उत्तराखंड के नौ जिलों में मिले 61 नए संक्रमित, दो ने तोड़ा दम..
उत्तराखंड: प्रदेश में बीते 24 घंटे के भीतर 61 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि दो मरीजों ने दम तोड़ दिया। संक्रमितों की तुलना में दोगुने से ज्यादा मरीज स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या पांच सौ से कम हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बुधवार को 1822 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। नौ जिलों में 61 लोग कोरोना संक्रमित मिले। इसमें देहरादून जिले में 21, नैनीताल में 18, हरिद्वार में सात, पिथौरागढ़ में चार, ऊधमसिंह नगर, टिहरी और अल्मोड़ा में तीन-तीन, चमोली, चंपावत जिले में एक-एक संक्रमित मिला है।
बागेश्वर, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी जिले में कोई नया मामला नहीं मिला है। वही एम्स ऋषिकेश में भर्ती दो संक्रमितों की मौत हुई है। संक्रमितों की तुलना में 165 मरीज ठीक हुए हैं। वर्तमान में 495 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें अधिकतर मरीज होम आईसोलेशन में हैं। प्रदेश की रिकवरी दर 95.60 प्रतिशत और संक्रमण दर 3.24 प्रतिशत रही।
सरकारी दफ्तरों में कल से इन चीजों पर लग जाएगा प्रतिबंध..
उत्तराखंड: प्रदेश के दफ्तरों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है।मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सरकारी, अर्द्ध सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में कोल्ड ड्रिंक और पानी की प्लास्टिक की बोतलों के प्रयोग सहित कई चिजों पर रोक लगाने के आदेश जारी किए गए थे। उन्होंने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और प्रभारी सचिवों को निर्देश दिए थे कि सितंबर से पहले इन उत्पादों के विकल्प पर विचार कर लिया जाए।
जानकारी के अनुसार आदेश में कहा गया था कि राज्य में सरकारी कार्यालयों में पहली सितंबर से कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलों के साथ ही प्लास्टिक की पानी की बोतल पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा, जूस की बोतल, सॉस, आचार, चाय ,काफी के प्लास्टिक पाउच, बिस्किट, नमकीन, चिप्स के मल्टीलेयर पैकेज, गुलदस्ते में प्रयुक्त होने वाला नॉन वोवन प्लास्टिक या प्लास्टिक रैपर, प्लास्टिक के बैनर और फ्लैक्स, प्लास्टिक से बने स्टिकर और यूज एंड थ्रो लेखन सामग्री पर पूरी तरह रोक लग जाएगी।
इससे पहले प्लास्टिक स्टिक युक्त ईयर बड्स, गुब्बारे के साथ प्लास्टिक स्टिक, प्लास्टिक स्टिक के साथ झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम की डंडियां, थर्माकोल की सजावटी सामग्री, प्लास्टिक की प्लेट, प्लास्टिक के कटोरे, प्लास्टिक के कप, प्लास्टिक के गिलास, प्लास्टिक के कांटे, प्लास्टिक के चम्मच, प्लास्टिक के चाकू, प्लास्टिक के स्ट्रा, प्लास्टिक की ट्रे, मिठाई के डिब्बे, निमंत्रण कार्ड, सिगरेट के पैकेट, प्लास्टिक के बैनर आदि पर रोक लगाई जा चुकी है।
बताया जा रहा है कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक को लेकर शासन सख्त है। पहले ही 22 चीजों पर सरकार रोक लगा चुकी है और अब नौ अन्य को भी इस श्रेणी में लाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। इसी कड़ी में मुख्य सचिव ने आदेश जारी किए थे। वहीं निदेशालय में किसी भी आयोजन में पानी के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक बोतलों की जगह तांबे के लोटे इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष का रुद्रप्रयाग आगमन पर ढोल-नगाड़ों से हुआ स्वागत..
उत्तराखंड: प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के रुद्रप्रयाग आगमन पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका भव्य स्वागत किया। उनके स्वागत में रुद्रा बैंड से मुख्य बाजार होते हुए पेट्रोल पंप तक स्वागत रैली निकाली गई। नगरासू में भी पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का ढोल नगाड़ों के साथ फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। इससे पहले गुलाब राय रुद्रप्रयाग स्थित कार्यालय में जिला अध्यक्ष दिनेश उनियाल ने पुष्प गुच्छ एवं पार्टी का प्रतीक चिह्न कमल भेंट कर स्वागत किया। वहीं रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी एवं केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत एवं पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं पर आधारित पार्टी है। जिसकी विचारधारा राष्ट्रवाद है।
उन्होंने कहा पार्टी जो वादा करती है उसे निभाती है अटल बिहारी बाजपेई जी की सरकार में हमने उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया। आज हमी इसे धरातल पर सवार रहे हैं। प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र सरकार ने अपनी घोषणाओं के अनुसार राम मंदिर के निर्माण एवं धारा 370 हटाने आदि कई ऐतिहासिक कार्यो के साथ ही आज देश की आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा मजबूत हुई है । तथा देश विकास कार्यो में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के सामूहिक निर्णय के आधार पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी जाएंगी । तथा आगामी स्थानीय निकाय, पंचायतों एवं लोकसभा चुनाव में भाजपा पुनः प्रचंड बहुमत से फतह हासिल करेगी। जिला अध्यक्ष दिनेश उनियाल ने स्वागत भाषण करते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वहीं रुद्रप्रयाग विधायक भरत चैधरी जिला प्रभारी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट ने भी अपना संबोधन दिया ।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कोहली, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कमलेश उनियाल, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कपरवान ,वाचस्पति सेमवाल , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महावीर पवार , पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अमर देई शाह, विक्रम पटवाल, चंडी प्रसाद भट्ट, जिला पंचायत सदस्य भारत भूषण भट्ट ,सविता भंडारी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष कुंवरी बर्त्वाल, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विकास डिमरी, अनुसूचित मोर्चा जिला अध्यक्ष कुंवर सत्यार्थी , अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष अब्दुल रहीम, जिला उपाध्यक्ष भूपेंद्र भंडारी, तिलोक सिंह रावत, भाजपा के वरिष्ठ दरमियान जख्वाल , केदारनाथ नगर सलाहकार समिति के अध्यक्ष देव प्रकाश सेमवाल, पूर्व महामंत्री अजय सेमवाल, जिला मंत्री सुनिल नौटियाल, जिला मीडिया प्रभारी सतेन्द्र बर्त्वाल, जिला पूर्व मीडिया प्रभारी ओम प्रकाश बहुगुणा, जिला सोशल मीडिया प्रभारी पंकज कपरवान, रुद्रप्रयाग मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत सहित रुद्रप्रयाग विधानसभा के सभी मंडलों के मंडल अध्यक्ष एवं पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे ।बैठक का संचालन जिला महामंत्री विक्रम कंडारी एवं अनूप सेमवाल ने किया।
कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, इस वरिष्ठ नेता ने दिया इस्तीफा..
उत्तराखंड: प्रदेश में बुधवार की सुबह कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बता दे कि पौड़ी के द्वारीखाल के दिग्गज ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा ने कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। बताया जा रहा है कि निजी कारणों के चलते ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र सिंह राणा ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को त्याग पत्र भेजा। ब्लॉक प्रमुख के त्याग पत्र की खबर से उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है। ब्लॉक प्रमुख ने अपने त्याग पत्र में लिखा है कि “मैं उत्तराखण्ड प्रदेश में विगत 25 वर्षों से लगातार कांग्रेस पार्टी का सक्रिय सदस्य रहा हूं तथा विगत 15 वर्षों से पार्टी संगठन में विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी संगठन को अपनी सेवायें देता आ रहा हूं। वर्तमान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्य तथा प्रदेश महामंत्री के रूप में तन-मन-धन से पार्टी संगठन की सेवा कर रहा हूं।
पार्टी में इतने लम्बे समय की सेवा के बाद मेरे द्वारा वर्ष 2017 एवं 2022 के विधानसभा चुनाव में यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी बनाये जाने हेतु टिकट की दावेदारी की गई तथा मुझे पूरा विश्वास था कि पार्टी नेतृत्व मेरी लम्बी सेवा को देखते हुए मुझे उपकृत करेगा, परन्तु पार्टी संगठन द्वारा मेरी लम्बी सेवा के बावजूद मेरी लगातार उपेक्षा की गई।
वर्तमान में उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस संगठन में जिस प्रकार गुटबाजी एवं पुराने कार्यकर्ताओं की घोर उपेक्षा की जा रही है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी संगठन में निष्ठावान एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं की बजाय चाटुकारिता तथा भाई-भतीजावाद को तरजीह दी जा रही है जिससे मेरे जैसे निष्ठावान कार्यकर्ता आहत हैं।कांग्रेस पार्टी में लम्बी संगठनात्मक सेवा के उपरान्त अपनी घोर उपेक्षा तथा पार्टी संगठन में चल रही गुटबाजी से आहत होकर मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों तथा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूँ।
गड़बड़ियों की सफाई कर रहे सीएम-महेंद्र भट्ट.
उत्तराखंड: कांग्रेस प्रभारी की ओर से राज्य में भर्ती के मुद्दे पर की गई घोषणा पर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दावा किया कि जहां कांग्रेस ने केवल खेल खेलने और अपने राजनीतिक करियर का पुनर्निर्माण करने की मांग की, वहीं भाजपा ने धोखाधड़ी को देखते हुए बेरोजगार युवाओं के लिए न्याय मांगा।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उसे बेरोजगारों के हितों की कोई फिक्र नही है और वह मामले मे दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य मे घपले घोटालों की नीव रखने की जनक कांग्रेस ही रही है। जबकि भाजपा इस भाव से कार्य कर रही है की गड़बड़ी जहाँ और जिस समय हुई उसकी जांच हो। मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके है कि घपला किस काल खंड का है इस भाव से नही देखा जाएगा। अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के द्वारा की गयी परीक्षाओं की जांच मे जुटी एसटीएफ के बेहतर प्रदर्शन को सरहाने के बजाय कांग्रेस उसकी मंशा पर ही सवाल उठा रही है।
जबकि भाजपा ने नैतिक साहस दिखाकर खुद जांच को आगे आयी है। विधान सभा मे हुई नियुक्तियों पर हल्ला मचाने वाली कांग्रेस को यह सोचने की जरूरत है कि उसकी सरकार मे जब विधान सभा मे 158 नियुक्ति हुई तब वह उन नियुक्तियों को सही ठहराने मे लगी थी। उसमे तत्कालीन विधान सभा अध्यक्ष के परिवार के 13 लोगों जिनमें उनके पुत्र और पुत्र बधू को भी नौकरी मिली थी। इसके अलावा अन्य कई कांग्रेसी नेताओ के रिश्तेदारों को भी विधानसभा में नौकरियाँ दी गई हैं हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधान सभा मे भर्तियों की जांच को लेकर सहमति जता दी है। 2015-16 मे हुए दरोगा भर्ती घोटाले की जांच भी विजिलेंस को वर्तमान सरकार ने सौंपी है। कांग्रेस के कार्यकाल मे अनगिनत घपले घोटाले हुए और इसी वजह से उसे जनता ने हासिये पर डाल दिया।
महेंद्र भट्ट ने कहा कि 2012 से 2017 तक की स्टिंग तत्कालीन सरकार और सीएम के हुए लेकिन कांग्रेस हाईकमान खुली आँख से देखता रहा।
श्री भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसा साहस दिखाया है कि जिन भर्तियो मे गड़बड़ी की आशंका है उनकी जांच कराई जा रही है। वहीं कांग्रेस के समय जांच तो दूर महज लीपापोथी की जाती रही और कांग्रेस हाईकमान भी दूर से तमाशबीन बनकर चुप रहा।
उन्होंने कहा की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्य के नेताओ को समय पर सीख देते तो भ्रष्टाचार की बुनियाद नही पड़ती। पूर्व मे हुई गड़बड़ियों का संज्ञान लेकर सरकार जांच करा रही है। यह भविष्य मे एक नजीर बनेगी और राज्य में पारदर्शिता लाएगी। उन्होंने कहा कि अब भ्रष्टाचार पर उपदेश दे रहे कांग्रेस के केन्द्रीय नेता तब खामोश और चुप रहे जब राज्य मे उनके कर्ता धर्ता घोटालों की इमारत खड़े करते रहे।
उत्तराखंड के चार जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट,झमाझम बरसेंगे मेघ.
उत्तराखंड: मौसम विभाग ने मंगलवार को राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश व तीव्र बौछार का अनुमान लगाया है। बुधवार को चार जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट रखा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में दो सितम्बर तक बारिश को लेकर अलर्ट की स्थिति बनी रहेगी। 31 को नैनीताल, चम्पावत, ऊधमसिंहनगर, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका है।
एक सितम्बर को नैनीताल, चम्पावत, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना हैं कि राज्य में पिछले 24 घंटों में मानसून सक्रिय रहा है और राज्य के अनेक हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है। दून में 67.2, मसूरी में 162.5, पंतनगर में 49.6, पिथौरागढ़ में 38.2, नैनीताल में 74.5, जौलीग्रांट में 74, खटीमा में 44 व रानीचौरी में 13 एमएम बारिश दर्ज हुई।
दिलजीत दोसांझ की ‘जोगी’ का ट्रेलर हुआ लॉन्च..
देश-विदेश: एक्टर दिलजीत दोसांझ की आगामी फिल्म ‘जोगी’ का ट्रेलर लॉन्च हो गया है। बता दें कि यह फिल्म सन 1984 के दंगों पर आधारित है। ट्रेलर में 84 के दंगों वाले हालातों को दिखाया गया है। शुरुआत में 31 अक्टूबर 1984 की एक सुबह दिखाई गई है, जिसमें हर भारतीय परिवार की तरह एक परिवार में सुबह की गहमागहमी है। पुरुष दफ्तर जा रहे हैं और महिलाएं नाश्ता तैयार कर रही हैं। वह परिवार दिलजीत दोसांझ यानी जोगी का है।
मगर सुबह की रौनक शाम ढलते-ढलते मातम में बदलती दिखाई देती है। और इसके जिम्मेदार हैं वह दंगे, जिसमें एक कौम को निशाना बनाया गया। बता दें कि दिलजीत दोसांझ के अलावा कुमुद मिश्रा, मो. जीशान अय्यूब, हितेन तेजवानी और अमायरा दस्तूर फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में हैं। जोगी अली अब्बास जफर और हिमांशु किशन मेहरा ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया है। फिल्म का निर्देशन भी अली अब्बास जफर ने किया है।
ट्रेलर की शुरुआत में दिलजीत कहते हैं, ‘ओ नौ बज गए कितना लेट हो गया पापा जी। परांठे दे दे दीदी।’ उनकी मां कहती हैं, ‘शाम को ऑफिस से लौटते हुए बच्चे के लिए बड्डा सा गिफ्ट लेकर आना’। परिवार के बीच हंसी-तफरी हो रही होती है।’ लेकिन, अफसोस कि उस परिवार के लिए शाम का वक्त सुबह जितना खुशनुमा नहीं रह पाता। दिलजीत दफ्तर के लिए निकलते हैं। अचानक गोलियां चलने की आवाजें आती है और आगजनी होने लगती है। देखते ही देखते शहरभर में दंगे भड़क जाते हैं।
ट्रेलर में देखा जा सकता है कि कुमुद मिश्रा का किरदार फोन पर कहते नजर आता है, ‘वोटर लिस्ट चाहिए मुझे, एक एक का नाम मार्क होना चाहिए’। इसके बाद पूरे सरकारी महकमे में हलचल मच जाती है। दंगाई बस में दिलजीत को पकड़ते हैं। वह पूछते हैं, ‘मेरी गलती क्या है’? दंगाई कहते हैं, ‘तू सरदार है न यही तेरी गलती है।’ इसके बाद दिलजीत दोसांझ को अपने परिवार का ख्याल आता है और वह चिंता में घर की ओर भागते हैं। देखते हैं कि पूरे शहर के यही हालात हैं। बैकग्राउंड में आवाज सुनाई देती है, ‘पूरी दिल्ली जलने वाली है।’
दिलजीत दोसांझ (जोगी) को पंजाब लौट जाने की सलाह दी जाती है। लेकिन, दिलजीत साफ इनकार कर देते हैं। वह कहते हैं कि अपना सबकुछ यहीं है। फिर आत्मरक्षा के लिए वह ऐसा कदम उठाते हैं, जो खुद उनके लिए और पूरे परिवार के लिए बर्दाश्त कर पाना मुश्किल है। दिलजीत अपने केश कटवा लेते हैं। उनकी मां फूट-फूटकर रोती हैं। दिलजीत भी बिलखते हुए दलील देते हैं, ‘कोई रास्ता नहीं था बेबे’। ट्रेलर में उस दौर के खौफनाक मंजर को यूं दिखाया गया है कि दर्शकों के रौंगटे खड़े हो जाएंगे। हालांकि, देश को झकझोर देने वाले उन हालातों में भी एक सुंदर चीज बची थी, वह थी इंसानियत। यहां जिंदगियों को बचाने वाले कुछ ऐसी ही दोस्ती की मिसाल भी देखने को मिलेगी। बता दें कि यह फिल्म 16 सितंबर 2022 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।
देहरादून समेत छह जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट..
उत्तराखंड: मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 29 अगस्त सोमवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत व उधमसिंहनगर जिलों में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। राज्य के बाकी हिस्सों में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकरने व तीव्र बौछार होने की संभावना है।मौसम विभाग का कहना हैं कि प्रदेश में अगले 2 सितम्बर तक बारिश में तेजी देखने को मिलेगी।
हालांकि रिमझिम के बजाय कहीं कहीं तीव्र व तेज बौछार व कहीं कहीं भारी बारिश रहने का अनुमान है। 29 को नैनीताल, चम्पावत, देहरादून जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट है। 30 और 31 अगस्त व एक सितम्बर को राज्य के पर्वतीय हिस्सों में तीव्र बौछार व कहीं कहीं भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट है। मौसम केन्द्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि एक सितम्बर के बाद भी मौसम में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं दिख रहा है।
एआर रहमान के नाम पर होगा कनाडा की एक और सड़क का नाम..
देश-विदेश: म्यूजिक डायरेक्टर एआर रहमान को सम्मानित करने के लिए कनाडा की एक सड़क का नाम उनके नाम पर रखने का फैसला लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कनाडा के मरखम शहर की एक सड़क का नाम बदलकर एआर रहमान कर दिया गया है। गौरतलब कि इससे पहले साल 2013 में मरखम (कनाडा) की ही अन्य सड़क को संगीतकार ए आर रहमान (47) के नाम पर – अल्लाह-रखा रहमान सेंट नाम दिया गया था। एआर रहमान ने खुद इस बात की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की है। म्यूजिक डायरेक्टर ने मरखम के मेयर के साथ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, मार्खम शहर, फ्रैंक स्कारपिट्टी और कनाडा के लोगों द्वारा दिए गए इस सम्मान के लिए आभारी हूं।
उत्तराखंड के मंत्री-अफसरों के लिए लग्जरी गाड़ियां खरीदने की सिफारिश..
उत्तराखंड: प्रदेश के मंत्रियों और अफसरों लिए लग्जरी गाड़ियां खरीदने का रास्ता खोलने की तैयारी शुरू हो गई। बता दे कि परिवहन विभाग वर्ष 2016 की सरकारी वाहन खरीद नीति को बदलने जा रहा है। विभागीय कमेटी ने पांच श्रेणियों में वाहन खरीद की सीमा को 60 तक बढ़ाने की सिफारिश की है। निजी वाहन प्रयोग करने वाले अफसरों को तेल के खर्च की सीमा दोगुने से अधिक करने की भी संस्तुति की गई है। इस नीति पर वित्त विभाग से अनुमति ली जा रही है।
विभाग का तर्क वाहन खरीद नीति में वृद्धि की सिफारिशों पर परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना हैं कि वर्ष 2016 से डीजल-पेट्रोल के दाम दोगुने तक बढ़ चुके हैं। वाहनों की कीमत भी बढ़ी हैं। इसके चलते ये सिफारिशें की गई हैं। परिवहन सचिव एएस ह्यांकी ने कहा कि नई वाहन क्रय नीति का ड्राफ्ट वित्त विभाग को भेजा है। वित्त के निर्णय के बाद कार्रवाई होगी।
डीएम अब खरीद सकेंगे 18 लाख की लग्जरी गाड़ी..
मंत्रियों और अफसरों लिए परिवहन विभाग ने लग्जरी गाड़ियां खरीदने की जो सिफारिश की गई है, उसके अनुसार मंत्री और बड़े अफसर 25 लाख की गाड़ी खरीद सकेंगे। निजी वाहन के तेल का खर्च 23 हजार से बढ़ाकर 51,590 रुपये मासिक करने की सिफारिश की गई है। हालांकि, परिवहन विभाग इस पर राजी नहीं है। सूत्रों की मानें तो राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए निजी वाहन के तेल खर्च की प्रतिपूर्ति दोगुने करने पर वित्त विभाग हैरान है।