उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून एलिवेटेड कॉरिडोर की समीक्षा बैठक में रिस्पना और बिंदाल कॉरिडोर के निर्माण में हो रही देरी पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
यातायात सुधार की दिशा में बड़ा कदम
राज्य सरकार शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस परियोजना के तहत, रिस्पना नदी पर 11 किलोमीटर और बिंदाल नदी पर 15 किलोमीटर लंबे चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा कॉरिडोर
सीएम धामी ने केंद्र सरकार से अनुरोध करने के निर्देश दिए कि देहरादून एलिवेटेड कॉरिडोर को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाए। इसके अलावा, उन्होंने बढ़ती आबादी और यातायात के मद्देनजर अन्य शहरों के लिए भी योजनाबद्ध विकास पर कार्य करने पर जोर दिया।
उत्तराखंड में पिछले तीन दिन से मौसम ने करवट बदल ली है. बीते रविवार को पर्वतीय जिले उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर के कई इलाकों में हल्कि बूंदाबांदी हुई, जिसके साथ ही तापमान में गिरावट हुइ हैं. पिछले शनिवार को 3000 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हुई, जिससे सैलानियों के चेहरे खिल उठे. देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी सोमवार के लिए वेदर अपडेट जारी किया है. उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिले में एक बार फिर हल्की से हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. अन्य जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा.
देहरादून का अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस
बीते तीन दिन से हल्की बर्फबारी और बारिश का असर तापमान में भी देखने को मिला. हालांकि रविवार को राज्य के अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क बना रहा. मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंतनगर का अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस रहा. मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 17.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस था. वहीं नई टिहरी का अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. रविवार को देहरादून का वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (Dehradun AQI) 72 दर्ज किया गया है, जो संतोषजनक श्रेणी में आता है.
खेल और खिलाड़ियों पर राष्ट्रीय खेलों से दोगुना खर्च, देवभूमि को खेलभूमि के रूप में भी जानेंगे..
उत्तराखंड: खेल विभाग को 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए मिले भारी भरकम और ऐतिहासिक बजट से आगामी वित्तीय वर्ष में दोगुना खर्च खेल आधारभूत संरचनाओं को बनाए रखने, विभिन्न खेल अकादमियां खोलने और खिलाड़ियों को तैयार करने पर होगा। इसके लिए खेल विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 864 करोड़ का बजट मांगा है। इसमें खेल विश्वविद्यालय और महिला स्पोर्ट्स कॉलेज का निर्माण कार्य भी शामिल है। उत्तराखंड के खेल विभाग को 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट करीब 532 करोड़ रुपये मिला था, जिसे 11 खेल स्थलों पर आधारभूत संरचनाओं के निर्माण, विदेशों से अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल उपकरण मंगवाने, विभिन्न निर्माण कार्यों आदि पर खर्च किया गया। 16 खेलों के उपकरण अमेरिका और यूरोपीय देशों से खरीदे गए।
खेल अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ऐतिहासिक था, लेकिन अब बड़ी चुनौती खेल ढांचे को बनाए रखना और देवभूमि को खेल भूमि के रूप में पहचान दिलाना है। जिसके लिए मुख्य कार्य 265 करोड़ के बजट से हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय और चंपावत में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना करना है। आगामी वित्तीय वर्ष में खेल विभाग ने करीब दोगुने बजट की मांग की है। 864 करोड़ के बजट के साथ ही खेल विकास निधि, सेस और अन्य माध्यमों से भी धनराशि जुटाई जाएगी।
जीका वायरस को लेकर सरकार अलर्ट, केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए जारी की एडवायजरी..
देश-विदेश: केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को जीका वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है। ये एडवाइजरी हाल में महाराष्ट्र में पाए गए जीका वायरस को लेकर जारी की गई है। सरकार ने सभी राज्यों से आग्रह किया है कि वे अपने यहां प्रेग्नेंट महिलाओं में इस वायरस की जांच के जरिए निरंतर निगरानी बनाए रखें। केंद्र ने राज्यों को यह भी सलाह दी है कि वे गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच करके और जीका के लिए पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने वाली गर्भवती महिलाओं के भ्रूण विकास पर निगरानी भी निरंतर बनाए रखें।
स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय ने एडवाइजरी में कहा, चूंकि जीका प्रभावित गर्भवती महिला के भ्रूण में माइक्रोसेफली और न्यूरोलॉजिकल परिणामो से जुड़ा हुआ है, इसलिए राज्यों को सलाह दी गई है कि वे डॉक्टरों को निगरानी के लिए अलर्ट करें। राज्यों से आग्रह किया जाता है कि वे प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं या प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले मामलों को संभालने के लिए गर्भवती महिलाओं की जांच करें, जीका के लिए पॉजिटिव पाए जाने वाली गर्भवती माताओं के भ्रूण के विकास की भी निगरानी करें। इसी के साथ राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे समाज के बीच डर को कम करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्मों पर एहतियाती आईईसी संदेशों के माध्यम से जागरुकता को बढ़ावा दें, क्योंकि जीका किसी भी अन्य वायरल संक्रमण की तरह है, जिसके अधिकांश मामले लक्षणहीन और हल्के होते हैं। हालांकि, इसे माइक्रोसेफली से जुड़ा हुआ बताया जाता है, लेकिन 2016 के बाद से देश में जीका से जुड़े माइक्रोसेफली की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
क्या होता है जीका वायरस?
जीका डेंगू और चिकनगुनिया की तरह एडीज मच्छर की वजह से होने वाली वायरल बीमारी है। यह एक गैर-घातक बीमारी है। हालांकि, जीका से प्रभावित गर्भवती महिलाओं से पैदा होने वाले शिशुओं में माइक्रोसेफली (सिर का आकार कम होना) होता है, जो इसे एक बड़ी चिंता का विषय बनाता है। बता दे कि 2024 में भारत में जीका वायरस के 8 केस मिले हैं। जिन्में पुणे से 6, कोल्हापुर और संगमनेर से एक-एक मामला सामने आया है।
BJP ने संकल्प पत्र के लिए सुझाव:प्रदेश की 70 विधानसभाओं से मिले 70 हजार सुझाव..
उत्तराखंड: भाजपा को लोकसभा चुनाव का संकल्पपत्र बनाने के लिए जो सुझाव प्राप्त हुए हैं, उनमें देश में जनसंख्या नियंत्रण करने और बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम की तर्ज पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम का भी पुनर्निर्माण करने का सुझाव शामिल है। पार्टी को संकल्पपत्र के लिए प्रदेश में 70 हजार से अधिक सुझाव प्राप्त हुए। इनमें 40 फीसदी सुझाव केंद्र सरकार को भेजे जाने लायक हैं।
पार्टी ने इनमें से छांटकर प्रमुख सुझाव केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिए हैं। इन सुझावों पर विचार करने के बाद भाजपा अपने राष्ट्रीय संकल्पपत्र में इन्हें शामिल कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी को मिले इन सुझावों में आयुष्मान भारत योजना की राशि बढ़ाने का सुझाव भी शामिल है। रिस्पना पुल स्थित पार्टी के प्रदेश मीडिया सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में संकल्पपत्र एकत्रीकरण कमेटी के प्रदेश संयोजक और हरिद्वार लोस उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुझावों के संबंध में जानकारी।
ये सुझाव पार्टी को पत्र, व्यक्तिगत, ऑनलाइन माध्यमों से सुझाव संकलन टीम को प्राप्त हुए। समाज के सभी वर्गों से सुझाव के रूप में हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। इनमें सेवानिवृत्ति कर्मचारी, मजदूर, रेहड़ी ठेली कर्मी, किसान, महिला, युवा, उद्यमी, वकील, डॉक्टर, खिलाड़ी, रंगकर्मी या रचनाकार एवं अन्य वर्गों से जुड़े लोग शामिल हैं।
कहा, प्राप्त सुझावों में से 60 फीसदी राज्य एवं 40 फीसदी केंद्र से संबंधित हैं। स्थानीय विषयों से संबंधित सुझाव राज्य सरकार को भेजे जा रहे हैं। केंद्र से जुड़े सुझावों को केंद्रीय नेतृत्व को आज भेजा जा रहा है। प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति संयोजक व सांसद नरेश बंसल ने कहा, पार्टी को प्रति विधानसभा 500 से 700 सुझाव मिलने की उम्मीद थी, लेकिन हर विस से औसतन 1000 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
हरिद्वार सीट पर बसपा ने जिसे बनाया था उम्मीदवार, उसी ने ज्वाइन की BJP..
उत्तराखंड: हरिद्वार में बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। हरिद्वार लोकसभा सीट से प्रत्याशी भावना पांडे ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कुछ समय पहले ही भावना पांडे ने बसपा ज्वाइन की थी। जिसके बाद उन्हें हरिद्वार सीट से मैदान में उतारा था। जानकारी के अनुसार भावना पांडे ने होली पर बीजेपी प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत से होली पर मुलाकात के बाद बसपा छोड़ने का फैसला लिया है। बता दें 22 मार्च को बसपा के प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में भावना ने बसपा ज्वाइन की थी।
वहीं सोमवार को भावना पांडे ने होली के मौके पर भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह आज भाजपा ज्वाइन कर सकती हैं। जिसके बाद वे त्रिवेंद्र सिंह रावत के समर्थन में उतरेंगी। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल ने जानकारी दी की जॉइनिंग के बाद से भावना पांडे पार्टी नेताओं के संपर्क में नहीं हैं और ना ही किसी का फोन उठा रही हैं। बसपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना हैं कि उनके पास नेताओं की कमी नहीं है। जल्द ही नए प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
सूत्रों की मानें तो बसपा से एक मुस्लिम उम्मीदवार का नाम तय कर लिया गया है। जिसकी जल्द ही घोषणा की जाएगी। भावना पांडे के बसपा में शामिल होने के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वो मुस्लिम वोट बैंक में उतनी ज्यादा सेंध नहीं लगा पाएंगी। उल्टा भावना पांडे पार्वती वोट बैंक में सेंधमारी कर सकती हैं। जिसका नुकसान सीधे तौर पर भाजपा को होना था। लेकिन बसपा से इस्तीफा देने के बाद से समीकरण में बड़ा बदलाव होने की उम्मीद है। बता दें बीते दिनों पहले बसपा के वरिष्ठ नेता हरिदास व उनके बेटे आदित्य बृजवाल ने बसपा छोड़ भाजपा का दामन थामा था।
राज्य हित में एक विवि एक शोध पर काम शुरू, राज्यपाल ने दिए निर्देश..
उत्तराखंड: राज्य हित में विश्वविद्यालयों ने एक विश्वविद्यालय एक शोध पर काम शुरू कर दिया है। गुरुवार को राजभवन में हुई राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में सभी कुलपतियों ने वर्तमान तक की प्रगति का संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण दिया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सभी को जनवरी 2025 तक शोध कार्य पूरा कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उनका कहना हैं कि विश्वविद्यालय राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में अपनी अहम भूमिका निभाए। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों के शोध एवं अनुसंधान का लाभ लोगों को मिले तभी इसकी सार्थकता होगी। सभी कुलपतियों को कार्य को लेकर स्वायत्तता दी गई है।
कुलपति आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए विश्वविद्यालयों में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करें। उन्होंने विश्वविद्यालयों के हर क्रिया-कलापों में तकनीकी का अधिकाधिक उपयोग करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि राज्यपाल ने सभी विवि को पूर्व में राज्य हित में एक विवि एक शोध के निर्देश दिए थे। विश्वविद्यालयों ने इस पर काम शुरू कर दिया है।
भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर किया पथराव..
उत्तराखंड: रुद्रपुर नगर निगम से भाजपा के निर्वतमान मेयर रामपाल और कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के बीच जमकर मारपीट हो गई। मारपीट में दौरान दोनों ही घायल हुए हैं। जिसमें निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह जिला अस्पताल में भर्ती हुए हैं। दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उधम सिंह नगर जिले के रूद्रपुर में भाजपा के निर्वतमान मेयर रामपाल और कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा आपस में भिड़ गए। मिली जानकारी के अनुसार रुद्रपुर की शक्ति विहार कालोनी में विधायक निधि से मुख्य द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। जिसका शिलापट मुख्य गेट के पास ही लगा है। पिछले कुछ दिनों से सोसायटी के व्हाट्सएप ग्रुप में शिलापट को हटाए जाने के लिए एक मुहिम चल रही थी। शुक्रवार को सोसायटी के अध्यक्ष और कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा द्वारा शिलापट को हटाने के लिए एक मजदूर को भेज दिया गया।
बताया जा रहा है कि कॉलोनी में ही निवर्तमान मेयर रामपाल का घर भी है। शिलापट को हटाने की जानकारी जब उन्हें मिली तो वो भी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। उन्होंने शिलापट को हटाने का विरोध करते हुए कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा को वहां बुलवा लिया। देखते ही देखते दोनों के बीच जमकर गाली-गलौज शुरू हो गई जो फिर मारपीट में बदल गई। इसी बीच निवर्तमान मेयर के साथ मौजूद उनके समर्थकों ने सीपी शर्मा की जमकर पिटाई लगा दी।
इस घटना में दोनों ही घायल हुए। दोनों ने जिला अस्पताल पहुंच कर मेडिकल करवाया है।निवर्तमान मेयर रामपाल का आरोप है कि शिलापट एक सरकारी सम्पत्ति है जिसे सरकारी कर्मचारी ही हटा सकता है। मगर सीपी शर्मा खुद ही उस शिलापट को तुड़वा रहे थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनके लिए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उनके साथ मारपीट की गई। सीपी शर्मा का आरोप है कि निवर्तमान मेयर रामपाल और उनके समर्थक राधेश शर्मा, निवर्तमान पार्षद निमित शर्मा, निवर्तमान पार्षद प्रमोद शर्मा ने उनके साथ मारपीट की है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि निवर्तमान मेयर रामपाल ने उनके परिजनों और समर्थकों के साथ उनको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। यही नहीं उन पर ईंट-पत्थर भी फेंके।
देहरादून में मिले दो कोरोना संक्रमित मरीज..
उत्तराखंड: सीजनल इंफ्लुएंजा के साथ देहरादून में कोविड का खतरा भी बढ़ने लगा है। लगातार दूसरे दिन कोविड का एक और मरीज मिला है। नए मरीज को दून अस्पताल में भर्ती किया गया है। इससे पहले शनिवार को मैक्स अस्पताल में एक मरीज मिला था। कोविड पॉजिटिव दोनों मरीजों की उम्र 70 पार है। वहीं, आठ साल के एक बच्चे को सीजनल इंफ्लुएंजा हो गया है। चिकित्सकों का कहना हैं कि कोविड और सीजनल इंफ्लुएंजा के लक्षण एक जैसे हैं।
दून अस्पताल के एमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल ने कहा कि शनिवार शाम कोविड पॉजिटिव 72 वर्षीय महिला दून अस्पताल आई थीं। उन्हें निजी अस्पताल में कोविड संक्रमित पाए जाने पर रेफर किया गया था। महिला को थायराइड और हाइपरटेंशन की समस्या भी है। महिला की हालत गंभीर नहीं है इसलिए जनरल आइसोलेशन में इलाज दिया जा रहा है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत का कहना हैं कि शनिवार को इंफ्लुएंजा के पांच संदिग्ध मरीजों की जांच हुई थी। इसमें एक आठ साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसकी रिपोर्ट श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल की ओर से दी गई है। हालांकि, बच्चा अस्पताल में भर्ती नहीं है।
मरीजों की होगी जीनोम सीक्वेंसिंग..
सर्दियों में लोग सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और सांस की समस्या से पीड़ित हो रहे हैं। जिले में पिछले दो दिन में दो कोविड मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं। वहीं, इंफ्लुएंजा के मरीज भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत ने कहा कि कोविड के दोनों मरीजों की रिपोर्ट पोर्टल पर एक दिन बाद जारी हो रही है। मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी करवाई जाएगी। ऐसे में कोविड का वेरिएंट पता चल जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि स्वाइन फ्लू वायरस अब सीजनल इंफ्लुएंजा यानी मौसमी जुकाम-बुखार के रूप में संचारित हो रहा है। यह साधारण उपचार से ठीक हो जाता है।
उत्तराखंड में युवाओं के पास अधिकारी बनने का सुनहरा मौका, इन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-एक के पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक उम्मीदवार आयोग की वेबसाइट पर 5 नवंबर तक भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार आयोग द्वारा कृषि विभाग में सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-एक के 34 पदों के लिए भर्ती निकाली गई है। इसके लिए परीक्षा कार्यक्रम तय हो गया है। परीक्षा के लिए शैक्षिक योग्यता स्नातकोत्तर कृषि निर्धारित है।
बताया जा रहा है कि इन पदों के लिए 26 नवंबर 2023 को लिखित भर्ती परीक्षा आयोजित करेगा। उम्मीदवारों की आयु 1 जुलाई 2023 को 21 वर्ष से कम और 42 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आवेदन शुल्क 300 रुपये निर्धारित किया गया है। हालांकि, राज्य के एससी/एसटी और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए शुल्क 150 रुपये ही है।
उत्तराखण्ड सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-1 के पदों के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या किसी अन्य उच्च शिक्षा संस्थान से कृषि में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त किया होना चाहिए। प्रादेशिक सेना में कम से कम दो वर्ष का अनुभव रखने वाले या एनसीसी का बी या सी प्रमाण-पत्र प्राप्त उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी। राज्य के आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में उत्तराखण्ड सरकार के नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।
अन्य राज्यों के आरक्षित वर्गों को अनारक्षित वर्ग के अंतर्गत आवेदन करना होगा। उत्तराखण्ड सहायक कृषि अधिकारी भर्ती के लिए आवेदन हेतु उम्मीदवारों को उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट, http://sssc.uk.gov.in पर विजिट करना होगा और फिर होम पेज पर दिए गए लिंक से वन-टाइम-रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) करना होगा। पंजीकरण के बाद उम्मीदवार इस पोर्टल पर लॉग-इन करके अपना अप्लीकेशन सबमिट कर सकेंगे।