बीसीसीआई ने की भारत ए टीम की घोषणा
नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत एक बार फिर मैदान पर लौटने को तैयार हैं। काफी समय तक चोट के कारण क्रिकेट से दूर रहने के बाद अब वह दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में नजर आएंगे। खास बात यह है कि पंत को इस दौरान भारत ए टीम का कप्तान बनाया गया है।
पंत को इंग्लैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज के दौरान चोट लगी थी, जिसके बाद से वे लगातार रिहैब में थे। अब वह पूरी तरह फिट हैं और अपने बल्ले से दोबारा धमाल मचाने को तैयार हैं।
बीसीसीआई ने भारत ए और दक्षिण अफ्रीका ए के बीच होने वाली दो चार दिवसीय मैचों की सीरीज के लिए टीम का ऐलान कर दिया है। यह सीरीज 30 अक्टूबर से बेंगलुरु में शुरू होगी। पंत की कप्तानी में यह टीम युवा खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौका साबित हो सकती है।
इस टीम में उपकप्तान के रूप में साई सुदर्शन को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, मोहम्मद शमी, और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी भी इस सीरीज का हिस्सा होंगे। दूसरे मैच में केएल राहुल मैदान पर उतरेंगे।
भारत ए टीम की घोषणा
पहले चार दिवसीय मैच के लिए भारत ए टीम:
ऋषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), आयुष म्हात्रे, एन जगदीशन (विकेटकीपर), साई सुदर्शन (उपकप्तान), देवदत्त पडिक्कल, रजत पाटीदार, हर्ष दुबे, तनुष कोटियान, मानव सुथार, अंशुल कंबोज, यश ठाकुर, आयुष बदोनी, सारांश जैन।
दूसरे चार दिवसीय मैच के लिए भारत ए टीम:
ऋषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), केएल राहुल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), साई सुदर्शन (उपकप्तान), देवदत्त पडिक्कल, ऋतुराज गायकवाड़, हर्ष दुबे, तनुष कोटियान, मानव सुथार, खलील अहमद, गुरनूर बरार, अभिमन्यु ईश्वरन, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप।
पंत के लिए अहम मौका
यह सीरीज ऋषभ पंत के लिए फिटनेस और फॉर्म दोनों की परीक्षा होगी। टीम इंडिया के लिए उनकी वापसी का यह पहला कदम है और फैंस को उम्मीद है कि एक बार फिर पंत अपनी पुरानी लय में लौटेंगे।
नई दिल्ली। भारतीय तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। चीन के नानजिंग में आयोजित आर्चरी विश्व कप फाइनल 2025 में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही वे विश्व कप फाइनल में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला कंपाउंड तीरंदाज बन गई हैं।
ज्योति ने ब्रिटेन की विश्व नंबर-2 तीरंदाज एला गिब्सन को 150-145 से हराया। खास बात यह रही कि ज्योति ने अपने सभी 15 तीर बिल्कुल सटीक (परफेक्ट 10) लगाए, जो उनके आत्मविश्वास और अनुभव का प्रमाण है।
क्वार्टरफाइनल सेमीफाइनल तक रोमांचक सफर
ज्योति ने प्रतियोगिता की शुरुआत शानदार अंदाज में की। क्वार्टरफाइनल में उन्होंने अमेरिका की एलेक्सिस रूइज को 143-140 से मात दी। हालांकि सेमीफाइनल में उनका सामना मेक्सिको की विश्व नंबर-1 एंड्रिया बेसेरा से हुआ, जहां उन्हें 143-145 से करीबी हार झेलनी पड़ी।
ज्योति ने कहा—
“तीसरे राउंड के बाद मैं एक अंक से आगे थी, लेकिन चौथे और पांचवें राउंड में एंड्रिया ने शानदार प्रदर्शन किया। फिर भी मैं अपनी शूटिंग से संतुष्ट हूं।”
कांस्य मुकाबले में दिखाया दमखम
सेमीफाइनल की हार के बाद ज्योति ने गजब की वापसी की। कांस्य पदक मुकाबले में उन्होंने एला गिब्सन के खिलाफ शुरुआत से बढ़त बनाए रखी और पांचों एंड में लगातार परफेक्ट 10 शूट किए।
जीत के बाद ज्योति ने कहा—
“यह मेरे करियर का अब तक का सबसे यादगार पल है। मैंने पहले दो विश्व कप फाइनल में अनुभव लिया था, लेकिन इस बार मेहनत रंग लाई।”
अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
महिला कंपाउंड वर्ग में मधुरा धमांगांवकर को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा। वहीं पुरुष कंपाउंड में ऋषभ यादव आज दक्षिण कोरिया के किम जोंघो से भिड़ेंगे। रिकर्व श्रेणी में इस बार कोई भारतीय खिलाड़ी क्वालीफाई नहीं कर पाया।
भारत और श्रीलंका में होगा टी20 विश्व कप 2026
नई दिल्ली। एशिया-ईएपी क्वालिफायर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जापान को आठ विकेट से मात दी और 2026 पुरुष टी20 विश्व कप के लिए क्वालिफाई कर लिया। इस जीत के साथ ही अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप की सभी 20 टीमों की सूची पूरी हो गई है। इससे पहले नेपाल और ओमान ने बुधवार को ही टूर्नामेंट के लिए अपनी जगह पक्की कर ली थी। टूर्नामेंट का आयोजन भारत और श्रीलंका की मेजबानी में होगा।
20 टीमों में रोमांचक टक्कर तय
टी20 विश्व कप 2026 में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी। मेजबान भारत और श्रीलंका के अलावा टी20 विश्व कप 2024 की शीर्ष सात टीमें—अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और वेस्टइंडीज—को स्वत: प्रवेश मिला है। न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और आयरलैंड ने अपनी टी20 रैंकिंग के आधार पर क्वालिफाई किया है।
कनाडा ने अमेरिका क्वालिफायर से टिकट हासिल किया, जबकि इटली (जो पहली बार विश्व कप खेलेगी), नीदरलैंड्स, नामीबिया और जिम्बाब्वे ने अपने-अपने क्षेत्रों से जगह बनाई है।
ऐसा होगा टूर्नामेंट का प्रारूप
टी20 विश्व कप 2026 में टीमों को चार ग्रुप में बांटा जाएगा, हर ग्रुप में पांच टीमें होंगी। हर टीम अपने समूह की बाकी चार टीमों से एक-एक मैच खेलेगी। प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष दो टीमें सुपर-8 दौर में पहुंचेंगी, जिनमें से चार सर्वश्रेष्ठ टीमें सेमीफाइनल में भिड़ेंगी और फिर दो टीमें खिताब के लिए फाइनल में उतरेंगी।
कुलदीप यादव बने मैच के हीरो, जडेजा को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का खिताब
नई दिल्ली। भारत ने दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को सात विकेट से हराकर दो मैचों की सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। जीत के लिए मिले 121 रन के लक्ष्य को टीम इंडिया ने तीन विकेट गंवाकर हासिल किया। केएल राहुल ने 58 रन की नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली, जबकि ध्रुव जुरेल छह रन पर नाबाद रहे।
भारत ने मैच के पांचवें दिन एक विकेट पर 63 रन से आगे खेलना शुरू किया था। इस दौरान साई सुदर्शन (39) और कप्तान शुभमन गिल (13) के विकेट गिरे, लेकिन राहुल ने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत दिलाई।
इस जीत के साथ शुभमन गिल ने बतौर कप्तान अपनी पहली टेस्ट सीरीज में शानदार आगाज किया। पिछली सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई थी, लेकिन गिल ने इस बार वेस्टइंडीज का 2-0 से क्लीन स्वीप किया। रवींद्र जडेजा को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ और कुलदीप यादव को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
पहली पारी में भारत का दबदबा
पहली पारी में भारत ने पांच विकेट पर 518 रन बनाकर पारी घोषित की थी। यशस्वी जायसवाल (175) और कप्तान शुभमन गिल (129*) ने शतकीय पारियां खेलीं। साई सुदर्शन (87) और ध्रुव जुरेल (44) ने भी अहम योगदान दिया। वेस्टइंडीज की ओर से जोमेल वारिकन ने तीन विकेट झटके।
कुलदीप की फिर चली जादुई गेंदबाजी
वेस्टइंडीज की पहली पारी 248 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से कुलदीप यादव ने पांच विकेट लेकर विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया। जडेजा ने तीन विकेट झटके, जबकि बुमराह और सिराज को एक-एक सफलता मिली।
फॉलोऑन के बाद भी संघर्ष
फॉलोऑन खेलने उतरी वेस्टइंडीज की टीम ने दूसरी पारी में 390 रन बनाए। जॉन कैंपबेल (115) और शाई होप (103) ने शतक जड़कर टीम को संभाला, जबकि जस्टिन ग्रीव्स (50*) नाबाद रहे। भारत की ओर से कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने तीन-तीन विकेट लिए।
अब दक्षिण अफ्रीका से अगली भिड़ंत
भारत की अगली टेस्ट सीरीज नवंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होगी। टीम की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए क्रिकेट प्रेमी एक और रोमांचक प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।
वनडे में 5000 रन बनाने वाली भारत की दूसरी और दुनिया की पांचवीं महिला बल्लेबाज बनी
नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने एक बार फिर अपनी शानदार बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में इतिहास रच दिया। रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे महिला विश्व कप के मुकाबले में मंधाना ने 80 रनों की लाजवाब पारी खेली। इस दौरान उन्होंने न केवल टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई बल्कि वनडे करियर में 5000 रन पूरे कर एक बड़ा मील का पत्थर भी छू लिया। वह ऐसा करने वाली भारत की दूसरी और दुनिया की पांचवीं महिला बल्लेबाज बन गईं।
मंधाना ने अपने 33वें वनडे अर्धशतक के साथ एक ही मैच में कई उपलब्धियां अपने नाम कीं — वह एक कैलेंडर वर्ष में 1000 वनडे रन पूरे करने वाली पहली भारतीय महिला बल्लेबाज बनीं और इसके बाद 5000 वनडे रन का आंकड़ा भी पार कर लिया।
29 वर्षीय मंधाना अब वनडे में 5000 रन बनाने वाली सबसे युवा महिला क्रिकेटर बन गई हैं। उन्होंने यह उपलब्धि मात्र 112वीं पारी में हासिल की। इससे पहले वेस्टइंडीज की स्टेफनी टेलर और न्यूजीलैंड की सूजी बैट्स जैसी दिग्गज बल्लेबाजों को यह आंकड़ा छूने में ज्यादा पारियां लगी थीं।
इस मैच में मंधाना ने 66 गेंदों में 80 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल थे। खास बात यह रही कि यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी लगातार पांचवीं अर्धशतकीय पारी रही। इससे पहले उन्होंने इस टीम के खिलाफ क्रमशः 125, 117, 58 और 105 रनों की पारियां खेली थीं। मंधाना अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार पांच बार 50+ रन बनाने वाली पहली महिला बल्लेबाज बन गई हैं — जो उनके निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है।
आनंद के पास वापसी की उम्मीद
नई दिल्ली। सेंट लुई में चल रहे क्लच शतरंज लीजेंड्स टूर्नामेंट में रूस के ग्रैंडमास्टर गैरी कास्पारोव ने भारत के महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद पर अपनी बढ़त और मजबूत कर ली है। पांचवें दिन के मुकाबलों के बाद कास्पारोव अब 8.5-3.5 की बढ़त के साथ अंतिम दिन से पहले पांच अंकों की बढ़त बना चुके हैं।
पहले गेम में समय की गलती ने छीनी जीत
पहली बाजी में आनंद बेहतर स्थिति में थे, लेकिन समय प्रबंधन में चूक के कारण वह जीत से चूक गए। उन्होंने कहा, “पहले गेम में मेरे पास एक मिनट 26 सेकंड थे और फिर पता नहीं क्या हुआ। मुझे घड़ी बार-बार देखनी चाहिए थी, लेकिन पूरी तरह भूल गया।”
ब्लिट्ज मुकाबलों में कास्पारोव का दबदबा
दिन के दो ब्लिट्ज मुकाबलों में कास्पारोव ने पहला गेम जीत लिया, जबकि दूसरा ड्रॉ रहा। तीसरे गेम में आनंद ने शुरुआती गलती की, जिससे केवल 18 चालों में हार माननी पड़ी।
अभी भी है वापसी की उम्मीद
इस टूर्नामेंट में कुल 12 बाजियां खेली जाएंगी और चार अभी बाकी हैं। अंतिम दिन हर जीत पर तीन अंक दिए जाएंगे। ऐसे में आनंद के पास वापसी और खिताब जीतने का मौका अभी भी मौजूद है।
साउथ अफ्रीका को हराकर जीत की हैट्रिक पर होगी भारत की नजर
नई दिल्ली। आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का 10वां मुकाबला आज भारत और साउथ अफ्रीका महिला टीम के बीच खेला जाएगा। टीम इंडिया जीत की हैट्रिक दर्ज करने के इरादे से मैदान में उतरेगी, जबकि लाउरा वोल्वार्ड्ट की कप्तानी वाली साउथ अफ्रीका टीम भी इस मैच को जीतने के लिए बेताब है।
साउथ अफ्रीका ने अपने पहले मैच में इंग्लैंड से हार का सामना किया, लेकिन न्यूजीलैंड को हराकर टूर्नामेंट में शानदार वापसी की है। अब भारतीय महिला टीम और साउथ अफ्रीका के बीच यह मुकाबला विशाखापत्तनम के डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में दोपहर 3 बजे से शुरू होगा।
मुकाबले की लाइव स्ट्रीमिंग और प्रसारण:
कहाँ देखें: स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क
लाइव स्ट्रीमिंग: जियो हॉटस्टार ऐप और वेबसाइट
समय: दोपहर 3 बजे
टीमों का प्रदर्शन और H2H रिकॉर्ड:
भारत और साउथ अफ्रीका महिला टीम के बीच अब तक 33 वनडे मैच खेले जा चुके हैं। टीम इंडिया ने 20 मैचों में जीत दर्ज की है, जबकि साउथ अफ्रीका ने 12 मैच जीते हैं। एक मैच का नतीजा नहीं निकला।
दोनों टीमे इस प्रकार है-
टीम इंडिया: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, प्रतिका रावल, हरलीन देयोल, जेमिमा रॉड्रिग्स, रिचा घोष, उमा छेत्री, रेणुका सिंह ठाकुर, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, श्री चरणी, राधा यादव, अमनजोत कौर, अरूंधति रेड्डी, क्रांति गौड़।
साउथ अफ्रीका: लाउरा वोलवार्ट (कप्तान), अयाबोंगा खाका, क्लो ट्रायॉन, नादिन डी क्लर्क, मारिजन कप, तजमिन ब्रिट्स, सिनालो जाफ्ता, नॉनकुलुलेको एमलाबा, एनेरी डर्कसन, एनेके बॉश, मसाबाता क्लास, सुने लूस, काराबो मेसो, तुमी सेखुखुने, नोंदुमिसो शांगासे।
यह मुकाबला फैंस के लिए बेहद रोमांचक होने वाला है, खासकर तब जब भारत अपनी जीत की राह को मजबूत करने की कोशिश करेगा और साउथ अफ्रीका भी जीत के लिए पूरी ताकत लगाएगी।
टी20 टीम में सूर्यकुमार यादव होंगे कप्तान, गिल उपकप्तान
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली वनडे और टी20 सीरीज के लिए अपनी टीमों का ऐलान कर दिया है। सबसे बड़ा बदलाव वनडे टीम की कप्तानी में देखने को मिला है। रोहित शर्मा की जगह अब शुभमन गिल को वनडे टीम का कप्तान बनाया गया है, जबकि श्रेयस अय्यर उप-कप्तान होंगे। वनडे टीम में रोहित और विराट कोहली दोनों बरकरार हैं। इस सीरीज के लिए ध्रुव जुरेल को दूसरे विकेटकीपर के रूप में शामिल किया गया है, वहीं नितीश रेड्डी 16वें सदस्य के रूप में टीम में हैं।
टी20 टीम में किसी बड़े बदलाव की घोषणा नहीं हुई है। सूर्यकुमार यादव टी20 टीम की कप्तानी करेंगे, जबकि उप-कप्तान शुभमन गिल होंगे। मुख्य विकेटकीपर के रूप में संजू सैमसन और वैकल्पिक विकेटकीपर के तौर पर जितेश शर्मा टीम में जगह बनाने में सफल रहे हैं।
वनडे टीम (ऑस्ट्रेलिया दौरा)
शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर (उप-कप्तान), अक्षर पटेल, केएल राहुल (विकेटकीपर), नीतीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल
टी20 टीम (ऑस्ट्रेलिया दौरा)
सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उप-कप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, नीतीश कुमार रेड्डी, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), रिंकू सिंह, वाशिंगटन सुंदर
ऑस्ट्रेलिया दौरे का शेड्यूल
19 अक्टूबर: पहला वनडे – पर्थ
23 अक्टूबर: दूसरा वनडे – एडिलेड
25 अक्टूबर: तीसरा वनडे – सिडनी
29 अक्टूबर: पहला टी20 – कैनबेरा
31 अक्टूबर: दूसरा टी20 – मेलबर्न
02 नवंबर: तीसरा टी20 – होबार्ट
06 नवंबर: चौथा टी20 – गोल्ड कोस्ट
08 नवंबर: पांचवां टी20 – ब्रिसबेन
केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और जडेजा ने जड़ा शतक
अहमदाबाद। भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए पारी और 140 रनों से जीत दर्ज की। तीन दिन में ही निपटे इस मुकाबले में भारत ने अपनी पहली पारी में 448 रन बनाकर वेस्टइंडीज को लगातार दबाव में रखा और शानदार गेंदबाजी से विपक्षी टीम को ढेर कर दिया। इस जीत के साथ भारत ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।
वेस्टइंडीज का बल्लेबाजी में निराशाजनक प्रदर्शन
भारत के लिए रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज ने बेहतरीन गेंदबाजी की। चायकाल से पहले ही वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 146 रन पर ऑलआउट हो गई। दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज में यह 17वीं बार है जब कोई टीम पारी के अंतर से जीती है। इसमें से 20वीं सदी में वेस्टइंडीज ने नौ बार जीत दर्ज की है, जबकि 21वीं सदी में भारत ने सभी आठ मैच जीते हैं। यानी भारत ने वेस्टइंडीज को आठवीं बार पारी के अंतर से हराया है। वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी दोनों ही पारी में काफी खराब रही है। पिछली 15 पारियों को देखें तो वेस्टइंडीज सिर्फ दो बार 200 रन का आंकड़ा पार कर पाया है और इस दौरान उसका सर्वोच्च टोटल 253 का रहा है।
भारतीय सरजमीं पर वेस्टइंडीज का कमजोर रिकॉर्ड
भारत में खेले गए पिछले पांच टेस्ट में वेस्टइंडीज चार बार पारी की हार झेल चुका है और एक बार 10 विकेट से हारा है। 2013 और 2018 में खेले गए कोलकाता, मुंबई, राजकोट और हैदराबाद के मैचों में भी भारत ने पारी से जीत हासिल की थी। अहमदाबाद का टेस्ट भी इसी श्रृंखला में शामिल हुआ।
जडेजा और सिराज की शानदार गेंदबाजी
रवींद्र जडेजा ने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में नाबाद शतक जमाया और दूसरी पारी में चार विकेट लिए। मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट लिए, जबकि कुलदीप यादव ने दो और वाशिंगटन सुंदर ने एक विकेट अपने नाम किया।
भारतीय बल्लेबाजी का दबदबा
पहली पारी में केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और जडेजा के शतकों ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। केएल राहुल 100 रन बनाकर आउट हुए, जुरेल ने 125 रन और जडेजा ने नाबाद 104 रन की पारी खेली।
सीरीज का अगला मुकाबला
दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा और अंतिम मैच 10 अक्टूबर से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा।
चोटों के बावजूद 48 किग्रा वर्ग में 199 किग्रा भार उठाकर चानू ने जीता रजत
नई दिल्ली। भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन किया। नॉर्वे के फोर्डे में चल रही विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में उन्होंने महिला 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक अपने नाम किया। यह मीराबाई का इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में तीसरा पदक है और चोटों के बावजूद उनकी वापसी ने सभी को प्रभावित किया।
हाल के कुछ टूर्नामेंट्स में चोटों के कारण उनका प्रदर्शन सामान्य नहीं रहा था, लेकिन इस बार चानू ने अपनी क्षमता का फिर से परिचय दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रजत पदक पेरिस ओलंपिक 2028 की तैयारियों में मील का पत्थर साबित होगा।
मीराबाई का सफर:
मीराबाई चानू 2017 की विश्व चैंपियन और 2022 की रजत विजेता हैं। इस बार उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में कुल 199 किग्रा (84 किग्रा स्नैच + 115 किग्रा क्लीन एंड जर्क) का भार उठाकर पोडियम पर जगह बनाई। इससे पहले वह 49 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती थीं, लेकिन रणनीतिक बदलाव के चलते उन्होंने 48 किग्रा वर्ग चुना।
स्नैच में संघर्ष, क्लीन एंड जर्क में दमदार वापसी:
चानू का प्रदर्शन स्नैच में अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। उन्होंने 87 किग्रा उठाने की दो कोशिशें कीं, लेकिन सफल नहीं रहीं। तीसरे प्रयास में 84 किग्रा सफलतापूर्वक उठाकर उन्होंने वापसी की। इसके बाद क्लीन एंड जर्क में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, और तीनों प्रयासों में क्रमशः 109, 112 और 115 किग्रा उठाए।
टोक्यो ओलंपिक जैसी ऊर्जा:
इस प्रदर्शन ने टोक्यो ओलंपिक (2021) में दिखाए गए उनके दमखम की याद दिला दी, जब उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा उठाकर भारत को ऐतिहासिक रजत पदक दिलाया था।
कोच की रणनीति:
भारतीय टीम के मुख्य कोच विजय शर्मा का लक्ष्य था कि चानू विश्व चैंपियनशिप में 200 किग्रा पार करें। हालांकि, उन्होंने इस बार 199 किग्रा ही उठाया, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीद जगाने वाला रहा।
स्वर्ण और कांस्य:
प्रतियोगिता का स्वर्ण पदक उत्तर कोरिया की रि सोंग गुम के नाम रहा। उन्होंने कुल 213 किग्रा (91 + 122 किग्रा) उठाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। कांस्य पदक थाईलैंड की थनयाथोन सुक्चारो ने 198 किग्रा उठाकर अपने नाम किया।
