प्रधानमंत्री मोदी ने पहली नवरात्र पर देश को दिया प्राणवायु का तोहफा..
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पहली नवरात्रि के दिन देवभूमि उत्तराखंड के साथ ही देश को 35 ऑक्सीजन प्लांट की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को एम्स ऋषिकेश पहुंचे और यहां आयोजित कार्यक्रम में एम्स में ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण किया। इसके साथ ही रिमोट द्वारा वर्चुअली देशभर के अन्य ऑक्सीजन प्लांट का उद्धाटन भी किया।
इसके बाद पीएम मोदी ने पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण भी किया। प्रधानमंत्री ने एम्स से वर्चुअल माध्यम से देशभर के मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों में स्थापित करीब 35 ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण भी किया। प्रधानमंत्री मोदी का कहना हैं कि उत्तराखंड की देवधरा ने मेरे जैसे अनेकों लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया है।
उत्तराखंड की भूमि मेरे कर्म और मर्म की भूमि है। यहां से मेरा नाता सत्व का भी है और तत्व का भी है। उन्होने कहा कि बीस साल पहले मुझे आज के ही दिन गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी मिली थी। जिस धरती ने मुझे स्नेह दिया है यहां आना मेरा सौभाग्य है। यहां आकर एक नई ऊर्जा मिलती है। कहा कि जहां योग और आयुर्वेद की शक्ति से जीवन को आरोग्य बनाने का समाधान हुआ है, आज वहीं से देश भर के ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की जल्द ही शत-प्रतिशत पहली कोरोना डोज का पड़ाव पूरा करने वाला है। उनका कहना हैं कि ऑक्सीजन के निर्माण के साथ उसका ट्रांसपोर्टेशन भी मुश्किल होता है। पूर्वी भारत में सबसे अधिक ऑक्सीजन निर्माण होता है। लेकिन दूसरी लहर के दौरान उत्तर और पश्चिम भारत में ऑक्सीजन की सबसे अधिक जरूरत थी। आज देश के हर जिले के पास अपना पीएसए ऑक्सीजन प्लांट है।
जल्द उत्तराखंड आएंगे पीएम मोदी.
केदारनाथ यात्रा के साथ करेंगे ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण..
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 अक्तूबर से पहले केदारनाथ मंदिर जाने की उम्मीद है। उनकी यात्रा की संभावित तिथि छह अक्टूबर मानी जा रही है। सूत्रों का कहना हैं कि पीएम मोदी उत्तराखंड के दौरे के दौरान केदारनाथ के दर्शन कर राज्य के नेताओं से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी ने इससे पहले 2019 में केदारनाथ मंदिर का दौरा किया था।
वहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के 162 चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों को प्राणवायु का तोहफा देने जा रहे हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में दो अक्तूबर को प्रस्तावित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पीएम केयर फंड से बनाए गए सभी पीएसए प्लांट का लोकार्पण करेंगे।
पीएम केयर फंड से देशभर के 1500 चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण होना है। प्रधानमंत्री एम्स ऋषिकेश में एक हजार एलपीएम प्रति मिनट क्षमता वाले पीएसएस ऑक्सीजन प्लांट का लोकर्पण करेंगे। इसके साथ देशभर में चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों में 201.58 करोड़ की लागत से तैयार 162 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया जाएगा। शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार और एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी एम्स ऋषिकेश पहुंचे।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने ट्राम सेंटर के वरिष्ठ सर्जन डॉ. मधुर उनियाल के साथ आयोजन स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। लोकर्पण कार्यक्रम के लिए नवनिर्मित ऑडिटोरियम के पास के पार्किंग एरिया का चयन किया गया है। प्रशासनिक भवन में निदेशक कार्यालय और वीआईपी आवास में सेफ हॉउस तैयार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने डॉ. मधुर उनियाल से कार्यक्रम स्थल पर इंटरनेट कनेक्टिविटी और हेलीपैड की व्यवस्था की जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार पीएम के कार्यक्रम के लिए प्रशासन के पास दो अक्तूबर और सात अक्तूबर की अनुसूची आयी है।
कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मंगलवार को विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से लगभग 25 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री ने राजधानी देहरादून के निकट सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया स्थित लिंडे ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण भी किया। उन्होंने इंडस्ट्रियल एरिया में ऑक्सीजन उत्पादन में आ रही हो दिक्कतों के समाधान का भी भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के राजकीय मेडिकल काॅलेजों के चिकित्सालयों की क्षमता में वृद्धि और सुदृढ़ीकरण से संबंधित कार्यों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी है। कोविड महामारी में राज्य में मास्क न पहनने वालों से जुर्माना वसूली के बाद उन्हें चार मास्क निःशुल्क उपलब्ध कराने के लिए पुलिस विभाग को एक करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
इसके अलावा हौम्योपैथिक चिकित्सा सेवाओं के लिए 1 करोड़ 18 लाख 80 हजार रूपए व आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाओं विभाग को 4 करोड़ 64 लाख 23 हजार 500 रूपए स्वीकृत किये गए हैं। कोविड के संक्रमण से बचाव व राहत से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए जिलाधिकारी बागेश्वर और जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को 2-2 करोड़ रूपए, जबकि जिलाधिकारी चमोली व जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर को 1-1 करोड़ रूपए उनकी मांग के अनुरूप मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत किए गए हैं।
उधर, सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया स्थित लिंडे ऑक्सीजन प्लांट के निरीक्षण के दौरान प्लांट के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इंडस्ट्रियल एरिया में विद्युत आपूर्ति नियमित ना होने के कारण कई बार उनका उत्पादन प्रभावित हो जाता है। इस समस्या के निदान के लिए प्रयास भी किए गए, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। इसके अलावा उन्होंने इंडस्ट्रियल एरिया में सड़क के सुधारीकरण की भी मांग उठाई। इस मौके पर लिंडे के पदाधिकारियों ने पहाड़ी क्षेत्रों में मिनी ऑक्सीजन प्लांट लगाने का भी सुझाव दिया।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की समस्या जल्द हल करा दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने मौके से ही शासन के उच्च अधिकारियों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की हर समस्या का निदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की बहुत आवश्यकता है, ऐसे में ऑक्सीजन प्लांट कंपनियों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।
मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन कंपनी में काम कर रहे मजदूरों को भी उनके सहयोग के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा की प्राण वायु का उत्पादन करने वाले मजदूर किसी की जिंदगी बचाने का काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने सेलाकुई मैं प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर का भी निरीक्षण किया और व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।