प्रियंका गांधी पहुंचीं देहरादून, कांग्रेस का घोषणा पत्र करेंगी जारी..
उत्तराखंड: कांग्रेस का घोषणा पत्र ‘उत्तराखंडियत स्वाभिमान प्रतिज्ञा पत्र’ भी करेंगी जारी। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी बुधवार को देहरादून में एक चुनावी जनसभा व वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगी।
इसके साथ ही प्रियंका पार्टी के घोषणापत्र ‘उत्तराखंडियत स्वाभिमान प्रतिज्ञा पत्र’ को भी जारी करेंगी। इसके लिए प्रियंका गांधी सुबह करीब दस बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचीं। यहां से वह देहरादून के लिए रवाना हो गईं।
70 विधानसभा क्षेत्रों से जोड़ते हुए पूरे राज्य को कवर करेगी कांग्रेस..
विधानसभा चुनाव प्रचार के मद्देनजर दिसंबर में राहुल गांधी की रैली के बाद यह पार्टी की दूसरी बड़ी रैली होगी। हालांकि निर्वाचन आयोग की ओर से चुनावी रैलियों के लिए एक हजार लोगों की संख्या निर्धारित की गई है। लेकिन कांग्रेस पार्टी प्रियंका की इस रैली को वर्चुअल रूप से राज्य की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से जोड़ते हुए पूरे राज्य को कवर करेगी।
दून के कैनाल रोड पर स्थित लग्जूरिया फार्म में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित होने वाली इस चुनावी जनसभा के लिए पार्टी की ओर से व्यापक तैयारियां की गई हैं। इसी रैली में प्रियंका गांधी पार्टी के घोषणा पत्र को भी जारी करेंगी।
जनता के सम्मुख रखा जाएगा कार्यों का ब्यौरा..
इसके माध्यम से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर किए जाने वाले कार्यों का ब्यौरा जनता के सम्मुख रखा जाएगा। मंगलवार देर शाम संगठन महामंत्री मथुरादत्त जोशी, अमरजीत सिंह, शांति रावत, प्रतीमा बड़ोनी आदि नेताओं ने रैली स्थल पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
अहमदाबाद शहर में 26 जुलाई, 2008 को 70 मिनट के भीतर हुए 21 बम विस्फोटों में कमामले में आज आ सकता है फैसला..
77 आरोपियों पर चला था मुकदमा..
देश-दुनिया : अहमदाबाद शहर में 26 जुलाई, 2008 को 70 मिनट के भीतर हुए 21 बम विस्फोटों में कम से कम 56 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए थे। पुलिस ने दावा किया था कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के गुट इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) से जुड़े लोग विस्फोट में शामिल थे।
अहमदाबाद में 2008 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में 13 साल से अधिक समय बाद फैसला आने की संभावना है। अहमदाबाद की एक विशेष अदालत मंगलवार को अपना फैसला सुना सकती है। इस विस्फोट में 56 लोगों की मौत हो गई थी और 78 आरोपियों पर मुकदमा चलाया गया था।
विशेष लोक अभियोजक अमित पटेल ने कहा कि विशेष न्यायाधीश एआर पटेल ने पिछले साल सितंबर में 13 साल से अधिक पुराने मामले में लगभग चार महीने की सुनवाई के बाद पहली बार फैसले की तारीख मंगलवार (एक फरवरी) तय की थी।
अहमदाबाद शहर में 26 जुलाई, 2008 को 70 मिनट के भीतर हुए 21 बम विस्फोटों में कम से कम 56 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए थे। पुलिस ने दावा किया था कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के गुट इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) से जुड़े लोग विस्फोट में शामिल थे।
आरोप लगाया गया कि इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों ने गुजरात में 2002 के गोधरा दंगों का बदला लेने के लिए विस्फोट की साजिश रची और उन्हें अंजाम दिया, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के कई लोग मारे गए थे।
अहमदाबाद में सिलसिलेवार धमाकों के कुछ दिनों बाद पुलिस ने सूरत के अलग-अलग हिस्सों से बम बरामद किए थे, जिसके बाद अहमदाबाद में 20 और सूरत में 15 प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अदालत द्वारा सभी 35 प्राथमिकी को एक में मिलाने के बाद मुकदमा चलाया गया। 78 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा शुरू हुआ और उनमें से एक के सरकारी गवाह बनने के बाद यह संख्या घटकर 77 हो गई। इस मामले में आठ से नौ आरोपी अब भी फरार हैं।
अहमदाबाद में आतंकी हमलों के एक साल बाद दिसंबर 2009 में लंबी कानूनी कार्यवाही शुरू हुई। 77 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाया गया, जिसके लिए अभियोजन पक्ष ने 1,100 से अधिक गवाहों का परीक्षण किया गया। आरोपियों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत भी मामला दर्ज किया गया।
विशेष अदालत ने शुरू में सुरक्षा कारणों से साबरमती सेंट्रल जेल के अंदर से मामले की सुनवाई की और बाद में ज्यादातर वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यवाही की गई।जब मुकदमा चल रहा था, तब कुछ आरोपियों ने 2013 में जेल में 213 फीट लंबी सुरंग खोदकर कथित तौर पर भागने की कोशिश की थी। जेल तोड़ने के प्रयास का मुकदमा अभी भी लंबित है।
चुनावी रैलियों और रोड शो पर 11 फरवरी तक रोक नाइट कर्फ्यू में दो घंटे की छूट..
उत्तराखंड : आयोग ने यह भी तय किया है कि अब नेता डोर टु डोर प्रचार में 10 के बजाए 20 लोगों को साथ लेकर जा सकेंगे। इसी प्रकार इनडोर मीटिंग में भी 300 के बजाए 500 लोगों या उस हॉल की कुल क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को शामिल किया जा सकेगा।
विधानसभा चुनाव के बीच कोविड संक्रमण के चलते राजनीतिक दलों की बड़ी रैलियों, रोड शो की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। चुनाव आयोग ने पूर्व में एक फरवरी से रैलियों और रोड शो से रोक हटाने की घोषणा की थी, लेकिन अब सोमवार को आयोग ने समीक्षा बैठक कर इस रोक को 11 फरवरी तक बढ़ा दिया है। तब तक प्रदेश में किसी भी राजनीतिक दल के रोड शो, पद यात्रा, साइकिल, बाइक, वाहन रैली को अनुमति नहीं दी जाएगी।
हालांकि आयोग ने कुछ राहतें भी दी हैं। इसके तहत हर जिले के डीएम की ओर से निर्धारित खुली जगह पर अब 1000 लोगों की क्षमता के साथ जनसभा की जा सकेगी। पहले यह आंकड़ा 500 का था। इसमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा।
आयोग ने यह भी तय किया है कि अब नेता डोर टु डोर प्रचार में 10 के बजाए 20 लोगों को साथ लेकर जा सकेंगे। इसी प्रकार इनडोर मीटिंग में भी 300 के बजाए 500 लोगों या उस हॉल की कुल क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को शामिल किया जा सकेगा। सभी राजनीतिक दलों की यह जिम्मेदारी होगी कि वह अपने प्रत्याशियों की हर सभा में कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन कराएं।
एक दिन का ही मिल सकता है मौका..
चूंकि प्रदेश में विधानसभा चुनाव 14 फरवरी को हैं। नियमों के हिसाब से इसके 48 घंटे पहले यानी 12 फरवरी से चुनाव प्रचार पर रोक लग जाएगी। ऐसे में 11 फरवरी तक पहले से ही बड़ी रैलियों, रोड शो पर रोक है तो प्रत्याशियों को केवल 12 फरवरी का समय मिल सकता है। हालांकि अभी चुनाव आयोग इसकी समीक्षा करने के बाद ही आगामी निर्देश जारी करेगा।
उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू में दो घंटे की छूट..
प्रदेश में कोरोना संक्रमण में कमी के बाद सरकार ने नाइट कर्फ्यू में दो घंटे की छूट दे दी है। अब रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक ही नाइट कर्फ्यू रहेगा। जबकि होटल, रेस्तरा, भोजनालयों और ढाबों को केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कोविड के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए खोला जा सकेगा।
शासन की ओर से सोमवार को जारी एसओपी के मुताबिक व्यापारिक प्रतिष्ठान (बाजार) सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक खुल सकेंगे। राज्य के समस्त जिम, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल, स्पॉ, सैलून, थियेटर, ऑडिटोरियम, सभा कक्ष आदि व इनसे संबंधित समस्त गतिविधियां कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगी। राज्य में स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क 11 फरवरी तक बंद ही रहेंगे। खेल संस्थान स्टेडियम एवं खेल के मैदान खिलाडियों के प्रशिक्षण के लिए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोले जाएंगे।
समस्त सामाजिक, खेल गतिविधियां, मनोरंजन, विवाह समारोह व सांस्कृतिक समारोह में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति होगी। होटलों में स्थित सभागार, स्पा या जिम 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे, जो गतिविधियां निर्वाचन आयोग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों में प्रतिबंधित हैं, उन गतिविधियों के संचालन की अनुमति नहीं होगी। राजनीतिक दलों द्वारा आयोजित इंडोर मीटिंग में अधिकतम 500 व्यक्तियों या स्थान, हॉल की क्षमता का 50 प्रतिशत व्यक्तियों (जो भी कम हो) उतने ही प्रतिभागियों के साथ आयोजित करने की अनुमति होगी। वहीं, चुनाव आयोग द्वारा रैलियों पर 11 फरवरी तक रोक और अन्य प्रतिबंध व राहत भी एसओपी में शामिल की गई है।
9वीं तक स्कूल अगले आदेश तक रहेंगे बंद..
प्रदेश में कक्षा एक से 9वीं तक के स्कूल अगले आदेश तक भौतिक रूप से बंद रहेंगे। इनमें ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों को भी अगले आदेश तक बंद रखा गया है। हालांकि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की निकायों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के संचालन की अनुमति होगी।
नामांकन के लिए निकले अखिलेश यादव पार्टी नेताओं ने किया जगह-जगह स्वागत..
देश – विदेश: सपा मुखिया अखिलेश यादव पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। करहल की सीट इस बार उत्तर प्रदेश के चुनाव में हॉट सीट बन गई है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मैनपुरी जनपद में करहल विधानसभा सीट से आज नामांकन दाखिल कर रहे हैं। सैफई से सोमवार की सुबह नामांकन दाखिल करने के लिए अखिलेश निकले तब जगह-जगह उनका कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। अखिलेश यादव करहल कस्बा होते हुए मैनपुरी पहुंचेंगे और कलक्ट्रेट में दोपहर करीब 12 बजे के नामांकन दाखिल करेंगे। अखिलेश यादव के साथ में करहल से मौजूदा विधायक सोबरन सिंह यादव व मैनपुरी के पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव मौजूद हैं। अखिलेश ने नामांकन के लिए निकलने के समय एक ट्वीट भी किया है।
किशनी और भोगांव से सपा प्रत्याशी भी दाखिल करेंगे नामांकन..
अखिलेश यादव के साथ ही मैनपुरी की दो अन्य सीटों से भी सपा प्रत्याशी सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। भोगांव सीट से आलोक शाक्य जहां नामांकन पत्र दाखिल करेंगे तो वहीं किशनी से बृजेश कठेरिया नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। मैनपुरी सदर सीट से सपा प्रत्याशी राजकुमार यादव शुक्रवार को ही नामांकन दाखिल कर चुके हैं।
भाजपा ने नहीं उतारा है करहल सीट पर प्रत्याशी..
नामांकन में अब केवल दो दिन का ही समय शेष है। इसके बाद भी भाजपा ने अब तक यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल से ही चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में भाजपा यहां कोई मजबूत प्रत्याशी लाने का प्रयास कर रही है। सूत्रों के अनुसार अब तक भाजपा को सफलता हाथ नहीं लगी है। अगर 31 जनवरी तक कोई प्रत्याशी नहीं मिलता है तो पूर्व में चर्चा में रहे एक क्षेत्रीय नेता पर ही भाजपा अपना दांव खेलेगी।
सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि सोमवार को सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने आ रहे हैं। करहल की जनता उन्हें प्रचंड मतों से जीत दिलाएगी। उनके साथ ही भोगांव और किशनी सीट से सपा प्रत्याशी भी नामांकन दाखिल करेंगे।
राष्ट्रीय महिला आयोग की 30वीं वर्षगांठ आज प्रधानमंत्री मोदी करेंगे महिलाओं को संबोधित..
उत्तराखंड : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम चार बजे महिलाओं को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम की रूपरेखा और संबंधित लिंक विभागों को भेज दिया गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की 30वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महिला कर्मचारियों को संबोधित करेंगे। राज्य महिला आयोग ने विभिन्न विभागों को इस ऑनलाइन कार्यक्रम से महिला कर्मचारियों को जोड़ने के संबंध में निर्देश दिया है।
विभागों को भेज दिया गया संबंधित लिंक..
राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के ऑनलाइन कार्यक्रम से अधिक से अधिक महिला कर्मचारियों को जोड़ा जा सके, इसके लिए विभिन्न विभागों को निर्देश दिया गया था कि इन महिला कर्मचारियों का रजिस्ट्रेशन करवाया जाए।
राज्य महिला आयोग ने इस संबंध में विभिन्न विभागों को निर्देश दिया था कि ऑनलाइन कार्यक्रम से महिला कर्मचारियों को जोड़ने के लिए उनका रजिस्ट्रेशन कराएं। राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता ने कहा कि आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल के निर्देश पर महिला कर्मचारियों को ऑनलाइन कार्यक्रम से जोड़ने के लिए उनका रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया था।
आयोग की अध्यक्ष के निर्देश पर सचिव पंचायती राज, सचिव उच्च शिक्षा, सचिव पर्यटन विभाग, महानिदेशक पुलिस, महानिदेशक उद्योग विभाग, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य, महानिदेशक माध्यमिक शिक्षा, निदेशक, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, निदेशक महिला कल्याण विभाग को इस संबंध में लिखा गया था। आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री शाम चार बजे महिलाओं को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम की रूपरेखा और संबंधित लिंक विभागों को भेज दिया गया है।
मौनी अमावस्या 2022: इस बार दो दिन होगा अमावस्या का स्नान..
देश – विदेश : मौनी अमावस्या के दिन ही सृष्टि के आदि पुरुष महाराज मनु का जन्म हुआ था। इस कारण भी इसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है।
इस बार मौनी अमावस्या का योग दो दिन 31 जनवरी और एक फरवरी को पड़ रहा है। दो दिन मौनी अमावस्या होने के कारण स्नान के लिए विशेष योग पड़ रहा है। इस दिन स्नान, दान, तर्पण, पितृ यज्ञ आदि करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
सोमवार व मंगलवार को पड़ने पर महत्व खास..
आईआईटी स्थित सरस्वती मंदिर के पुजारी आचार्य राकेश शुक्ल ने बताया कि 31 जनवरी को सोमवती और एक फरवरी को भौमवती का योग सामान्य दिनों की अपेक्षा सोमवार व मंगलवार को पड़ने पर इसका महत्व खास हो जाता है। माघ कृष्ण अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है।
पितृ दोष से मिलती है मुक्ति..
शास्त्रों के अनुसार इस दिन मौन रहकर स्नान करने का विधान है। 31 जनवरी को अमावस्या तिथि दोपहर 2.15 बजे से शुरू होगी। इसके बाद एक फरवरी को 11.15 बजे तक रहेगी। उन्होंने बताया कि माघ कृष्ण अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। मौनी अमावस्या के दिन दान, तर्पण, पितृ यज्ञ करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
इस दिन पितरों के निमित्त जलांजलि देने से घर में सुख-सृमद्धि आती है। मौनी अमावस्या के दिन ही सृष्टि के आदि पुरुष महाराज मनु का जन्म हुआ था। इस कारण भी इसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है।
इस दिन यदि कोई गंगा तट पर नहीं पहुंच पाता है तो वो घर के बाहर किसी नदी में, तालाब में या घर पर ही स्नान कर ले तो उसे पूरा पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन गरम कपड़े, घी, तिल, चावल, कंबल, दूध आदि का दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
उत्तराखंड चुनाव 26 दिन में 3 पार्टी बदलकर मिला विधानसभा टिकट..
उत्तराखंड : उत्तराखंड में नेताओं के दलबदल का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नैनीताल के हेम आर्य ने चुनाव लड़ने के लिए 26 दिन में ही तीसरी बार पार्टी बदल दी। अब वह आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नैनीताल विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हेम आर्य ने भाजपा के टिकट पर नैनीताल से चुनाव लड़ा था।
उस समय वह कांग्रेस प्रत्याशी सरिता आर्य से करीब पांच हजार वोटों के अंतर से हार गए थे। 2017 में भाजपा से उनका टिकट कट गया। तब भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आए संजीव आर्य को उन पर तरजीह दी। इस पर हेम आर्य निर्दलीय चुनाव लड़े, पर हार गए। चुनाव के बाद हेम कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पांच साल वह कांग्रेस में रहे।
पर इस बार भी संजीव आर्य ने कांग्रेस में वापसी कर, हेम के टिकट का सपना तोड़ दिया। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले संजीव आर्य, भाजपा छोड़कर कांग्रेस में लौट आए। ऐसे में कांग्रेस से टिकट न मिलता देख हेम वापस भाजपा में पहुंच गए। उन्हें टिकट का मजबूत दावेदार भी माना जा रहा था। इसी बीच अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य भाजपा में आ गईं।
भाजपा ने भी हेम की बजाय सरिता आर्य को टिकट दे दिया। इसके बाद से हेम आर्य के सुर बागी हो गए थे। भाजपा में वापसी के महज 26 दिन बाद ही हेम आर्य ने टिकट न मिलने के विरोध में शुक्रवार को फिर पार्टी छोड़ दी और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। इसके साथ ही आप ने उन्हें नैनीताल सीट से अपना प्रत्याशी बनाया और हेम ने शुक्रवार को ही नामांकन भी कर दिया।
उधर, नैनीताल से आप के पूर्व घोषित प्रत्याशी डॉ.भुवन आर्य तीन दिन पहले नामांकन दाखिल कर चुके हैं। डॉ. भुवन का कहना है कि पार्टी ने प्रत्याशी बदलने की कोई जानकारी उन्हें नहीं दी है। वो अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे और चुनाव लड़ेंगे।
सालभर में 30 हजार बांग्लादेशियों के बनाए फर्जी आधार कार्ड..
गाजियाबाद में बड़े गिरोह का भंडाफोड़..
देश – विदेश : गाजियाबाद कोतवाली पुलिस और साइबर सेल ने शुक्रवार को नेपाल और बांग्लादेशियों के फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। मामले में दो युवतियों समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया ।
फर्जी आधार कार्ड बनाने का यह गोरखधंधा किराना मंडी पुलिस चौकी के पास स्थित एक्सप्रेस मार्केट में चल रहा था। आरोपी फर्जी मुहर से जाली-नाम पते तस्दीक कर आधार कार्ड बनाते थे। गिरोह सालभर में 30 हजार से अधिक फर्जी आधार कार्ड बना चुका है।
सीओ प्रथम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि अंबेडकर रोड पर एक्सप्रेस मार्केट स्थित यमनोत्री मार्केट में फर्जी आधार बनाने की सूचना मिली थी। साइबर सेल, सर्विलांस सेल और नगर कोतवाली पुलिस ने छापामारी की तो वहां फर्जी आधार कार्ड बनते मिले। मौके से अंकित गुप्ता, शिवम, मोनू गुप्ता, सचिन, विशाल रघुवंशी, लक्ष्य शर्मा, पूजा रावत तथा सुजीता को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने भारी संख्या में आधार कार्ड बनाने वाले उपकरण और दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक बीएससी पास अंकित गुप्ता गिरोह का सरगना है। आरोपी फर्जी मुहर से जाली-नाम पते तस्दीक कर आधार कार्ड बनाते थे।
फर्जी मुहर से जाली-नाम पते करते थे सत्यापित..
आरोपी असम के फर्जी आधार कार्ड बनाकर यूआईडीएआई से खुद व साथियों को सुपरवाइजर व ऑपरेटर बना देते थे। इससे उन्हें यूआईडीएआई का लॉगिन पासवर्ड मिल जाता था। वह ऑपरेटरों और सुपरवाइजरों के रबर के फिंगर प्रिंट और आई रेटिना स्कैनर बना लेते। इनका इस्तेमाल कर एक ही आईडी को कई जगह लॉगिन करके फर्जी आधार कार्ड बनाते थे।
असम का आधार कार्ड बनवा लॉगिन आईडी ली..
आधार कार्ड बनाने का सेंटर लेने के लिए एनएसईआईटी परीक्षा पास करनी होती है। इसके बाद असम की असूजा कंपनी सर्टिफिकेट और लॉगिन आईडी उपलब्ध कराती है। पूछताछ में अंकित ने बताया कि उसकी मुलाकात फ्रंटेक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की फर्म की जया चौहान से हुई थी। यह कंपनी असूजा कंपनी की सबऑर्डिनेट कंपनी है। उसके कहने पर उसने अपना असम का फर्जी आधार कार्ड बनवाया और असम में आधार कार्ड बनाने की आईडी और लॉगिन पासवर्ड ले लिया। उसने गैंग के मोनू गुप्ता और सुजीता का भी असम का फर्जी आधार कार्ड बनाकर लॉगिन आईडी ले ली।
डेढ़ दर्जन से अधिक सेंटर..
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में उनके डेढ़ दर्जन से अधिक सेंटर हैं, जहां फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। इनके निशाने पर नेपाल और बांग्लादेश के लोग रहते हैं। वह उनके फर्जी नाम-पते तस्दीक कर उनके फर्जी आधार कार्ड तैयार करते। आधार कार्ड बनाने की एवज में 5 हजार रुपये और पता बदलने की एवज में दो से तीन हजार रुपये वसूलते थे। सालभर में वह 30 हजार से अधिक फर्जी आधार कार्ड बना चुके हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड के अलावा पैन कार्ड बनाने की बात भी कबूल की है। आरोपियों द्वारा संचालित आधार कार्ड सेंटरों पर पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
यह माल हुआ बरामद..
आरोपियों के कब्जे से 30 लैपटॉप, 9 मोबाइल, 5 आई स्कैनर, 3 थंब स्कैनर, 6 फिंगर स्कैनर, 11 मॉनिटरयुक्त सीपीयू, 8 मुहर, 25 नई आधार रसीद, 67 अपडेट अधार रसीद, 1 प्रिंटर, 137 आधार कार्ड, 30 ब्लैक आधार कार्ड, 9 गलो स्टिक, 1 ग्लू गन, 209 रबर के अंगूठा निशान, 5 चेक बुक, 5 पास बुक, 22 आधार कार्ड, 61 आई रेटीना क्लोन (सफेद पेपर पर छपे), 2 डिब्बे विजिटिंग कार्ड, 33 आधार कार्ड और यूआईडीएआई युक्त सुपरवाईजर फॉर्म सीट और एनएसई सर्टीफिकेट बरामद हुए हैं।
‘9/11 के आतंकी हमले जैसे थे दिल्ली दंगे, उमर खालिद ने रची थी साजिश..
धर्मनिरपेक्ष विरोध को ‘मुखौटा’ बनाकर किए गए प्रदर्शन..
देश – विदेश : दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद की जमानत याचिका का विरोध करते हुए फरवरी 2020 के साम्प्रदायिक दंगों की कथित साजिश की तुलना अमेरिका में 9/11 के आतंकवादी हमले से की है।
विशेष लोक अभियोजक अमित प्रसाद ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान खालिद पर साजिश रचने के लिए बैठक आयोजित करने और नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन स्थल की निगरानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष विरोध को एक ‘मुखौटा’ बनाकर कहीं भी प्रदर्शन की योजना बनाई गई और उसका टेस्ट किया गया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत के समक्ष उमर की जमानत याचिका का विरोध करते हुए अभियोजक ने कहा कि 9/11 होने से ठीक पहले इसमें जुड़े सभी लोग एक विशेष स्थान पर पहुंचे और ट्रेनिंग ली। उससे एक महीने पहले वे अपने-अपने स्थानों पर चले गए। इस मामले में भी यही चीज हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि 9/11 प्रकरण का संदर्भ बहुत प्रासंगिक है। 9/11 के पीछे जो व्यक्ति था, वह कभी अमेरिका नहीं गया। मलेशिया में बैठक कर साजिश की गई थी। उस समय वाट्सऐप चैट उपलब्ध नहीं थे। आज हमारे पास दस्तावेज उपलब्ध हैं कि वह समूह का हिस्सा था। यह दिखाने के लिए आधार है कि हिंसा होने वाली थी।
प्रसाद ने अदालत से आगे कहा कि 2020 के विरोध प्रदर्शन का मुद्दा सीएए या राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) नहीं बल्कि सरकार को शर्मिंदा करने और ऐसे कदम उठाने का था कि यह अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियों में आ जाए।
सुनवाई की आखिरी तारीख पर अभियोजक ने अदालत को बताया कि सभी विरोध स्थलों को मस्जिदों से निकटता के कारण चुना गया था, लेकिन इसे एक मकसद से धर्मनिरपेक्षता का नाम दिया गया था। खालिद और कई अन्य लोगों पर गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया और उन पर दंगों के ‘मास्टरमाइंड’ होने का आरोप लगाया गया था। दंगों में 53 लोग मारे गए थे और 700 से अधिक घायल हो गए थे।
दिग्गजों ने भरा नामांकन, मुख्यमंत्री धामी ने खटीमा में पूजा-अर्चना के बाद दाखिल किया पर्चा..
उत्तराखंड: 28 जनवरी शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। इसी क्रम में आज गुरुवार को अधिक संख्या में प्रत्याशी नामांकन भर सकते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन भर दिया है। इससे पूर्व उन्होंने कुल देवता की पूजा अर्चना के बाद बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने के अलावा क्षेत्र की जनता से जीत की अपील भी की।
मुख्यमंत्री धामी ने सादगी के साथ निर्वाचन अधिकारी के सम्मुख अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं 28 जनवरी को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। इसी क्रम में आज गुरुवार को अधिक संख्या में प्रत्याशी नामांकन भर सकते हैं।विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को कलक्ट्रेट में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा समेत विभिन्न दलों और निर्दलीय प्रत्याशी अपने नामांकन पत्र जमा कराया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने दाखिल किया नामांकन..
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी विनोद चमोली, कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल और निर्दलीय प्रत्याशी बीर सिंह पंवार ने नामांकन दाखिल किया। इस दौरान दिनेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा और वर्तमान विधायक के खिलाफ जनता में रोष है। विकास कार्य न होने से लोग परेशान रहते हैं। वहीं विनोद चमोली ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी पिछले चुनाव के बाद अब बाहर निकले हैं। वह पिछले पांच साल पूरी तरह गायब रहे। उन्हें न तो जनता के मुद्दों से सरोकार है और न ही विकास कार्यों से।
भाजपा के बागी उम्मीदवार बीर सिंह पंवार ने कहा कि मैंने वर्षों तक पार्टी की सेवा की है। पिछली बार भी मुझे टिकट देने के लिए कहा गया था लेकिन कुछ नहीं हुआ, उसके बाद पार्टी की ओर से जो भी वादे किए गए, उनको पूरा नहीं किया, इससे पार्टी से जुड़े तमाम कार्यकर्ता और पदाधिकारी नाराज हैं। उन्होंने बताया कि उनके समर्थन में कई पदाधिकारी सामूहिक इस्तीफा भी देने को तैयार हैं
हल्द्वानी विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी सुमित हृदयेश ने नामांकन भरा है। कालाढूंगी भाजपा प्रत्याशी पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, हल्द्वानी भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर योगेंद्र पाल सिंह रौतेला औररुद्रपुर में कांग्रेस प्रत्याशी मीना शर्मा ने नामांकन दाखिल किया। कैबिनेट मंत्री व चौबट्टाखाल सीट से भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज ने नामांकन पत्र दाखिल किया।
आप प्रत्याशी अजय कोठियाल सहित नौ ने भरा पर्चा..
उत्तरकाशी जिले की तीन विधानसभा सीटों के लिए नौ उम्मीदवारों ने नामांकन कराया। नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में गंगोत्री विस क्षेत्र से आप प्रत्याशी सेनि.कर्नल अजय कोठियाल, भाजपा प्रत्याशी दुर्गेश्वर व कांग्रेस प्रत्याशी मालचंद शामिल रहे।
गुरुवार को गंगोत्री विस क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी व सीएम चेहरा कर्नल अजय कोठियाल(सेनि.), आप नेता पुष्पा चौहान, बसपा प्रत्याशी बुद्धिलाल व निर्दलीय प्रत्याशी नवनीत उनियाल ने नामांकन कराया।
यमुनोत्री सीट से सत्यबहुमत पार्टी के प्रत्याशी विपिन कुमार व कांग्रेस से बगावत करने वाले संजय डोभाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा। वहीं पुरोला विस क्षेत्र से कांग्रेस के मालचंद, भाजपा के दुर्गेश्वर व आम आदमी पार्टी के प्रकाश कुमार ने नामांकन कराया। जबकि नामांकन प्रक्रिया के सातवें दिन पुरोला से 3, यमुनोत्री से 5 और गंगोत्री से 32 सहित कुल 40 नामांकन पत्र बिके।
प्रदेश की जनता भाजपा के साथ: खजान दास..
टिहरी में प्रतापनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नेगी और टिहरी विधानसभा सीट से यूकेडी प्रत्याशी उर्मिला महर ने नामांकन दाखिल किया। मसूरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्याशी गोदावरी थापली ने नामांकन भरा। नरेंद्रनगर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुबोध उनियाल ने नामांकन दाखिल किया। देहरादून की रायपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी नवीन पिरशाली ने नामांकन कराया। राजपुर रोड सीट से विधायक खजान दास नामांकन कराने के लिए पहुंचे। इस दौरान उनके साथ अनिल गोयल समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
खजान दास ने कहा कि हम हर मुकाबले को चुनौती मानते हैं। इस बार पिछली बार से बड़ी जीत हासिल कर राज्य में सरकार बनाएंगे। खजान दास ने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है। भाजपा के विकास कार्य और जनहित से जुड़ी लोक कल्याणकारी योजनाओं को जनता ने खूब पसंद किया है। इसी का नतीजा है कि इस बार भाजपा 60 पार के नारे के साथ मैदान में उतरी है।
कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार भी नामांकन करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। भाजपा को लोग पूरी तरह नकार चुके हैं और इस विधानसभा चुनाव में जनता का यह गुस्सा साफ देखा जा सकता है, जिसमें वह भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के लोग कांग्रेस को सत्ता सौंपने का मन बना चुके हैं। पुरोला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी दुर्गेश्वर लाल ने भी गुरुवार को नामांकन कराया। टिहरी विधानसभा से उक्रांद प्रत्याशी उर्मिला महर और धनोल्टी सीट से भाजपा के बागी महावीर रंगड़ ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन कराया। नरेंद्रनगर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्यासी ओम गोपाल रावत और पौड़ी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नवल किशोर ने नामांकन दाखिल किया।