कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन नहीं है खतरनाक,दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर ने की घोषणा..
देश-विदेश: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखकर सरकार सहित आम लोग भी चिंतित हैं। भारत में अब तक ओमिक्रोन के 24 केस सामने आ चुके हैं और लगातार हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ इस नए वायरस को लेकर जहां लोग डरे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका की एक डॉक्टर ने राहत देने वाली बात कही है।
दक्षिण अफ्रीका के डॉ. कोएत्ज़ी उन डॉक्टरों की टीम में से एक हैं जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए रूप ओ मिक्रोन की खोज की थी। डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी का कहना हैं कि,”कोरोना का ओमेक्रोन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से अधिक खतरनाक नहीं है। ओमिक्रोन वेरिएंट से पीड़ित मरीज में डेल्टा से पीड़ित मरीज की तुलना में हल्के लक्षण वाले होते हैं।
डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी साउथ अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं। कोएत्ज़ी की टीम ने सबसे पहले कोरोना के इस नए रूप की खोज की थी। वह उस देश में वैक्सीन अनुसंधान पर सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। इस समय ओमाइक्रोन कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर दुनिया भर में दहशत है। यह दक्षिण अफ्रीका से दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। भारत के कुछ राज्यों में ओमाइक्रोन के मरीज भी मिले हैं। इसलिए देश इस नए वेरिएंट को लेकर सतर्क है।
कोरोना के अल्फा, बीटा, डेल्टा वेरिएंट को दुनिया अब तक देख चुकी है। जिसमें से डेल्टा संस्करण सबसे अधिक खतरनाक था, इसी वायरस ने भारत में तबाही मचाई थी। अब जबकि दुनिया भर में टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है तो इसी दौरान ओमिक्रोन भी लगातार अपने पैर पसार रहा है और फिर से दुनिया के लिए एक चुनौती पेश कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ओमाइक्रोन डेल्टा से ज्यादा घातक नहीं है। हालांकि, यह अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। इसलिए जरूरी है कि कोरोना के नियमों का पालन करें, टीका लगवाएं और सतर्क रहें