अप्रैल के अंत तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आ सकते हैं भारत..
देश-विदेश: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस महीने के अंत तक भारत का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मुक्त व्यापार समझौते पर भी बातचीत हो सकती है। बता दे कि जॉनसन की यह पहली भारत यात्रा होगी। इससे पहले दो बार उनकी भारत यात्रा की योजना बनी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे रद्द करना पड़ा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री 22 अप्रैल के आसपास भारत की यात्रा कर सकते हैं। आपको बता दे कि गणतंत्र दिवस पर जॉनसन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे, लेकिन मौजूदा कोरोना महामारी के कारण उनकी यात्रा रद्द कर दी गई थी। इसके बाद अप्रैल, 2021 में भी उनकी भारत यात्रा प्रस्तावित थी। हालांकि, दूसरी लहर के कारण इसे रद्द करना पड़ा था।
बता दे कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बोरिस जॉनसन के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इस दौरान ही व्यक्तिगत बैठक की भी चर्चा हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच व्यापार, सुरक्षा और संबंधों को बढ़ावा देने पर सहमति बनी थी। हालांकि, अभी तक डाउनिंग स्ट्रीट की ओर से अभी तक प्रधानमंत्री जॉनसन की भारत यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। जॉनसन की भारत यात्रा के दौरान यूक्रेन संकट पर भी बातचीत हो सकती है। अमेरिका के बाद ब्रिटेन ही है, जिसने रूस पर कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं। पिछले दिनों ब्रिटेन की विदेश सचिव ने भी भारत यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन संप्रभु देशों के निर्णयों में कोई दखल नहीं देगा।
कोलकाता में पीएम मोदी कल विक्टोरिया मेमोरियल हॉल के विप्लवी भारत गैलरी का करेंगे उद्घाटन..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों के योगदान को प्रदर्शित करने वाली विप्लवी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे। पीएमओ का कहना हैं कि इस नई गैलरी का उद्देश्य 1947 में भारत की स्वतंत्रता के लिए नेतृत्व वाली घटनाओं का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना और क्रांतिकारियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना है। शहीद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी 23 मार्च को शाम 6 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे।
भगत सिंह, सुखदेव थापर और राजगुरु की याद में शहीद दिवस
आपको बता दे कि शहीद दिवस स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। तीन युवा स्वतंत्रता सेनानियों को 23 मार्च, 1931 को लाहौर की लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी। यह गैलरी क्रांतिकारी आंदोलन के जन्म, क्रांतिकारी नेताओं द्वारा महत्वपूर्ण संघों के गठन, आंदोलन के प्रसार, भारतीय राष्ट्रीय सेना के गठन, नौसेना विद्रोह के योगदान को प्रदर्शित करता है।
केशव मौर्य के खिलाफ अनुप्रिया पटेल की बहन लड़ेंगी चुनाव..
सपा ने बदली स्वामी प्रसाद की सीट..
देश – विदेश : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। पढ़िए सूबे की राजनीति से जुड़े पल-पल के अपडेट्स…
सपा ने तीन प्रत्याशियों का एलान किया..
समाजवादी पार्टी ने बुधवार को तीन और प्रत्याशी घोषित किए हैं। सरोजनीनगर से पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को टिकट दिया गया है। भाजपा के बागी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार फाजिलनगर से चुनाव लड़ेंगे। इसी तरह डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ सिराथू से अपना दल (कमेरा) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल की बेटी और मोदी की मंत्री अनुप्रिया पटेन की बहन पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा गया है।
पीएम मोदी ने बजट की तारीफ की..
पीएम मोदी ने कहा कि कल निर्मला सीतरमण ने बहुत ही खूबसूरती से, बहुत ही अच्छे ढंग से बजट के कुछ पहलुओं को हमारे सामने रखा है। बजट स्पीच में पूरा बजट संभव नहीं होता है क्योंकि बजट में बहुत बड़ा दस्तावेज होता है, बारीकियां होती हैं और सदन में ये सब बोलना संभव भी नहीं होता है।
पीएम मोदी बोले- पूरी दुनिया हमें मजबूत देखना चाहती है..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था पर वर्चुअल रैली को संबोधित कर रहे हैं। बजट 2022 पर उन्होंने अपनी राय रखी। कहा कि आज कोरोना के चलते पूरी दुनिया एक चौराहे पर खड़ी हो गई है। आगे की दुनिया वैसी नहीं रहेगी, जैसा कोरोना से पहले थी। भारत आज मजबूत स्थिति में है। भारत को लेकर पूरी दुनिया का नजरिया बदला है। अब पूरी दुनिया हमें मजबूत देखना चाहती है।
खुशी दुबे की बहन ने किया नामांकन..
कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी ने बुधवार को कानपुर के कल्याणपुर विधानसभा सीट से नामांकन किया। बिकरू कांड से कुछ दिन पहले ही खुशी की शादी अमर से हुई थी। पुलिस ने खुशी को भी इस मामले में आरोपी बनाया और जेल भेज दिया। बिकरू कांड के दौरान खुशी नाबालिक थी। खुशी के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि ब्राह्मण होने के चलते उन्हें सरकार ने परेशान किया है। कांग्रेस ने खुशी की मां गायत्री तिवारी को टिकट दिया था, लेकिन वोटर लिस्ट में उनका नाम ही नहीं था। बाद में गायत्री की जगह उनकी बेटी नेहा तिवारी को टिकट मिल गया।
रीता बहुगुणा जोशी के बेटे को सपा दे सकती है टिकट..
लखनऊ कैंट से भाजपा का टिकट न मिलने के बाद अब भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं। सूत्रों के अनुसार सपा की तरफ से उन्हें लखनऊ कैंट का टिकट दिया जा सकता है। इसके लिए पहले से तय प्रत्याशियों के नामों में बदलाव हो सकता है।
जयंत चौधरी बोले- मुझे हेमा मालिनी नहीं बनना..
योगेश अभी आ जा, तेरा हेमा मालिनी बना दूंगा और ना जाने कैसी-कैसी बातें मेरे लिए भी कह रहे हैं। कोई प्यार नहीं, कोई लगाव नहीं है हमारे लिए। मैं कह रहा हूं मुझे खुश करके क्या मिल जाएगा? मुझे तो नहीं बनना है हेमा मालिनी। जनता के लिए क्या किया? वो सातों किसानों के परिवार के लिए क्या किया आपने? टेनी जी मंत्री क्यों बने बैठे हैं?
सपा विधायक के बिगड़े बोल, भाजपा का पलटवार..
समाजवादी पार्टी के विधायक रफीक अंसारी का एक विवादित वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह सभा को संबोधित करते हुए बोल रहे हैं, ‘पांच साल से हिंदूगर्दी मचाई हुई है। हर थाने में हिंदूगर्दी मचाई है। मैं पूछना चाहता हूं कि अगर फिर से इनकी सरकार बन गई… ये तो गुंडा बन जाएगा। ये तो बदमाश हो जाएगा। यकीन मानिए दोस्तों… मेरठ का मुसलमान, मेरठ का युवा इनसे कभी दबा नहीं।’
विधायक के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार किया है। शहजाद ने कहा, ‘ये जिन्ना प्रेमी और हिंदुओं से नफरत करने वाली समाजवादी पार्टी का असली चेहरा है।’
पश्चिमी यूपी में वर्चुअल रैलियों से माहौल बनाएंगे पीएम मोदी..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल रैलियों के जरिये पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा का चुनावी माहौल बनाएंगे। पहली वर्चुअल रैली की सफलता के बाद पार्टी ने 4, 6, 7 और 10 फरवरी को प्रधानमंत्री की वर्चुअल रैलियां प्रस्तावित है। वहीं, बरेली में पीएम की वर्चुअल रैली आज है। सुबह 11 बजे ब्रज क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल रैली करेंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में बड़ी स्क्रीन के जरिये वह मतदाताओं से रूबरू होंगे। रैली में बरेली, शाहजहांपुर और बदायूं के मतदाता जुड़ेंगे। सोशल मीडिया के सभी माध्यमों पर भी इसका सीधा प्रसारण होगा।
बसपा सुप्रीमो मायावती आज आगरा में..
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती आज आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान में मंडल स्तरीय चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी। बसपा जिलाध्यक्ष धीरज बघेल ने बताया कि बसपा सुप्रीमो सुबह 11 बजे सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय जनसभा में पार्टी अध्यक्ष मायावती प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने आ रही हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के साथ चुनावी जनसभा की जाएगी।
केशव मौर्य के खिलाफ अनुप्रिया पटेल की बहन लड़ेंगी चुनाव, सपा ने बदली स्वामी प्रसाद की सीट..
मुख्यमंत्री योगी आज मथुरा में..
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को मथुरा, छाता, गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं कर वोट मांगेंगे। भाजपा के महानगर संयोजक राजू यादव और जिला मीडिया प्रभारी सचिन चतुर्वेदी ने बताया कि सेठ बीएन पोद्दार स्कूल में दो फरवरी को मुख्यमंत्री भाजपा प्रत्याशी श्रीकांत शर्मा के पक्ष में जनसभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले स्वामी बाबा का मैदान तरौली गांव में 11 बजे और दोपहर एक बजे गोवर्धन के बाचे लाला का मैदान में मतदाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
कुमाऊं में पीएम मोदी करेंगे एम्स का शिलान्यास- मुख्यमंत्री धामी..
उत्तराखंड: 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हल्द्वानी दौरे पर रहेंगे। अपने हल्द्वानी दौरे में प्रधानमंत्री एम्स का शिलान्यास भी करेंगे। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को दी। मुख्यमंत्री ने गंगोलीहाट में 21 करोड़ 57 लाख 7 हजार की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री का कहना हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री से ऋषिकेश की तरह ही कुमाऊं मंडल के लिए एम्स का आग्रह किया था। जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने सहमति दी और अब 30 दिसंबर को हल्द्वानी आगमन पर प्रधानमंत्री कुमाऊं में एम्स का शिलान्यास करेंगे।
आपको बता दे कि जीआईसी गंगोलीहाट मैदान में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सड़कों के डामरीकरण सुधारीकरण का लोकार्पण और जीआईसी कांडा किरोली में अतिरिक्त कक्ष, नगर पंचायत बेरीनाग का भवन, जीआईसी दसाईथल में अतिरिक्त कक्ष का शिलान्यास किया। अपने 37 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी का गुणगान करते नजर आए। उनका कहना हैं कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में काशी, अयोध्या, मथुरा, बद्रीनाथ और केदारनाथ आदि मंदिरों का निर्माण व पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
भूटान सरकार ने की पीएम मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। उन्हें जल्द ही एक और अंतरराष्ट्रीय सम्मान से नवाजा जाएगा।आपको बता दे कि भूटान सरकार ने पीएम मोदी को भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान Ngadag pel gi khorlo से सम्मानित करने की घोषणा की है। भूटान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
जानकारी देते हुए भूटान पीएम कार्यालय ने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिना किसी शर्त के दोस्ती, भूटान के लिए उनके समर्थन और विशेष तौर पर कोरोना महामारी के दौरान की गई मदद के लिए भूटान ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है। उनका कहना हैं कि भूटान का हर नागरिक उन्हें इसके लिए बधाई दे रहा है। इस उपलब्धि पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी पीएम मोदी को बधाई दी है।
विशेषज्ञों ने दी पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर बड़े जोखिम की चेतावनी..
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट का कार्य अगले एक साल में पूरा होने वाला हैं। लेकिन इसी बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर 2013 जैसी स्थिति फिर से आती है तो चल रहे भारी निर्माण से और परेशानी हो सकती हैं। आपको बता दे कि 2013 में भारी बारिश के कारण आई आपदा ने उत्तराखंड में व्यापक तबाही मचाई थी। विशेषज्ञों के अनुसार, केदारनाथ तीर्थ क्षेत्र ‘अत्यधिक नाजुक और अस्थिर इलाका’ है और निर्माण कार्य 2013 की बाढ़ से जमा हुए मलबे पर किया जा रहा है।
तीर्थ क्षेत्र में पुनर्निर्माण कार्यों में लगे उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों और एजेंसियों का कहना है कि मास्टर प्लान का कार्यान्वयन 2022 के अंत तक समाप्त हो जाएगा। कुछ प्रमुख परियोजनाओं के साथ काम आधे रास्ते पर पहुंच गया है. इनमें एक बहु-सुविधा अस्पताल और एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) शामिल हैं। राज्य के पर्यटन सचिव और केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के नोडल अधिकारी दिलीप जावलकर का कहना हैं कि कार्यों की निगरानी खुद प्रधानमंत्री कर रहे हैं।
जावलकर ने कहा, ‘हमारे पास सीमित समय है, साल में 6-7 महीने, केदारपुरी में काम करने के लिए मौसम की स्थिति के अलावा, यह वह समय भी है जब चार धाम की यात्रा होती है। इन सभी बाधाओं के बावजूद भी तीर्थ क्षेत्र में मास्टर प्लान निर्माण कार्य 2022 के तीर्थयात्रा सीजन के अंत तक समाप्त हो जाएगा।बता दे कि दीपावली से पहले पहला चरण समाप्त हो गया था, जबकि दूसरे चरण के कार्यों का उद्घाटन 5 नवंबर को केदारनाथ यात्रा पर पीएम ने किया था।
आपको बता दे कि 2013 की आपदा के बाद उत्तराखंड सरकार को प्रस्तुत की गई जांच और रिपोर्ट का हिस्सा रहे विशेषज्ञों का कहना हैं कि केदारपुरी द्वीप में चल रहे निर्माण कार्यों से भविष्य में स्थिति फिर से उभरने पर और अधिक परेशानी हो सकती है। उन्होंने चेतावनी भी दी कि यहां तक कि तीन स्तरीय सुरक्षा दीवारें भी मदद नहीं करेंगी क्योंकि दोनों तरफ नदी के किनारे इतने उथले थे कि बाढ़ के पानी को केदारपुरी की ओर ले जाने में मदद कर सकते हैं।
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक और ग्लेशियोलॉजिस्ट डी.पी. डोभाल का कहना हैं कि 2013 की बाढ़ से जमा हुए मलबे पर सभी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। केदारपुरी के नाम से जाना जाने वाला मंदिर क्षेत्र एक वी-आकार की घाटी है। यह बेहद नाजुक और अस्थिर इलाका है। मंदिर के ऊपर ग्लेशियर क्षेत्र में स्थित चोराबाड़ी झील के बाद जमा हुए विशाल मलबे पर निर्माण किया जा रहा है, जिससे भारी तबाही हुई है।
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सरकार के कार्यों पर ज्यादा नहीं बोल सकता लेकिन निर्माण कार्यों का सहारा लेने से पहले मलबे को कम से कम 8-10 साल तक बसने देना चाहिए था। डोभाल का कहना हैं कि केदारपुरी के आस-पास मंदाकिनी और सरस्वती दोनों नदियों ने 2013 की आपदा के बाद अपने स्वरुप बदल दिए थे, और परिणामस्वरूप उथले तल हैं। उनका कहना हैं कि अगर 2013 जैसी स्थिति फिर से आती है तो सुरक्षा दीवारें भी मदद नहीं करेंगी। सुरक्षा दीवारें चट्टान काटने वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त हैं, न कि केदारनाथ जैसे दलदली और अस्थिर इलाके के लिए।
वाडिया इंस्टीट्यूट के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक का कहना हैं कि 2013 में बारिश की आपदा ने केदारनाथ और घाटी के आसपास के इलाकों में कई भूस्खलन क्षेत्र भी बनाए। वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा, ‘इसी तरह की रिपोर्ट भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा भी तैयार की गई थी। इससे भविष्य में परेशानी होना तय है। तीर्थ स्थल पर भारी निर्माण कार्य करने की क्या मजबूरी थी? यदि तीर्थयात्रियों को बहुत अधिक समय तक वहां रहने की अनुमति नहीं है तो बड़े निर्माण की आवश्यकता नहीं है।
वाडिया संस्थान की रिपोर्ट
2013 की आपदा के बाद केदारनाथ पर अध्ययन रिपोर्टों ने केदारनाथ में निर्माण का कड़ा विरोध किया है। सितंबर 2013 में वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान द्वारा उत्तराखंड को प्रस्तुत केदारनाथ तबाही पर एक तकनीकी रिपोर्ट में कहा गया है, ‘पूरा केदारनाथ शहर क्षतिग्रस्त हो गया है और इस अचानक बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में नए विकसित भूस्खलन के कारण नाजुक हो गया है। इसलिए यह दृढ़ता से अनुशंसा की जाती है कि भविष्य में मंदिर के आसपास किसी भी निर्माण की अनुमति नहीं दी जाए।
नए जमा किए गए हिमनद-तरल सामग्री को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। इस विशाल मलबे को हटाने और डंप करने के लिए क्षेत्र में पर्याप्त जगह या मशीनरी नहीं है, राज्य सरकार इसे एक रॉक पार्क बनाने के बारे में सोच सकती है जो न केवल शहर को ऐसी भविष्य की आपदाओं से बचाएगा, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जन जागरूकता के लिए इस तबाही की यादें भी रखेगा।
प्रथम व द्वितीय चरण का कार्य
केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के पहले चरण में मंदिर को सीधे केदारपुरी उपनगर के शुरुआती बिंदु से जोड़ने वाली 70 फीट चौड़ी और 840 फीट लंबी कंक्रीट सड़क शामिल थी। केदारपुरी मंदाकिनी और सरस्वती नदियों से घिरा हुआ है, जो 2013 की बाढ़ का मुख्य कारण था, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 5,000 मौतें हुईं, सरस्वती के साथ लगभग 850 फीट लंबी तीन-स्तरीय रिटेनिंग वॉक का निर्माण और मंदाकिनी नदी के किनारे 350 फीट की सुरक्षा कवर पहले चरण के कार्यों की अन्य महत्वपूर्ण विशेषताएं थीं।
सरस्वती और मंदाकिनी के संगम पर निर्मित एक गोलाकार आगमन प्लाजा और केदारनाथ मंदिर के सामने एक मंदिर प्लाजा पहले चरण में पूरी की गई दो अन्य बड़ी संरचनाएं थीं। आगमन प्लाजा केदारपुरी के प्रवेश बिंदु को चिह्नित करता है, जहां से मंदिर की सड़क निकलती है, जो मंदिर प्लाजा की ओर बढ़ती है। संगम पर तीर्थयात्रियों के लिए एक घाट और तीर्थ पुरोहितों (तीर्थ पुरोहितों) के लिए कुछ घरों को भी पुनर्निर्माण के पहले चरण में पूरा किया गया था। दूसरे चरण के कार्यों में एक ऑपरेशन थियेटर, एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, एक नया पुल और संगम पर तीर्थयात्रियों के घाट सहित आधुनिक सुविधाओं वाला एक बड़ा अस्पताल भी शामिल है।
पीएम मोदी की रैली में उत्तराखंड को मिलेगी कई सौगात..
उत्तराखंड: पीएम मोदी के देहरादून दौरे की तैयारियां जोरों पर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउण्ड का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 4 दिसम्बर को प्रस्तावित रैली की व्यवस्थाओं को शीघ्र अंतिम रूप देने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस अवसर पर हजारों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया जायेगा।
अतः इस सम्बंध में भी आवश्यक व्यवस्थायें समय पर पूर्ण कर ली जाय। उनका कहना हैं कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की कमी न रहे। सभी संबंधित अधिकारीगण इस पर विशेष ध्यान दें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को परेड ग्राउण्ड का स्थलीय निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
4 दिसम्बर 2021 को परेड ग्राउण्ड, देहरादून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित रैली के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून एवं संबंधित अधिकारियों को समय पर समुचित व्यवस्था के लिए निर्देश दिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस अवसर पर हजारों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जायेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता..
देश-विदेश: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं. अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म द मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एप्रूवल रेटिंग अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन से भी ज्यादा है. इस सर्वे में पीएम मोदी की एप्रूवल रेटिंग 70% है. दुनिया के 13 राष्ट्रप्रमुखों की लिस्ट में पीएम मोदी पहले नंबर पर हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति छटवें और बोरिस जॉनसन 10वें नंबर पर हैं.
द मॉर्निंग कंसल्ट सर्वे के मुताबिक, मैक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैन्युअल लोपेज ओब्राडोर हैं. उनकी एप्रूवल रेटिंग 66% है. तीसरे नंबर पर इटली के पीएम मारिया द्रागी, चौथे पर जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल और 5वें पर ऑस्ट्रलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन हैं.
दुनिया के 10 सबसे लोकप्रिय नेता
नेता एप्रूवल रेटिंग
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत 70%
लोपेज ओब्राडोर, राष्ट्रपति, मैक्सिको 66%
मारिया द्रागी, पीएम, इटली 58%
एंजेला मार्केल, चांसलर, जर्मनी 54%
स्कॉट मॉरिसन, पीएम, ऑस्ट्रलिया 47%
जो बाइडेन, राष्ट्रपति, अमेरिका 44%
जस्टिन ट्रूड्यू, पीएम, कनाडा 43%
फुमियो किशिदा, पीएम, जापान 42%
मून जे-इन, राष्ट्रपति, साउथ कोरिया 41%
बोरिस जॉनसन, पीएम, ब्रिटेन 40%
नवंबर में केदारनाथ आएंगे पीएम मोदी, देवभूमि को मिलेगी 400 करोड़ की सौगात..
उत्तराखंड: 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ धाम का दौरा तय हो चुका है। आपको बता दे कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन करेंगे और केदार पुरी में 400 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे और इसी के साथ से केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा का भी उद्घाटन करेंगे। केदारनाथ योजना प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है और स्वयं पीएमओ के अधिकारी केदारनाथ प्रोजेक्ट की गहराई से समीक्षा कर रहे हैं।
पीएमओ के कई अधिकारी बीते दिनों केदारनाथ धाम का दौरा कर चुके हैं और वहां चल रहे पुनर्निमाण कार्यों की समीक्षा कर चुके हैं। अब आगामी 5 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी केदारनाथ का दौरा करेंगे। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। महीने भर के भीतर उनका उत्तराखंड का यह दूसरा दौरा होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार की देर शाम अधिकारियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों का जायजा लिया। इसी के साथ ही उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में पीएमओ के अधिकारी भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी कई बार केदारनाथ आ चुके हैं, लेकिन बीते वर्ष कोरोना के दस्तक देने के बाद से वे केदारनाथ दर्शन के लिए नहीं आ पाए। अब आखिरकार परिस्थितियां कंट्रोल में होने के बाद आने वाली 5 नवंबर को प्रधानमंत्री बाबा केदार के दर्शन करने केदारनाथ पधारेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि कि आने वाली 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन के बाद वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे। साथ ही करीब 400 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। इसी के साथ में वह केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की समाधि स्थली में स्थापित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का लोकार्पण भी करेंगे।
पीएम मोदी ने उत्तराखंड की महिलाओं से की बात..
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती पर देश की पांच ग्राम सभाओं के साथ जल-जीवन मिशन योजना के तहत वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान उन्होंने मसूरी के निकटवर्ती गांव क्यारकुली की ग्राम प्रधान कौशल्या रावत से संवाद किया। उनका कहना हैं कि पहाड़ पर पानी की समस्या और उसके हल पर विस्तार से बात की।
कौशल्या रावत ने जल-जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों के बारे में बताया। संवाद के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘पहाड़ का पानी और जवानी कभी भी पहाड़ के काम नहीं आती है, लेकिन आज पहाड़ का पानी और जवानी पहाड़ के ही काम आ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कौशल्या रावत से गांव में संचालित हो रहे होम स्टे व गांव में आने वाले पर्यटकों के बारे में भी जानकारी ली। देशभर के गांवों के साथ क्यारकुली गांव के लोगों से भी प्रधानमंत्री ने वर्चुअल संवाद किया। प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारी गांव पहुंचे और कार्यक्रम में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने पहाड़ की महिलाओं से जल संरक्षण और वैक्सीनेशन अभियान की प्रगति के बारे में जाना। महिलाओं ने बताया कि उनके गांव में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं।
इसके लिए गांव में 10 कैंप लगाए गए थे। प्रधानमंत्री ने अभियान की सफलता को सराहा। साथ ही कहा कि युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में सभी योजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि योजनाएं तभी सफल होती हैं, जब जन भागीदारी होती है। चाहे कोरोना टीकाकरण हो या फिर जल-जीवन मिशन।
उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपने पानी की ताकत को समझा है। पेड़ भी लगाए। होम स्टे भी किया। पानी के जरिए गांव में क्रांति ले आए। इसके लिए आपको बधाई देता हूं। आपके गांव ने पलायन को भी पीछे छोड़ दिया है। एक वक्त था जब गांव में लोग ठहरते नहीं थे, यहां से चले जाते थे, अब वे लोग वापस आने लगे हैं।
आज पर्यटक भी गांव आने के लिए प्रेरित हो रहा है। इस तरह पानी सिर्फ जीवन ही नहीं देश की अर्थव्यवस्था को भी बदलने की ताकत रखता है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त, 2019 में जल-जीवन मिशन की घोषणा की थी। इस मिशन का उद्देश्य हर घर में पानी की सप्लाई पहुंचाना है। वर्तमान में सिर्फ ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 17 प्रतिशत लोगों के पास ही पानी की सप्लाई है।