जायसवाल ने जड़ा शानदार शतक
विशाखापट्टनम। टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरा और निर्णायक वनडे नौ विकेट से जीतकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। क्विंटन डिकॉक की शतकीय इनिंग के बावजूद मेहमान टीम बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर सकी और भारत ने यशस्वी जायसवाल की दमदार नाबाद सेंचुरी तथा रोहित शर्मा व विराट कोहली की प्रभावशाली पारियों की बदौलत 61 गेंद पहले ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
सीरीज की शुरुआत रांची में भारत की 17 रनों की जीत से हुई, जहां रोहित शर्मा और विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी ने टीम को 349 के मजबूत स्कोर तक पहुँचाया था। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 332 रन पर ढेर हो गई।
रायपुर में खेले गए दूसरे वनडे में कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ के शतकों ने भारत को 359 तक पहुँचाया, लेकिन एडेन मार्करम, ब्रेविस और ब्रीट्जके की उम्दा पारियों ने मेहमान टीम को चार विकेट से जीत दिला दी।
दोनों टीमों के बीच सीरीज 1-1 की बराबरी पर थी, और विशाखापट्टनम निर्णायक मुकाबले का गवाह बना, जहां भारतीय खिलाड़ी चमकते नजर आए।
लक्ष्य का पीछा—रोहित-यशस्वी ने संभाली कमान, कोहली ने किया काम पूरा
271 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत लाजवाब रही। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 155 रनों की साझेदारी कर मैच भारत की झोली में लगभग डाल दिया।
रोहित ने 75 रन की पारी खेलते हुए अपना 61वां वनडे अर्धशतक पूरा किया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20,000 रन के आंकड़े को भी छू लिया।
इसके बाद विराट कोहली मैदान पर आए और अपनी फॉर्म जारी रखते हुए तेजतर्रार बल्लेबाजी की। यशस्वी ने वनडे करियर का पहला शतक जड़ा और अंत तक नाबाद रहते हुए टीम इंडिया को जीत की दहलीज पार कराई।
यशस्वी ने 121 गेंदों पर 116* रन बनाए, जबकि कोहली 65* रन पर नाबाद लौटे। दक्षिण अफ्रीका की ओर से एकमात्र विकेट केशव महाराज ने लिया।
दक्षिण अफ्रीका की पारी—डिकॉक के शतक के बाद भारतीय गेंदबाजों की वापसी
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने क्विंटन डिकॉक (106) और कप्तान तेम्बा बावुमा (48) की 114 रनों की साझेदारी के बल पर शुरुआत तो मजबूत की, लेकिन मध्य और निचला क्रम भारतीय गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाया।
कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा ने चार-चार विकेट झटके और मेहमान टीम को 270 रनों पर रोक दिया।
दक्षिण अफ्रीका के अन्य बल्लेबाजों में ब्रेविस ने 29, ब्रीट्जके ने 24 और महाराज ने नाबाद 20 रन जोड़े।
भारत की ओर से अर्शदीप और जडेजा को एक-एक सफलता मिली।
विशाखापत्तनम- भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच शनिवार को विशाखापत्तनम में होने वाला तीसरा व अंतिम वनडे मुकाबला निर्णायक बन गया है। दोनों टीमें फिलहाल 1-1 की बराबरी पर हैं और इस मैच का नतीजा ही सीरीज का विजेता तय करेगा। टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला प्रतिष्ठा से भी जुड़ा हुआ है। मैच दोपहर डेढ़ बजे शुरू होगा।
भारतीय टीम की उम्मीदें एक बार फिर अपने अनुभवी स्तंभ—विराट कोहली और रोहित शर्मा—पर टिकी हैं। दोनों बल्लेबाज हाल के मुकाबलों में लाजवाब फॉर्म में दिखे हैं। कोहली पिछली तीन पारियों में दो शतक जड़ चुके हैं, जबकि रोहित के बल्ले से भी लगातार रन निकले हैं। टीम मैनेजमेंट को भरोसा है कि अनुभवी जोड़ी बड़े मैच में दबाव झेलकर टीम को आगे बढ़ाएगी।
टॉप ऑर्डर में ऋतुराज गायकवाड़ ने पिछले मैच में शतक जमाकर मजबूत दावा ठोका है, जबकि यशस्वी जायसवाल की खराब फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है। लेफ्ट-आर्म पेसर्स के खिलाफ उनकी कमजोरी लगातार उजागर हुई है, और दक्षिण अफ्रीका की मौजूदा गेंदबाजी में यह चुनौती और कठिन हो गई है। यदि जायसवाल एक बार फिर असफल रहे, तो भारत को ओपनिंग संयोजन पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।
विशाखापत्तनम की पिच बल्लेबाजों का साथ देने के लिए जानी जाती है। यहां भारत ने 10 में से 7 वनडे जीते हैं, लेकिन पिछला मुकाबला यहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार गया था। ओस इस मैच में अहम भूमिका निभा सकती है, इसलिए टॉस जीतना काफी मायने रखेगा। भारत की परेशानी यह है कि टीम पिछले 20 वनडे टॉस नहीं जीत पाई है।
प्लेइंग इलेवन में बदलाव की गुंजाइश भी बनी हुई है। माना जा रहा है कि वॉशिंगटन सुंदर को आराम दिया जा सकता है और उनकी जगह तिलक वर्मा अंतिम एकादश में शामिल हो सकते हैं, जो बल्लेबाजी के साथ स्पिन विकल्प भी देते हैं। हालांकि, ऋषभ पंत भी एक समानांतर विकल्प के रूप में मौजूद हैं।
गेंदबाजी में अर्शदीप सिंह ने लगातार प्रभावित किया है। प्रसिद्ध कृष्णा पिछले मैच में लय से भटके हुए दिखे थे, जबकि हर्षित राणा से भी टीम को अहम योगदान की उम्मीद है। अगर प्रबंधन बदलाव करता है तो नीतीश रेड्डी को ऑलराउंड विकल्प के तौर पर शामिल किया जा सकता है, हालांकि टीम को लगता है कि प्रसिद्ध कृष्णा को एक और मौका मिलना चाहिए।
दक्षिण अफ्रीका की बात करें तो टीम वनडे सीरीज जीतकर दौरे को शानदार तरीके से समाप्त करना चाहती है। हालांकि नांद्रे बर्गर और टोनी डी जॉर्जी की फिटनेस को लेकर असमंजस बरकरार है, क्योंकि दोनों पिछले मैच में चोटिल हुए थे। यदि ये खिलाड़ी बाहर रहते हैं, तो अफ्रीकी टीम की गेंदबाजी संयोजन पर असर पड़ सकता है।
संभावित टीम इंडिया (संक्षिप्त विकल्पों के साथ)
रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल/ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, केएल राहुल (कप्तान/विकेटकीपर), तिलक वर्मा/वॉशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, प्रसिद्ध कृष्णा/नीतीश रेड्डी।
दक्षिण अफ्रीका (संभावित)
तेम्बा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डिकॉक, एडेन मार्करम, रेयान रिकेलटन, डेवाल्ड ब्रेविस, मार्को यानसेन, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, ओटनील बार्टमैन, कॉर्बिन बॉश।
रांची जीत के बाद टीम इंडिया का आत्मविश्वास मजबूत
नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला आज यानि बुधवार को रायपुर में खेला जाएगा। रांची में पहला मैच जीतकर बढ़त बना चुकी टीम इंडिया अब इस मैच में जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम करने की मजबूत कोशिश करेगी। मुकाबले से पहले सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की है कि भारतीय टीम प्लेइंग-11 में बदलाव करती है या पहली जीत के बाद उसी संयोजन के साथ उतरने का फैसला लेती है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और कप्तान केएल राहुल की शानदार फॉर्म ने टीम को मजबूती दी है, लेकिन यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़ और वाशिंगटन सुंदर से उम्मीदें अभी बाकी हैं।
पहले मैच की रणनीति में बदलाव की उम्मीद कम
भारत ने रांची में पहले वनडे में तीन स्पिनर और तीन तेज गेंदबाजों के संयोजन के साथ मैदान में उतरकर दक्षिण अफ्रीका को 17 रन से हराया था। ऋषभ पंत को आराम देकर ऋतुराज को मौका मिला था, जबकि ऑलराउंडर स्लॉट में वाशिंगटन सुंदर को नीतीश रेड्डी पर तरजीह दी गई थी। टीम मैनेजमेंट इस मैच में बड़े बदलाव करने के मूड में नहीं दिख रही है। हालांकि, यदि बेंच स्ट्रेंथ आजमाने का मन बना तो ऋतुराज की जगह ऋषभ पंत की वापसी संभव है।
युवा बल्लेबाजों की फॉर्म बनी चिंता
एक ओर रोहित और कोहली मजबूत पिलर की तरह प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं युवा बल्लेबाजों की विफलता टीम की चिंता बढ़ा रही है। गायकवाड़ को चौथे नंबर पर भेजा गया था, लेकिन वह लय हासिल नहीं कर सके। वाशिंगटन सुंदर को एक बार फिर परिवर्तनशील बल्लेबाजी क्रम में भेजा गया, पर वह भी प्रभाव नहीं छोड़ पाए। गेंदबाजी में सुंदर सिर्फ तीन ओवर ही डाल सके और 18 रन दे बैठे। ऐसे में प्रबंधन उन्हें और मौके देने के पक्ष में दिख रहा है।
कोहली-रोहित पर बड़ी जिम्मेदारी
वनडे क्रिकेट में अब इन दोनों दिग्गजों को सीमित ही देखा जाता है, इसलिए उनका हर प्रदर्शन अहम होता है। पहले मैच में कोहली के 52वें वनडे शतक और रोहित शर्मा की 57 रन की महत्वपूर्ण पारी के दम पर टीम इंडिया को जीत मिली थी। सीरीज का यह दूसरा मैच भी काफी हद तक इन दोनों अनुभवी बल्लेबाजों पर निर्भर रहने वाला है, क्योंकि यही टीम को शुरू में स्थिरता और बाद में बड़ा स्कोर देने का आधार प्रदान करते हैं।
दक्षिण अफ्रीका में दो बड़े बदलाव संभव
पहले मैच में आराम दिए गए कप्तान तेम्बा बावुमा और स्पिनर केशव महाराज की वापसी की पूरी संभावना है। यदि बावुमा लौटते हैं तो टॉप ऑर्डर में टोनी डि जॉर्जी या ब्रिट्जके में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ सकता है। इन दोनों की मौजूदगी से दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी और गेंदबाजी संतुलन में सुधार आएगा।
रायपुर का रिकॉर्ड भारत के पक्ष में
रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम ने भारत को अब तक शानदार नतीजे दिए हैं। जनवरी 2023 में यहां खेले गए एकमात्र वनडे में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की धारदार गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड को सिर्फ 108 रन पर समेट दिया था और भारत ने मुकाबला आठ विकेट से जीत लिया था। इस मैदान पर टीम का आत्मविश्वास काफी ऊंचा है।
मैच से जुड़ी जरूरी जानकारी
दूसरा वनडे कब?
03 दिसंबर, बुधवार
कहां खेला जाएगा?
शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम, रायपुर
कितने बजे शुरू होगा?
दोपहर 1:30 बजे से (टॉस 1:00 बजे)
कहां देख सकते हैं?
स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क और जियोहॉटस्टार ऐप
हिना और कनिका की हैट्रिक
नामीबिया को हराकर भारत ने ग्रुप में किया टॉप
नई दिल्ली। जूनियर महिला हॉकी विश्व कप में भारत ने अपने अभियान की धमाकेदार शुरुआत करते हुए नामीबिया को 13-0 से मात देकर टूर्नामेंट में प्रभावशाली प्रदर्शन किया। भारतीय टीम की ओर से हिना बानो और कनिका सिवाच ने हैट्रिक दर्ज कर शानदार लय का प्रदर्शन किया। इस जीत के साथ भारत ने अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान मजबूत कर लिया है।
हिना (35′, 35′, 45′) और कनिका (12′, 30′, 45′) ने तीन-तीन गोल कर टीम के आक्रमण को धार दी। वहीं साक्षी राणा (10′, 23′) ने दो गोल किए। बिनीमा धन (14′), सोनम (14′), साक्षी शुक्ला (27′), इशिका (36′) और मनिशा (60′) ने भी एक-एक गोल कर स्कोरबोर्ड को लगातार आगे बढ़ाया।
पहला क्वार्टर: शुरुआती 15 मिनट में 4 गोल
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने पूरी तरह नियंत्रण बना लिया। पहले ही क्वार्टर में चार गोल कर भारत ने नामीबिया को बैकफुट पर धकेल दिया।
साक्षी ने रिवर्स फ्लिक से पहला गोल किया
कनिका ने दूसरा गोल दागा
बिनीमा ने तेज आक्रमण के साथ तीसरा गोल किया
सोनम ने चौथा गोल कर 4-0 की बढ़त पक्की कर दी
दूसरा क्वार्टर: बढ़त हुई दुगुनी
दूसरे क्वार्टर में भी भारत का दबदबा जारी रहा।
साक्षी ने शानदार दौड़ के बाद अपना दूसरा गोल दागा
पेनल्टी कॉर्नर पर एक और गोल जुड़ा
हाफ टाइम से पहले कनिका ने अपना दूसरा गोल कर भारत को 7-0 तक पहुंचाया
तीसरा क्वार्टर: दो हैट्रिक और दसवां गोल
तीसरे क्वार्टर में भारत का आक्रमण और तेज हुआ।
हिना ने लगातार दो गोल कर हैट्रिक की ओर कदम बढ़ाए
इशिका ने रिबाउंड पर टीम का दसवां गोल किया
हिना ने तीसरा गोल कर हैट्रिक पूरी की
कनिका ने भी पेनल्टी कॉर्नर पर अपनी हैट्रिक पूरी कर दी
भारत की बढ़त इस समय तक 12-0 हो चुकी थी।
चौथा क्वार्टर: अंतिम क्षणों में 13वां गोल
अंतिम क्वार्टर में भारत ने बेंच खिलाड़ियों को मौका दिया, लेकिन आक्रमण की गति कम नहीं हुई।
मनिशा ने पेनल्टी कॉर्नर पर अंतिम गोल कर भारत की धमाकेदार 13-0 की जीत पर मुहर लगा दी।
भारत को रजत पदक से करना पड़ा संतोष
नई दिल्ली। सुल्तान अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में बेल्जियम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को 1-0 से पराजित कर अपना पहला खिताब अपने नाम कर लिया। बेहद कड़े और रोमांच से भरे इस मुकाबले में निर्णायक गोल 34वें मिनट में थिब्यू स्टॉकब्रोक्स ने दागा, जिसके बाद भारतीय टीम बराबरी का गोल नहीं ढूंढ सकी और रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
टूर्नामेंट में दूसरी बार हिस्सा ले रही बेल्जियम टीम ने लगातार आक्रामक हॉकी खेलते हुए भारत को कई मौकों पर दबाव में रखा। वहीं भारतीय टीम, जिसने सेमीफाइनल में कनाडा पर 14-3 की बड़ी जीत दर्ज की थी, फाइनल में अपने तीनों पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाई। पूरे टूर्नामेंट में पेनल्टी कॉर्नर पर प्रभावी दिखे जुगराज सिंह, अमित रोहिदास और संजय बेल्जियम की सुदृढ़ रक्षा पंक्ति के सामने फाइनल में लय नहीं पकड़ सके।
लीग चरण में भी भारत को बेल्जियम से 2-3 की हार मिली थी और फाइनल में मिली हार टूर्नामेंट की उनकी दूसरी शिकस्त रही। मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों पर बड़ी जिम्मेदारी थी, जिन्होंने अच्छा संघर्ष दिखाया लेकिन निर्णायक क्षणों में गोल नहीं कर पाए।
फाइनल की शुरुआत से ही बेल्जियम की टीम ने गेंद पर नियंत्रण बनाकर खेल की गति तय की। उनके तेज आक्रमणों ने भारतीय डिफेंस को शुरुआती मिनटों में सतर्क रहने पर मजबूर किया और भारतीय गोलकीपर को कई महत्वपूर्ण बचाव करने पड़े। भारत ने पहले क्वार्टर के बाद वापसी की कोशिश की, लेकिन बेल्जियम ने मिडफील्ड में बढ़त बनाए रखी और भारत को संयोजित आक्रमण नहीं करने दिया।
हाफ टाइम तक दोनों टीमें गोल रहित रहीं, लेकिन दूसरे हाफ में बेल्जियम का संयम और रणनीति काम आई। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में स्टॉकब्रोक्स का गोल मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। अंतिम क्वार्टर में भारत ने बराबरी की तलाश में लगातार दबाव बनाया, कई अच्छे मूव तैयार किए, लेकिन बेल्जियम की दीवार जैसे डिफेंस को भेद नहीं सके।
इस जीत के साथ बेल्जियम ने पहली बार सुल्तान अजलन शाह कप अपने नाम किया, जबकि भारत को उपविजेता रहकर टूर्नामेंट खत्म करना पड़ा।
भारत का अगला मुकाबला अब ओमान से
चेन्नई। जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में भारत ने अपने अभियान की धमाकेदार शुरुआत करते हुए चिली को 7-0 से करारी शिकस्त दी। मैच की शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ियों ने आक्रामक खेल दिखाया और पूरे मुकाबले पर दबदबा बनाए रखा। टीम के रोशन खुजुर और दिलराज सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो-दो गोल दागकर भारत की बड़ी जीत की नींव रखी।
भारतीय टीम की ओर से रोशन ने 16वें और 21वें मिनट में लगातार दो मैदानी गोल किए, जबकि दिलराज ने 25वें और 34वें मिनट में गोल कर बढ़त को और मजबूत किया। दूसरे हाफ में भी भारत का दबदबा जारी रहा और अजीत यादव (35वें मिनट), अनमोल एक्का (48वें मिनट) और कप्तान रोहित (60वें मिनट) ने गोल कर स्कोर 7-0 कर दिया।
भारत का अगला मुकाबला ओमान से
पूल-बी में शामिल भारतीय टीम अब ओमान के खिलाफ अपना दूसरा मुकाबला खेलेगी। यह टूर्नामेंट चेन्नई और मदुरै में संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। प्रतियोगिता की शुरुआत शुक्रवार से हुई है, जबकि फाइनल 10 दिसंबर को खेला जाएगा।
अन्य मुकाबलों में जर्मनी और स्पेन की बड़ी जीत
टूर्नामेंट के अन्य मैचों में गत चैंपियन जर्मनी ने दक्षिण अफ्रीका को 4-0 से हराते हुए विजयी शुरुआत की। जर्मनी के जस्टस वारवेग ने 19वें और 56वें मिनट में दो मैदानी गोल करते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। बेन हैशबैक (43वां मिनट) और पॉल ग्लेंडर (44वां मिनट) ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागे।
पूल-ए के पहले मुकाबले में आयरलैंड ने रोमांचक खेल दिखाते हुए कनाडा को 4-3 से मात दी। वहीं, पूल-डी के एकतरफा मैचों में स्पेन ने मिस्र को 8-0 से हराया, जबकि बेल्जियम ने नामीबिया पर 12-1 से बड़ी जीत दर्ज की।
नवी मुंबई और वडोदरा में होगा महिला प्रीमियर लीग 2026 का पूरा सीजन
नई दिल्ली। महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2026 का शेड्यूल आधिकारिक रूप से जारी कर दिया गया है। टूर्नामेंट 9 जनवरी से शुरू होकर 5 फरवरी को फाइनल मुकाबले के साथ समाप्त होगा। इस बार सभी मैच नवी मुंबई और वडोदरा में आयोजित किए जाएंगे, जहां लीग का आयोजन दो चरणों में होगा।
महिला प्रीमियर लीग के चेयरपर्सन जयेश जॉर्ज ने मेगा नीलामी के दौरान जानकारी दी कि आगामी सीजन का पहला चरण नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा, जिसके बाद टूर्नामेंट का कारवां वडोदरा पहुंचेगा। वडोदरा में 5 फरवरी को फाइनल मुकाबला आयोजित किया जाएगा।
पिछले सीजन की चैंपियन मुंबई इंडियंस खिताब बचाने के इरादे से मैदान में उतरेगी। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुआई में टीम ने WPL 2025 में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर दूसरी बार ट्रॉफी जीती थी। मुंबई ने 2023 में भी खिताब अपने नाम किया था। वहीं, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु अब तक एक बार (2024) चैंपियन रही है।
गुवाहाटी में 408 रन से हार; टीम इंडिया को मिली घरेलू टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी शिकस्त
नई दिल्ली। भारत को घरेलू मैदान पर एक बार फिर कड़वा अनुभव मिला है। दक्षिण अफ्रीका ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को पूरी तरह पछाड़ते हुए 2-0 से क्लीन स्वीप कर दिया। कोलकाता में 30 रन की हार के बाद गुवाहाटी टेस्ट में मिली 408 रन की करारी शिकस्त ने भारतीय टीम के प्रदर्शन पर बड़े प्रश्न खड़े कर दिए। यह हार घरेलू टेस्ट इतिहास में भारत की सबसे बड़ी हार साबित हुई। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने 25 साल बाद भारतीय जमीन पर टेस्ट सीरीज जीतकर नया इतिहास रच दिया।
दक्षिण अफ्रीका ने 2000 के बाद पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज जीती है और दूसरी बार टीम इंडिया को क्लीन स्वीप कर बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। इससे पहले भी वर्ष 2000 में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को अपने ही घर में 2-0 से मात दी थी। अब 2025 में यह उपलब्धि दोहराकर दक्षिण अफ्रीका भारत को अपनी ही धरती पर दो बार टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ करने वाली पहली टीम बन गई है।
भारत अपने घर में अब तक तीन बार क्लीन स्वीप झेल चुका है—दो बार दक्षिण अफ्रीका और एक बार न्यूजीलैंड के खिलाफ।
भारत–दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट इतिहास
टेस्ट मुकाबलों में दोनों टीमों की प्रतिद्वंद्विता 1992-93 से शुरू होती है। अब तक खेले गए 17 द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में से भारत केवल 4 बार ही विजेता बन पाया है, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 9 सीरीज अपने नाम की हैं। 4 सीरीज ड्रॉ पर समाप्त हुईं। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका का दबदबा लगातार बना हुआ है।
घरेलू मैदान पर भारत का घटता वर्चस्व
दक्षिण अफ्रीकी परिस्थितियों में जहां भारत हमेशा संघर्ष करता रहा है, वहीं घरेलू मैदान पर टीम इंडिया का प्रदर्शन अब तक मजबूत माना जाता था। इस हार से पहले भारत अपने घर पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार चार टेस्ट सीरीज जीत चुका था।
हालांकि इस बार मिली करारी हार ने साफ कर दिया है कि भारतीय टीम का घरेलू वर्चस्व भी अब कमजोर पड़ रहा है।
भारत ने घरेलू धरती पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कुल 8 टेस्ट सीरीज खेली हैं—जिनमें से 4 भारत ने जीतीं, 2 दक्षिण अफ्रीका के नाम रहीं और 2 ड्रॉ रहीं। वहीं दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 9 सीरीज में भारत एक भी नहीं जीत पाया। 7 सीरीज प्रोटियाज ने जीतीं और 2 ड्रॉ रहीं।
भारत की पिछली जीत कब आई थी?
भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1996, 2004, 2015 और 2019 में टेस्ट सीरीज जीती थीं। ऐसे में भारत की दक्षिण अफ्रीका पर आखिरी सीरीज जीत को अब छह साल से ज्यादा समय हो गया है। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को भारतीय जमीन पर सीरीज जीतने का यह केवल दूसरा मौका मिला है—पहला 2000 में, और अब 2025 में।
भारतीय महिला कबड्डी टीम ने अपराजित रहकर जीता विश्व कप 2025 का ख़िताब
पीएम मोदी ने दी महिलाओं को बधाई
नई दिल्ली। भारतीय महिला कबड्डी टीम ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना परचम लहराते हुए इतिहास रच दिया। कबड्डी विश्व कप के खिताबी मुकाबले में भारत ने चीनी ताइपे को 35-28 से हराकर लगातार दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया। पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम का दबदबा देखने को मिला—ग्रुप चरण के सभी मुकाबले जीतकर टीम ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया और वहां ईरान को 33-21 से मात देकर फाइनल में जगह पक्की की। दूसरी ओर चीनी ताइपे ने भी अपराजित रहते हुए ग्रुप से आगे बढ़कर सेमीफाइनल में मेजबान बांग्लादेश को 25-18 से हराकर फाइनल तक पहुंच बनाई।
पीएम मोदी ने दी महिलाओं को बधाई
भारतीय टीम की इस शानदार उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर पूरे दल को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि विश्व कप 2025 जीतकर खिलाड़ियों ने देश को गर्व से भर दिया है।
कोचों ने खिलाड़ियों के जज्बे की तारीफ की
हरियाणा स्टीलर्स के मुख्य कोच मनप्रीत सिंह ने जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि भारतीय महिला टीम का आत्मविश्वास, फिटनेस और टीमवर्क अद्भुत रहा। उनके मुताबिक, इस स्तर पर लगातार प्रदर्शन करना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है और पूरी टीम व सपोर्ट स्टाफ इसकी हकदार है।
वहीं पुनेरी पल्टन के मुख्य कोच अजय ठाकुर ने कहा कि ढाका में लगातार दूसरा विश्व कप जीतना महिला कबड्डी की मजबूती और विकास का प्रमाण है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में यह खेल वैश्विक स्तर पर और अधिक लोकप्रियता हासिल करेगा।
टीम की कमान केएल राहुल के हाथों में सौंपी गई
जडेजा और पंत की वापसी, बुमराह–सिराज को आराम
नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए बीसीसीआई ने टीम की घोषणा कर दी है। चयनकर्ताओं ने इस बार अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलित मिश्रण तैयार किया है। कोलकाता टेस्ट के दौरान लगी चोट के कारण कप्तान शुभमन गिल को आराम दिया गया है, वहीं टीम की कमान केएल राहुल के हाथों में सौंपी गई है। ऋषभ पंत उपकप्तान की भूमिका निभाएंगे।
टीम संयोजन में दिखा संतुलन
घोषित 15 सदस्यीय स्क्वाड में कुल आठ बल्लेबाज, तीन ऑलराउंडर, तीन तेज गेंदबाज और एक स्पेशलिस्ट स्पिनर को शामिल किया गया है। शीर्ष क्रम में रोहित शर्मा, विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल जैसी मजबूत बल्लेबाजी ताकत मौजूद है। मध्यक्रम में तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़ और ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ी टीम को फ्लेक्सिबिलिटी देंगे। विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी केएल राहुल और ऋषभ पंत के पास रहेगी।
ऑलराउंडर विभाग में रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर और नीतीश कुमार रेड्डी पर भरोसा जताया गया है। पेस अटैक का नेतृत्व अर्शदीप सिंह करेंगे, जिनका साथ प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा देंगे। स्पिन विभाग की कमान कुलदीप यादव संभालेंगे।
राहुल संभालेंगे कमान, गिल और श्रेयस बाहर
गर्दन में चोट के बाद शुभमन गिल को आराम दिया गया है और वे अभी मुंबई में मेडिकल टीम की निगरानी में हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लगी चोट के चलते श्रेयस अय्यर को भी इस सीरीज में शामिल नहीं किया गया है। दोनों खिलाड़ियों की रिकवरी पर चयन समिति करीबी नजर बनाए हुए है।
जडेजा-पंत की वापसी से टीम मजबूत
एक लंबा अंतराल के बाद रवींद्र जडेजा की वनडे टीम में वापसी हुई है। पिछले कुछ समय से उन्हें सीमित ओवरों में अवसर नहीं मिला था, लेकिन इस बार वे टीम में मुख्य ऑलराउंडर की भूमिका में नजर आएंगे। इसी तरह विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत भी वापसी कर रहे हैं, जो मध्यक्रम में टीम को स्थिरता और आक्रामकता दोनों देंगे।
बुमराह-सिराज को मिला आराम, शमी फिर बाहर
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में लगातार गेंदबाजी के कारण जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को विश्राम दिया गया है, ताकि उनके वर्कलोड को मैनेज किया जा सके। इस बीच तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को एक बार फिर जगह नहीं मिल पाई है, हालांकि घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है।
वनडे सीरीज का पूरा शेड्यूल
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट श्रृंखला समाप्त होने के बाद वनडे मुकाबले खेले जाएंगे।
पहला वनडे: 30 नवंबर – रांची
दूसरा वनडे: 2 दिसंबर – रायपुर
तीसरा वनडे: 6 दिसंबर – विशाखापत्तनम
तीन मैचों की ये श्रृंखला दोनों टीमों के लिए आने वाले साल की तैयारियों का अहम हिस्सा मानी जा रही है।
