केरल में कांग्रेस सांसद शफी परमबिल पर विरोध प्रदर्शन के दौरान हमला, शशि थरूर ने हमले की कड़ी निंदा की
तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केरल के वडाकरा में अपने सहयोगी कांग्रेस सांसद शफी परमबिल पर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए हमले की कड़ी निंदा की है। थरूर ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताते हुए कहा कि विपक्षी सांसदों को बिना डर और कानूनी परेशानियों के विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार होना चाहिए।
थरूर ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि, “सांसद शफी परमबिल पर पुलिस का हमला पूरी तरह अस्वीकार्य है। लोकतंत्र में सांसदों को बिना डर के अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने की अनुमति होनी चाहिए। ऐसी कार्रवाई लोकतांत्रिक अधिकारों और कानूनी सुरक्षा का उल्लंघन है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले को संसद की विशेषाधिकार समिति के सामने उठाएगी। थरूर ने यह भी बताया कि भारत में सांसद कानून से ऊपर नहीं हैं, लेकिन उन्हें कुछ संवैधानिक सुरक्षा मिलती है, ताकि वे लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों को सुरक्षित तरीके से निभा सकें।
केरल के पेरमबरा में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ के कार्यकर्ताओं के बीच हाल ही में हिंसक झड़पें हुई हैं। इसी दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत हुई, जिसमें सांसद शफी परमबिल घायल हो गए और उनकी नाक की हड्डी टूट गई। उन्हें तत्काल सर्जरी करानी पड़ी। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
अजय राय ने मायावती को कहा “बीजेपी की बी टीम”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि वह बीजेपी की मदद कर विपक्षी वोटों को तोड़ रही हैं। राय ने मायावती को कांशीराम की विचारधारा को बेचने, दलितों और मुसलमानों के मुद्दों पर चुप रहने और अपनी हालिया रैली के जरिए राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया है।
अजय राय ने मायावती पर बीजेपी की “बी टीम” होने का गंभीर आरोप लगाया है। राय के अनुसार, लखनऊ में मायावती की रैली बीजेपी द्वारा फंडेड और प्रायोजित थी, जिसमें सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर भीड़ जुटाई गई। कांशीराम की पुण्यतिथि पर राय ने कहा कि मायावती ने दलितों और वंचितों के लिए कांशीराम के संघर्ष और उनकी विरासत को नष्ट कर दिया। राय ने रायबरेली, बरेली और बहराइच में दलित और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हुई घटनाओं पर मायावती की चुप्पी को भी गंभीर मुद्दा बताया।
इसके अलावा, राय ने दावा किया कि मायावती की सक्रियता का उद्देश्य केवल उत्तर प्रदेश नहीं, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक को बांटकर “इंडिया” गठबंधन को कमजोर करना है।
जयराम रमेश बोले – गाजा में नरसंहार करने वाले नेतन्याहू की प्रशंसा नैतिक रूप से निंदनीय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वेस्ट एशिया शांति पहल की सराहना और इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तारीफ करने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने इसे “नैतिक रूप से गलत” और “भारत की पारंपरिक विदेश नीति के विपरीत” बताया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा को लेकर हुए हालिया समझौते का स्वागत करते हुए ट्रंप और नेतन्याहू दोनों की प्रशंसा की, जो चौंकाने वाला कदम है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू की बिना शर्त तारीफ करना शर्मनाक है, क्योंकि वे गाजा में चल रही हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं।
रमेश ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार फलस्तीन के स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र के भविष्य को लेकर पूरी तरह मौन है। उन्होंने याद दिलाया कि भारत ने 1988 में ही फलस्तीन को मान्यता दी थी और अब 150 से अधिक देश उस रुख का समर्थन कर रहे हैं।
दरअसल, विवाद तब शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण का स्वागत करते हुए लिखा कि यह इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत नेतृत्व का प्रतीक है। पीएम ने उम्मीद जताई थी कि बंधकों की रिहाई और गाजा को मिल रही मानवीय सहायता से क्षेत्र में स्थायी शांति की राह खुलेगी।
इस समझौते को इस्राइल और हमास के बीच अब तक की सबसे बड़ी कूटनीतिक प्रगति माना जा रहा है, जिसके तहत संघर्षविराम और बंदियों की रिहाई पर सहमति बनी है।
कहा— फर्जी वीडियो या झूठी जानकारी फैलाई तो होगी कार्रवाई, सोशल मीडिया पर रखी जा रही कड़ी निगरानी
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और अब मतदान में एक महीने से भी कम समय बचा है। राजनीतिक दल मैदान में उतर चुके हैं और प्रचार-प्रसार को लेकर पूरी ताकत झोंक रहे हैं — चाहे वो सोशल मीडिया के जरिये मतदाताओं तक पहुंचना हो या जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना। इसी बीच चुनाव आयोग ने पार्टियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के दुरुपयोग को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार एआई तकनीक का इस्तेमाल कर भ्रामक वीडियो, ऑडियो या तस्वीरें साझा न करे। आयोग ने सभी दलों को निर्देश दिए हैं कि यदि वे प्रचार में एआई-जनित या डिजिटल रूप से संशोधित सामग्री का उपयोग करते हैं, तो उसे साफ तौर पर “AI-generated” या “synthetic” बताना अनिवार्य होगा।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी
चुनाव आयोग ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि कोई भी पार्टी झूठी या भड़काऊ सामग्री साझा कर चुनावी माहौल को प्रभावित न कर सके। आयोग ने चेतावनी दी है कि एआई टूल्स का गलत इस्तेमाल कर फर्जी या गुमराह करने वाली जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह पहली बार नहीं है जब आयोग ने ऐसी चेतावनी दी हो—लोकसभा चुनाव के दौरान भी एआई-जनित सामग्री को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।
बिहार चुनाव की रूपरेखा
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए मतदान दो चरणों में होगा। पहले चरण में 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग होगी, जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। इस बार राज्य में कुल 7.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें करीब 14 लाख नए युवा मतदाता भी शामिल हैं।
नागपुर में पांच बच्चे अब भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे, परिजन अस्पतालों में डटे हुए
छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में कफ सिरप से बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में तीन और मासूमों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 20 तक पहुंच गई है। छिंदवाड़ा, पांढुर्ना और बैतूल में इस त्रासदी ने पूरे इलाके को शोक में डाल दिया है। पांच बच्चे अभी भी नागपुर के अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। राज्य सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक की गिरफ्तारी के लिए टीम चेन्नई और कांचीपुरम भेज दी है।
तीन और बच्चों की मौत, संख्या पहुंची 20
नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान तामिया की धानी डेहरिया (डेढ़ वर्ष), जुन्नारदेव के ज्यांशु यदुवंशी (2 वर्ष) और रीधोरा के वेदांश पवार (ढाई वर्ष) ने दम तोड़ दिया। छिंदवाड़ा में मृत बच्चों की संख्या 17 हो गई है। पांढुर्ना और बैतूल में क्रमशः एक-एक और दो बच्चों की मौत हुई।
सिरप में जहरीले तत्व, लापरवाही सामने आई
जांच में पाया गया कि कुछ निजी चिकित्सकों ने बच्चों को ‘कोल्ड्रिफ सिरप’ दी थी। सिरप पीने के बाद बच्चों की किडनी फेल होना शुरू हो गई। मेडिकल जांच में सिरप में जहरीले रासायनिक तत्व पाए गए, जिससे कई बच्चों की जान चली गई।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने पांच मेडिकल स्टोर सील कर दिए हैं और संदिग्ध सिरप के सैंपल लैब जांच के लिए भेजे हैं। गांव-गांव में लोगों को आगाह किया जा रहा है कि किसी भी हालत में बच्चों को कफ सिरप न दें।
राजनीति में भी उठे सवाल
कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की है, जबकि भाजपा ने कहा कि जांच पूरी पारदर्शिता से हो रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
शोक और भय का माहौल
छिंदवाड़ा जिले के गांवों में बच्चों की मौत से मातम पसरा है। नागपुर में भर्ती बच्चों के परिजन अस्पतालों में लगातार अपने बच्चों के साथ हैं।
जांच समिति गठित
सरकार ने उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया है। समिति यह पता लगाएगी कि जहरीली सिरप बाजार में कैसे पहुंची और किस स्तर पर लापरवाही हुई। औषधि निरीक्षक दलों को जिले के सभी मेडिकल स्टोरों की दवा जांच रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
कांग्रेस का कहना है कि मतदाता सूची से कितने गैर-नागरिकों के नाम हटाए गए, इसकी पूरी जानकारी नहीं दी गई
नई दिल्ली। कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर फिर से गंभीर आरोप लगाते हुए बिहार में मतदाता सूची से गैर-नागरिकों को हटाने की प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाया है। पार्टी का कहना है कि आयोग इस बारे में खुलकर जानकारी देने में विफल रहा है कि कितने नाम हटाए गए और एसआईआर प्रक्रिया में समानता और निष्पक्षता की कमी है।
कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी नहीं रही। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट किया होता कि कितने गैर-नागरिकों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए, तो स्थिति और स्पष्ट होती।
जयराम रमेश ने सुप्रीम कोर्ट में एसआईआर पर चल रही सुनवाई का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट के हस्तक्षेप से मताधिकार से वंचित होने की आशंकाएं कम हुई हैं, लेकिन पूरी प्रक्रिया में सटीकता, समानता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना अभी बाकी है। उन्होंने इस संबंध में प्रकाशित एक समाचार पत्र लेख की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की, जिसमें एसआईआर प्रक्रिया का विस्तृत विश्लेषण किया गया।
कांग्रेस का यह बयान चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर उठाए गए सवालों को और अधिक तेज़ करता है और बिहार में मतदाता सूची की समीक्षा को लेकर राजनीतिक बहस को नया मोड़ देता है।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। दौरे की शुरुआत उन्होंने शिवपुर स्थित अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्य आश्रम के कार्यक्रम में भाग लेकर की, जहां उन्होंने 150 युवतियों को सिलाई और कढ़ाई मशीनें वितरित कीं। साथ ही मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आश्रम के महंत शंकरपुरी के सामाजिक योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास समाज को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं। उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा मंदिर आज न केवल धार्मिक गतिविधियों का केंद्र है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता और रोजगार का भी प्रतीक बन चुका है।
सीएम योगी ने कहा, “मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से यह संस्थान महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा है। एक सिलाई मशीन एक परिवार की आर्थिक रीढ़ बन सकती है। हमारी बहन-बेटियां अब आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं।”
उन्होंने बताया कि मंदिर प्रबंधन परंपरा और आधुनिकता के संतुलन को बनाए रखते हुए कंप्यूटर शिक्षा भी प्रदान कर रहा है। साथ ही संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए छात्रवृत्तियों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि आश्रम में गऊ सेवा का कार्य भी सुचारु रूप से चल रहा है।
मुख्यमंत्री वाराणसी में अपने प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव के दर्शन कर मंगलवार को शहर से प्रस्थान करेंगे।
अपने दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी चांदपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (IRRI) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (ISARC) में आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन में कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों और उत्तर प्रदेश की भूमिका पर विचार विमर्श होगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री पिपलानी कटरा स्थित सरोजा पैलेस में आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम में लगभग 400 सफाईकर्मियों को ‘मुख्यमंत्री स्वच्छता किट’ वितरित करेंगे।
सीएम योगी कृषि विभाग की 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भी शामिल होंगे, जहां वे अत्याधुनिक कृषि उपकरणों — ई-सीडर और प्रिसिजन हिल सीडर — का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही धान की सीधी बुवाई पर आधारित पुस्तिका और ‘समृद्धि धान नेटवर्क’ का विमोचन भी करेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वर्ष 2030 तक उत्तर प्रदेश को वैश्विक खाद्य भंडारण केंद्र के रूप में विकसित करने की राज्य सरकार की योजना पर भी विचार साझा करेंगे।
पीएम मोदी ने ITI टॉपर्स को किया सम्मानित
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विज्ञान भवन में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह 2025 के दौरान देशभर के आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) टॉपर्स को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को समर्पित 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की भी शुरुआत की। समारोह से पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जुड़े।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कुछ वर्ष पहले सरकार ने आईटीआई छात्रों के लिए व्यापक स्तर पर दीक्षांत समारोह आयोजित करने की परंपरा शुरू की थी और आज उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हम सभी इस खास अवसर के गवाह बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि आज का भारत कौशल और हुनर को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आईटीआई से जुड़े इस तरह के प्रयासों का सीधा लाभ प्रदेश के युवाओं को मिलेगा। उन्होंने बताया कि बिहार में युवा आयोग और जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वास की स्थापना की गई है, जिसके माध्यम से लाखों युवाओं को छात्रवृत्ति और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
इस मौके पर केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि यह समारोह भारत की कौशल यात्रा का ऐतिहासिक पड़ाव है। उन्होंने याद दिलाया कि 11 वर्ष पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कौशल विकास और उद्यमिता विभाग की नींव रखी थी। उसी सोच और प्रयास का परिणाम है कि आज आईटीआई छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बने, और इसी विज़न की दिशा में यह कदम मील का पत्थर साबित होगा।
कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025 में सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था की लचीलापन और विकास क्षमता पर दिया जोर
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अस्थिरताओं और बदलावों के दौर से गुजर रही है, लेकिन भारत इन चुनौतियों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने यह बात कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन 2025 में अपने संबोधन के दौरान कही।
सीतारमण ने सम्मेलन में कहा कि वर्तमान समय में दुनियाभर के देशों के सामने अनिश्चितता का माहौल है, जिसमें व्यापार, वित्त और ऊर्जा क्षेत्रों में असंतुलन जैसी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था इस अस्थिर स्थिति में भी लचीली बनी हुई है और बाहरी झटकों को झेलने की क्षमता रखती है।
उन्होंने वैश्विक परिदृश्य पर भी टिप्पणी करते हुए कहा, “भू-राजनीतिक संघर्ष तेज हो रहे हैं। प्रतिबंध, टैरिफ और अलगाव की रणनीतियां वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को नया आकार दे रही हैं। ये बदलाव भारत के लिए चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन हमारी आर्थिक क्षमता और जुझारूपन इन्हें पार करने में सहायक हैं।”
फाइनेंस मिनिस्टर ने यह भी बताया कि युद्ध और रणनीतिक प्रतिद्वंद्विता दुनिया में सहयोग और संघर्ष के स्वरूप को बदल रही हैं। पुराने गठबंधन अब परीक्षा में हैं, जबकि नए गठबंधन उभर रहे हैं। उनका कहना था कि ये अस्थायी समस्याएं नहीं हैं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक बदलाव हैं।
निर्मला सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती पर जोर देते हुए कहा, “भारत का विकास उसके घरेलू कारकों पर आधारित है। लंबे समय से सकल घरेलू उत्पाद में उपभोग और निवेश की स्थिर हिस्सेदारी इस वृद्धि का आधार रही है। भारत का आर्थिक उदय आकस्मिक नहीं, बल्कि अनेक मजबूत कारकों का परिणाम है।”
पीएम मोदी ने RSS शताब्दी समारोह में किया विशेष स्मृति सिक्का और डाक टिकट जारी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने संघ के योगदान को याद करते हुए विशेष डाक टिकट और स्मृति सिक्का जारी किया। संघ इस साल विजयदशमी से लेकर अगले वर्ष तक शताब्दी वर्ष मना रहा है।
पीएम मोदी ने डॉ. अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित की और स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने देशवासियों को नवरात्रि और विजयदशमी की बधाई भी दी।
उन्होंने कहा कि संघ की स्थापना 100 साल पहले भारतीय संस्कृति की उस परंपरा का पुनरुत्थान थी, जो राष्ट्र चेतना और युग की चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा देती रही है। इस अवसर पर जारी 100 रुपए के स्मृति सिक्के पर भारत माता की छवि और संघ का बोध वाक्य अंकित है, जो संभवतः स्वतंत्र भारत में पहली बार हो रहा है।
पीएम मोदी ने संघ की गौरवमयी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि संघ ने हमेशा राष्ट्र निर्माण और व्यक्ति निर्माण पर ध्यान दिया। संघ के स्वयंसेवक समाज की सेवा में हमेशा आगे रहे हैं, चाहे वह विभाजन के समय शरणार्थियों की मदद हो या आदिवासी और दूरदराज के क्षेत्रों में सेवा।
उन्होंने संघ पर हुए अनेकों हमलों और षड्यंत्रों का भी जिक्र किया, लेकिन कहा कि संघ ने कभी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। संघ हमेशा राष्ट्रभक्ति और सेवा का पर्याय रहा है और उसकी शाखाएं व्यक्ति निर्माण और राष्ट्र निर्माण का महत्वपूर्ण माध्यम रही हैं।