हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक यात्रियों की सेवा के साथ-साथ यातायात व्यवस्था में भी सहयोग करेंगे। इसके लिए प्रदेशभर से बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्त्ता हरिद्वार पहुंचे गए हैं। गंगा तट पर आयोजित “सेवा संकल्प” कार्यक्रम में इन सभी कार्यकर्ताओं को मां गंगा को साक्षी मान कर कुंभ ड्यूटी के दौरान पूर्ण निष्ठा से समाज की सेवा का संकल्प दिलाया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के पश्चिम उत्तरप्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक सूर्यप्रकाश टोंक ने कहा कि मां गंगा की सेवा करने का मौका हर किसी को नहीं मिलता, महाकुम्भ में रहकर जन सेवा करने का अवसर स्वयंसेवकों को मिला है, वह सौभाग्य से मिला है। इस सेवा का फल कुम्भ स्नान से भी अधिक फलदाई है। उन्होंने कहा कि संघ का स्वभाव ही सेवा है। अब तक हजारों अवसरों पर संघ के स्वयंसेवक प्रतिकूल परिस्थितियों में समाज सेवा के लिए सड़कों पर उतरे हैं। लेकिन यह पहला अवसर है, जब अनुकूल परिस्थितियों में सेवा के लिए स्वयंसेवक मोर्चे पर तैनात हो रहा है।
संघ के उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक युद्धवीर ने कहा कि पूरे प्रदेश से आए कार्यकर्ता निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा के लिए यहां आए हैं। प्रत्येक स्वयंसेवक अपनी स्वेच्छा से कुंभ सेवा के लिए तैयार है। हमारे किसी भी व्यवहार से किसी को नुकसान न हो, इसके लिए हम सभी को शांति, संयम, अनुशासन से कार्य करना है। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में तैनात स्वयंसेवक मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों के सहयोग के लिए है। इसलिए वह प्वाइंट पर तैनात उच्चाधिकारियों के उचित मार्गदर्शन में ही कार्य करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाल्मीकि आश्रम के पीठाधीश्वर महंत मानदास महाराज ने कहा कि सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। संघ के स्वयंसेवक बिना भेदभाव के समाज सेवा के लिए संकल्पित रहते हैं। देश, धर्म, समाज की सेवा करने से ही परम मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस अवसर संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम सिंह भी उपस्थित थे।