क्या आपने हाल ही में गर्दन के पीछे एक उभरा हुआ हिस्सा महसूस किया है? यह ‘बफेलो हंप’ या ‘कूबड़’ कहलाता है, जो शरीर की गलत मुद्रा, लंबे समय तक झुककर मोबाइल या लैपटॉप देखने, पीठ झुकाकर बैठने और मानसिक तनाव जैसे कारणों से धीरे-धीरे विकसित हो सकता है। हालांकि यह समस्या गंभीर दिख सकती है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। नियमित योग अभ्यास के जरिए इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। दवाओं या सर्जरी का सहारा लेने से पहले योग का यह प्राकृतिक उपाय जरूर आज़माएं — यह न केवल गर्दन और रीढ़ की संरचना को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सुकून देता है।
योगासन जो गर्दन के कूबड़ को दूर करने में मददगार हैं:
1. भुजंगासन (Cobra Pose)
इस आसन में शरीर की आकृति सांप जैसी बनती है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है।
पेट के बल लेटें, हथेलियां कंधों के पास रखें और सांस भरते हुए छाती को ऊपर उठाएं। सिर को ऊपर रखते हुए कुछ सेकंड रुकें। यह पीठ और गर्दन की मांसपेशियों का तनाव कम करता है और सही पोस्चर को बढ़ावा देता है।
2. मार्जरी आसन (Cat-Cow Pose)
यह सरल लेकिन प्रभावशाली योगाभ्यास पीठ की लचक बढ़ाने और गर्दन की अकड़न को दूर करने में मदद करता है।
घुटनों और हथेलियों के बल आकर सांस लेते हुए पीठ को नीचे और सिर को ऊपर करें, फिर सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर और सिर को नीचे झुकाएं। इसे 8-10 बार दोहराएं।
3. वज्रासन में गर्दन घुमाना (Neck Rotation in Vajrasana)
वज्रासन में बैठकर गर्दन को धीरे-धीरे दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे घुमाएं। यह आसन गर्दन की जकड़न को दूर करता है, मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
4. ताड़ासन (Mountain Pose)
शरीर की मुद्रा को सुधारने और संतुलन बनाए रखने में यह आसन बहुत फायदेमंद है।
सीधे खड़े होकर दोनों हाथ ऊपर उठाएं और एड़ियों के बल खड़े हो जाएं। पूरी बॉडी को ऊपर की ओर स्ट्रेच करें। यह रीढ़ और गर्दन की प्राकृतिक सीध को पुनः स्थापित करता है।
5. शवासन में योग निद्रा (Yogic Sleep in Shavasana)
तनाव और थकान को दूर करने के लिए शवासन में योग निद्रा सर्वोत्तम है।
पीठ के बल लेटें, आंखें बंद करें और सांस पर ध्यान केंद्रित करें। यह अभ्यास शरीर को गहराई से आराम देता है, तनाव को कम करता है और पोस्चर सुधारने में सहायक होता है।
निष्कर्ष:
गर्दन के पीछे बनने वाला यह उभार केवल शारीरिक नहीं, बल्कि जीवनशैली से जुड़ी एक चेतावनी भी हो सकता है। योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करके न सिर्फ इससे राहत पाई जा सकती है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी प्राप्त किया जा सकता है।
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डायबिटीज आज केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि एक मौन वैश्विक संकट बन चुकी है। भारत में लगभग 10 करोड़ से अधिक लोग इस रोग से प्रभावित हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। मधुमेह तब होता है जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता या उसका प्रभावी उपयोग नहीं कर पाता, जिससे ब्लड शुगर का स्तर अनियंत्रित हो जाता है। यदि इसे समय पर नियंत्रित न किया जाए, तो यह दिल, किडनी, आंखों और तंत्रिका तंत्र को स्थायी नुकसान पहुँचा सकता है।
इस बीमारी के नियंत्रण में खानपान बेहद महत्वपूर्ण है। कुछ आम दिखने वाले खाद्य पदार्थ भी ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं वे चार खाद्य वस्तुएं जिनसे डायबिटीज के रोगियों को खास तौर पर परहेज करना चाहिए।
सफेद चावल और रिफाइंड कार्ब्स
सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है। इसी तरह सफेद ब्रेड, मैदा से बने बिस्कुट, नूडल्स और पेस्ट्री भी नुकसानदेह हैं। इनकी जगह साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, ज्वार, बाजरा, और ओट्स को अपनाना चाहिए जो धीरे-धीरे शुगर बढ़ाते हैं।
आलू और तले-मसालेदार सब्जियां
आलू, शकरकंद और मक्के जैसी सब्जियां स्टार्च से भरपूर होती हैं, जिससे शुगर तेजी से बढ़ती है। वहीं ज्यादा तेल और मसाले में बनी सब्जियां भी नुकसान करती हैं। इसके बजाय पालक, पत्ता गोभी, फूलगोभी, लौकी जैसी कम स्टार्च वाली सब्जियां बेहतर हैं।
फास्ट फूड और प्रोसेस्ड स्नैक्स
बर्गर, पिज्जा, चिप्स और पैकेज्ड स्नैक्स ट्रांस फैट, रिफाइंड कार्ब्स और छिपी हुई चीनी से भरे होते हैं। ये न केवल शुगर बढ़ाते हैं, बल्कि मोटापा, हार्ट डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी बढ़ाते हैं। डायबिटीज के रोगियों को इनसे पूरी तरह परहेज करना चाहिए।
मीठे फल और जूस
आम, अंगूर, केला, लीची जैसे फल प्राकृतिक शर्करा से भरपूर होते हैं, जो शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं। वहीं फलों के रस में फाइबर नहीं होता और चीनी ज्यादा होती है। सेब, अमरूद, जामुन, संतरा और पपीता जैसे फल सीमित मात्रा में खाए जा सकते हैं।
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बारिश की फुहारें जहां मन को सुकून देती हैं, वहीं यह मौसम बालों और त्वचा के लिए कई तरह की समस्याएं भी लेकर आता है। खासकर बालों का झड़ना इस मौसम में आम समस्या बन जाती है। वातावरण में मौजूद नमी, गंदगी और स्कैल्प में पसीने की अधिकता बालों की जड़ों को कमज़ोर कर देती है, जिससे बाल झड़ने लगते हैं। यदि समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या गंजेपन तक भी पहुंच सकती है।
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। हम आपके लिए लेकर आए हैं एक बेहद आसान और प्रभावी घरेलू नुस्खा, जो न केवल बालों के झड़ने को कम करेगा, बल्कि उन्हें मजबूत और घना भी बनाएगा।
इस चमत्कारी हेयर ऑयल को बनाने के लिए चाहिए सिर्फ दो चीजें:
मेथी दाना – 2 टेबलस्पून
नारियल तेल – 4 टेबलस्पून
बनाने की विधि:
सबसे पहले मेथी दानों को रातभर पानी में भिगोकर रखें। सुबह ये फूल जाएंगे।
अगले दिन इन भीगे हुए मेथी दानों को पीसकर पेस्ट बना लें।
अब एक पैन में नारियल तेल गर्म करें और उसमें तैयार मेथी पेस्ट डाल दें।
इसे धीमी आंच पर 4–5 मिनट तक पकाएं। जब मेथी का रंग हल्का भूरा हो जाए और खुशबू आने लगे, तो गैस बंद कर दें।
अब इस मिश्रण को ठंडा कर छान लें। आपका हेयर टॉनिक तैयार है।
कैसे करें इस्तेमाल:
तेल लगाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि बाल और स्कैल्प साफ हैं।
अब इस तेल से स्कैल्प की हल्के हाथों से मसाज करें।
आप चाहें तो इसे रातभर छोड़ सकते हैं, या फिर नहाने से दो घंटे पहले लगाकर भी फायदा पा सकते हैं।
सप्ताह में तीन बार इसका उपयोग करें।
फायदे जो जल्द ही नज़र आएंगे:
बालों का झड़ना तेजी से कम होगा।
बालों की जड़ों को भरपूर पोषण मिलेगा, जिससे वे मजबूत बनेंगे।
डैंड्रफ और स्कैल्प इन्फेक्शन जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगी।
बालों में प्राकृतिक चमक और घनत्व भी लौटेगा।
यह आसान और प्राकृतिक नुस्खा बारिश के मौसम में आपके बालों को अतिरिक्त देखभाल देगा — वो भी बिना किसी केमिकल प्रोडक्ट के। आजमाएं और फर्क खुद महसूस करें!
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आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर कोई फिट और एनर्जेटिक दिखना चाहता है। लेकिन जैसे ही वजन घटाने की बात आती है, अधिकतर लोग सबसे पहले अपने खाने की मात्रा घटा देते हैं। यह सोच आम है कि कम खाना यानी तेजी से वजन घटाना। मगर क्या यह तरीका वाकई सेहत के लिए सही है? विशेषज्ञों की मानें तो नहीं।
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. मल्हार गाणला के अनुसार, अचानक भोजन की मात्रा कम कर देना न सिर्फ शरीर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि वजन घटाने के लक्ष्य को भी प्रभावित कर सकता है। आइए समझते हैं क्यों।
पोषक तत्वों की भारी कमी
जब आप बिना सोचे-समझे अपनी डाइट को कम कर देते हैं, तो शरीर को जरूरी विटामिन, प्रोटीन, मिनरल और फाइबर नहीं मिल पाते। इसका असर सीधा आपकी एनर्जी, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। नतीजा – कमजोरी, थकावट और बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
पेट का न भरना, भूख का बार-बार आना
कम खाने से पेट पूरी तरह नहीं भरता, जिससे बार-बार भूख लगती है। इससे न सिर्फ बेचैनी होती है, बल्कि आप बाद में ज्यादा खा लेते हैं, जो वजन घटाने के प्लान को उल्टा कर सकता है।
क्या करें?
डॉ. गाणला की सलाह है – खाना बंद नहीं करें, बल्कि स्मार्ट चॉइस बनाएं। मतलब, उन चीजों को कम करें जिनमें कैलोरी ज्यादा है (जैसे – रोटी, चावल, तले हुए स्नैक्स), और उनकी जगह ऐसे फूड शामिल करें जो पोषक भी हों और कम कैलोरी वाले हों।
क्या खाएं?
सब्जियां: फाइबर से भरपूर, पेट भी भरेगा और वजन भी घटेगा।
दालें: प्रोटीन की अच्छी मात्रा देती हैं।
सलाद: हर मील से पहले सलाद खाने से पेट जल्दी भरता है और ओवरईटिंग रुकती है।
फ्रूट्स: लेकिन सीमित मात्रा में, खासकर लो-शुगर वाले फल जैसे अमरूद, पपीता या सेब।
वजन घटाने के लिए भूखा रहना नहीं, सही और संतुलित खाना जरूरी है। अपने शरीर को पोषण से वंचित करना कभी भी हेल्दी तरीका नहीं हो सकता। याद रखें – भूख मिटाना भी जरूरी है, लेकिन समझदारी से।
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किचन में रोज़ाना इस्तेमाल होने वाला आलू सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि ये आपकी स्किन के लिए भी एक नेचुरल ब्यूटी ट्रीटमेंट हो सकता है। जी हां, चेहरे की चमक बढ़ाने और दाग-धब्बों को हल्का करने में भी आलू कमाल कर सकता है। अगर अब तक आपने इसे सिर्फ सब्जी, पराठे या स्नैक्स तक ही सीमित रखा है, तो अब वक्त है इसे अपनी स्किन केयर रूटीन में शामिल करने का। आइए जानते हैं कि आलू का इस्तेमाल चेहरे पर कैसे किया जा सकता है।
सीधा चेहरे पर करें अप्लाई
यदि आपके पास ज्यादा समय नहीं होता है, तो आलू के रस को सीधा ही अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। इसके लिए आलू को घिसकर उसका रस निकालें और कॉटन की मदद से चेहरे पर लगाएं। इसे 30 मिनट ऐसे ही लगा रहने दें। 20 मिनट के बाद चेहरे को धो लें। इसका इस्तेमाल आप हर रोज कर सकते हैं।
आलू और शहद
इस पैक को बनाने के लिए सबसे पहले तो आलू को कद्दूकस करके उसका रस निकाल लें। इसके बाद इसमें एक चम्मच शहद मिक्स करें। दोनों चीजों को सही से मिलाने के बाद अपने चेहरे पर ब्रश की सहायता से लगाएं। 20 मिनट के बाद चेहरे को सादा पानी से धो लें और फिर एक हफ्ते में इसका असर देखें। ये पैक त्वचा को नमी भी देता है और ग्लो बढ़ाता है
आलू और नींबू का रस
आलू के रस में नींबू का रस मिक्स करके भी आप अपने चेहरे को चमका सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले तो एक कटोरी में आलू का रस निकाल लें और फिर उसमें आधा नींबू निचोड़ लें। अब इसे रुई की मदद से चेहरे पर अप्लाई करें। यदि इसके इस्तेमाल के समय चेहरे पर हल्की भी खुजली हो रही है तो तत्काल इसे साफ करें, क्योंरि नींबू हर किसी को सूट नहीं करता है।
आलू और बेसन
बेसन चेहरे को निखारने का काम करता है। इसमें आप आलू का रस मिक्स करके चेहरे पर अप्लाई कर सकते हैं। ये एक अच्छे स्क्रब की तरह भी काम करता है। इस्तेमाल के लिए पहले चेहरे को साफ करें और फिर ये पेस्ट अप्लाई करें। आधे घंटे के बाद चेहरा धो लें और फिर असर देखें।
आलू और दही
ये दोनों चीजें भी चेहरे की नमी बरकरार रखती हैं और चेहरे को साफ करती हैं। इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले 2 चम्मच आलू का रस और 1 चम्मच दही चेहरे पर मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगाएं और 15–20 मिनट बाद धो लें।”
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