कल होगा धामी का शपथ ग्रहण समारोह, पीएम मोदी और अमित शाह रहेंगे मौजूद..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक बार फिर सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री चुन लिया गया हैं। केंद्रीय पर्यवेक्षक बनकर आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने धामी के नाम का एलान किया। इसके बाद धामी पार्टी के वरिष्ठ विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। 23 मार्च को परेड ग्राउंड में धामी सरकार का शपथग्रहण होगा। उनका पहला कार्यकाल केवल आठ महीने का था। अब उन्हें अगले पांच साल के लिए सत्ता की बागडोर सौंपी गई है।
आपको बता दे कि कल 23 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह देहरादून पहुंचेंगे। नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार और डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने सोमवार रात शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन स्थल परेड ग्राउंड का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सोमवार देर रात तक स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की टीम के देहरादून पहुंचने की सूचना थी। शपथ ग्रहण समारोह स्थल परेड ग्राउंड और उसके आसपास जिला प्रशासन, पुलिस और खुफिया विभाग ने चलाया देर रात तक सघन तलाशी अभियान हुआ था। शपथ ग्रहण समारोह स्थल परेड ग्राउंड के आसपास पानी की टंकियों और ऊंची इमारतों पर भी खुफिया विभाग और पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
उत्तराखंड में भाजपा अभी नहीं बना पाएगी सरकार..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजभवन में शुक्रवार को राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया हैं। अब उत्तराखंड में बहुमत हासिल करने के बाद सबकी निगाहें नई सरकार के गठन पर लग गई हैं। लेकिन भाजपा के हलकों में यह चर्चा है कि नई सरकार के गठन में कुछ देरी हो सकती है। इसका कारण होलाष्टक माना जा रहा है। आपको बता दे कि 10 मार्च से होलाष्टक लगा है जो अगले आठ दिन होली तक रहेगा। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने भी ऐसे आसार जताए हैं कि होलाष्टक के कारण सरकार के गठन में देरी हो सकती है। बता दें कि माना जाता है कि होलाष्टक के दौरान कोई शुभ या मंगल कार्य नहीं होता।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार से भाजपा उत्तराखंड में सीएम पद पर नाम को लेकर उलझन में है। इस बीच पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेता जल्द होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम पर विधायकों की राय से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराएंगे। हालांकि विधायक दल की बैठक कब होगी, इसकी तारीख तय नहीं की गई है।
उत्तराखंड में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने का कीर्तिमान बनाया है। हालांकि चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री बनाए गए धामी खटीमा से चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर पशोपेश में है। पार्टी में नए सीएम के नामों पर कयासबाजी का दौर भी जारी है। अलग-अलग गुट इस पद के लिए अपने नेता की दावेदारी कर रहे हैं। दो विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट से इस्तीफा का प्रस्ताव दिया है। हालांकि पार्टी नेतृत्व धामी पर दांव लगाएगा या नया चेहरा पेश करेगा, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
बलूनी, निशंक, अजय व सतपाल महाराज के नाम चर्चा में..
प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने धामी के हाथ में सरकार की कमान देने की घोषणा की थी। पीएम राज्य में नया और युवा नेतृत्व को उभारना चाहते हैं। इसलिए पांच साल के कार्यकाल में राज्य को धामी के रूप में तीसरा मुख्यमंत्री मिला। हालांकि धामी की हार ने पार्टी का समीकरण बिगाड़ दिया है। नए दावेदारों में पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट का नाम लिया जा रहा है। सतपाल महाराज के नाम की भी चर्चा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व की पसंद युवा नेता ही होगी।
नतीजे के बाद नहीं हुई है विस्तृत चर्चा..
बता दे कि बृहस्पतिवार को नतीजे आने के बाद अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन को लेकर कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई है। महज उत्तराखंड के लिए गोयल और प्रधान को पर्यवेक्षक बनाने का फैसला किया गया है। नतीजे के दूसरे दिन पीएम और गृहमंत्री शाह दोनों गुजरात में हैं। ऐसे में इनके वहां से लौटने के बाद संभवत: रविवार को अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन और शपथ की तारीख पर चर्चा होगी।
मतगणना के लिए तैनात कार्मिकों को तीन पालियों में दिया प्रशिक्षण..
डाकमत्रों की गणना के लिए तैनात किए गए 84 कार्मिक..
रुद्रप्रयाग। विधानसभा सामान्य निर्वाचन की मतगणना को शांतिपूर्ण ढंग से सफलता पूर्वक संपादित कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी मनुज गोयल के निर्देशन में जिला कार्यालय सभा कक्ष में मतगणना को लेकर तैनात किए गए माइक्रो आब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक तथा मतगणना सहायकों को तीन पालियों में मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर दोनों विधानसभाओं के रिटर्निंग आफिसर भी मौजूद रहे।
प्रथम पाली में प्रीकाउंटिंग के लिए तैनात किए गए 48 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें विधान सभा केदारनाथ व रुद्रप्रयाग के लिए तैनात 20-20 कार्मिकों सहित आठ आरक्षित कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। दूूसरी पाली में डाकमत्रों की गणना के लिए तैनात किए गए 84 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें केदारनाथ विधान सभा के लिए 28 कार्मिक तैनात किए गए हैं, जिसमें सात माइक्रो आब्जर्वर, सात मतगणना पर्यवेक्षक तथा 14 मतगणना सहायक शामिल हैं। जिसमें आठ कार्मिक आरक्षित हैं। इसी तरह रुद्रप्रयाग विधानसभा में भी 28 कार्मिकों सहित आठ कार्मिक रिजर्व में तैनात किए गए तथा तीसरी पाली में ईवीएम मशीनों की गणना के लिए तैनात किए गए 114 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया।
जिसमें दोनों विधानसभाओं के लिए 42-42 कार्मिक तैनात किए गए हैं, जिसमें 14 माइक्रो आब्जर्वर, 14 मतगणना पर्यवेक्षक तथा 14 मतगणना सहायक शामिल हैं तथा दोनों विधान सभाओं में 24 कार्मिकों को आरक्षित में रखा गया है, जबकि छः रिटर्निंग आफिसर तैनात किए गए। इस अवसर पर प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रेनर भास्करानंद पुरोहित, कपिल पाण्डे, किशन रावत द्वारा उपस्थित कार्मिकों को प्रीकाउंटिंग, डाक मतपत्रों एवं ईवीएम मशीनों की गणना के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध कराई गई। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों से कहा कि आगामी दस मार्च को विधानसभा सामान्य निर्वाचन की होने वाली मतगणना के लिए जो जिम्मेदारी एवं दायित्व जिस अधिकारी एवं कार्मिक को दिए गए हैं। वह अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी सावधानी एवं सतर्कता के साथ करें तथा उन्हें जो प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है उसे गंभीरता से प्राप्त करें, ताकि मतगणना के समय गलती की कोई गुंजाइश न रहे।
उन्होंने कहा कि मतगणना हाॅल में संबंधित प्रत्याशियों के मतगणना अभिकर्ता भी उपस्थित रहेंगे जिन्हें राउंडवार ईवीएम मशीन द्वारा प्रदर्शित मतदान डिस्प्ले भी दिखाना तथा किस प्रत्याशी के पक्ष में कितने मत पड़े हैं उसे बोलकर भी बताना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दोनों विधान सभाओं की पांच-पांच बूथों की वीवीपैट मशीनों की भी काउंटिंग लाॅटरी प्रक्रिया के माध्यम से की जाएगी। इस अवसर पर रिटर्निंग अधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल एवं रिटर्निंग अधिकारी केदारनाथ जितेंद्र वर्मा ने मतगणना के लिए तैनात किए गए अधिकारियों एवं कार्मिकों को निर्देश दिए कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कुशलता के साथ करेंगे तथा उन्हें जो भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसे गंभीरता से प्राप्त करें, ताकि मतगणना के समय किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाए।
दोनों विधान सभाओं में मतगणना के लिए 14-14 टेबल लगाई जाएंगी तथा पोस्टल बैलेट की गणना के लिए सात-सात टेबल लगाई जाएंगी तथा प्रीकाउंटिंग के लिए 10-10 टेबल लगाई जाएंगी। जिसमें विधानसभा रुद्रप्रयाग की काउंटिंग 14 राउंड में पूर्ण होगी तथा विधानसभा केदारनाथ की काउंटिंग 13 राउंड में पूर्ण की जाएगी। इस अवसर पर नोडल अधिकारी डाक मतपत्र योगेंद्र चौधरी, तहसीलदार रुद्रप्रयाग मंजू राजपूत सहित मतगणना कार्यों के लिए तैनात किए गए माइक्रो आब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक मौजूद रहे।
जीत के लिए मंदिरों में पूजा अर्चना करते नजर आये सीएम पुष्कर सिंह धामी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा की जीत और प्रदेश की खुशहाली के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे सीएम ने भवाली के निकट घोड़ाखाल के गोल्ज्यू मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। सुबह करीब 10 बजे नैनीताल पहुंचे। यहां पहले तल्लीताल स्थित पाषाण देवी मंदिर और उसके बाद मल्लीताल स्थित नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
नैनीताल के बाद धामी ने काशीपुर जाकर कुंडेश्वरी रोड स्थित साई धाम मंदिर में भी विधिवत पूजा-अर्चना की। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद राजनीति के जानकार प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच इस बार कड़ी टक्कर बता रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाए हुए हैं। वहीं भाजपा में मुख्यमंत्री धामी लगातार अलग-अलग स्थानों के दौरे कर रहे हैं।
भाजपा की जीत के लिए मंदिरों में पूजा-पाठ का दौर भी जारी है। गुरुवार को नैनीताल पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कई मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हुए इन पूजास्थलों पर काफी समय भी बिताया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से केवल मंदिर में ही मुलाकात की। नैनीताल के नैना देवी मंदिर में पुजारी बसंत बल्लभ पांडे ने धामी को विशेष पूजा-अर्चना कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा की जीत के साथ ही प्रदेश की खुशहाली की कामना की
योगी को कुटिया बनाने के लिए दे दूंगा जमीन- हरीश रावत..
देश-विदेश: प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रचार में जुट गए हैं। बुधवार को प्रयागराज पहुंचे हरीश रावत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा और कहा कि हार के बाद उन्हें कुटिया बनाने के लिए उत्तराखंड में जमीन दे देंगे। हरीश रावत का कहना हैं कि उत्तराखंड में बीजेपी की हार होगी। चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही सीएम पद के लिए दावेदारी जताने में जुटे हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस को बहुमत मिलेगा।
उन्होंने यूपी में भी बीजेपी की हार का दावा करते हुए सीएम योगी पर कटाक्ष किया। हरीश रावत ने कहा, ”बीजेपी को उत्तराखंड से भगा दिया गया है। हम सीएम योगी को (यूपी में चुनाव हारने के बाद) उत्तराखंड में कुटिया बनाने के लिए जगह दे देंगे।” गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ का जन्म अविभाजित यूपी के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था, जो अब उत्तराखंड में है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सिविल लाइंस के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नेहरू परिवार की पांचवीं पीढ़ी जनता से सेवा का मौका मांग रही है, उसे भी मौका दें। उन्होंने कहा कि मोती लाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के बाद अब राहुल और प्रियंका जनता की सेवा के लिए सामने आए हैं।
विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा को खदेड़ दिया और अब यूपी में भी ऐसा होगा। प्रयागराज त्रिवेणी संगम का क्षेत्र है। प्रयाग की माटी से कांग्रेस का पुराना नाता है। इस लगाव को अब ऊर्जा देने का वक्त आ गया है। उनका कहना हैं कि भाजपा ने यूपी की जनता के अरमान रौंदने का काम किया। ऐसे में अब कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है। कोरोनाकाल में लोग बेबसी के हाल में घरों को लौटे। सरकार ने लोगों को मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया था।
सरकार बनी तो मुंडन करने वालों को भी पेंशन- हरीश रावत..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म हो गया है। लेकिन उनकी घोषणाओं का दौर भी जारी हैं। बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी विधानसभा में लोगों के बीच में बने हुए है। इस दौरान वह लोगो की समस्या सुनकर उसके समाधान की घोषणा भी कर रहे है। उन्होंने गुरुवार को मुंडन करने वालो के लिए सम्मान पेंशन योजना लागू करने की भी घोषणा की है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया है कि अभी आगे बहुत कुछ करना है जिसे अभी तक नहीं कर पाए है। इसे हम अपने घोषणापत्र में भी सम्मिलित नहीं कर पाए। उनका कहना है कि मुंडन हिन्दु धर्म का एक बड़ा संस्कार है। जब बच्चे का मुंडन संस्कार होता है और जब किसी का देहांत होता है तो उसके पुत्र व अपने लोग भीमुंडन करते हैं। वर्तमान समय में मुंडन करने वाले लोग विलुप्त होते जा रहे है। फिर भी कुछ लोग मुंडन करने वाले है तो उन्हे राज्य सम्मान योजना योजना प्रारंभ करनी होगी।
इससे पूर्व उन्होंने घस्यारी सम्मान योजना, शगुन आंखर पेंशन योजना के साथ ही पुलिस कर्मियों को ग्रेड पे करने का वादा भी किया है। हरीश रावत ने मंगलगीत गाने वाली महिलाओं के लिए सरकार बनने पर 1800 रुपये की पेंशन दिए जाने की घोषणा की है, जिससे की मांगलिक गीत गाने की परम्परा जीवत रह सके। साथ ही घसियारी महिलाओं के लिए घसियारी सम्मान पेंशन योजना शुरू करने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इस घोषणा के तहत घसियारी महिलाओं को 500 रुपये की सम्मान राशि प्रतिमाह पेंशन के रूप में दी जाएगी। पुलिस के जवानों से भी ग्रेड पे लागू करने का वादा पहले ही कर चुके हैं। वह पुलिसकर्मियों के पास जाकर व ऑडियो क्लिप जारी कर इसकी घोषणा की। कहा की सरकार में आने पर वह पुलिस कर्मियों की इस मांग और अन्य मांगों को प्राथमिकता के आधार पर हल करेंगे।
कल हरिद्वार में किसानों से वर्चुअल संवाद करेंगे राहुल गांधी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी प्रचार के लिए पांच फरवरी को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हरिद्वार आएंगे। इस दौरान वह किच्छा के किसानों के साथ वर्चुअल संवाद करने के साथ ही राज्य के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से भी जुड़ेंगे। वह गंगा आरती में भी भाग लेंगे। हालांकि अभी आधिकारिक रूप से उनका कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है।
महामंत्री संगठन मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि राहुल गांधी का कार्यक्रम सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में लाइव देखा जाएगा। इसमें लोग उनसे सवाल-जवाब भी कर सकेंगे। मुख्य कार्यक्रम हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र स्थित नेहरू युवा केंद्र में आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा इसी दिन शाम को राहुल गांधी गंगा आरती में भी भाग लेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन से रोड शो के लिए भी अनुमति मांगी गई है।
यदि अनुमति मिल जाती है तो वर्चुअल सभा के बाद एक रोड शो का भी आयोजन किया जाएगा। बता दे कि राहुल गांधी लगातार उत्तराखंड के मुद्दों के साथ उनके समाधान की बात करते रहे हैं। उनका यह दौरा भी निश्चित तौर पर मुद्दों के समाधान की दिशा में बड़ा कदम होगा। इससे पहले बीते वर्ष 16 दिसंबर को राहुल देहरादून आए थे, जहां उन्होंने परेड ग्राउंड में एक रैली को संबोधित किया था।
58 साल से अधिक उम्र के बीमार कर्मचारी घर से करेंगे काम..
उत्तराखंड: शासन ने कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकारी ऑफिसों में कर्मचारियों की उपस्थिति के संबंध में नई व्यवस्था की है। इसके तहत गर्भवती महिला कर्मचारी, 58 साल से अधिक उम्र के बीमार कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा मिलेगी। प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन की ओर से गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी किए गए।
गर्भावस्था वाली महिलाओं को विशेष छूट मिलेगी। अधिक बीमार कर्मचारियों को भी घर से काम करने की सुविधा मिलेगी, लेकिन इसके लिए कर्मचारी की उम्र 58 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। ऐसे कर्मचारियों को सिर्फ अपरिहार्य परिस्थिति में ही कार्यालय बुलाया जा सकेगा।
आपको बता दे कि विधानसभा चुनाव ड्यूटी और आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्मिकों पर ये आदेश लागू नहीं होंगे। निर्वाचन ड्यूटी में लगाए गए कार्मिकों के बारे में डीएम, जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्णय लिया जा सकेगा। आवश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारियों के बारे में उनके विभागाध्यक्ष, कार्यालयाध्यक्ष द्वारा जनहित में अपने विवेक से निर्णय लिया जाएगा।
दिव्यांग कार्मिकों को विभागाध्यक्ष दे सकेंगे छूट..
राज्य के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत दिव्यांग कार्मिकों को कार्यालय में उपस्थिति से कार्यालयध्यक्ष द्वारा छूट दी जा सकती है। आवश्यक सेवाओं में कार्यरत एवं अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर कार्यालयध्यक्ष द्वारा छूट का निर्णय लिया जा सकता है।
भारत-चीन बॉर्डर पर काम कर रहे मजदूर हेलीकॉप्टर से जाएंगे वोट देने..
उत्तराखंड: भारी बर्फबारी के कारण भारत-चीन सीमा पर सड़क निर्माण के काम में लगे मजदूर वोट डालने के लिए हेलीकॉप्टर से लाए जाएंगे। आपको बता दे कि बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन (बीआरओ) ने यहा फैसला लिया है। बता दे कि सीमांत पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में 3400 मीटर की ऊंचाई पर मिलम-लास्पा में बड़ी संख्या में श्रमिक भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण कार्य में जुटे हैं। मुनस्यारी से करीब 54 किमी दूर लास्पा में छह फीट से अधिक हिमपात हुआ है।
मतदान की तारीख तक भी बर्फ से ढके पैदल मार्गों के खुलने के कोई आसार नहीं हैं। इसलिए स्थानीय मजदूरों को वोट डालने के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए निचले इलाकों में लाया जाएगा। उधर, उत्तरकाशी में बीआरओ के मेजर वीएस वीनू का कहना हैं कि हमारे यहां करीब 3400 मजदूर काम कर रहे हैं। लेकिन अधिकांश रूट खुले हैं।
इसलिए मतदान के दिन मजदूरों को अवकाश दिया जाएगा। हमने ऊंचाई वाले इलाकों में काम कर रहे लोगों को मतदान के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा देने का फैसला लिया है। अभी तक 100 ऐसे लोग हैं जो हेलीकॉप्टर से वोट देने जायेंगे।
डीएम ने ली राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक..
रुद्रप्रयाग। आगामी विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं निर्वादित रूप से संपादित कराने के लिए निर्वाचन आयेाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी मनुज गोयल की अध्यक्षता में जिला कार्यालय में राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ आवश्यक बैठक आयोजित की गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने उपस्थित राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा विधान सभा निर्वाचन संपादन कराने के लिए प्रदेश में आदर्श आचार संहिता को प्रभावी कर दिया गया है। जिसके अंतर्गत निर्वाचन प्रक्रिया जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही संपंन कराई जानी है। कहा कि वर्तमान में कोविड के लिए जारी गाइडलाइन के मध्यनजर चुनाव गतिविधियां संचालित की जाएंगी। कहा कि निर्वाचन अयोग द्वारा 16 जनवरी तक किसी भी राजनैतिक दल द्वारा हर तरह के नुक्कड नाटक, रैली व सभाएं आदि करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है तथा उनके अनुपालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रकिया के दौरान जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, उनमें कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाए। निर्वाचन से संबंधित कार्यक्रम स्थल में सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। प्रत्याशी आनलाइन माध्यम से भी अपना नामांकन कर सकते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी राजनैतिक दलों की कोविड-19 प्रोटोकाॅल को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर बैनर, पोस्टर, होर्डिंग को प्रतिबंधित किया गया है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, वरिष्ठ कोषाधिकारी प्रवीन कुमार बलुनी, सहायक निर्वाचन अधिकारी एस.पी. डोभाल, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष पंकज बुटोला, उक्रांद जिलाध्यक्ष राजेंद्र नौटियाल, सह सचिव सीपीआई सुधीर रौथाण, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी व राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।