विनिर्माण, ऊर्जा क्षेत्र में धरातल पर उतरा सबसे अधिक निवेश..
उत्तराखंड: वैश्विक निवेशक सम्मेलन में जिन निवेश प्रस्तावों पर प्रदेश सरकार ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया था, उसमें अब तक विनिर्माण और ऊर्जा क्षेत्र में सबसे अधिक निवेश एमओयू को धरातल पर उतरा गया। विनिर्माण क्षेत्र में 30,896 करोड़ और ऊर्जा क्षेत्र में 27,734 करोड़ रुपये के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है।
देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में बड़े निवेश पर काम हो रहा है। राज्य की अर्थव्यवस्था बढ़ाने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार दिसंबर माह में वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित किया था। इस सम्मेलन में कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार ने एमओयू किया था।
सीएम ने दिए अफसरों को निर्देश..
अब तक 71 हजार करोड़ से अधिक निवेश एमओयू की ग्राउंडिंग हो चुकी है। इसमें विनिर्माण, ऊर्जा, पर्यटन, हेल्थ केयर, हाउसिंग, रियल एस्टेट, अवस्थापना क्षेत्र के निवेश को धरातल पर उतारने का काम हुआ है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी अफसरों को निर्देश दिए कि राज्य की भौगोलिक अनुकूलता और रोजगार देने वाले निवेश प्रस्तावों को प्राथमिकता देते हुए धरातल उतारा जाए। इसके लिए शासन स्तर पर विभागवार निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग की लगातार समीक्षा की जा रही है। विभागीय अधिकारी भी निवेश की राह में किसी तरह की परेशानियों में न आए। इसके लिए बड़े निवेशकों के साथ संपर्क किया जा रहा है।
टिहरी में 85 कंपनियां करेंगी 1100 करोड़ का निवेश- डीएम..
उत्तराखण्ड: वैश्विक निवेशक सम्मेलन- 2023 के तहत बुधवार को जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव का विधिवत् दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया गया। इस मौके पर मा. कैनिनेट मंत्री/जनपद प्रभारी मंत्री श्री प्रेम चंद अग्रवाल द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया गया। गंगा रिजॉर्ट (जी.एम.वी.एन.) मुनि की रेती, टिहरी गढ़वाल में आयोजित कार्यक्रम में मा. कैबिनेट मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि आज उद्यमी उत्तराखण्ड में निवेश करने में उत्साह दिखा रहे हैं और इसका बड़ा आधार यहां का वातावरण, पर्यावरण, नैसर्गिक सौन्दर्य के साथ ही शांति एवं कानून व्यवस्था, ट्रांसपोर्टेशन, विद्युत, रेलवे लाइन, उड़ान सेवा आदि हैं, जो उद्यमियों को आकर्षित कर रहा है।
उत्तराखण्ड में लैंड बैंक हेतु 600 एकड़ भूमि निकाली गई है। इसके साथ ही सिंगल विंडो सिस्टम पर जनपद एवं राज्य स्तर पर कार्य हो रहा है, जिसमें सभी का सहयोग जरूरी है। मा. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मा. मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हो रहे विकास कार्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस साल चारधाम यात्रा में रिकार्ड तोड़ लगभग 56 लाख श्रद्धालु/पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे।
जनपद प्रभारी मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि जनपद में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। हाल ही में कोटी कालोनी में ‘‘टिहरी एक्रो फेस्टिवल‘‘ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इसके साथ ही नरेंद्रनगर में जी-20 की दो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बैठकें सम्पन्न हुई हैं। आने वाले समय में टिहरी झील क्षेत्र वैश्विक स्तर पर आर्कषण का केन्द्र होगा। उन्होंने जनपद टिहरी को निवेश हेतु उद्यमियों के लिए अनुकूल बताते हुए कहा कि कॉन्क्लेव में प्राप्त सुझावों को गम्भीरता से लेते हुए समाधान की ओर बढ़ेगें।
मा. विधायक देवप्रयाग विनोद कण्डारी ने कहा कि देश-प्रदेश के विकास हेतु ग्राम इकाई को मजबूत करना जरूरी है। उन्होंने छोटे-छोटे कुटीर उद्योगों के उद्यमियों एवं स्वयं सहायता समूहों का भ्रमण कार्यक्रम करवाने तथा नई पीढ़ी को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि औद्योगिक आस्थान स्थापना के नियमों में सरलीकरण हेतु सरकार प्रयासरत है। उनके द्वारा निवेशकों को जनपद में निवेश करने हेतु आमंत्रित किया गया। इस मौके पर अवगत कराया गया कि जनपद में उद्यमियों द्वारा निवेश को लेकर बैठकें एवं एमओयू की प्रक्रिया चल रह है। उद्यमी जनपद में निवेश करने हेतु काफी उत्साहित है तथा जनपद को निवेश हेतु प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष दोगुने प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव में 85 से अधिक कंपनी निवेशकों से 11 सौ करोड़ से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 75 करोड़ से अधिक के 03 कंपनियों के 560 करोड़ के प्रस्ताव एमओयू हेतु शासन को भेजे जायेंगे तथा शेष प्रस्तावों पऱ निवेशकों द्वारा हामी भरते हुए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। ये कंपनियां जिला उद्योग केंद्र, पर्यटन और नवीनीकरण ऊर्जा में पंजीकृत हैं। कॉन्क्लेव में उद्यमियों से प्राप्त समस्याओं/ सुझाव को गम्भीरता से लेते हुए समाधान किया जायेगा। इस मौके पर अध्यक्ष होटल एसोसिएशन विजय बिष्ट, अध्यक्ष उद्योग एसोसिएशन संजय अग्रवाल, भारतीय ग्राम उत्थान संस्थान के अनिल चंदोला सहित विनोद जुगलान
द्वारा अपने-अपने विचार/सुझाव रखे गये। उन्होंने जनपद स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव के माध्यम से क्षेत्रीय स्टेक होल्डरों को जोड़ना सरकार की बेहतर मुहिम बताया। कहा कि इससे छोटी-छोटी समस्याओं/सुझावों का समाधान क्षेत्रीय स्तर पर ही हो सकेगा।उन्होंने कहा कि जो भी योजनाएं बने, उसमें पर्यावरण का ध्यान रखा जाये। सिंगल विंडो सिस्टम की मॉनिटरिंग हेतु नोडल नामित करने तथा छोटी-छोटी कमियों को दूर करने की बात कही गई। उन्होंने नये उद्यमियों और छोटे उद्योग स्थापना के लिए नीति-नियमों में लचीलापन व त्वरित सहयोग के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर मा. अध्यक्ष नगरपालिका मुनि की रेती श्री रोशन रतूड़ी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र एच.सी. हटवाल, डीटीडीओ अतुल भण्डारी, डीएचओ आर.एस.वर्मा, उरेडा अधिकारी एम एम डिमरी, एडीआईओ सूचना भजनी भंडारी सहित अन्य अधिकारी, उद्यमी एवं होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे।