उत्तराखंड के इन जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, नदियों का जलस्तर बढ़ने के आसार..
उत्तराखंड: प्रदेश के पर्वतीय जिलों के कुछ इलाकों में आज मंगलवार को भी भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून समेत पौड़ी, नैनीताल और बागेश्वर जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के कुछ भागों में कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है आने वाले दिनों में प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी भारी बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ेगा। पौड़ी में हरेला पर्व पर भी बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक, जूनियर व माध्यमिक स्कूल बंद रहेंगे। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी के चलते डीएम पौड़ी डा. आशीष चौहान ने कक्षा एक से 12वीं तक समस्त सरकारी, अर्द्धसरकारी व निजी शैक्षणिक संस्थान बच्चों के लिए बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
कांवड़ यात्रा- रूट, डायवर्जन और पार्किंग, QR कोड से एक झटके में मिलेगी सब जानकारी..
कांवड़ियों के लिए इस बार जबर्दस्त व्यवस्था..
उत्तराखंड: कांवड़ मेले में यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए पुलिस ने अपनी तैयारी कर दी है। कांवड़ यात्रियों को रूट और पार्किंग की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराने के लिए क्यूआर कोड जारी कर दिया गया है। पुलिस टीमें विभिन्न राज्यों में भेजी गई हैं, जहां पुलिसकर्मी क्यूआर कोड से संबंधित पंपलेट बांटकर कांवड़ यात्रियों को जागरूक कर रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल का कहना हैं कि पंपलेट वितरित करने के लिए पांच टीमों का गठन किया गया। टीम उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों में पंपलेट वितरण कर रही हैं। कहा कि पिछले साल की तर्ज पर इस बार भी क्यूआर कोड स्कैन करते हुए कांवड़ मेले के डिजिटल पेज से रूट और पार्किंग की जानकारी कांवड़ यात्रियों को मिल सकेगी।
टीमें हरबर्टपुर, पौंटा साहेब, नाहन, सिरमौर, मुज्जफरनगर, शामली, मेरठ, बागपत, सोनीपत, पानीपत, देवबन्द, गागलहेड़ी, छुटमलपुर, यमुनानगर, अम्बाला, नजीबाबाद, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, हापुड, गाजियाबाद, बुलंद शहर, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम जाकर पंपलेट वितरण कर रही हैं। एसपी यातायात पंकज गैरोला ने बताया कि बस अड्डा व रेलवे स्टेशन सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी पंपलेट चस्पा किए जा रहे हैं।
उर्जा देने में टिहरी बांध का बड़ा योगदान-केंद्रीय ऊर्जा मंत्री खट्टर..
उत्तराखंड: केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने टिहरी बांध का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माणाधीन पीएसपी (पम्प स्टोरेज प्लांट) परियोजना की प्रगति पूछी। कहा कि राष्ट्र को उर्जा और जल, सिंचाई के क्षेत्र में देश के लिए टिहरी बांध का महत्वपूर्ण योगदान है। केंद्रीय मंत्री का कहना हैं कि पीएसपी बनने से टिहरी बांध अपनी सम्पूर्ण क्षमता 2400 मेगावाट विधुत उत्पाद शुरू कर देगा। टीएचडीसी ने सीएमडी आरके विश्नोई, निदेशक (तकनीक) भूपेंद्र गुप्ता, निदेशक (कार्मिक) शैलेंद्र सिंह, अधिशासी निदेशक टिहरी परियोजना एलपी जोशी ने कहा कि पीएसपी प्रोजेक्ट के सिविल कार्य लगभग पूरे हो गए हैं। परियोजना की पहली दो यूनिट (250*2=500 मेगावाट) की कमीशनिंग अगस्त माह में होने की संभावना है। 1000 मेगावाट की पीएसपी परियोजना देश के पहली परियोजना है जो पानी को रिवर्स कर विद्युत उत्पादन करेगी।
कुमाऊं कमिश्नर ने प्राधिकरण ऑफ़िस और सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर मारा छापा..
उत्तराखंड: एसडीएम कोर्ट परिसर में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने की छापेमारी कमिश्नर दीपक रावत ने की छापेमारी से एसडीएम कोर्ट के कर्मचारियों और वहां मौजूद वकीलों में हड़कंप मच गया। इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने एसडीएम कोर्ट स्थित एसडीएम कार्यालय, सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय और प्राधिकरण के कार्यालय में निरीक्षण किया, और वहा हो रहे कामकाज के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा समय-समय पर इस तरह के छापेमारी बेहद जरूरी है क्योंकि सरकारी ऑफिस में तैनात कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर इस समय आते हैं और जनहित के कार्य को वह कैसे करते हैं इसके बारे में पता लगता है। फिलहाल कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत प्राधिकरण के कार्यालय में छापेमारी कर रहे है। मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम और प्राधिकरण सचिव भी मौजूद हैं।
भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की नियमित मॉनिटरिंग करें अधिकारी-एसीईओ..
उत्तराखंड: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के बीच उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) संभावित भूस्खलन क्षेत्रों की निगरानी कराएगा। यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप ने शुक्रवार को राज्य आपातकालीन केंद्र पहुंचकर मानसून को लेकर प्रदेशभर की स्थिति का जायजा लेने के बाद ये निर्देश दिए। उन्होंने आगामी कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर भी जरूरी निर्देश दिए। शुक्रवार को स्वरूप ने यूएसडीएमए स्थित कंट्रोल रूम से मानसून के चलते बंद राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों तथा ग्रामीण सड़कों के संबंध में जानकारी ली। जीआईएस के माध्यम से भूस्खलन क्षेत्रों का जायजा लिया। उनका कहना हैं कि ऋषिकेश-बद्रीनाथ एनएच पर जोगीधारा में बार-बार हो रहे भूस्खलन का स्थायी समाधान किया जाएगा। जल्द यूएसडीएमए तथा यूएलएमएमसी की टीम प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करेगी। जिन भूस्खलन क्षेत्रों में ट्रीटमेंट का कार्य पूर्व में किया जा चुका है। संबंधित विभाग वहां नियमित तौर पर निगरानी करें। जिससे कहीं फेंसिंग टूटी हो या अन्य टूट-फूट हो तो समय रहते उसकी मरम्मत की जा सके।
कांवड़ तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी..
एसीईओ आनंद स्वरूप ने आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर भी संबंधित जिलों से उनके स्तर पर की जा रही तैयारियों को लेकर यूएसडीएमए के विशेषज्ञों से चर्चा की। उन्होंने चिकित्सा शिविरों की क्षमता, जल भराव से निपटने के लिए संसाधनों की उपलब्धता, विभिन्न स्नान घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इंतजाम व शौचालयों की व्यवस्था को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मंगाने के निर्देश दिए। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) राजकुमार नेगी का कहना हैं कि कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस व हरिद्वार जिला प्रशासन की एसओपी, प्लान का अध्ययन कर लिया गया है। यूएसडीएमए यात्रा के सफल संचालन के लिए संबंधित जिलों के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए हुए है।
कांवड़ यात्रा की नभनेत्र ड्रोन से निगरानी..
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अपने नभनेत्र ड्रोन से कांवड़ यात्रा की निगरानी करेगा। एसीईटो आनंद स्वरूप ने कहा कि यूएसडीएमए को ड्रोन चालक मिल चुके हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान यात्रा मार्ग व प्रमुख स्थलों की सतत निगरानी की जाएगी। इसके जरिए आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भूस्खलन, बाढ़ आदि की स्थिति की भी निगरानी की जाएगी। बता दें कि नभनेत्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जो ऑटोमेटिक है। रात को भी उड़ान भरने में सक्षम है। थर्मल कैमरा के जरिए रात में भी फोटो व वीडियो शूट कर सकता है। यूएसडीएमए के कंट्रोल रूम में इसकी लाइव स्ट्रीमिंग भी की जा सकेगी।
नदियों पर बने पुलों को बारिश और बाढ़ से बचाने के लिए एसओपी जारी, हुए ये प्रावधान..
उत्तराखंड: प्रदेश में नदियों पर बने पुलों को भारी बारिश और बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए शासन ने मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है। इसके तहत नदियों पर बने पुल के 100-100 मीटर तक अप स्ट्रीम और डाउन स्ट्रीम में खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। जहां नदी घुमावदार होगी, वहां 200-200 मीटर खनन कार्यों पर पाबंदी रहेगी। यही प्रतिबंध उस स्थिति में होगा जहां 200 मीटर की परिधि में दो पुल होंगे। पुलों की सुरक्षा के लिए पुलों की ऊपरी धारा (अप स्ट्रीम) क्षेत्र में रिवर ट्रेनिंग व फ्लड प्रोटेक्शन का कार्य सिंचाई विभाग कराएगा। एसओपी के तहत तय मानकों के विपरीत गतिविधियों में खनन विभाग कार्रवाई करेगा।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने एसओपी जारी की है। आपको बता दें कि पिछले साल मानसून के दौरान राज्य के विभिन्न स्थानों पर कई पुलों को नुकसान हुआ था। कई पुलों को बाढ़ से हुए नुकसान के पीछे नदी के अपस्ट्रीम और डाउन स्ट्रीम में खनन को भी प्रमुख वजह बताया गया था। इन सभी बातों को ध्यान रखते हुए विभाग ने एसओपी तैयार की है। मल्टी स्पान पुलों की सुरक्षा के लिए नदियों में पुलों के अपस्ट्रीम और डाउन स्ट्रीम में 500-500 मीटर तक खनन कार्य नहीं हो सकेंगे।
सिंचाई विभाग करेगा नदियों में चैनेलाइजेशन का काम..
नदियों में स्थित पुलों की सुरक्षा के लिए सिंचाई विभाग अप और डाउन स्ट्रीम में चैनेलाइजेशन का काम करेगा। जल बहाव को चैनेलाइज करने का कार्य बारिश से पहले कराया जाएगा। ऐसे मामलों में वन विभाग और राजस्व विभाग पूर्ण सहयोग करेंगे। राजस्व व वन भूमि के क्षेत्र में जो पुल स्थित होंगे, वहां उनके आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र में खनन रोकने का कार्य दोनों विभागों का होगा। खनन विभाग को खनन पट्टों की सूचना लोनिवि, वन व सिंचाई विभाग को अनिवार्य रूप से देनी होगी।
निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगेंगे..
पुलों के आसपास प्रतिबंधित सीमा तक खनन रोके जाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए जिला खनन निधि से संबंधित जिलाधिकारी बजट की व्यवस्था करेंगे।
UKSSSC ने जारी की इस भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 21 मई, 2023 को रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) परीक्षा की वेटिंग लिस्ट जारी कर दी है। अभ्यर्थियों को 25 जुलाई को शारीरिक नाप-जोख परीक्षण एवं अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया है। 21 मई, 2023 को उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) की लिखित प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया था। लिखित परीक्षा के आधार पर 33 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की प्रेषित चयन संस्तुति के सापेक्ष 10 अभ्यर्थियों द्वारा विभाग में योगदान न देने के कारण विभाग द्वारा मांग की गई थी। जिसके आधार पर प्रतीक्षा सूची के अनुसार अभ्यर्थियों की शारीरिक नाप-जोख हेतु औपबन्धिक श्रेष्ठता सूची जारी की है। 25 जुलाई 2024 को सभी चयनित अभ्यर्थियों का शारीरिक नाप-जोख परीक्षण और अभिलेख सत्यापन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय में किया जाएगा।
सीएम धामी ने ली कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक..
22 जुलाई से शुरू हो रही है यात्रा..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक ली। कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सभी महकमे इसकी तैयारियों में जुटे हैं। नगर निगम की ओर से भी कांवड़ यात्रा को लेकर खास तैयारियां की जा रही हैं। कांवड़ पटरी मार्ग पर नगर निगम दो विश्राम स्थल बना रहा है। एक विश्राम स्थल पंचशील मंदिर तो दूसरा शिवमंदिर के पास होगा। दोनों विश्राम स्थल वाटर प्रूफ होंगे। इसके साथ ही कांवड़ यात्रियों के लिए नहाने के लिए फव्वारा लगाया जाएगा। साथ ही कांवड़ पटरी पर मोबाइल शौचालय भी लगाए जाएंगे।
रात के समय कांवड़ यात्रियों को कोई परेशानी न हो। इसके लिए कांवड़ पटरी पर 300 स्ट्रीट लाइटें लगवाई जा रही हैं। वहीं, निगम कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह कूड़ेदान भी लगवा रहा है। वहीं कांवड़ यात्रा के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने हरिद्वार जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को 22 जुलाई से चार अगस्त तक छुट्टियां रद्द होने के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही चेतावनी दी है कि अगर कांवड़ यात्रा के दौरान कोई डॉक्टर या स्टाफ ड्यूटी से नदारद पाया गया तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कारगिल में बर्फ के अंदर दबे रहे जवानों के शव, खोजने में लग गए नौ महीने..
देश-विदेश: लद्दाख में कारगिल की माउंट कुन चोटी के पास हुए हिमस्खलन में शहीद हुए तीन सैन्य कर्मियों के शव लगभग नौ महीने के बाद बरामद कर लिए गए हैं। इस हादसे में बलिदान एक अन्य का शव पहले ही मिल चुका था। आपको बता दे कि आठ अक्टूबर, 2023 को बारामूला जिले के गुलमर्ग स्थित सेना के हाई एल्टीट्यूड वॉरफेयर स्कूल के 40 सैन्यकर्मियों की एक टीम माउंट कुन के नजदीक 18,300 फीट से अधिक की ऊंचाई पर चढ़ाई का प्रशिक्षण ले रही थी। इसी प्रशिक्षण के दौरान भारी बर्फबारी हुई और हिमस्खलन हो गया। इसमें कई जवान फंस गए थे। इस हादसे में टीम के चार जवान एक दरार में लापता हो गए। उन्हे तलाश करने की कवायद शुरु हुई। बलिदान हुए लॉन्स नायक स्टैनजिन टार्गिस का पार्थिव शरीर उसी दिन बरामद कर लिया गया था, जबकि तीन सैन्यकर्मी हवलदार रोहित कुमार, हवलदार ठाकुर बहादुर आले व नायक गौतम राजवंशी बर्फ में दबने से लापता हो गए थे।
नौ महीने बाद नौ दिन की खुदाई के बाद मिले शव..
जहां ये हादसा हुआ वहां अक्टूबर के बाद के सीजन में भारी बर्फबारी होती है। ऐसे में लापता सैन्य कर्मियों की तलाश को रोकना पड़ गया। अब जब कुछ बर्फ गली तो फिर से तलाश शुरु की गई। इस अभियान को हवलदार रोहित, हवलदार ठाकुर बहादुर और नायक गौतम के नाम पर ‘ऑपरेशन RTG’88 लोगों की टीम लगभग नौ दिनों तक बेहद कठिन हालात में रोजाना 12 घंटे तक काम करती रही। इसके बाद तीनों बलिदानियों के पार्थिव शरीर बर्फ की मोटी परतों के बीच दरार से बरामद कर लिए गए।
सेवानिवृत ब्रिगेडियर हरदीप सिंह सोही ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जब 8 अक्टूबर, 2023 को चार सैनिक खो गए, तो छह दिनों की खुदाई के बाद एक शव बरामद हुआ था। इस बार टीम RECCO रडार का उपयोग करके चेनसॉ और GREF ग्रेड फावड़ों के साथ गई और 9 दिनों की खुदाई के बाद शेष तीन को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया। शव बर्फ से ढकी 70 फीट ऊंची दरार के नीचे दबे हुए थे। इससे पहले उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘वह भारी नहीं है,वह मेरा भाई है’
काशीपुर में सरिया बनाने वाली उत्तरांचल इस्पात कंपनी में विस्फोट..
उत्तराखंड: उधम सिंह नगर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही हैं। काशीपुर में सरिया बनाने वाली कंपनी उत्तरांचल इस्पात में जोरदार विस्फोट हो गया. जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। घटना बुधवार की बताई जा रही है। उत्तरांचल इस्पात कंपनी में हुए विस्फोट में अभी तक 12 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। जिन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए काशीपुर के केवीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार सरिया कंपनी में विस्फोट की वजह पिघलते लोहे में पानी के कण जाना बताया जा रहा है। विस्फोट होते ही मौके पर हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।