किसानों का डाटा बेस तैयार करने के लिए होगा डिजिटल सर्वे..
उत्तराखंड: प्रदेश में किसानों की खेती और कृषि भूमि का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। जिसकी मदद से किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल पाएगा। गुरुवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में बैठक कर जरुरी दिशा निर्देश दिए हैं। उत्तराखण्ड में किसानों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ पहुंचाने की दिशा में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राजस्व एवं कृषि विभाग को भारत सरकार के एग्री स्टैक प्रोजेक्ट को राज्य में व्यापक स्तर पर लागू करने के लिए सभी तैयारियां जल्द से जल्द पूरा करने की डेडलाइन दी है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखण्ड में सभी किसानों की कृषक रजिस्ट्री को डिजिटल रूप से सत्यापित करने तथा राज्य के प्रत्येक किसान को एक यूनिक किसान आईडी प्रदान करने वाले महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट एग्री स्टैक को लागू करने के लिए अभियान चलाकर डिजिटल सर्वे ई-पड़ताल का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। सीएस का कहना हैं कि एग्री स्टैक में किसान की पहचान, भूमि रिकॉर्ड, कवरेज, आय, बीमा, ऋण, फसलों का विवरण तथा राजस्व रिकॉर्ड जैसी सभी सूचनाओं का स्टोरेज होगा। इस संबंध में सेटेलाइट डाटा, रियल टाइम क्रॉप इंफॉर्मेशन, मशीन लर्निंग, जीपीएस, एआई व विजुअल एनालिटिक्स की मदद से डाटा एकत्रित किया जाएगा। एग्री स्टैक का उद्देश्य किसानों तक सरकारी लाभों व योजनाओं की बेहतर, तीव्र व आसान डिलीवरी सुनिश्चित करना है।
यूजेवीएनएल का उत्पादन सुधरा, बिजली किल्लत अभी भी बरकरार..
उत्तराखंड: प्रदेश में वैसे तो यूजेवीएनएल का बिजली उत्पादन बढ़ गया है, लेकिन अचानक हो रही किल्लत की वजह से कुछ जगहों पर कटौती हो रही है। यूपीसीएल प्रबंधन मांग के सापेक्ष बिजली उपलब्धता की कोशिश में जुटा है। प्रदेश में इस समय बिजली की मांग वैसे तो करीब 5.5 करोड़ यूनिट चल रही है, जिसके सापेक्ष उपलब्धता 5.4 करोड़ यूनिट तक की है। यूजेवीएनएल का उत्पादन भी 2.4 करोड़ यूनिट तक पहुंच गया है। लेकिन उमस के बीच अचानक बिजली की मांग में उतार चढ़ाव आ रहा है। इसकी वजह से अचानक बिजली की शॉर्टेज पैदा हो रही है, जिसकी बाजार से तत्काल आपूर्ति संभव नहीं है। ऐसे में हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां एक से डेढ़ घंटे की कटौती हो रही है तो फर्नेश इंडस्ट्री में चार से पांच घंटे की कटौती हो रही है।
यूकाडा की कमाई तो बढ़ी, लेकिन हेली टिकटों में खत्म नहीं हुईं अनियमितताएं..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा संचालन से उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की कमाई तो बढ़ी है। लेकिन हेली टिकटों में अनियमितता पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। यूकाडा को फर्जी वेबसाइट के माध्यम से टिकटों की बुकिंग और ब्लैक में बेचने की शिकायत मिली है। इस पर हेली सेवा ऑपरेटरों पर पांच लाख का जुर्माना किया गया। एक एजेंट को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की गई। केदारनाथ हेली सेवा के लिए टिकटों की मांग और आपूर्ति में अंतर है। एक सीट के लिए 10 गुणा मांग है। हेली टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए बीते वर्ष आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की गई। इससे अनियमितता में कुछ कमी तो आई है लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है।
बता दे कि आईआरसीटीसी से बुकिंग करने से यूकाडा का राजस्व बढ़ा है। वर्ष 2023 में हेली सेवा संचालन से यूकाडा को कुल 49 लाख का राजस्व मिला था। जो वर्ष 2022 की तुलना में 21 करोड़ अधिक था। इस बार भी यूकाडा को 50 करोड़ से ज्यादा राजस्व मिलने की उम्मीद है। यूकाडा के सीईओ सी. रविशंकर का कहना हैं कि केदारनाथ हेली सेवाओं की बुकिंग में अनियमितताओं में कमी आई है। लेकिन अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। इस बार अब तक 65 फर्जी वेबसाइट को बंद किया। टिकटों की कालाबाजारी करने पर ऑपरेटरों पर पांच लाख का जुर्माना किया गया। यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार करने पर ऑपरेटरों पर पेनल्टी लगाई गई। एक एजेंट को ब्लैक लिस्ट किया गया। उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी से माध्यम से बुकिंग की मानीटरिंग की जा रही है। जिसमें यह देखा जा रहा किस शहर और किस कंप्यूटर से बुक कराया गया। टिकटों की बल्क बुकिंग पूरी तरह से बंद हुई है।
दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद उत्तराखंड में एक्शन, मानकों की होगी जांच..
उत्तराखंड: दिल्ली घटना के बाद अब उत्तराखंड में कोचिंग सेंटरों पर बड़ी कार्रवाई होने जा रही हैं। दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुए तीन छात्रों की मौत के बाद शहरी आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने संज्ञान लिया है। शहरी आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कोचिंग संचालकों पर शिकंजा कसते हुए मानकों के जांच के आदेश दिये हैं। उत्तराखंड के आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन बच्चों की मौत के मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने उत्तराखंड में कोचिंग सेंटर के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। प्रेमचंद अग्रवाल ने अपर सचिव आवास अतर सिंह और एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी को इस बारे में कड़े निर्देश दिए हैं।
आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल कहा कि दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की घटना के बाद तीन छात्र जिनमें दो लड़कियां और एक लड़का निकलने में असफल रहे, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना बेहद दुखद है। इस तरह की कोई भी घटना मानसून के दौरान उत्तराखंड में नहीं घटनी चाहिए।आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के कोचिंग सेंटर में मानक अनुसार कार्य नहीं होने पर तत्काल कार्रवाई की जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा उपाय तथा आपदा के समय निकासी जैसे अन्य आवश्यक कार्य न होने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाये। उन्होंने यह भी कहा कि जिनमें कार्रवाई की जा रही है उन पर शीघ्र कार्रवाई की प्रक्रिया को अमल में लाएं।
आज और कल उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट..
दून समेत तीन जिलों में बंद रहेंगे स्कूल..
उत्तराखंड: प्रदेश के अधिकतर जिलों में दो दिन भारी बारिश की आशंका है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से आज देहरादून समेत टिहरी, नैनीताल, पौड़ी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और चंपावत जिले में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही अन्य जिलों में भी कई दौर की तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है।मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना हैं कि 31 जुलाई और एक अगस्त को भारी बारिश होने के आसार हैं। हिदायत देते हुए कहा, इस दौरान पर्वतीय जिलों में यात्रा करने से बचें। साथ ही भूस्खलन और संवेदनशील इलाकों में दिन के साथ रात के समय में भी सतर्कता से रहे। बुधवार को देहरादून, टिहरी और नैनीताल जिले के विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है। भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सभी आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में अवकाश की घोषणा की गई है। वहीं हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के चलते पहले ही स्कूल बंद हैं।
फर्जीवाड़ा रोकने को बायोमीट्रिक से आधार प्रमाणीकरण..
व्यवस्था लागू करने वाला उत्तराखंड देश का चौथा राज्य..
उत्तराखंड: जीएसटी पंजीकरण में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब बायोमीट्रिक से आधार नंबर का प्रमाणीकरण किया जाएगा। इस व्यवस्था को लागू करने में उत्तराखंड देश का चौथा राज्य होगा। आज वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इस व्यवस्था का शुभारंभ करेंगे। फर्जी पंजीकरण कर टैक्स इनपुट क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ लेने से प्रदेश सरकार को राजस्व की चपत लग रही है। फर्जी पंजीकरण के जरिये टैक्स चोरी रोकने के लिए जीएसटी काउंसिल ने पंजीकरण के समय आधार नंबर का प्रमाणीकरण बायोमीट्रिक के माध्यम से करने के निर्देश दिए हैं।
अभी तक यह व्यवस्था है कि कोई व्यापारी या फर्म जीएसटी में पंजीकरण करना चाहता तो उसे आधार नंबर देना अनिवार्य है। आधार नंबर का प्रमाणीकरण लिंक मोबाइल पर ओटीपी से किया जाता है। कई बार फर्जीवाड़ा करने के लिए पंजीकरण में गलत आधार पर नंबर दिया जाता है। जिस व्यक्ति का आधार नंबर होता है, उसे पंजीकरण के बारे में जानकारी भी नहीं होती है। टैक्स चोरी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई में ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें गलत दस्तावेजों से फर्जी जीएसटी पंजीकरण किया गया। अब इसे रोकने के लिए पंजीकरण में बायोमीट्रिक आधार प्रमाणीकरण को लागू किया जा रहा है। प्रदेश में 22 जीएसटी सेवा केंद्र स्थापित किए हैं। जहां पर ऑफलाइन भी दस्तावेजों से सत्यापन किया जाता है।
प्रो. एनएस पंवार को दूसरी बार मिली गढ़वाल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव की जिम्मेदारी..
उत्तराखंड: गढ़वाल विवि के कार्यवाहक कुलसचिव की जिम्मेदारी अब प्रो. आरके ढोडी की जगह प्रो. एनएस पंवार को सौंपी गई है। इस संबंध में कुलपति कार्यालय द्वारा आदेश जारी किया गया है। दो महीने में तीन कुलसचिव के बदलने से विवि की कार्य प्रणाली पर छात्र सवाल खड़े कर रहे हैं। 31 मई को कुलसचिव धीरज शर्मा का एक साल का कार्यकाल संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पद से कार्यमुक्त किया गया था। इसके बाद प्रो. एनएस पंवार को कुछ दिनों के लिए कार्यवाहक कुलसचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद प्रो. आरके ढोडी को कार्यवाहक कुलसचिव नियुक्त किया गया, लेकिन सोमवार को अचानक उनकी जगह प्रो. एनएस पंवार को कुलसचिव के पद पर नियुक्त कर दिया गया।
बता दे कि प्रो. आरके ढोडी ने गत बुधवार को कुलसचिव पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। इसके बाद सोमवार को कुलपति कार्यालय द्वारा नए कुलसचिव के नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी किया गया। दो महीने में तीसरी बार कुलसचिव बदलने पर छात्रसंघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल ने विवि प्रशासन की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा, जितनी तेजी के साथ कुलसचिव बदले जा रहे हैं उतनी तेजी से विवि में कर्मचारियों व अधिकारियों की नियुक्तियां की जाती तो शायद विवि की व्यवस्था पटरी पर आ जाती।
छात्र नेता आकाश रतूड़ी ने कहा कि जो अधिकारी विवि में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्य कर रहे हैं उनसे आला अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर इस्तीफा दिलवाया जा रहा है। इधर, गढ़वाल विवि के उप कुलसचिव डॉ. संजय कुमार ध्यानी को वित्त अधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पूर्व प्रो. एनएस पंवार कार्यवाहक वित्त अधिकारी के पद पर तैनात थे। उन्हें कार्यवाहक कुलसचिव नियुक्त किए जाने के साथ ही डॉ. संजय ध्यानी को स्थायी वित्त अधिकारी की नियुक्ति न होने तक कार्यवाहक वित्त अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बेरोजगारों का सरकार के खिलाफ हल्ला बोल, सैकड़ों की संख्या में सकड़ों पर उतरे युवा..
उत्तराखंड: बेरोजगार संघ ने परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री आवास कूच किया है। उत्तराखंड बेरोजगार संघ लंबे समय से उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं की आवाज उठा रहा है। बेरोजगार संघ के नेतृत्व में सैकड़ों युवा आज सड़कों पर उतरे हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ राजधानी देहरादून में प्रदर्शन कर रही है। अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के नेतृत्व में आज सैकड़ों युवाओं ने सीएम आवास कूच किया। बेरोजगार युवा जेई-एई, पुलिस कांस्टेबल भर्ती में उमर बढ़ाओ, संयुक्त परिक्षाओं में वेटिंग प्रावधान का शासनदेश तत्काल जारी करने, कृषि,उधान और पशुपालन विभाग का फाइनल रिजल्ट जारी करने, फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में उमर सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही यूकेपीएससी और यूकेएसएसएससी परीक्षा कैलेंडर जारी करने की मांग को लेकर आज युवाओं ने सीएम आवास कूच किया है।
जंगली जानवरों से कितनी उजड़ रही खेती पलायन आयोग तैयार करेगा रिपोर्ट..
उत्तराखंड: प्रदेश में हर साल जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा कर किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। इस समस्या से किसान खेतीबाड़ी छोड़ने को मजबूत हो रहे हैं। इस समस्या से उजड़ रही खेती पर पहली बार पलायन आयोग रिपोर्ट तैयार करेगा। जिससे प्रदेश सरकार समस्या का समाधान करने के लिए ठोस नीति बना सके। प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में हाथी, नील गाय और पर्वतीय क्षेत्रों में बंदर और जंगली सुअर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।
नुकसान को देखते हुए किसान भी खेतीबाड़ी छोड़ कर आजीविका के लिए दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। पहाड़ों में मंडुवा, झंगोरे व मैदानी क्षेत्रों में मक्का का क्षेत्रफल कम हुआ है। राज्य गठन के समय कुल कृषि क्षेत्रफल 7.70 लाख हेक्टेयर था। जो वर्ष 2022-23 में घटकर 6.21 लाख हेक्टेयर रह गया है। यानी कृषि क्षेत्रफल में 1.49 लाख हेक्टेयर की कमी आई है। किसानों के खेतीबाड़ी छोड़ने से परती भूमि (ऐसी भूमि जिस पर पहले खेती होती थी अब बंजर पड़ी है) रकबा बढ़ रहा है। 2001 में प्रदेश में 1.07 लाख हेक्टेयर परती भूमि थी। जो बढ़कर 1.91 लाख हेक्टेयर हो गई है।
प्रदेश में सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी..
जंगली जानवरों से फसलों को हो रहे नुकसान को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पहली बार पलायन आयोग को पूरे प्रदेश में सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। आयोग यह पता लगाएगा कि इस समस्या से हर साल कितनी कृषि भूमि उजड़ रही है और किसानों को कितना नुकसान हो रहा है। साथ ही समस्या के समाधान के लिए सुझाव भी देगा। अभी तक कृषि व उद्यान विभाग के पास समस्या के समाधान के लिए ठोस योजना नहीं है प्रदेश सरकार ने आयोग को जंगली जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान पर सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। शीघ्र ही आयोग इस पर काम करेगा। समस्या का समाधान कैसे हो सकता है, इस पर आयोग का फोकस रहेगा।
हरिद्वार में कांवड़ियों का चरण वंदन करेंगे सीएम धामी, हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा..
उत्तराखंड: कांवड़ मेले में कांवड़ियों पर कल हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए जाएंगे। सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद हरिद्वार पहुंचकर कांवड़ियों का चरण वंदन करेंगे. शाम को ओम पुल पर भजन संध्या भी आयोजित की जाएगी. प्रशासन ने सभी कार्यक्रमों की तैयारी पूरी कर ली हैं। आपको बता दे कि हरिद्वार में कांवड़ मेला चल रही है। अभी तक करीब डेढ़ करोड़ कांवड़िये गंगाजल लेकर हरिद्वार से रवाना हो चुके हैं। तीर्थाटन को बढ़ावा देने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार पहुंचेंगे। सीएम धामी कांवड़ियों का चरण वंदन करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि अलग अलग चरणों में कांवड़ियों पर हर की पौड़ी से लेकर नारसन बॉर्डर पर हेलीकॉप्टर से फूल भी बरसाए जाएंगे। शाम को ओम पुल पर भजन संध्या आयोजित होगी। कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
सरकार और शासन भी कांवड़ यात्रा को गंभीरता से संचालित करने की हर संभव कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में कल सीएम धामी हरिद्वार पहुंचेंगे। जहां सीएम धामी कावंड़ियों के चरण धोकर उनका स्वागत करेंगे। हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह का कहना हैं कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर जिला प्रशासन हरिद्वार आए हुए कावड़ियों पर पुष्प वर्षा करेगा। इसी के साथ शाम को शिव संध्या का आयोजन भी किया गया है। जिसमें सीएम पुष्कर सिंह धामी सम्मिलित होंगे।