जिला अस्पताल की शिफ्टिंग के विरोध में रुद्रप्रयाग में धरना..
रुद्रप्रयाग। जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग की शिफ्टिंग का विरोध और इसे पूर्व की भांति संचालन व माधवाश्रम अस्पताल को बेस अस्पताल के रूप में विकसित करने की मांग को लेकर अस्पताल बचाओ समिति का क्रमिक अनशन मंगलवार को भी जारी रहा। इस दौरान विधायक भरत सिंह चौधरी के व्यवहार के प्रति भी आंदोलनकारियों ने रोष जताया। उन्होंने मांगपूर्ति तक आंदोलनरत रहने का निर्णय लिया है।
बीते आठ दिसंबर से जारी धरना में समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि जिला चिकित्सालय से अनुभागों को माधवाश्रम अस्पताल में शिफ्ट करने के बजाय पूर्व की भांति संचालन किया जाए। जिलेवासियों के साथ ही चमोली जिले के दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले जरूरतमंद लोगों को जिला चिकित्सालय पहुंचने में आसानी होती है। लेकिन जिस तरह से अस्पताल प्रबंधन व प्रशासन द्वारा यहां से हड्डी रोग, दंत, नेत्र, ईएनटी सहित अन्य अनुभागों को माधवाश्रम अस्पताल शिफ्ट किया गया है, वह स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से सही नहीं है।
मुख्य बाजार से कोटेश्वर पहुंचने के लिए मरीज व तीमारदारों को खासी दिक्कतें होंगी। लेकिन इस दिशा में कोई विचार नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस के राय सिंह बिष्ट, आप पार्टी के केपी ढौडियाल व जोत सिंह बिष्ट और सामाजिक कार्यकर्ता जयपाल भारती आदि ने कहा कि अगर शासन-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को जिले में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करनी हैं, तो जिला चिकित्सालय को शिफ्ट करने के बजाय कोटेश्वर अस्पताल को बेस अस्पताल की तर्ज पर विकसित किया जाए।
उन्होंने विधायक भरत चौधरीके प्रति भी नाराजगी जताई। कहा कि विधायक जिला चिकित्सालय में आए। लेकिन उन्होंने धरना स्थल की तरफ देखना भी जरूरी नहीं समझा। इस मौके पर भूपाल सिंह, महेश्वर प्रसाद पुरोहित, बलवीर सिंह रावत, शशि देवी, रूपलाल, सुशीला देवी, शमशेर सिंह मल्ल, मोनिका कोटली