अपने पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद उत्तराखंड की महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य घिरती नजर आ रही हैं। उत्तराखंड कांग्रेस ने मंत्री के पति के खिलाफ गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमे का हवाला देते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और भाजपा पर तीखे वार किए। गोदियाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने हत्या के एक मामले में कैबिनेट मंत्री के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य को तत्काल अपने पद से इस्तीफ़ा देना चाहिए।
गोदियाल ने भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक पर भी निशाना साधा और कहा कि जिस तरह से कैबिनेट मंत्री के पति को बचाने की कोशिश की जा रही है, उससे भाजपा का चाल, चरित्र व चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा की भाजपा अध्यक्ष मामले को 25 साल पुराना बता कर आरोपित को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बरेली के जैन दंपती हत्याकांड में 5 अगस्त को स्थानीय अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत ने गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी का गैर जमानती वारंट जारी किया था। साथ ही गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद कोर्ट में पेश हुए तीन अन्य आरोपियों बजरुद्दीन, नरेश और जगदीश को जेल भेज दिया था।
बरेली के सिविल लाइन्स में रहने वाले नरेश जैन और उनकी पत्नी पुष्पा जैन की संपत्ति विवाद के चलते दिसंबर 1990 की रात नृशंस हत्या कर दी गयी थी। दोहरे हत्याकांड की चश्मदीद गवाह मृत दंपति की बेटी प्रगति जैन ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी थी। पुलिस जांच में पप्पू गिरधारी समेत कई नाम प्रकाश में आए थे। इस मामले में हत्या, आपराधिक षड्यंत्र रचने, संपत्ति हड़पने के लिए कपटपूर्वक झूठे विक्रय पत्रों की कूट रचना समेत कई गंभीर किस्म के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कराई गयी थी।