अब दुनिया देखेगी भारत की समुद्री ताकत..
राजनाथ सिंह आज मुंबई में करेंगे दो स्वदेशी युद्धपोतों की लॉन्चिंग..
देश-विदेश: आज मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड में दो स्वदेशी युद्धपोत लॉन्च किए जाएंगे और इस दौरान खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वहां मौजूद रहेंगे। बता दे कि स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के क्षेत्र में भारत के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। आपको बता दे कि भारतीय वायुसेना युद्धपोत आईएनएस सूरत (यार्ड 12707) और आईएनएस उदयगिरी (यार्ड 12652) के जरिए पूरी दुनिया को अपनी समुद्री ताकत दिखाएगी। दोनों ही युद्धपोतों की डिजाइन नौसेना के नेवल डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया है।
फ्रंटलाइन युद्धपोत ‘सूरत’ (प्रोजेक्ट 15बी डिस्ट्रॉयर) और ‘उदयगिरी’ (प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट) अगली पीढ़ी के स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक हैं। आईएनएस सूरत प्रोजेक्ट 15बी का चौथा युद्धपोत और प्रोजेक्ट 15ए यानि कोलकता-क्लास डेस्ट्रोयर युद्धपोत के मुकाबले एक बड़ा मेकओवर है। युद्धपोत सूरत को ब्लॉक निर्माण पद्धति का उपयोग करके बनाया गया है और इसका नाम गुजरात की वाणिज्यिक-राजधानी सूरत के नाम पर रखा गया है। सूरत को मुंबई के बाद पश्चिमी भारत का दूसरा सबसे बड़ा कॉमर्शियिल-हब माना जाता है।
युद्धपोत ‘उदयगिरी’ की खूबियां..
युद्धपोत ‘उदयगिरी’ (फ्रिगेट), जिसका नाम आंध्र प्रदेश में पर्वत श्रृंखलाओं के नाम पर रखा गया है, प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स के तहत तीसरा जहाज है। यह उन्नत हथियारों, सेंसर और प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम से लैस है। यह युद्धपोत उदयगिरी के पिछले संस्करण का दूसरा रूप है जिसने 18 फरवरी 1976 से 24 अगस्त 2007 तक तीन दशकों की अपनी सेवा में कई चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन देखे।
वर्तमान में 50 से अधिक जहाज और पनडुब्बियां बन रहीं..
रक्षा मंत्रालय का कहना हैं कि वर्तमान में 50 से अधिक जहाज और पनडुब्बियां बन रही हैं, और भारतीय नौसेना में लगभग 150 जहाज और पनडुब्बियां पहले से ही शामिल हैं। आत्मनिर्भरता पर बोलते हुए, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने दिसंबर 2021 में कहा था कि पिछले सात वर्षों में, नौसेना में शामिल सभी 28 जहाजों और पनडुब्बियों का निर्माण भारत द्वारा किया गया।
कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन नहीं है खतरनाक,दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर ने की घोषणा..
देश-विदेश: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखकर सरकार सहित आम लोग भी चिंतित हैं। भारत में अब तक ओमिक्रोन के 24 केस सामने आ चुके हैं और लगातार हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ इस नए वायरस को लेकर जहां लोग डरे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका की एक डॉक्टर ने राहत देने वाली बात कही है।
दक्षिण अफ्रीका के डॉ. कोएत्ज़ी उन डॉक्टरों की टीम में से एक हैं जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए रूप ओ मिक्रोन की खोज की थी। डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी का कहना हैं कि,”कोरोना का ओमेक्रोन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से अधिक खतरनाक नहीं है। ओमिक्रोन वेरिएंट से पीड़ित मरीज में डेल्टा से पीड़ित मरीज की तुलना में हल्के लक्षण वाले होते हैं।
डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी साउथ अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं। कोएत्ज़ी की टीम ने सबसे पहले कोरोना के इस नए रूप की खोज की थी। वह उस देश में वैक्सीन अनुसंधान पर सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। इस समय ओमाइक्रोन कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर दुनिया भर में दहशत है। यह दक्षिण अफ्रीका से दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। भारत के कुछ राज्यों में ओमाइक्रोन के मरीज भी मिले हैं। इसलिए देश इस नए वेरिएंट को लेकर सतर्क है।
कोरोना के अल्फा, बीटा, डेल्टा वेरिएंट को दुनिया अब तक देख चुकी है। जिसमें से डेल्टा संस्करण सबसे अधिक खतरनाक था, इसी वायरस ने भारत में तबाही मचाई थी। अब जबकि दुनिया भर में टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है तो इसी दौरान ओमिक्रोन भी लगातार अपने पैर पसार रहा है और फिर से दुनिया के लिए एक चुनौती पेश कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ओमाइक्रोन डेल्टा से ज्यादा घातक नहीं है। हालांकि, यह अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। इसलिए जरूरी है कि कोरोना के नियमों का पालन करें, टीका लगवाएं और सतर्क रहें
भारत ने न्यूजीलैंड को 372 रन से हराया,टेस्ट में हासिल की सबसे बड़ी जीत..
देश-विदेश: भारत ने न्यूजीलैंड को मुंबई में खेले गए टेस्ट में 372 रन से हरा दिया। यह टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे बड़ी जीत रही। इस मैच में एक अजब संयोग निकलकर सामने आया है। इस टेस्ट से पहले रन के अंतर से भारत को सबसे बड़ी जीत दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान पर मिली थी।
3 दिसंबर से हुई टेस्ट मैच की शुरुआत
तब 2015 में दक्षिण अफ्रीका को 337 रन से हराया था। संयोग की बात यह है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच की शुरुआत भी 3 दिसंबर से हुई थी। भारत-न्यूजीलैंड के बीच मुंबई में खेला गया दूसरा टेस्ट भी इसी तारीख से खेला गया। अंतर बस यह रहा कि भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पांच दिन में हराया था। वहीं न्यूजीलैंड टीम चार दिन में टेस्ट हार गई।
एक और संयोग भी आया सामने..
आपको बता दे कि एक और संयोग भी सामने आया है। न्यूजीलैंड को टेस्ट में सबसे बड़ी हार भारत के खिलाफ मिली है। हालांकि, इससे पहले कीवी टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ी हार मिली थी। यानी भारत के नाम दो सबसे बड़ी जीत न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली है और न्यूजीलैंड टीम को टेस्ट में सबसे बड़ी हार भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली।
दक्षिण अफ्रीका से जुड़ा रहा है तार..
दक्षिण अफ्रीका ने 2007 में जोहानिसबर्ग में खेले गए टेस्ट में न्यूजीलैंड को 358 रन से हराया था। दोनों ही टीमों का संयोगवश जीत और हार में दक्षिण अफ्रीका से रिकॉर्ड जुड़ा है। भारत ने न्यूजीलैंड को मुंबई टेस्ट में हराकर सीरीज भी 1-0 से जीत ली। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर बतौर कप्तान कोहली की ये लगातार चौथी जीत रही। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने पिछले आठ में से सात टेस्ट जीते हैं।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहली पारी में 325 रन बनाए। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम पहली पारी में 62 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद दूसरी पारी भारत ने सात विकेट पर 276 रन बनाकर डिक्लेयर कर दी। 540 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की टीम चौथे दिन 167 रन पर सिमट गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता..
देश-विदेश: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं. अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म द मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एप्रूवल रेटिंग अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन से भी ज्यादा है. इस सर्वे में पीएम मोदी की एप्रूवल रेटिंग 70% है. दुनिया के 13 राष्ट्रप्रमुखों की लिस्ट में पीएम मोदी पहले नंबर पर हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति छटवें और बोरिस जॉनसन 10वें नंबर पर हैं.
द मॉर्निंग कंसल्ट सर्वे के मुताबिक, मैक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैन्युअल लोपेज ओब्राडोर हैं. उनकी एप्रूवल रेटिंग 66% है. तीसरे नंबर पर इटली के पीएम मारिया द्रागी, चौथे पर जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल और 5वें पर ऑस्ट्रलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन हैं.
दुनिया के 10 सबसे लोकप्रिय नेता
नेता एप्रूवल रेटिंग
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत 70%
लोपेज ओब्राडोर, राष्ट्रपति, मैक्सिको 66%
मारिया द्रागी, पीएम, इटली 58%
एंजेला मार्केल, चांसलर, जर्मनी 54%
स्कॉट मॉरिसन, पीएम, ऑस्ट्रलिया 47%
जो बाइडेन, राष्ट्रपति, अमेरिका 44%
जस्टिन ट्रूड्यू, पीएम, कनाडा 43%
फुमियो किशिदा, पीएम, जापान 42%
मून जे-इन, राष्ट्रपति, साउथ कोरिया 41%
बोरिस जॉनसन, पीएम, ब्रिटेन 40%