धनतेरस पर बन रहा त्रिपुष्कर योग,अभ्यंग स्नान से मिलेगा आरोग्य सुख..
देश-विदेश: धनतेरस का पर्व मंगलवार यानि आज मनाया जा रहा हैं। धनतेरस के साथ ही पंच महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। पंच महापर्व में धनत्रयोदशी कार्तिक कृष्णा त्रयोदशी को मनाई जाएगी। धनतेरस पर हस्त नक्षत्र के साथ ही त्रिपुष्कर योग प्राप्त हो रहा है। इस दौरान किए गए शुभ कार्य का तीन गुना फल प्राप्त होता है। इस दिन नए धातु एवं चांदी के बर्तनों को खरीदने की परंपरा के साथ ही सोने चांदी के सिक्के, रत्न आभूषण खरीदे जाते हैं।
मान्यता के अनुसार धनतेरस और दीपावली का पर्व मनाने में प्रदोषकाल की ही महत्ता है। मंगलवार को त्रयोदशी प्रात: काल 8:16 बजे से शुरू होकर बुधवार को प्रात: 6:54 बजे तक रहेगी धनतेरस से पांच दिन तक शाम को प्रदोषकाल में घर के प्रवेश द्वार के बाहर एक पात्र में अन्न रखकर उसके ऊपर दीप दान करने से यमराज भी प्रसन्न होते हैं। प्रदोषकाल में घर के प्रवेश द्वार के बाद दक्षिणाभिमुख दीपक जलाने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
धनतेरस से भैयादूज तक अभ्यंग स्नान से आरोग्य सुख मिलता है। सूर्योदय के पूर्व उठें, शरीर पर तेल लगाकर स्नान करने से आरोग्य सुख मिलेगा। तेल के अलावा दूध, दही, देशी घी, तिल, आंवला आदि से स्नान करने पर कष्टों का निवारण होता है। नरक चतुर्दशी पर तीन नवंबर को 14 दीप प्रज्ज्वलित करके देवस्थान, बाग-बगीचे, और स्वच्छ स्थानों पर रखने का विधान है।
राशिवार करें धनतेरस पर खरीदारी..
मेष राशि वालों के लिए सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, जमीन जायदाद की खरीदारी करना शुभ हो सकता है।
वृषभ राशि वालों को हीरे-चांदी के जेवर और जमीन जायदाद की खरीदारी करनी चाहिए। इसके अलावा वे बैंक में फिक्स डिपॉजिट भी कर सकते हैं या वाहन की खरीदारी भी कर सकते हैं।
मिथुन राशि वाले इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, सोना, चांदी, जमीन जायदाद आदि की खरीदारी कर सकते हैं।
कर्क राशि वालों को शेयर मार्केट में निवेश करना चाहिए। इसके अलावा वे जमीन जायदाद की खरीदारी व सोना, चांदी के आभूषण भी खरीद सकते हैं।
सिंह राशि वालों को या तो बैंक में फिक्स डिपॉजिट करना चाहिए। शेयर मार्केट में निवेश करना शुभ हो सकता है। यही नहीं लकड़ी के फर्नीचर, सोना, तांबा आदि की खरीदारी भी कर सकते हैं।
कन्या राशि वाले जमीन जायदाद, इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान के अलावा सोना-चांदी आदि की खरीदारी कर सकते हैं।
तुला राशि वालों को वाहन की खरीदारी करने से बचना चाहिए, इसके जगह वे शेयर मार्केट में पैसे लगा सकते हैं या फिर फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते हैं। इसके अलावा चांदी की खरीदारी भी कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि वाले किसी भी प्रकार का निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा वह जमीन जायदाद की खरीदारी और सोना चांदी में भी पैसे लगा सकते हैं।
धनु राशि वालों को शेयर मार्केट, इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान जमीन, जायदाद, सोना आदि की खरीदारी करनी चाहिए। उनके लिए यह लाभकारी हो सकता है।
मकर राशि वाले स्टील के फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, चांदी, जमीन जायदाद आदि की खरीदारी कर सकते हैं।
कुंभ राशि वालों को भी वाहन की खरीदारी करने से बचना होगा। उसकी जगह वह चांदी की खरीदारी कर सकते हैं। साथ ही साथ सोना भी ले सकते हैं या बैंक में फिक्स डिपॉजिट भी कर सकते हैं।
मीन राशि वालों को किसी भी तरह की खरीदारी वर्जित नहीं है। वह किसी भी प्रकार की खरीदारी या निवेश कर सकते हैं।
धनतेरस पर लोहे से बने बर्तन कड़ाही, तवा, चिमटा आदि नहीं खरीदने चाहिए। मान्यता है कि इस शुभ दिन नुकीले सामान जैसे चाकू, छुरी, कैंची, हंसिया जैसी चीजें नहीं खरीदनी चाहिए। इस दिन कांच और प्लास्टिक से बने सामान खरीदने से बचना चाहिए। एल्युमिनियम के बर्तन सेहत के लिए ठीक नहीं होते हैं। इसलिए ऐसे बर्तन भी नहीं खरीदने चाहिए।
प्रदोष काल में करें यमराज के लिए दीपदान..
प्रदोष काल में यमराज के लिए दीपदान जरूर करना चाहिए। इसके लिए आटे से चौमुखा दीपक बनाना चाहिए। उसमें सरसों या तिल का तेल डालकर घर के बाहर दक्षिण दिशा में या डेहरी पर रखना चाहिए। ऐसा करते हुए यमराज से परिवार की लंबी उम्र की कामना करनी चाहिए। कहा जाता है ऐसा करने से अकाल मृत्यु होने की संभावना नहीं रहती।
ये हैं धनतेरस पर खरीदारी के लिए चार शुभ मुहूर्त..
देश-विदेश: इस बार धनतेरस पर खरीदारी और पूजा-अर्चना के लिए कई शुभ और विशेष फल देने वाले मुहूर्त बन रहे हैं। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि, मंगलवार दो नवंबर को धनतेरस व चार नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर, माता लक्ष्मी के साथ आयुर्वेद के देवता धन्वंतरि की पूजा विधि-विधान से की जाएगी। धनतेरस मंगलवार को है।
यह पर्व हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन से पांच दिवसीय दिवाली के त्योहार की शुरुआत हो जाती है। त्रयोदशी तिथि के दिन ही भगवान धनवंतरि का जन्म हुआ था। इसलिए इस पर्व को धनतेरस कहा जाता है। इस दिन भगवान धनवंतरि के साथ माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। भगवान धनवंतरि जब प्रकट हुए थे, तब उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा चली आ रही है।
आपको बता दे कि धनतेरस के दिन झाड़ू की खरीदारी करने से दरिद्रता का नाश होता है। साथ ही समृद्धि आती है। तिल तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण मुख रखने से काल संकट, रोग, शोक, भय, दुर्घटना, अकाल मृत्यु से बचाव होता है।
इस बार धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है। इसे धन योग भी कहते हैं। इस योग में जो भी कार्य करते हैं, उसका तिगुना फल प्राप्त होता है। धन का निवेश करने से तीन गुणा लाभ हो सकता है। शेयर बाजार में निवेश करके भी इस दौरान लाभ अर्जित होगा। स्वर्ण और चांदी धातु में निवेश करना भी शुभ होगा।
धनतेरस पर तीन ग्रहों की युति..
धनतेरस के दिन एक अन्य शुभ संयोग तीन ग्रहों ने मिलकर बन रहा है। सूर्य, मंगल और बुध ग्रह धनतेरस के दिन तुला राशि में गोचर करेंगे। बुध और मंगल मिलकर एक धन योग का निर्माण करते हैं, वहीं सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग का निर्माण होगा। इस योग को राजयोग की श्रेणी में भी रखा गया है। वहीं यह योग तुला राशि में बन रहा है, जो व्यापार की कारक राशि मानी जाती है। मंगल-बुध की युति को व्यापार के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए कारोबारी इस दिन निवेश करके या नए व्यवसाय का आरंभ करके आने वाले समय में आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं।
ये हैं खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त..
1- चर लग्न – सुबह 8.46 बजे से 10.10 बजे तक
2- अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11.11 बजे से 11.56 बजे तक
3- अमृत मुहूर्त – दोपहर 11.33 बजे से 12.56 बजे तक
4- शुभ योग – दोपहर 2.20 बजे से 3.43 बजे तक
5- वृष लग्न – शाम 6.18 बजे से रात 8.14 बजे तक