सीएम धामी से गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर बात कर मांगी आपदा की जानकारी..
उत्तराखंड: प्रदेश में बीते बुधवार को बारिश काल बनकर बरसी हैं। बता दें अलग अलग जगह बारिश के चलते 13 लोगों की मौत हुई है। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर वार्ता कर विभिन्न स्थानों पर आई आपदा को लेकर जानकारी ली। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा कर कहा कि ‘गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा के विषय में जानकारी ली। इस दौरान उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर चल रहे राहत और बचाव कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। गृह मंत्री ने प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम ने कहा आपदा के मुश्किल समय में शीर्ष नेतृत्व का इस प्रकार मजबूती से खड़े होना हम सभी को संबल प्रदान करता है। आपके मार्गदर्शन के लिए आभार।
सीएम धामी ने जानकारी देते हुए कह कि उत्तराखंड में भारी बारिश और आपदा से उत्पन्न स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर रखे हुए हैं। पीएम कार्यालय ने पूरी वस्तुस्थिति की जानकारी ली है। रेस्क्यू के लिए एयर फोर्स का चिनूक, एमआई 17 हेलीकॉप्टर रवाना हो गए हैं। इसके साथ ही तीन टैंकर ATF की भी मदद भेजी गई है। सीएम धामी के अनुरोध पर पीएमओ ने हर आवश्यक सहायता के प्रति आश्वस्त किया है।
कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखी चिट्ठी, सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की..
देश-विदेश: कांग्रेस ने राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। बता दे कि पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से लिखे गए पत्र में राहुल गांधी की सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्ति की गई है। पत्र में कहा गया है कि दिल्ली में कई जगहों पर राहुल की सुरक्षा में लापरवाही हुई। इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए जाएं।
वेणुगोपाल की चिट्ठी में क्या?
कांग्रेस नेता ने कहा- “भारत जोड़ो यात्रा के दिल्ली में 24 दिसंबर को पहुंचने के बाद यात्रा की सुरक्षा में कई बार छेड़छाड़ हुई है। दिल्ली पुलिस कई मौकों पर यात्रा में बढ़ती भीड़ को नियंत्रण करने और राहुल गांधी, जिन्हें जेड प्लस सुरक्षा मिली है, के आसपास सुरक्षा घेरा बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम हुई है। यह स्थिति इतनी गंभीर है कि राहुल गांधी के साथ चल रहे यात्री और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके आसपास घेरा बनाना पड़ता है। जबकि इसी दौरान दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है।
वेणुगोपाल ने चिट्ठी में आगे कहा, “इतना ही नहीं भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने वालों को परेशान करने और बड़ी हस्तियों को हिस्सा न लेने देने के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) यात्रा में शामिल होने वाले कई लोगों से पूछताछ कर रहा है। हमने 23 दिसंबर को हरियाणा को सोहना पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें हरियाणा राज्य खुफिया विभाग के एक शरारती तत्व के भारत जोड़ो यात्रा के कंटेनर में अवैध तरीके से घुसने की बात कही गई थी।
चिट्ठी में कहा गया है कि भारत जोड़ो यात्रा देश में शांति और भाईचारे के लिए निकाली जा रही है। केंद्र सरकार को इसमें बदले की राजनीति नहीं करनी चाहिए और कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराने पर जोर देना चाहिए। कांग्रेस पार्टी के दो प्रधानमंत्री- इंदिरा गांधी और राजीव गांधी पहले ही देश की एकता और अखंडता के लिए अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ में 25 मई 2013 को जीरमघाटी हमले में कांग्रेस का एक पूरा नेतृत्व नक्सल हमले में खत्म हो चुका है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में किसानों के अराजक प्रदर्शन के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों का बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह ने हालचाल पूछा। अमित शाह ने दिल्ली के तीरथ राम अस्पताल और सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर जाकर घायल पुलिस जवानों से मुलाकात की। घायल जवानों से मुलाकात का ट्विटर पर वीडियो जारी करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि हमें उनके साहस व बहादुरी पर गर्व है।
उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में लम्बे समय से आंदोलनरत किसानों ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ रैली को अनुमति दी थी। इन शर्तों में रैली को एक निर्धारित रुट से ले जाना भी शामिल था। मगर आयोजकों ने अनुमति की किसी भी शर्त का पालन नहीं किया। उल्टा प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में तोड़फोड़, हिंसा व अराजकता का नंगा नाच किया। सरेआम तलवारें लहराई गईं। लाल किले पर तिरंगे का अपमान कर एक अन्य ध्वज फहराया गया।
किसानों के नाम पर हुए इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने बेहद संयम का परिचय दिया और अराजक तत्वों के मंसूबो को कामयाब नहीं होने दिया। प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस के करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हैं। बुधवार को अमित शाह इन घायल जवानों को मिलने अस्पताल पहुंचे।
गृह मंत्री शाह द्वारा ट्विटर पर जारी वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि वे न केवल घायल जवानों की कुशल क्षेम पूछ रहे हैं, अपितु डॉक्टरों से भी बातचीत कर रहे हैं और जवानों के कंधों पर हाथ रख कर उन्हें ढांढस बंधाते भी दिख रहे हैं। शाह ने जवानों के फल भी वितरित किए। शाह ने घायल जवानों से मुलाकात का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर जारी करते हुए घायल पुलिस कर्मियों के लिए लिखा है कि – ”हमें उनके साहस और बहादुरी पर गर्व है”।
वित्त मंत्री ने कहा दिल्ली पुलिस का अनुकरणीय संयम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गृह मंत्री शाह के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उनके द्वारा घायल जवानों के हालचाल पूछे जाने की सराहना की। अपने ट्वीट में निर्मला ने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस ने अनुकरणीय संयम दिखाया। वित्त मंत्री ने ड्यूटी के दौरान घायल हुए जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है।