाॅट लिया।
फिल्म के मुख्य कलाकार आशीष शर्मा व सोनारिका भदौरिया हैं। भजन सम्राट अनूप जलोटा फिल्म में गायकी के साथ ही अपने अभिनय का जलवा भी बिखेरेंगे। प्रसिद्ध टीवी सीरियल रामायण की सीता फेम दीपिका चिखालिया भी फिल्म में अभिनय करती दिखेंगी। फिल्म में अनूप जलोटा के अलावा दलेर मेहंदी भी गानों को अपनी आवाज देंगे। फिल्म की पटकथा करण राजदान ने खुद लिखी है।
इस अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ हिंदुत्व फिल्म बनाई जा रही है, उम्मीद है कि यह फिल्म हिंदुत्व को दुनिया में पहुंचाने में सफल होगी। उन्होंने कहा कि फिल्मों का समाज एवं मानव जीवन कितना गहरा प्रभाव पड़ता है, इसके अनेक उदाहरण है। हिंदुत्व शब्द प्रेम, उदार और विश्वास का प्रतीक है। भारतीय संस्कृति सनातन संस्कृति है, और सनातन संस्कृति का आधार हिंदुत्व है।
फिल्म के निर्देशक करण राजदान ने कहा कि हिंदुत्व फिल्म में प्रेम, बलिदान एवं सद्भावना के मिलन को दिखाने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही फिल्म के माध्यम से दुनियाभर में हिंदुत्व का संदेश देने की कोशिश भी होगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड में एक और फिल्म की शूटिंग भी की जाएगी।
देश में हलाल पर प्रतिबंध लगा कर इसके विरुद्ध कानून बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस मांग के समर्थन में देश के कुछ प्रमुख बुद्धिजीवियों ने बाकायदा हलाल नियंत्रण मंच का गठन किया है। नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंच ने कहा कि हलाल पद्धति भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में गैर कानूनी व असंवैधानिक है।
मंच के प्रवक्ता सेवानिवृत न्यायाधीश पवन कुमार व हरिंदर सिंह सिक्का ने कहा कि भारत के संविधान में पशुओं की सुरक्षा एक मौलिक कर्तव्य है, जो अनुच्छेद 48ए राज्य के नीति दिशा-निर्देश के अन्दर दिया गया है। इसके अतिरिक्त पशु कल्याण के लिए पशु क्रूरता निषेध एक्ट 1960 व वन्य-प्राणी सुरक्षा एक्ट 1972 है। साथ ही गोरक्षा व जानवर सुरक्षा कानून केन्द्र स्तर व राज्य स्तर पर बनाए गए हैं। भारतीय दण्ड संहिता 1860 (आईपीसी) की धारा 428 व 29 के अन्दर जानवरों के प्रति हिंसा व क्रूरता को रोकने के लिए सजा का प्रावधान है।
मंच के अनुसार बेल्जियम सरकार ने हलाल पद्धति से पशु वध पर कानूनी प्रतिबन्ध लगा दिया था। जिसके विरुद्ध मुस्लिम समुदाय ने यूरोपीयन यूनियन के सर्वोच्च न्यायालय (European Court of Justice) में अपील की। यूपोरियन कोर्ट ने अपील को निरस्त करते हुए हलाल प्रतिबन्ध को सही ठहराया और सभी यूरोपीयन देशों को निर्देश दिया कि वे हलाल पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए स्वतंत्र है।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका में बहुसंख्यक बौद्ध समाज के विरोध करने के उपरान्त हलाल को बंद कर दिया गया। हलाल के विरुद्ध जर्मनी, फ्रांस, पोलैण्ड, ब्रिटेन, अमेरिका आदि देशों में इसके विरुद्ध आवाज उठाई जा रही है। इन देशों में पशुओं के अधिकारों से सम्बन्धित संस्थाएं व समूह हलाल पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग कर रही है।
मंच के नेताओं ने कहा कि हाल ही में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि मांस की दुकानों व रेस्टोरेंटों में स्पष्ट तौर पर दर्शाना होगा कि वे अपने ग्राहकों को हलाल एवं झटका में से कौन सा मांस बेच अथवा परोस रहे हैं। उन्होंने देश भर के नगर निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों से अनुरोध किया कि वे भी स्थानीय तौर पर दक्षिण दिल्ली नगर निगम की तरह के प्रस्ताव पारित करें।
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही है। ब्रिटेन और अमेरिका में कोविड-19 वैक्सीन लगनी शुरू हो गयी है और कुछ दिनों में ही यह भारत में भी लगना शुरू हो जाएगी। इसी दौरान दक्षिणी पूर्वी एशियाई देशों – इंण्डोनेशिया व मलेशिया में हलाल वैक्सीन लगाने की मांग आई है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हलाल नियंत्रण मंच इसकी निन्दा करता है और मांग करता है कि गैर मुसलमानों को हलाल वैक्सीन ना लगाई जाए। हैरानी की बात है कि कोविड-19 की वैक्सीन बनाने के लिए कोई भी मुस्लिम देश सक्षम नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हलाल-सर्टिफिकेशन से जो पैसे वसूल किया जाता है, उसका उपयोग इस्लामिक कट्टरपंथी व आतंकवादी संगठनों द्वारा किया जाता है।हलाल का नियंत्रण देश की सुरक्षा की दृष्टि से भी बहुत जरूरी है।
क्या होता है हलाल ?
शरीयत के अनुसार मुस्लिम समुदाय को पशुओं को काटने से पहले हलाल करना जरुरी होता है। हलाल करने के लिए पशु की गर्दन में थोड़ा सा चाकू चला कर उसका खून बहने देते हैं और पशु तड़प-तड़प कर मरता है। (विश्व संवाद केंद्र के इनपुट के साथ हिम दूत ब्यूरो)
केंद्र सरकार ने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (Target Olympic Podium Scheme, TOPS) के तहत महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के लिए 40 दिनों के प्रशिक्षण शिविर को मंजूरी दी है। इस दौरान विनेश फोगाट के साथ उनकी निजी प्रशिक्षक वॉलर अकोस, कुश्ती प्रतिस्पर्धा में उनकी साथी प्रियंका फोगाट और फिजियोथेरेपिस्ट पूर्णिमा रमन नगोमदिर भी होंगी।
केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अनुसार इस शिविर का आयोजन हंगरी और पौलेंड में होना है। इस प्रशिक्षण की सहायता से विनेश को अपने भार वर्ग में कई यूरोपीय पहलवानों के साथ खेलने और अपनी तकनीक और फुर्ती से संबंधित पहलुओं में सुधार करने के अवसर मिलेंगे।
साल 2019 के विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की 53 किलोग्राम वर्ग की प्रतिस्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर विनेश फोगाट ने टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालिफाई किया है। टोक्यो ओलपिंक्स का आयोजन जुलाई-अगस्त, 2021 में होना है।
कोरोना वायरस की वजह से लगने वाले लॉकडाउन से पहले उनकी अंतिम प्रतिस्पर्धा एशियन सीनियर चैंपियनशिप थी, जिसमें उन्होंने कांस्य पदक पर कब्जा किया था। विनेश टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालिफाई करने वाली अकेली महिला पहलवान हैं।
भोपाल (विसंकें)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले व अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में संघ कार्यकर्ता ओम प्रकाश गर्ग की पुस्तक मेरी संघ यात्रा का विमोचन किया। कार्यक्रम में भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय ने कहा कि संघ के बारे में कई भाषाओं में पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं, लेकिन हर पुस्तक का अलग महत्व होता है। संघ का एक कार्यकर्ता जब किताब लिखता है, तो उस पुस्तक में सिर्फ उसके अनुभव ही नहीं, बल्कि उसके हृदय की भावना भी समाहित होती है। यह पुस्तक अगली पीढ़ी के लिए संघ का एक दस्तावेज है।
अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने कहा कि आरएसएस को सुनकर नहीं, बल्कि देखकर समझा जा सकता है और इस पुस्तक में संघ के बारे में जो भी लिखा गया है, वह एक कार्यकर्ता का प्रत्यक्ष अनुभव है।
लेखक ओम प्रकाश गर्ग ने कहा कि यह पुस्तक आत्मकथ्य नहीं है। अपने जीवन में संघ और समाज से जुड़कर कार्य करने की जो प्रेरणा मुझे मिली है, उसके संस्मरण इस पुस्तक में शामिल हैं। इसके अलावा वर्तमान परिस्थितियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की क्या आवश्यकता है, इसका विश्लेषण करने का मैंने प्रयास किया है।
पुस्तक की भूमिका संघ के मध्यक्षेत्र संघचालक अशोक साहनी ने लिखी है। पुस्तक में कई संघ गीतों को भी शामिल किया गया है, जो प्रेरक, मार्गदर्शक तथा राष्ट्रभाव का जागरण करने वाले हैं। संघ की रचना, उसके विचार एवं कार्य पद्धति को भी इस पुस्तक के माध्यम से समझा जा सकता है। पुस्तक को भोपाल के पहले पहल प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।