देवभूमि को रोशन करने निकली तेजस्विनी, 13 जिलों में 3823 KM का सफर तय करेगी मशाल..
उत्तराखंड: प्रदेश में 38वें राष्ट्रीय खेल 28 जनवरी से शुरू होंगे। इसके लिए गुरुवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या ने मशाल (टार्च) रिले का शुभारंभ किया जो प्रदेश के 13 जिलों में 3823 किलोमीटर का सफर तय करेगी। गौलापार स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के बैडमिंटन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि मशाल खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्साहित करेगी। खिलाड़ियों को जीत के अपने संकल्प को इतना मजबूत करना होगा कि वे शिखर तक पहुंच सकें। खेल मंत्री रेखा आर्या ने खिलाड़ियों से कहा कि आप इन खेलों में इतिहास बदल दीजिए, हमें टॉप- 5 में आना है। इसके बाद सीएम और खेल मंत्री ने मशाल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली काठगोदाम होते हुए वाहनों से नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क गई। यहां से मिनी स्टेडियम तक ओलंपियन राजेंद्र रावत समेत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मशाल बदल-बदलकर दौड़ते गए। तेजस्विनी प्रदेश के सभी 13 जिलों से गुजरेगी, 27 जनवरी को देहरादून में रैली संपन्न होगी। उसके बाद 28 जनवरी से 14 फरवरी तक राष्ट्रीय खेल होंगे।
गावों में रात्रि प्रवास करेंगे शासन के अधिकारी,स्थानीय लोगों से करेंगे संवाद..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपर सचिव स्तर के अधिकारियों को राज्य के हर विकासखंड में जाकर वहां गांवों में रात्रि प्रवास करने के निर्देश दिए हैं। वे गांवों में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। प्रवास के दौरान वे स्थानीय लोगों से संवाद भी करेंगे। साथ ही जनसमस्याओं से संबंधित एक रिपोर्ट शासन को भी सौंपेंगे। सीएम ने सभी विभागों को प्रदेश और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। कहा कि इन भ्रमण कार्यक्रमों के दौरान वे यह पता लगाएं कि राज्य में गांवों के विकास का क्या हाल है।
प्रदेश और केंद्र की ओर से संचालित विकास योजनाओं की क्या स्थिति है। स्थानीय लोगों की विशिष्ट समस्याएं क्या हैं। इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। शासनादेश के अनुसार सभी अधिकारी विकास योजनाओं का निरीक्षण कर केंद्र और प्रदेश स्तर के ध्वजवाहक कार्यक्रमों व अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षात्मक रिपोर्ट तैयार करेंगे। साथ ही ब्लॉक स्तर पर होने वाली महत्वपूर्ण बैठकों में भी प्रतिभाग करेंगे। वे यह भी देखेंगे कि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। सरकार प्रदेश और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए गंभीर है। पीएम मोदी के दिशा-निर्देशों में उत्तराखंड के विकास को नई गति दी जा रही है। हम अंत्योदय एवं गरीब कल्याण के संकल्प को सिद्धि की ओर ले जाने के लिए तत्पर हैं। अपर सचिव स्तर के अधिकारी गांवों के प्रवास पर जाएंगे तो विकास की वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी शासन को हो सकेगी।
भारत दर्शन को 157 छात्रों का ग्रुप रवाना, एजुकेशनल होगी यात्रा..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 9 दिसंबर को शिक्षा निदेशालय देहरादून द्वारा हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के टॉपर छात्र-छात्राओं के लिए भारत दर्शन-शैक्षणिक भ्रमण के संबंध में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। भारत दर्शन-शैक्षिक भ्रमण के अंतर्गत 157 छात्र-छात्राएं हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के स्थलों का भ्रमण करने जा रहे टॉपर छात्र-छात्राओं की बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
देहरादून में भारत दर्शन-शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए भ्रमण पर जाने वाले छात्र-छात्राओं को सीएम धामी ने किट वितरण की। इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि यह शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम प्रदेश के 157 छात्र-छात्राओं को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों का भ्रमण कर वहां की विविध संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक संरचना से परिचित होने का अवसर प्रदान करेगा। हाईस्कूल-इंटरमीडिएट के टॉपर छात्रों का भारत दर्शन-शैक्षिक भ्रमण उत्तराखंड सरकार का एक अभिनव प्रयास है, जो अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा है।
सीएम धामी ने टॉपर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘यह शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम आपके व्यक्तित्व विकास में भी महत्वपूर्ण साबित होगा साथ ही आपके व्यवहारिक ज्ञान को भी बढ़ाएगा’। उन्होंने आगे कहा कि ‘आप हमारे राज्य के ब्रांड एम्बेसडर हैं, आप जहां भी जाए हमारे राज्य की बोली, भाषा, संस्कृति, देव स्थानों, विशेषताओं के बारे में भी लोगों को अवगत कराएं। लोगों को शीतकालीन यात्रा के बारे में भी बताएं। सीएम धामी ने कहा कि हमारा प्रदेश उत्तराखंड अपनी समृद्ध भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। गढ़वाली हमारे दिल की आवाज है, कुमाऊंनी बोली हमारी मिट्टी की खुशबू है और जौनसारी हमारी समृद्ध सांस्कृतिक पहचान है। इन सभी के साथ हिंदी हमारी प्राणवायु है। प्रदेश सरकार इन बोलियों के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है। हम स्थानीय बोलियों में पुस्तक लेखन और फिल्म निर्माण को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिससे हमारी परंपराएं और सभ्यता आने वाली पीढ़ियों तक संरक्षित रहे हैं।
रुद्रप्रयाग पहुंचे CM धामी, BJP के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने त्रियुगीनारायण मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह तीर्थ पुरोहितों के बीच गए और उनसे मुलाकात की। सीएम धामी केदारनाथ विस में सोनप्रयाग, त्रियुगीनारायण और अन्य स्थानों पर प्रचार को पहुंचे हैं। बता दे कि केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को वोटिंग होगी। 23 नवम्बर को मतगणना होगी। लगभग 92 हजार मतदाता वाले केदारनाथ विस में दिवंगत विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद उप चुनाव होगा।
केदारनाथ फतह करने के लिए प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने पूरा जोर लगाया हुआ है। सीएम धामी स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं। क्षेत्र भ्रमण कर वह लोगों से संपर्क कर रहे हैं। शनिवार सुबह वह त्रियुगीनारायण पहुंचे। जहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की। भाजपा ने मंडल से लेकर बूथ स्तर पर एक-एक कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसकी मॉनीटरिंग की जा रही है। जिला व ब्लॉक स्तर के सभी पदाधिकारियों को दूरस्थ गांवों में जनसंपर्क के लिए कहा है, जिनसे प्रतिदिन की रिपोर्ट मांगी जा रही है।
अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए जोर..
भाजपा इस उप चुनाव में किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रखना चाहती। सरकार के कैबिनेट मंत्री, विधायक से लेकर जिला स्तरीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता केदारनाथ विस के गांव-गांव जाकर एक-एक मतदाता से संपर्क कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने भी केदारनाथ उपचुनाव के लिए कमर कसी हुई है। कांग्रेस की ओर से जहां आपदा से प्रभावितों की समस्याओं को मुद्दा बनाया जा रहा है। वहीं केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा से भी पार्टी के पक्ष में एक माहौल बनाने की कोशिश की गई।
पहाड़ों पर सुबह की सैर के लिए निकले सीएम, लोगों से की बात, लिया कार्यों का फीडबैक और सुझाव..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी दो दिवसीय गैरसैंण दौरे पर हैं। गुरुवार को वह मॉर्निंग वॉक पर निकले। और इस दौरान लोगों से मिलकर उन्होंने विकास कार्योंं का फीडबैक लिया। सीएम ने विधानसभा, भराड़ीसैंण में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों को कार्यों में तेज़ी लाने और गुणवत्तापूर्ण कार्य पर विशेष ध्यान देने हेतु निर्देश दिए। सीएम धामी का कहना हैं कि विधानसभा, भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में हमारी सरकार सड़क और हवाई कनेक्टिविटी के माध्यम से इस संपूर्ण क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इस दौरान स्थानीय लोगों से भेंट कर प्रशासन द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों का फीडबैक एवं सुझाव भी लिए। बुधवार को शासन के उच्चाधिकारियों की टीम के साथ सीएम ने भराड़ीसैंण विस में पलायन और भू-कानून पर मंथन किया। चर्चा में सीएम ने कहा कि राज्य सरकार भू-कानून को लेकर अत्यंत गंभीर है। प्रदेश में लागू होने वाले भू-कानून को जन भावनाओं के अनुरूप बनाए जाने की दिशा में सरकार काम कर रही है।
एसडीएम और तहसीलदार स्तर पर भी भू-कानून को लेकर जनता से सुझाव लिए जाएंगे। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि एक सशक्त भू-कानून का ड्राफ्ट स्थानीय लोगों की आवश्यकताओं और विकास के पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। सीएम ने राज्यस्तरीय ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यशाला में भाग लिया। पहली बार सरकार सशक्त भू-कानून के ड्राफ्ट पर भराड़ीसैंण विधानसभा में मंथन करने पहुंची। सीएम की घोषणा के अनुसार भराड़ीसैंण में ही बजट सत्र के दौरान सरकार यहां विधानसभा में सशक्त भू-कानून का विधेयक पेश करेगी।
पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने के लिए विधानसभा परिसर में हुई पलायन निवारण आयोग की बैठक में सीएम ने कहा कि पहाड़ से पलायन रोकने के लिए अल्प, लघु और दीर्घकालिक योजनाएं बनेंगी। राज्य सरकार पलायन की समस्या को लेकर गंभीर है और इसे रोकने के लिए कई योजनाओं पर कार्य कर रही है। उन्होंने पलायन से खाली हो रहे गांवों को गोद लेने के संकेत भी दिए। बैठक में बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पहाड़ों पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन करने पर जोर दिया गया। सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आधारभूत ढांचे के विकास के लिए निरंतर कार्य हो रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। पलायन निवारण आयोग की ओर से दिए जा रहे सुझावों को अमल में लाने के लिए संबंधित विभागों के माध्यम से ठोस कार्ययोजना बनाई जा रही है।
सीएम धामी ने नीति आयोग संग की बैठक, बोले- हिमालयी राज्यों के हिसाब से नीतियां बनाएं..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के दौरे पर आए नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी से पर्वतीय राज्यों की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुई नीतियों का निर्धारण करने का अनुरोध किया है। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन रोकने के लिए स्थानीय लोगों की आजीविका बढ़ाने वाली नीति बनाने का भी आग्रह किया। सीएम राज्य सचिवालय में आयोग उपाध्यक्ष के साथ विभागीय बैठक के दौरान अहम मुद्दों पर चर्चा कर रहे थे। उनका कहना हैं कि उत्तराखंड में पर्वतीय, मैदानी,भाबर और तराई क्षेत्र हैं। राज्य में आपदा, वनाग्नि, पलायन और फ्लोटिंग जनसंख्या बड़ी चुनौती है। दो देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे होने से उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। उन्होंने पलायन रोकने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों की आजीविका में वृद्धि के लिए विशेष नीति बनाने का अनुरोध भी किया। उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से बहुत संवेदनशील राज्य है। बाढ़, भूस्खलन, अतिवृष्टि व वनाग्नि जैसी प्राकृतिक आपदाओं से राज्य को हर साल जन-धन की काफी हानि होती है।
कहा कि राज्य में विकसित किया गया अवस्थापना प्राकृतिक आपदाओं से काफी प्रभावित होता है। उन्होंने राज्य की प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखते हुए नीति बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए भी विशेष नीति बनाने की अपील की। आयोग उपाध्यक्ष ने सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड को प्रथम स्थान मिलने पर मुख्यमंत्री को बधाई दी। उन्होंने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
नदी जोड़ो परियोजना के लिए तकनीकी सहयोग मांगा..
सीएम धामी का कहना हैं कि नदी जोड़ो परियोजना के क्रियान्वयन के लिए नीति आयोग से सहयोग की अपील की। कहा कि राज्य सरकार हिम आधारित नदियों को वर्षा आधारित नदियों से जोड़े जाने की एक महत्वाकांक्षी परियोजना दीर्घकाल में गेम चेंजर साबित होगी। इस योजना के लिए अत्यधिक धनराशि की आवश्यकता है। उत्तराखंड की जनसंख्या मूल रूप से लगभग सवा करोड़ है। लेकिन धार्मिक और पर्यटन प्रदेश होने की वजह से राज्य में इससे 10 गुना लोगों की आवाजाही है। राज्य में फ्लोटिंग जनंसख्या को ध्यान में रखते हुए आधारभूत और बुनियादी सुविधाओं के विकास की आवश्यकता होती है। उन्होंने आयोग से राज्य में फ्लोटिंग आबादी को ध्यान में रखते हुए राज्य के लिए नीति बनाने का अनुरोध किया।
सशक्त उत्तराखंड बनाने के लिए रोडमैप साझा किया..
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को पूरा करने की दिशा में लिए ’सशक्त उत्तराखंड के तहत आगामी पांच वर्षों में राज्य की आर्थिकी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। राज्य की आर्थिकी वर्ष 2022 के सापेक्ष 1.3 गुना हो चुकी है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अल्पकालिक, मध्यकालिक एवं दीर्घकालिक रोडमैप तैयार किए है।
धामी सरकार ने तीन साल में शुरु किए दो मेडिकल कॉलेज..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी के तीन साल के कार्यकाल के दौरान, उत्तराखंड में दो नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं। धामी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2022 में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है, और अब इसी सत्र से हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने जा रहा है। दोनों जगह की कुल 200 नई सीटें जुड़ने से उत्तराखण्ड में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में मेडिकल सीटों की संख्या बढ़कर 625 हो गई है।
धामी सरकार के कार्यभार ग्रहण करने से पहले प्रदेश में श्रीनगर, देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज ही संचालित हो रहे थे। हालांकि तब तक अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और हरिद्वार मेडिकल कॉलेज पर भी काम शुरू हो चुका था। कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ ही एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन दोनों मेडिकल कॉलेजों को प्राथमिकता पर शुरू करने के निर्देश दिए।
जिसके बाद दोनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा किया गया। जिसमें से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का निर्माण पहले पूरा होने पर यहां 2022 से ही मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो चुकी है। अब इसी क्रम में हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण कार्य पूरा होने से इसी शैक्षिक सत्र से यहां भी एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए मौजूदा शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए 100 सीटें मंजूर कर दी हैं। इसके लिए अब काउंसिलिंग शुरू की जा रही है। इससे प्रदेश के और अधिक बच्चों को एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा, इसके लिए उन्हें सरकारी फीस ही चुकानी है।
हमारी सरकार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के जरिए जहां स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर रही है, वहीं इससे मेधावी छात्रों को भी अपने प्रदेश में ही मेडिकल की पढ़ाई सस्ती दरों पर करने का मौका मिलेगा। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द पहले बैच की काउंसिलिंग शुरू होगी, जल्द ही पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करते हुए जरूरी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सीएम धामी का बड़ा एलान, उत्तराखंड को बनाएंगे खिलाड़ियों की हब..
उत्तराखंड: प्रदेश सरकार प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को आउट आफ टर्न सरकारी नौकरियों में प्रमोशन दिया जा रहा है और अब तक 31 खिलाड़ियों को सरकारी विभागों में नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के साथ खेल अवस्थापनाओं को मजबूत किया जा रहा है, ताकि उत्तराखंड खिलाड़ियों की फैक्ट्री बन सके। यह बातें खेल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहीं।
38वें राष्ट्रीय खेल की वेबसाइट का लोकार्पण..
गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस और राष्ट्रीय खेल दिवस पर खेल निदेशालय की ओर से परेड ग्राउंड स्थित बहुउद्देशीय हाल में कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि सीएम पुष्कर सिंह धामी, विशिष्ट अतिथि खेल मंत्री रेखा आर्या और राजपुर रोड विधायक खजानदास ने शिरकत की। सभी अतिथियों ने हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सीएम ने 38वें राष्ट्रीय खेल की वेबसाइट का लोकार्पण किया। राज्य के खिलाड़ियों को एक ही स्थान पर अपना पंजीकरण कराने और उपलब्धियां दर्ज करने के लिए उत्तराखंड स्पोर्ट्स रिपोजिट्री सिस्टम पोर्टल (यूकेएसआरएस) की लांचिंग की।
उन्होंने उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के 3,900 खिलाड़ियों को डीबीटी के माध्यम से 58.50 लाख रुपये की छात्रवृत्ति वितरित की। सीएम ने 269 राष्ट्रीय, 58 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और 65 प्रशिक्षकों सहित कुल 392 लोगों को डीबीटी के माध्यम से सात करोड़ 37 लाख 397 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की।
इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के चारों खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत किया। खेल मंत्री रेखा आर्या का कहना हैं कि उनका इरादा प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों की नर्सरी तैयार करना है। उन्होंने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी के लिए सभी तैयारियां पूर्ण हैं सिर्फ तिथि की घोषणा करना बाकी है, जिसे जल्द ही घोषित किया जाएगा। विधायक ने सरकारी नौकरी में खिलाड़ियों को आरक्षण मिलने पर सीएम धामी को धन्यवाद किया।
कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन पर बोले सीएम धामी, राहुल गांधी से पूछे ये सवाल..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी आज सचिवालय के मीडिया सेंटर पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन को लेकर बात की। सीएम धामी ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में चुनाव की तिथियां घोषित हो रही हैं। जिस प्रकार कांग्रेस पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस के बीच में संगठन सामने आया है। ये सत्ता के साथ देश की अखंडता के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी जिन्होंने कश्मीर को 3 दशकों तक पीछे धकेलना का काम किया है।
कश्मीर को बर्बाद करने के लिए जोड़ा संगठन..
सीएम धामी ने कहा कि कश्मीर को बर्बाद करने के लिए कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ संगठन जोड़ा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राहुल गांधी से हमारे 10 सवाल हैं।
कांग्रेस अलग झंडा का समर्थन जम्मू कश्मीर में करती है ?
कांग्रेस क्या फिर से जम्मू कश्मीर में धारा 370 लागू करना चाहती है ?
कांग्रेस क्या फिर से पत्थर बाजी की घटनाओं में उनको सरकारी नौकरियों में फिर से बहाल करके आतंकवाद फिर से वहां पर लाने का समर्थन करते हैं ?
कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देगी ?
क्या कांग्रेस जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था को फिर से गिराना चाहती है ?
कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर की ऑटोनॉमी देने की नेशनल कांफ्रेंस की विभाजनकारी सोच को उन नीतियों का कांग्रेस का समर्थन करती है ?
राजनीति को राष्ट्रनीति से बढ़कर बीजेपी नहीं मानती..
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि धारा 370 समाप्त होने के बाद कश्मीर का अमन चैन बढ़ा है। तेजी से विकास हो रहा है। इसके साथ ही अलगाववादी ताकतों पर रोक लगी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राजनीति को राष्ट्रनीति से बढ़कर नहीं मानती है।
सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में सचिव समिति की बैठक में प्रतिभाग किया। सीएम धामी राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने सचिव समिति की बैठक में प्रतिभाग किया। तीन घण्टे तक चली इस बैठक में राज्यहित से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। सीएम धामी का कहना हैं कि राज्य हित से जुडी योजनाओं के नीति-निर्धारण और सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पंहुचाने में सचिवगणों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सचिव सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करते हैं। शासन और प्रशासन एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। राज्य के हर क्षेत्र में विकास के साथ ही, लोगों का जीवन स्तर उठाने के लिए हम सबको सामुहिक प्रयास करने होंगे। लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाये बिना राज्य के समग्र विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है।
उनका कहना हैं कि योजनाओं के बेहतर निर्माण के साथ ही उनके सफल क्रियान्वयन के लिए पूरा एक्शन प्लान बनाया जाना चाहिए। सरकार की योजनाओं और निर्णयों का प्रभाव करोड़ों लोगों के जीवन पर पड़ता है। इसलिए योजनाओं और निर्णयों में राष्ट्रहित और जनहित पहली प्राथमिकता में होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सचिवों को निर्देश दिए कि विभागों के रिक्त पदों का अधियाचन शीघ्र आयोगों को भेजे जाएं। सुनिश्चित कार्ययोजना के साथ आगामी दो सालों में रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की जाए।
सीएम ने कहा कि कार्यों और योजनाओं के निर्माण में नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जाए और आधुनिक तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल किया जाए। जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जनहित से जुड़े कार्यों में सही रास्ता निकालने की सबके मन में भावना होनी चाहिए। जन अपेक्षाओं के अनुसार हम उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अपने कार्यक्षेत्र में क्या विशिष्ट कार्य कर सकते हैं, इस दिशा में सभी अधिकारी पूरे मनोयोग से कार्य करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए। नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों में जिन इंडिकेटरों में हमें सुधार की आवश्यकता है, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिन इन्डीकेटर पर राज्य में अच्छा कार्य हुआ है, उनको बनाये रखना हमारे सामने चुनौती भी होगी।
सीएम ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि सचिव समिति की बैठक में राज्यहित से जुड़े विषयों की नियमित समीक्षा की जाए। श्रेष्ठ उत्तराखण्ड के निर्माण के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना है। उन्होंने कहा कि आगामी एक वर्ष के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं का एक रोस्टर प्लान बनाया जाए। जिसमें ऐसी योजनाएं शामिल हों, जो व्यापक जनहित वाली हों। जनपदों के प्रभारी सचिव समय-समय पर जनपदों में जाकर योजनाओं की नियमित समीक्षा करें और विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग करें।