रेलमंत्री का बड़ा ऐलान, भारत में चलेंगी कम किराए वाली ट्रेनें..
देश-विदेश: मोदी सरकार का 3.0 का बजट पेश हो चुका है। बजट पेश होने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी दी है। उनका कहना हैं कि रेलवे द्वारा ढाई हजार नॉन एसी कोच बनाए जा रहे हैं। अगले तीन सालों में दस हजार और एक्सट्रा नॉन एसी कोच बनाए जाएंगे। इसका फायदा मिडिल क्लास और कम आय वालों को मिलेगा। बता दे कि रेलवे इस उद्देश्य से इन कोच का निर्माण कर रहा है कि लोग कम कीमत पर आरामदायक सफर का लुफ्त उठा सकें। रेल मंत्री ने कहा कि ट्रेनें 1000 किलोमीटर की यात्रा के लिए लगभग 450 रुपये की लागत पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, साल 2014 से पहले रेलवे के लिए पूंजीगत व्यय पर निवेश 35,000 करोड़ हुआ करता था, जो आज 2.62 लाख करोड़ रुपये हो गया है। ये रेलवे के लिए रिकॉर्ड पूंजीगत व्यय है। उन्होनें पीएम मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण का आभार जताया है।
आपको बता बता दें कि इस बात वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने बजट भाषण में रेलवे का सिर्फ एक बार जिक्र किया। यानी अंतरिम बजट में रेलवे क्षेत्र को जो आंवटन किया गया था, बिना किसी बदलाव के यह वही रहेगा। इस बात पर सभी लोग हैरान दिखे कि वित्त मंत्री के बजट भाषण में न ही रेलवे की किसी ट्रेन की घोषणा की गई और न किराए में कोई छूट या रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने पर कोई जोर दिया गया।
कारगिल में बर्फ के अंदर दबे रहे जवानों के शव, खोजने में लग गए नौ महीने..
देश-विदेश: लद्दाख में कारगिल की माउंट कुन चोटी के पास हुए हिमस्खलन में शहीद हुए तीन सैन्य कर्मियों के शव लगभग नौ महीने के बाद बरामद कर लिए गए हैं। इस हादसे में बलिदान एक अन्य का शव पहले ही मिल चुका था। आपको बता दे कि आठ अक्टूबर, 2023 को बारामूला जिले के गुलमर्ग स्थित सेना के हाई एल्टीट्यूड वॉरफेयर स्कूल के 40 सैन्यकर्मियों की एक टीम माउंट कुन के नजदीक 18,300 फीट से अधिक की ऊंचाई पर चढ़ाई का प्रशिक्षण ले रही थी। इसी प्रशिक्षण के दौरान भारी बर्फबारी हुई और हिमस्खलन हो गया। इसमें कई जवान फंस गए थे। इस हादसे में टीम के चार जवान एक दरार में लापता हो गए। उन्हे तलाश करने की कवायद शुरु हुई। बलिदान हुए लॉन्स नायक स्टैनजिन टार्गिस का पार्थिव शरीर उसी दिन बरामद कर लिया गया था, जबकि तीन सैन्यकर्मी हवलदार रोहित कुमार, हवलदार ठाकुर बहादुर आले व नायक गौतम राजवंशी बर्फ में दबने से लापता हो गए थे।
नौ महीने बाद नौ दिन की खुदाई के बाद मिले शव..
जहां ये हादसा हुआ वहां अक्टूबर के बाद के सीजन में भारी बर्फबारी होती है। ऐसे में लापता सैन्य कर्मियों की तलाश को रोकना पड़ गया। अब जब कुछ बर्फ गली तो फिर से तलाश शुरु की गई। इस अभियान को हवलदार रोहित, हवलदार ठाकुर बहादुर और नायक गौतम के नाम पर ‘ऑपरेशन RTG’88 लोगों की टीम लगभग नौ दिनों तक बेहद कठिन हालात में रोजाना 12 घंटे तक काम करती रही। इसके बाद तीनों बलिदानियों के पार्थिव शरीर बर्फ की मोटी परतों के बीच दरार से बरामद कर लिए गए।
सेवानिवृत ब्रिगेडियर हरदीप सिंह सोही ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जब 8 अक्टूबर, 2023 को चार सैनिक खो गए, तो छह दिनों की खुदाई के बाद एक शव बरामद हुआ था। इस बार टीम RECCO रडार का उपयोग करके चेनसॉ और GREF ग्रेड फावड़ों के साथ गई और 9 दिनों की खुदाई के बाद शेष तीन को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया। शव बर्फ से ढकी 70 फीट ऊंची दरार के नीचे दबे हुए थे। इससे पहले उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘वह भारी नहीं है,वह मेरा भाई है’
उन्नाव में दर्दनाक हादसा, टैंकर से टकराई डबल डेकर बस, 18 की मौत, 20 घायल..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बुधवार सुबह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में भीषण सड़क हादसा हो गया। डबल डेकर बस एक टैंकर से टकरा गई। जिसके बाद कई बार हाईवे में बस पलटी। दर्दनाक हादसे में 18 यात्रियों की जान चली गई, जबकि 19 से ज्यादा यात्री घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है।
बताया जा रहा है कि डबल डेकर बस बिहार के शिवगढ़ से राजधानी दिल्ली जा रही थी। जैसे ही स्लीपर बस लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बेहटा मुजावर थाना इलाके में हवाई पट्टी पर पहुंची तो दूध से भरे टैंकर में भिड़ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां लाशों का अंबार लग गया। सड़क पर लाश देख हर कोई सहम गया। बताया जा रहा है कि हादसे में एक बच्चे और महिलाओं समेत 18 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 20 यात्री गंभीर रुप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि बस की स्पीड ज्यादा थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया स्लीपर बस अनियंत्रित होकर टैंकर से टकराई थी, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि दिल्ली जा रही एक निजी बस में करीब 57 यात्री सवार थे। सुबह 5:15 बजे बस की दूध के कंटेनर से टक्कर होने से 18 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए, जबकि करीब 20 लोग सुरक्षित हैं, जिन्हें दिल्ली भेजा जा रहा है।
रेल, बांध, आपदा और बिजली परियोजनाओं के लिए मोदी सरकार से आस,इस महीने आएगा बजट..
उत्तराखंड: अगले पांच वर्ष में राज्य की आर्थिक विकास दर को दोगुना करने के उद्देश्य से राज्य सरकार अपनी जिन ढांचागत विकास जुड़ी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कोशिश कर रही है, उसमें वह मोदी सरकार उदार सहयोग चाहती है।यही वजह है कि केंद्र सरकार के बजट से ऐन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम, गृहमंत्री से लेकर केंद्र के सभी प्रमुख मंत्रियों के दरवाजे पर दस्तक दी ताकि राज्य की प्रस्तावित योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र से सहायता मिल सके।ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा
अब सरकार का फोकस टनकपुर-बागेश्वर और ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल परियोजना पर है। इसलिए सरकार इन दोनों परियोजनाओं में आवश्यक प्रावधान चाहती है। साथ ही सरकार ने देहरादून-मसूरी रेल परियोजना का एक नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा है। सरकार राज्य की दो महत्वपूर्ण जमरानी और सौंग बांध परियोजनाओं के लिए भी केंद्र से मदद चाहती है। दोनों परियोजनाओं पर फिलहाल सरकार ने अपने संसाधनों से काम शुरू कर दिया है। लेकिन परियोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए केंद्र की वित्तीय सहायता जरूरी है। पीएमजीएसवाई और जल जीवन मिशन के कार्य तय समय सीमा के अनुरूप नहीं बन पाए हैं।
ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही
सरकार चाहती है कि केंद्र इस योजना की समय-सीमा को बढ़ा दे। राज्य में औद्योगिक निवेश और आर्थिक गतिविधियों में हो रहे विस्तार के लिए ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही है। पानी से बिजली बनाने की भरपूर क्षमता होने के बावजूद सरकार परियोजनाओं पर काम नहीं कर पा रही है। 25 हजार मेगावाट क्षमता के राज्य में केवल 4200 मेगावाट क्षमता की दोहन हो पाया है। इसलिए सरकार 4800 मेगावाट की उन 44 जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण पर लगी रोक को हटाने के लिए भी केंद्र से गुहार लगा रही है। सीएम धामी इस बाबत पीएम से भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध कर चुके हैं। सरकार यह भी चाहती है कि एसडीआरएफ योजना की परिधि में हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन व वनाग्नि को भी शामिल किया जाए। प्राकृतिक आपदा के लिहाज से संवेदनशील राज्य में सरकार चाहती है कि केंद्र सरकार चमोली, चंपावत या पिथौरागढ़ में से किसी एक जिले में क्रोनिक लैंड स्लाइड के ट्रीटमेंट के लिए राष्ट्रीय महत्व के शोध संस्थान की स्थापना करे।
जीका वायरस को लेकर सरकार अलर्ट, केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए जारी की एडवायजरी..
देश-विदेश: केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को जीका वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है। ये एडवाइजरी हाल में महाराष्ट्र में पाए गए जीका वायरस को लेकर जारी की गई है। सरकार ने सभी राज्यों से आग्रह किया है कि वे अपने यहां प्रेग्नेंट महिलाओं में इस वायरस की जांच के जरिए निरंतर निगरानी बनाए रखें। केंद्र ने राज्यों को यह भी सलाह दी है कि वे गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच करके और जीका के लिए पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने वाली गर्भवती महिलाओं के भ्रूण विकास पर निगरानी भी निरंतर बनाए रखें।
स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय ने एडवाइजरी में कहा, चूंकि जीका प्रभावित गर्भवती महिला के भ्रूण में माइक्रोसेफली और न्यूरोलॉजिकल परिणामो से जुड़ा हुआ है, इसलिए राज्यों को सलाह दी गई है कि वे डॉक्टरों को निगरानी के लिए अलर्ट करें। राज्यों से आग्रह किया जाता है कि वे प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं या प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले मामलों को संभालने के लिए गर्भवती महिलाओं की जांच करें, जीका के लिए पॉजिटिव पाए जाने वाली गर्भवती माताओं के भ्रूण के विकास की भी निगरानी करें। इसी के साथ राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे समाज के बीच डर को कम करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्मों पर एहतियाती आईईसी संदेशों के माध्यम से जागरुकता को बढ़ावा दें, क्योंकि जीका किसी भी अन्य वायरल संक्रमण की तरह है, जिसके अधिकांश मामले लक्षणहीन और हल्के होते हैं। हालांकि, इसे माइक्रोसेफली से जुड़ा हुआ बताया जाता है, लेकिन 2016 के बाद से देश में जीका से जुड़े माइक्रोसेफली की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
क्या होता है जीका वायरस?
जीका डेंगू और चिकनगुनिया की तरह एडीज मच्छर की वजह से होने वाली वायरल बीमारी है। यह एक गैर-घातक बीमारी है। हालांकि, जीका से प्रभावित गर्भवती महिलाओं से पैदा होने वाले शिशुओं में माइक्रोसेफली (सिर का आकार कम होना) होता है, जो इसे एक बड़ी चिंता का विषय बनाता है। बता दे कि 2024 में भारत में जीका वायरस के 8 केस मिले हैं। जिन्में पुणे से 6, कोल्हापुर और संगमनेर से एक-एक मामला सामने आया है।
भारी संख्या में बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालु..
देश-विदेश: इस साल भारी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए अमरनाथ पहुंच रहे हैं। इतनी संख्या में दर्शन कर श्रद्धालुओं ने इतिहास रच दिया है। बताया जा रहा है कि हर दिन 20 हजार से ज्यादा लोग पवित्र गुफा के दर्शन कर रहे हैं। इतनी संख्या में बाबा बर्फानी के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने इतिहास रच दिया है। अमरनाथ यात्रा शुरु होने के सिर्फ 5 दिनों में कुल 1,05,282 भक्तों ने बाबा अमरनाथ के दर्शन किए हैं। ये यात्रा 29 जून से शुरु हो गई थी।
आपको बता दें कि पहले पांच दिनों में ही एक लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। पिछले साल के मुकाबले यह आंकड़ा काफी ज्यादा है। अकेले 3 जुलाई को 30,586 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ के दर्शन किए। अमरनाथ श्राइन बोर्ड और प्रशासन की तरफ से किए गए इंतजानों से यात्री इस बार काफी उत्साहित हैं। खास इंतजामों के चलते भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। सुरक्षा के इंतजामों मे कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही पवित्र गुफा के दोनों मार्गों पर तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए करीब 1 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए लखनपुर पवित्र गुफा तक विभिन्न धार्मिक संगठनों द्वारा 132 से अधिक नि:शुल्क लंगर की व्यवस्था की गई है।
पेटीएम के बाद अब इस बैंक पर आरबीआई का शिकंजा, जानें आपके पैसे का क्या होगा..
देश-विदेश: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया बैंकों द्वारा मनमानी करने पर समय-समय पर कार्रवाई करता रहता हैं। अब एक बार फिर कार्ड से संबंधित कुछ निर्देशों का पालन नहीं करने पर हांगकांग व शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई की गई है। रिजर्व बैंक ने एचएसबीसी बैंक पर 29.6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। जुर्माना लगाने के के कारणों के बारे में बताते हुए आरबीआई ने कहा है कि क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और रुपया मूल्यवर्गित सह-ब्रांडेड प्रीपेड कार्ड ऑपरेशन पर जारी कुछ निर्देशों का पालन नहीं किया है। जिसके चलते संबंधित बैंक के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का कहना हैं कि जुर्माना वैधानिक तथा नियामकीय अनुपालन में कमियों के चलते लगाय गया है। इसका मकसद बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी लेनदेन या समझौते की वैधता पर सवाल उठाना नहीं है। इसलिए ग्राहक बैंक से पहले की तरह ही संबंध बनाए रखें। मौद्रिक जुर्माना लगाने से आरबीआई द्वारा बैंक के खिलाफ शुरू की जाने वाली किसी भी अन्य कार्रवाई पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसलिए किसी भी ग्राहक को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। जुर्माना बैंक द्वारा नियमों का पालन न करने पर लगाया गया है। ये नियामक कार्रवाई है, जो नियमों का पालन न करने वाले बैंकों पर होती रहती है।
आरबीआई का कहना हैं कि 31 मार्च 2022 तक बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में वित्तीय मूल्यांकने को लेकर रूटीन निरीक्षण किया गया था। जिसमें पाया गया कि आरबीआई के निर्देशों का पालन नहीं किया गया। उस संबंध में संबंधित पत्राचार के आधार पर बैंक को एक नोटिस जारी किया गया था। लेकिन बैंक ने नोटिस का जवाब अभी तक नहीं दिया है। साथ ही नियमों का पालन करने में बैंक अभी तक भी विफल रहा है। जिसके बाद आरबीआई को बैंक के खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही की गई।
प्रभास की फिल्म ने की महाबंपर ओपनिंग, पहले ही दिन ‘सालार’, ‘साहो ‘और ‘आदिपुरुष’ का तोड़ा रिकॉर्ड..
उत्तराखंड: अभिनेता प्रभास, दीपिका पादुकोण, अमिताभ बच्चन, और कमल हासन की फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज की जा चुकी है। ऐसे में फिल्म ने तीसरी सबसे बड़ी ओपनिंग की है। पैन इंडिया इस फिल्म को पांच भाषाओं तमिल, हिंदी कन्नड़, तेलुगु और मलयालम में रिलीज किया गया। इस फिल्म ने पहले दिन देशभर में करीब 95 करोड़ की ओपनिंग की। तो वहीं फिल्म की अनुमानित कमाई 115 करोड़ (Kalki 2898 AD Collection Day 1) के आस-पास है। तो वहीं दुनिया भर में फिल्म ने 180 करोड़(Kalki 2898 AD Worldwide Collection Day 1) का कारोबार किया है।खबरों की माने तो शुरुआती आकड़ों की माने तो फिल्म Kalki 2898 AD ने पहले दिन भारत मे 115 करोड़ की कमाई की है। तो वहीं ओवरसिज फिल्म ने 65 करोड़ का कलेक्शन किया है। फिल्म ने पहले दिन टोटल 180 करोड़ की कमाई कर अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज कर लिया है।
फिल्म कल्कि 2898 एडी ने ‘केजीएफ 2’, ‘लियो’, ‘सालार’, ‘जवान’ आदि फिल्मों को पहले दिन कमाई के मामले मे पीछे छोड़ दिया है। जहां ‘केजीएफ 2’ ने 159 करोड़ से ओपनिंग की थी। तो वहीं पहले दिन सालार ने 158 करोड़, लियो ने 142.75 करोड़ और जवान ने 129 करोड़ की कमाई की थी। ऐसे में Kalki 2898 AD तीसरी सबसे बड़ी ओपनिंग करने वाली फिल्म बन गई। बता दें कि इस लिस्ट में 223 करोड़ की ओपनिंग के साथ RRR सबसे ऊपर है। तो वहीं इसके बाद दूसरे नंबर पर 217 करोड़ की ओपनिंग के साथ ‘बाहुबली 2’ है।
साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास, पहली बार फाइनल में, टूटा अफगानिस्तान का सपना..
देश-विदेश: साउथ अफ्रीका ने इतिहास रच दिया। T20 World Cup 2024 के सेमीफाइनल मुकाबले में अफ्रीका ने अफगानिस्तान को हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। बता दें कि विश्व कप का पहला सेमीफाइनल मुकाबला साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच हुआ। जिसमें अफगानिस्तान ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। जिसमें अफ्रीका के गेंदबाजों के आगे अफगानिस्तान की टीम टिक नहीं पाई। टीम महज 56 रनों में ऑल आउट हो गई। आपको बता दें कि T20 World Cup 2024 के सेमीफाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने उतरी राशिद खान की टीम की शुरुआत ही खराब हुई। 30 रनों के स्कोर पर आधी टीम पवेलियन पहुंच गई। टीम ने 30 रनों के अदर अपने छह विकेट खो दिए। साउथ अफ्रीका के गेंदबाज एनरिक नॉर्खिया, कागिसो रबाडा और मार्को यानसन ने अफगानिस्तान के पठानों की कमर तोड़ दी। जहां रहमानुल्लाह गुरबाज, अजमातुल्लाह उमरजई, मोहम्मद नबी, इब्राहिम जादरान, नांगेयालिया खरोटे, गुलबदीन नईब, टीक कर नहीं खेल पाए। 11.5 ओवर में 56 रन बनाकर पूरी टीम सिमट गई। अफ्रीका के लिए मार्को यानसन ने तीन, रबाडा और नॉर्खिया ने दो विकेट चटकाए।
पहली बार फाइनल में साउथ अफ्रीका..
बल्लेबाजी करने आई साउथ अफ्रीका की टीम को पहला और आखिरी झटका क्विंटन डि कॉक के तौर पर लगा। क्विंटन केवल पांच रन बनाकर पवेलियन लौट गए। हालांकि उसके बाद टीम का एक भी विकेट नहीं गिरा। कप्तान मारक्रम ने टीम की कमान संभाली। दूसरी छोर से रिजा हेंड्रिक्स टीम को जीत की तरफ ले गए। जहां मारक्रम ने 23 तो वहीं हेंड्रिक्स 29 रन बनाकर नाबाद रहे। ऐसे में बड़ी ही आसानी से टीम ने 8.5 ओवर में ही एक विकेट गवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। बता दें कि टीम पहली बाद टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची है।
आज से शुरू होगा 18वीं लोकसभा का पहला सत्र..
उत्तराखंड: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरु हो गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी बात मीडिया के सामने रखी। उन्होनें सभी सांसदों का स्वागत किया। इसी के साथ पीएम मोदी ने आपातकाल की तारीख पर बोलते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए खुशी का अवसर है। आज आजादी के बाद पहली बार हम इस नई संसद में शपथ ग्रहण समारोह मना रहे हैं। अभी तक ऐसा पुरानी संसद में होता था। इस मौके पर पीएम ने सभी सांसदों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।
इस दौरान पीएम मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उनका कहना हैं कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था, संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं, देश को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबा दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि अपने संविधान, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके, जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य मानवी के सपनो को पूरा करने का संकल्प लेंगे।