देश में 24 घंटे में सामने आये 16 हजार से ज्यादा कोरोना मामले..
देश-विदेश: देश में कोरोना मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव जारी है। काफी दिनों से 20 हजार के आसपास मामले सामने आ रहे थे, लेकिन बीते 24 घंटों में इनकी संख्या घटी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार,देश में एक दिन में 16,464 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। जबकि, एक दिन पहले 19,673 मामले सामने आए थे। इसके साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। देश में अब 143989 सक्रिय कोरोना मरीज हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना हैं कि 24 घंटे के अंदर देश में 24 मरीजों की कोरोना के कारण मौत भी हुई है। इसके बाद अब तक कुल मौतों का आंकड़ा 526396 पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में रिकवरी रेट 98.48 प्रतिशत दर्ज की गई है। वहीं दैनिक सकारात्मकता दर 6.01 प्रतिशत तो साप्ताहिक सकारात्मकता दर 4.80 प्रतिशत दर्ज की गई। वहीं मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है।
सीएम ममता ने बंगाल में 7 नए जिले बनाने का किया एलान..
मंत्रालय में बदलाव की भी की घोषणा..
देश-विदेश: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आज बड़ा एलान करते हुए राज्य में 7 नए जिले बनाने की घोषणा की है। सीएम ममता का कहना हैं कि पहले बंगाल में 23 जिले थे अब इसे बढ़ाकर 30 कर दिया गया है। 7 नए जिलों में सुंदरबन, इछेमती, राणाघाट, बिष्णुपुर, जंगीपुर, बेहरामपुर और बशीरहाट शामिल हैं।
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कैबिनेट फेरबदल को लेकर भी जानकारी दी।
जिसमें उन्होंने कहा कि मीडिया में यह बताया जा रहा है कि हम पूरे मंत्रालय को भंग करने जा रहे हैं जो कि बिल्कुल गलत है। हां, फेरबदल होगा लेकिन कुछ मंत्रालयों में। हमने मंत्री सुब्रत मुखर्जी, साधन पांडे को खो दिया है। पार्थ जेल में है इसलिए उनका सारा काम करना है। मेरे लिए अकेले संभालना संभव नहीं है। इसलिए इस बुधवार को जरूरी मंत्रालय में फेरबदल कर दिया जाएगा।
दिल्ली में लागू हो सकती है पुरानी आबकारी नीति..
देश-विदेश: दिल्ली में पुरानी आबकारी नीति लागू होगी, जिससे ब्रज के मंदिरों में पुजारियों पर हाउस टैक्स लगेगा। नई आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद दिल्ली सरकार बैकफुट पर आ गई है। सूत्रों का कहना हैं कि नई आबकारी नीति वापस होगी। नई नीति तैयार होने तक पुरानी नीति के तहत ही शराब की बिक्री की जाएगी। वहीं ब्रज के मंदिरों में ठाकुरजी की सेवा कर रहे पुजारियों पर नगर निगम के टैक्स का साया पड़ने वाला है।
निगम द्वारा कराए जा रहे सर्वे में मंदिरों के प्रांगण में रह रहे पुजारी टैक्स के दायरे में आ जाएंगे। साथ ही सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ने खुलासा किया है कि दुनियाभर की सरकारें उससे यूजर खातों से सामग्री हटाने या उनके निजी विवरणों की जासूसी के लिए कह रही हैं। नई आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद दिल्ली सरकार बैकफुट पर आ गई है। सूत्रों के अनुसार नई आबकारी नीति वापस होगी। नई नीति तैयार होने तक पुरानी नीति के तहत ही शराब की बिक्री की जाएगी।
बड़ों की तुलना में बच्चों को कोरोना से गंभीर बीमारी होने का जोखिम कम-केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री..
देश-विदेश: कोविड संक्रमण वयस्कों की तुलना में बच्चों को कम नुकसान पहुंचाता है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से शुक्रवार को लोकसभा में बताया, संक्रमण वयस्कों के मुकाबले बच्चों और किशोरों में कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है।
बच्चों में संक्रमण और टीकाकरण पर पूछे गए सवाल के जवाब में पवार का कहना हैं कि एक जनवरी, 2022 से 25 जुलाई, 2022 तक 18 वर्ष तक के बच्चों के 7,362 नमूनों में ओमिक्रॉन और 118 नमूनों में इसके सब-वैरिएंट का पता चला है। इसके साथ ही उनका कहना हैं कि 12 से 18 वर्ष के बच्चों को 26 जुलाई तक देश में 9.96 करोड़ पहली खुराक (82.2 फीसदी कवरेज) और 7.79 करोड़ दूसरी खुराक (64.3 फीसदी कवरेज) दी जा चुकी हैं। साथ ही उन्होंने जानकारी दी, अभी 12 साल से कम के बच्चों का टीकाकरण शुरू नहीं किया गया है।
आपको बता दे कि देश में कोरोना वायरस का कोई नया वैरिएंट नहीं मिला है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में कहा कि इस वक्त अधिकांश राज्यों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का असर ही सबसे अधिक देखा जा रहा है। वैरिएंट के हल्के असर से संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है।
राज्यमंत्री पवार ने कहा, कोरोना के खिलाफ राज्यों को सहयोग किया जा रहा है। स्वास्थ्य राज्यमंत्री पवार ने सदन को बताया कि देश में मंकीपॉक्स से मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया है, जबकि कुल चार मामलों की पुष्टि हुई है। साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ राज्यों में मई से कोविड-19 के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है।
दर्शकों को भा गई जान्हवी की एक्टिंग..
देश-विदेश: बॉलीवुड की अदाकारा जान्हवी कपूर की फिल्म गुड लक जेरी रिलीज हो चुकी है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद दर्शक इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। हालांकि ये फिल्म सिनेमाघरों की बजाय डिज्नी प्लस हॉटस्टार ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई है। सिद्धार्थ सेन द्वारा निर्देशित और आनंद एल राय के कलर येलो प्रोडक्शंस, लाइका प्रोडक्शंस और महावीर जैन द्वारा निर्मित यह फिल्म दर्शकों के लिए घर बैठे छुट्टियां बिताने के लिए बेहतरीन मटीरियल है। दर्शकों ने ट्विटर पर इस फिल्म को ठीक-ठाक रिव्यू दिया है।
आपको बता दे कि गुड लक डेरी एक लड़की के संघर्ष की कहानी है, जो अपनी मां को बीमारी से बचाने के लिए लड़ती है और जिंदगी में आगे बढ़ती है। इस फिल्म को ट्विटर पर दर्शकों ने अच्छा रिव्यू दिया है। एक यूजर ने लिखा- गुड लक जेरी एक बढ़िया टाइमपास फिल्म है और निसंदेह इस फिल्म में जान्हवी की परर्फॉर्मेंस बेहतरीन है। वहीं दूसरे यूजर को भी फिल्म पसंद आई और उन्होंने लिखा- जान्हवी की एक्टिंग में काफी सुधार हुआ है। सभी साइड कैरेक्टर्स ने शानदार काम किया है। इसकी कहानी आपको हंसाती है। हालांकि फिल्म में कई खामियां भी हैं, लेकिन कुल मिलाकर फिल्म अच्छी है।
सीआरपीएफ, स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कुछ ऐसा..
देश-विदेश: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 84वें स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों व उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, सुरक्षा संबंधी चुनौतियां हों या फिर मानवीय चुनौतियां, सीआरपीएफ की भूमिका हमेशा सराहनीय रही है। इस मौके पर पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, सीआरपीएफ के स्थापना दिवस पर सभी बहादुर जवानों, उनके परिवार के सदस्यों को बधाई।
सीआरपीएफ ने अदम्य साहस और उत्कृष्ट सेवा के लिए अपनी एक पहचान स्थापित की है। सुरक्षा संबंधी चुनौतियां हों या फिर मानवीय चुनौतियां, सीआरपीएफ की भूमिका सराहनीय है।
आपको बता दे कि सीआरपीएफ देश के सबसे पुराने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है और इसके पास देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है। आज ही के दिन 1939 में क्राउन रिप्रजेंटेटिव पुलिस के रूप में इसका गठन हुआ था। आजादी के बाद 28 दिसम्बर, 1949 को संसद के एक अधिनियम द्वारा इस बल को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल नाम दिया गया था।
देश में 18 हजार से ज्यादा मिले कोरोना के नए केस, 57 ने तोड़ा दम..
देश-विदेश: बुधवार को देशभर में 18,313 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। जो कि मंगलवार की तुलना में अधिक हैं। मंगलवार को 14,830 नए केस मिले थे। बुधवार को 57 मरीजों ने महामारी से दम तोड़ दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 20,742 लोग कोरोना से उबर गए। कल की तुलना में आज नए केस ज्यादा मिले, लेकिन सक्रिय केस में 2486 की कमी आई है।
आज देश में सक्रिय कोरोना केस की संख्या 1,45,026 दर्ज हुई। वहीं, दैनिक संक्रमण दर 4.31 फीसदी रही। मंगलवार की तुलना में बुधवार को मौतें भी ज्यादा हुईं। कल 36 लोगों की मौतें दर्ज हुई थीं, जबकि आज 57। बीते एक सप्ताह में देश में कोरोना मामलों में तेजी से घट-बढ़ हुई। बता दे कि देश में कोविड संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक कुल 87.36 करोड़ परीक्षण किए गए हैं। दर्ज की गई है। राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण के तहत अब तक 202.79 करोड़ वैक्सीन खुराक दी जा चुकी है।
द्रौपदी मुर्मू ने ली देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ..
देश-विदेश: द्रौपदी मुर्मू ने 25 जुलाई यानी आज देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले ली हैं। वे देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमणा ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं। वे इससे पहले झारखंड की राज्यपाल भी रही हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला समेत तमाम लोग मौजूद रहे। द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पहला भाषण दिया।
द्रौपदी मुर्मू का कहना हैं कि मैं देश की पहली ऐसी राष्ट्रपति हूं, जिसका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ था। स्वतंत्र भारत के नागरिकों के साथ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें अपने प्रयासों में तेजी लानी होगी। आदिवासी गांव में जन्म होने के बाद भी देश के लोकतंत्र की यह शक्ति है कि मुझे यहां तक पहुंचाया। मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा। ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है।
राष्ट्रपति मुर्मू का कहना हैं कि मैंने अपनी जीवन यात्रा ओडिशा के एक छोटे से आदिवासी गांव से शुरू की थी। मैं जिस पृष्ठभूमि से आती हूं, वहां मेरे लिये प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करना भी एक सपने जैसा ही था। लेकिन अनेक बाधाओं के बावजूद मेरा संकल्प दृढ़ रहा और मैं कॉलेज जाने वाली अपने गांव की पहली बेटी बनी। ये हमारे लोकतंत्र की ही शक्ति है कि उसमें एक गरीब घर में पैदा हुई बेटी, दूर-सुदूर आदिवासी क्षेत्र में पैदा हुई बेटी, भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंच सकती है। मुर्मू ने कहा, राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मेरा निर्वाचन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है।
देश में लगातार तीसरे दिन भी 21 हजार से ज्यादा नए केस मिले, 24 घंटे में 67 लोगों की मौत..
देश-विदेश: शनिवार को देश में लगातार तीसरे दिन 21 हजार से ज्यादा नए कोरोना केस मिले हैं। बीते 24 घंटे में 67 और लोगों ने महामारी के आगे हार मान ली। शनिवार को सक्रिय केस में 618 की बढ़ोतरी हुई और ये बढ़कर 1,50,100 हो गए। दैनिक संक्रमण दर 4.46 फीसदी दर्ज की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह 8 बजे अपडेट आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 21,411 नए संक्रमित मिले हैं। हालांकि, इस दौरान 20,726 लोग महामारी से उबर गए।
बीते तीन दिनों से रोज 21 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिल रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को 60 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ा था और 21,880 नए मामले सामने आए थे। जबकि, गुरुवार को देश में 21,566 नए केस मिले थे। हालांकि, शनिवार को नए केस शुक्रवार की तुलना में कुछ कम हैं, लेकिन लगातार तीसरे दिन ये 21 हजार से ज्यादा मिले हैं।
कैंसर पीड़ित बच्चे बनाए गए पुलिस अधिकारी बच्चों का सपना हुआ पूरा..
देश-विदेश: कर्नाटक के बेंगलुरू में दो कैंसर पीड़ित बच्चों का सपना पुलिस ने पूरा कर दिया। दोनों का सपना था कि वे पुलिस अधिकारी बनें। ‘मेक अ विश’ नाम के एनजीओ के माध्यम से उनके इस सपने को साकार करने के लिए पुलिस ने दरियादिली दिखाई और दोनों को एक दिन का पुलिस अधिकारी बनाया गया। आपको बता दे कि केरल के मोहम्मद सलमान और बेंगलुरू के मिथिलेस कैंसर से पीड़ित हैं।
दोनों का सपना है कि वे पढ़-लिखकर पुलिस अधिकारी बनें, लेकिन कैंसर के कारण न तो उनकी सही ढंग से पढ़ाई हो पा रही है और न ही उनके सपनों को पंख लग पा रहे हैं। ऐसे में दोनों बच्चों के सपनों को पूरा करने का बीड़ा एनजीओ मेक अ विश ने उठाया। संस्था ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया, जिस पर उन्होंने हामी भर दी। इसके बाद दोनों को एक दिन का पुलिस अधिकारी बनाया गया। इस दौरान उन्हें पुलिस अधिकारियों द्वारा तोहफे भी दिए गए।