मौसम विभाग ने इन जनपदों के लिए जारी किया ऑरेंज अलर्ट..
उत्तराखंड: मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर भूस्खलन की आशंका को देखते हुए संवेदनशील इलाकों में न जाने की अपील की है।
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम के अनुसार देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत जनपद के लिए भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा इन जनपदों के कुछ हिस्सों में तेज गर्जन और आकाशीय बिजली चमकने के आसार हैं।
जबकि मौसम वैज्ञानिकों ने हरिद्वार, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर जनपद के लिए येलो अलर्ट जारी कर भूस्खलन की आशंका को देखते हुए संवेदनशील इलाकों में न जाने की हिदायत दी है।प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी देहरादून में रात से लगातार हो रही बारिश के कारण टपकेश्वर मंदिर का एक पुश्ता ढह गया। टपकेश्वर मंदिर में पहले पेड़ गिरने के कारण मंदिर का प्रवेश द्वार अवरूद्ध हो गया था। जिसके बाद बीती रात मंदिर का एक और हिस्सा ढहने से मलबा एकत्र हो गया है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
भूस्खलन के चलते उत्तरकाशी- थत्यूड़ मार्ग पर दोनों तरफ लगी वाहनों की लंबी लाइन..
उत्तराखंड: उत्तरकाशी- थत्यूड़ मोटर मार्ग पर भूस्खलन से यातायात बाधित हो गया है। सड़क पर दोनों और वाहनों की लंबी कतार लगी है। चट्टान से मोटर मार्ग पर सुवाखोली के समय भारी बोल्डर गिर गए हैं। यात्रियों वाहन खुलने का इंतजार कर रहे हैं। नई टिहरी में उत्तरकाशी-थत्यूड़ मोटर मार्ग सुआखोली के समीप यातायात के लिए बाधित हो गया है। चट्टान से मोटर मार्ग पर सुवाखोली के समय भारी बोल्डर गिर गए हैं। उत्तरकाशी से देहरादून, देहरादून से उत्तरकाशी जाने वाहनों की सड़क के दोनों तरफ लंबी कतार लगी है। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से बताया गया मोटर मार्ग पर यातायात बहाल करने में दो से तीन घंटे का समय लग सकता है।
उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ तक अगले 48 घंटे के दौरान कहीं-कहीं तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने तेज तूफान और भारी बारिश को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, रविवार रात मौसम विभाग ने साढ़े तीन घंटे के लिए दो जिले में ऑरेंज और छह जिलों में स्थानीय येलो अलर्ट जारी किया था। इस दौरान देहरादून और टिहरी के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई। वहीं, मुख्य शिक्षा अधिकारी मुकुल कुमार सती ने मसूरी क्षेत्र, देहरादून नगर क्षेत्र, सहस्त्रधारा क्षेत्र, मालदेवता क्षेत्र व इसके आस -पास के क्षेत्र में सोमवार को शिक्षण संस्थान पूरी तरह से बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
रुद्रप्रयाग के सारी गॉँव में भूस्खलन,कई परिवारो को सुरक्षित स्थानों पर किया शिफ्ट..
उत्तराखंड: जनपद रुद्रप्रयाग के तल्लानागपुर की सारी गॉँव से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही हैं। आज सुबह लगभग 9 बजे अचानक भूस्खलन से एक मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, गौशाला व शौचालय जमीदोश हो चुके हैं। बताया जा रहा रहा हैं की हरिलाल पुत्र रजी लाल, वीरेंद्र पुत्र रजी लाल अनुसूचित वस्ती ग्राम सारी इनका गौशाला शौचालय चौक टूट कर के गधेरे में पहुंच गया और अब मकान किसी भी समय टूट सकता है। भूस्खलन निरंतर जारी है मकान पर दरारें भी आ चुकी है और धीरे-धीरे खिसक रहा है। ग्रामीणों की मदद से मकान खाली कर दिया गया है,पीड़ित परिवार अब खुले आसमान के नीचे रोने को मजबूर है।
वही रेस्क्यू टीम ने ग्रामीणों की मदद से 11 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। जबकि मकानों को खाली किया जा रहा है। जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना हैं कि खतरे की आशंका को देखते हुए सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। प्रभावित लोगों को स्कूल, पंचायत भवन और रिश्तेदारों के यहां सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार का कहना हैं कि डीडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कर रही है।
उन्होंने बताया कि 11 मकानों को लगातार खतरा बना है, यहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। इस क्षेत्र में कुल 18 परिवार हैं जिसमें 117 लोग रहते हैं। जबकि 24 जानवर हैं। सभी को सुरक्षित स्थानों पर रखे जाने का प्रयास चल रहा है। इधर प्रभावित लोगों के सामने आशियाने का संकट पैदा हो गया है। घटना के बाद मौके पर तहसीलदार, राजस्व उपनिरीक्षक, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह विष्ट सहित कई लोग पहुंच गए।
ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर आ गिरा पहाड़, बाल-बाल बची स्कूटी सवार की जान, देखिए वीडियो..
उत्तराखंड: प्रदेश में बरस रही आफत की बारिश से हर जगह तबाही का मंजर सामने आ रहा है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के चलते सड़कें बंद हैं, तो वहीं मैदानों में लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है। जगह-जगह पहाड़ दरक कर सड़कों पर गिर रहे हैं, जिससे हादसे का डर बना हुआ है। एक ऐसी ही एक तस्वीर टिहरी गढ़वाल से आई, जहां नागनी में पहाड़ टूटकर सड़क पर आ गिरा।
हादसे के वक्त दो स्कूटी सवार युवक वहां से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने सामने खड़े लोगों की चीख सुनी, जिसके बाद युवकों ने तुरंत स्कूटी दौड़ा दी। समय पर लिए गए एक फैसले ने इन दोनों युवकों की जान बचा ली, लेकिन वो अब तक सदमे में हैं। घटना टिहरी के नागनी की बताई जा रही है, जिसका वीडियो देखकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे।
वीडियो में दो युवक मौत के मुंह से भागते हुए नजर आ रहे हैं। पहाड़ के दूसरे इलाकों की तरह टिहरी गढ़वाल में भी बारिश के चलते एनएच-94 ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे पर नागनी के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है। सोमवार दोपहर यहां बड़े-बड़े बोल्डर तेजी से सड़क पर गिरने लगे। इसी दौरान पहाड़ के पास से दो स्कूटी सवार युवक निकल रहे थे।
शुक्र रहा कि स्कूटी सवार युवकों ने सामने खड़े लोगों की चीख सुनकर तुरंत स्कूटी की स्पीड बढ़ा ली और जल्दी से वो वहां से निकल गए, जिससे उनकी जान बच गई। लोगों के देखते ही देखते पलभर में पूरा पहाड़ दरक कर सड़क पर आ गिरा। पहाड़ के सड़क पर गिरते ही हाईवे बंद हो गया, जिससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। फिलहाल प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। मार्ग खोलने की कार्रवाई की जा रही है।