कुमाऊं कमिश्नर ने छह अफसरों को दिया नोटिस, पक्ष और साक्ष्य देने को कहा..
उत्तराखंड: हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा मामले में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने घटना की जांच के संबंध में नैनीताल डीएम वंदना सिंह, एसएसपी प्रहलाद मीणा समेत छह अफसरों को नोटिस दिया है। इसमें अधिकारियों को अगले हफ्ते अलग-अलग दिनों में घटना के संबंध में अपना पक्ष और साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
आपको बता दे कि आठ फरवरी को प्रशासन की टीम बनभूलपुरा क्षेत्र में बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को हटाने गई थी। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर थाने और वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। हमले में पुलिस और नगर निगम के सैकड़ों कर्मचारी घायल हुए थे। घटना के बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कुमाऊं कमिश्नर को सौंपी थी। इसी जांच के सिलसिले में कुमाऊं कमिश्नर ने अधिकारियों को नोटिस दिया है। कुमाऊं कमिश्नर ने बताया कि डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता और बनभूलपुरा थानाध्यक्ष को अगले सप्ताह में अलग-अलग समय देते हुए पक्ष और साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा है।
अन्य अधिकारियों को भी भेजा जाएगा नोटिस..
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का कहना हैं कि इसके बाद अन्य अफसरों को भी नोटिस दिया जाएगा। इसमें होमगार्ड कमांडेंट, पीएसी के अधिकारी और दूसरे जिले से अगर फोर्स आयी है तो उनके अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा। मामले की जांच अभी जारी है।
हल्द्वानी में GST ऑफिस हुई छापेमारी कर्मचारियों और अधिकारियों में मचा हड़कंप..
उत्तराखंड: हल्द्वानी में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने जीएसटी ऑफिस में छापेमारी की। अचानक कुमाऊं कमिश्नर की छापेमारी की कार्रवाई से विभाग के सारे कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बायोमेट्रिक हाजिरी को चेक किया। इस दौरान जीएसटी के अधिकारी मौके से गायब दिखे। कुमाऊं कमिश्नर का कहना हैं कि मुख्यमंत्री द्वारा ये निर्देश दिए गए हैं कि समय-समय पर सभी सरकारी ऑफिस में चेकिंग अभियान चलाया जाए। ताकि ये पता चल सके की सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी मौजूद है या नहीं। उनका कहना हैं कि सरकारी ऑफिस में पब्लिक से जुड़े कई सारे मामले होते हैं। ऐसे में जरूरी है की सभी अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय में समय पर मौजूद उपस्थित हो जाएं। कुछ अधिकारी मौके से गायब मिले हैं जिनसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।