एक लाख वोटों से जीते योगी, संगीत सोम को मिली मात..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में UP में 273 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना ली है। जबकि सपा 123 सीटों पर ही सिमटी दिखाई दे रही है। कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। देवबंद सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह जीत गए हैं, वहीं जनसत्ता दल के खाते में प्रतापगढ़ का पहला नतीजा आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1,02,399 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, मेरठ की सरधना सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम हार गए हैं। उन्हें सपा के अतुल प्रधान ने हराया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम नहीं लगा सके जीत की हैट्रिक। सरधना में पहली बार साइकिल दौड़ी। सरधना विधानसभा सीट से सपा रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान ने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हरा दिया है। संगीत सोम इससे पहले दो बार यहां से चुनाव जीते थे, जबकि अतुल प्रधान दो बार चुनाव हारे थे। सरधना सीट पर ऐसा पहली बार हुआ है जब सपा का कोई प्रत्याशी जीता है। हार जीत का अंतर करीब 18000 वोटों का है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। जब चार राउंड की मतगणना होनी बाकी थी, उससे पहले ही संगीत सोम मोदीपुरम में कृषि विश्वविद्यालय स्थित मतगणना स्थल से चले गए थे।
लोहाघाट सीट पर 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के 23 दिन बाद आज उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजे आएंगे। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि इस बार सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में आएगी। शुरुआती एक घंटे के रुझानों में भाजपा ने बहुमत की 36 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है
लोहाघाट सीट पर 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी
लोहाघाट सीट कांग्रेस ने 10 साल बाद भाजपा से वापस ली। 6118 वोटों से जीते। उत्तराखंड में लोहाघाट विधानसभा का रिजल्ट आया सामने। लोहाघाट सें कांग्रेस की जीत हुई। कांग्रेस प्रत्याशी खुशाल सिंह अधिकारी को 32,244 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी पूरन सिंह फर्तयाल को 26,126 वोट मिले। कांग्रेस के खुशाल सिंह अधिकारी ने 6,118 वोटो सें जीत हासिल की।
खटीमा में सीएम धामी को पछाड़कर कांग्रेस के भुवन कापड़ी 1068 मतों से आगे..
खटीमा सीट से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर पूरे प्रदेश की निगाह है, लेकिन सीटों की दौड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीसरे चरण के बाद भारी मतों से पीछे चल रहे हैं। खटीमा में तीसरे चरण की मतगणना पूरी हो गई है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 12,989 वोट मिले हैं। वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के भुवन कापड़ी को 14057 मत मिले हैं। जबकि तीसरे चरण तक कुल 203 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है। आम आदमी पार्टी के कलेर को कुल 192 वोट मिले हैं। मतगणना के दौरान पहले चरण में भी मुख्यमंत्री धामी पीछे चल रहे थे। जबकि कहा जा रहा है कि दूसरे चरण में सीएम धामी आगे हो गए थे। ऐसे में अब तीसरे चरण में भी सीएम धामी पीछे हो गए हैं। फिलहाल मतगणना का कार्य जारी है।
योगी को कुटिया बनाने के लिए दे दूंगा जमीन- हरीश रावत..
देश-विदेश: प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रचार में जुट गए हैं। बुधवार को प्रयागराज पहुंचे हरीश रावत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा और कहा कि हार के बाद उन्हें कुटिया बनाने के लिए उत्तराखंड में जमीन दे देंगे। हरीश रावत का कहना हैं कि उत्तराखंड में बीजेपी की हार होगी। चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही सीएम पद के लिए दावेदारी जताने में जुटे हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस को बहुमत मिलेगा।
उन्होंने यूपी में भी बीजेपी की हार का दावा करते हुए सीएम योगी पर कटाक्ष किया। हरीश रावत ने कहा, ”बीजेपी को उत्तराखंड से भगा दिया गया है। हम सीएम योगी को (यूपी में चुनाव हारने के बाद) उत्तराखंड में कुटिया बनाने के लिए जगह दे देंगे।” गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ का जन्म अविभाजित यूपी के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था, जो अब उत्तराखंड में है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सिविल लाइंस के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नेहरू परिवार की पांचवीं पीढ़ी जनता से सेवा का मौका मांग रही है, उसे भी मौका दें। उन्होंने कहा कि मोती लाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के बाद अब राहुल और प्रियंका जनता की सेवा के लिए सामने आए हैं।
विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा को खदेड़ दिया और अब यूपी में भी ऐसा होगा। प्रयागराज त्रिवेणी संगम का क्षेत्र है। प्रयाग की माटी से कांग्रेस का पुराना नाता है। इस लगाव को अब ऊर्जा देने का वक्त आ गया है। उनका कहना हैं कि भाजपा ने यूपी की जनता के अरमान रौंदने का काम किया। ऐसे में अब कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है। कोरोनाकाल में लोग बेबसी के हाल में घरों को लौटे। सरकार ने लोगों को मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया था।
हरीश रावत का पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह के लिए छलका दर्द..
उत्तराखंड: भितरघात पर आए दिन उठ रहे तूफान के बीच पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी भाजपा की एक दुखती रग छेड़ दी। सोमवार को मीडिया से बातचीत में रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह के साथ काफी अपमानजनक व्यवहार किया गया है। उनके करीबियों के चुन चुन कर टिकट काटे गए। जिस व्यक्ति को पौने चार साल तक सीएम बनाकर रखा गया, उसे बिना कारण बताए हटा देना भला कहां उचित है?
आपको बता दे कि राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित भोज के दौरान हरीश रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र के साथ काफी बुरा किया गया है। उनके साथ नजदीकी को भी एक अपराध माना जाने लगा था। यह आचरण गलत है। नई सरकार पर ब्यूरोक्रेसी की उलझन पर रावत ने कहा कि राज्यहित में काम करने वाले किसी भी नौकरशाह को कांग्रेस की सरकार से दिक्कत नहीं होगी।
वही पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर टिप्पणी करने से परहेज किया। त्रिवेंद्र का कहना हैं कि अभी मेरी जानकारी में रावत का बयान नहीं आया है। वैसे भी रावत जी मेरे बड़े भाई के समान हैं।
2023 तक हरिद्वार मेडिकल कालेज का कार्य पूरा करने का लक्ष्य-सीएम धामी..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जगजीतपुर में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज और अस्पताल का जायजा लिया। इसके साथ ही निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से कार्यों की प्रगति भी जानी। इस दौरान सीएम धामी ने निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उनका कहना हैं कि कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए।
बता दे कि हरिद्वार के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगस्त 2023 तक मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है। 2024 तक यह पूरी तरह से अस्तित्व में आ जाएगा। एक सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार आ रही है। इसके साथ ही उनका कहना हैं कि पार्टी के लोगों को अपनी बात पार्टी स्तर पर रखनी चाहिए। चाहे उसमें विधायक हो या पार्टी संगठन का कोई भी पदाधिकारी।
उत्तराखंड में ढाई लाख से ज्यादा हैं पूर्व सैनिक, इन्ही के सहारे उत्तराखंड का सियासी समर..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों के बीच पूर्व सैनिक परिवारों से जुड़े करीब साढ़े बारह लाख वोटरों को रिझाने के लिए सभी पार्टियां अपने-अपने तरीके से चाल चल रही हैं। आने वाले समय में कांग्रेस भी पूर्व सैनिकों के वोटों को साधने के लिए दांव चल सकती है। जिसके चलते सैनिकों व पूर्व सैनिकों के वोटों के लिए होड़ मचनी शुरू हो गई है।
आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट को केंद्र में रक्षा राज्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके साथ ही मंत्री अजय भट्ट भी पूर्व सैनिकों से बातचीत आगे बढ़ाने में जुट गए हैं। मंत्री बनने के बाद से वह लगातार पूर्व सैनिकों के संपर्क में नजर आ रहे हैं। सोमवार को निकाली गई जन आशीर्वाद यात्रा में भी कई पूर्व सैनिक शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि सेना, सैनिक व पूर्व फौजी भाजपा का सबसे बड़ा फोकस है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराखंड दौरे में पूर्व सैनिकों का एक अलग कार्यक्रम रखा गया है।
इसके साथ ही अब आम आदमी पार्टी ने कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल पर दांव खेलकर सैन्य बहुल उत्तराखंड में फौजी वोट बैंक पर सेंध लगाने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर खलबली मचा दी। सियासी जानकारों का कहना है कि कांग्रेस भी बहुत जल्द पूर्व फौजियों को रिझाने के लिए कोई बड़ा कदम उठा सकती है।
आपको बता दे कि प्रदेश में पूर्व सैनिकों की संख्या ढाई लाख से ज्यादा है। बताया जा रहा है कि हर पूर्व सैनिक के परिवार में औसतन पांच वोटर होंगे। इसलिए साढ़े बारह लाख से ज्यादा वोटरों पर सभी की निगाहें हैं। इसके अलावा वर्तमान फौजियों के परिवार भी बड़ी संख्या में उत्तराखंड में रहते हैं। पूर्व फौजी उनके भी मतों पर असर डालते हैं। इसके साथ ही कई परिवार ऐसे भी हैं जिनमें पूर्व के साथ ही वर्तमान फौजी भी हैं। विधानसभा चुनावों में ये वोट कई सीटों पर हार-जीत का फैसला भी करते हैं। पूर्व में भी पार्टियों के बीच इन वोटरों को लेकर खींचतान रही है। भाजपा इन वोटों पर ज्यादा सेंध लगाती है। इस बार भी राजनीतिक पार्टियां इस होड़ में जुट गई हैं।
भाजपा के दो बड़े मुद्दों पर केजरीवाल ने की चोट..
वही भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सैनिक और हिंदुत्व के एजेंडों पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चोट करने का प्रयास किया है। एक ओर जहां उन्होंने हिंदुओं के लिए उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की घोषणा कर हिंदुत्व के एजेंडे पर चोट की है तो दूसरी ओर पूर्व सैनिकों के वोट बैंक को लेकर उन्होंने कर्नल को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया है। सैन्य बहुल हमारे प्रदेश में बड़ी संख्या पूर्व सैनिक और उनके परिवार की है। आज भी उनकी कई समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उनका कहना हैं कि हमें मौका मिलेगा तो उनकी समस्याओं के समाधान सर्वोच्च प्राथमिकता पर किए जाएंगे।
भाजपा सरकार का मेगा इवेंट आज,हर विस के लिए 12 लाख रुपये की व्यवस्था..
उत्तराखंड: आचार संहिता लागू होने से पहले शुक्रवार को राज्य की भाजपा सरकार का मेगा इवेंट होगा। राज्य के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें राज्य सरकार की उपलब्धियों को पांच साल तक साझा किया जाएगा। साथ ही हर विधानसभा विकास कार्य का शिलान्यास व उद्घाटन भी होगा।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा के कार्यक्रम में होंगे, जबकि हर विधानसभा में कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के विधायक करेंगे। जहां पार्टी का कोई विधायक नहीं है, वहां जिलाधिकारी अपने विवेक से एक जन प्रतिनिधि से कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस मेगा इवेंट के आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 8.40 करोड़ रुपये का बजट भी प्रावधान किया है।
इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा के कार्यक्रम पर 12 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। कार्यक्रम के आयोजन के लिए सरकार की ओर से सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के लाइव संबोधन की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री खटीमा से संबोधित करेंगे। जो कि सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सुना जाएगा। प्रत्येक विधानसभा में आयोजन स्थल पर एलईडी लगाई जाएगी।
क्या बीजेपी देगी उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका?
उत्तराखंड: प्रदेश में चुनाव से पहले पार्टियों के बीच आने और जाने का सिलसिला लगातार जारी है। आने और जाने के इन सिलसिलों के बीच कुछ वक्त से एक खबर राजनीतिक हलकों में तैर रही थी। जो कि कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्य़ाय को लेकर थी। आपको बता दे कि काफी दिनों से चर्चाएं सामने आ रही थी कि किशोर उपाध्य़ाय बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। बता दे कि इन बातों को बल तब मिला जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय बीजेपी के नेताओं के साथ रेसकोर्स स्थित बीजेपी के महामंत्री संगठन अजय कुमार के फ्लैट में दिखाई दिए।
किशोर उपाध्याय काफी देर तक यहां बैठे नजर आए। इस दौरान उनके साथ चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी भी मौजूद रहे। जिसे देखते हुए चर्चाओं का दौर फिर से शुरू हो गया हैं। अब देखना यहां होगा कि क्या भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में कांग्रेस को जल्द ही बड़ा झटका देगी ? सूत्रों का कहना हैं कि किशोर उपाध्याय लगातार बीजेपी आलाकमान के संपर्क में है। बताया जा रहा था कि कुछ ही वक्त में किशोर उपाध्याय बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
बीजेपी में जाने की खबरों के बीच किशोर उपाध्याय का बयान भी सामने आया है उनका कहना कि यह सब अफवाह है। वो वनाअधिकार आंदोलन के मुद्दों को लेकर सभी से मिल रहे हैं। किशोर उपाध्याय ने यह भी कहा कि विघ्न संतोषी ही इस मुलाकात को दूसरे रूप में ले रहे हैं। उनका कहना है कि मैंने पहले भी कहा है कि उन मुद्दों पर लड़ने या स्वीकार करने वालों के साथ वार्तालाप में मुझे कोई हर्ज नहीं लगता इसलिए अफवाहों पर ध्यान ना दें।
तो आखिर सीएम लेंगे पुलिस कर्मियों के ग्रेड-पे पर फैसला..
उत्तराखंड: शुक्रवार को कैबिनेट ने पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे मामले में फैसला लेने के लिए सीएम को अधिकृत किया है। पुलिस कर्मियों के ग्रेड पे के विवाद में सीएम पुष्कर सिंह धामी अंतिम निर्णय लेंगे। साथ ही पीआरडी कर्मियों को साल में 300 दिन रोजगार देने और लोनिवि के संविदा कर्मियों के मामले में भी सीएम ही निर्णय लेंगे कैबिनेट में आए सात महत्वपूर्ण प्रस्तावों में तीन के लिए कैबिनेट ने सीएम को फैसला करने का अख्तियार दे दिया। ये तीनों ही विषय काफी महत्वपूर्ण और संवेदनशील बन चुके हैं।
पुलिस कर्मियों के परिजन पिछले काफी दिनों से आंदोलन कर रहे हैं कई बार रैलियां निकाल चुके हैं। पीआरडी जवान भी साल में 300 दिन का सुनिश्चित रोजगार देने की मांग करते आ रहे हैं। लोनिवि में संविदा कर्मियों के नियमितीकरण का मामला भी पिछले काफी दिनों से गरमाया हुआ है। आर्थिक पेंच की वजह से लंबे समय से ये मामले लटके हुए हैं। कैबिनेट ने सर्वसम्मति से तय किया कि सीएम जो भी निर्णय लेंगे वो सर्वस्वीकार्य होगा।
कुमाऊं में पीएम मोदी करेंगे एम्स का शिलान्यास- मुख्यमंत्री धामी..
उत्तराखंड: 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हल्द्वानी दौरे पर रहेंगे। अपने हल्द्वानी दौरे में प्रधानमंत्री एम्स का शिलान्यास भी करेंगे। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को दी। मुख्यमंत्री ने गंगोलीहाट में 21 करोड़ 57 लाख 7 हजार की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री का कहना हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री से ऋषिकेश की तरह ही कुमाऊं मंडल के लिए एम्स का आग्रह किया था। जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने सहमति दी और अब 30 दिसंबर को हल्द्वानी आगमन पर प्रधानमंत्री कुमाऊं में एम्स का शिलान्यास करेंगे।
आपको बता दे कि जीआईसी गंगोलीहाट मैदान में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सड़कों के डामरीकरण सुधारीकरण का लोकार्पण और जीआईसी कांडा किरोली में अतिरिक्त कक्ष, नगर पंचायत बेरीनाग का भवन, जीआईसी दसाईथल में अतिरिक्त कक्ष का शिलान्यास किया। अपने 37 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी का गुणगान करते नजर आए। उनका कहना हैं कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में काशी, अयोध्या, मथुरा, बद्रीनाथ और केदारनाथ आदि मंदिरों का निर्माण व पुनर्निर्माण किया जा रहा है।