पर्यटन विभाग और आईटीबीपी मिलकर पर्यटन को देंगे बढ़ावा, मुख्य सचिव ने किया MOU साइन..
उत्तराखंड: प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में अब एक और कदम आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार ने एक फैसला किया है, जिसके तहत इमरजेंसी सेवाओं के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार भारत सरकार के गृह मंत्रालय से मदद लेगी। इसी कड़ी में उत्तराखंड सरकार ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के साथ एक एमओयू साइन किया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के अधिकारियों की मौजूदगी में मुख्य सचिव राजा रतूड़ी ने एमओयू साइन किया है। राज्य सरकार यह चाहती है कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जितने भी हेलीपैड हैं, उनका इस्तेमाल भी राज्य में इमरजेंसी सेवाओं और यात्रियों की सुविधा के लिए किया जाए। सरकार का यह उद्देश्य है कि वाइब्रेट विलेज योजना के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रम के तहत अगर जरूरत पड़ती है, तो आईटीबीपी को भी इसके साथ जोड़ा जा सकता है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा सीमांत क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सीमांत क्षेत्र में हैली सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र में प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल जैसे कि ओम पर्वत, टिम्मरसैंण महादेव और आदि कैलाश स्थित हैं, जहां पर दुर्गम रास्तों के कारण पर्यटकों को पहुंचंने में असुविधा होती है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा पर्यटकों को हैली सुविधा उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के कार्यक्षेत्र में उपलब्ध हेलीपैडों का उपयोग किया जाएगा। इसके अतिरिक्त वाईब्रेंट विलेज में रहने वाले ग्रामीणों को आपातकालीन चिकित्सा की आवश्यकता पड़ने पर दवाइयां उपलब्ध करवाने और हैली द्वारा हायर सेंटर ले जाने हेतु भी इन हेलीपैड का उपयोग किया जाएगा।उत्तराखंड में तीन सीमांत जनपदों (चमोली, पिथौरागढ़,उत्तरकाशी ) में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की अग्रिम चौकियों में तैनाती है।
नए साल पर नृसिंह मंदिर में उमड़ी रही श्रद्धालुओं की भीड़..
उत्तराखंड: बद्रीनाथ धाम के प्रथम पड़ाव नृसिंह मंदिर में नए साल के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी दिखी। बता दें शीतकालीन यात्रा शुरू होने के बाद से करीब छह हजार श्रद्धालु नृसिंह मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। नव वर्ष के पहले दिन जोशीमठ स्थित भगवान नृसिंह मंदिर और शंकाराचार्य गद्दी स्थल दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। लगभग तीन सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने नृसिंह भगवान मंदिर में दर्शन किए। जानकारी के लिए बता दें शीतकालीन यात्रा शुरू होने के बाद से करीब छह हजार श्रद्धालु नृसिंह मंदिर के दर्शन कर चुके हैं।
छह हजार श्रद्धालुओं ने किये नृसिंह मंदिर के दर्शन..
बद्री-केदार मंदिर समिति के प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट ने कहा कि शीतकालीन यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक करीब छह हजार श्रद्धालु नृसिंह मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। बीते दिनों औली में बर्फबारी के बाद पर्यटकों की भीड़ बढ़ी है। औली आने वाले पर्यटक भी नृसिंह मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
योगध्यान बद्री मंदिर के दर्शन करने के लिए भी पहुंच रहे श्रद्धालु..
कुलदीप भट्ट ने कहा कि कुछ लोग पांडुकेश्वर में स्थित योग ध्यान बद्री के दर्शन करने भी पहुंच रहे हैं। इस तरह शीतकाल में लोग पर्यटक स्थलों के नजारे लेने के साथ ही मंदिरों के भी दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए रहने खाने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शीतकालीन यात्रा को लेकर देश भर के लोगों में उत्साह दिख रहा है। इस कारण सभी जगह शीतकालीन गद्दी स्थलों पर अच्छी खासी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो।
नव वर्ष पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर, जारी की SOP..
उत्तराखंड: नए साल को लेकर उत्तराखंड में पर्यटकों की भीड़ उमड़ चुकी है। कई बार नए साल का जश्न मनाने के दौरान कई घटनाएं भी हो जाती हैं। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने नये साल के जश्न के दौरान सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिये हैं। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिये हैं कि आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन को और अधिक दुरस्त किया जाएं। आपातकालीन प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई गाइडलाइन (एसओपी) जारी की है। सभी अस्पतालों को इस गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिये हैं।
इमरजेंसी मैनेजमेंट की व्यवस्था बनायीं जाए बेहतर..
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने नये साल और शीतकालीन यात्रा के दौरान सभी अस्पतालों को इमरजेंसी मैनेजमेंट की व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिये हैं। प्रदेश में आपातकालीन प्रबंधन को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों की एक बैैठक हुई। बैठक में आपातकालीन प्रबंधन को लेकर मंथन हुआ। इस संबंध में राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के साथ इमरजेंसी मैनेजमेंट को लेकर विचार विमर्श किया गया।
मरीजों को 10 मिनट के अंदर ईलाज देने के दिए निर्देश..
स्वास्थ्य सचिव ने कहा आपातकालीन प्रबंधन के ट्राइएज के तहत मरीजों की जांच तेजी से की जाती है। इसके साथ ही क्लीनिकल प्रोटोकॉल, डॉक्यूमेंटेशन और क्वालिटी एश्योरेंस को लेकर भी दिशा-निर्देश बनाए गए हैं। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गंभीर मरीजों को 10 मिनट के भीतर इलाज मिल जाए। लापरवाही की स्थिति में संबंधित मेडिकल कॉलेज के एम.एस या प्राचार्य को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन का शानदार प्रदर्शन, किंग कप इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपिनशिप में जीता पदक..
उत्तराखंड: लक्ष्य सेन ने किंग कप इंटरनेशनल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है। लक्ष्य की इस उपलब्धि के बाद से प्रदेश के खेल जगत में खुशी की लहर है।बैडमिंटन खिलाड़ी और दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन डैन द्वारा चीन में किंग कप इंटरनेशनल स्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तराखंड के लक्ष्य सेन ने कांस्य पदक जीता है। जिसके बाद से उत्तराखंड खेल जगत में खुशी की लहर है। बता दें कि जल्द ही लक्ष्य 38 नेशनल गेम्स के शिविर में भी प्रतिभाग करेंगे।लक्ष्य सेन के कांस्य पदक जीतने पर उत्तरांचल ओलंपिक संघ के महासचिव डॉ. डीके सिंह का कहना है कि लक्ष्य ने एक बार फिर से देश और उत्तराखंड को गौरव के पल महसूस कराया है। अब लक्ष्य 38वें राष्ट्रीय खेलों में भी प्रतिभाग करेंगे और फिर से प्रदेश के लोगों को गौरवान्वित करेंगे।
शीतकालीन चारधाम यात्रा में अब तक 14,406 श्रद्धालुओं ने किये दर्शन..
उत्तराखंड: ग्रीष्मकालीन चारधाम यात्रा के बाद शीतकालीन चारधाम को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह दिख रहा हैं। यहीं कारण है कि शीतकालीन में अभी तक 14,406 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके है। हालांकि बारिश और बर्फबारी के कारण श्रद्धालुओं को थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जिसको देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने शीतकालीन चारधाम यात्रा के संबंध में विस्तृत एडवाइजरी जारी की है।
आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी की गई एडवाइजरी में बताया गया है कि उत्तराखंड शीतकालीन चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को क्या करना है और क्या नहीं। ताकि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े. सरकार की तरफ से जो आंकड़ा जारी किया गया, अभी तक शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान 14,406 श्रद्धालु धामों के दर्शन कर चुके हैं। वही पिछले 24 घंटे के भीतर 767 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। जिसमें पांडुकेश्वर में 357 श्रद्धालु, ओंकारेश्वर में 395 श्रद्धालु, मुखवा में 13 श्रद्धालु और खरसाली में 2 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार 4 नवंबर से यमुनोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली के लिए शीतकालीन यात्रा शुरू हो गई थी, जिसके बाद से अभी तक 606 श्रद्धालु खरसाली के दर्शन कर चुके है। चार नवंबर से ही गंगोत्री धाम के प्रवास स्थल मुखवा के लिए शीतकालीन यात्रा शुरू हो गई थी, जिसके बाद से अभी तक 3096 श्रद्धालु मुखवा के दर्शन कर चुके है।
इसी तरह 24 नवंबर से केदारनाथ धाम के प्रवास स्थल ओंकारेश्वर के लिए यात्रा शुरू हो गई थी, जिसके बाद से अभी तक 5964 श्रद्धालु ओंकारेश्वर के दर्शन कर चुके है। इसके साथ ही नौ दिसंबर से बद्रीनाथ धाम के प्रवास स्थल पांडुकेश्वर के लिए यात्रा शुरू हो गई थी, जिसके बाद से अभी तक 4770 श्रद्धालु पांडुकेश्वर के दर्शन कर चुके है।
हाई एल्टीट्यूड सिकनेस जैसी हो सकती है समस्या..
उत्तराखंड में बदलते मौसम के बीच शीतकालीन यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है। आपदा विभाग ने स्वास्थ्य संबंधित सावधानियां को लेकर कहा कि शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान ऊंचाई पर जाने से हाई एल्टीट्यूड सिकनेस जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए यात्रा से पहले अपने स्वास्थ्य की जांच करवाना और डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। ठंडे मौसम में सर्दी जुकाम जैसी समस्याएं आम होती हैं। ऐसे में गर्म कपड़े, खांसी-जुकाम की दवाइयां और गर्म पानी की बोतल लेकर यात्रा करें। ठंड में लोग कम पानी पीते हैं, लेकिन शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है।खासकर जब उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर यात्रा कर रहे हो। सीने में दर्द, सांस फूलना, चक्कर आना, भ्रम की स्थिति और उल्टी जैसी स्थिति बनने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श लें।
मौसम देखकर ही यात्रा पर निकले..
एडवाइजरी जारी कर आपदा विभाग ने यात्रियों से मौसम की जानकारी के आधार पर यात्रा करने की बात कही है। क्योंकि बर्फबारी के कारण मार्गों में फिसलन हो सकती है और कई रास्ते अवरुद्ध हो सकते हैं। इसलिए यात्रा से पहले मौसम का पूर्वानुमान अवश्य लें। बर्फबारी और भूस्खलन के कारण मार्गों पर रुकावटें हो सकती हैं। स्थानीय प्रशासन से मार्ग की स्थिति और मौसम की जानकारी प्राप्त करें। बर्फबारी या खराब मौसम के दौरान आपातकालीन स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए यात्रा से पहले एक आपातकालीन संपर्क योजना तैयार करें। मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाएं और यदि मौसम अधिक खराब होने का अनुमान हो तो यात्रा को स्थगित करना बेहतर हो सकता है। यात्रा के दौरान मौसम में तेजी से बदलाव हो सकता है, इसलिए आपको मोबाइल पर मौसम अपडेट लेते रहना चाहिए।
रजिस्ट्रेशन जरूर कराए..
एडवाइजरी में आपदा विभाग ने शीतकालीन चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर भी जोर दिया है। जारी एडवाइजरी के अनुसार शीतकालीन चारधाम यात्रा के लिए अपना और अपने वाहन का पंजीकरण अनिवार्य है। इससे यात्रियों के ट्रैक पर निगरानी रखने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता प्रदान करने में मदद मिलती है। यात्रा के दौरान सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करें। यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। ऊंचाई पर और ठंडे मौसम में शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता अधिक होती है। हल्का, गर्म और पोषक भोजन लें। यात्रा के दौरान उचित विश्राम और आराम की व्यवस्था का ध्यान रखें। रुकने की व्यवस्था पूर्व में ही करा लेना बेहतर रहता है। थकान और ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी से शरीर को आराम देने की जरूरत होती है।
बीजेपी निकाय चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक आज, चुनावी रणनीति पर होगा विचार-विमर्श..
उत्तराखंड: निकाय चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी कमर कस ली है। नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को प्रत्याशियों ने पूरे दमखम के साथ नामांकन किया। अब चुनाव की तैयारियों के लिए आज उत्तराखंड बीजेपी निकाय चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक होने जा रही है। निकाय चुनावों को लेकर बीजेपी कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही कारण है कि बीजेपी एक बार फिर से चुनावी मोड में आ गई है। आज उत्तराखंड बीजेपी निकाय चुनाव प्रबंधन समिति की आज बैठक होगी। दोपहर 12 बजे बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में बैठक होगी। आज होने वाली उत्तराखंड बीजेपी निकाय चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में निकाय चुनावों के लिए चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी। बैठक में प्रदेश महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार दिशा-निर्देश देंगे। इसके साथ ही बैठक में चुनाव प्रबंधन और चुनावी रणनीति पर विचार-विमर्श भी किया जाएगा।
शीतलहर को लेकर सीएम धामी ने ली बैठक, दिए जरुरी दिशा निर्देश..
उत्तराखंड: सीएम धामी ने सोमवार को सचिवालय में शीतलहर से बचाव के लिए विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने प्रदेश में शीतलहर से बचाव के लिए सभी प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा सुनिश्चित किया जाए कि सभी जनपदों में रेन बसेरों में ठहरने वालों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों। इसके साथ ही सीएम ने शासन के वरिष्ठ अधिकारी और जिलों के डीएम और एसएसपी को रेन बसेरों की व्यवस्थाओं का समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। सीएम का कहना हैं कि शीतलहर के दृष्टिगत जरूरतमंदों को कंबल, दस्ताने, मौजे और अन्य आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराई जाए। सीएम ने कहा सभी जनपदों में रात के समय जिन स्थानों पर अलाव की व्यवस्थाएं की गई हैं, उसकी लोगों को विभिन्न माध्यमों से जानकारी भी दी जाए। सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बर्फबारी के कारण सड़के अधिक देर तक बाधित न हों, जिन क्षेत्रों में बर्फबारी अधिक होती हैं, उन स्थानों पर सड़कों से बर्फ हटाने के लिए आवश्यक संसाधनों का उचित प्रबंधन किया जाए।
गर्भवती महिलाओं का डाटा किया जाए एकत्रित..
सीएम धामी ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि शीतकाल के दृष्टिगत जनपदों में गर्भवती महिलाओं का सम्पूर्ण डाटा रखा जाए, ताकि किसी भी आपात परिस्थिति में उन्हें, यथाशीघ्र चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके साथ ही निराश्रित पशुओं के लिए भी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बैठक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे सड़क निर्माण के कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा।
पात्र व्यक्तियों को ही मिले सरकारी योजनाओं का लाभ..
सीएम धामी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को ही मिले। सभी डीएम भी सुनिश्चित करें कि सरकारी योजनाओं का कोई भी व्यक्ति गलत तरीके से फायदा न उठाये। इसके साथ ही चारों धाम समेत शीतकाल प्रवास स्थलों और उसके आस-पास के क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाए।
IG गढ़वाल ने किया क्लेमेंट टाऊन के थानाध्यक्ष को सस्पेंड..
उत्तराखंड: देहरादून से बड़ी खबर सामने आ रही है। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर क्लेमेंट टाऊन के थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया हैं। बता दें रविवार को राजपुर थाना पुलिस ने जिन दो विदेशी तस्करों को कोकीन के साथ गिरफ्तार किया था। वह दोनों ही तस्कर क्लेमेंट टाऊन क्षेत्र में रह रहे थे। दोनों के ही पासपोर्ट की वैधता भी खत्म हो गई थी। लेकिन क्लेमेंट टाऊन पुलिस ने दोनों का ही सत्यापन नहीं किया था। वहीं आईजी गढ़वाल आशारोड़ी बैरियर पर चेकिंग में गए थे। जहां पर थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल तैनात नहीं मिले। फोन करके थानाध्यक्ष को मौके पर भी बुलाया लेकिन वह नहीं पहुंचे। जिसके बाद आईजी गढ़वाल ने ये एक्शन लिया है। आईजी गढ़वाल ने इस संबंध में एसएसपी अजय सिंह को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि उक्त मामले की जांच किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा की जाए।
राज्य खेल से चूके खिलाड़ियों के लिए आई नए वर्ष पर अच्छी खबर..
उत्तराखंड ओलंपिक संघ ने कहा कि पारदर्शिता का पूरा ख्याल रहेगा..
उत्तराखंड: राष्ट्रीय खेलों की तेज होती तैयारियों के बीच ओपन ट्रायल के दरवाजे भी खुल गए हैं। हैंडबॉल व वॉलीबॉल के उन खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है, जो कि राज्य खेलों में किन्हीं कारणों से भाग नहीं ले पाए थे। अब एक जनवरी 2025 को ऐसे खिलाड़ी ओपन ट्रायल में भाग ले पाएंगे। उत्तराखंड ओलंपिक संघ ने कहा है कि ओपन ट्रायल के दौरान पारदर्शिता का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
38 वें राष्ट्रीय खेलों के लिए कई स्तरों पर तैयारियां चल रही हैं। विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन स्थितियों के बीच उत्तराखंड ओलंपिक संघ के महासचिव डॉ डीके सिंह की ओर से जिला संघों को भेजे गए पत्र में एक जनवरी को ओपन ट्रायल कराने की जानकारी दी गई है। एक जनवरी को रुद्रपुर के श्री मनोज सरकार स्पोर्ट्स स्टेडियम, रुद्रपुर में हैंडबॉल व वॉलीबॉल का यह ओपन ट्रायल होगा। ओपन ट्रायल प्रतिभाशाली एथलीटों का अधिकतम प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किया जा रहा है। यह पहल उन योग्य खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करने से जुड़ी है, जो अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण हाल ही में संपन्न राज्य खेलों में भाग लेने में असमर्थ रहे। राष्ट्रीय स्तर पर हमारे राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें विकसित करने में ये ट्रायल महत्वपूर्ण साबित होंगे।
मनमोहन सिंह का बनेगा स्मारक, केंद्र सरकार मुहैया कराएगी जमीन..
उत्तराखंड: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का स्मारक बनने जा रहा है। केंद्र सरकार इस बात के लिए राजी हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद इस बात की जानकारी दी है। हालांकि पहले ऐसा कोई फैसला नहीं किया गया था जिस कारण कांग्रेस नाराज बताई जा रही थी लेकिन अब विवाद खत्म होता दिख रहा है। बता दें कि सरकार की तरफ से पहले ही साफ कर दिया गया है कि उन्हें स्मारक के लिए उचित स्थान खोजना पड़ेगा, फिर वही पर मेमोरियल का निर्माण होगा। लेकिन कांग्रेस और कुछ दूसरी पार्टियां चाहती थीं कि जहां अंतिम संस्कार होगा, वहीं पर स्मारक भी बनना चाहिए। पार्टी नेता जयराम रमेश ने ये भी कहा है कि अगर सरकार ने यह मांग नहीं मानी तो यह देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का अपमान होगा।
सरकार ने किया स्मारक बनाने का ऐलान..
वहीं अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी कहा कि ऐसा अपमान देख वे हैरान हैं। लेकिन केंद्र ने साफ कर दिया था कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। अब सरकार ने स्मारक बनाने का ऐलान कर दिया है, ऐसे में विवाद खत्म होता दिख रहा है। बता दें कि 26 दिसंबर की रात पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन हो गया था। पीएम मोदी से लेकर कई दिग्गज नेताओं व देश की जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जा रही है। पूरी दुनिया ने मनमोहन सिंह को याद किया है।