सुबह 9:04 बजे हिली धरती, रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई तीव्रता
नई दिल्ली। गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। करीब 10 सेकंड तक धरती हिलती रही, जिससे लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले के पास स्थित था।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, सुबह 9:04 बजे झज्जर से करीब 10 किमी उत्तर में रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। झज्जर में दो बार झटके महसूस किए गए—पहला 9:07 बजे और दूसरा 9:10 बजे।
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, बहादुरगढ़, भिवानी सहित NCR के कई शहरों में कंपन महसूस हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले झटके के बाद वे घरों से बाहर आ गए। हालांकि किसी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।
लोगों की प्रतिक्रिया:
बहादुरगढ़ के निवासी रमेश कुमार ने बताया, “सुबह बिस्तर अचानक हिलने लगा। हम डर गए और तुरंत बाहर निकल आए।” गुरुग्राम के एक व्यक्ति ने कहा, “हम चाय पी रहे थे, तभी तेज झटका महसूस हुआ और सभी लोग घबराकर इमारत से बाहर भागे।”
दिल्ली मेट्रो पर असर:
एहतियातन SOP के तहत दिल्ली मेट्रो की ट्रेनों को 2-3 मिनट के लिए रोका गया। एक यात्री ने बताया, “ट्रेन अचानक रुकी, लेकिन झटका महसूस नहीं हुआ।”
प्रशासन व नेताओं की प्रतिक्रिया:
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर सूचित किया कि भूकंप के कारण किसी भी तरह की क्षति की खबर नहीं है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर सभी की सुरक्षा की कामना की।
पीएम मोदी और सीएम भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख
मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार की सहायता का एलान
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ, जब आणंद और पादरा को जोड़ने वाला 45 साल पुराना गम्भीरा पुल अचानक टूट गया। पुल के ऊपर से गुजर रहे चार वाहन – दो ट्रक, एक बोलेरो SUV और एक पिकअप वैन – सीधा महिसागर नदी में गिर गए। इस हादसे में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि नौ अन्य को सुरक्षित बचा लिया गया है।
घटना के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुल ढहने से पहले एक तेज आवाज सुनाई दी थी, और देखते ही देखते कई वाहन नदी में समा गए। मौके पर फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें तेजी से पहुंचीं। स्थानीय नागरिकों ने भी बचाव कार्य में हाथ बंटाया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर शोक जताते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने का एलान किया है।
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर क्यों बार-बार पुलों की गुणवत्ता को लेकर लापरवाही बरती जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पुल वर्षों से जर्जर हालत में था और कई बार इसकी मरम्मत की मांग की गई थी, लेकिन प्रशासन ने अनदेखी की। एक निवासी ने कहा, “यह पुल न केवल हादसों के लिहाज से खतरनाक था, बल्कि आत्महत्या की घटनाएं भी यहां होती रही हैं। कई बार चेतावनियां दी गईं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।”
राहत-बचाव टीमें तैनात, मुख्यमंत्री माणिक साहा ने दिए तत्काल सहायता के निर्देश
जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, जिले के सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद
त्रिपुरा। दक्षिण त्रिपुरा जिले में मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मंगलवार रात से जारी तेज बारिश के कारण बेलोनिया और शांतिरबाजार सबडिवीजन के निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे 100 से ज्यादा परिवारों को अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है।
प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 118 परिवारों के करीब 289 लोग 10 अस्थायी राहत केंद्रों में भेजे जा चुके हैं। वहीं, मुहुरी नदी का जलस्तर 15.70 मीटर से ऊपर बह रहा है, जो खतरे के निशान से ऊपर है।
बेलोनिया और शांतिरबाजार क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित
बेलोनिया और शांतिरबाजार क्षेत्र के कई हिस्सों में पानी घरों में घुस गया है, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। हालात को देखते हुए जिले के सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को आज के लिए बंद कर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने दी सतर्कता की सलाह
दक्षिण त्रिपुरा के जिलाधिकारी मोहम्मद सज्जाद ने बताया कि लगातार बारिश से हालात गंभीर हो गए थे, हालांकि अब वर्षा की तीव्रता थोड़ी कम हुई है। इसके बावजूद प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की है।
राहत और बचाव कार्य तेज, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन और राहत टीमें तैनात कर दी गई हैं। जिलाधिकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री माणिक साहा लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने सभी प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने दक्षिण त्रिपुरा के लिए ऑरेंज अलर्ट और गोमती व सिपाहीजाला जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटे में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
जनता से अपील: अफवाहों से बचें, प्रशासन के संपर्क में रहें
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने, प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों से संपर्क करने की अपील की है।
ट्रंप ने फिर ली भारत-पाक संघर्ष विराम की क्रेडिट
जयराम रमेश ने उठाया विदेश नीति और संप्रभुता पर सवाल
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से यह दावा दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोका था। ट्रंप ने कहा कि अगर दोनों देश लड़ाई जारी रखते, तो अमेरिका उनके साथ व्यापारिक संबंध समाप्त कर देता। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने निकट भविष्य में भारत और पाकिस्तान के साथ बड़े व्यापारिक समझौते की घोषणा की बात कही।
ट्रंप के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि बीते 59 दिनों में यह कम से कम 21वीं बार है जब ट्रंप ने यह दावा किया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के मुताबिक भारत और पाकिस्तान संघर्ष विराम पर इसलिए सहमत हुए क्योंकि उन्होंने अमेरिका के व्यापार और निवेश के दबाव को महसूस किया।
जयराम रमेश ने सवाल उठाया कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस संवेदनशील मुद्दे पर अब तक चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप का दावा सही है तो यह भारत की विदेश नीति पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
ट्रंप ने अपने हालिया बयान में कहा, “हमने कई संघर्षों को रोका है, उनमें सबसे गंभीर भारत और पाकिस्तान के बीच का था। अगर दोनों देश जंग की ओर बढ़ते, तो शायद मामला परमाणु युद्ध तक पहुंच सकता था। हमने स्पष्ट कहा कि लड़ाई की स्थिति में अमेरिका उनके साथ कोई व्यापार नहीं करेगा।”
गौरतलब है कि ट्रंप ने इससे पहले भी कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में निर्णायक भूमिका निभाई थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया नियंत्रक सम्मेलन 2025 का उद्घाटन
रक्षा लेखा विभाग को आधुनिक और रणनीतिक वित्तीय संस्था में बदलने की दिशा में बड़ा कदम
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित रक्षा लेखा विभाग (DAD) के तीन दिवसीय नियंत्रक सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने भारत की सैन्य क्षमताओं, आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन और वैश्विक रक्षा बाजार में बढ़ती हिस्सेदारी को रेखांकित करते हुए कहा कि “शांति का समय भ्रम हो सकता है, इसलिए रक्षा क्षेत्र को मजबूत करना अब आवश्यकता बन गया है।”
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान ने न केवल भारत की सैन्य ताकत को दुनिया के सामने रखा, बल्कि स्वदेशी रक्षा उत्पादों की विश्वसनीयता भी प्रमाणित की। उन्होंने कहा, “दुनिया भारत की रक्षा क्षमताओं को नई दृष्टि से देख रही है। हमारे घरेलू रक्षा उपकरणों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2024 में वैश्विक सैन्य खर्च 2.7 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है और भारत के लिए इसमें बड़ी संभावनाएं हैं। “इस बदलते सुरक्षा परिदृश्य में वित्तीय अनुशासन और रणनीतिक बजटीय प्रबंधन की भूमिका बेहद अहम है,”।
राजनाथ सिंह ने रक्षा लेखा विभाग की भूमिका को ‘सिर्फ लेखांकन’ तक सीमित न मानने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विभाग की ईमानदारी और पारदर्शिता का असर सीधे उन सैनिकों तक पहुंचता है जो सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। “यह केवल वित्तीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा दायित्व भी है,”।
उन्होंने बताया कि रक्षा अधिग्रहण परिषद ने पहली बार जैम पोर्टल के जरिए पूंजीगत खरीद को स्वीकृति दी है, जो पारदर्शिता और सुगमता की दिशा में एक बड़ा कदम है। साथ ही यह जानकारी दी कि विभाग व्यापक वेतन प्रणाली और केंद्रीकृत डाटाबेस विकसित करने पर भी काम कर रहा है।
सम्मेलन का उद्देश्य और थीम:
तीन दिवसीय यह सम्मेलन रक्षा लेखा विभाग को पारंपरिक लेखा प्रणाली से आगे ले जाकर आधुनिक, रणनीतिक और दक्ष रक्षा वित्तीय संस्था में परिवर्तित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस वर्ष सम्मेलन की थीम “वित्तीय सलाह, भुगतान, ऑडिट और रक्षा वित्त एवं अर्थशास्त्र के माध्यम से लेखांकन में बदलाव” रखी गई है।
मुख्य बिंदु और सत्र:
सम्मेलन में आठ उच्चस्तरीय ‘मंथन सत्र’ आयोजित किए जाएंगे, जिनमें बजट सुधार, आंतरिक ऑडिट, मूल्य निर्धारण, संयुक्त अनुसंधान और क्षमता निर्माण जैसे विषयों पर मंथन होगा। इसमें रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए IFA प्रणाली की भूमिका को भी स्पष्ट किया जाएगा।
डीएडी की वर्तमान भूमिका और भविष्य की दिशा:
वर्तमान में डीएडी ₹26.8 लाख करोड़ के रक्षा बजट का प्रबंधन कर रहा है, जिसमें से ₹1.7 लाख करोड़ पेंशन मद में निर्धारित है। विभाग देशभर में 200 से अधिक सेवा केंद्र संचालित कर रहा है और MIS आधारित प्रणाली से प्रदर्शन मूल्यांकन को बेहतर बना रहा है।
सम्मेलन के दौरान ‘सतर्क, चुस्त, अनुकूल’ जैसे नए मिशन स्टेटमेंट और स्लोगन का अनावरण भी किया जाएगा। वर्ष 2025 को “सुधार वर्ष” घोषित करते हुए इसे भारत की रक्षा वित्त प्रणाली को भविष्य के लिए सक्षम बनाने का एक निर्णायक क्षण बताया गया है।
महुआ मोइत्रा ने कहा- “आदेश से करोड़ों योग्य मतदाता वंचित हो सकते हैं”
10 जुलाई को होगी सुनवाई
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई के लिए 10 जुलाई को तारीख तय की है। अदालत इस प्रक्रिया की वैधता और संवैधानिक आधार का परीक्षण करेगी, जिससे चुनावी निष्पक्षता और सभी जागरूक मतदाताओं के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
याचिकाकर्ता और दायरा
राजद सांसद मनोज झा और TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने अलग-अलग याचिकाओं में चुनाव आयोग के 24 जून के आदेश को रद्द करने की मांग की है।
एनजीओ ‘एसोसिएशन ऑफ़ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ ने भी इसी (SIR) प्रक्रिया को संवैधानिक आधार पर चुनौती दी है।
मुख्य तर्क
मनोज झा का आरोप है कि विधानसभा चुनाव से केवल कुछ महीने पहले इस तरह का विशेष गहन पुनरीक्षण चुनावी प्रक्रियाओं में असमानता और अनियमितताओं का मार्ग प्रशस्त करता है।
महुआ मोइत्रा का कहना है कि 24 जून का आदेश “संविधान के विभिन्न प्रावधानों का उल्लंघन” करते हुए जारी हुआ और इससे “लाखों योग्य मतदाताओं” के नाम कटने का जोखिम बना सकता है, जो लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है।
निर्वाचन आयोग का उद्देश्य
आयोग ने (SIR) का लक्ष्य “अपात्र नामों को हटाकर” केवल सही और पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल रखना बताया है।
24 जून के आदेश में बताया गया कि यह कदम “मतदाता सूची की सटीकता बढ़ाने” और “चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने” के लिए आवश्यक है।
अगले कदम
सर्वोच्च न्यायालय 10 जुलाई को दोनों याचिकाओं की विचार–विमर्श पूर्ण सुनवाई करेगा।
अदालत इस दौरान निर्वाचन आयोग के (SIR) निर्देशों की संवैधानिकता, चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता और संभावित प्रभाव का व्यापक परीक्षण कर सकती है।
प्रभाव
यदि कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं का पक्ष लिया तो पूरे देश में (SIR) के आदेशों पर अस्थायी रोक लग सकती है।
चुनाव से पहले यह विवाद मतदाता सूची की विश्वसनीयता, चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र और राजनीतिक दलों के बीच तर्क–वितर्क को केंद्र में रखेगा।
पंचकूला: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चपरासी की नौकरी दिलाने के नाम पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी युवक से ₹1.5 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला ने न केवल पैसा लिया बल्कि फर्जी जॉइनिंग लेटर भी थमा दिया। सेक्टर-3 थाना पुलिस ने आरोपी महिला आकृति यादव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी भी महेंद्रगढ़ की ही रहने वाली है।
इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती, फिर हुआ भरोसे का सौदा
पीड़ित दीपक, जो बावल स्थित पॉस्को कंपनी में ट्रॉलिंग हेल्पर के रूप में कार्यरत है, ने बताया कि उसकी तीन महीने पहले इंस्टाग्राम पर आकृति यादव से दोस्ती हुई थी। आकृति ने खुद को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की कर्मचारी बताया। उसने दीपक को भरोसा दिलाया कि 2024 में हाईकोर्ट में हुई क्लर्क और चपरासी की भर्ती में कुछ पद खाली रह गए हैं और वह उसे नौकरी दिला सकती है। दीपक ने आकृति को जरूरी दस्तावेज भेजे और ₹1.5 लाख का भुगतान किया।
फर्जी लेटर और पुलिस शिकायत
27 जून को आकृति ने वीडियो कॉल पर दीपक को एक जॉइनिंग लेटर दिखाया और 4 जुलाई को जब दीपक हाईकोर्ट पहुंचा, तो आकृति ने उसे कैंटीन में बुलाकर फर्जी जॉइनिंग लेटर सौंप दिया। लेटर पर शक होने पर दीपक ने तुरंत सेक्टर-3 थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आकृति यादव को गिरफ्तार कर लिया।
केस दर्ज, आगे की जांच जारी
पुलिस ने आकृति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की पूछताछ की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई और शामिल था या नहीं।
नई दिल्ली: दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम लगी भीषण आग में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र कुंवर धीरेंद्र विक्रम सिंह (24) की लिफ्ट में फंसकर दम घुटने से मौत हो गई। धीरेंद्र ने परिवार और दोस्तों को फोन और मैसेज कर मदद की गुहार लगाई, लेकिन रेस्क्यू में देरी के कारण उसे नहीं बचाया जा सका। उसका शव शुक्रवार रात लिफ्ट के अंदर मिला। धीरेंद्र सोनभद्र (UP) निवासी था और पिछले 6 साल से दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
आग का कारण शॉर्ट सर्किट, राहत कार्य अभी जारी
करीब 400 गज की चार मंजिला इमारत में लगी आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हादसे के 24 घंटे बाद भी राहत कार्य जारी है।
शनिवार दोपहर एक और जला हुआ शव दूसरी मंजिल से मिला, जिसकी पहचान नहीं हो पाई है।
आखिरी सांस तक लगाता रहा मदद की गुहार
धीरेंद्र ने फोन, मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए भाई-बहन और दोस्तों से कहा कि वह लिफ्ट में फंसा है और सांस नहीं ले पा रहा। परिजनों का कहना है कि पुलिस को बार-बार सूचना देने के बावजूद कहा गया कि “कोई अंदर नहीं है।”बाद में मोबाइल लोकेशन ट्रेस होने पर सर्च शुरू किया गया और धीरेंद्र का शव बरामद हुआ।
दो दिन पहले ही लौटा था दिल्ली
धीरेंद्र दो दिन पहले ही घर से दिल्ली लौटा था। पढ़ाई में होनहार और आत्मनिर्भर बनने का सपना लिए आए इस छात्र की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया। परिजनों ने लापरवाही पर सवाल उठाए हैं और न्याय की मांग की है।
जेपीएनआईसी को एलडीए को सौंपने पर अखिलेश यादव का भाजपा पर तीखा हमला
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर जेपीएनआईसी (जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर) को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने केंद्र को लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को सौंपे जाने के फैसले को जेपी के विचारों और समाजवादी मूल्यों का अपमान बताया।
अखिलेश यादव ने कहा कि जेपीएनआईसी की स्थापना समाजवाद और जयप्रकाश नारायण के योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से की गई थी, और इसमें जॉर्ज फर्नांडीज, नेताजी (मुलायम सिंह यादव) और मोहन सिंह जैसे बड़े नेता शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इसे एलडीए को सौंपकर उसकी महत्ता को समाप्त करना चाहती है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने सवाल उठाया, “जिन लोगों ने जेपीएनआईसी को बर्बाद कर दिया, वे अब बिहार जाकर जेपी के नाम पर वोट कैसे मांगेंगे?” उन्होंने एलडीए की कार्यप्रणाली पर भी तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के बनवाए बाजार ‘कबूतरखाना’ जैसे लगते हैं।
कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और सबसे अधिक सुनारों की हत्याएं हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई अपराधों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता है।
प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने तेंदुए से संघर्ष कर जान बचाने वाले एक श्रमिक को दो लाख रुपये की सहायता राशि का चेक भी सौंपा। उन्होंने पुनः दोहराया कि समाजवादी पार्टी जेपीएनआईसी को खरीदने को तैयार है।
90वें जन्मदिन से पहले दीर्घायु प्रार्थना में शामिल हुए दलाई लामा, उत्तराधिकारी की अटकलों पर तोड़ी चुप्पी
धर्मशाला में अनुयायियों से कहा— भारत में भी मानवता की भलाई के लिए कर रहा हूं कार्य
धर्मशाला। तिब्बती धर्मगुरु 14वें दलाई लामा तेंजिन ग्योत्सो ने अपने उत्तराधिकारी को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट किया कि वह आगामी 30 से 40 वर्षों तक जीवित रहने की उम्मीद रखते हैं। उन्होंने यह बात शनिवार को अपने 90वें जन्मदिवस से पहले आयोजित दीर्घायु प्रार्थना सभा में कही।
मैक्लोडगंज स्थित मुख्य त्सुगलागखांग मंदिर में आयोजित समारोह में दलाई लामा ने कहा कि उन्हें लगातार संकेत मिल रहे हैं कि करुणा के देवता अवलोकितेश्वर का आशीर्वाद उनके साथ है। उन्होंने कहा, “मैंने अपनी ओर से सदैव सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है। आपकी प्रार्थनाएं असरदार रही हैं और मुझे विश्वास है कि मैं आगे भी लोगों की सेवा करता रहूंगा।”
उन्होंने निर्वासन की स्थिति पर भी बात की। कहा, “हालांकि हमने अपना देश खोया है और हम भारत में निर्वासित जीवन जी रहे हैं, फिर भी मैं यहां रहकर लोगों की सहायता करने में सक्षम हूं।”
जन्मदिवस समारोह और आगंतुक:
90वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे समेत कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए हैं। रविवार को आधिकारिक जन्मदिन के मौके पर केक काटा जाएगा और दलाई लामा अपने अनुयायियों को आशीर्वाद देंगे।
इस आयोजन में शामिल होने के लिए दुनियाभर के 48 देशों से हजारों अनुयायी धर्मशाला पहुंचे हैं। सुरक्षा एजेंसियां पूरे आयोजन को लेकर सतर्क हैं। हालांकि सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग का कार्यक्रम अंतिम क्षणों में रद्द हो गया।