महिला आरक्षण विधेयक पास होने पर पार्टी मुख्यालय में जमकर जश्न..
उत्तराखंड: भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने महिला आरक्षण विधेयक पास होने पर मुख्यमंत्री धामी का धन्यवाद करते हुए पार्टी मुख्यालय में जमकर जश्न मनाया । इस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आशा नौटियाल ने कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला महिलाओं के सशक्तिकरण व संवर्द्धन में मील का पत्थर साबित होगा।
श्रीमती नौटियाल ने विधेयक पास होने पर खुशी जताते हुए कहा कि इस निर्णय से प्रदेश की मातृ शक्ति का विश्वास श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार और पार्टी के प्रति बढ़ा है। उनके इस कदम के लिए समस्त महिला मोर्चा कार्यकर्ता समेत प्रदेश की सभी महिलाएं सरकार का हार्दिक धन्यवाद करती हैं। भाजपा सरकार “सशक्त महिला – समर्थ समाज” की भावना को आत्मसात करते हुए महिला हितों के लिए हमेशा संवेदनशील एवं क्रियाशील रही है। अब इस महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ मिलेगा जो उनको आर्थिक व सामाजिक रुप से और अधिक सशक्त बनाने वाला साबित होगा । भाजपा सरकार हमेशा ही महिला हितों के प्रति संवेदनशील रही है।
महिलाओं का सम्मान अगर कहीं है तो वह केवल भाजपा की सरकार में है। महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने जोर देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि विषम भौगोलिक परिस्थिति वाले इस इस प्रदेश में महिलाओं को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा, जिस पर वह आज खरे उतरे हैं । भाजपा सरकार का यह कदम “सशक्त महिला – समर्थ समाज” की भावना को परिलक्षित करने वाला है ।
इस ऐतिहासिक निर्णय पर सीएम को धन्यवाद देने के लिए बड़ी संख्या में पार्टी की महिला मोर्चा कार्यकर्ताएं प्रदेश मुख्यालय में एकत्र हुई । इस अवसर पर उन्होंने एक दूसरे को बधाई देते व मिष्ठान खिलाते हुए मुख्यमंत्री धामी व मातृ शक्ति एकता के पक्ष में जबरदस्त नारेबाजी कर उत्साहवर्धन किया ।
इस मौके पर पार्टी राज्यसभा सांसद नरेश बंशल, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, प्रवक्ता श्रीमती मधु भट्ट, श्रीमती विनोद उनियाल, डॉक्टर इंदुबाला, महिला मोर्चा सोशल मीडिया प्रभारी श्रीमती पूनम शर्मा, श्रीमती सविता गौड़, श्रीमती मंजु नेगी, श्रीमती सरिता जोशी, श्रीमती लक्ष्मी पंवार, श्रीमती शमीना सिद्दकी समेत बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता मौजूद थी ।
ग्रेजुएट होकर भारतीय सैन्य अकादमी की मुख्यधारा में शामिल 69 कैडेट को मिला पुरस्कार..
उत्तराखंड: आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) के 69 कैडेट स्नातक होकर भारतीय सैन्य अकादमी की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। अकादमी के चेटवुड ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित एसीसी के 120वें दीक्षांत समारोह में इन कैडेटों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से उपाधियां प्राप्त कीं। अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल विजय मिश्रा ने कैडेट का उद्घाटन किया। आईएमए में एक साल के प्रशिक्षण के बाद ये कैडेट सेना में अधिकारी के तौर पर भर्ती होंगे। उपाधि पाने वालों में से 38 38 कैडेट कला वर्ग के हैैं। जबकि 31 कैडेट विज्ञान वर्ग से हैं। कमांडेंट ने इन छात्रों को अधिकारियों के रूप में करियर बनाने के लिए शुभकामनाएं दीं।
10 दिसंबर को भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) एक पासिंग आउट परेड की मेजबानी करेगी, जिसमें सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे निरीक्षण अधिकारी होंगे। इस दौरान भारत और अन्य देशों के 344 जेंटलमैन कैडेट बतौर अधिकारी अपने-अपने देश की सेना का अभिन्न अंग बनेंगे। जिसमें दस सहयोगी देशों के 30 कैडेट भी शामिल हैं। इससे पहले शुक्रवार को आईएमए में ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन किया गया।
इन्हें मिला पुरस्कार
चीफ आफ आर्मी स्टाफ मेडल
स्वर्ण-प्रबीन कुमार सिंह
रजत- आलोक सिंह
कांस्य- मनीष गिरी
कमांडेंट सिल्वर मेडल
सर्विस ट्रेनिंग- प्रबीन कुमार सिंह
कला-आलोक सिंह
विज्ञान- प्रबीन कुमार सिंह
अतिक्रमणकारियों ने की मंदिर क्षेत्र में सेंधमारी, हक-हकूकधारियों और पुजारियों में आक्रोश..
उत्तराखंड: नगर, कस्बों और गांवों को छोड़कर अब अतिक्रमणकारी मठ-मंदिर क्षेत्रों में भी सेंधमारी करने लगे हैं। तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर क्षेत्र में बड़े स्तर पर अतिक्रमण को लेकर भूमि कटान किया गया है। यहां पत्थर के ढेर लगाए गए हैं और अस्थायी टिनशेड भी बनाया गया है। हक-हकूकधारियों व पुजारियों ने प्रशासन से मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बीते सात नवंबर को बंद हो गए हैं। इन दिनों यहां सन्नाटा पसरा हुआ है जिसका अतिक्रमणकारी फायदा उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में मंदिर से कुछ पहले पैदल मार्ग किनारे बड़े स्तर पर भूमि का कटान किया गया है। यहां दो-तीन स्थानों पर कटान से निकल रहे पत्थरों के ढेर लगाए गए हैं। साथ ही अस्थायी टिनशेड भी बनाए गए हैं।
वीडियो में हक-हकूकधारी व मंदिर के पुजारी रवींद्र मैठाणी का कहना है कि कपाट बंद होने के बाद मंदिर से जुड़े सभी हक-हकूकधारी, पुजारीगण, व्यापारी अपने-अपने घरों को चले गए थे। बीते 27 नवंबर को वे तुंगनाथ में अपने भवनों की देखरेख के लिए गए थे तो देखा कि वहां बड़े स्तर पर अतिक्रमण हो रहा है। भूूमि का कटान इस तरह से किया गया है कि वहां बने भवनों को खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने जिलाधिकारी से मामले की त्वरित जांच कर अतिक्रमणकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एक वर्ष पूर्व पटवारी कर चुका निरीक्षण
पुजारी रवींद्र मैैठाणी का कहना है कि तुंगनाथ में मैठाणी ब्राह्मण परिवारों की नजूल भूमि है। बीते 10 जून को पंच पुरोहितों ने तुंगनाथ में अतिक्रमण की सूचना एसडीएम ऊखीमठ को दी थी। तब 15 जून को राजस्व उप निरीक्षक ने निरीक्षण किया था और 23 जून को आश्वस्त किया था कि अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई की जाएगी लेकिन अतिक्रमण जारी है।
चार भाषाओं में रिलीज हुआ पठान का पोस्टर..
देश-विदेश: शाहरुख खान की अगले साल तीन फिल्में रिलीज होने वाली हैं। पठान, जवान और डंकी से अभिनेता बड़े पर्दे पर धमाल मचाने के लिए तैयार हैं। कुछ समय पहले अभिनेता की फिल्म का टीजर रिलीज हुआ था। जिसे फैंस ने खूब पसंद किया था। कुछ दिनों पहले फिल्म का एक और पोस्टर रिलीज हुआ था। वह भी दर्शकों को खूब पसंद आया था। अब पठान का पोस्टर चार भाषाओं में रिलीज हो गया है। यशराज फिल्म्स के सोशल मीडिया अकाउंट पर फिल्म से जुड़े पोस्टर साझा किए गए हैं। ये पोस्टर अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगू में रिलीज किया गया है। यशराज फिल्म्स के सोशल मीडिया पर लिखा है- कसकर थाम लीजिए, आपकी राइड उतार-चढ़ाव से भरी होने वाली है। इस फिल्म को रिलीज होने में अभी 55 दिनों का समय बचा है। बता दें कि ये फिल्म सिनेमाघरों में 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है।
पोस्टर में शाहरुख खान हाथ में बंदूक थामे नजर आ रही हैं। वहीं दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम भी हाथ में बंदूक थामे नजर आ रहे हैं। पोस्टर पर फिल्म की रिलीज डेट और हर भाषा में उसका नाम लिखा हुआ है। पोस्टर ने दर्शकों में फिल्म के प्रति उत्सुकता को और बढ़ा दिया है। पठान एक पैन इंडिया फिल्म है।
बता दें कि ‘पठान’ का निर्देशन सिद्धार्थ आनंद ने किया है। इस फिल्म के अलावा किंग खान ‘जवान’ और ‘डंकी’ में भी नजर आएंगे। इससे पहले वह 2018 में आई ‘जीरो’ में आखिरी बार बड़े पर्दे पर नजर आए थे। वहीं, आर माधवन की ‘रॉकेट्री’ में वह कैमियो करते नजर आए थे और सलमान खान की ‘टाइगर 3’ में भी वह कैमियो करेंगे।
उत्तराखंड के गोल्डन ब्वॉय को राष्ट्रपति ने अर्जुन अवॉर्ड से किया सम्मानित..
उत्तराखंड: प्रदेश के होनहार अपनी प्रतिभा से प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। इसी कड़ी में गोल्डन ब्वॉय शटलर लक्ष्य सेन का नाम भी जुड़ गया है। लक्ष्य को प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया है। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया है। अवार्ड मिलने से उनके परिवार और खेल प्रेमियों में हर्ष का माहौल है। वहीं सीएम धामी ने उन्हें बधाई दी है।
आपको बता दे कि लक्ष्य के इस मुकाम तक पहुंचने की कामयाबी दिलचस्प है। वो कहते है न कि सपने उन्हीं के सच होते हैं जिनके सपनों में जान होती हैं पंख से कुछ नहीं होता होंसलों में उड़ान होती हैं। आपको बता दे कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले लक्ष्य सेन को देश के सर्वोच्च पदों में से एक अर्जुन अवॉर्ड सम्मानित किया गया। उनको ये अवार्ड उनकी लगन और देश का नाम रोशन कर गोल्ड मेडल जीतने के लिए दिया गया।
बता दें कि हाल ही में हुए कॉमनवेल्थ खेल 2022 में बैडमिंटन के पुरुष एकल फाइनल मुकाबले में उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। लक्ष्य पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में खेलने गए थे और पहली ही बार में उन्होंने सीधा सोने पर निशाना साधा था। लक्ष्य बचपन में पिता व कोच डीके सेन चार बजे स्टेडियम निकल जाते थे, जबकि मां शिक्षिका थीं। ऐसे में तीन साल की उम्र में पिता ने लक्ष्य को एकेडमी ले जाना शुरू किया। वहां एक बार जो लक्ष्य ने रैकेट पकड़ा, इसके बाद बचपन के खेलकूद सब भूल गया। लक्ष्य सेन अब तक अपनी मेहनत और लगन से स्पेन में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। तो वहीं, जर्मन ओपन में सिल्वर मेडल, आल इंग्लैंड टूर्नामेंट में सिल्वर, दिल्ली में हुए इंडिया ओपन में गोल्ड मेडल और थॉमस कप में टीम को गोल्ड मेडल मिला था।
लक्ष्य के सम्मानित होने पर सीएम धामी ने बधाई देते हुए कहा कि आज राष्ट्रपति भवन में उत्तराखण्ड के बेटे @lakshya_sen को ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाना प्रत्येक उत्तराखण्डवासी के लिए गौरव का क्षण है। आपकी यह अप्रतिम उपलब्धि प्रदेश के अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। आपके उज्जवल भविष्य हेतु अनंत शुभकामनाएं!
इस योजना के लिए आवेदन की आज लास्ट डेट आज..
उत्तराखंड: प्रदेश की छात्राओं के लिए राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित की जाने वाली नंदा गौरा योजना में इस बार नए प्रारूप में आवेदन मांगे गए हैं। इस योजना के तहत छात्राओं को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। इस योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। बता दे कि इस योजना के तहत इंटर की परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद छात्राओं को 51000 रूपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। ये सहायता राशि सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी। शासन ने आवेदन पत्र के साथ मांगे गए अभिलेखों की सूची भी जारी की गई है।
बताया जा रहा है कि नंदा गौरा योजना के तहत 2022-23 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। नंदा गौरा योजना के आवेदन के साथ बिजली का बिल, पानी का बिल, कार, आवासीय भूखंड, मनरेगा जॉब कार्ड से संबंधित सूचनाएं भी मांगी गई है। उनका केवल आवेदन में उल्लेख करना है। इस संबंध में किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र या अभिलेख जमा नहीं करना है आवेदन के लिए प्रमाण पत्र की बात करें तो स्थाई निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, 10वीं व 12वीं की मार्कशीट और प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर का नकल, आधार कार्ड, पैन कार्ड, सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना में परिवार की स्थिति के आकलन के प्रति, अविवाहित होने का प्रमाण, बैंक पासबुक इत्यादि चाहिए होंगे।
इस योजना के लिए कुछ दिन पूर्व विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने आवेदन के समक्ष आ रहे दिक्कतों को देखते हुए कुछ फेरबदल करने के निर्देश दिए थे । शासन की ओर से प्रारूप में फेरबदल तो नहीं किया गया लेकिन स्पष्ट किया गया कि इसमें मांगी गई कुछ जानकारियों के साथ प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है।
विधायकों के सदन में फोन इस्तेमाल करने पर हुई नाराज हुई स्पीकर..
उत्तराखंड: विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गयी है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष ने पीठ से कड़ी चेतावनी दी। विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को सदन में रहने के दौरान फोन का इस्तेमाल नहीं करने को कहा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूडी का कहना हैं कि सत्र के पहले दिन कई विधायक फोन इस्तेमाल कर रहे थे। उनका कहना हैं कि अगर कोई विधायक फोन का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देश दिए। आपको बता दें कि वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन पटल पर वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले अनुपूरक बजट के तहत 5440.43 करोड़ रुपये के व्यय का प्रावधान रखा है।
इस राशि से सरकार अपनी नई योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी ला सकेगी। इसके अतिरिक्त यह उन केंद्रीय पोषित योजनाओं में राज्य का अंशदान शामिल कर सकेगी, जिनकी स्वीकृति बाद में मिली। वित्त मंत्री अग्रवाल का कहना हैं कि 2022-23 का शुरुआती बजट 65,000,571 करोड़ था। कुछ केंद्रीय पोषित योजनाओं में मूल बजट के बाद केंद्र सरकार द्वारा बजट जारी किया। कुछ योजनाओं में सरकार बजट की उम्मीद कर रही थी। इसके लिए सरकार ने फंडिंग की व्यवस्था की है। अनुपूरक बजट के जरिये सरकार इस धनराशि की प्रतिपूर्ति भी कर सकेगी।
अनुपूरक बजट में कुछ इस तरह हुआ प्रावधान
कुल अनुपूरक बजट- 5440.43 करोड़
पूंजीगत मद- 3164.00 करोड़
राजस्व मद- 2276.43 करोड़
भर्तियां करने वाले राज्य लोक सेवा आयोग में ही 63 पद खाली..
उत्तराखंड: प्रदेश में अपनी स्थापना से लेकर आज तक 6308 पदों पर भर्तियां कर चुके उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में ही 63 पद खाली पड़े हुए हैं। आयोग के विधानसभा पटल पर रखे गए वर्ष 2021-22 के वार्षिक प्रतिवेदन में यह तथ्य सामने आया है। आयोग में समूह-क, ख, ग और घ के कुल 199 पद सृजित हैं। इनके सापेक्ष यहां 136 अधिकारी, कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। 63 पद खाली पड़े हुए हैं। समूह-क के कुल 12 सृजित पदों में से संयुक्त सचिव और सिस्टम एनालिस्ट के दो पद खाली हैं। समूह-ख के कुल 25 में से 24 पद भरे हैं लेकिन अनुभाग अधिकारी का एक पद खाली है। समूह-ग के कुल 140 में से 41 पद रिक्त हैं। समूह-घ के कुल 22 में से 19 पद खाली हैं। इन पर आउटसोर्सिंग से काम चलाया जा रहा है।
छह साल में पिछले साल सबसे कम भर्तियां निकाली..
राज्य लोक सेवा आयोग की मई 2001 से 31 मार्च 2022 तक 6925 पदों के लिए 14 लाख 45 हजार 143 आवेदन आए। इनमें से 6308 युवाओं का चयन नौकरी के लिए किया गया। पिछले छह साल में देखें तो इस साल सबसे कम भर्तियां निकाली गई। वर्ष 2016-17 में आयोग ने 236, 2017-18 में 795, 2018-19 में 367, 2019-20 में 455, 2020-21 में 164 और 2021-22 में 122 पदों पर भर्तियां निकाली। 2013-14 में आयोग ने सर्वाधिक 1400 पदों पर भर्तियां निकाली थी, जिनमें से 1333 को नौकरी मिली थी।
एक साल में पांच अधियाचन लौटाए..
आयोग ने त्रुटियां होने पर वर्ष 2021-22 में पांच भर्तियों के अधियाचन शासन को लौटाए। किसी में सेवा नियमावली से संबंधित गलती थी तो किसी में अर्हता से जुड़ी हुई त्रुटि। इनमें 14 पदों की ज्येष्ठ वैज्ञानिक सहायक, विधि विज्ञान प्रयोगशाला, 25 पदों की उच्च शिक्षा पुस्तकालयाध्यक्ष भर्ती, 70 पदों की पशुपालन विभाग में पशु चिकित्साधिकारी ग्रेड-2 भर्ती, छह पदों की ग्राम विकास विभाग में प्रसार प्रशिक्षण अधिकारी भर्ती और चार पदों की सहायक नगर आयुक्त की भर्ती मिलाकर कुल 119 पदों की भर्तियां शामिल हैं।
कश्मीर फाइल्स पर बयान देना इस्राइली फिल्म मेकर को पड़ा भारी..
देश-विदेश: इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर बयान देकर विवादों में फंस गए हैं। फिल्म निर्माता 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के जूरी हेड हैं और उन्होंने अपने स्पीच में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘वल्गर’ बताया था, जिस वजह से सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया। लेकिन अब नादव लैपिड अपने इस बयान की वजह से कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील ने शिकायत दर्ज करवाई है।
सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे वकील विनोद जिंदल ने मंगलवार को नादव लैपिड के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। इस दौरान विनोद जिंदल ने आईएफएफआई के जूरी हेड नादव लैपिड पर आरोप लगाया है कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘अश्लील’ और ‘दुष्प्रचार’ कहकर कश्मीर में किए गए हिंदू समुदाय के बलिदान को कथित रूप से गाली दी है। विनोद जिंदल की शिकायत आईपीसी की धारा 121,153,153A और B, 295, 298 and 505 के तहत दर्ज की गई है।
एडवोकेट विनीत जिंदल ने अपने बयान में कहा कि नादव लैपिड द्वारा दिया गया बयान समूहों के बीच दुश्मनी भड़काने के उनके इरादे को दर्शाता है। एक सामाजिक कार्यकर्ता और हिंदू होने के नाते नादव लैपिड द्वारा दिए गए बयान से मेरी धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हुई हैं। इसके आगे विनीत जिंदल ने यह भी कहा कि इस्राइली फिल्म मेकर के इस बयान पर आईएफएफआई बाकी जूरी सदस्यों ने भी कुछ नहीं किया।
आपको बता दें कि नादव लैपिड ने आईएफएफआई में कहा, ‘फिल्म द कश्मीर फाइल्स से हम सभी परेशान और हैरान थे। यह मुझे एक प्रचार और अश्लील फिल्म की तरह लगी, जो इस तरह के प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए जरूरी नहीं है। मैं यहां पर आपके साथ इन भावनाओं को खुले तौर पर साझा करने में पूरी तरह से सहज महसूस कर रहा हूं। इस उत्सव की भावना में, हम निश्चित रूप से एक आलोचनात्मक चर्चा को भी स्वीकार कर सकते हैं, जो कला और जीवन के लिए आवश्यक है।’
टिहरी को सीएम धामी ने दी 126 करोड़ की सौगात..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी सोमवार को टिहरी जिले पहुंचे। सीएम ने अपने दौरे पर जिले को करोड़ो की सौगात दी है। इस दौरान उन्होंने धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र में 12658.40 लाख की लागत से 29 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही कई बड़ी घोषणाएं भी की है। सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को टिहरी जनपद के धनोल्टी विधान सभा के तहत नैनबाग के परोगी गांव में पहुंचे।यहां इन्होंने खेल संस्कृति समारोह में विकास गोष्ठी का शुभारंभ किया। इसका आयोजन अठजूला क्रीडा एवं सांस्कृतिक विकास समिति ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
बताया जा रहा है कि सीएम पुष्कर धामी ने परोगी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की स्वीकृति प्रदान करने और अठजूला क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समिति, परोगी नैनबाग जौनपुर, टिहरी गढ़वाल को इस साल महोत्सव के लिए 2 लाख रुपया देने की घोषणा की। सीएम ने जिन योजनाओं का लोकार्पण किया उसमे 2152.68 लाख की 7 योजनाएं और 10505.72 लाख की 22 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। जिसमें लम्बे समय से मांग की जा रही कांडी पम्पिंग पेयजल योजना भी शामिल है। सभी योजना जिसका शिलान्यास किया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम धामी ने कहा एनएच 507 लगवाड़ा बांध प्रभावित क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग को परोगी से लिंक करते हुए खरसोन क्यारी तक जोड़ने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है कि उनको पूर्ण किया जायेगा। राज्य सरकार सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक लोगों की सेवा के लिए तत्पर है।