भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की मुख्य धारा से जु़ड़े 53 अफसर, कंधों पर लगे सितारे..
उत्तराखंड: भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 53 अधिकारियों ने अपने योगदान के लिए शपथ ली। इनमें 54वें गोस कॉम्बैटाइजेशन कोर्स के प्रशिक्षणार्थी भी शामिल थे, जो विभिन्न राज्यों से आए थे। उनकी शपथ संविधान और बल के प्रति निष्ठा और समर्पण की गई। इस अवसर पर भव्य दीक्षांत और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें यह युवा अधिकारियों ने अपने देश के लिए प्रतिबद्धता का इजहार किया।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल अपनी उच्च अद्यतनता और प्रशिक्षितता के साथ बर्फबारी और मुश्किल तापमान में भी सीमा की सुरक्षा में अग्रणी है। उनका अद्भुत संघर्ष और समर्पण महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वे आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, वीआईपी सुरक्षा और अन्य सामाजिक कार्यों में भी अग्रणी हैं। भारत के संरक्षण में उनका महत्वपूर्ण योगदान हमेशा सराहनीय रहा है। साथ ही मुख्य अतिथि ने नव नियुक्त अधिकारियों का आहवान करते हुए कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। बल को आप लोगों से बहुत अपेक्षाएं है, इसलिए बल की परंपराओं को आगे बढाते हुए बल का नाम रोशन करना है।
राज्यसभा सदस्य बने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, उपराष्ट्रपति की मौजूदगी में ली शपथ..
उत्तराखंड: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट आज राज्यसभा के सदस्य बन गए हैं। उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आज पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद आज संसद भवन में शपथ ली। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें शपथ दिलाई। बता दें कि उत्तराखंड से खाली एक सीट के लिए महेंद्र भट्ट ने 15 फरवरी को नामांकन पत्र दाखिल किया था।
नाम वापसी का समय बीतने के बाद उनके निर्वाचन की घोषणा कर दी गई थी। राज्यसभा के सभापति ने उन्हें शपथ दिलाई। चौंकाने के लिए मशहूर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले से उत्तराखंड भाजपा सरप्राइज हुई थी। बता दें, राज्यसभा सांसद रहे अनिल बलूनी का छह साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्यसभा की सीट खाली हो गई थी।
अग्निवीर भर्ती परीक्षा देने के लिए प्रदेशभर से युवा रुड़की पहुंचे..
तीन अलग-अलग पालियों में होगी परीक्षा..
उत्तराखंड: अग्निवीर भर्ती परीक्षा देने के लिए प्रदेशभर से युवा रुड़की पहुंचे। गुरुवार को सुबह सात बजे से ही क्षेत्र के अलग-अलग संस्थानों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। तीन अलग-अलग पालियों में परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस दौरान युवाओं को लाने ले जाने में ई-रिक्शा वालों ने चांदी काटी। युवाओं से मनमाने दाम वसूले गए। अग्निवीर योजना के तहत भारतीय सेना में महिला सेना पुलिस, हवलदार सर्वेयर ऑटो कार्टोग्राफर, सिपाही फार्मा, नर्सिंग असिस्टेंट और नर्सिंग असिस्टेंट (पशु चिकित्सा) के लिए भर्ती नामांकन 13 फरवरी से शुरू हो गए थे। पीआरओ रक्षा ले. कर्नल मनीष श्रीवास्तव का कहना था भर्ती कार्यालय लैंसडाउन का कहना हैं कि इस वर्ष से भर्ती प्रक्रिया में सुधार करने के लिए कई नए उपाय शामिल किए गए हैं।
इनमें सशस्त्र सेनाओं में चुनौतीपूर्ण माहौल के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों का पता लगाने के लिए एक नई अनुकूलन क्षमता परीक्षा शामिल है। इस परीक्षा को भर्ती रैली के हिस्से के रूप में शामिल किया जाएगा और मेडिकल टेस्ट से पहले आयोजित किया जाएगा। केवल उन युवाओं को जो इस परीक्षा को पास करते हैं, उन्हें आगे की चयन प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
इसके साथ ही अग्निवीर (कार्यालय सहायक) के लिए भी एक नया टाइपिंग टेस्ट, कंबाइंड एंट्रेंस परीक्षा के साथ आयोजित किया जाएगा। फर्जी उम्मीदवारों को बाहर निकालने के लिए आईरिस स्कैन के रूप में एक नई बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया शामिल की गई है। भर्ती कार्यालय की ओर से युवाओं से अपील की है कि वह केवल अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबरों के साथ पंजीकरण करें। भर्ती रैली के संचालन के दौरान आधार सत्यापन किया जाएगा।
चारधाम यात्रा- स्वास्थ्य विभाग ने 11 भाषाओं में जारी की SOP..
उत्तराखंड: शासन ने चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच को मानक प्रचालन कार्यविधि जारी कर दी है। इसके अंतर्गत यात्रियों को यात्रा पर आने से पहले और यात्रा के दौरान उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी दी गई है। इस बार यात्रा मार्ग पर 50 स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्र बनाए जा रहे हैं। यहां पर यात्रियों की उच्च रक्तचाप व मधुमेह समेत 28 मानकों पर जांच की जाएगी।
सचिव स्वास्थ्य डा आर राजेश कुमार का कहना हैं कि यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पर्यटन विभाग की वेबसाइट क्रियाशील हो गई है। इसमें स्वास्थ्य संबंधी एक कालम भी रखा गया है। इसमें यात्री अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भरेंगे, जो उन्हें जरूरत के समय उपचार उपलब्ध कराने में मदद करेगी। सचिव स्वास्थ्य का कहना हैं कि चारधाम यात्रा के लिए मानक प्रचालन कार्यविधि 11 भाषाओं में तैयार की गई है। इसे हिंदी व अंग्रेजी के साथ ही गुजराती, मराठी, तेलगु समेत नौ भाषाओं में तैयार कर संबंधित राज्यों को भेजा गया है। चारधाम में बनाए बनाए जाने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक व स्वास्थ्य कार्मिकों के साथ ही स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती भी की जाएगी। यहां दवा व आक्सीजन सिलिंडर समेत सभी जरूरी उपकरण रखे जाएंगे। स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों के साथ ही छह से अधिक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए गए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की गई है।
हेल्थ एटीएम की भी की जाएगी स्थापना..
सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि यात्रा मार्गों पर हेल्थ एटीएम भी लगाए जा रहे हैं। यहां ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में आक्सीजन आदि की जांच की जाएगी। इसमें काम करने वाले तकनीकी स्टाफ को पूरा प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए टेलीमेडिसन की भी सुविधा रखी गई है। इनके द्वारा किसी भी प्रकार की गंभीर स्थिति में 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह प्राप्त की जा सकती है। चारधाम यात्रा में उत्तराखंड के साथ ही दूसरे राज्यों के चिकित्सक भी अपनी सेवाएं देने के इच्छुक रहते हैं। ऐसे में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखकर चारधाम यात्रा की अवधि में कार्य करने के इच्छुक चिकित्सकों की जानकारी मांगी गई है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ जिला चिकित्सालयों के लिए उपकरणों की खरीद शुरू..
सचिव स्वास्थ्य का कहना हैं कि बद्रीनाथ व केदारनाथ धाम में स्थापित चिकित्सालयों के लिए उपकरणों की खरीद शुरू कर दी गई है। जल्द ही उपकरण चिकित्सालयों में पहुंच जाएंगे। इससे इस वर्ष इन दोनों धामों में श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मानक प्रचालन कार्यविधि में यात्रियों को कहा गया है कि वे कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं। केदारनाथ व यमुनोत्री में पैदल चलते समय एक से दो घंटे बाद पांच से 10 मिनट तक विश्राम करें। यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स आक्सीमीटर व थर्मामीटर साथ रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री जरूरी दवा एवं नंबर साथ रखें। सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आने अथवा उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार लें।
उत्तराखंड में इस सप्ताह से महंगी होगी बिजली..
उत्तराखंड: प्रदेश में इस सप्ताह से बिजली की कीमतों में वृद्धि की संभावना है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग नई बिजली दरों का ऐलान करने जा रहा है, जो कि एक अप्रैल से प्रभावी होंगी। चुनाव आयोग ने आचार संहिता के तहत नियामक आयोग को इसकी मंजूरी दे दी है। बिजली की दरों में 23 से 27 प्रतिशत की वृद्धि के नतीजे में, यूपीसीएल ने अप्रैल से शुरू हुए वित्तीय वर्ष में एक साल में 1281 करोड़ रुपये से अधिक ज्यादा भरपाई के लिए बिजली खरीद पर अतिरिक्त बोझ उठाने का फैसला किया है। इस निर्णय के परिणामस्वरूप, 27 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को इस बढ़ी हुई दर का सामना करना पड़ेगा।
एम्स ऋषिकेश 12 वर्षों में देश के सर्वोच्च 50 चिकित्सा संस्थानों की सूची शामिल..
उत्तराखंड: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने बीते 12 वर्षाें में देश को 574 चिकित्सक दिए हैं। वहीं, चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देश के सर्वोच्च 50 चिकित्सा संस्थानों की सूची में 22वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है।एम्स ऋषिकेश का शिलान्यास 1 फरवरी 2004 को तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज ने किया था। भवन निर्माण आदि पूरा होने के बाद 27 मई 2013 से एम्स में ओपीडी की शुरुआत हुई। इसी वर्ष 30 दिसंबर से आईपीडी की सुविधा भी शुरू की गई थी। सितंबर 2012 से एम्स में एमबीबीएस बैच की शुरुआत भी हुई। वर्ष 2014 में यहां नर्सिंग काॅलेज का संचालन शुरू किया गया। स्थापना के बाद से एम्स ने स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में लगातार नए आयाम स्थापित किए। विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन के साथ ही अपने मेडिकल कॉलेज के माध्यम से एम्स अब तक 574 एमबीबीएस तैयार कर देश की सेवा में समर्पित कर चुका हैं।
एमबीबीएस की 125 सीटें..
एम्स के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की 125 सीटें हैं। वर्तमान में यहां एमडी, एमएस, एमडीएस, डीएम, एमसीएच, पीएचडी, मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ, एमएससी नर्सिंग और बीएससी एलाइड हेल्थ के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। चिकित्सकों को तैयार करने के लिए 214 फैकल्टी हैं। जिसमें 60 प्रोफेसर, 64 एडिशनल प्रोफेसर, 60 एसोसिएट प्रोफेसर और 30 असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। हालांकि फेकल्टी के कुल 305 पद स्वीकृत हैं।
एक साल में 27 पायदान ऊपर चढ़ी एम्स की रैंकिंग..
एम्स ऋषिकेश ने एक साल में नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की रैंकिंग में 27 पायदान का सुधार किया है। वर्ष 2022 में एम्स की रैंकिंग में 49वें स्थान पर थी। 2023 की रैंकिंग में जबरदस्त सुधार करते हुए 22वें पायदान पर स्थान बनाया है।
एम्स में देश की सर्वश्रेष्ठ सिमुलेशन लैब..
आपको बता दे कि सिम्युलेशन लैब का उद्घाटन वर्ष 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। इसे एडवांस सेंटर ऑफ मेडिकल सिम्युलेशन एंड स्किल्स नाम दिया गया। यह लैब एक मल्टी डिपार्टमेंट की भांति कार्य करती है। जिसमें प्रशिक्षण, वर्कशॉप, कॉन्फ्रेंस आदि गतिविधियां संचालित की जाती हैं। अभी तक इस लैब से मेडिकल क्षेत्र के 29 हजार 469 लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। संस्थान की डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने बताया कि संस्थान में स्थापित सिम्युलेशन लैब देश की सर्वश्रेष्ठ है।
मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए जारी किया बारिश का अलर्ट..
उत्तराखंड: पहाड़ी जिलों में सोमवार को मौसम का मिजाज बदला रहेगा। मौसम विभाग ने पांच जिलों के कुछ इलाकों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दिनों में मैदानी इलाकों में तापमान बढ़ने की संभावना है। वहीं ऊंचाई वाले इलाकों का मौसम बदलने से गर्मी से राहत रहेगी। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार सोमवार को दे राजधानी देहरादून समेत उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में तेज गर्जन के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेशभर के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
देहरादून में टूटा नौ साल का रिकॉर्ड..
तापमान पर नजर डालें तो रविवार को दून के तापमान ने अपना नौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दोपहर के समय गर्म हवाएं चलने से रात के न्यूनतम तापमान में भी इजाफा दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री बढ़ने के साथ 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बता दें इससे पहले 2015 में इसी दिन अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
22 मई को योगनगरी से रवाना होगी सात ज्योतिर्लिंग यात्रा ट्रेन..
आईआरसीटीसी ने किया खास इंतजाम..
उत्तराखंड: 22 मई को योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से सात ज्योतिर्लिंग यात्रा ट्रेन रवाना होगी। यह ट्रेन 11 रात और 12 दिन का सफर तय कर दो जून को वापस योगनगरी रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। आईआरसीटीसी ने इस विशेष ट्रेन में पैकेज की व्यवस्था है।आईआरसीटीसी उत्तर क्षेत्र लखनऊ के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा का कहना हैं कि इस ट्रेन में योगनगरी ऋषिकेश, हरिद्वार, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, लखनऊ, कानपुर, उरई वीरांगना लक्ष्मीबाई ललितपुर से यात्री बैठकर और उतर सकेंगे। यात्रा के दौरान ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, सोमनाथ, भेंट द्वारका, द्वारकाधीश मंदिर, नागेश्वर, त्रयंबकेश्वर, घृष्णेश्वर और भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराए जाएंगे।
इस स्पेशल ट्रेन में कुल बर्थ 767-2 एसी (कुल 49 सीटें), 3 एसी (कुल 70 सीटें) एवं स्लीपर (कुल 648 सीटें) होंगी। पैकेज में यात्रियों को नाश्ता, दोपहर और रात का शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। एसी और नान एसी बसों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर भ्रमण कराया जाएगा। पैकेज में इकोनॉमी, स्टैंडर्ड, कंफर्ट क्लास की व्यवस्था होगी। इसमें ईएमआई की सुविधा भी है। इस पैकेज की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर की जाएगी।
पिथौरागढ़-देहरादून हवाई सेवा सप्ताह में अब छह दिन होगी संचालित..
उत्तराखंड: प्रदेश में अब सफर आसान हो गया है। बताया जा रहा है कि देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट से नैनीसैनी हवाई अड्डा पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा को विस्तार दिया गया है। जिससे अब 15 घंटे का सफर महज एक घंटे में पूरा हो रहा है। प्रदेश में अब पिथौरागढ़-देहरादून हवाई सेवा सप्ताह में छह दिन संचालित होगी। अभी तक यह हेली सेवा सप्ताह में तीन दिन संचालित हो रही थी।
आपको बता दें कि हवाई सेवा शुरू होने से सीमांत जिले पिथौरागढ़ के विकास को नया आयाम मिला है। साथ ही यहां पर्यटन और रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ रही है। अब सप्ताह में छह दिन पिथौरागढ़-देहरादून हवाई सेवा के संचालन होने से स्थानीय निवासियों को आवागमन में और अधिक सहूलियत मिलेगी। बताया जा रहा है कि इसका किराया 2 हजार के लगभग है। ऑनलाइन टिकट बुक किया जा सकता है। गौरतलब है कि इस समय प्रदेश से सभी प्रमुख शहरों को हवाई सेवा से जोड़ा जा चुका है। हाल ही में प्रदेश सरकार अयोध्या, लखनऊ और अमृतसर के लिए भी हवाई सेवाएं शुरू कर चुकी है।
चारधाम यात्रा- 4 दिन में 14 लाख रजिस्ट्रेशन, टूटेगा पिछला रिकॉर्ड..
उत्तराखंड: प्रदेश में 10 मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा का उत्साह इस बार काफी ज्यादा है। बीते 4 दिन में 14 लाख से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। पिछली बार चार महीने में 55 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार यह रिकॉर्ड टूट सकता है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के CEO सी. रविशंकर का कहना हैं कि पहली बार चारधाम के लिए चार्टर्ड हेलिकॉप्टर सेवा शुरू हो रही है। इसमें 4 लोग एक धाम की यात्रा साढ़े तीन लाख रु. में कर सकते हैं। यदि चारों धाम के लिए चार्टर्ड हेलिकॉप्टर लेते हैं तो प्रति व्यक्ति 1.95 लाख देने होंगे। किराए में आना-जाना, रुकना, खाना शामिल है। हेलिकॉप्टर भी वहीं रहेगा। एक ही दिन में वापसी का रेट 1.05 लाख रु. रहेगा।
एक माह पहले भी हेलिकॉप्टर बुकिंग
सामान्य हेलीकॉप्टर सेवा का किराया 5% बढ़ा है। गौरीकुंड से 18 किमी पहले फाटा से केदारनाथ जाते हैं तो एक तरफ का प्रति व्यक्ति किराया 2,886 रु. होगा। पिछली बार ये 2,749 रु. था। गुप्तकाशी से 4,063 रु. रहेगा, जो 3,870 रु. था। पहले हेलिकॉप्टर सर्विस की बुकिंग 15 दिन के स्लॉट में होती थी। इस बार एक माह का स्लॉट रहेगा। 10 मई से 20 जून और 15 सितंबर से 31 अक्टूबर तक और बुकिंग IRCTC की हेलीयात्रा वेबसाइट से 20 अप्रैल से होगी।
16 किमी के ट्रैक पर 3 फीट तक बर्फ, अभी भी स्नोफॉल
आपको बता दे कि केदारनाथ धाम में अभी भी 2 से 3 फीट बर्फ है। जबकि गौरीकुंड से धाम तक 16 किमी का ट्रैक बर्फ में ढंका है। 10 मई से यात्रा शुरू होनी है, इसलिए SDRF ने बर्फ हटानी शुरू कर दी है। बाकी तीन धामों के रास्ते खुले हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि धाम पर बर्फबारी मई के पहले हफ्ते तक चल सकती है। 15 मई के बाद ही वहां मौसम सामान्य होगा।