उत्तराखंड में 15 जुलाई को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक..
उत्तराखंड: लोकसभा चुनाव के बाद दो विस सीटों पर उपचुनाव से फारिग होने के बाद भाजपा के प्रदेशस्तरीय नेता और कार्यकर्ता आगामी सांगठनिक और चुनावी रणनीति पर मंथन करने के लिए देहरादून में जुटेंगे। पार्टी ने देहरादून स्थित ग्राफिक एरा विवि के कैंपस में 15 जुलाई को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक रखी है। इस बैठक में पार्टी के 1350 प्रतिनिधियों के साथ ही खास मेहमान के तौर पर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर शिरकत करेंगे। प्रदेश प्रभारी, मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष समेत पार्टी के सभी प्रमुख नेताओं का पार्टी पदाधिकारियों को मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
लोस चुनाव की समीक्षा होगी, अच्छे परिणाम वाले बूथ होंगे सम्मानित..
प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी का कहना हैं कि लोकसभा चुनावों में हासिल शानदार जीत को लेकर सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने के अतिरिक्त उनके चुनाव के अनुभवों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। ऐसे तमाम बूथ जहां पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया। वहां के कार्यकर्ता को सम्मानित किया जाएगा।
सांगठनिक चुनाव की बनेगी रणनीति, नवंबर तक नया प्रदेश अध्यक्ष..
कार्यसमिति में जुलाई अंत से सदस्यता अभियान से शुरू होने वाली सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा होगी। नवंबर माह तक प्रदेश अध्यक्ष दिसंबर तक नये राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। सबसे पहले बूथ समितियों का गठन होगा। फिर मंडल अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। इस पूरी विस्तृत प्रक्रिया की सभी प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी जाएगी। कार्यसमिति में निकाय एवं पंचायत चुनावों की तैयारी के साथ सांगठनिक चुनावों प्रक्रिया शुरू करने की चर्चा की जाएगी। वहीं निकाय और पंचायत चुनाव की रणनीति पर भी विचार विमर्श के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा।
सीएम धामी ने पार्वती कुंड के पास लगाया ध्यान, अब कांग्रेस ने पीएम मोदी को लेकर कही ये बात..
उत्तराखंड: पूर्व सीएम व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के आदि कैलाश क्षेत्र में पार्वती कुंड के पास ध्यान लगाने को लेकर तीन दिन बाद अपने ही अंदाज में टिप्पणी की। उन्होंने सीएम के इस कदम को सराहा, साथ में कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया। इंटरनेट पर अपनी पोस्ट में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सीएम धामी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अनुसरण करते हुए पार्वती कुंड के पास ध्यान लगाया। निश्चय ही उनके इस कार्य से आदि कैलाश परंपरागत यात्रा को बढ़ावा मिला है, लेकिन इस ध्यान में प्रायश्चित का भी समावेश होना चाहिए।
उत्तराखंड की गौरव अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रा कैलाश मानसरोवर इसी भू-भाग से होकर गुजरती थी। उन्होंने यह प्रयास किया था कि यूनेस्को यात्रा की प्राचीनता देखते हुए उसे मान्यता प्रदान करे, लेकिन मोदी सरकार ने हमसे हमारा गौरव कैलाश मानसरोवर यात्रा छीन ली। इससे तकलाकोट, सांगरू क्षेत्र से चीन के साथ हमारा व्यापार भी प्रभावित हुआ। चौदास-ब्यास की रंग संस्कृति को अभूतपूर्व बताते हुए उन्होंने स्थानीय निवासियों को सावधान किया कि जहां-जहां भाजपा की नजर पड़ी है, वहां-वहां जमीन बिकी हैं।
उन्होंने क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी और उनके सहयोगियों से कहा कि वे भी ध्यान लगाकर मुख्यमंत्री को कैलाश मानसरोवर की खो चुकी यात्रा के लिए ध्यान लगाने को बाध्य करें। राज्य सरकार ने इसे पूरी तरह विस्मृत कर दिया है। ये यात्रा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सौगात थी। यात्रा के पहले जत्थे के साथ कैलाश मानसरोवर की परिक्रमा करने का साैभाग्य उन्हें और डॉ सुब्रमण्यम स्वामी को प्राप्त हुआ था।
आज से शुरू होगा 18वीं लोकसभा का पहला सत्र..
उत्तराखंड: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरु हो गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी बात मीडिया के सामने रखी। उन्होनें सभी सांसदों का स्वागत किया। इसी के साथ पीएम मोदी ने आपातकाल की तारीख पर बोलते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए खुशी का अवसर है। आज आजादी के बाद पहली बार हम इस नई संसद में शपथ ग्रहण समारोह मना रहे हैं। अभी तक ऐसा पुरानी संसद में होता था। इस मौके पर पीएम ने सभी सांसदों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।
इस दौरान पीएम मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उनका कहना हैं कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था, संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं, देश को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबा दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि अपने संविधान, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके, जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य मानवी के सपनो को पूरा करने का संकल्प लेंगे।
उपचुनाव के लिए भाजपा ने ये प्रत्याशी उतारे मैदान मे..
उत्तराखंड: भारतीय जनता पार्टी ने बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी को अपना उम्मीदवार चुना है। भंडारी ने लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने अपनी विधानसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद अब वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा ने मंगलौर विधानसभा सीट से करतार सिंह भड़ाना को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। भड़ाना इससे पहले हरियाणा और उत्तर प्रदेश में विधायक के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के समय भाजपा की सदस्यता ली थी, और तभी से यह अटकलें थीं कि उन्हें मंगलौर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। पार्टी की पर्यवेक्षक टीमों ने बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों पर रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी कर ली थी और गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के माध्यम से केंद्रीय चुनाव समिति को नाम भेजे गए थे। देर रात समिति ने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी।
बद्रीनाथ और मंगलौर में होगी भाजपा के विजय रथ की परीक्षा..
जानिए किस पर दांव खेलेगी पार्टी?
उत्तराखंड: प्रदेश में भाजपा क्या दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी विजय गाथा लिख पाएगा? सियासी जानकारों का मानना है कि बद्रीनाथ और मंगलौर का चुनावी समर भाजपा के विजय रथ की कड़ी परीक्षा लेगा। चंपावत और बागेश्वर उपचुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में जीत से भाजपा के हौसले बुलंद है और इस बार वह मंगलौर विस के अभेद्य दुर्ग को भी भेदने की रणनीति पर काम कर रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को बद्रीनाथ विस सीट पर कांग्रेस के हाथों शिकस्त मिली थी, लेकिन कांग्रेस की जीत की पटकथा लिखने वाले राजेंद्र भंडारी अब भाजपा में शामिल हैं। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गढ़वाल संसदीय सीट पर बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को 8254 वोटों से पीछे छोड़ा। हालांकि भंडारी के भाजपा में आने के बाद पार्टी इससे भी बड़ी लीड की उम्मीद कर रही थी।
आपको बता दे कि बद्रीनाथ सीट पर भाजपा के भंडारी पर ही दांव लगाने की ज्यादा संभावना है। लेकिन मुकाबले में कांग्रेस भी कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उपचुनाव में कांग्रेस के पास लोस चुनाव में मिली हार का हिसाब बराबर करने का मौका है। इस लिहाज से भाजपा के लिए बद्रीनाथ का समर आसान नहीं माना जा रहा है। मंगलौर विस सीट भाजपा ने कभी नहीं जीती। मुस्लिम और अनुसूचित जाति बहुल इस सीट पर बसपा और कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। भाजपा ने इस सीट पर प्रत्याशी तो उतारे. लेकिन उसे कभी कामयाबी नहीं मिली। 2022 के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी दिनेश सिंह पंवार को 18763 वोट मिले थे। लोकसभा चुनाव में हरिद्वार संसदीय सीट के अंतर्गत मंगलौर से भाजपा 21 हजार वोट हासिल किए। लेकिन जीत के लिए 30 से 40 हजार वोटों की दरकार है। भाजपा के लिए इतने वोट जुटाने के लिए खास रणनीति बनानी होगी।
उत्तराखंड की पांचों सीटों पर बीजेपी की जीत, तीसरी बार लोकसभा की एक भी सीट नहीं जीती कांग्रेस..
उत्तराखंड: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी क्लीन स्वीप कर दिया है. बीजेपी ने राज्य की पांचों सीटें जीत ली हैं. कांग्रेस को लगातार तीसरी बार उत्तराखंड में लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिली है.उत्तराखंड बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की जीत का जश्न. बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता नाचते-गाते पार्टी मुख्यालय पहुंचे. टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी की माला राज्य लक्ष्मी शाह जीत गई हैं। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से भी अजय टम्टा ने जीत की हैट्रिक लगाई हैं।
नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट ने जीत दर्ज की है। अजय भट्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को करारी शिकस्त दी है।नैनीताल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अजय भट्ट ने जीत हासिल की है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। अजय भट्ट ने दो लाख से भी ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। जीत के बाद अजय भट्ट ने अपनी जीत पर जनता का धन्यवाद किया है।
वही लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तराखंड की सबसे हॉट पौड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी का कमल खिल गया है. पौड़ी लोकसभा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट अनिल बलूनी जीत गये हैं. अनिल बलूनी ने कांग्रेस के गणेश गोदियाल को हराया है. बता दें गढ़वाल लोकसभा सीट अनिल बलूनी के लिए टफ दिख रही थी. कांग्रेस कैंडिडेट गणेश गोदियाल ने सोशल मीडिया से लेकर रैलियों में जमकर बलूनी के खिलाफ माहौल बनाया. एक वक्त ऐसा लग रहा था कि अनिल बलूनी ये सीट हार जाएंगे, मगर आखिर में अनिल बलूनी ने पौड़ी लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और सीएम धामी भी पार्टी प्रदेश मुख्यालय में मौजूद हैं. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में उत्तराखंड में सभी पांच सीटों पर कमल खिल रहे हैं. जिस प्रकार मोदी सरकार में सभी वर्गों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गईं, उसी का परिणाम है कि NDA को पूर्ण बहुमत प्राप्त हो रहा है.उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार लोकसभा सीट के प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत के चेहरे पर अब जीत की खुशी देखने को मिल रही है.
उत्तराखंड में काउंटिंग जारी, सभी सीटों पर आगे चल रही है बीजेपी..
उत्तराखंड: प्रदेश की सभी पांच सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना रखी है, और तीन से चार राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है। शुरुआती रुझान भाजपा के पक्ष में हैं, लेकिन कुछ सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। विशेष रूप से टिहरी सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बॉबी पंवार भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं, जिससे चुनावी नतीजों में उलटफेर की संभावना बनी हुई है। गढ़वाल लोकसभा सीट में तीसरे राउंड के बाद भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी को मिले एक लाख तीन हजार 322 मत। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल को 67 हजार 335 मत मिले हैं। भाजपा प्रत्याशी बलूनी 35 हजार 987 मतों से आगे चल रहे हैं।
अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट के बागेश्वर जिले के कपकोट और बागेश्वर विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा ने 13945 वोटों की बढ़त बना ली है। चौथे राउंड तक, अजय टम्टा को इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 23306 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को 9361 मत मिले हैं। इस तरह अजय टम्टा ने अपनी स्थिति को मजबूती से बनाए रखा है।
भाजपा में शामिल हुए मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, कई और लोगों ने भी ली सदस्यता..
उत्तराखंड: मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया। वहीं, उन्होंने सोमवार को भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। उनके साथ मसूरी के कई और लोग भी भाजपा में शामिल हुए। रजत अग्रवाल का कहना हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम धामी की नीतियों से प्रभावित होकर वह भाजपा में शामिल हुए हैं।
कल राजनाथ सिंह गौचर में करेंगे जनसभा, भाजपा ने शुरू की तैयारी..
उत्तराखंड: लोकसभा चुनाव के लिए पार्टियों का प्रचार छह दिनों बाद थम जाएगा। ऐसे में भाजपा अब चमोली जिले में स्टार प्रचारकों को उतारने वाली है। इसकी शुरुआत गौचर से होगी। गौचर में 12 अप्रैल को केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गढ़वाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
रक्षामंत्री के कार्यक्रम को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सतीश लखेड़ा ने बुधवार को गौचर पहुंचे।उनका कहना हैं कि राजनाथ सिंह की सभा के बाद श्रीनगर में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनसभा करेंगे। वहीं गोपेश्वर व अन्य स्थानों पर भी पार्टी स्टार प्रचारकों को उतारेगी। इस दौरान नगर अध्यक्ष सुभाष चमोली, आलम सिंह पंवार, चेतन मनोड़ी आदि मौजूद थे।
ओवैसी के खिलाफ माधवी लता ने फूंका बिगुल, अब मिली Y प्लस सुरक्षा..
देश-विदेश: हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माधवी लता की सुरक्षा को केंद्र सरकार ने बढ़ा दिया है। खुफिया एजेंसी आईबी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने माधवी लता की सिक्योरिटी में 11 कमांडो को तैनात किया है। माधवी लता की सिक्योरिटी में 11 कमांडो को तैनात किया गया है। माधवी लता सोशल मीडिया पर हिंदुत्व समर्थक के रूप में मशहूर हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद चर्चा में आई थी, जो अब हैदराबाद से AIMIM चीफ ओवैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।
Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी
माधवी लता को गृह मंत्रालय ने Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर भाजपा प्रत्याशी माधवी को सुरक्षा दी है। Y प्लस कैटेगरी में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिसमें पांच पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घऱ और आसपास रहते हैं। साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में संबंधित वीआईपी को सुरक्षा देते हैं। बता दें कि माधवी लता सुर्खियों में उस समय ज्यादा आई जब भाजपा ने उन्हें असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया। उन्हें कट्टर हिंदुत्व का चेहरा माना जाता है। पीएम मोदी भी उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।
कौन है Madhavi Lata?
माधवी लता पेशे से एक डॉक्टर है और विरिंची नाम का एक अस्पताल भी चलाती है। वह सोशल मीडिया पर अपने हिंदुत्व समर्थक रूख के लिए चर्चा में बनी रहती है। माधवी लता एक भरतनाट्यम नर्तकी भी हैं। माधवी लता को कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। वह हिंदुत्व की समर्थक हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा में आई थी। बताया जाता है कि उन्होनें तीन तलाक को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं के समूह के साथ सहयोग किया था। हैदराबाद सीट AIMIM का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर 1984 से ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में लोकसभा चा चुनाव जीते थे। वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे। इसके बाद इस सीट का नेतृत्व असदुद्दीन ओवैसी कर रहे हैं, जिनको इस लोकसभा चुनाव में माधवी लता टक्कर दे रही है।