नई दिल्ली- भारतीय धावक अमर सिंह देवंदा ने बैंकॉक में आयोजित एशिया ओशिनिया 100 किमी अल्ट्रा रनिंग चैम्पियनशिप में देश का नाम रोशन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया। उन्होंने 100 किमी की कठिन दौड़ को 6 घंटे 59 मिनट 37 सेकंड में पूरा कर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज किया। यह प्रतिष्ठित चैम्पियनशिप इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ अल्ट्रारनर्स के तत्वावधान में संपन्न हुई।
रविवार को भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी कि अमर सिंह देवंदा का यह प्रदर्शन भारतीय अल्ट्रा रनिंग इतिहास में एक मील का पत्थर है। महासंघ ने लिखा कि देवंदा की रिकॉर्डतोड़ दौड़ ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की उपस्थिति को और मजबूत किया है।
इस प्रतियोगिता में भारत से कुल 11 एथलीटों की टीम उतरी थी, जिसमें सौरव कुमार रंजन, गीनो एंटनी, वेलु पेरुमल, योगेश सनप, जयद्रथ, आरती झंवर, रणजी सिंह, सिंधु उमेश, नामग्याल ल्हामो और तेनजिन डोल्मा शामिल थे।
खिताब की दहलीज पर लक्ष्य सेन, अब तानाका या लिन से होगा रोमांचक फाइनल मुकाबला
नई दिल्ली। भारत के उभरते बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 में दमदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष एकल के फाइनल में कदम रख दिया है। शनिवार को हुए रोमांचक सेमीफाइनल में लक्ष्य ने दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी और टूर्नामेंट के दूसरे वरीय चौ तिएन-चेन को कड़े मुकाबले में 17-21, 24-22, 21-16 से मात देकर अपनी प्रतिभा और मानसिक मजबूती का शानदार परिचय दिया। करीब 86 मिनट तक चले इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी का जुझारूपन साफ झलकता रहा।
पहला गेम: शुरुआती दबदबा चेन के नाम
मुकाबले की शुरुआत लक्ष्य के लिए उम्मीद के अनुरूप नहीं रही। धीमी शुरुआत का फायदा उठाते हुए चेन ने आक्रामक खेल दिखाया और 11-6 की मजबूत बढ़त बना ली। लक्ष्य ने कुछ बेहतरीन शॉट लगाकर वापसी की कोशिश की, लेकिन unforced errors ने उन्हें नुकसान पहुंचाया और पहला गेम 17-21 से उनके हाथ से निकल गया।
दूसरा गेम: संघर्ष, रणनीति और शानदार वापसी
दूसरे गेम में लक्ष्य ने अपनी लय वापस पाई। दोनों खिलाड़ियों के बीच लंबी रैलियाँ और तेज़ तर्रार नेट गेम देखने को मिला। स्कोर कई बार बराबरी पर पहुंचा, लेकिन निर्णायक क्षणों में लक्ष्य के दमदार स्मैश और संयमित खेल ने उन्हें 24-22 से गेम जीतने में मदद की। यह जीत मैच को पूरी तरह नई दिशा में ले गई।
तीसरा गेम: गति, फिटनेस और जीत की चमक
निर्णायक गेम में लक्ष्य ने तेज़-तर्रार शुरुआत की और 6-1 की बढ़त हासिल कर चेन पर दबाव बना दिया। अनुभवी ताइपे खिलाड़ी तीसरे गेम में थके हुए नजर आए, जबकि लक्ष्य हर शॉट पर पूरा नियंत्रण रखते हुए खेलते दिखे। शानदार नेट ड्रॉप्स और सटीक स्मैश की बदौलत उन्होंने अंतिम गेम 21-16 और मैच अपने नाम किया।
फाइनल में महत्वपूर्ण चुनौती
अब खिताबी मुकाबले में लक्ष्य सेन का सामना या तो जापान के युशी तानाका से होगा या चीनी ताइपे के पाँचवीं वरीयता वाले लिन चुने-यी से। इस सीजन लक्ष्य अभी तक कोई खिताब नहीं जीत पाए हैं, ऐसे में यह फाइनल उनके लिए खिताबी सूखे को खत्म करने का बड़ा मौका है।
पहले गेम में कड़ा संघर्ष, दूसरे में दबदबा—लक्ष्य सेन की शानदार लय
नई दिल्ली। सिडनी में चल रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत के उभरते स्टार लक्ष्य सेन ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने अपने साथी भारतीय खिलाड़ी आयुष शेट्टी को सीधे सेटों में मात देकर इस सत्र की सबसे प्रभावशाली जीतों में से एक दर्ज की। 23-21, 21-11 के अंतर से मिली इस जीत ने लक्ष्य के आत्मविश्वास को नई मजबूती दी है, खासकर ऐसे समय में जबकि वे अब तक इस सीजन में कोई खिताब नहीं जीत पाए थे।
रोमांच से भरा पहला गेम
क्वार्टर फाइनल का पहला गेम दोनों भारतीय खिलाड़ियों के बीच जोरदार मुकाबला साबित हुआ। शुरुआत में शेट्टी ने तेजी से अंक जुटाकर 9-6 की बढ़त बना ली, लेकिन लक्ष्य सेन ने रैलियों में अपनी क्लीन स्ट्राइक और नियंत्रण दिखाते हुए मैच की दिशा पलट दी। लगातार चार अंक बटोरकर उन्होंने बढ़त हासिल की, जिसके बाद दोनों खिलाड़ी 21-21 पर बराबरी तक पहुंचे। निर्णायक पलों में लक्ष्य ने बेहतर संयम का प्रदर्शन किया और गेम 23-21 से जीत लिया।
दूसरे गेम में लक्ष्य का एकतरफा खेल
दूसरे गेम में लक्ष्य की पूरी लय नजर आई। तेज शुरुआत करते हुए उन्होंने 6-1 की बढ़त बनाई और शेट्टी को मैच में वापसी का कोई मौका नहीं दिया। स्कोर 15-7 होने के बाद मुकाबला लगभग लक्ष्य के पक्ष में तय हो गया और उन्होंने 21-11 से गेम जीतकर सेमीफाइनल का टिकट पक्का कर लिया।
अब बड़ी चुनौती: चोउ तियेन चेन से भिड़ंत
सेमीफाइनल में लक्ष्य सेन का सामना टूर्नामेंट के दूसरे वरीय चीनी ताइपे के चोउ तियेन चेन से होगा, जो विश्व रैंकिंग में 9वें स्थान पर हैं। चेन ने अपने क्वार्टर फाइनल में फरहान अल्वी को तीन गेम के संघर्षपूर्ण सेटों में हराया था। यह मुकाबला लक्ष्य के लिए सत्र का सबसे चुनौतीपूर्ण मैच माना जा रहा है।
अन्य भारतीयों का हाल
इस दौर में पुरुष सिंगल्स में लक्ष्य ही एकमात्र भारतीय खिलाड़ी बचे हैं, जबकि एचएस प्रणय और किदांबी श्रीकांत पहले ही बाहर हो चुके हैं। पुरुष डबल्स में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की शीर्ष वरीय भारतीय जोड़ी क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की फजर अल्फियान–मोहम्मद फिक्रि जोड़ी से भिड़ेगी। यह मुकाबला भी कड़े संघर्ष वाला माना जा रहा है।
जिम्बाब्वे-नामीबिया करेंगे मेजबानी, 41 मैचों में भिड़ेंगी 16 टीमें
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 2025 में होने वाले अंडर-19 विश्व कप का पूरा कार्यक्रम जारी कर दिया है। आगामी टूर्नामेंट 15 जनवरी से 6 फरवरी तक जिम्बाब्वे और नामीबिया की मेजबानी में खेला जाएगा। 16 टीमों के इस बड़े आयोजन में कुल 41 मुकाबले होंगे और फाइनल का रोमांचक मुकाबला हरारे स्पोर्ट्स क्लब में संपन्न होगा। खास बात यह है कि भारत और पाकिस्तान को अलग-अलग ग्रुप में रखा गया है।
टूर्नामेंट की संरचना के अनुसार, सभी 16 टीमों को चार ग्रुपों में बांटा गया है, जहां हर ग्रुप में चार टीमें शामिल होंगी। लीग चरण के बाद सुपर सिक्स फॉर्मेट होगा, जिसके आधार पर चार टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी और अंततः विजेता का फैसला फाइनल में होगा। टूर्नामेंट के पहले दिन भारत अपना अभियान अमेरिका के खिलाफ शुरू करेगा, जबकि मेजबान जिम्बाब्वे का मुकाबला स्कॉटलैंड से होगा। वहीं तंजानिया इस विश्व कप में अपना डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से करेगी।
आईसीसी अंडर-19 विश्व कप का पूरा कार्यक्रम-

मैचों का आयोजन पांच अलग-अलग स्थलों पर होगा। जिम्बाब्वे में हरारे स्पोर्ट्स क्लब, ताकाशिंगा स्पोर्ट्स क्लब और क्वींस स्पोर्ट्स क्लब को तैयार किया गया है। वहीं नामीबिया में एचपी ओवल और नामीबिया क्रिकेट ग्राउंड मुकाबलों की मेजबानी करेंगे।
ग्रुपिंग इस प्रकार है—भारत को ग्रुप ए में अमेरिका, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है। ग्रुप बी में जिम्बाब्वे, पाकिस्तान, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड शामिल हैं। मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ग्रुप सी में आयरलैंड, जापान और श्रीलंका के साथ है। ग्रुप डी में अफगानिस्तान, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और तंजानिया को शामिल किया गया है।
ICC द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, भारत 15 जनवरी को अमेरिका, 17 जनवरी को बांग्लादेश और 24 जनवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगा। टीम इंडिया के तीनों लीग मैच बुलावायो में आयोजित किए जाएंगे। पहले दौर से प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष तीन टीमें सुपर सिक्स में पहुंचेंगी और वहां दो समूह बनाए जाएंगे, जिनमें से शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगी।
नई दिल्ली। दोहा में खेले गए एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 के महत्वपूर्ण मुकाबले में भारत ए टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए ओमान ए को छह विकेट से हराया और सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली। इस जीत के साथ भारत ए ग्रुप बी से अंतिम-चार में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन गई है। इससे पहले पाकिस्तान शाहीन्स ने नॉक आउट में प्रवेश किया था।
भारत ए की जीत और ग्रुप स्थिति
ओमान ए द्वारा दिए गए 136 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजों ने पूरी मजबूती दिखाई और 17.5 ओवर में ही जीत दर्ज कर ली। कप्तान जितेश शर्मा की अगुआई में टीम ने ग्रुप स्टेज में तीन में से दो मैच जीतकर चार अंक हासिल किए और शानदार नेट रन रेट के सहारे दूसरे स्थान पर रही। वहीं पाकिस्तान टीम तीनों मुकाबले जीतकर ग्रुप बी में शीर्ष पर रही।
अब सेमीफाइनल में भारत ए का सामना ग्रुप ए की शीर्ष टीम से होगा, जबकि पाकिस्तान ग्रुप ए की दूसरे स्थान वाली टीम से भिड़ेगा। दोनों सेमीफाइनल मुकाबले 21 नवंबर को दोहा में ही खेले जाएंगे।
हर्ष दुबे की शानदार पारी बनी भारत की रीढ़
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत कमजोर रही, लेकिन चौथे नंबर पर आए हर्ष दुबे ने मोर्चा संभालते हुए मैच को भारत की ओर मोड़ दिया। उन्होंने 41 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और अंत तक नाबाद रहते हुए 53 रन की प्रभावशाली पारी खेली।
उनके साथ नमन धीर (30) और नेहल वढेरा (23) ने भी अहम योगदान दिया। ओमान की ओर से ओडेड्रा, शाफिक, समय और आर्यन ने एक-एक विकेट झटके।
ओमान की पारी—वसीम अली का संघर्ष बेकार
ओमान ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी शुरू की और शुरुआती साझेदारी अच्छी रही। कप्तान हम्माद मिर्जा (32) और करन सोनावले ने टीम को ठीक शुरुआत दी, लेकिन बीच के ओवरों में विकेट लगातार गिरते रहे।
वसीम अली ने एक छोर संभालते हुए नाबाद 54 रन की पारी खेली और टीम को 135 तक पहुंचाया। ओमान के तीन बल्लेबाज दोहरी संख्या तक नहीं पहुंच सके, जबकि दो खिलाड़ी बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
भारत के गेंदबाजों में गुरजपनीत सिंह और सुयश शर्मा ने दो-दो विकेट चटकाए। विशक, हर्ष और नमन ने 1-1 सफलता हासिल की।
नॉर्वे ने इटली को 4-1 से हराकर रचा नया इतिहास
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में रोमांच और बड़ा उलटफेर देखने को मिला। यूरोप से लेकर अफ्रीका तक कई महत्वपूर्ण मुकाबलों ने विश्व कप क्वालिफिकेशन की तस्वीर बदल दी। नॉर्वे ने इटली को 4-1 से हराकर 28 साल बाद विश्व कप में प्रवेश कर लिया, जबकि अफ्रीका में कांगो रिपब्लिक ने नाइजीरिया को पेनल्टी शूटआउट में मात देकर इतिहास रच दिया।
हालंद की धमाकेदार फॉर्म, नॉर्वे की ऐतिहासिक वापसी
मिलान के प्रतिष्ठित मैदान में खेले गए निर्णायक मुकाबले में नॉर्वे ने किसी भी दबाव को अपने खेल पर हावी नहीं होने दिया। दो मिनट के अंतराल में एर्लिंग हालंद के लगातार दो गोलों ने मैच का रूख ही बदल दिया। नॉर्वे ने ग्रुप में सभी मुकाबले जीतकर 24 अंक हासिल किए और 1998 के बाद पहली बार विश्व कप का टिकट पा लिया। दिलचस्प बात यह है कि 1998 में जब नॉर्वे ने विश्व कप खेला था, तब हालंद के पिता टीम का हिस्सा थे।
नॉर्वेजियन कोच स्टेल सोलबेक्कन ने जीत के बाद कहा— “हमने सिर्फ क्वालिफाई नहीं किया, बल्कि टीम ने ऐसा खेल दिखाया है जिस पर पूरा देश गर्व कर सकता है।”
इटली फिर संकट में, तीसरी बार वर्ल्ड कप से बाहर होने का खतरा
सात मिनट में बढ़त लेने वाली इटली शुरुआती सफलता को लंबा नहीं खींच पाई। नुसा के बराबरी वाले गोल के बाद इटली की डिफेंस बिखरती चली गई और अंततः इंजरी टाइम में नॉर्वे ने चौथा गोल भी ठोक दिया। इटली पिछली दो बार (2018 और 2022) विश्व कप से बाहर रहा था और अब तीसरी बार भी बाहर होने का खतरा बढ़ गया है। टीम अब प्ले-ऑफ के जरिए मौका तलाशेगी।
कोच गेन्नारो गट्टूसो ने निराशा जताते हुए कहा— “टीम को खुद को मानसिक और रणनीतिक रूप से फिर से तैयार करना होगा। अगला मैच बहुत दूर है, यह चुनौती आसान नहीं होगी।”
कांगो का चमत्कार, नाइजीरिया की उम्मीदें टूटीं
अफ्रीका में हुए सबसे नाटकीय मुकाबले में कांगो रिपब्लिक ने नाइजीरिया को 4-3 से पेनल्टी में हराकर बड़ा उलटफेर किया।
निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 रहा, लेकिन एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी फैसला नहीं हो सका। बारिश से बाधित इस मैच में कांगो के कप्तान शांसल मबेंबा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया।
सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब कांगो ने आखिरी मिनट में अपना दूसरा गोलकीपर उतारा— और उन्होंने आते ही दो पेनल्टी बचाकर मैच का हीरो बन गए।
कांगो 1974 (तब देश का नाम ‘जैरे’) के बाद पहली बार विश्व कप के इतने करीब पहुंचा है।
नाइजीरिया की मजबूत शुरुआत भी काम न आई
तीसरे ही मिनट में गोल कर बढ़त लेने वाली नाइजीरियाई टीम ओसिमेन के चोटिल होकर बाहर होने के बाद लड़खड़ा गई।
उसके बाद अटैक कमजोर होता गया और पेनल्टी शूटआउट में दबाव के आगे टीम टिक नहीं पाई। अब कांगो अगले चरण में दो स्थानों के लिए छह टीमों के बीच होने वाली टक्कर में खेलेगा।
फीफा विश्व कप 2026—अब तक क्वालिफाई करने वाली टीमें
अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में होने वाले 2026 विश्व कप में पहली बार 48 टीमें हिस्सा लेंगी। अब तक कुल 32 टीमें क्वालिफाई कर चुकी हैं:
मेज़बान
कनाडा, मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका
एशिया
ऑस्ट्रेलिया, ईरान, जापान, जॉर्डन, कतर, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, उज्बेकिस्तान
अफ्रीका
अल्जीरिया, केप वर्ड, मिस्र, घाना, आइवरी कोस्ट, मोरक्को, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया
यूरोप
क्रोएशिया, इंग्लैंड, फ्रांस, नॉर्वे, पुर्तगाल
दक्षिण अमेरिका
अर्जेंटीना, ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर, पराग्वे, उरुग्वे
ओशिनिया
न्यूजीलैंड
क्वार्टरफाइनल में अब पूर्व विश्व चैंपियन लो कियान यू से भिड़ेंगे लक्ष्य सेन
नई दिल्ली। भारत के युवा बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने जापान में जारी कुमामोटो मास्टर्स 2025 में एक और धमाकेदार जीत दर्ज की है। पुरुष एकल वर्ग के प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में उन्होंने सिंगापुर के जिया हेंग जेसन तेह को सीधे सेटों में 21-13, 21-11 से हराकर अंतिम आठ में जगह बनाई। यह मुकाबला महज 39 मिनट चला, जिसमें लक्ष्य ने शुरुआत से अंत तक अपने आक्रामक खेल और बेहतरीन नियंत्रण से विरोधी को कोई मौका नहीं दिया।
पहले गेम में संघर्ष, फिर छाई भारतीय शटलर की बादशाही
पहले गेम की शुरुआत में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। जेसन तेह ने शुरुआत में कुछ बेहतरीन रिटर्न लगाकर लक्ष्य को रोकने की कोशिश की, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने लय पकड़ते ही शानदार स्मैश और नेट प्ले से बढ़त बना ली। ब्रेक तक स्कोर 11-10 था, जिसके बाद लक्ष्य ने लगातार 7 अंक हासिल करते हुए पहला गेम आसानी से अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में लक्ष्य का दबदबा, सटीक शॉट्स से किया मैच पर कब्जा
दूसरे गेम में लक्ष्य सेन ने पूरी तरह से एकतरफा खेल दिखाया। शुरुआती दौर में ही उन्होंने 5-0 की लीड बनाकर सिंगापुर के खिलाड़ी को दबाव में ला दिया। इंटरवल तक स्कोर 11-3 पहुंच चुका था। इसके बाद लक्ष्य ने लगातार सटीक ड्रॉप शॉट्स और स्मैश के साथ मुकाबले को 21-11 से खत्म किया।
अब मुकाबला पूर्व विश्व चैंपियन लो कियान यू से
क्वार्टरफाइनल में लक्ष्य सेन का अगला सामना सिंगापुर के ही पूर्व विश्व चैंपियन लो कियान यू से होगा। यह मैच टूर्नामेंट का सबसे रोमांचक मुकाबला माना जा रहा है।
वहीं, भारत के एचएस प्रणय भी दिन के दूसरे मुकाबले में डेनमार्क के रास्मस जेम्के से भिड़ेंगे। भारतीय प्रशंसकों को दोनों खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है।
सम्राट राणा ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में चीन के हू काई को मामूली अंतर से दी मात
महिला स्पर्धा में निराशा, मनु भाकर और ईशा सिंह चूकीं पदक से
नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज सम्राट राणा ने आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। हरियाणा के करनाल के रहने वाले सम्राट ने फाइनल में 243.7 अंक हासिल कर चीन के हू काई (243.3) को कड़ी टक्कर दी और मामूली अंतर से पछाड़ दिया।
वरुण तोमर को मिला कांस्य पदक
उत्तर प्रदेश के बागपत के निशानेबाज वरुण तोमर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 221.7 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया। यह मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें तीनों निशानेबाजों की स्थिति आख़िरी राउंड तक लगातार बदलती रही।
शानदार फॉर्म में सम्राट राणा
सम्राट राणा पिछले एक साल से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। अपने पिता से प्रशिक्षण लेने वाले सम्राट करनाल के डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। पिछले वर्ष उन्होंने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं हाल ही में चीन के निंगबो में हुए आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल के लिए वह मामूली अंतर से क्वालीफाई नहीं कर पाए थे। इस बार उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में 586 का स्कोर बनाकर अपने इरादे साफ कर दिए और फाइनल में दबदबे के साथ गोल्ड अपने नाम किया।
महिलाओं की स्पर्धा में निराशा
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर और ईशा सिंह से पदक की उम्मीदें थीं, लेकिन दोनों इस बार फाइनल में पदक जीतने से चूक गईं।
मनु भाकर, जो पेरिस ओलंपिक में व्यक्तिगत और मिश्रित टीम इवेंट में कांस्य पदक जीत चुकी हैं, फाइनल में अच्छा प्रदर्शन कर रही थीं, लेकिन 14वें निशाने में 8.8 का स्कोर करने से वह लय खो बैठीं और सातवें स्थान पर फिनिश किया। उन्होंने 139.5 अंक के साथ प्रतियोगिता समाप्त की।
भारतीय टीम का बढ़ा मनोबल
सम्राट राणा और वरुण तोमर के शानदार प्रदर्शन ने भारत के निशानेबाजी दल का मनोबल बढ़ा दिया है। इस सफलता के साथ भारत ने आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में एक और गोल्ड अपने नाम किया, जिससे आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए टीम इंडिया का आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है।
फाइनल में दो शूट-ऑफ जीतकर अनीश ने किया कमाल, फ्रांस के बेसागेट ने जीता गोल्ड
नई दिल्ली। भारत को आईएसएसएफ विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप (पिस्टल/राइफल) में बड़ा पॉज़िटिव रिज़ल्ट मिला है। 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट में हरियाणा के 23 वर्षीय अनीश भानवाला ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। अनीश ने इतिहास रचते हुए पहली बार इस वर्ल्ड चैंपियनशिप के पिस्टल वर्ग के फाइनल में जगह बनाई और फाइनल में दो शूट-ऑफ जीतकर सिल्वर मेडल पक्का किया।
फाइनल राउंड में अनीश ने कुल 28 अंक हासिल किए। स्वर्ण पदक फ्रांस के क्लेमेंट बेसागेट के खाते में गया, जिन्होंने 31 अंक प्राप्त किए थे। क्वालिफिकेशन में भी बेसागेट ने 589 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया था। वहीं अनीश ने 585 अंक (291+294) के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल का टिकट पाया था।
फाइनल की शुरुआती राउंड में अनीश लगातार टॉप पोज़ीशन पर बने रहे। एक समय वह चीन के निशानेबाज नी झिक्सिन से सिर्फ एक अंक पीछे थे। तीसरे एलिमिनेशन राउंड में थोड़ी चूक हुई, लेकिन निर्णायक चरण में उन्होंने मजबूत वापसी की और शूट-ऑफ में यूक्रेन के मैक्सिम होरोडीनेट्स को हराकर रजत मेडल सुरक्षित कर लिया।
दूसरे भारतीय निशानेबाज आदर्श सिंह 575 अंक के साथ 22वें स्थान पर और समीर 571 अंक के साथ 35वें स्थान पर रहे। टीम इवेंट में अनीश, आदर्श और समीर की तिकड़ी कुल 1731 अंक जुटाकर पांचवें स्थान पर रही।
सीरीज 1-1 पर अटकी, टीम इंडिया आज बढ़त के इरादे से मैदान में उतरेगी
नई दिल्ली। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टी-20 सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। आज कैरारा ओवल (क्वींसलैंड) में होने वाला चौथा टी-20 मुकाबला सीरीज की दिशा तय कर सकता है। तीन मैचों के बाद सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और टीम इंडिया इस मैच में जीत के साथ 2-1 की बढ़त बनाने के इरादे से मैदान पर उतरने को तैयार है। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 1:45 बजे से खेला जाएगा।
गिल की फॉर्म पर नज़र
इस दौरे पर शुभमन गिल की फॉर्म सुर्खियों में है। कई मौकों पर शुरुआत मिलने के बाद भी वह बड़ी पारी में कनवर्ट नहीं कर पा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर गिल इस मुकाबले में सेट होकर खेल पाए, तो इससे उनका आत्मविश्वास भी लौटेगा, खासतौर से तब… जब अगले सप्ताह से उन्हें लाल गेंद क्रिकेट में भी उतरना है।
अभिषेक और सूर्या टीम की उम्मीद
वहीं टी-20 नंबर-1 बल्लेबाज अभिषेक शर्मा लगातार प्रभाव छोड़ रहे हैं। भारत की आक्रामक शुरुआत एक बार फिर उन्हीं से उम्मीद की जा रही है। कप्तान सूर्यकुमार यादव भी पाकिस्तान और तीसरे मैच में अपनी लय में नजर आए। अब वे इस मैच में एक बड़ी पारी के साथ सीरीज भारत के पलड़े में झुकाने की कोशिश करेंगे।
गेंदबाजी में अर्शदीप की एंट्री से मजबूती
अर्शदीप सिंह की वापसी भारतीय बॉलिंग अटैक को बैलेंस दे रही है। कुलदीप यादव टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए टीम से जुड़ चुके हैं, ऐसे में वाशिंगटन सुंदर भारत के लिए X-फैक्टर साबित हो सकते हैं। पिछले मैच में 23 गेंदों पर उनका 49* टीम को जीत दिलाने में निर्णायक रहा।
ऑस्ट्रेलिया की दिक्कतें बढ़ी
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया फुल स्ट्रेंथ में नहीं है। जोश हेजलवुड पहले ही बाहर थे और अब ट्रेविस हेड भी टीम से उपलब्ध नहीं रहेंगे। ऐसे में कप्तान मार्श को ओपनिंग में मैथ्यू शॉर्ट पर भरोसा करना पड़ सकता है। गेंदबाजी में भी शॉन एबॉट की खराब फॉर्म चिंता है, इसलिए बदलाव की संभावना है।
मुकाबले से जुडी अहम जानकारियां–
मुकाबला: भारत vs ऑस्ट्रेलिया, चौथा टी-20
तारीख: 06 नवंबर (गुरुवार)
स्थान: कैरारा ओवल (क्वींसलैंड)
समय: 1:45 PM (IST)
टॉस: 1:15 PM (IST)
लाइव टेलीकास्ट: Star Sports Network
लाइव स्ट्रीमिंग: जियो-सिनेमा / जियो हॉटस्टार ऐप
