आज अक्षय तृतीया पर खुल गए गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट..
उत्तराखंड: अक्षय तृतीय के अवसर पर आज शनिवार को गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। गंगोत्री के कपाट 12:35 मिनट पर खोल दिए गए। जबकि यमुनोत्री के कपाट 12:41 मिनट पर खुले।मां गंगा की भोगमूर्ति और छड़ी गंगोत्री धाम में विराजमान हुई।
गंगोत्री के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई थी। इसके तहत शुक्रवार को मुखबा से मां गंगा की डोली आर्मी बैंड की धुनों के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई थी। मां गंगा की विदाई के दौरान मुखबा गांव के ग्रामीण भावुक हो गए। शुक्रवार को चारधाम यात्रा औपचारिक रूप से शुरू हुई जबकि यात्रा का विधिवत आगाज शनिवार दोपहर को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुआ। इससे पूर्व शुक्रवार को मां गंगा की भोगमूर्ति को डोली में विराजमान किया गया और मुखबा गांव से डोली को जयकारों के साथ दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर आर्मी बैंड, ढोल दमाऊं और रणसिंगे के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना किया गया।
7 किमी तक पैदल चलकर गंगोत्री हाईवे पहुंचे
मुखबा गांव की महिलाओं ने फूल बरसाकर मां गंगा की डोली को विदा किया। इसके बाद तीर्थपुरोहित व श्रद्धालु मां गंगा की डोली के साथ मुखबा से जांगला तक पगडंडी से 7 किमी तक पैदल चलकर गंगोत्री हाईवे पहुंचे। उसके बाद सड़क मार्ग से पैदल भैरो घाटी पहुंचे।
यहां भैरो मंदिर में मां गंगा की डोली ने रात्रि विश्राम किया। आज शनिवार सुबह मां गंगा की डोली 8 बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई और अक्षय तृतीया पर दोपहर 12:13 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।
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बाबा केदार के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू, भैरवनाथ का किया आह्वान..
उत्तराखंड: भगवान भैरवनाथ की विशेष पूजा-अर्चना के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भगवान केदारनाथ की निर्विघ्न यात्रा के लिए क्षेत्रपाल के रूप में पूजे जाने वाले भगवान भैरवनाथ की आराधना की गई। साथ ही देवता की पूरी-पकौड़ी से बनी मालाओं से श्रृंगार कर अष्टादश आरती उतारी गई।
गुरूवार को पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ स्थित भैरवनाथ मंदिर में बाबा केदार की डोली के धाम प्रस्थान की पूर्व संध्या पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। धाम के लिए नियुक्त पुजारी शिव लिंग द्वारा भगवान भैरवनाथ का पंच ब्रह्म मंत्र से अभिषेक किया गया।
साथ ही पंचामृत अभिषेक रुद्राभिषेक के साथ पूरी-पकौड़ी की माला से श्रृंगार किया गया। बाल भोग के बाद भगवान भैरवनाथ को महाभोग लगाया गया। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग की अगुवाई में शिवाचार्य महास्वामी केदार लिंग, पुजारी शिव शंकर लिंग, बागेश लिंग, गंगाधर लिंग द्वारा अष्टादश आरती उतारी गई। वहीं, मंदिर के वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, यशोधर मैठाणी, नवीन मैठाणी, मृत्युंजय हीरेमठ, आशाराम नौटियाल के वेद मंत्रोच्चारण के बीच सभी धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया।
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छह माह पूजा-अर्चना का संकल्प कराया
रावल भीमाशंकर लिंग ने केदारनाथ के लिए नियुक्त मुख्य पुजारी शिव लिंग को भगवान भैरवनाथ के समक्ष धाम की छह माह पूजा-अर्चना का संकल्प कराते हुए आशीर्वाद दिया। इसके बाद भगवान भैरवनाथ की पूजा में शामिल हुए सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटा गया। इस मौके पर बीकेटीसी के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, भाजपा की महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, एसडीएम जितेंद्र वर्मा, कार्याधिकारी रमेश तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल आदि मौजूद थे।
पॉलीहाउस बनेंगे राज्य के कृषकों के लिए आय का बड़ा जरिया..
धामी सरकार ने 304 करोड़ रुपये को दी मंजूरी..
उत्तराखंड: राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार सृजन की दिशा में राज्य की धामी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत राज्य में पॉलीहाउस के माध्यम से एक लाख से अधिक कृषकों को रोजगार प्रदान करने की योजना है। विगत दिवस हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में पॉलीहाउस के लिए धामी सरकार ने 304 करोड़ की योजना को मंजूरी प्रदान कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं।
आपको बता दे कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में किस तरह रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं, इस हेतु सीएम मंत्री धामी लगातार गंभीरता से काम कर रहे हैं। तमाम सार्वजनिक मंचों से भी वे ये प्रतिबद्धता दर्शा चुके हैं कि हिमाचल की तर्ज पर राज्य के पर्वतीय जिलों में भी खेती-बागवानी को रोजगार का जरिया बनाया जाए। अब इसी कड़ी में राज्य सरकार ने पॉली हाउस को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
इसके अन्तर्गत राज्य में क्लस्टर आधारित छोटे पॉलीहाउस (Naturally Ventilated) में सब्जी एवं फूलों की खेती की योजना का निर्णय लिया है। नाबार्ड की योजनान्तर्गत क्लस्टर आधारित 100 वर्गमीटर आकार के 17648 पॉलीहाउस स्थापना हेतु रू0 304 करोड़ रुपये राज्य कैबिनेट द्वारा स्वीकृत किये गये है, जिसमें कृषकों को 70 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा।
इसके साथ ही राज्य के लगभग 01 लाख कृषकों को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से स्वरोजगार के साधन प्राप्त होने के साथ-साथ उनकी आय में भी वृद्धि हो सकेगी, जिससे सामाजिक एवं आर्थिक स्तर मे सुधार होगा तथा पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाले पलायन में भी कमी आयेगी। साथ ही सब्जियों के उत्पादन में 15 प्रतिशत व फूलों के उत्पादन में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी।
‘किसी का भाई किसी की जान’ को लेकर सलमान खान के लिए ये है असली चुनौती..
देश-विदेश: सिनेमा के सुल्तान सलमान खान की फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ की एडवांस बुकिंग शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझान अभी बहुत स्पष्ट नहीं हैं लेकिन शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ को मिली बंपर ओपनिंग के बाद सलमान खान के लिए बॉक्स ऑफिस पर चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं। फिल्म ईद पर रिलीज हो रही है। कभी सलमान खान के लिए सबसे मुफीद रहे इस दिन पर रिलीज हुई सलमान की पिछली कुछ फिल्मों का कारोबार उतना अच्छा नहीं रहा है जितनी इसके निर्माताओं ने उम्मीद की थी। अब, फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ से ट्रेड को क्या उम्मीदें हैं, आइए जानते हैं।
सलमान का ईद रिकॉर्ड..
बता दे कि ईद के त्योहार पर फिल्म रिलीज करने का चलन तो काफी समय से रहा है। सलमान की फिल्मों ‘वांटेड’, ‘बॉडीगार्ड’, ‘सुलतान’, ‘दबंग’ और ‘बजरंगी भाईजान’ ने भी ईद पर रिलीज होकर बॉक्स ऑफिस पर धमाका मचाया। लेकिन, टिकट खिड़की पर सलमान की हर ईद अच्छी ही रही हो, ऐसा भी नहीं है। उनकी पिछली कुछ फिल्में ‘ट्यूबलाइट’, ‘भारत’ और ‘रेस 3’ ईद पर रिलीज होकर भी कमाल नहीं दिखा पाईं। अब पूरे देश के सिनेमा विशेषज्ञों की निगाहें एक बार फिर सलमान खान की नई फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ के पहले दिन के कलेक्शन पर टिकी हैं।
अब तक ‘भारत’ नंबर वन..
5 जून 2019 को रिलीज हुई सलमान खान की फिल्म ‘भारत’ उनके करियर की अब तक सबसे ज्यादा ओपनिंग लेने वाली फिल्म रही है। इस फिल्म ने पहले दिन 42.30 करोड़ रुपये की कमाई की थी। इसके बाद पहले दिन की ओपनिंग के मामले में जो फिल्में सलमान खान की टॉप 5 फिल्मों में शामिल रही हैं, उनके नाम हैं, ‘प्रेम रतन धन पायो’, ‘सुल्तान’, ‘टाइगर जिंदा है’ और ‘एक था टाइगर’। टाइगर सीरीज की सलमान की नई फिल्म ‘टाइगर 3’ इसी साल 10 नवंबर को रिलीज हो रही है। लेकिन उससे पहले सलमान खान को अपनी स्टार पॉवर फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ में साबित करनी है।
देरी से शुरू हुई एडवांस बुकिंग..
इस साल 25 जनवरी को रिलीज हुई शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ ने पहले ही दिन 57 करोड़ रुपये कमाकर हिंदी सिनेमा में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ की ओपनिंग इससे न सिर्फ काफी कम रहने की आशंका जताई जा रही है बल्कि फिल्म की एडवांस बुकिंग को देखते हुए इसके फिल्म ‘भारत’ का रिकॉर्ड तोड़ पाने के आसार भी कम ही नजर आ रहे हैं। ट्रेड एक्सपर्ट नरेंद्र गुप्ता इसकी वजह फिल्म की एडवांस बुकिंग देर से शुरू होने को भी मानते हैं।
ट्रेलर से नहीं बनी बात..
ट्रेड एक्सपर्ट नरेंद्र गुप्ता कहते हैं, ‘फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ की एडवांस बुकिंग काफी पहले से शुरू हो जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।16 अप्रैल इसकी एडवांस बुकिंग शुरू हई हैं लेकिन टिकटों की बिक्री की रफ्तार अभी धीमी है।’ नरेंद्र का कहना हैं कि शुक्रवार को फिल्म की ओपनिंग 18 से 20 करोड़ रुपये के आसपास हो सकती है।
फिल्म के ट्रेलर के सलमान खान के प्रशंसकों की उम्मीद पर खरा न उतरने की बात भी वह कहते हैं। नरेंद्र गुप्ता के अनुसार ट्रेलर के हिसाब से फिल्म से ज्यादा उम्मीदें नहीं लगाई जा सकती हैं। यह साउथ फिल्म ‘वीरम’ की रीमेक है और साउथ की हिंदी रीमेक फिल्मों को सिनेमाघरों में अब लोग उतना पसंद कर नहीं रहे हैं।
बीते तीन महीने में उत्तराखंड में मिले सबसे अधिक कोरोना संक्रमित..
उत्तराखंड: प्रदेश में पिछले तीन माह में मंगलवार को एक दिन में कोरोना के सर्वाधिक 139 नए मरीज सामने आये हैं। इसके साथ ही कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 350 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटे में 139 मरीज सामने आए हैं।
जिसमें सर्वाधिक 69 मामले अकेले देहरादून के हैं। इसके साथ ही नैनीताल के 28, टिहरी व उत्तरकाशी के 9 अल्मोड़ा के 5 बागेश्वर व पिथौरागढ़ के 4 चंपावत के 3 पौड़ी के 2 और हरिद्वार के 6 मरीज शामिल हैं। वहीं, मंगलवार को कोरोना संक्रमित के 88 मरीज स्वस्थ भी हुए। अब प्रदेश में कोरोना के 350 सक्रिय मामले हैं।
अब बच्चों के बस्ते का बोझ हल्का करने के साथ ही होमवर्क भी होगा कम..
उत्तराखंड: शिक्षा विभाग निजी स्कूलों में महंगी किताबों का बोझ कम करने के साथ ही बस्ते का बोझ भी हल्का करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में कक्षाओं के मुताबिक छात्रों की किताबों को भी कम करने का प्लान किया जा रहा है। इसके साथ ही होमवर्क में भी कमी की जाएगी। कक्षा एक से दो तक के छात्रों को कोई होमवर्क नहीं दिया जाएगा। कक्षा तीन से केवल दो घंटे का होमवर्क प्रति सप्ताह दिया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग, एससीईआरटी के साथ मिलकर कार्य योजना तैयार कर रहा है। उप खंड शिक्षा अधिकारी रायपुर विनोद कुमार का कहना हैं कि इस संबंध में एससीईआरटी की ओर से काम हो रहा है। साथ ही स्कूलों में जांच भी चल रही है।
रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंपी जाएंगी..
आपको बता दे कि शिक्षा विभाग की ओर से चार टीमों का गठन किया गया है। यह चार टीम अलग अलग ब्लॉक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी की देखरेख में बनाई गई है। रोजाना इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं कि निजी स्कूल फीस में बढ़ोतरी कर रहे हैं। साथ ही हर साल स्कूल ड्रेस बदल रहे हैं। यही नहीं, एक ही दुकान से किताबें खरीदने के लिए कह रहे हैं। एनसीईआरटी की किताबों के साथ ही निजी पब्लिकेशन की महंगी किताबें खरीदने के लिए कह रहे हैं। इन सभी मामलों में शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। जांच की यह प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी हो जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंप दी जाएगी।
9 अप्रैल को हुई फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा की आंसर की जारी..
उत्तराखंड: लोक सेवा आयोग द्वारा वन रक्षक भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी कर दी गई है। उत्तर कुंजी का मिलान करने के बाद परीक्षार्थियों के पास आपत्ति दर्ज करने के लिए 24 अप्रैल तक का समय है। प्रत्येक प्रश्न के लिए 50 रुपये के भुगतान की आवश्यकता होगी। आयोग ने नौ अप्रैल को प्रदेश भर में 625 केंद्रों पर वन रक्षक परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें एक लाख 42 हजार 973 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
आयोग ने सोमवार को इस परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी की हैं। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत का कहना है कि परीक्षा के प्रश्नपत्रों के सेट ए, बी, सी और डी की उत्तर कुंजी ऑनलाइन अभ्यर्थी वेबसाइट पर देख सकते हैं।
अपनी उत्तर कुंजी से इसका मिलान कर सकते हैं। अगर किसी प्रश्न पर आपत्ति होगी तो इसके लिए उन्हें 50 रुपये प्रति प्रश्न के हिसाब से शुल्क देना होगा। आयोग ने स्पष्ट किया है कि एक बार शुल्क जमा करके आपत्ति दर्ज करने के बाद उसमें बदलाव संभव नहीं होगा। कोई भी अभ्यर्थी अपनी आपत्ति प्रमाण के साथ दर्ज करा सकता है। ऑनलाइन वेबसाइट के अलावा डाक, ई-मेल या अन्य किसी माध्यम से आपत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी।
युवा संवाद’ कार्यक्रम में सीएम छात्रों से किया संवाद..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में ‘हिल की बातः युवा संवाद’ कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद किया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा उत्तराखण्ड की लोक परंपरा एवं संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियां दी गई। स्कूली बच्चों द्वारा भाषण एवं कविता का प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। इस अवसर पर बच्चों ने मुख्यमंत्री से संवाद भी किया।
सीएम धामी ने हिल की बातः युवा संवाद कार्यक्रम में आये सभी विद्यार्थियों एवं युवाओं का स्वागत किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का देवभूमि उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। उनका देवभूमि उत्तराखण्ड से कर्म एवं मर्म का रिश्ता है। प्रधानमंत्री के 09 साल के कार्यकाल में उन्होंने उत्तराखण्ड के लिए लाखों करोड़ रूपये के कार्यों की स्वीकृतियां प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में कार्य करने का मौका मिला है। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। 2025 तक देवभूमि उत्तराखण्ड को ड्रग्स फ्री बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। जो भी भर्ती परीक्षाओं में धांधली करते हुए पाये गये उन पर सख्त कार्रवाई की गई। 90 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया। मुख्यमंत्री ने सभी युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने जीवन में जिस भी क्षेत्र को चुने, उसमें पूर्ण मनोयोग से कार्य करें। यदि हम किसी कार्य को पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा से करते हैं, तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि जो भी अपना कार्यक्षेत्र चुनें, उसमें लीडर की भूमिका में रहें।
सीएम से स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी इस अवसर पर संवाद किया। विकासनगर की वंशिका ने पूछा कि अभिभावकों को कैसे समझाएं कि जो हम करियर में करना चाहते हैं, वे उसमें अपनी सहमति दे दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी कार्य करें, कुछ बनने के लिए नहीं बल्कि जीवन में कोई सराहनीय कार्य करने के लिए करें। आप अपने अभिभावकों को इस तरह से समझा सकती हैं, कि मैं जिस भी क्षेत्र को अपने करियर के लिए चुनूंगी, इसमें अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ कार्य करने का प्रयास करूंगी। बागेश्वर के दिव्यम कंडवाल ने पूछा कि क्या आपके जीवन में कभी ऐसे क्षण आते हैं, जब आप अपने परिवार को समय नहीं दे पाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक व्यक्ति के जीवन में ऐसे क्षण बार-बार आते हैं। राजनीति में कार्य प्रोफेशन नहीं मिशन है, इसके लिए कार्य के प्रति समर्पण बहुत जरूरी होता है। भूमिका रावत ने पूछा कि देहरादून भारत की स्कूल राजधानी है।
देहरादून में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा क्या प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य सरकार का प्रयास है कि उत्तराखण्ड के युवाओं को राज्य में रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर मिले। इस दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है। ऋषिका भट्ट ने पूछा कि पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधयों के लिए समय कैसे निकालें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल तो बच्चों का टाइम टेबल अभिभावक बना देते हैं। बच्चों को इस बात का ध्यान देना होगा कि जिस समय जो कार्य कर रहे हैं, उस समय पूरा ध्यान उस कार्य पर होना चाहिए। रिया ने पूछा कि युवाओं के लिए आपका क्या विजन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि युवा सिर्फ रोजगार पाने वाले न बने, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य में स्वरोजगार के अलावा हार्टिकल्चर, पर्यटन, स्टार्टअप को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक दुर्गेश पंत, ओहो रेडियो से आर.जे काव्य एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए युवा उपस्थित थे।
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी से ईडी-सीबीआई की पूछताछ पर रोक..
सुप्रीम कोर्ट ने लगाया स्टे..
देश-विदेश: टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। बता दे कि सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले पर स्टे लगा दिया है, जिसमें जांच एजेंसियों को अभिषेक बनर्जी से पूछताछ करने का आदेश दिया गया था। हालांकि ये रोक अगली सुनवाई तक लगाई गई है और सुप्रीम कोर्ट 24 अप्रैल को इस मामले में फिर सुनवाई करेगा। पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर अभिषेक बनर्जी से पूछताछ होनी है।
कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर लगाया स्टे..
आपको बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट की सिंगल जज वाली पीठ ने शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच एजेंसियों से अभिषेक बनर्जी और कुंतल घोष से पूछताछ करने का आदेश दिया था। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। जिस पर मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पार्दीवाला की पीठ ने सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई तक इस मामले में जांच एजेंसियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने का आदेश दिया है।
सीबीआई, ईडी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर भी स्टे
कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल को दिए अपने आदेश में पश्चिम बंगाल पुलिस को शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे सीबीआई और ईडी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करने का भी निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने उस आदेश पर भी रोक लगा दी है। हाईकोर्ट के आदेश में केंद्रीय जांच एजेंसियों से राज्य के टीएमसी नेताओं की भूमिका की जांच करने के लिए कहा गया था। टीएमसी नेताओं की तरफ से वरिष्ठ वकील एएम सिंघवी सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 की भर्ती प्रक्रिया के तहत शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती की गईं। आरोप है कि पैसे लेकर उम्मीदवारों का चयन किया गया। इस मामले में सीबीआई ने टीएमसी विधायक जीवन कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया है। पश्चिम बंगाल सरकार और उसकी मदद से संचालित स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओ का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिस पर हाईकोर्ट ने टीएमसी नेता कुंतल घोष और अभिषेक बनर्जी से पूछताछ करने का आदेश दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने पलटा राजस्थान हाईकोर्ट का आदेश..
राजस्थान हाईकोर्ट ने आसाराम बापू की याचिका पर एक आईपीएस अधिकारी को समन जारी बयान दर्ज करने का निर्देश दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश को पलट दिया है। बता दें कि निचली अदालत ने साल 2018 में आसाराम बापू को जोधपुर स्थित आश्रम में नाबालिग से बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। आसाराम बापू ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि पीड़िता ने जो क्राइम सीन के बारे में जानकारी दी है, वह आईपीएस अधिकारी की एक वीडियो से प्रेरित है, जो उन्होंने जोधपुर में तैनाती के दौरान शूट की थी। याचिका में कहा गया कि पीड़िता ने अपनी शिकायत में आसाराम की कुटिया के बारे में वीडियो से अतिरिक्त कोई अन्य जानकारी नहीं दी है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने आईपीएस अधिकारी को समन जारी किया था।
चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण शुरू, इस बार यहां खुलेंगे काउंटर..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में पैदल भाग लेने वाले संतों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का विकल्प है। बिना रजिस्ट्रेशन के आने वाले तीर्थयात्री भी ऑफलाइन काउंटर पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए साधु संत पैदल चलते हैं। ऐसे में उन्हें धामों तक पहुंचने में कई दिन लग जाते हैं। पैदल चलने वाले साधुओं के लिए टूरिज्म एजेंसी ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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केदारनाथ यात्रा के लिए https://www.travelingkedarnath.com/ यहां बुकिंग करें।
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार का कहना हैं कि इस बार चारधाम यात्रा में सभी के लिए पंजीकरण जरूरी है। वर्तमान में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है, लेकिन पैदल यात्रा करने वाले सांधु संतों का ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।
इस बार सिर्फ हरिद्वार और ऋषिकेश में ही रजिस्ट्रेशन के लिए ऑफलाइन काउंटर खुले रहेंगे। चारधाम यात्रा मार्गों पर कोई अन्य पंजीकरण विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। अब तक लगभग 15 लाख यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण किया है।