उत्तराखंड के चार खेल मलखम और योग हमेशा रहेंगे राष्ट्रीय खेलों में शामिल..
उत्तराखंड: 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के जिन चार स्थानीय खेलों को शामिल किया जाना है, वे आगे भी राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा बने रहें, इसके प्रयास जारी हैं। राज्य को 38 खेल कराने की जिम्मेदारी दी गई है, जिनमें 34 खेल पहले से राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा हैं, बाकी चार खेलों में उत्तराखंड के मलखम और योगा को शामिल किया गया है। शेष किन दो खेलों को शामिल किया जाएगा, इसकी मुख्यमंत्री के स्तर पर समीक्षा हो रही है। घोषणा जल्द की जाएगी। खेल मंत्री रेखा आर्य का कहना हैं कि राज्य के स्थानीय खेल अगले 39वें राष्ट्रीय खेलों का भी हिस्सा रहें, इसकी कोशिश भी की जा रही है। राज्य के मलखम और योगा राष्ट्रीय खेलों का हमेशा के लिए हिस्सा बनेंगे तो राज्य और उनके खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा।
25 अक्टूबर को नई दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की बैठक प्रस्तावित है। उस बैठक से जो जानकारी या दिशा-निर्देश आएंगे, उनके आधार पर खिलाड़ियों के लिए शिविर लगाने शुरू कर दिए जाएंगे। खिलाड़ियों के चयन की जिम्मेदारी खेलों की फेडरेशन की है और राज्य उन्हें बेहतरीन सुविधाएं और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए हर स्तर पर तैयार है। पहले कैंप में राज्य के खिलाड़ियों को मौका मिलेगा। सभी फेडरेशन को राज्य सरकार की ओर से खिलाड़ियों के लिए देश और विदेश के बेहतरीन कोच उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है ताकि उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने के साथ पदक तालिका में बेस्ट फाइव में होने का गौरव हासिल कर सके।
राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी को ऐतिहासिक बनाएंगे- खेल मंत्री..
उत्तराखंड: 38वें राष्ट्रीय खेलों की तारीख तय होने पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा है कि हम खेलों की मेजबानी को ऐतिहासिक और बेहतरीन बनाकर दिखाएंगे। राष्ट्रीय खेलों के साथ विंटर नेशनल गेम का भी आयोजन होगा। राज्य ने का दावा किया कि ज्यादातर खेलों को विश्वस्तरीय स्थायी बुनियादी व्यवस्था में कराने की रूपरेखा और अधिकांश तैयारियां हो चुकी हैं। भारतीय ओलंपिक संघ की 25 अक्तूबर को प्रस्तावित बैठक के बाद खेल प्रतियोगिताओं के लिए स्थान चयन, भव्य आयोजन व अन्य प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। खेल निदेशालय का कहना है कि हमें अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने का पर्याप्त समय मिल गया है।
खेल निदेशालय के अनुसार राष्ट्रीय खेलों में 38 प्रतियोगिताओं के लिए उत्तराखंड के नौ शहरों का चयन किया गया है। इनमें देहरादून और हल्द्वानी में सबसे अधिक प्रतियोगिताएं होंगी। इनके साथ ही हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल, टिहरी, पिथौरागढ़, रुद्रपुर और गुलरभोज में प्रतियोगिताएं कराया जाना प्रस्तावित है। इन जगहों पर ऐसे स्टेडियम और संसाधन विकसित किए जा रहे हैं, जिनसे खेलों के समापन के बाद भी राज्य के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय स्टेडियम, मैदान आदि सुविधाएं मिलती रहें। रेखा आर्य का कहना हैं कि यहां प्रदेश हित में बड़ा मौका है। यह हर उत्तराखंड के निवासी के लिए गर्व का विषय है। हम 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी को ऐतिहासिक और बेहतरीन करके दिखाएंगे।
दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी.टी उषा से मिलीं खेल मंत्री रेखा आर्या..
राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर हुई चर्चा..
उत्तराखंड: प्रदेश में 38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। गुरुवार को प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा से मुलाकात की। गुरुवार को खेल मंत्री रेखा आर्या ने नई दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा और संघ के अन्य पदाधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान खेल मंत्री ने राज्य में प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों से जुड़े अनेक विषयों पर चर्चा की और खेलों के आयोजन से संबंधित तैयारियों पर विमर्श किया।
नेशनल गेम्स को लेकर बीते बुधवार को सीएम धामी ने केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया से दूरभाष पर वार्ता की थी। सीएम ने प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों की तिथि के विषय में चर्चा की थी। जिस पर मनसुख मंडाविया ने कहा था कि जल्दी ही इस विषय पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी. टी उषा से वार्ता कर तिथि घोषित की जाएगी। माना जा रहा है कि जल्द ही राष्ट्रीय खेलों की तिथि का ऐलान किया जाएगा। आपको बता दें कि अक्टूबर-नवंबर में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है। प्रदेश सरकार व खेल विभाग राष्ट्रीय खेलों की तैयारी में जुटी हुई है। पिछले साल नवंबर 2023 में गोवा में हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों के समापन पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए उत्तराखंड को भारतीय ओलंपिक संघ का ध्वज सौंपा था।